खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
05-28-2022, 08:58 PM,
#41
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-7


जन्नत की हूर जैसी सोनी


मैं और सोनी दोनों मादरजात नग्न अवस्था में पड़े थे। मैंने पहली बार उसकी योनि में हाथ फिराया और खुश होकर बोला क्या कयामत की बनावट है यार, इतनी मखमली, रोयें तक नहीं हैं! अय हय.l मेरी तो किस्मत खुल गई!

ऐसा कहते हुए मैंने उसकी पहले से गीली हो चुकी योनि में अपनी एक उंगली डाल दी।

वो इस हमले के लिए तैयार नहीं थी, और चिहुंक उठी, लेकिन फिर अगले हमले का इंतजार करने लगी। कुछ देर पहले सल्तनत की रक्षा करने वाली.l अब खुद ही पूरी सल्तनत लुटाने को तैयार बैठी थी।

अब तो उसका भी हाथ मेरे सख्त मूसल से लिंग को सहलाने लगा थाl साथ ही मैं उसके जिस्म का हर अंग चुम्बन से सराबोर कर रहा था। उसकी योनि तो कब से उसके लिंग के लिए मरी जा रही थी और अब उसकी सल्तनत लूटने का वक्त भी आ ही गया।

मैं उसके पैरों की तरफ घुटनों के बल बैठ गया और मैंने उसके दोनों पैरों को फैला कर योनि को बड़े प्यार से सहलायाl वो तड़प उठी।

फिर मैंने योनि पर एक चुम्बन अंकित किया, उसके शरीर के रोयें खड़े हो गए और फिर अपने लिंग महाराज को योनि के मुहाने पर टिका कर सोनी पर झुक गया। मैंने ताकत लगाई लेकिन लण्ड अंदर नहीं जा रहा थाl योनि कुंवारी थी l मैंने अपनी उंगलियों से योनि के मुँह को खोला और लण्ड के सुपांडे को अन्दर फसा दिया सोनी कराहने और ओह्ह्ह आह करने लगी l

मैंने थोड़ी ताकत लगाई और अपना लगभग चौथाई लिंग योनि की दीवारों से रगड़ते हुए अंदर चला गयाl मैंने एक और धका लगाया, उसकी झिल्ली को फाड़ते हुए लण्ड अन्दर पेवस्त करा दिया।

वो दर्द के मारे बिलबिला उठी और छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी। पर मैंने उसे दबोच लिया और उसके उरोजों को दबाते हुए एक और जोर का झटका दिया और अपने लिंग को जड़ तक सोनी की योनि में बिठा दिया।

वह रो पड़ी है मर गयी बहुत दर्द हो रहा हैl जालिम ने मेरी फाड़ डाली पर मैंने हंसते हुए कहा- क्यों जानेमन.l अब हुई ना सल्तनत फतह?

उसने मरी सी आवाज में कहा- हाँ हो तो गई.l पर जंग में तो मेरा ही खून बहा है ना, आपको क्या फर्क पड़ना है। तुमने तो मार डालने का पक्का इरादा कर रखा है क्या? आराम आराम से नहीं कर सकते क्या? वो रोते हुए बोली।

मेरा जवाब था कि जंग में तो खून-खराबा आम बात है.l अब सिर्फ लड़ाई का मजा लो! और पहली पहली बार है तो थोड़ा दर्द तो होगा ही ना, अभी थोड़ी देर में कहोगी. कि जोर जोर से मारो, धीरे धीरे में मजा नहीं आ रहा!

थोड़ा दर्द होता तो मैं सह लेती, पर तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी, थोड़ा धीरे चोदो, बुर भी तुम्हारी है और मैं भी तुम्हारी ही हूँl

अब मैं लंड को अंदर डाल कर आराम करने लगा और सोनी को किस करने लगाl मैं उसके होंठ चूसने लगा। यह पहला प्रवेश चूत और लंड के पहले मिलाप की घड़ी होती हैl लण्ड और चुत को एक दूसरे को पहचानने का और एडजस्ट करने का समय होता है। डॉक्टर जूली के मुताबिक़ इस वक्त कभी भी जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिये और चूत और लंड को पूरा मौका देना चाहये कि वो आपस में हिलमिल सके और एक दूसरे को पहचान सकें।

मैं भी जूली की बताई हुई बातों का ध्यान रखते हुए सोनी को होटों पर चुम्बन और मम्मों को चूसने में लग गया। थोड़ी देर में सोनी सामान्य हो गयी।

यह कहते हुए मैंने फिर एक बार अपना पूरा लिंग 'पक्क.l की आवाज के साथ बाहर खींच लिया। किसी बड़े मशरूम की तरह दिखने वाला लिंग का अग्र भाग योनि से बाहर आ गया.l मुझे बड़ा मजा आया। लण्ड खून में सना हुआ था।

फिर मैंने योनि को अपने लिंग के अग्र भाग से सहलाया और एक ही बार में अपना तना हुआ लिंग योनि की जड़ तक बिठा दिया। इस अप्रत्याशित प्रहार से सोनी लगभग बेहोश सी हो गई, पर कमरा 'आहह ऊहह..' की आवाजों से गूंज उठा।

परन्तु मैं जानता था कि यह उसकी प्रथम चुदाई है ऐसा तो होना ही था, अभी थोड़ी देर बाद यह खुद ही जोर लगाने लगेगी और चूतड़ उछाल उछाल कर चुदवाएगी।

मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरु किए, लण्ड उसकी चुत को चीरता हुआ जड़ तक पूरा 8 इंच अंदर चला गयाl आआहहह! ऊउम्म्मम म्म्मम! आईईईईईईई! माँम्म्म्म्म् म्माआआ!

उसके मुँह से दर्द भरी परन्तु उत्तेजनापूर्ण आवाजें निकलने लगी। लगभग पाँच मिनट बाद जब मेरा पूरा लन्ड उसकी बुर में हिचकोले खाने लगाl वह भी चूतड़ उछाल उछाल कर अपनी बुर में मेरा लण्ड लेने लगी।

अब वह मेरे लण्ड को सुपारे से ले कर टट्टों तक उछल-उछल कर चुदवा रही थी। उधर सारा की हालत खराब हो गई थी वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थीl दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थी तथा मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह... ऊऊउउउम्म्म म्म्मम... आईईईईई -सीईईईसीई... आआ... निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी सोनी को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

इधर मैं सोनी की बुर का बैन्ड बजाने में लगा हुआ थाl बुर टाईट थी, लण्ड भी अटक अटक के जा रहा था l मैं अब अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी बुर में डाल रहा था l हर धक्के पर उसकी मुँह से हल्की हल्की चीख निकल रही थीl आईईईईईई -सीईईईसीई... आ! .

करीब दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद उसकी बुर अब पूरे मजे से मेरे लन्ड लील रही थी और वो- चोद डालो, फ़ाड डालो, आज पूरी तरह से फ़ाड दो मेरी बुर को, और जोर जोर से मारो, पूरा डाल दो मेरे राजा!

अचानक उसने मुझे अपनी पूरी ताकत से मुझे दबाना शुरु कर दियाl मैं समझ गया कि अब इसकी बुर ने पानी छोड़ देना हैl मुझे जस्सी का पाठ याद था मैंने भी अपने धक्कों की रफ़्तार धीरे धीरे कम कर दी। दो मिनट बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गई, उसका बदन कांपने लगा फिर ऐंठ गया उसकी बुर ने अपना पानी छोड़ दिया था। मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार में और कमी कर दीl

मैं उसके मम्मे सहला रहा था, और देखना चाहता था कि अब उसकी चूत कैसी दिखायी दे रही है। मैंने उसकी जाँघें ऊपर उठायीं तो देखा कि उसकी चूत थोड़ी चौड़ी हो गयी थी। उसमें खून और सोनी का पानी दोनों टपक रहे थे।

फ़िर वह उठी और बाथरुम में जा कर अपनी बुर को साफ़ करने लगी। पाँच मिनट बाद वो बाहर निकली तो उसके चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव थे। उधर सारा मुझे पकड़ कर बाथरूम में लेकर गयी और लैंड को धोकर साफ़ कियाl सारा ने चूसा और मुझसे चिपक गयी हम वापिस कमरे में आ गएl हम दोनों खड़े खड़े एक दूसरे के बदन को सहला रहे थे। और हम दोने बाहर आ गए मैंने सोनी को किस किया l

बाप रे, मेरी बुर तो सूज कर गोलगप्पा बन गई है! सोनी बोली।

मैं खड़ा सोनी का चेहरा देखता रहा ,दर्द के मारे वो तड़प रही थी पर संतुष्टि के भाव थेl वह अपने ओंठो को भींच रही थी और रो रही और अह्ह्ह्हह अह्ह्ह ाऊओह्ह कराह रही थी सुबकती हुई बहुत प्यारी लग रही थीl मैंने उसके गालो को चूमा और गले लग कर सहलाया l वह कह रही ही आह्हः मार डाला बेदर्दी ने मार डाल.l कोई ऐसे भी करता है क्याl मुझे लगता हैं मैं मर जाऊँगीl

मैंने सोनी को चूमते हुए कहा मेरी जान मेरी रानी पहली बार थोड़ी तकलीफ होती हैl अब तो मजे ही मजे हैं मैंने सोनी को पास खिंचा और सहलाना चाहा तो वह बोली आप मोनी से साथ करोl मैंने मोनी को अपने पास खींच लिए और तड़ातड़ चुम्बन जड़ दिएl और उसके उरोज दबाने लग गयाl वह भी मेरा साथ देने लगी.l मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया मोनी ने अपने टाँगे मेरे कमर पर लपेट ली और मैंने खड़े खड़े ही उसकी गीली चूत में लण्ड पेल दियाl लण्ड एक झटके में अंदर चला गया धीरे धीरे मोनी ऊपर नीचे हो कर चुदवाने लगी और मैंने लय में धक्के लगाएl हम दोनों के होठ जैसे जुड़ गए और हम किस करते रहेl फिर कुछ देर में मोनी झड़ गयी और बोली आमिर अब तुम सोनी को चोदोl

लंड महाराजा बार बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

आमिर! किसका इंतज़ार कर रहे हो, सोनी को फिर से चोदोl जस्सी बोली।

'हाँ आमिर! मुझे चोदो ना अब रहा नहीं जाता। सोनी ने धीरे से कहा।

कहानी जारी रहेगी
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05-28-2022, 09:00 PM,
#42
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मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-8


सोनी की पहली और 6 सुंदरियों की चुदाई



मैंने सोनी को अपनी बाँहों में उठाया और बेड पर लिटा दिया। मैं सोनी को पागलो की तरह चूमने लगा .फिर उसके ऊपर लेट कर मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे धीरे उन्हें भींचने लगा। सोनी की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। मैं उसके निप्पलों को अपने दाँतों से दबाने लगा। कभी जोर से भींच लेता तो वो उछल पड़ती।

उसकी बाँहें मेरी पीठ को सहला रही थी और मुझे भींच रही थी। 'ओह आमिर अब और मत तड़पाओ, अब सहा नहीं जाता, जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा तो वो बोली, 'आमिर! धीरे-धीरे डालना, मुझे तुम्हारे लंबे लंड से डर लगता है।'

जस्सी की तरफ हँस कर देखते हुए मैंने एक ही झटके में अपना पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया। 'तुम्हारा मतलब ऐसे?' मैंने कहा।

'ओहहहहह म म म मर गई, तुम बड़े बदमाश हो जब मैंने धीरे से डालने को कहा तो तुमने इतनी जोर से क्यों डाला, दर्द हो रहा है ना!' उसने तड़पते हुए कहा।

'सॉरी डार्लिंग! तुम चुदाई में नयी नयी हो तो मैं समझा तुम मजाक कर रही हो, क्या ज्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहह... आमिर! हाँ राजा! जोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे हीl वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

जस्सी ने सच कहा था, सोनी की चूत वाकय में कसी-कसी थी। ऐसा लग रहा था कि मैं उसकी गाँड ही मार रहा हूँ। मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था और अब मेरा भी पानी छूटने वाला था।

अचानक उसका जिस्म थोड़ा थर्राया और उसने मुझे जोर से भींच लिया। 'ऊऊऊऊऊ आमिर मेरी चूऊऊत गई...कहकर सोनी निढाल हो गई।

मैंने भी दो तीन धक्के लगा कर अपना पानी उसकी चूत निकलना चाहा पर जस्सी बोली आमिर मेरी बाते याद करो मैंने धीरे धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिएl मैं एक हाथ से जस्सी और दुसरे से सारा के चूचे सहलाने लगा और सारा को किश करने लगा l

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वो बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ। और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई। और निढाल हो आयी l

इसके बाद मैंने जस्सी से बोला- तुम सबने सोचा है कि चुदाई को करने का क्रम किस प्रकार तय करेंगे?

सारा बोली- लाटरी डाल लेते हैं, उससे क्रम तय हो जायेगा।

मैं बोला- बाकी जो इंतज़ार कर रही होगी, वो क्या करेंगी?

जस्सी बोली- आमिर ठीक कह रहा है,l जो चुद रही है वो तो आमिर के साथ बिजी है लेकिन बाकी क्या करेंगी?

सब चुप रही। जब कुछ समय उन को कुछ नहीं सूझा तो मैं ही बोला- जूली बताओ, क्या आप लड़कियों ने कभी किसी दूसरी लड़की के साथ सम्बन्ध बनाया है?

जूली बोली- मैंने तो कई बार लड़कियों के साथ सेक्स किया है, आप चारो ने कभी किया है क्या?

सबने शर्माते हुए हाँ में सर हिला।

मैं बोला- तो ठीक है, जिन लड़कियों का नम्बर बाद में होगा, वो अपने लिए पार्टनर चुन लेंगी और उसके साथ सेक्स कर सकती हैं या फिर सेक्स करते हुए कपल की सहायता कर सकती हैं। चलो अब लाटरी डालो! लड़किया बोली आज तो हम केवल तुम्हारे साथ ही सेक्स करेंगेl जब तुम जिसका नंबर होगा उसे साथ सेक्स कर रहे होंगे तो हम भी उसमे तुम्हारा साथ देंगीl मैंने कहा यह भी ठीक हैl

सारा ने पर्चियों पर हर लड़की क नाम लिख दिया। और फिर मेरी आँख पर पट्टी बाँध दी और मैंने एक एक करके पर्चियाँ उठाई।

सबसे पहले सोनी वाली पर्ची निकली, दूसरी पर्ची जूली के साथ, तीसरी सारा के साथ और चौथी मोनी पांचवी लूसी के साथ और छठा नंबर जस्सी का निकला । मुझ पर कोई खास असर नहीं था, हाँ, लेकिन जस्सी थोड़ी उदास हो गई थी क्यूंकि उसका नाम आखिर में निकला था।

जस्सी बोली- मैं सोचती हूँ कि मैं चुदाई रेस से बाहर हो जाऊँ तो ही ठीक है क्योंकि मेरे तक पहुँचने तक आमिर का माल तो खत्म हो जायेगा न?

मैं बड़े ज़ोर से हंस दिया और बोला- जस्सी तुम ऐसा करो, पहले तुम लूसी सारा और जूली से उनका मेरे साथ अनुभव तो पूछो।

सोनी बोली मेरा तो हो गयाl आमिर मेरी जगह जस्सी को चोदोl मैंने जूली सारा की तरफ देखा दोनों ने सहमति में सर हिला दियाl

चारों दौड़ कर मुझसे चिपक गई। जस्सी मेरी छाती से चिपक गयी, लूसी मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरी गर्दन पर किस करने लगी मेरी पीठ पर उसके बूब्स अपना नर्म प्यारा सा अहसास करवाने लगीl जूली मेरी बायीं और और सारा दायी और हो गयीl

जूली मेरे बाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी तो सारा मेरे दाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी.l जूली और सारा दोनों ने मेरे लण्ड को पकड़ लिया और जूली मेरे अंडकोषों को दबाने लगी और सारा मेरे लण्ड पर हाथ फिराने लगीl

और मोनी ने तो मेरे लैंड को चूसना ही शुरू कर दिया l

मैंने जस्सी को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया उसके नरम मुलायम बूब्स का मेरी छाती से दबने लगे मैं अपने आनंद को बयां नहीं कर सकताl

मैंने जस्सी का मुँह चूमा और लिप किस करिl फिर मैं उनके निप्पल के साथ खेल रहे था l मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा मैंने एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा l अल्लाह!.नहीं बता सकता की उस पल क्या अनुभूति हुयीl फिर उन्होंने दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दियाl उसने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की और कर लिया थीl मैंने चूचियों को दांतो से काटा जस्सी कराह उठीl

मै बारी बारी से पांचो की चुचियों को मसलने लगा, और वो मादक आवाजें निकालने लगीl आह उह आह की आवाजें पुरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दियाl उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे जोर से चूसो l मैंने जस्सी की चूचियों को दांतो से काटा, जस्सी कराह उठीl आह! आह! जस्सी कह रही थी, धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही हैl उसके बूब्स अब लाल हो चुके थेl

मैं बार बार जस्सी के बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी करे रहे, जब तक की उसके पूरे शरीर में एक आग सी न लग गयीl l तभी उसके शरीर में एक उफान सा आया और वह निढाल सी हो गयी और मैंने पहली बार उसकी चूत को छूआ मुझे योनी में गीलापन सा महसूस हुआl वह झड़ गयी थीl

मैं उसको चूमता रहा और बूब्स को सहलाता रहाl फिर मैंने कहा इस बार जस्सी आप ऊपर आ जाओ फिर में नीचे और जस्सी मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। मैं पहली बार जस्सी की चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था l

में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था। वो मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वजह से लंड अंदर बाहर हो रहा थाl वो खुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी । जस्सी बहुत मस्त लग रही थीl मैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उसका साथ दिया.l मेरा लंड उनकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था तो दोनों के आह निकलती थीl मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगेl मैं उसकी चूचियों को खींचने लगता था, तो जस्सी सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी l

तभी सारा आ कर मुझे किस करने लगी वह मेरे सारे शरीर को चूमने लगीl जूली अपने चीची मेरे मुँह में दाल कर चुसवाने लगीl मैंने एक हाथ से सारा की चूत में और दुसरे हाथ से जूली की चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया .l

उसके बाद जस्सी मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.l जस्सी मुझे बेकरारी से चूमने लगी । और चूमते चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी फिर मैंने जस्सी की जम कर चुदाई की और जन्नत की सैर कराइ । फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर झड़ गयी । मेरे ऊँगली करने से जूली और सारा भी झड़ गयींl

उसके झड़ते ही जूली मेरे पास आयी और किस करने लगी मैंने जूली की चूचिया सहलाई मैंने उसको घोड़ी बना दिया। और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया मुझे लगा पीछे से लंड ज्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज्यादा मजा आयाl जूली भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी उनका चिलाना एकदम बंद हो गयाl और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा।

बीच बीच में पीछे से उनके मोमो पकड़ कर दबाता रहा जब मैं उनके मोमे दबाता था तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थी और मैं उनके लिप्स चूसने लगता करीब 25 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थीl

जूली निढाल हो कर लेट गयी मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला जूली क्या आपको मजा आया दर्द तो नहीं हुआ? जूली बोली बहुत मजा आयाl l चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी l लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा थाl

