RE: मेरी बेकरार वीवी और मैं वेचारा पति
अपडेट 137
मैं : तुमको पता है ... मुर्ख हो तुम ...ऐसे ही नंगी आकर खड़ी हो गई ...
यहाँ तिवारी अंकल बैठे थे ...
श्वेता : क्याआआआआआ ???पापआआआआ यहाँँँ ओह नो ...??
मैं : जी मैडम जी ...और उन्होंने तुम्हारे सब आइटम खुले देख लिए ...
श्वेता : अरे यार उसकी चिंता नहीं है ....पापा हैं नंगा देख भी लिया तो कुछ नहीं ....पर तुमको यहाँ देखकर तो समझ गए होंगे कि हमने क्या किया होगा ...
मर गई यार ...उनको बहुत बुरा लगा होगा ...
मैं : ओह तो तुमको उसकी चिंता है ...वो तुम मत करो मैं तो ये सोच रहा था कि तुमको नंगा देखे जाने की
चिंता होगी ...
श्वेता : तो उसकी क्यों नहीं ...अब पूछेंगे नहीं कि मैं अकेली तुम्हारे साथ नंगी क्या कर रही थी ...
मैं : अरे कुछ नहीं पूछेंगे ...तुमको पता है ..आजकल उन्होंने जूली को पटा लिया है ...और दोनों खूब मस्ती कर रहे हैं .......
श्वेता : क्याआआआआआ जूली भाभी ....????
मैं : हाँ यार आजकल दोनों में खूब जम रही है ....जूली और अंकल दोनों को बिना कपड़ों के कई बार देख चुका हूँ ...
श्वेता : तुम्हारा मतलब है कि दोनों आपस में ....
मैं : हाँ यार दोनों खूब चुदाई भी करते हैं ....
श्वेता : छीइइइइइइइइ ये कैसी भाषा का प्रयोग कर रहे हो ...
मैं : कमाल है यार जो कर रहे हैं उसको बोलने में क्या हर्ज है ...तुम भी क्या यार..?? भाई और बाप के सामने नंगा होने में शर्म नहीं है ...पर चुदाई शब्द बोलने में शर्म है ......
और कौनसा हम किसी के सामने बोल रहे हैं ...
अकेले में ही ना ...और ये भी सुन लो कि तुम्हारे पापा और जूली ऐसे ही शब्द बोलकर खूब चुदाई करते हैं ...
मैंने श्वेता की चूचियों को दबाते हुए उसके कांपते हुए होंठो को चूस लिया ...
श्वेता : मतलब पापा अभी भी ये सब करते हैं ..??
मैं : क्या कह रही हो मेरी जान ...आदमी और घोडा कभी बूढ़ा नहीं होता ...
और तुमको तो पापा के सामने नंगा खड़ा होने में कोई एतराज नहीं था ..
पर वो तुम्हारी इन मदमस्त चूचियाँ और चूत को घूर घूर कर मस्त हो रहे थे ...
हाहाहाहाहाहा .....
श्वेता ने मुझे पीछे को धकेला ...और
श्वेता : मारूंगी हाँ ...अब ज्यादा ....
तभी कमरे में रंजू भाभी आ गई .......
रंजू भाभी : क्या कर रहे हो तुम लोग ..?? चलो ना ...
श्वेता का बच्चा भी जाग गया था ...
मैं रंजू भाभी के साथ बाहर को आ गया ....
मैं : और सुनाओ भाभी क्या चल रहा है ...
रंजू : कुछ नहीं मैं तो वहां ऋतू और रिया के साथ थी ..अभी जूली आई तो यहाँ आ गई ....
मैं चौंका ...
मैं : क्या मतलब ..??जूली आपके साथ नहीं थी ...
फिर कहाँ थी वो ...
रंजू भाभी मुसकुराने लगी ...
रंजू भाभी : तू तो सोते रहना बस ....
वो मेहता अंकल के दोस्त लोग आ गए हैं ...उन्ही की व्यवस्था में बिजी थी ...
मेरी नजर के सामने उनके वो सभी कमीने दोस्त आ गए ...जो महिला संगीत में जूली से छेड़खानी कर रहे थे ...
मैं : अरे पहेलियाँ मत बुझाओ ना भाभी ...बताओ न क्या हुआ ..??
रंजू भाभी : ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मैं उसके साथ थोड़ी थी ...
वैसे उसकी हालत से तो लग रहा था कि कमरे में खूब धमाचौकड़ी करके आई है ...
मैं : क्या भाभी आप भी ना ...अपने कुछ पूछा नहीं ..
रंजू भाभी : अभी नहीं .....ठीक है तू चल नीचे फिर ...बात करती हूँ ...बता दूंगी सब ..ठीक है ...
मैं : अरे क्या हुआ ..??? मुझे भी आने दो ना ...
रंजू भाभी : अरे क्या करता है ...वो ऋतू की वैक्सिंग हो रही है ...
वो नंगी ही थी ..जब मैं गई थी ...
मैं : अरे तो क्या हुआ ...बस एक नजर देखने दो ना ..
इस साली को ही नहीं देखा अभी तक ...
और मैं भी भाभी के साथ कमरे में घुस गया ...
बहुत ही सुंदर दृश्य मेरा इन्तजार कर रहा था ....
एक ओर कोने वाले बिस्तर पर जूली तो सो रही थी ...
सामने सोफे पर ऋतू पूरी नंगी पेट के बल लेटी थी ...
उसके चेहरे और चूतड़ पर कोई लेप लगा हुआ था ...
