RE: जब तक है शान.. चोदेंगे रांड
फिर एक दिन उसने मुझसे बोला- मेरे रूम पर कोई नहीं है.. प्लीज तुम आ जाओ।
मैं इस मौके को हाथ से जाने नहीं दे सकता था, उससे मिलने से पहले मैंने एक मेडिकल से कंडोम और और टेबलेट लीं.. और उसके घर पहुँच गया।
उसे देख कर ऐसा लगा कि जैसे वो मेरा ही वेट कर रही थी। उसने वाइट टी-शर्ट और लाइट ब्लू-जीन्स पहन रखी थी। उसकी टी-शर्ट से उसकी ब्लैक ब्रा नजर आ रही थी।
उसकी हसीन जवानी को देख कर फिर से मैं अपने होश खो बैठा था।
वो ही मुझे हिला कर होश में लाई और मुझे अन्दर लेकर गई।
मुझे बैठा कर वो अन्दर गई और कॉफी लेकर आई, हम दोनों सोफे पर बैठ कर कॉफ़ी पीने लगे थे।
बातों ही बातों में हम रोमांटिक हो गए। उसकी आँखें बंद थीं.. और मेरे होंठ उसके होंठों पर लग गए थे, मुझे लग रहा था.. जैसे कि मैं जन्नत में हूँ।
उसके होंठों से जैसे अमृत टपक रहा था, हम दोनों मदहोश हो चुके थे।
अब मेरा हाथ उसकी टी-शर्ट को उठा रहा था.. तभी उसने अचानक से मुझे धकेला। और बोली- नहीं.. मैं ये नहीं कर सकती।
ये मेरे खड़े लंड पर धोखा था।
मैं भी जल्दी से दरवाजे की तरफ बढ़ा और उससे बोला- मैं जा रहा हूँ।
तभी वो पीछे से उठी और मेरे हाथ को पकड़ कर बोली- जान.. कहाँ जा रहे हो.. ऐसा मत करो, चलो मैं तो तुम्हारी ही हूँ.. जो करना कर लो।
मैं आपको बता दूँ कि वो सिर्फ नाटक कर रही थी। वो मुझे चूत के लिए तड़पता देखना चाहती थी पर मैंने उसे ऐसा करने नहीं दिया।
अब वो मेरी थी। मैं उसके होंठों से रस पी रहा था। मैंने उसकी टी-शर्ट उतारी तो वो मेरे सामने काली ब्रा में थी। मैंने ब्रा भी उतार दी और उसके मम्मों को आजाद कर दिया।
जैसा कि मैंने आपको बताया था कि उसके मम्मे बहुत छोटे थे, मैं उन्हें दबा रहा था, वो जोर-जोर से सिसकारियां ले रही थी उम्म्ह… अहह… हय… याह… उसे मजा आ रहा था। पर मुझे बिल्कुल मजा नहीं आ रहा था.. क्योंकि आप जानते है कि आखिर खरबूजे का मजा निम्बू कैसे दे सकते हैं!
फिर भी मैं उसकी चूचियों को दबा रहा था। कुछ ही पलों बाद मैं उसके गले पर किस करने लगा था।
अब उसे ऐसा लग रहा था.. जैसे उसे जन्नत मिल गई हो, वो इतनी मदहोश हो चुकी थी कि उसकी आँखें ही नहीं खुल रही थीं।
मुझे उसके मम्मों का भी सदुपयोग करना था.. तो मैं उसके मम्मे चूसने लगा।
उसने मेरे बाल कसके पकड़ लिए और बस एक ही रट लगाने लगी- ओह्ह.. कम ऑन बेबी..
मैं भी उसे फुल मजे दे रहा था।
उसने अब तक मेरी टी-शर्ट निकाल दी थी। पता नहीं उसके हाथ बार-बार मेरे लंड पर क्यों घूम रहे थे, मैंने उसकी जीन्स का बटन खोल उसकी पेंटी पर हाथ फिराना शुरू कर दिया।
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उसकी आँखें मुंद कर बंद हो गई थीं। हम दोनों को भरपूर मजा आ रहा था। उसने मेरी पैंट उतार दी और मैंने उसकी, मैं अब अंडरवियर में था और वो अपनी ब्लैक पेंटी में थी।
वो मेरे सीने पर किस कर रही थी, मैं उस आनन्द को कभी नहीं भूल सकता, एकदम सुपर आनन्द मिल रहा था।
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