जूली ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है? मैंने कहा आज एक साथ छ: हूरे मुझे चोदने को मिल रही हैं तो लण्ड महाराज भी अपने पूरे शवाब पर हैl जूली शर्मा कर सिकुड़ गयी और सारा मुझसे लिपट गयीl

मैंने सारा को उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वो ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। फिर जब मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली की तो वो मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर से मौन करने लगी। उसकी चूत पूरी डबल रोटी की तरह फूली हुई थी। अब में उन्हें ऊँगली से लगातार चोद रहा था और वो ज़ोर से मौन कर रही थी, ये तुमने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकाल रही थी।

फिर मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वो ज़ोर से चिल्लाने लगी कि नहीं मुझे छोड़ दो, नहीं में मर जाउंगीl अपना लंड बाहर निकाल लो, लेकिन मैंने उसे अनसुना करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगाया, तो वो और ज़ोर से चिल्लाई।

फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए उसके मुँह को बंद किया और अपने धक्के लगाता गया। अब वो झटपटा रही थी और अपने बदन को इधर से उधर करने लगी, लेकिन में नहीं माना। अब में धक्के पे धक्के लगाए जा रहा था और अब उसकी आँखों से आसूँ निकल रहे थे। एक जोर का झटका लगाया, एक ही झटके में पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गया, उनकी आह निकल गयीl

फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वो शांत हुई अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा थाl कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया तो कुछ देर के बाद वो फिर से गर्म हो गई। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया तो पहले तो वो चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है।

फिर वो बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ रहा है, इस चूत को सिर्फ तुम्हारी चुदाई चाहिए ..हाईईईईई, म्म्म्मम और फिर वो जोर-जोर से चिल्लाने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वो पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाआइईई और करो, बहुत मजा आ रहा है। अब वो इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाआअ, राआआआआजा, आईसीईई, चोदो और जोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वो मौन कर रही थी।

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वो भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वो नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वो बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ। और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वो भी कुछ देर के बाद झड़ गई।

फिर वो चिल्ला भी नहीं सकी, क्योंकि उसका मुँह मेरे मुँह में था और में उसको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया। तभी वो बोली कि आज फाड़ डाल मेरी चूत को। फिर वो कुछ नहीं बोली। अब में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया। फिर अब उसे भी मज़ा आने लग रहा था, अब वो भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थी। अब मैंने उसे और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वो फिर झड़ गयी और शांत पड़ गयी।

तभी मोनी भी आ कर मुझसे लिपट गयी और मुझे किस करने लगी और उसका हाथ मेरे लण्ड को सहलाने लगी मैं उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और फिर उसे घोड़ी बना कर चोदने में लग गया तभी सोनी आ कर मोनी के नीचे लेट गयी और अपनी चूत मोनी के नीचे लगा कर मोनी को लिप किस करने लगीl

कुछ देर बाद मोनी बोली आमिर तुम हम दोनों को एक साथ चोदो l मैंने अपना लण्ड निकला और मोनी की चूत में डाल दिया सोनी वैसे ही मोनी के ऊपर लेती रही और मोनी को लिप किस करती रही दोनों के हाथ एक दुसरे की चूचियो से खेल रहे थे और उसे चोदने लग गया कुछ देर में लगा मोनी पानी छोडने वाली है तो लण्ड निकाल कर सोनी में दाल कर धक्के लगाने लग गया दोनों की हालत बुरी हो रही थीl

यह सब देख जूली और सारा भी गरम हो गयी और सारा मुझे लिप किस करने लगी और सारा मेरे दाए तरफ आ गयी जूली बायीं और आ गयी और मैं उसकी चूत में ऊँगली करने लगाl अब चारों ऊह्ह्ह्ह आहहहह मजा आ गया और जोर से चिल्लाने लगी.l कुछ देर में जूली सारा के ऊपर ६९ पोजीशन आ गयी और दोनों एक दूसरी की चूत चूसने लगीl मैं उनके बूब्स दबाने लगाl अब मैं चार धक्के सोनी में लगाता और फिर लण्ड निकाल कर जस्सी की चूत में डाल कर चार धक्के लगाता.l दोनों एक साथ झड़ने लगी l तो जस्सी बोली अब जूली सारा को भी एक साथ चोदोl

सारा नीचे लेट गयी और जूली घोड़ी बन कर उसके ऊपर आ गयी मैंने पहले लण्ड जुली की चूत में डाला और १०-१२ धक्के लगाए उसकी चूत एकदम गरम और गीली थीl फिर लण्ड निकाल कर सारा की चूत में डाल कर धक्के लगाने लगाl सारा भी चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी और झड़ गयी, तो मैंने लण्ड जूली की चूत में डाल कर धक्के लगाने शुरू कर दिएl

जूली भी झड़ने लगीl मैंने लण्ड बाहर निक्कल कर सोनी की तरफ देखा तो वह आकर मेरे साथ लिपट गयीl चुतरस में भीगा मेरा लण्ड चमक रहा थाl

मैं घुटने के बल था वह भी घुटनो के बल थी उसकी चूचिया मेरी छाती से चिपक गयी थीl उसने लण्ड पकड़ कर अपनी चूत से रगड़ना शुरू कर दिया और चूत के मुँह पर लगा कर मुझसे चिपक गयीl मैंने एक कस कर धक्का लगाया और लण्ड उसकी चूत के पूरी अंदर चला गया फिर मैंने लम्बे लम्बे शॉट लगगने शुरू कर दिए लगभग पूरा लण्ड निकाल कर पूरी ताकत से अंदर पेल देता थाl

सोनी चिल्ला रही थी और जोर से और जोर से बहुत मजा आ रहा है सोनी कह रही थी मुझ में समां जाओ आमिर .l जस्सी मेरी पीठ चूमने लग गयीl मेरे हाथ उसकी गांड जोर से अपने और दबा रहे थेl सोनी अपने नरम बाजुओं से मेरी पीठ से दबा रही थी और मैं सोनी के ओंठ चूस रहा थाl कभी उपरला कभी निचला तो कभी अपनी जीभ उसके मुँह में घुसेड़ देता था.l वह मेरी जीब पर अपने जीब फेरती थी और चूसती थीl फिर वह झड़ने लगी मैं भी झड़ना चाहता था मैंने जस्सी की तरफ देखा उसने सर हिला दिया.l मैंने धक्को से स्पीड बढ़ा दीl १०-१२ मिनट के बाद मैं भी झड़ गयाl

इस बार मैं सबकी तस्सली कराने के बाद सिर्फ एक बार झड़ा पर बहुत मजा आयाl

उसके बाद लूसी मेरे पास आ गयी और मैंने उसको भी चोदा l

मैंने पुछा कोई और चुदना चाहती है तो सबने कहा नहीं अब बस करोl और सब चिपक कर एक साथ सो गएl

लंड महाराजा बार बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

कहानी जारी रहेगी
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05-28-2022, 09:01 PM,
#43
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-9


खाला की चुदाई


अगले दिन लगभग ८ बजे सारा चाय ले कर आयी और मुझे जगाया किस करिL मैं जब नाश्ते के लिए आया तो तीनो डॉक्टर बहने मुझ से लिपट गयीL सोनी बोली तुमने मुझ कली को फूल बना दियाl सच बहुत मजा आयाl तुम बहुत जबर्दस्त चुदाई करते होl जस्सी बोली तुम बहुत जल्दी सीख गएl अब इसी तरह चुदाई करते रहोगे, तो तुम और तुम्हारी सब बीविया तुमसे बहुत ख़ुश रहेंगीl

तीनो डॉक्टर बहनो में मुझ से कहा मैं उनके पास ही रुक जाऊंl

मैंने कहा ये ठीक नहीं रहेगा, क्योंकि जल्दी ही खाला और मेरी बाकी बीवियों और सालियो के साथ आ रही हैंl वो जब चाहेंगी मेरे पास आ सकती हैं या फिर मैं उनके पास आ जाऊँगाl

नाश्ते के बाद जस्सी सोनी और मोनी हॉस्पिटल चली गयीl हम वापिस अपने घर आ गए और मैं जा के सो गयाl सारा दुसरे के कमरे में सो गयी वो मुझे आराम देना चाहती थीl

थोड़ी देर बाद मुझे जुली ने जगाया और पुछा आमिर अब कैसे हो मैंने कहा तरोताजा महसूस कर रहा हूँl सारा बोली तैयार होकर नीचे आओ कोई तुमसे मिलने आया हैl

नीचे आया तो खाला नूरी ज़रीना दिलिया और मेरी बाकि चारि सालिया अबीर ज़ारा नरगिस और आयशा भी आयी थीl मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयीl मैंने उन्हें किस किया तो शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैं, आप हमे छोड़ कर अकेले ही चलेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने कहा जरूरी काम था, इसलिए आना पड़ाl नहीं तो तुम जैसी हूरो से दूर कौन कम्बख्त रहना चाहता है l

मैंने खाला को सलाम किया और खैरियत पूछी तो खाला बोली बस ठीक हूँl इन लड़कियों की चिंता लगी रहती हैl अब सोचती हूँ इनका भी निकाह जल्द से जल्द हो जाए, तो मेरी जिम्मेदारी पूरी हो जायेगीl फिर हज को जाऊँगी l

अब कल की ही बात है सब आपस में लड़ रही थी l

तो सारा बोली क्यों लड़ रही थी?

तो अबीर बोली आप के कारण हमारी लड़ाई हो गयी थी l अगर आप का इमरान से तलाक न हुआ होता तो हमारा भी निकाह आमिर से हो जाता l

तो ज़रीना बोली इसमें सारा आपा का क्या कसूर, इमरान का कसूर है पूरा l इमरान अगर किसी लायक होता तो सारा आप से तलाक क्यों होता?

अब आमिर तो चार बीविया ही रख सकते हैं, तीन बीविया इनकी हो गयी हैंllअब एक और कर लेंगेl

तो नरगिस बोली तुम्हारा तो फिर ठीक हैl अगर आमिर तुमसे शादी कर सकते हैंl पर हमारा क्या होगा हमारी किस्मत में तो तड़पना ही लिखा हैl हमें सारा आप के निकाह के बाद लगता था हमारा भी निकाह इमरान से हो जाएगा l

पर सारा बाजी भी इमरान से निकाह के बाद भी कुंवारी ही रहीl सारा के निकाह के बाद से सुनते थे हमारा निकाह या आमिर या इमरान से ही होगाl इमरान तो किसी काम का निकला नहीं और चार से ज्यादा निकाह आमिर कर नहीं सकते, तो हमें तो कुंवारा ही मरना होगाl

तो ज़ारा बोली अगर सारा के हलाला का चक्कर न पड़ता, तो मेरा भी निकाह आमिर से हो जाता l आमिर आप जल्द से सारा तो तलाक क्यों नहीं देते?

ज़ारा बोली हाँ अगली शादी आमिर अबीर से कर लेंगे तो मैं तो कुंवारी ही मरूंगी ll

तो मैंने कहा मरने की बाते मत करो, यहाँ पर इमरान के इलाज के लिए बात करि हैl जल्द ही वह ठीक हो जायेगा फिर कर लेना अपने अरमान पूरेl

तो खाला ने सबको डांटा तुम सब फिर लड़ने लगी l कम्बख्त कैसे मरी जा रही हैं, निकाह के लिएl कर रहे हैं, तुम्हारे खालू ( मेरे अब्बा) और आमिर के मामू इंतजाम तुम्हारी शादी काl निकालते हैं जल्द ही कोई रास्ता l

तो मैंने लूसी को बुला कर कहा इनके रहने का इंतज़ाम कर दो l तो लूसी बोली हाँ मैंने कमरे त्यार कर दिए हैं l चलिए आपको आपके कमरे दिखा दूँ l

तो खाला बोली आमिर मेरी एक सहेली यही पास ही रहती है मैं उनके घर पर रहूंगी l तो लड़कियों तुम बोलो तुम्हारा क्या प्रोग्राम है l और फिर बोली मेरे साथ चलो नहीं तो फिर यहां पर लड़ने लगोगी l

तो लूसी बोली इसका इंतज़ाम मैं कर देती हूँl यहाँ पे बहुत कमरे हैं सबको अलग कमरा दे देती हूँl खाला बोली फिर जो लड़की लड़ाई शुरू करेगी, सजा के तौर पर उसका निकाह आमिर से नहीं होगाl उसको नौकरानी बन कर रहना पड़ेगा और लूसी के साथ घर का सारा काम करना पड़ेगा ll

गुलाबो बोली नहीं उसकी जरूरत नहीं, मैं सब काम संभाल लूंगीl

तो सारी लड़किया बोली नहीं अब हम नहीं लड़ेंगीl

हमें तो यही आमिर और सारा आपा के पास ही रहना हैl तो मैंने कहा नाश्ता कर के सब आराम कर लोl दोपहर को खाने पर मिलते हैंl

और मैं खाला को उसकी सहेली के घर छोड़ने चला गया l गाडी में खाला मुझ से चिपक गयी और लंड पर हाथ फेरते हुए बोली आमिर, सब लड़किया तुमसे चुदने को मरी जा रही हैंl तुम्हारी याद में मैं बहुत तड़पी हूँl

मैंने भी खाला को लिप किश कियाl

मैंने कहा खाला किसी होटल में चले तो खाला बोली नहीं मेरी सहेली के यहाँ पर चलते हैं l उसे हमारे बारे में सब पता है उसने तुम्हे जब तुम दिल्ली में शादी पर मिले थे तब देखा थाl उसी ने मुझे सारा का हलाला तुमसे करवाने का आईडिया दिया था l उसी ने मुझे कहा था पहले आमिर से चुद कर अपने भी अरमान पूरे कर लेनाl lखाला ने बताया उसके घर में सिर्फ उनकी सहेली फरज़ाना ( बदला हुआ नाम) हैं आजकल l फरज़ाना का पति लंदन गए हुए थे l उनकी बहु हुस्ना और उनका लड़का हनीमून पर गए हुए थे l

खाला की सहेली के घर पर पहुंच कर खाला ने अपनी सहेली से मिलवायाl ये वही मोहतरमा थी जिनके बेटे की शादी में हम दिल्ली आये थे और खाला से मैं मिला थाl उनके घर पहुंच कर खाला मुझ से लिपट गयी और मुझे किस करने लगीl

फरज़ाना बोली नूरी बहुत आग लगी हुई लगती हैl आमिर के साथ कमरे में चली जाओl मैं तुम्हे कमरा दिखा देती हूँ l

खाला बोली बाजी अब सब्र नहीं हो रहा तुम से कोई पर्दा है नहीं l आमिर उस दिन के बाद आज अकेला मिला मिला हैl आज तो इसको मैं छोडूंगी नहीं l

फरज़ाना बोली नूरी कुछ चाय पानी तो पीने दो आमिर कोl फिर कर लेना जो मर्जी जहाँ मर्जीl

खाला बोली चाय पानी नाश्ता सब करके आये हैl अभी मत रोको मुझे l और मुझ से चिपक गयीl

फरज़ाना खाला ठीक है जैसी तुंम्हारी मर्जी, बोल कर, अपने कमरे में चली गयl

खाला ने मुझे गर्म करने के लिए अपने ब्लॉउज के बटन खोल दिएl ब्लाउज खुलते ही उसके कसे हुए मम्मे ऐसे बाहर उछल आए, जैसे दो कबूतरों को पिंजरे में रखने के बाद. जैसे आजादी मिल गई हो, और कबूतरों ने उड़ने की कोशिश की होl

मैं भी पागल होके उसके कबूतरों को चूसने लगा, उसकी चूचियों को काटने लगाl

खाला मस्त होकर बोलने लगी- ओहह! और चूसो, आह! काटो और जोर से दबाओl

उसको बाद नूरी खाला ने लिप किश करते हुए मेरे कपडे और अपने सारे कपडे उतार डालेl उतार क्या लगभग फाड़ डालेl मुझे पागलो की तरह यहाँ वहां चूमने लगीl फिर मेरा लंड जो एकदम कड़क हो चूका था, पकड़ कर बोली तुम तो बिलकुल तैयार होl

मैंने उसके मम्मे को हाथ से दबाना चालू कियाl फिर भी वो कुछ नहीं बोल रही थीl वह बस ओह आह कर रही थीl

थोड़ी देर ऐसे ही चलाl फिर मैंने उसके मम्मे और जोर जोर से दबाना चालू किएl साथ ही मैंने पीछे से अपने खड़े लंड को उसके चूतड़ों की दरार से उसकी गांड के साथ घिसना चालू कियाl वो कसमसाने लगी, लेकिन उसने मुझे कुछ भी नहीं कहाl

मैं इस वक्त उसके पीछे पूरा नंगा था और वो भी पूरी नंगी थीl मैंने उत्तेजित होकर खाला के मम्मे और जोर से दबाने चालू किएl उसके चूचुकों को उंगलियों से मसला और उसके चूतड़ को ठोकर दीl तो अचानक वो पलट गयीl

वो मुझे पीछे को धक्का दे कर जमीन पर लेट गयीl उसने मेरा हाथ पकड़ कर मुझे भी अपने ऊपर खींच लियाl उसने कहा आ जाओ मेरे आमिर, चढ़ जाओ मेरे ऊपर और प्यास बुझा दो मेरी चूत कीl

मैंने भी उसके सामने अपना लंड हिला कर दिखायाl मेरा लंड काफी बड़ा और टाईट हो गया थाl

खाला ने कहा- जल्दी करो अब सब्र नहीं हो रहा हैl

अब उससे रहा नहीं गया, तो उसने अपने हाथ से मेरे लंड को पकड़ा और अपनी चुत क फांक पर रख कर इशारा कियाl

मैंने लंड ठोक दिया अपनी खाला की चूत मेंl

खाला की कराह निकल गईl आऊच आआआl मर गई!

मैंने उसकी चीख को अनसुना किया और फिर से जोर से लंड दे ठोकाl इस बार के धक्के में मेरा आधा लंड उसकी चुत में चला गया थाl उसकी दर्द के मारे मुट्ठियां भिंच गई थींl काफी दिन बाद लंड मिलने से उसकी चूत एकदम टाइट हो गई थीl

मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरु किएl लण्ड उसकी चुत को चीरता हुआ जड़ तक पूरा 8 इंच अंदर चला गयाl आआहह! ऊउम्म्मम म्म्म! आईईईईईईई! माँम्म्म्म्म् म्माआआ! उसके मुँह से दर्द भरी ,परन्तु उत्तेजनापूर्ण आवाजें निकलने लगी। लगभग पाँच मिनट बाद जब मेरा पूरा लन्ड उसकी बुर में हिचकोले खाने लगा, तो वह भी चूतड़ उछाल उछाल कर अपनी बुर में मेरा लण्ड लेने लगी।

अब वह मेरे लण्ड को सुपारे से ले कर टट्टों तक उछल-उछल कर चुदवा रही थी।

अब मैं खाला को और जोर से ठोकने लगाl अब वो भी अपनी गांड उछाल उछाल कर आगे पीछे होने लगीl मेरी स्पीड बढ़ती जा रही थी और उसकी गांड उछलने की लय भी लंड के साथ मिलने लगी थीl

तभी उसकी चुत से पचाक, पचाक, पचाक, आवाज आने लगीl

खाला बोल रही थी, ओहहह राजा मुझे बहुत मजा आ रहा हैl और जोर से, चोद दे मुझेl आह कितना मस्त लंड है तेराl आह पेल देl

मैं भी बोल रहा थाl यस मेरी हॉट खाला मैं आज तुझे चोद चोद कर अपने भाइयो की माँ बना दूँगाl आह! ले मेरी खाला मेरा लं,ड ले आहl

इधर मैं खाला की बुर का बैन्ड बजाने में लगा हुआ थाl बुर टाईट थी, लण्ड भी अटक अटक के जा रहा थाl मैं अब अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी बुर में डाल रहा थाl हर धक्के पर उसकी मुँह से हल्की हल्की चीख निकल रही थीl आईईईईईई! ईईईसी! आआआ!