आँखे बिलकुल बंद थी ...नहीं तो मुझे देखकर जरूर चीख पड़ती ..
ड्रेसिंग टेबल की बेंच पर रिया एक स्लीव लेस पारदर्शी गाउन पहने बैठी थी ....
अपना एक पैर दूसरे घुटने पर रख उसके नेल्स फाइल कर रही थी ...
उसने मुझे देखा और मुसकुरा दी ...
मैंने अपनी उंगली अपने होंठो पर रख उसको चुप रहने का इशारा किया ...
रिया बहुत समझदार थी ...उसने कोई आवाज नहीं की ..
ऋतू : आप आ गई भाभी ...देखो न हिप में बहुत चिरमरहहत हो रही है ...
रंजू भाभी : हाँ मेरी बन्नो ...वो तो होगी ना ... लण्ड जाते हुए भी तो हुई होगी ना ...तब तो खूब ले लिए अंदर ..
दोनों छेद कैसे हो गए थे ....रंग भी गहरा हो गया था ...
अब क्रीम लगाईं है तो कुछ तो करेगी उसको सही करने के लिए ...
मैंने भी देखा ...ऋतू के चूतड़ बहुत गोरे थे ..और उठान भी अच्छी थी ...
उसके चूतड़ के छेद पर कोई पर्पल कलर की क्रीम लगी थी ...
मुझे पता है ये क्रीम चूत और गांड के छेद को फिर से खूबसूरत बना देती है ....
ये क्रीम जूली भी यूज़ करती है ...इसीलिए उसकी चूत एक छोटी बच्ची जैसी कोमल और प्यारी है ...
उसने दोनों पैरों को कस कर सिकोड़ा हुआ था ..इसलिए पीछे से चूत नहीं दिख रही थी ...
मैं रिया के पास जाकर बैठ गया ....और उसके होंठो को एक जोरदार चुम्मा दिया ... साथ ही साथ उसकी चूचियों को भी सहला दिया ...
वो भी बहुत तेज थी ...
उसने अपने पैरों के अंगूठे से मेरे लण्ड को सहला दिया ..
तभी रंजू भाभी की आवाज आई ...
वो हमको नहीं वल्कि ऋतू को ही देख रही थी ...
रंजू भाभी : अभी १० मिनट और ऐसी ही लेटी रह तू ...
वो ऋतू को बोलकर जूली के पास चली गई ...
रंजू भाभी : उफ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़्फ़ कैसी मरी आई है तुझको ...पहले वहां चली गई ...अब देखो कैसे पड़कर सो गई ...
अरे उठ न ...तुझे कुछ नहीं करना क्या ...चल मेरे चेहरे की मसाज कर दे ...
.... जूली : ओह्ह्ह रुको ना भाभी ...पूरी रात सो नहीं पाई हु ...बस १० मिंनट रुक जाओ ...प्लीज ...
जूली मुझे नहीं देख सकती थी ....
रंजू भाभी हम दोनों के बीच बैठी थी ...और वो वैसे भी दूसरे कोने में लेटी थी ...
तभी रंजू भाभी ने जूली की साडी जो घुटनो तक थी ...उसको जांघो से ऊपर कर दिया ....
जूली : ओह सोने दो न ...क्या कर रही हो ..???
रंजू भाभी : ये सब क्या किया ...कितनी गन्दी हो रही है ....
सब जांघे और ओह्ह्ह्ह ये पेटीकोट तो कितना गन्दा हो रहा है ....
क्या रात से ऐसे ही पहने है ....कितना गन्दा ....ओह ...ये तो कितने सारे धब्बे हैं ....
जूली : ओह्ह्ह नहीं भाभी ....वो मेहता अंकल के दोस्त है ना ...ये .....
और वो कहते कहते रुक गई ...
रंजू भाभी : तो ये सब उन्होंने किया ...ओह्ह्ह ...बता ना क्या क्या हुआ ...और कोई नहीं है ...तू बता ...
जूली : पर वो ऋतू और रिया ....
रंजू : अरे उनकी चिंता मत कर वो सब जानती हैं ...
तू बता ना कि क्या हुआ ....
अब क्या बताओ भाभी मैं तो बस मेहता अंकल के मेहमानो को कमरा ही दिखाने गई थी ...
पर वो तो बहुत ही चालु निकले ...
रंजू भाभी : थे कौन ...वही तीनो रिटायर्ड ना ...
तभी आँखे बंद किये हुए ही ऋतू बोल पड़ी ...
ऋतू : भाभी वो तीनो अनवर, जोजफ और राम अंकल होंगे ना ...बहुत अच्छे दोस्त हैं डैड के ...और उतने ही हरामी भी हैं ..
रिया : हाँ हाँ मुझे पता है ...तीनो ने मॉम को भी नहीं छोड़ा था ...जब मौका मिलता था ...चोद देते थे ...
ऋतू : तू पागल है क्या ...वो सब क्यों बोलती है ..अब तो मॉम जिन्दा भी नहीं है ...
रिया : अरे बस बता ही तो रही हूँ ..उनकी नजर तो हम दोनों पर भी रहती है ...है ना ...
रंजू भाभी : अरे तुम दोनों चुप करो पहले ...जरा जूली की भी तो सुन लो ...इसका तो लगता है तीनो ने एक साथ मिलकर काम तमाम कर दिया है ...
उन्होंने अपने सफर की साडी थकान इसी पैर उतारी है ..हा हा ....
जूली : क्या भाभी आप भी ...वैसे कह तो सही रही हो आप ...
मेरे कमरे में पहुँचते ही ....???
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