करीब दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद, उसकी बुर अब पूरे मजे से मेरे लन्ड लील रही थीl वो,चोद डालो, फ़ाड डालो, आज पूरी तरह से फ़ाड दोl मेरी बुर को, और जोर जोर से मारो, पूरा डाल दो मेरे राजा!

दस मिनट की धकापेल के बाद खाला ने कहा मेरा होने वाला है l

मुझे डॉ जसी की बाते याद आ गयीl अचानक खाला ने मुझे अपनी पूरी ताकत से मुझे दबाना शुरु कर दियाl मैं समझ गया कि अब खाला की बुर ने पानी छोड़ देना हैl मुझे जस्सी का पाठ याद था, मैंने भी अपने धक्कों की रफ़्तार धीरे धीरे कम कर दी। दो मिनट बाद खाला की पकड़ ढीली पड़ गईl उसका बदन कांपने लगा फिर ऐंठ गया उसकी बुर ने अपना पानी छोड़ दिया था। मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार में और कमी कर दीl

मैं उसके मम्मे सहला रहा था, और देखना चाहता था कि अब उसकी चूत कैसी दिखायी दे रही है। मैंने उसकी जाँघें ऊपर उठायीं तो देखा कि उसकी चूत थोड़ी चौड़ी हो गयी थी।

मैं अपना लंड निकालने लगा, तो खाला ने आपने हाथों से मेरी गांड पकड़ ली और कहा- अन्दर ही डाल दे अपना पानी मेरे छेद मेंl ओह मजा आ रहा हैl प्लीज़ अन्दर ही सिंचाई कर देl

मैंने कहा- अगर खाला पेट से ही गई तो?

खाला ने कहा- ओह! नहीं तू डाल देl मैं नहीं होऊंगी पेट सेl

अब मेरे ठोकरें बढ़ गईंl हम दोनों ने एक दूसरे को कसके जकड़ लिया और मैंने लंड का पानी खाला की चूत के अन्दर छोड़ दियाl

झड़ने के बाद हम दोनों शांत थेl मैंने कहा- खाला , क्या मैं थोड़ी देर आप के ऊपर लेटा रहूँl

खाला ने मुझे चूमाl उसके चेहरे पे एक अलग सा आनन्द थाl उसने कहा- हां मेरे ऊपर लेट रहोl

हम दोनों वैसे ही पड़े बातें कर रहे थेl कुछ देर बाद मैं फिर से उसकी चुत में उंगली डाल रहा था और उसके मम्मे चूस रहा थाl तभी मेरी नज़र फरज़ाना खाला की तरफ गयीl उसकी हालत खराब हो गई थीl वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थी तथा दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थीl मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह... ऊऊउउउम्म्म! म्म्म! आईईईईई! सीईईईसी! आआ! निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी नूरी को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

लंड महाराजा बार बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

खाला बोली तुम्हारा शोर सुन कर मुझ से रुका नहीं गयाl

कहानी जारी रहेगी
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06-05-2022, 07:50 PM,
#44
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-10

निकाह मिस्यार, एक से अधिक निकाह



हम दोनों वैसे ही पड़े बातें कर रहे थेl कुछ देर बाद मैं फिर से उसकी चुत में उंगली डाल रहा था और उसके मम्मे चूस रहा थाl तभी मेरी नज़र फरज़ाना खाला की तरफ गयीl उसकी हालत खराब हो गई थीl वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थी तथा दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थीl मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह... ऊऊउउउम्म्म! म्म्म! आईईईईई! सीईईईसी! आआ! निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी नूरी को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

लंड महाराजा बार बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थेl

खाला बोली तुम्हारा शोर सुन कर मुझ से रुका नहीं गयाl

खाला बोली फरज़ाना आमिर से चुद कर मजा आ गयाl तुम भी एक बार चुद कर देख लो तुम अपने खाबिन्द को भूल जाओगी और इसकी रखैल बन कर रहना चाहोगीl फिर मेरा लंड अपनी चूत से बहार निकाल कर बोली देख लो झड़ने के बाद भी कैसे खड़ा हो गया है, इसका लंड तुम्हे देख करl एक नम्बरका चोदू हैl सच में चुद कर बहुत मजा आया i खाला बोली मेरा तो मन कर रहा है ये मुझे ऐसे ही चोदता रहेl खाला मुझे लिप किस करना लगी और हाथ से लंड को सहलाने लगीl फिर लंड को अपनी चूत पर घिसने लगीl

तो फरज़ाना बोली न बाबा मुझे नहीं चुदना इतना बड़े और मोठे लंड से मेरी तो फाड़ कर रख देगाl वैसे भी अब कई साल से नहीं चुदी हूँl अब तुम ही मजे लो इसके साथl अगर अभी तुमने और चुदना है तो चुद लो, नहीं तो आमिर अपने कपडे पहन लो ये तो पूरी बेशर्म हो गयी हैl

तो खाला ने मुझे छोड़ दिया और फरज़ाना खाला चाय बना लायी थीl हमने कपडे पहन लिए और खाला मेरे साथ चिपक कर बैठ गयी l लंड पर हाथ फेरते हुए बोली आमिर! वादा करो जब तक यहाँ रहोगे, मुझे रोज मिलने आया करोगे और मेरी चूत की अच्छी तरह सेवा करोगेl मैं तुम्हे फिर कुछ इनाम दूँगीl मैंने कहा जो हुकुम खाला और बिदा लेकर वापिस चला आयाl

घर आया तो मैंने सारा और लूसी को बताया खाला कह रही थी. सारा तुम्हारी बहने और मामू की बेटिया, अब मुझसे निकाह करने के लिए उतावली हो गयी हैंl तो सारा बोली तो कर लीजिये सब से निकाह सब खुश रहेंगी, आप सेl

मैंने कहा वो तो ठीक हैl सब जवान हसीं और कमसिन हैl उनके साथ बेशक बहुत मजे आएंगे, पर न तो हमारा मजहब इजाजत देता है, न ही देश का कानून, तो कैसे करे की लड़कियों की हसरते भी पूरी हो जाए और कानून और मजहब के हिसाब से भी गलत न हो l

तो सारा बोली आमिर! एक बात और है, मैंने काजी से बात करि हैl उन्होंने लड़कियों के आपस के झगडे को मिटाने का एक रास्ता निकला हैl आमिर तुम अबीर, ज़ारा, नरगिस और आयशा, चारो के साथ "निकाह मिस्यार" कर लोl

"निकाह मिस्यार"? क्या होता है, कैसे होता है मैंने पुछा?

सारा बोली मिस्यार भी एक तरह का निकाह होता है, जिसमे लड़की अपने कुछ इख्तयार ( अधिकार) छोड़ देती हैl जिसमे दोनों जब तक चाहे तब तक साथ रह सकते हैं l निकाह की मियाद की कोई पाबंदी नहीं होती हैl

पुरुष चाहे तो कितने भी "मिस्यार" कर सकता हैl यानि पुरुष चाहे तो 10 या 20 या जितने चाहे उतने महिलाओ से "मिस्यार" कर सकता हैl

इस तरह तुम चार बीवियों की शर्त से पार हो जाओगे और लड़कियों का आपस में झगड़ा भी नहीं होगाl निकाह में सबसे ज़रूरी शर्त है कि आप अपनी सारी बीवियों से समान बर्ताव का वादा करेंl पर मिस्यार निकाह में ये शर्त नहीं है, पर इसके लिए लड़की हो अपने कुछ इख्तयार छोड़ने पड़ते हैं l

"निकाह मिस्यार"? की शर्ते क्या है, मैंने पुछा?

मिस्यार निकाह की शर्ते ये हैंl

औरत और मर्द दोनों इसके लिए राज़ी होने चाहिएl

इसके लिए दो गवाह चाहिए होते हैंl

मर्द अपनी बीवी को मैहर अदा करता हैl

निकाह कितनी देर के लिया किया गया है इसमें कोई निकाह की मियाद की कोई पाबन्दी नहीं होती हैl

निकाह की शर्तो पर दोनों पक्ष राजी होने चाहिए और लड़की अपने कुछ या सारे इख्त्यारात छोड़ने के लिए राजी होती हैl

लड़किये के वली ( गार्डियन) राजी होने चाहिएl

अगर लड़किया राजी हो और अपने कुछ अधिकार छोड़ दे तो तुम उन्हें चाहो तो हमेशा के लिए अपनी बना कर रख सकते होl

सऊदी अरब में 10 में से 7 जोड़े "मिस्यार" निकाह में ही है यानि 70% निकाह केवल सम्भोग के लिए टेम्परोरी तरीके से किये जाते है जिसे "मिस्यार" कहते हैl

तभी वहां जेन आ गयी लूसी और जेन के बारे में जानने के लिए मेरी कहानी लूसी मेरी प्यारी पहली कुंवारी पढ़िएl मैंने जेन का स्वागत किया और उन्होंने सारा को और मुझे हमारे निकाह की बधाई दीl जेन बोली जहाँ तक कानून की बात इसका रास्ता मैं बताती हूँ l आमिर आपके एक दोस्त हैं जो आपके साथ इंग्लैंड में पढ़ते थे और एक अफ़्रीकी देश कैमरून के शहज़ादे हैंl मैं कहा हाँ उसका नाम ब्रैडी हैंl.

मुझे याद आया के कैमरून उन कुछ चुनिंदा देशो में है, जहाँ पुरुषो को कितनी भी बीविया रखने की आज़ादी हैl और वहां के एक राजा की तो आज भी सबसे ज्यादा पत्निया हैंl

जेन बोली आपको याद होगा आपने उसके साथ यूरोप और इंग्लैंड में क्या धमाल मचाया था l

उनका फ़ोन आया था, जब कल आप डॉक्टर के पास गए थे तो मैंने उनके कहा था, आप किसी काम में थोड़ा व्यस्त होl जब उस से थोड़ा फारिग हो जाओगे तो उसे फ़ोन करोगेl

थोड़ी देर बाद मेरा कजिन, (मेरी बेगम सारा का पहला शौहर) इमरान कश्मीर से आ गया और कुछ देर बाद उसको लेकर डॉ जस्सी के क्लिनिक पर इलाज के चला गयाl

डॉ जस्सी, सोनी और मोनी ने उसकी जांच कर सभी जरूरी टेस्ट और करवाए और फिर बोली आमिर आप कल आ जानाl इनकी रिपोर्ट कल आ जायेगीl उन्हें देख आगे का इलाज करेंगे और तब तक के लिए इमरान के लिए दवाये लिख दी और मुझसे अकेले में बस इतना ही बोली इमरान का इलाज लगता है काफी लम्बा चलेगाl

इमरान थोड़ी जल्दी में थाl उसे आगे पंजाब में कुछ काम थाl इसलिए पंजाब चला गयाl डॉ जस्सी के पास कुछ लोग और थे, इसलिए फिर जल्दी मिलने के वादे के साथ मैं वापिस चल दियाl

तो मैंने रास्ते में ब्रैडी को फ़ोन मिलायाl तो वो बोला किसी जरूरी काम से दिल्ली आने वाला हैl

फिर वो बोला उसकी सबसे छोटी और लाड़ली बहन जिसे मैं इंग्लैंड में कई बार मिला थाl वो तुम्हे पसंद करती है और तुमसे ही निकाह करना चाहती हैl क्या तुम उसका हाथ कबूल करोगे? तो मैंने कहा दोस्त इस जरा नवाजी के लिए बहुत शुक्रियाl जरूर करूंगा! ये मेरी खुश किस्मती है के आपकी बहन मुझे पसंद करती है, पर इसमें कुछ दिक्कते हैंl

मेरे तीन निकाह हो चुके हैंl क्या उन्हें मेरी चौथी बीवी बनना मंजूर होगा? और हमारे मजहब में सिर्फ4 बीवियों ही कर सकते हैl मेरी कुछ और कजिन बहने हैं जिनसे मेरा निकाह होना लगभग तय हैl हमारे देश में मैं 4. से ज्यादा निकाह नहीं कर सकताl

मुझे अपने बाकी बीवियों और परिवार से इजाजत लेनी होगी जो मिल जायेगीl

ब्रैडी ने मुझे निकाह के लिए बधाई दी, और कहा चुकी हमारे यहाँ मर्द एक से ज्यादा बीविया रखता है उसे तुम्हारे साथ और बीवियों से कोई ऐतराज नहीं हैl

तो ब्रैडी बोला इसमें से काफी समस्या का निदान मैं कर देता हूँl

मेरी बहन से निकाह के बाद तुम भी राज परिवार का हिस्सा हो जाओगे और मैं तुम अपने अधिकार से मैं तुम्हे नागरिकता देता हूँ और मेरे देश के नागरिक जितने चाहे निकाह कर सकते हैं और बीविया रख सकते हैंl

मैं तुम्हे अपने देश कैमरून का हिंदुस्तान में राजनयिक नियुक्त करता हूँl अब तुम पर हिन्दुस्तान की कोई कानूनी बंदिश नहीं रहेगीl

तो उसने मुझे अपने देश आने का और बारात लाने का न्योता दियाl

मैंने कहा तुमने तो मेरी सभी समस्याओ का निदान कर दिया अब मैं चाहता हूँ तुम भी मेरी बहनो में से किसी के साथ निकाह कर लोl मैंने भी जल्द बारात ले कर आने का वादा कियाl उसने भी वादा किया वो जल्द ही आएगा और मेरी बहन से निकाह कर लेगाl अभी ये बात हम राज ही रखेंगे और ठीक समय पर सबको बता देंगेl

कहानी जारी रहेगी
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06-24-2022, 09:05 AM,
#45
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-11


तीनों बीवियों ने मिल कर कैसे ग्रुप सेक्स का मजा लिया. 




फिर मैंअपने कमरे में गया तो कमरे में ज़रीना मेरा इंतजार कर रही थीl

उसने मुझे जल्दी से अन्दर खींचा और दरवाजे बंद करके मुझ पर टूट पड़ीl वो मेरे गाल, नाक, मुँहlसब जगह चूमने लगी और रोने लगीl बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या?

वो रुआंसे से स्वर में कहने लगी- आई मिस यूlआई लव यूl

वो प्यार की भाषा बोले जा रही थीl मैंने भी उसे 'आई लव यू ' बोल किश कियाl

हम दोनों ने बहुत देर तक हग किया और फिर अलग हुएl

ज़रीना मुझसे बैठने को बोली और किचन में चाय पानी और कुछ नाश्ता ले कर आ गईl

ये सब खत्म करने के बाद हम दोनों चिपक कर बात कर ही रहे थे कि तभी दरवाजे पर दस्तक हुईl ज़रीना ने उठ कर दरवाजा खोला, तो दिलिया और सारा अन्दर आ गईl

मैंने उसे देखकर स्माइल किया और हैलो बोलाl जबाव में उसने भी स्माइल की पर उसकी कातिलाना स्माइल में मुझे कुछ गड़बड़ लगीl मुझे लगा सारा ने इन दोनों को खड़े लंड की कहानी बता दी हैl

वो ज़रीना के पास बैठ गईl वो मुझसे बोल रही थी आई मिस यूlआई लव यूl रात को खाना खाने के बाद मेरे पास आ जानाl

हम चारो साधारण बातें करते रहेl लेकिन मैंने एक बात नोट की कि दिलिया जितनी भी देर उधर बैठी, वो बार बार मुझे ही देख कर स्माइल कर रही थीl

मुझे शक हो गया था कि इस सेक्सी माल को सारा ने सब कुछ ज़रूर बता दिया हैl

थोड़ी देर दिलिया बैठी रहीl वे दोनों बातचीत करती रहींl इसके बाद दिलिया चली गईl जाते टाइम वो फिर बोली- आज रात तुम्हारे लिए एक सरप्राइज हैl

मैंने कुछ नहीं कहा, बस हल्के से स्माइल कियाl वो गांड हिलाते हुए चली गईl

उसके जाने के तुरंत बाद मैंने सारा से पूछा- ये सब क्या है?

सारा ने थोड़ा गुस्सा दिखाते हुए कहा- तुम्हारी बीवी हैं, तुम्हे पता होगा!

यह बोल कर सारा किचन में चली गईl मैं भी सैर करने चला गया और कुछ देर बाद घूम कर वापस आ गयाl

अब तक शाम हो चुकी थीl शाम को खाना दिलिया परोस रही थीl वो नीचे झुकी, तो मां कसम लंड खड़ा हो गया थाl उस टाइम उसने ये चूची दिखाने के लिए जानबूझ कर झुक कर खाना परोसा थाl

अब मुझे सामने से दिलिया का फिगर दिखने लगा थाl तो मैं अब आपको दिलिया का फिगर बताना चाहूंगाl उसका 34-28 36 का फिगर बड़ा ही हाहाकारी थाl उसके बूब्स हैं तो बड़ेlयानि 36 के हैंlपर वो 34 की ब्रा पहनती थीl

खाना खत्म करने के बाद हम सब आंगन में बैठे थेl मैंने तारीफ करते हुए कहा- खाना बहुत अच्छा बना था मजा आ गयाl मैंने तो भूख से ज्यादा ही खा लिया हैl अब तो मुझे नींद आने लगी हैl

इस तरह से मैंने सोने की बात कहीl

तो दिलिया ने तुरंत कहा- मैं, ज़रीना, हम दोनों सारा आमिर के साथ में सो जाते हैंl

ज़रीना ने कहा- आज रात तुम्हारी खैर नहींl

मैं तो पहले ही दिलिया की चुदाई को लेकर ख़ुशी के मारे फूला नहीं समा रहा थाl ऊपर से ज़रीना के ये बोल सुनकर मुझे और ख़ुशी मिल गईl

दिलिया मेरे पास आई और बोली- आज देखती हूँ कि तुममें कितना दम हैlहम दोनों को थका सकते हो या नहींl

मैंने कहा- मैं अपनी तारीफ खुद नहीं करताl तुम्हें सारा ने बताया होगा नाl मैं तो मैदान में आकर जवाब देता हूंl

मेरी बात पर वे दोनों एक दूसरे को देख कर स्माइल करने लगींl

इस पर ज़रीना ने दिलिया से बोला कि देख मिल बांट कर खाएंगे हम तीनो आमिर के साथ मजा लेंगेl

ज़रीना ने मुझसे कहा- पहले तुम दिलिया को चोदोगेl तब तक मैं बाहर बैठूंगीl क्योंकि दिलिया के सामने मुझे शर्म आती हैl

मैंने कहा- इतना सब बता दिया, कर भी लिया और अब मैदान छोड़ कर भाग रही होl लगता है तू डर गई हैl

फिर दिलिया ने ज़रीना को समझाया और उसे थ्री-सम के लिए राजी कियाl उसके बाद हम तीनों बेडरूम में आ गएl

ज़रीना ने कहा- मैं वाशरूम से आती हूँl

उसके जाने के बाद मैं और दिलिया अकेले थेl

ज़रीना के जाते ही दिलिया मुझ पर टूट पड़ीlमुझे किस करने लगीl वो ऐसे चूमाचाटी करने लगी थी, जैसे उसने लड़का पहली बार देखा होl उसकी चूमाचाटी से मुझे भी जोश आ गया और मैं भी उसे किस करने लगाl मैंने उसके होंठों पर काट लियाl वो एकदम से चीख उठीl

दिलिया और मैं हम दोनों मस्ती से चूमा चाटी किस विस करते रहेl इतने में मेरी मौसेरी बहन ज़रीना बाहर आ गई और कहने लगी- अरे हो गया चालू तुम्हारा!

दिलिया - यारl सब्र नहीं हो रहा था और तुम्हारे बिना ही चालू करने का बोल रहा थाl

सारा - अच्छाl एक तो मैंने तुम दोनों को मिलवाया, ये सब करवाया और तुम दोनों मुझे ही भूल गएl

वे दोनों हंसने लगींl

मैं उठ कर ज़रीना के पास उसे किस करने जाने लगाl वो भी मेरी बांहों में झूल गईl हम दोनों किस करने लगेl बीच बीच मैं उसके मम्मों को भी दबा रहा थाl वो खुद भी मेरे लंड को पैंट के ऊपर पकड़ कर सहला रही थीl इस बीच मेरी नजर दिलिया से हट चुकी थीl

जब हम अलग हुए तो मेरे होश उड़ गएlक्योंकि बेड पर जो नजारा देखा, उससे मैं सहम गयाl

आगे क्या हुआ ये कहानी जारी रहेगी.
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06-24-2022, 09:06 AM,
#46
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-12

तीनों बीवियों ने मिल कर कैसे ग्रुप सेक्स का मजा लिया
 



मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या?

अब आगे:-

उस टाइम मेरा मन किया उसी समय दिलिया को पकड़ कर दबा कर चोद दूl

बिस्तर पर दिलिया इतनी सेक्सी मैक्सी में और इतना मस्त पोज़ में बैठी थी, कि लंड आन्दोलन करने लगाl

उसकी मैक्सी बहुत सेक्सी थीl इस मैक्सी में से दिलिया के बाहर बूब्स झांक रहे थेl उसकी जांघें इतनी गोरी थीं और पिंक कलर की जाली वाली पैंटी में से एकदम सफाचट चुत का नजारा हो रहा थाl

उस सीन को याद करके आज भी मेरा लंड खड़ा हो जाता हैl

मैं और ज़रीना उसको ही देख रहे थेl तभी दिलिया ने ज़रीना से कहा- आमिर के कपड़े उतार ... और अपने भी निकाल देl आ जा बेड परl

ज़रीना ने उसकी आज्ञा का पालन किया और मेरे कपड़े उतारने लगीl उसने सिर्फ अंडरवियर छोड़ दियाl फिर ज़रीना ने भी अपने कपड़े निकाल दिएl वो बस ब्रा पैंटी में रह गई थीl हम दोनों बेड पर आ गएl

मैं दिलिया पर लपक पड़ा और हम दोनों किस करने लगेl वो मेरे खड़े लंड को चड्डी से निकाल कर उससे खेलने लगीl

मैंने उससे कहा- लंड ठीक से निकाल कर देख लो और तुम दोनों बारी बारी से लंड चूस कर मजा लो और मुझे भी मजा दोl

दोनों कज़िन बहनों जो मेरी बीविया भी थी ने मेरी बात मान ली और मुझे पूरा नंगा करके मुझ पर टूट पड़ींl पहले मेरी जान ज़रीना ने अपने नाजुक होंठों को मेरे टोपे पर लगाएl आह! मैं तो जैसे जन्नत में पहुंच गया थाl

ज़रीना थोड़ी देर ही मेरा लंड चूस पायी थी कि तभी उसकी बहन दिलिया ने ज़रीना के मुँह से मेरा लंड खींच कर निकालने का प्रयास कियाl मगर ज़रीना ने तो मानो लंड न छोड़ने की जिद ठान ली थीl इससे दिलिया गुस्सा हो गई थीl

उधर ज़रीना मस्ती से लंड चूसे जा रही थीl उसने तो जैसे लंड चूसने में पीएचडी कर रखी यार ... आह क्या मस्त लंड चूस रही थीl मेरे लंड को अब तक किसी ने चूसा ही नहीं थाl ज़रीना तो जैसे कोई पोर्नस्टार होl उसकी लंड चूसने की कला से मुझे बहुत मजा आ रहा थाl

तभी ज़रीना ने लंड को अपने मुँह में दबाए हुए ही अपनी पोजीशन बदली और अपनी चूत को मेरे मुँह पर रख चढ़ गईl मैंने भी देर नहीं की और उसकी गर्म चुत पर जीभ फेरना चालू कर दियाl वो मस्ती से गांड हिलाते हुए अपनी चूत चटवाने लगीl

मैं भी कहां पीछे हटने वाला थाl मैंने भी बहुत जोर जोर से जीभ से चाट चाट कर और उंगली डाल डाल कर उसकी चुत का पानी निकाल दियाl वो झड़ गई तो मैं उसकी चुत का नमकीन पानी पूरा पी गयाl

हाथ से मुँह पौंछ कर मैंने कहा- मजा आ गया राजा l क्या मस्त अमृत था यार!

फिर ज़रीना बोझिल से कदमों से उठी और दिलिया से कहा- ले तेरी बारी दिलिया ... अब तू भी लंड चूस कर मजा ले लेl

मैंने दिलिया को पीठ के बल करके लिटा दियाl इससे उसकी चूत मेरे सामने खुल गई थीl उसकी चूत मस्त चमक रही थीl

मैंने दिलिया को लिटाया और उसकी दोनों जांघों को हाथों से पकड़ लियाl

और उसकी छूट चाटने और चूसने लगा मैं इतने मस्त तरीके से दिलिया की चुत चूस रहा था कि मैं अपनी मस्ती में खोया हुआ सा थाl

उधर दिलिया भी नीचे मेरे लंड से खेलते हुए चूस रही थीl आज भी वो रात मैं कभी नहीं भूल सकताl

उस रात मुझे ऐसा लगा कि मैं जन्नत में 3 हूरो की चुदाई करने आया हूँl

मैंने दिलिया चूत को खूब मजे से चूसा और दिलिया का पानी निकाल दियाl वो बहुत जल्दी ही बेचारी झड़ गई थी, वो मेरी चुसाई से ज्यादा देर टिक ही नहीं पाईl

फिर मैं खड़ा हुआ और दिलिया और ज़रीना ने समिले करते हुए कहा- अब चुदाई शुरू की जाए?

मैंने कहा नहीं अब तुम दोनों को पहले सजा मिलेगी तुम दोनों आपस में भी लड़ती हो और अपनी बहनो से भी लड़ती हो और तुमने सारा को भी भला बुरा कहा है, इसलिए अब तुम्हारी चुदाई नहीं होगी l

तो दोनों तो एकदम तड़प उठी और माफिया मांगने लगी और बोली अब कभी नहीं लड़ेंगी और तुम जो कहोगे वही करेंगी l

यह सुनकर मेरे होंठ मुस्कुरा उठे और सारा भी हंस दीl

तो मैंने कहा तुम्हे सारा की सभी बाते माननी होंगी l

सारा बोली तो तुम दोनों को वादा करना होगा l

पहला कभी आपस में नहीं लड़ेगी और मिल कर रहोगी l

दोनों बोली हमें कबूल है अब आपस में कभी नहीं लड़ेंगी l

सारा फिर बोली दूसरा तुम दोनों आमिर की सभी बातें मानोगी l

दोनों बोली हमें कबूल है आमिर की सब बाते मानेंगी और आमिर की ख़ुशी में ही हमारी ख़ुशी होगी l

दोनों बोली हमें कबूल है आमिर की सब बाते मानेंगी हम अपने सभी इख्तयार छोड़ने को त्यार हैं पर एक शर्त है आमिर कभी भी हमें चोदना बंद नहीं करेंगे l

तो मैंने कहा तुम दोनों बहुत प्यारी हो मैंने तुम्हारा हाथ खुद माँगा हैl तुम्हे कैसे छोड़ सकता हूँ और तुम दोनों से वादा करता हूँ अब तुम दोनों को कभी मेरी चुदाई के लिए तरसना नहीं पड़ेगा l बस तुम जेन, लूसी और सारा की सब बाते मानना और उन दोनों को अपने गले लगा लियाl सारा भी चिपक गयी l मैंने तीनो तो बारी बारी किश किया l

ज़रीना ने कहा- पहले मुझे चोद दो, क्योंकि मुझसे अब सहा नहीं जा रहाl

हालांकि मैं पहले दिलिया को चोदना चाहता थाl मगर ज़रीना की चुदास देख कर मैंने कहा- ठीक हैl

मैंने ऐसा बोलते हुए थोड़ा सा मुँह बनाया, तो ज़रीना समझ गई कि मैं क्या चाहता हूँl

उसने कहा- रुको ... पहले दिलिया को अच्छी तरह से चोद दो l फिर मुझे रगड़ कर चोदनाl

उसके बाद सारा बोली आमिर अब दिलिया की चुदाई करोl

मैंने दिलिया को पीठ के बल लेटा दिया और उसकी गांड ऊपर करके तकिया लगा दियाl उसके दोनों पैरों को अपने कंधों पर ले लियाl इस तरह से चुदाई करने में अलग ही मजा आता हैl

पूरा लंड अन्दर बच्चेदानी तक चोट करता हैl

मैंने ज़रीना से कहा- तुम आगे आओ और मेरा लंड इसकी चूत पर सैट करो ताकि मैं इसकी चुत में लंड ठीक से पेल सकूं और इसकी मस्त चुदाई कर सकूंl

ज़रीना ने पहले मेरे लंड पर किस किया और दिलिया की चुत के मुहाने पर एक बार रगड़ कर सैट कर दियाl

साथ ही उसने मेरे आंड सहलाते हुए लंड से कहा- महाराज, अब आगे बढ़ोl

मैंने भी लंड को पकड़ कर चूत की फांकों में रगड़ा और दाने से छेड़खानी करने लगाl

अब तक दिलिया गर्म गई थीl उसने तड़फ कर कहा- अब डाल भी दो ना!

मैंने जोश में आकर उसकी कमर पकड़ ली और जोर से धक्का दे माराl

मेरा आधे से ज्यादा लंड चुत में घुसता चला गयाl उसी पल दिलिया की जोर की चीख निकल गईl ज़रीना ने तुरंत उसका मुँह बंद कर दिया और मुझे डांटने लगीl

ज़रीना - चुत फाड़ोगे क्या?

उधर दिलिया की आंखों से आंसू आने लगेl ज़रीना ने उसके मुँह से हाथ हटाया l

उसकी इस बात से मुझे भी जोश आ गयाl मैंने लंड बाहर निकाल कर टोपे पर थूक लगाया और इस बार जोश में आकर कर फिर से जोरदार धक्का दे माराl इस बार मेरा पूरा लंड चुत के अन्दर चला गयाl दिलिया बेचारी आंख बंद करके और हाथों से चादर को पूरी खींचते हुए बिन पानी की मछली के जैसे तड़पने लगी थीl

मैं पूरा लंड पेलने के बाद दिलिया को किस करने लगा और मम्मे चूसने लगाl मैंने कुछ पल ठहर कर उसका दर्द कम होने दियाl

कुछ देर बाद उसने खुद बोला- अब राजधानी दौड़ा दो l आह! मुझे पूरी दम से चोदोl

उसके मुँह से ये सुनकर मैंने और ज़रीना ने एक दूसरे को देखाl मैंने ज़रीना को आंख मारी और आधा लंड बाहर निकाल कर फिर झटके के साथ अन्दर कर दियाl और ज़रीना दिलिया की चुदाई के लिए वो उसके ओंठ चूसने लगी जिससे लंड अंदर बाहर जाने लगा l

अब मैं राजधानी एक्सप्रेस की रफ्तार से उसे चोदने लगाl वो मस्त होकर कलप रही थी और उसकी चूचियां बड़ी तेजी से हिले जा रही थींl

कोई 20 मिनट की लगातार चुदाई के बाद दिलिया ने मेरी पीठ पर नाखून गड़ा दिए और झड़ गईl

मैंने भी जोश में आ कर ज़रीना के बाल पकड़ कर उसे खड़ा किया और उसे किस करने लगाl

मैंने देखा कि ज़रीना दिलिया के ऊपर 69 की पोजीशन में थीl

मैंने उन दोनों को लेस्बो करते हुए देखा और लंड को पकड़कर हिलाने लगाl मैं ज़रीना के पीछे खड़ा हुआ और बिना बताए उसकी चुत में लंड डाल दियाl

ज़रीना भी लंड के अहसास से मस्त हो गई और लंड लेने में सहयोग करने लगीl उसकी कराहें मेरा जोश बढ़ा रही थींl

उधर दिलिया भी मेरे अंडकोष चूसने लगीl ताबड़तोड़ चुदाई होने लगीl ज़रीना अपनी पूरी टांगें हवा में उठा आकर मेरे लंड का मजा ले रही थीl इसी बीच में दिलिया बाथरूम में चली गई थीl हम दोनों चुदाई में धकापेल लगे थेl फिर ज़रीना झड़ीl

अब मैं थक भी चुका था, मैं बेड पर लेट गयाl l मैं और ज़रीना बांहों में बांहें डाले लेटे हुए थेl कुछ ही पलों में हम तीनो की लगभग आंख लग चुकी थीl

उसी समय मुझे लगा कि लंड पर कोई हलचल हो रही हैl मैंने जब तक आंख खोली, तब तक दिलिया ने लंड को अपने मुँह में ले लिया थाl

एक बार फिर से दिलिया की चुत चुदाई शुरू हो गईl थोड़ी देर बाद दिलीय झाड़ गयी तो उसकी जगह सारा ने ले लीl

सारा ने सिल्क की लाल रंग का नाइट सूट पहना हुआ था और वो मेरे खड़े लंड से खेल रही थी।

मेरा पायजामा नीचे खिसका था और मेरे लंड और अंडकोष पयज़ामे से बाहर निकले हुए थे। सारा की पोशाक भी ऊपर की तरफ खिसकी हुई थी और उसकी चूत मुझको दिख रही थी।

सारा की चूत एकदम सफाचट थी यानि एक भी बाल नहीं था उस पर।

सारा ने मुंह नीचे करके मेरे लंड को अपने मुंह में लेकर चूसना शुरू कर दिया।

लंड तो खड़ा था पूरी तरह और सारा जल्दी से उस के ऊपर बैठ और लंड एकदम चूत में घुस गया। उसकी गीली और टाइट चूत में लंड बड़े आनन्द से घुसा हुआ था और मैंने हल्के से नीचे से ऊपर एक धक्का मारा और तब सारा की कमर जल्दी जल्दी ऊपर नीचे होने लगी।

अब मेरे से नहीं रहा गया और मैंने सारा की कमर पकड़ कर नीचे से ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने शुरू कर दिए और सारा भी आँखें बंद किये हुए इन धक्कों का आनन्द लेने लगी।

उधर ज़रीना मेरे मुँह पर अपनी योनि रख कर चुसवाने लगी और दिलिया इस तरह हो गयी की उसकी चुत ज़रीना चूस रही थी और वप सारा को लिप किस करने लगी और मेरी हाथ उनके स्तनों से खेल रहे थे l

मुझको लगा कि सारा की चूत बंद खुलना शुरू हो गई और थोड़ी देर में सारा का झड़ गया और वो मुझसे इस ज़ोर से लिपट गई जैसे वो मुझको कभी नहीं छोड़ेगी।

सारा झड़ी तो उसकी जगह ज़रीना ने ले ली और ऑफर जब ज़रीना झड़ी तो उसकी जगह दिलिया ने ले ली l

दिलिया का शरीर बहुत ही गठा हुआ था। मम्मे गोल और सॉलिड थे लेकिन साइज में वो सारा और जुली से छोटे थे, चूतड़ भी काफ़ी मोटे और गोल थे।

मैं चुपचाप लेटा रहा और दिलिया मेरे लंड के साथ खेलना और अपनी चूत को अपने ही हाथ से रगड़ना जारी रखे हुए थी। उसने कई इशारे फेंके कि मैं उसके ऊपर चढ़ जाऊँ लेकिन मैं लेटा रहा।

तब दिलिया ने मुझको होटों पर चूमना शुरू किया, मैं धीरे धीरे दिलिया का साथ देने लगा।

दिलिया की चूत को हाथ लगाया तो वो गर्मी के मारे उबल रही थी और उसका रस टप टप कर के बह रहा था।

अब मैं अपने को और नहीं रोक सका और खड़े लंड के साथ दिलिया की जाँघों के बीच बैठ कर ज़ोर ज़ोर से चोदने लगा। और सारा को मालूम था डिलिया की छूट की चाबी तो वो उसके ओंठ चूसने लगी जिससे लंड अंदर बाहर जाने लगा।

दिलिया के मुख से सिसकारियाँ निकल रही थी और वो नीचे से ज़ोर से चूतड़ उठा उठा कर लंड और चूत का मिलन करवा रही थी।

फिर मेरे लौड़े ने इंजिन की तरह तेज़ी से अंदर बाहर होना शुरू कर दिया। पांच मिन्ट में ही दिलिया झड़ गई और मैं भी ज़ोरदार पिचकारी मारते हुए झड़ गया। मैं दिलिया के ऊपर निढाल पड़ा था।

ज़रीना ने मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ लिया और कूद कर पलंग पर मेरी साइड वाली खाली जगह में आकर लेट गई।

अब मैं दोनों के बीच में था, ने मेरा लंड पकड़ रखा था और मेरे अंडकोष के साथ खेल रही थी।

अब मेरे से नहीं रहा गया और मैं बोला- दिलिया कुछ तो ख्याल करो, मैं थक गया हूँ बहुत, थोड़ी देर बाद करना जो भी करना है।

ज़रीना बोली- आप अभी आमीर को रेस्ट करने दो, तब तक हम अपना खेल करते हैं। क्यों?

दिलिया बोली- ठीक है। तू आ जा मेरी साइड में!

ज़रीना मेरी साइड को छोड़ कर दिलिया के साथ लेट गई, दिलिया ने तब ज़रीना को होटों पर चूमा और अपने एक हाथ से छोटे छोटे मम्मों के संग खेलने लगी और दूसरे हाथ से उसकी सफाचट चूत को रगड़ने लगी।

दोनों की सफाचट चूत मैंने पहली बार देखी थी। माँ बेटी की चूत पर एक भी बाल नहीं था।

दिलिया धीरे धीरे ज़रीना के मम्मों को चूसते हुए नीचे की तरफ आ गई और उसका मुंह ज़रीना की चूत पर था।

ज़रीना ने अपने चूतड़ दिलिया के मुंह के ऊपर टिका दिए थे और दिलिया अपनी जीभ उसकी भगनासा को चूसती हुई उसकी चूत के अंदर गोल गोल घुमा रही थी।

ज़रीना का शरीर एकदम अकड़ा और उसने दिलिया का मुंह अपनी जाँघों में जकड़ लिया और वो ज़ोर ज़ोर से काम्पने लगी।

तभी ज़रीना ने अपना जिस्म ढीला छोड़ दिया। कुछ देर आराम करने के बाद ज़रीना उठी और मेरे लंड को खड़ा देख कर उसके ऊपर बैठने की कोशिश करने लगी।

मैंने उसको घोड़ी बनाया और अपना खड़ा लंड उसकी चूत में पीछे से डाल दिया। उसकी चूत बहुत ही टाइट लगी मुझको और लंड बड़ी मुश्किल से अंदर जा रहा था।

लंड के घुसते ही चूत में बहुत गीलापन आना शुरू हो गया और फिर मैंने कभी तेज़ और कभी आहिस्ता धक्के मार कर ज़रीना का पानी जल्दी ही छूटा दिया और वो कई क्षण मुझ से लिपटी रही।

फिर हम बड़ी गहरी नींद में सो गए।

लंड महाराज इस पूरी चुदाई में एक बार भी नहीं झड़े थे और बदस्तूर खड़े थेl

कहानी जारी रहेगी.
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10-09-2022, 09:24 PM,
#47
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-13

नर्स के साथ सेक्स का मजा लिया



दोपहर में मुझे जुली ने जगाया और पुछा आमिर अब कैसे हो?

मैंने कहा तरोताजा महसूस कर रहा हूँl

जुली बोली तैयार होकर नीचे आओ कोई तुमसे मिलने आया हैl

मैंने पुछा बाकी सब सालिया कहाँ है तो सारा बोली सब लड़किया आज दिल्ली घूमने गयी हैंl डॉ जूली ने सब इंतजाम करवा दिया है उनके घूमने काl

मैंने देखा दो लड़किया बैठी थीl यह वही लड़किया थी, जिन्होंने अस्पताल में मेरे टेस्ट किये थेl डॉ जुली ने जिसने मेरा अल्ट्रा साउंड किया था, उसका नाम लिआ बताया और जिसने बाकी टेस्ट किये थे, उसका नाम मधु ( बदले हुए नाम )बतायाl

मैंने पुछा लिआ जी, मधुजी, आप दोनों कैसी हैं? तो दोनों मेरे पायजामे की तरफ देखते हुई शर्मा गयी और बोली हम ठीक हैं, आप कैसे हो?

मैंने कहा ठीक हूँ और पुछा लिआ जी आप कहाँ की हो? तो लिआ बोली मैं मणिपुर की हूँ और मधु हिमाचल की हैl हम दोनों यही पढ़ रही है और हॉस्पिटल में हमारी ट्रेनिंग चल रही हैl यहाँ पेइंग गेस्ट के तौर पर रहती हैंl

लिआ और मधु दोनों एकदम गोरी थीl दोनों की उम्र १९-२० साल थी पर लगती एक दम कमसिन थीl दोनों की हाइट ५'२ इंच की थीl लिआ ने अपने सर पर चुनरी बाँधी थी और उसके होंठ गुलाबी लिपस्टिक लगे हुए थेll मिनी स्कर्ट और छोटी सी पारदर्शी शिफोन की शर्ट पहने थीl जिसमें से उसकी गुलाबी रंग की पट्टीनुमा ब्रा साफ दिखाई दे रही थी और हाईहील की सैंडिलl कसम मैं तो उसे वहीं पर चूमना चाहता थाl, पर अपने आप को किसी तरह रोक लियाl वो बहुत ही जवान और मस्त चोदने लायक माल लग रही थी। बूब्स का साइज लगभग ३० कमर २४ और गांड ३० की गोल थीl

मधु ने सफ़ेद कलर की स्पोर्टिंग और सेफ ब्रा पहनी हुई थीl साथ में स्लिम फिट जीन्सl छोटा सा चुस्त टॉप पहन रखा थाl दोनों मस्त माल लग रही थीl

जुली बोली जब मैं हॉस्पिटल गयी तो लिआ और मधु मेरे पास आयी और मुझसे पूछने लगी आमिर के टेस्ट किये थे वह अब कैसे हैंl मैंने कहा ठीक हैं अभी इलाज चल रहा हैl बाकी खुद चल कर हाल पूछ लोl फिर ये साथ आने की जिद करने लगी मैं वापिस आने लगी तो मेरे साथ आ गयीl

जुली बोली मैं आप सबके लिए चाय ले कर आती हूँl

सारा भी रसोई में थी और जुली भी रसोई में उनके लिए चाय लेने चली गयीl

तभी मधु शरमाते हुए बोली आपका "वो" अब कैसा हैl पायजामा में तम्बू बना हुआ था मुझे पता नहीं क्या हुआ पायजामा का नाडा खोल कर, अंडरवियर झटके से नीचे कर बोला आप खुद ही देख लो कैसा हैll लंड महाराजा बादस्तूर खड़े थेl

दोनों एकदम शर्मा गयीl फिर धीरे से आँखे उठा कर लण्ड को घूरने लगीl

मधु बोली आपका लण्ड कभी बैठता नहीं है क्या? उस दिन भी टेस्ट के समय खड़ा हुआ थाl

मैंने कहा अभी कुछ दिनों से ऐसा हो गया हैl

तभी लिआ ने आगे बढ़ कर लण्ड को पकड़ लिया और घुमा घुमा का देखने लगीl

लिआ बोली आपका लण्ड तो बहुत लम्बा और तगड़ा हैl आपको इसके हमेशा खड़े रहने से काफी दिक्कत होती होगीl

मैंने कहा नहीं मुझे कोई दिक्कत नहीं होती उस दिन थोड़ा दर्द था अब काफी आराम है बाकी डॉक्टर जुली और जस्सी इलाज कर रही हैंl

मधु भी लण्ड पर हाथ फेरने लगी और नापने लगी बोलीl ये तो लगभग 8l इंच लम्बा है, ये तो चूत फाड् देता होगाl अंदर कैसे जाता होगाl यह तो मार ही डालेगाl

तभी सारा चाय ले कर आ गयी तो मधु और लिआ घबरा कर पीछे हटने लगी, तो सारा बोली घबराओ मतl क्यों नहीं तुम दोनों लण्ड से चुद कर देख लेतीl मैं तो इससे रोज चुदती हूँ अभी तक मैं तो नहीं मरी बल्कि यह तो बहुत मजे देता हैl ये तो मजे लेने देने का औजार हैl दोनों शर्म से लाल हो गयी सारा हसने लगीl

तभी जुली भी आ गयी और लिआ से पुछा क्या तुम ने कभी सेक्स किया है तो लिआ बोली नहीं हम दोनों अभी कुंवारी हैं लेकिन इनका लण्ड देख कर मेरा तो मन ललचा रहा हैl

जुली बोली फिर तुम दोनों का क्या इरादा हैl दोनों ने शर्मा के सर हाँ में हिला दियाl

और जुली ने मेरे लण्ड पर एक किस कर दीl मैं भी आगे हो कर जुली को पकड़ने हो लगा था के जुली बोली पहले सब लोग खाना खा लोl मैंने लिआ और मधु से खाना खाने के लिए कहा थोड़ी न नुकुर के बाद दोनों मान गयी और फिर हम सब ने मिल कर खाना खायाl

जुली बोली लिआ, मधु चूँकि आज तुम्हारी पहली चुदाई है यह हर लड़की के लिए यादगार होनी चाहिएl चलो तुम्हे तैयार कर देती हूँl वैसे भी आमिर से चुदने ने के बाद तुम्हे कोई और अच्छा नहीं लगेगाl मैंने जुली को रोक कर जुली को किस किया और बोला मेरी बहुत अछि डॉक्टर हो तुम रोज मेरे लिए नयी कुंवारी चूत का इंतज़ाम कर देती होl आज तो एक साथ दो कुंवारिया चोदने को मिलेंगीl और मैंने लिआ और मधु को गले लगाया और किस कियाl फिर लिआ और मधु दोनों को ले कर जुली और सारा मेरे कमरे में चली गयीl और मुझसे बोली आमिर थोड़ी देर इंतज़ार करो तुम्हे हम बुलाते हैंl मैं हाल में बैठ कर इंतज़ार करने लगा मेरे लण्ड बेताब होने लगाl

लगभग आधे घंटे में चारो हाल में आ गयी लिआ ने जैसा ईसाई लड़किया शादी के समय गाउन पहनती है वह गाउन पहना हुआ था और दुल्हन की तरह सजी हुई थीl मधु ने लाल रंग की साड़ी और ब्लाउज पहना हुआ थाl और गहनों और फूलो से दोनों सजी हुई थीl मैंने जुली से पुछा ये ड्रेस तुम कहाँ से लायी तो जुली बोली ये ड्रेस मैंने कॉलेज में नाटक के लिए बनवायी थी आज लिआ के काम आ गयीl आज लिआ की सुहागरात है तो यादगार तो बनानी ही पड़ेगीl

मधु के हाथ में एक फूलों की माला थी जो उसने आ कर मुझे पहना दी और मधु बोली मेरा सब कुछ आपका है आमिर मुझे पति का सुख देl

फिर जुली ने मुझे और लिआ को एक एक अंगूठी देते हुए कहा अब तुम्हारी शादी करवा देती हूँl लिआ क्या तुम अपना सब कुछ आमिर को सौंपने के लिए तैयार होl लिआ बोली मेरा सब कुछ इन्ही का है जब से उनको पहली बार देखा था तब से ही मैं तो इनको मिलने को बेक़रार थीl

जुली बोली आमिर क्या तुम इन दोनो को चोदने के लिए तैयार होl

मैं बोला इनकी खिदमत में मैं और मेरा औज़ार दोनों हाज़िर हैंl मैंने अंगूठी लिआ को पहना दी और फिर जुली बोली अब आमिर तुम लिआ को किश करो और सब हसने लगेl

फिर सारा मधु के हाथ पकड़ कर मेरे कमरे में ले गयीl

मैंने आगे बढ़ कर लिआ को किश किया जुली बोली अब तुम चुदाई शुरू कर सकते हो और अपनी गोद में उठा कर लिआ को अपने कमरे में ले गयाl

मैंने दरवाजा जैसे ही सरकाया तो अंदर लाल रंग की धीमी रौशनी थी और कमरा पूरा फूलो से सजा हुआ थाl कलियों फूलो से पूरा कमरा महक रहा थाl बिस्तर भी सुहाग की सेज बना हुआ था और बिस्तर पर मधु दुल्हन के लिबास में फूलों से सजी गहनों से लदी बैठी हुई मेरा इंतज़ार कर रही थीl और मेरी गोद में दूसरी दुल्हन लिआ थी जिसे मैं किस कर रहा थाl पीछे पीछे सारा और जुली भी आ गयीl

मैंने लिआ को बिस्तर पर बैठा दिया मधु ने अपने मुखड़े को घूंघट में छुपा लिया । मैं समझ नहीं पाया किस से शुरू करूनl

मैं दोनों के बीच में बैठ गया और बोला आप दोनों बहुत सुन्दर हैंl मेरी तो आज लाटरी लग गयीl एकसाथ दो कमसिन हसीनाएं सुहागरात मानाने के लिए मिल गयीl

मैं दुविधा में था किसके साथ शुरू करून मुझे सोच में पड़ा देख मधु बोली आप लिआ से शुरू करो वह आपके लिए ज्यादा बेक़रार हैl वह तीन रात से सोई नहीं है उसने तो जबसे आपका देखा है, बस आपकी ही बाते करती रहती थीl उसकी बातों से ही मुझेभी आपसे चुदने का मन हुआl हम दोनों में कुछ भी पर्दा नहीं हैl

उस वक्त मधु नजरें झुकाए बैठी थी, उसने पलकों को थोड़ा उठाया और मुस्कुरा कर कहा- आप लिआ को प्यार करें उस के बाद मुझे भी प्यार करेंl

मैंने मंजूर हैl' कहते हुए मधु को बांहों में भर लिया और मधु के माथे पर एक चुंबन कर दिया और लिआ ने भी मधु को कहा " लव यू मधु, तुम मेरी सबसे अछि दोस्त हो!"

मैंने सारा की और देखा तो उसने आगे आ कर मुझे एक हीरे की अंगूठी पकड़ा दीl मैंने एक गुलाब उठाया और मधु को पेश करते हुए बोलै मल्लिका ऐ हुस्न, पेश के खिदमत है, आपके गुलाम की और से मोहब्बत का पहले नज़रानाl मधु ने हाथ आगे बढ़ाया तो मैंने उसे अंगूठी पहना दीl फिर धीरे से उसका घूंघट उठा दियाl

उसने फिर घूंघट ओढ़ लिया और बोली पहले आप लिआ के साथ करेंl

फिर मैंने लिआ के ओंठ चूमे और उसे अपने गले से लगा लियाl

पहले तो लिआ शर्म से दोहरी हो गई, किसी पुरुष का ऐसा आलिंगन पहली बार था, लिआ के शरीर में कंपकपी सी हुईl पर वो जल्द ही मेरा साथ देने लगी।

मैंने उसकी पोशाक उतारने के लिए चुनरी उतार दी, मेरे दिल की धड़कनें और तेज होने लगीं, मैं उसके और करीब आ गया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिएl वो घबराहट, शर्म और खुशी से लबरेज होने लगी।

और मेरे पास आकर इस बार उसने मेरे होंठों को चूमा।

फिर क्या थाl मैंने उसे खूब चूमाl उसकी पूरी गुलाबी लिपस्टिकl मेरे होंठों में समा गई।

फिर मैंने अपना लंबा प्यासा लौड़ा निकाला और उसे उसके घुटनों पर बिठाया फिर लौड़े को उसके मुँह में डाल दिया। मैं उसके मुँह की चुदाई करने लगा और वो भी बड़े चाव से मेरा लौड़ा चूसने लगी।

उप्सl क्या खुबसूरत औरत मेरा लौड़ा चूस रही थीl मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था।

काफ़ी देर तक वो मेरा लौड़ा चूसती रहीl फिर मैंने उसे खड़ा किया और उसके मम्मों को खूब भींचा और दबाया।

मैंने उसकी ड्रेस की ज़िप खोल दी और निचे उतार दीl अब वो गुलाबी पैंटी और ब्रा में थी।l वो तो मेरे सामने नंगी हो चुकी थी, मैंने उसे उठाया और अपनी गोद में बिठा लिया उसका पतला शरीर मेरी गोद में पूरा समां गयाl

मैंने उसके कंधे पर चुम्बन किया और उसने अपना चेहरा दोनों हाथों से ढक लिया। मैंने अपने एक हाथ से उसकी पीठ सहलाई और दूसरे हाथ से जांघों को सहलाने लगाl

मेरे छूने से उसके शरीर में सरसराहट होने लगी, लिआ के मोमो सख्त होने लगे, वो शर्म से लाल होकर मुझसे लिपट गयी ।

मैंने उसके उरोजों को थाम लिया। और ब्रा को जोर से खींचा तो हुक टूट गए और उसके मोमे आज़ाद हो गए अपने कपड़ों को भी निकाल फेंका। उसके निपल्स बाहर निकल आएl जिसे मैंने चूसा-चबायाl काटा! मींजाl खूब खेलाl उसके मम्मेl जो मेरी हरकतों से बेहाल होकर लाल हो गए थे।

अनायास ही लिआ के मुंह से सिसकारी निकलने लगी, तभी मैंने उसके सीने की घाटी पर जीभ फिरा दी।

उसके उरोज आज़ाद हो गए वाह क्या गोलाईयाँ थीl बड़े बड़े नरम नरम पर बिलकुल भी ढलके हुए नहीं थे और गुलाबी रंग के छोटे छोटे निप्पलl मैं निप्पल बारी बारी किस कर चूसने लगाl और वह सिसकारियां भरने लगीl उधर नीचे मेरा लण्ड सख्त हो चुकाl लण्ड चुत को ढूंढ रहा था, लिआ ने लण्ड को हाथ लगा कर लम्बाई का अनुमान लगांने कोशिश की!

मेरे लिंग को देखते हो वह चिल्ला उठी है मधु इनका लण्ड इतना बड़ा है यह तो मुझे चीर के रख देगा मेरी फाड़ देगा बहुत दर्द होगा मैं तो दर्द से मर जाऊँगीl

जुली बोली घबराओ नहीं देखो मैं भी चुदी हूँ आमिर के ऐसी लंड सेl मुझे कुछ नहीं हुआ सही सलामत खड़ी हूँ यहाँ तुम्हारे पासl लिआ यह तो मजे का औजार है, जितना बड़ा तगड़ा होगा उतने ही ज्यादा मजे देगाl

इतने में सारा एक ट्रे में हम पांचो के लिए खास दूध लेकर आई और बोली- चलो चलो, सब यह दूध पहले पी लो फिर और कुछ करना। हम सब ने दूध पियाl

मैं और लिआ दोनों नग्न थे। मैंने कहा जुली तुम्हारा शरीर बहुत नरम मुलायम और चिकना है मैंने पहली बार उसकी योनि में हाथ फिराया और खुश होकर बोला क्या बात है लिआ , इतनी मस्त मखमली चूत , रोयें तक नहीं हैंl! वाह लिआ वाहl मेरी तो किस्मत खुल गई!

ऐसा कहते हुए मैंने उसकी पहले से गीली हो चुकी योनि में अपना लण्ड पकड़ कर अपनी दो उँगलियों से चूत का मुँह खोल कर लण्ड के सुपांडे को अन्दर फसा दिया लिआ कराहने और ओह्ह्ह आह करने लगीl

मैंने थोड़ी ताकत लगाई और अपना लगभग चौथाई लिंग योनि की दीवारों से रगड़ते हुए अंदर चला गया मैंने एक और धका लगाया , उसकी झिल्ली को फाड़ते हुए लण्ड अन्दर कर दिया।

वो दर्द के मारे बिलबिला उठी और छूटने की नाकाम कोशिश करने लगी। पर मैंने उसे दबोच लिया और उसके उरोजों को दबाते हुए एक और जोर का झटका दिया और अपने लिंग को जड़ तक लिआ की योनि में बिठा दिया।

वह रो पड़ी है मर गयी बहुत दर्द हो रहा है जालिम ने मेरी फाड़ डाली पर मैंने हंसते हुए कहा- क्यों जानेमनl कैसा लगा लण्ड उसने मरी सी आवाज में कहा- है इसने तो मुझे मार डाला प्लीज बाहर निकाल लो बहुत दर्द हो रहा है मैं मर जाऊंगी प्लीज बहार निकालो मुझे नहीं चुदना तुमने तो मुझे मार डाला है आराम आराम से क्यों नहीं किया तुमने? वो रोते हुए बोली।

मेरा कहा मेरी लिआ पहली पहली बार है तो थोड़ा दर्द तो होगा ही ना, अभी थोड़ी देर में कहोगी कि जोर जोर से मारो, धीरे धीरे में मजा नहीं आ रहा!

थोड़ा बहुत दर्द होता तो मैं सह लेती, पर तुमने तो मेरी जान ही निकाल दी, थोड़ा धीरे चोदोl

मधु बोली तुम ही मरी जा रही चुदने को बार बार कह रही थी इतने लम्बे तगड़े लण्ड से जो की बैठता ही न हो उससे चुदने से कितना मजा आएगाl और उसकी चूत को सहलाने लगी फिर मधु बोली लिआ अभी थोड़ा सा दर्द हो रहा है आगे मजे ही मजे हैंl

अब मैं लंड को अंदर डाल कर आराम करने लगा मुझे मालूम था अगर बाहर निकाल दिया तो ये अब दुबारा अंदर नहीं डालने देगी. इसलिए लिआ को किस करने लगाl मैं उसके होंठ चूसने लगा । यह पहला प्रवेश चूत और लंड के पहले मिलाप की घड़ी होती है और लण्ड और चुत को एक दूसरे को पहचानने का और एडजस्ट करने का समय होता है। डॉक्टर जुली के मुताबिक़ इस वक्त कभी भी जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिये और चूत और लंड को पूरा मौका देना चाहये कि वो आपस में हिलमिल सके और एक दूसरे को पहचान सकेl

मैं भी जुली की बताई हुई बातों का ध्यान रखते हुए लिआ को होटों पर चुम्बन और मम्मों को चूसने में लग गया। लिआ मेरी गोद में थीl उसकी छातिया मेरी छाती से चिपकी हुई थीl बहुत नरम नरम लग रहा था मेरे को थोड़ी देर में लिआ सामान्य हो गयीl

जितना दर्द होना था वो हो गया अब मजे लो आगे मजे ही मजे हैं मेरी जान! यह कहते हुए मैंने एक बार अपना पूरा लिंग 'पक्कl की आवाज के साथ बाहर खींच लिया। लण्ड खून में सना हुआ थाl

फिर मैंने योनि को अपने लिंग से सहलाया और एक ही बार में अपना तना हुआ लिंग योनि की जड़ तक बिठा दिया। इस पर कमरा 'आहह ऊहहl' की आवाजों से गूंज उठा।

परन्तु मैं जानता था कि यह उसकी पहली चुदाई है इसलिए ऐसा तो होना ही था, अभी थोड़ी देर बाद यह खुद ही जोर लगाने लगेगी और चूतड़ उछाल उछाल कर चुदवाएगी।

मैं लिआ को गोद में उठा कर खड़ा हो गयाl लिआ ने अपनी टाँगे मेरी कमर पर कस ली और बाँहों से मेरे कंधो पर झूल गयी मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरु किएl लण्ड उसकी चुत को चीरता हुआ जड़ तक पूरा 8 इंच अंदर चला गयाl

आआहहह! ऊउम्म्मम म्म्मम! आईईईईईईई -- माँम्म्म्म्म् म्माआआ! उसके मुँह से दर्द भरी परन्तु उत्तेजनापूर्ण आवाजें निकलने लगी। लगभग पाँच मिनट बाद जब मेरा पूरा लन्ड उसकी बुर में हिचकोले खाने लगा तो वह भी चूतड़ उछाल उछाल कर अपनी बुर में मेरा लण्ड लेने लगी।

अब वह मेरे लण्ड को सुपारे से ले कर टट्टों तक उछल-उछल कर चुदवा रही थी। उधर मधु की हालत खराब हो गई थी वह एक हाथ से अपने हाथ से अपनी बुर को मींजे जा रही थी तथा दूसरे हाथ से अपनी चूचियों को दबाये जा रही थी तथा मुँह से उत्तेजनापूर्ण अजीब अजीब आवाजें आआहहह! ऊऊउउउम्म्म म्म्मम! आईईईईई -सीईईईसीई!l आआ! निकाले जा रही थी। उसे देख कर लग रहा था कि वह अभी लिआ को हटा कर खुद चुदवाने की इच्छा रखती हो।

इधर मैं लिआ की चूत का बैन्ड बजाने में लगा हुआ था, बुर टाईट थी, लण्ड भी अटक अटक के जा रहा था, मैं अब अपनी पूरी ताकत लगा कर उसकी बुर में डाल रहा था, हर धक्के पर उसकी मुँह से हल्की हल्की चीख निकल रही थीl आईईईईईई -सीईईईसीई!l आआआ!l

करीब दस पन्द्रह मिनट की चुदाई के बाद उसकी बुर अब पूरे मजे से मेरे लन्ड लील रही थी और वो- चोद डालो, फ़ाड डालो, आज पूरी तरह से फ़ाड दो मेरी बुर को, और जोर जोर से मारो, पूरा डाल दो मेरे राजा!

अचानक उसने मुझे अपनी पूरी ताकत से मुझे दबाना शुरु कर दिया, मैं समझ गया कि अब इसकी बुर ने पानी छोड़ देना है, मुझे जस्सी का पाठ याद था मैंने भी अपने धक्कों की रफ़्तार धीरे धीरे कम कर दी। दो मिनट बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गई, उसका बदन कांपने लगा फिर ऐंठ गया उसकी बुर ने अपना पानी छोड़ दिया था। मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार में और कमी कर दी, और उसे बेड पर लिटा कर लण्ड बाहर निकाल लियाl

मैं उसके मम्मे सहला रहा था, और उसे किस किया मैं देखना चाहता था कि अब उसकी चूत कैसी दिखायी दे रही है। मैंने उसकी जाँघें ऊपर उठायीं तो देखा कि उसकी चूत थोड़ी चौड़ी हो गयी थी। उसमें से खून और लिआ का पानी दोनों टपक रहे थे । उसकी चूत खुल और बंद हो रही थीl

फ़िर वह उठी और बाथरुम में चली गयी जुली उसके साथ अंदर चली गयी और जा कर लिआ की बुर को साफ़ करने लगी।

उसके बाद जुली ने उसकी बुर पर क्रीम लगायी और लिआ को गले लगा कर बोली बधाई हो लिआ अब तुम अनछुई कली से पुष्प बन गयी होl पाँच मिनट बाद वो बाहर निकली तो उसके चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव थे।

लंड महाराज इस पूरी चुदाई में एक बार भी नहीं झड़े थे और बदस्तूर खड़े थेl

कहानी जारी रहेगी.
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10-09-2022, 09:32 PM,
#48
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-14


नर्स मधु की पहली चुदाई



नर्स लिया के साथ सेक्स का मजा लिया में आपने पढ़ा कैसे लिया की पहली चुदाई हुई

"लिया ने मुझे अपनी पूरी ताकत से मुझे दबाना शुरु कर दिया, मैं समझ गया कि अब इसकी बुर ने पानी छोड़ देना है, मुझे जस्सी का पाठ याद था मैंने भी अपने धक्कों की रफ़्तार धीरे-धीरे कम कर दी। दो मिनट बाद उसकी पकड़ ढीली पड़ गई, उसका बदन कांपने लगा फिर ऐंठ गया उसकी बुर ने अपना पानी छोड़ दिया था। मैंने अपने धक्कों की रफ़्तार में और कमी कर दी और उसे बेड पर लिटा कर लण्ड बाहर निकाल लियाl

मैं उसके मम्मे सहला रहा था और उसे किस किया मैं देखना चाहता था कि अब उसकी चूत कैसी दिखायी दे रही है। मैंने उसकी जाँघें ऊपर उठायीं तो देखा कि उसकी चूत थोड़ी चौड़ी हो गयी थी। उसमें से खून और लिआ का पानी दोनों टपक रहे थे। उसकी चूत खुल और बंद हो रही थीl

फ़िर वह उठी और बाथरुम में चली गयी जुली उसके साथ अंदर चली गयी और जा कर लिआ की बुर को साफ़ करने लगी।

उसके बाद जुली ने उसकी बुर पर क्रीम लगायी और लिआ को गले लगा कर बोली बधाई हो लिआ अब तुम अनछुई कली से पुष्प बन गयी होl पाँच मिनट बाद वह बाहर निकली तो उसके चेहरे पर सन्तुष्टि के भाव थे।

लंड महाराज इस पूरी चुदाई में एक बार भी नहीं झड़े थे और बदस्तूर खड़े थेl"

मेरी अब तक की कहानी "जन्नत की 72 हूरे" : जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला, मजो की दुनिया में मेरे अनुभव और खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ" के अगले भाग हैं में आपने पढ़ा;

मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मज़ा लिया l

अब आगे:-

उधर सारा बोली नयी दो दुल्हन एकसाथ क्या मिली साहेब-ऐ-आलम अपनी सारा और जुली को तो भूल ही गएl सारा और जुली भी अपने सारे कपडे उतार कर नंगी हो चुकी थी। सारा जुली दोनों मुझे पकड़ कर बाथरूम में लेकर गयी और लण्ड को धोकर साफ़ कियाl सारा ने चूसा और जुली मुझसे चिपक गयी हम वापिस कमरे में आ गए हम तीनो खड़े-खड़े एक दूसरे के बदन को सहला रहे थे और हम तीनो बाहर आ गए मैंने लिआ को किस कियाl

बाप रे, मेरी चूत तो सूज कर डबल रोटी बन गई है! लिआ बोली।

मैं खड़ा लिआ का चेहरा देखता रहा वह दर्द के मारे वह तड़प रही थी पर संतुष्टि के भाव थे। वह अपने ओंठो को भींच रही थी और रो रही और अह्ह्ह्हह अह्ह्ह ाऊओह्ह कराह रही थी सुबकती हुई बहुत प्यारी लग रही थी मैंने उसके गालो को चूमा और गले लग कर सहलाया। वह कह रही ही आह्हः मार डाला तुम तो पूरे कसाई हो बेदर्दी हो तुमने मुझे मार डाला। कोई ऐसे भी करता है क्या। मुझे लगता हैं मैं मर जाऊँगी मैंने लिआ को चूमते हुए कहा मेरी जान मेरी रानी पहली बार थोड़ी तकलीफ होती है अब तो मजे ही मजे हैं। मैंने लिआ को अपने पास खिंचा और सहलाना चाहा तो वह बोली अब आप मधु के साथ करो मुझे दर्द हो रहा था कैसे मुझे ज्ञान दे रही थी अब मैं भी इसकी चुदाई देख कर मजे लेना चाहती हूँl

मधु एक और ख़ूबसूरती और नज़ाकत का मुजस्समा मेरी तरफ़ टिकटिकी बाँध कर देख रहा था।

जैसे ही हम दोनों की आँखें मिली, उसने मुस्करा कर मुझको हाथ के इशारे से अपने पास बुला लिया।

मैं भी जल्दी से उठा और उस हसीना के महल में तख्तनशीन हो गया।

मधु की क्या हसीं ज़ुल्फ़ें थी, घनी, रेशमी और काली!

मैंने जाते ही अपना सर उसके सर की ज़ुल्फ़ों में छुपा दियाl । क्या ख़ुशबू थी! माशाल्लाह!

वो बड़े ही आहिस्ता और शाइस्तगी से बोली-खैर मुकदम हज़ूर-ऐ-आली, आपके जिन्सी करतब देख रही थी! वाह क्या कुवते मर्दानगी हैl क्या यह नाचीज़ आपकी मर्दानगी का एक जलवा देख सकती है?

मै बोला-ऐ मल्लिका-ऐ-हुस्न, आप पर कई सैकड़ो मर्दानगियाँ न्यौछावर हैं, आप हुक्म कीजिये, ग़ुलाम आपके लिए क्या कर सकता है?

वो भी वैसे ही मुस्कराते हुए बोली-हज़ूर-ऐ-आलम, बस सिर्फ़ एक बार आप अपने से इस हथियारे जिन्सी (लंड) से लौंडिया की गुफाये-ऐ-जन्नत (चूत) की सैर करवा दीजिये।

इसके बाद मधु कुछ बोलती मैंने मधु को दबोच लिया और उसके कपड़ो के ऊपर से ही उसके उरोज दबाने लग गया। मैंने उसे भी अपनी गोद में उठा लिया मधु की कद काठी भी जुली की तरह ही थी

मैंने मधु का घूंघट उठा दिया मैंने मधु से पुछा मोहतरमा-ऐ मल्लिका-ऐ-हुस्न आप अपने गुफाये जिन्सी में किस तरह से हल चलवाना चाहती हैं? लेट कर या घोड़ी बन कर या फिर मल्लिके-ऐ-अवध की तरह तख़्त पर बैठ कर?

वो बोली-ऐ मेरे ग़ुलाम, हम तुम्हारे ऊपर अपना तख़्त लगाकर तुम्हारे इस औज़ारे जांघवी को चखना चाहते हैं।

यह सारी बातें लिआ, जुली और सारा ग़ौर से सुन रहे थे और जैसे ही चूत की सेवा का ज़िक्र आया तो सब ज़ोर से हंस पड़े।

मैंने नकली गुस्से से उन सबको देखा और उन सबको कहा-इन खूबसूरत मोहतरमा की दिली ख़्वाहिश को पूरा करना मैं अपना फ़र्ज़ समझता हूँ

मैंने उसके ब्लाउज को उतार दिया और उसकी साड़ी भी उतार दी और उसके बदन को चूमते हुए नज़ाकत से उसके सारे गहने उतर दिए सिर्फ़ नथ रहने दी। मुझे नथ पहने दुल्हन उसे चोदने के लिए उकसाती है फिर उसके उरोजों को सहलाया और सफ़ेद रंग की ब्रा भी उतर दी बो और सिर्फ़ पेटीकोट में ही उसको अपनी गोद में लेकर बिठा दिया।

मधु के मम्मे बिल्कुल गुलाबी थे, उनकी जिल्द बहुत ज़्यादा चिकनी थी। कोई दाग। कोई धब्बा या किसी पिंपल का नामोनिशान नहीं था।

उनके गुलाबी मम्मों पर हरी नीली रगों का जाल था और एक-एक रग साफ़ देखी और गिनी जा सकती थी।

मुकम्मल गोलाई लिए हुए मधु के मम्मे ऐसे लग रहे थे। जैसे 2 प्याले उल्टे रखे हों। इतनी मुकम्मल शेप मैंने आज तक किसी फ़िल्म में भी नहीं देखी थी। थोड़े बहुत तो लटक ही जाते हैं हर किसी के। लेकिन मधु के मम्मे बिल्कुल खड़े थे। कहीं से भी ढलके हुए नज़र नहीं आते थे।

मधु के गुलाबी मम्मों पर गहरे गुलाबी रंग के छोटे-छोटे सर्कल थे और उन सर्कल के बीच में भूरे गुलाबी रंग के छोटे-छोटे निप्पल अपनी बहार फैला रहे थे।

और उसको लिप किश करने लगा मेरे किस करने से वह सिहरने लगी तो मैंने उसको ममो को दबाना शुरू कर दिया उसकी मम्मी बिलकुल छोटे-छोटे संतरो जैसे थे और उसके निप्पल गुलाबी थे। मैं उसके निप्पल चूसने लगा उसके मोमो मेरे मुँह में पूरे आ गए। मैं अपनी जीभ उसके निप्पलों पर फेरे लगा उसकी सिसकारियाँ छूट रही थी वह ओह्ह्ह आअह्ह्ह कर रही थीl

मैंने उसके पेटीकोट को ऊँचा किया और चूत को सहलाया और पैंटी और पेटीकोट भी खिंच कर उतार दिया और उसकी टांगें चौड़ी करके मैं नीचे लेट गयाl उसकी चूत का छेद बहुत छोटा था और उसकी बालों से भरी हुई चूत के कुंवारे मुंह पर लंड के सुपडे को रख दिया उसकी चूत एकदम गीली थी और एक दो बार लंड को अंदर बाहर किया तो वहाँ काफ़ी मोटी दीवार पाई।

जुली ने अपना बैग खोला और उसमें से वैसेलिन की शीशी निकाली और ढेर सारी मधु की चूत के बाहर और अंदर लगा दी और थोड़ी से मेरे लंड पर भी लगा दी और फिर मधु के कान में कहा-थोड़ा दर्द होगा, बर्दाश्त कर लेना। ठीक है ना?

मधु बोली-ठीक है। लेकिन आमिर प्लीज धीरे-धीरे करना तुम्हारा बहुत बड़ा है और मेरी चूत बहुत छोटी-सी है मैंने कहा हाँ धीरे करूंगाl

अब मैंने फिर से लंड को मधु की चूत में डाला और धीरे-धीरे से उसको अंदर धकेलने लगा, और जब दीवार महसूस की तो मैंने कहा मधु ऐसे, और एक ज़ोर का धक्का मारा और मधु के कंधो को ज़ोर से नीचे दबा दियाl मधु से कहा मधु नीचे दबाओ और मधु ने भी नीचे ज़ोर लगा दिया और एक ही झटके में लंड पूरा का पूरा मधु की चूत में चला गयाl उधर मधु के मुंह से चीख निकली और मधु बोली मैंने कहा था, धीरे से तो तुमने एक झटके में ही डाल दिया।

मैंने कहा मधु मैंने तो धीरे से ही डाला था तुमने ज़्यादा ज़ोर लगा दिया इसलिए लण्ड महाराज पूरे के पूरे अंदर समां गए।

वो दर्द के मारे वह तड़प रही थी वह अपने ओंठो को भींच रही थी और रो रही और अह्ह्ह्हह! अह्ह्ह! ऊओह्ह! कराह रही थीl सुबकती हुई बहुत प्यारी लग रही थीl मैंने उसके गालो को चूमा और गले लग कर सहलाया। वह कह रही ही आह्ह! मार डाला तुम पक्के कसाई होl बेदर्दी हो तुमने मुझे मार डाला। कोई ऐसे भी करता है क्या। मुझे लगता हैं मैं मर जाऊँगी! मैंने मधु को चूमते हुए कहा मेरी जान मेरी रानी ये पहली बार थोड़ी तकलीफ दायक होती है, उसके बाद तो मजे ही मजे हैंl

वो बोली प्लीज बाहर निकाल लो मेरे को बहुत दर्द हो रहा हैl मैं मर जाऊंगी प्लीज बहार निकालोl मुझे नहीं चुदनाl लिआ ने मुझे मरवा दियाl लोहे की रोड मेरे अंदर डलवा दीl तुमने तो मुझे मार डाला हैl

मैंने कहा था आराम-आराम करना और तुमने एक ही झटके में घुसा डालाl ऐसा क्यों किया तुमने? वह रोते हुए बोली।

मैं बोला मधु अगर आहिस्ता-आहिस्ता करता तो तुम्हे कई बार दर्द होताl अब एक बार हो गया, अब मजे लेना l

लिआ बोली जब मुझे दर्द हो रहा था तो कैसे मुझे ज्ञान दे रही थीl अब पता चला होगा मेरा क्या हाल हुआ था। अब लो चुदाई के मजे मेरी जानl मुझे भी लग रहा था मैं दर्द से मर जाऊँगी पर बाद में बड़ा मज़ा आयाl तुम्हे भी अभी थोड़ा-सा दर्द हो रहा है. आगे मजे ही मजे हैंl

अब मैं लंड को अंदर डाल कर आराम करने लगाl मुझे मालूम था अगर बाहर निकाल दिया, तो मधु अब दुबारा अंदर नहीं डालने देगी, और दर्द के दर के मारे ज़िन्दगी में कभी भी चुदाई के मजे नहीं ले सकेगी, इसलिए मधु को होटों पर चुम्बन और मम्मों को चूसने में लग गया। यह पहला प्रवेश चूत और लंड के पहले मिलाप की घड़ी होती है और लण्ड और चुत को एक दूसरे को पहचानने का और एडजस्ट करने का समय होता है। डॉक्टर जुली के मुताबिक़ इस वक़्त कभी भी जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए और चूत और लंड को पूरा मौका देना चाहये कि वह आपस में हिलमिल सके और एक दूसरे को पहचान सकेl

मधु मेरी गोद में थी उसकी छातिया मेरी छाती से चिपकी हुई थी। बहुत नरम-नरम लग रहा था मेरे को थोड़ी देर में मधु सामान्य हो गयीl

जितना दर्द होना था वह हो गया अब मजे लो आगे मजे ही मजे हैं मेरी जान! यह कहते हुए मैंने एक बार अपना पूरा लिंग ' पक्क। की आवाज़ के साथ बाहर खींच लिया। लण्ड खून में सना हुआ थाl

फिर मैंने योनि को अपने लिंग से सहलाया और एक ही बार में अपना तना हुआ लिंग योनि की जड़ तक बिठा दिया। इस पर कमरा 'आहह ऊहह।' की आवाजों से गूंज उठा।

परन्तु मैं जानता था कि यह उसकी पहली चुदाई है इसलिए ऐसा तो होना ही था, अभी थोड़ी देर बाद यह ख़ुद ही ज़ोर लगाने लगेगी और चूतड़ उछाल-उछाल कर चुदवाएगी।

और अब मैंने धीरे से लंड को निकाला और फिर एक हल्का-सा धक्का मारा और अब लंड बिना किसी रोक टोक अंदर चला गया।

मैंने महसूस किया कि मधु का शरीर जो एकदम से अकड़ा हुआ था, अब काफ़ी रिलैक्स हो गया और उसकी जांघें पूरी तरह से खुल गई थी।

तब मैं धीरे से धक्कों की स्पीड बढ़ाने लगा और साथ ही उसके मम्मों को चूमने और चूसने लगा, उसके लबों पर एक बड़ी हॉट किस जड़ दी और अपना मुंह उस के मुँह पर रख कर उसकी जीभ के साथ अपनी जीभ से खेलने लगा।

उसके चूतड़ों के नीचे हाथ रख कर अब ज़ोर से धक्काशाही शुरू कर दी और कुछ ही मिन्ट में ही मधु का जीवन में पहली बार पानी छूटा।

मैंने जुली की तरफ़ देखा, उसने आँख के इशारे से कहा-लगे रहो!

और अब मैंने उसको अपनी गोद में बिठा कर उसकी टांगों को अपने दोनों तरफ़ कर दिया और लंड को चूत में ही रखे-रखे धक्के मारने लगा, साथ ही उसके गोल और सॉलिड मुम्मों को मुंह में लेकर चूसने लगा और उसकी चूचियों को मुंह में लेकर गोल-गोल घुमाने लगा।

अपने हाथों को उसके चूतड़ों के नीचे रख कर अब गहरे धक्के मारने लगा और जैसे-जैसे ही मैं तेज़ी पकड़ रहा था मधु मेरे से और भी ज़्यादा चिपक रही थी और अब वह ख़ुद ही मुझको चूमने और चाटने लगी थी।

मेरे धक्कों की स्पीड इतनी तेज़ होती गई कि थोड़ी ही देर में मधु फिर एक बार हाय हाय! करते हुए झड़ गई और उसका शरीर एक अजीब-सी झुरझुरी से कम्पित हो गया।

हालाँकि वह झड़ चुकी थी फिर भी उसकी बाहें मेरे गले में ही थी और वह मुझसे बुरी तरह से चिपकी हुई थी।

अब मैंने उसको अपने से अलग किया और फिर मैंने उससे पूछा-क्यों दुल्हनिया जी, मज़ा आया या नहीं?

मधु थोड़ी-सी शरमाई और बोली-बहुत मज़ा आया आप से, आप तो वाकयी में जादूगर हैं।

जुली ने उसको उठाया, उसके शरीर पर लगे खून को साफ़ किया और कहा-आओ मधु जुली, एक बार फिर से स्नान कर लो तो सब ठीक हो जाएगा।

जुली आ कर मधु के गले लग गयी और बोली मेरी जान अब तुम भी फूल बन गयी हो बधाई हो। सच में तुम्हारी चुदाई देख कर ही मैं तो झड़ गयी। तुम भी पूरे मजे लेकर चुद रही थी।

फिर हम पांची बाथरूम में चले गए और एक साथ शावर लिया।

जुली ने मधु और जुली की चूत के अंदर बाहर क्रीम लगा दीl बाहर निकले तो सारा मुझ से लिपट गयी और मेरी गोदी चढ़ गयीl उसने अपने टाँगे मेरे कमर पर लपेट ली और मैंने खड़े-खड़े ही उसकी गीली चूत में लण्ड पेल दिया। लण्ड एक झटके में अंदर चला गयाl धीरे-धीरे सारा ऊपर नीचे हो कर चुदवाने लगी और मैंने लय में धक्के लगाए। हम दोनों के होठ जैसे जुड़ गए और हम किस करते रहे। फिर कुछ देर में सारा झड़ गयी और बोली आमिर अब तुम जुली को चोदोl

' हाँ आमिर! अब तुम जुली को भी चोदो। जुली और मधु ने एक साथ धीरे से कहा।

मैंने जुली को बाँहों में उठाया और अपनी गोदी में उठा लिया। मैं जुली को पागलो की तरह चूमने लगा। फिर उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे-धीरे उन्हें भींचने लगा। जुली की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। मैं उसके निप्पलों को अपने दाँतों से दबाने लगा। कभी ज़ोर से भींच लेता तो वह उछल पड़ती।

उसकी बाँहें मेरी पीठ को सहला रही थी और मुझे भींच रही थी। 'ओह आमिर अब और मत तड़पाओ, अब सहा नहीं जाता, जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।' प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा तो वह बोली, 'आमिर! धीरे-धीरे डालना, मुझे तुम्हारे लंबे लंड से डर लगता है।'

मधु की तरफ़ हँस कर देखते हुए मैंने एक ही झटके में अपना पूरा लंड जुली की चूत में डाल दिया। 'तुम्हारा मतलब ऐसे?' मैंने कहा।

'ओहहहहह म-म म मर गई, तुम बड़े बदमाश हो जब मैंने धीरे से डालने को कहा तो तुमने इतनी ज़ोर से क्यों डाला, दर्द हो रहा है ना!' उसने तड़पते हुए कहा।

'सॉरी डार्लिंग! तुम चुदाई में नयी-नयी हो तो मैं समझा तुम मज़ाक कर रही हो, क्या ज़्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहह... आमिर हाँ राजा... ज़ोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे ही।' वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

जुली की चूत भी मेरे लण्ड को कस और छोड़ रही थी। ऐसा लग रहा था कि मैं सलमा की चुदाई कर रहा हूँ। मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था और अब मेरा भी पानी छूटने वाला था।

मैंने जुली से कहा ये तुमने कैसे किया तो जुली बोली मैंने जस्सी से कुछ चूत के कसरत सीखी हैं जिससे चूत खुलती बंद होने लगती है और चुदाई में पहली बार वाला मज़ा आता है मैं ये कसरत सारा मधु और जुली को भी सीखा दूँगी जिससे ये सारी ज़िन्दगी सेक्स का भरपूर मज़ा लेती रहेंगी।

अचानक उसका जिस्म थोड़ा थर्राया और उसने मुझे ज़ोर से भींच लिया। 'ऊऊऊऊऊ आमिर मेरी चूऊऊत गई।' कहकर वह निढाल हो गई।

मैंने भी दो तीन धक्के लगा कर अपना पानी उसकी चूत निकलना चाहा पर-पर जस्सी की बात याद आ गयीl मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए l मैं एक हाथ से जुली और दुसरे से सारा के चूचे सहलाने लगा और सारा को किश करने लगाl

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थीl अब वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी, आहहहहहह! और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ l फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई और निढाल हो गईl

लंड महाराज बदस्तूर खड़े थेl

आगे क्या हुआ। ये कहानी जारी रहेगी।

आमिर l
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10-26-2022, 12:12 PM,
#49
RE: खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला
मजे - लूट लो जितने मिले

छठा अध्याय -खड़े लंड की दास्ताँ.

भाग-15


डॉक्टर और नर्सो के साथ समूह सेक्स.



नर्स मधु की पहली चुदाई में आपने पढ़ा कैसे नर्से लिया और मधु की पहली चुदाई हुई;


"मैंने जुली से कहा ये तुमने कैसे किया? जुली बोली मैंने जस्सी से कुछ चूत के कसरत सीखी हैं जिससे चूत खुलती बंद होने लगती है और चुदाई में पहली बार वाला मज़ा आता हैl मैं ये कसरत सारा मधु और जुली को भी सीखा दूँगी, जिससे ये सारी ज़िन्दगी सेक्स का भरपूर मज़ा लेती रहेंगी।

अचानक उसका जिस्म थोड़ा थर्राया और उसने मुझे ज़ोर से भींच लिया। 'ऊऊऊऊऊ आमिर मेरी चूऊऊत गई।' कहकर वह निढाल हो गई।

मैंने भी दो तीन धक्के लगा कर अपना पानी उसकी चूत निकलना चाहा पर-पर जस्सी की बात याद आ गयीl मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाने शुरू कर दिए l मैं एक हाथ से जुली और दुसरे से सारा के चूचे सहलाने लगा और सारा को किश करने लगाl

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थीl अब वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी, आहहहहहह! और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ l फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई और निढाल हो गईl "

मेरी अब तक की कहानी "मजे - लूट लो जितने मिले" : जो की "खाला को चोदा, खाला की चुदाई के बाद आपा का हलाला, मजो की दुनिया में मेरे अनुभव और खड़े लण्ड की अजीब दास्ताँ" के अगले भाग हैं में आपने पढ़ा;

मुझे देखते ही ज़रीना और दिलिया मुझ से लिपट गयी और शिकायत भरे लहजे से बोली हम आपसे बहुत नाराज़ हैंl आप हमे छोड़ कर अकेले ही चले आयेl नयी दुल्हनों के साथ कोई ऐसे भी करता है क्या? मैंने अपनी तीनो बीवियों की जोरदार चुदाई करि और ग्रुप सेक्स का मज़ा लिया l नर्से लिया और मधु की पहली चुदाई हुईl

अब आगे:-

इसके बाद मैंने जुली को पकड़ लिया बाक़ी तीनो भी मुझसे चिपक गई। जुली मेरी छाती से चिपक गयी, सारा मेरी पीठ से चिपक गयी और मेरी गर्दन पर किस करने लगी मेरी पीठ पर उसके बूब्स अपना नर्म प्यारा-सा अहसास करवाने लगी। जुली मेरी बायीं और-और मधु दायी और हो गयी। जुली मेरे बाए गाल कान और कंधे को चूसने लगी तो मधु मेरे दाए गाल कान और कंधे को चूसने लगीl जुली और सारा दोनों ने मेरे लण्ड को पकड़ लिया और जुली मेरे अंडकोषों को दबाने लगी और सारा मेरे लण्ड पर हाथ फिराने लगीl

तभी कमरे में जस्सी और जैस्मिन भी आ गयी औरअंदर का नज़ारा देख कर बोली वाह आज आमिर तो तुम्हे दो नयी लड़किया मिली हैं एक साथ मैंने जस्सी को अपनी छाती से लगा लिया और अपनी बाँहों में जकड लिया उसके नरम मुलायम बूब्स का मेरी छाती से दबने लगे मैं अपने आनंद को बयाँ नहीं कर सकता, मैंने जस्सी का मुँह चूमा और लिप किस करि।

जस्सी बोली हम खाना ले आयी हैं चलो पहले खाना खा लो फिर हम सबने मिल कर खाना खायाl

खाना खाने के बाद मैं बारी-बारी से सभी 6 लड़कियों की चुचियों को मसलने लगा और वह मादक आवाजें निकालने लगी, आह उह आह की आवाजें पूरे कमरे में गूंज रही थी, फिर मैं उनके निप्पल के साथ खेल रहे था । मैं उसके स्तनों को सहलाने लगा तभी सारा ख़ास दूध हम सबके लिए ले आयी और हम सबने उसको पिया।

फिर जस्सी और जैस्मिन ने अपने कपडे उतार दिए मैंने जस्सी का एक निप्पल अपने मुह में रखा और उसे चूसने लगा । अल्लाह ।नहीं बता सकता की उस पल क्या अनुभूति हुयी। फिर उसके दुसरे निप्पल को किस किया और उसे भी चूसना शुरू कर दिया। उसने अपना सर उत्तेजना और आनंद के मारे पीछे की और कर लिया थी। मैंने चूचियों को दांतो से काटा जस्सी कराह उठीl

फिर मैंने उनके मोमो को चूसना शुरू कर दिया उनके मोमो कड़क हो गए थे और चुच्चिया कह रही थी हमे ज़ोर से चूसो l मैंने जस्सी की चूचियों को दांतो से काटा जस्सी कराह उठी आह-आह जस्सी कह रही थी धीरे मेरे राजा धीरे प्यार से चूसो सब तुम्हारा ही है उसके बूब्स अब लाल हो चुके थेl

मैं बार-बार जस्सी के बाएँ और दायें निप्पल को चूसना जारी करे रहे जब तक की उसके पूरे शरीर में एक आग-सी न लग गयी। । तभी उसके शरीर में एक उफान-सा आया और वह निढाल-सी हो गयी और मैंने उसकी चूत को छूआ मुझे योनी में गीलापन-सा महसूस हुआ। वह झड़ गयी थी l

मैंने जस्सी को बाँहों में उठाया और अपनी गोदी में उठा लिया। l जस्सी मुझे पागलो की तरह चूमने लगी ।फिर मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे-धीरे उन्हें भींचने लगा। जस्सी की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। मैं उसके निप्पलों को अपने दाँतों से दबाने लगा। 'ओह आमिर अब सहा नहीं जाता, प्लीज जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।' प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और झटका लगाया और उसके कंधे नीचे दबा दिए लण्ड फुच के आवाज़ के साथ पूरा अंदर चला गया जस्सी चिल्लाई ऊह्ह्ह्ह!

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'सॉरी डार्लिंग! क्या ज़्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहहl आमिर हाँ राजाl ज़ोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे ही।' वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था। फिर वह झड़ गयी।

मैं उसको चूमता रहा और बूब्स को सहलाता रहा फिर मैंने कहा इस बार जस्सी तुम ऊपर आ जाओ फिर में नीचे और जस्सी मेरे ऊपर थी। मेरे तनकर खड़े लंड पर धीरे-धीरे अपनी चूत दबाकर लंड को अंदर घुसा रही थी। मैं पहली बार जस्सी की चूत की चमड़ी को अपने लंड की चमड़ी पर रगड़ते हुए देख रहा था और में आपको बता नहीं सकता कि मुझे उस समय कितना मज़ा आ रहा था। वह मेरे लंड पर धीरे से उठती और फिर नीचे बैठ जाती जिसकी वज़ह से लंड अंदर बाहर हो रहा था और वह ख़ुद अपनी चुदाई मेरे लंड से कर रही थी और बहुत मज़े कर रही थी। जस्सी बहुत मस्त लग रही थी lमैंने भी अपने चूतड़ उठा कर उसका साथ दियाl मेरा लंड उनकी चूत के अंदर पूरा समां जाता था, तो दोनों के आह निकलती थी ।फिर मेरे हाथ उनके बूब्स को मसलने लगे फिर मैं उसकी चूचियों को खींचने लगता था तो जस्सी सिहर जाती थी और सिसकने लगती थी l

तभी सारा आ कर मुझे किस करने लगी वह मेरे सारे शरीर को चूमने लगी। और जुली अपने चूची मेरे मुँह में दाल कर चुसवाने लगी मैंने एक हाथ से सारा की चूत में और दुसरे हाथ से जुली की चूत में ऊँगली करना शुरू कर दिया l

उसके बाद जस्सी मेरे ऊपर झुक गयी और हम लिप किस करते हुए लय से चोदने में लग गए.। जस्सी मुझे बेकरारी से चूमने लगी और चूमते-चूमते हमारें मुंह खुले हुये थे जिसके कारण हम दोनों की जीभ आपस में टकरा रही थी फिर मैंने जस्सी की जम कर चुदाई की और जन्नत की सैर कराइ। फिर थोड़ी देर के बाद वह फिर झड़ गयी। मेरे ऊँगली करने से जुली और सारा भी झड़ गयींl

उसके झड़ते ही जैस्मिन मेरे पास आयी और किस करने लगी मैंने जैस्मिन की चूचिया सहलाई मैंने जैस्मिन को बाँहों में उठाया और अपनी गोदी में उठा लिया। l हम दोनों एक दुसरे को पागलो की तरह चूमने लगे ।फिर मैं उसके बूब्स से खेलने लगा और धीरे-धीरे उन्हें चूसने लगा। जैस्मिन की सिसकरियाँ तेज हो रही थी। 'ओह आमिर अब सहा नहीं जाता, प्लीज जल्दी से अपना लंड मेरी चूत में डाल दो।' प्लीज़! वह गिड़गिड़ाने लगी।

जैसे ही मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा और झटका लगाया और उसके कंधे नीचे दबा दिए लण्ड फुच के आवाज़ के साथ पूरा अंदर चला गया जैस्मिन चिल्लाई ऊह्ह्ह्ह मर गयी बहुत दर्द हो रहा हैl

'सॉरी डार्लिंग! क्या ज़्यादा दर्द हो रहा?' यह कहकर मैं अपने लंड को अंदर बाहर करने लगा।

'ओह आमिर बहुत मज़ा आ रहा है, अब और मत तड़पाओ, जोर-जोर से करो, आआआहहहहहl आमिर हाँ राजाl ज़ोर से चोदते जाओ, ओहहहहहह मेरा पानी निकालने वाला है, हाँ ऐसे ही।' वह उत्तेजना में चिल्ला रही थी और अपने कुल्हे उछाल-उछाल कर मेरे धक्कों का साथ दे रही थी।

मैं उसे जोर-जोर से चोद रहा था। वह झड़ गयीl

मैंने उसको घोड़ी बना दिया। और अब मैंने उसकी चूत में पीछे से लंड को डालकर चोदना शुरू किया मुझे लगा पीछे से लंड ज़्यादा अन्दर तक गया और पहले से ज़्यादा मज़ा आया। जैस्मिन भी मस्ती में गांड आगे पीछे कर मेरा साथ देने लगी उनका चिलाना एकदम बंद हो गया और फिर में उसे लगातार धक्के देकर चोदता रहा। बीच-बीच में पीछे से उनके मोमो पकड़ कर दबाता रहा जब मैं उनके मोमे दबाता था तो वह मुँह पीछे कर मुझे किस करने को कहती थी और मैं उनके लिप्स चूसने लगता करीब 15 मिनट तक लगातार उसको उस पोज़िशन में चोदा उनकी हालत बुरी थी वह कई बार झड़ चुकी थीl

जैस्मिन निढाल हो कर लेट गयी मैं उनको प्यार से सहलाने लगा और किस करने लगा और बोला क्या आपको मज़ा आया दर्द तो नहीं हुआ। जैस्मिन बोली बहुत मज़ा आया। । चूत बुरी तरह से सूज चुकी थी l लेकिन मैं एक बार भी नहीं झडा था और लंड तनतनय हुआ खड़ा था। जुली ने लंड को सहलाते हुए कहा आज क्या बात है मैंने कहा आज एक साथ 6 हूरे मुझे चोदने को मिल रही हैं तो लण्ड महाराज भी अपने पूरे शवाब पर है। शर्मा कर जुली सिकुड़ गयी और मधु मुझसे लिपट गयीl

मैंने जुली के निपल्स पकड़ लिए l जिसे मैंने चूसा-चबायाl काटाl मींजाl ख़ूब खेलाl उसके मम्मेl जो मेरी हरकतों से बेहाल होकर लाल हो गए थे। अब मैंने अपने लौड़े पर अपना थूक लगाया और उसे सीधे उसके मुँह में घुसा दिया। वह कुछ नहीं बोल पा रही थीl बस बकरी की तरह मिमिया रही थी।

फिर मैंने उसकी गाण्ड को ख़ूब थपड़ियायाl उसकी बुर को ख़ूब चूसा और चाटा।

फिर उसने मुझे चोदने को कहाl मैंने अपना लौड़ा उसकी बुर में पेल दियाl वह चिल्लाने लगी।

वो ज़ोर से चिल्लाई मुझे इस बात की कोई परवाह नहीं थीl मुझे तो आज उसे चोदना ही थाl सो मैंने उसे ख़ूब ज़ोर-ज़ोर से धक्के मार-मार के चोदा।

मैंने देखा उसकी आँखों से आँसू निकल रहे हैंl मैं ज़रा ढीला पड़ा और उसने मुझे ढकेला और बाहर की तरफ़ भागी।

मैं उसके पीछे भागाl किसी तरह उसे बाहर वाले कामन रूम में पकड़ा और पूछा-क्या बात है?

तो उसने कहा-तेरा लौड़ा बहुत बड़ा हैl इसे मैं सहन नहीं कर सकती हूँl

वो रो पड़ी और मुझसे माफ़ करने की भीख माँगने लगीl पर मैंने उसकी एक ना मानी और वहीं पर सोफा पड़ा थाl उसे वहाँ ले जाकर पटका। और अपना लौड़ा उसकी बुर में जबरन घुसेड़ दिया।

अब मैंने उसे फिर से चोदना शुरू कर दियाl वह मेरे नीचे बेबस पड़ी थी और मैं उसके ऊपर उसकी चुदाई का मज़ा ले रहा था।

मैं कैसे ऐसी खूबसूरत लड़की को बिना चोदे छोड़ देताl मैं उसे ज़ोर-ज़ोर से चोद रहा थाl उसकी आवाज़ भर गई और उसने मुझे रिक्वेस्ट की कि मैं उसे अन्दर कमरे में ले जाकर चोदूँ।

मैंने उसे लौड़ा लगाए हुए फिर से अन्दर कमरे में ले गया और इस बार बिस्तर पर चुदाई न करके.। उसके हाथ दीवार पर टिका कर उसकी चूत का मज़ा ले रहा थाl मैं उसकी चूत पीछे से डॉगी स्टाइल में मार रहा था।

ुकुछ मिनट तक 50-60 धक्के खाने के बाद फिर उसने मुझे फिर धक्का दिया और जुली के कमरे की तरफ़ भागी। मैंने उसकी मम्मों को फिर चूसना शुरू किया। उसकी हाथों को अपने लौड़े पर रखा और वह भी उसे सहलाने लगी। मैं उसकी मम्मों की चुसाई कर ही रहा था उसके मम्मों पर मेरी लार चमक रही थी और फिर मैंने उसे दबोचाl उससे अपना लौड़ा चुसवाया और उसकी चूत फैला कर उसमें अपना लौड़ा गाड़ दिया और कस-कस कर धक्के लगाए और वह झड़ कर बेड पर गिर गयीl

फिर मैंने मधु को अपने पास बुलाया और उसका सिर पकड़ कर अपने होंट उसके होंटों पर रखकर चूमने लगा। मैं उसे बिस्तर पर लिटाकर गर्दन पर चुम्बन करते हुए उसकी सख्त चूचियों को दबाने लगा। वह भी मुझे चूमने लगी। उसकी चूचियाँ गोरी थी और रगड़ने से लाल हो गई।

मैं एक-एक करके चूचियों को मुँह में लेकर चूसने लगा और जांघों को सहला रहा था। वह मुझे चूमते हुए सिसकारियाँ ले रही थी। उसकी चूत पर हाथ रखकर रगड़ने लगा। उसकी चूत गीली थी।

मैंने अपने होंट उसकी चूत पर रख दिये। उसकी चूत गर्म थी। मैं चूत को चाटने लगा और जीभ उसकी चूत में डालकर हिलाने लगा। वह बैचेन हो गई और मेरा सिर अपनी जाँघों के बीच दबा लिया। उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थी। फिर मैंने अपना लण्ड उसके होंटों पर रख दिया। वह आईसक्रीम की तरह जीभ से लण्ड को चाटने लगी, जुली की चूत के पानी को चाटने लगी क्योंकि तभी कुछ देर पहले मैंने जुली को चोदा था।

मैंने उसका सिर पकड़ा और लण्ड उसके मुँह में ठुसकर आगे-पीछे करने लगा। उसकी आँखें पूरी खुल गई और मुँह लाल हो आया। जुली ने थोड़ी-सी क्रीम लेकर उसकी फ़ुद्दी में लगाई और उंगली से उसे चोदने लगी।

मैंने मधु के मुख से लण्ड बाहर निकाला तो वह सीत्कारे मारने लगी-हाँ जुली तेज-तेज करो! मज़ा आ रहा है! फाड दो मेरी चूत!

जुली ने उंगली निकाली और बोली-फाड़ेगा तो आमिर! आमिर आ जाओ! लोहा गर्म है!

कहते हुए जुली ने मेरे लण्ड पर क्रीम लगा दी। मैंने उठ कर उसके पैरों के बीच बैठकर लण्ड चूत पर लगा दिया, कन्धे पकड़कर हल्का-सा धक्का दिया तो लण्ड का टोपा उसकी चूत में घुस गया।

वो चिल्लाई-मर गई!

और पीछे को हट गई। मेरा लण्ड बाहर निकल आया। वह दर्द से चीख रही थी-मर गईl मुझे नहीं कराना अन्दर!

मैं बोला-मधु थोड़ी देर दर्द होगाl फिर तो मज़ा ही मज़ा है।

वो बोली-मुझे नहीं लेना मजा।

जुली भी गर्म हो चुकी थी। वह मुझे पीछे धक्का देते हुए बोली-आमिर रहने दो इस को! यह नहीं चुदेगी। तुम मुझे चोदो!

और लण्ड पर बैठकर झटके मारने लगी। हम दोनों मधु को दिखाने के लिए तेज-तेज आहें और सिसकारियाँ लेने लगे। जुली ज़ोर से लण्ड पर उछलती हुई अपनी चूचियों को मसल रही थी।

मैं भी नीचे से झटके मारते हुऐ सिसकारियाँ ले रहा था।

शायद यह देखकर मधु का दर्द कम हो गया और फिर चुदने का मन हो गया, वह बोली-जुली, मुझे करने दो।

मैंने जुली की तरफ़ इशारा किया, जुली बोली-ठीक है! पर इस बार नखरे मत करना।

ठीक है दीदी! पर मैं भी तुम्हारी तरह बैठकर ख़ुद अन्दर डालूँगी।

जुली खड़ी होते हुए बोली-ठीक है, आ जाओ!

मधु दोनों टाँगें चौड़ी करके लण्ड पर बैठ गई और धीरे से दबाब डालने लगी। जुली सारा उसके पीछे कन्धों पर हाथ रखकर खड़ी थी।

मैंने मधु के बाल पकड़े और जुली की तरफ़ इशारा किया।

जैसे ही मधु ने नीचे ज़ोर लगाया, मैंने बाल पकड़ कर ऊपर झटका मारा और सारा और जुली ने कन्धे नीचे दबा दिये।

मेरा लण्ड उसकी चूत फाड़ता हुआ आधा घुस गया।

वो फिर चिल्लाने लगी पर उठ नहीं पाई।

मैंने उसे पकड़ कर लिटा लिया और बाजुओं से हाथ पकड़ लिया, बोला-चुदना भी चाहती है और नखरे भी कर रही है? ले चिल्ला!

और एक दमदार झटका मारा!

2-3 झटकों में पूरा लण्ड चूत में ठोक दिया। उसकी आँखों से आँसू निकल रहे थे। जस्सी उसकी चूचियाँ सहलाने लगी।

मैं लगातार झटके पर झटके मार रहा था। थोड़ी देर में वह भी गाँड उछालने लगी।

मैं समझ गया कि उसे भी मज़ा आने लगा हैl

उसने साँस ली और बोली-तुम तो मुझे मार ही डालते?

मैं बोला-अब चुपचाप मजे ले! चोदने से कोई लड़की मरती तो दुनिया में लड़कियाँ नहीं बचती। फिर उसकी गाँड के नीचे तकिया लगाया और झटके मारने लगा। वह भी गाँड उछाल-उछाल कर पूरा साथ दे रही थी और बड़बड़ा रही थी-तेl तेज! औरl तेज हाँl मज़ा आ रहा है! फl फाड़l डाल! बहुत खुजली होती है इसमें! हाँl अl आl आl आहl सी.। सी.। ई.। मजाl आl गया। और तेज।

मैं उसे ठोके जा रहा था-l ये तो फाड़ दीl तेरी गाँड फाडूगाl तब पता चलेगा।

फाड़ देना।आl आl आहl औl गोडl आl -सी l मैं गई। कहते हुए लेट गई।

मेरा भी निकलने वाला था, मैंने 8-9 झटके धीरे-धीरे मारे और मधु की चूत से लण्ड बहार निकाल लिया और उसके ऊपर लेट गया।

फिर मैंने सारा को उठाकर उसकी चूत में अपनी एक उंगली डाल दी, तो वह ज़ोर से चिल्लाई आहह अब लंड डाल दो, अब और इंतज़ार नहीं होता, प्लीज जल्दी करो ना, प्लीज आहहह। फिर जब मैंने उसकी चूत में अपनी उंगली की तो वह मेरे लंड को ज़ोर से आगे पीछे करने लगी और ज़ोर से मौन करने लगी। उसकी चूत पूरी डबल रोटी की तरह फूली हुई थी। अब में उन्हें ऊँगली से लगातार चोद रहा था और वह ज़ोर से मौन कर रही थी, ये तुमने क्या कर दिया? अब मुझसे रहा नहीं जा रहा है, जल्दी से चोद दो, मेरी चूत में आग लग रही है और आहह, एम्म, ओह, आआआआआआअ, डालो ना अंदर जैसी आवाजे निकाल रही थी।

फिर मैंने उनकी गांड के नीचे एक तकिया लगाया और उसके दोनों पैरों को फैलाया और अपना लंड उसकी चूत में डाल दिया। अब जब मेरे लंड का सुपड़ा ही उसकी चूत में गया था तो वह ज़ोर से चिल्लाने लगी कि नहीं मुझे छोड़ दो, नहीं में मर जाउंगी, अपना लंड बाहर निकाल लो, लेकिन मैंने उसे अनसुना करते हुए एक ज़ोर का धक्का लगाया तो वह और ज़ोर से चिल्लाई। फिर मैंने उसके लिप्स पर किस करते हुए उसके मुँह को बंद किया और अपने धक्के लगाता गया। अब वह झटपटा रही थी और अपने बदन को इधर से उधर करने लगी, लेकिन में नहीं माना। अब में धक्के पर धक्के लगाए जा रहा था और अब उसकी आँखों से आसूँ निकल रहे थे। एक ज़ोर का झटका लगाया, एक ही झटके में पूरा लंड उनकी चूत के अंदर चला गयाl उनकी आह निकल गयीl

फिर में कुछ देर के लिए उसके ऊपर ही पड़ा रहा तो कुछ देर के बाद वह शांत हुई अब में उसके बूब्स को चूसने लगा था और अपने एक हाथ से उसके बालों और कानों के पास सहलाने लगा था और फिर कुछ देर के बाद मैंने उसके कानों को भी चूमना शुरू कर दिया तो कुछ देर के बाद वह फिर से गर्म हो गई। फिर मैंने धीरे-धीरे धक्के लगाना शुरू किया तो पहले तो वह चिल्लाई, लेकिन फिर कुछ देर के बाद मैंने पूछा कि मज़ा आ रहा है। फिर वह बोली कि हाँ बहुत मज़ा आआआआ रहा है, इस चूत को सिर्फ़ तुम्हारी चुदाई चाहिए l हाईईईईई, म्म्म्मम और फिर वह जोर-जोर से चिल्लाने लगी। फिर कुछ देर के बाद मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी। अब वह पूरी मस्ती में थी और मस्ती में मौन कर रही थी अआह्ह्ह आाइईई और करो, बहुत मज़ा आ रहा है। अब वह इतनी मस्ती में थी कि पूरा का पूरा शब्द भी नहीं बोल पा रही थी। अब में अपनी स्पीड धीरे-धीरे बढ़ाता जा रहा था हाअ, राआआआजा, आईसीईई, चोदो और ज़ोर से चोदो। आज मेरी चूत को फाड़ दो, आज कुछ भी हो जाए लेकिन मेरी चूत फाड़े बगैर मत झड़ना, आआआआ और ज़ोर से, उउउईईईई माँ, आहह हाँ, अब ऐसे ही वह मौन कर रही थी।

फिर कुछ देर के बाद मैंने महसूस किया कि मेरा लंड पानी से भीग रहा है। अब वह भी अपना पानी छोड़ने वाली थी, अब वह नीचे से अपनी कमर उठा-उठाकर चिल्ला रही थी और बडबड़ा रही थी आहहहहहह और चोदो मेरी चूत को, आज मत छोड़ना, इसे भोसड़ा बना देना और फिर कुछ देर के बाद वह बोली हाए मेरे राजा में झड़ने वाली हूँ और फिर मैंने उसकी गांड पकड़कर अपनी स्पीड बढ़ा दी, तो वह भी कुछ देर के बाद झड़ गई।

फिर वह अचानक से चिल्ला भी नहीं सकी, क्योंकि उसका मुँह मेरे मुँह में था और में उसको ज़ोर-ज़ोर से किस करता गया और धक्के लगाते गया। तभी वह बोली कि आज फाड़ डाल मेरी चूत को। फिर वह कुछ नहीं बोली। अब में उसे लगातार धक्के लगा रहा था और फिर में ऐसे ही 15-20 मिनट तक उसको उसी पोज़िशन में चोदता गया। फिर अब उसे भी मज़ा आने लग रहा था, अब वह भी अपने कूल्हे उछाल-उछालकर मुझसे चुदवा रही थी। अब मैंने उसे और ज़ोर-जोर से चोदना शुरू कर दिया था। फिर थोड़ी देर के बाद वह फिर झड़ गयी और शांत पड़ गयी।

तभी जैस्मिन भी आ कर मुझसे लिपट गयी और मुझे किस करने लगी और उसका हाथ मेरे लण्ड को सहलाने लगी मैं उसकी चूत पर हाथ फेरने लगा और फिर उसे घोड़ी बना कर चोदने में लग गया तभी जस्सी आ कर जैस्मिन के नीचे लेट गयी और अपनी चूत जैस्मिन के नीचे लगा कर उसको जैस्मिन को लिप किस करने लगी।

कुछ देर बाद जस्सी बोली आमिर तुम हम दोनों को एक साथ चोदो । मैंने अपना लण्ड निकला और जस्सी की चूत में डाल दिया जैस्मिन वैसे ही जस्सी के ऊपर लेती रही और जस्सी को लिप किस करती रही दोनों के हाथ एक दुसरे की चूचियो से खेल रहे थे और उसे चोदने लग गया कुछ देर में लगा जस्सी पानी छोडने वाली है तो लण्ड निकाल कर सोनी में दाल कर धक्के लगाने लग गया दोनों की हालत बुरी हो रही थी।

यह सब देख जुली और सारा भी गरम हो गयी और सारा मुझे लिप किस करने लगी और सारा मेरे दाए तरफ़ आ गयी जुली बायीं और आ गयी और मैं उसकी चूत में ऊँगली करने लगा। अब चारों ऊह्ह्ह्ह आहहहह मज़ा आ गया और ज़ोर से चिल्लाने लगीl कुछ देर में जुली सारा के ऊपर 69 पोजीशन आ गयी और दोनों एक दूसरी की चूत चूसने लगी। मैं उनके बूब्स दबाने लगा। अब मैं चार धक्के जैस्मिन में लगता और फिर लण्ड निकाल कर जस्सी की चूत में डाल कर चार धक्के लगाताl दोनों एक साथ झड़ने लगी । तो जस्सी बोली अब जुली सारा को भी एक साथ चोदोl

सारा नीचे लेट गयी और जुली घोड़ी बन कर उसके ऊपर आ गयी मैंने पहले लण्ड अनूपमाँ की चूत में डाला और 10-12 धक्के लगाए उसकी चूत एकदम गरम और गीली थी। फिर लण्ड निकाल कर सारा की चूत में डाल कर धक्के लगाने लगा। सारा भी चूतड़ उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी। और झड़ गयी तो मैंने लण्ड जुली की चूत में डाल कर धक्के लगाने शुरू कर दिए. जुली भी झड़ने लगी मैंने लण्ड बाहर निक्कल कर जैस्मिन की तरफ़ देखा तो वह आकर मेरे साथ लिपट गयी चुतरस में भीगा मेरा लण्ड चमक रहा था।

मैं घुटने के बल था वह भी घुटनो के बल थी उसकी चूचिया मेरी छाती से चिपक गयी थी। उसने लण्ड पकड़ कर अपनी चूत से रगड़ना शुरू कर दिया और चूत के मुँह पर लगा कर मुझसे चिपक गयी मैंने एक कास कर धक्का लगाया और लण्ड उसकी चूत के पूरी अंदर चला गया फिर मैंने लम्बे-लम्बे शॉट लगगने शुरू कर दिए लगभग पूरा लण्ड निकाल कर पूरी ताकत से अंदर पेल देता था। जैस्मिन चिल्ला रही थी और ज़ोर से और ज़ोर से बहुत मज़ा आ रहा है सोनी कह रही थी मुझ में समां जाओ आमिर l जस्सी मेरी पीठ चूमने लग गयी। मेरे हाथ उसकी गांड ज़ोर से अपने और दबा रहे थे। जैस्मिन अपने नरम बाजुओं से मेरी पीठ से दबा रही थी और मैं जैस्मिन के ओंठ चूस रहा था। कभी उपरला कभी निचला तो कभी अपनी जीभ उसके मुँह में घुसेड़ देता थाl वह मेरी जीब पर अपने जीब फेरती थी और चूसती थी। फिर वह झड़ने लगी मैं भी झड़ना चाहता था मैंने जस्सी की तरफ़ देखा उसने सर हिला दियाl मैंने धक्को से स्पीड बढ़ा दी। 10-12 मिनट के बाद मैं भी झड़ गया।

मैंने पुछा कोई और चुदना चाहती है तो सबने कहा नहीं अब बस करो और सब चिपक कर एक साथ सो गएl

लंड महाराजा बार-बार झड़ने के बाद भी बादस्तूर खड़े थे l


आगे क्या हुआ। ये कहानी जारी रहेगी।

कहानी जारी रहेगीl

आमिर l
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