RE: Antarvasna मैं तेरा आशिक़
राज की आँखें एक दम से हैरान हो गयी और सब बाते अपने आप दिखने लगी
राज – अच्छा अच्छा तो खबर पक्की है
बिल्कुल पक्की सर कभी झूठ नही कहा सर वैसे आप इतने हैरान क्यू है
राज – वो जानने वाली है और जानने वाले को कोई कैसे भूल सकता है कल मैं पोलीस स्टेशन पहुचता हू
राज की वो कातिल मुस्कुराहट फिर छा गयी और ज़ोर ज़ोर से हँसने लगा हाहहहहहहहहहा आहाहहहहहहहा
देखा मेरी जान तुम मुझसे जितना दूर जाओगी मुझे उतने करीब पओगि शायद ये ऊपर वाले का मुझपर रहम है कि मैं तुम्हे फिर पा सकता हू मेरी जान अब मैं तुमसे दूर नही तुम नही मरी हाहहहहहा मेरी तो साँसें अटक गयी थी और मेरे बगैर तुम मुझसे दूर थोड़ी ही ना जा पओगि मेरी जान हाहहहहहाहा ह्म्म्म्मममममम म्म्म्ममममममम ह्म्म्म्ममममममम
प्यार माँगा है तुम्ही से ना इनकार करो प्यार माँगा है तुम्ही से हाहहहा ना इनकार कारूव हाहहहहहाहा खुद को मेरे कर्रेब लाकर दूर ना करूऊ हाहहहहाहाः मुझे प्यार कारू मुझे प्यार कारू
राज अपने गुनगुनाते हुए वापिस रूम से बाहर निकल गया
सुबह हो चुकी थी एक नयी सुबह की रोशनी डॉली के चेहरे पर पीछे से आ रही खिड़कियो से पड़ी डॉली ने अपनी आँखें खोली जिसमे मौत के अंधेरे से दूर एक नयी ज़िंदगी की रोशनी थी डॉली ने अपने सिरहाने के पास अपनी मा को देखा जो उसके जागने के लिए वही पर सो चुकी थी डॉली ऊन्हे जगाना चाहती थी पर शायद ऑक्सिजन मास्क की वजह से वो बात नही कर सकती थी
राज तेज़ी से दौड़ता हुआ पोलीस स्टेशन पहुचा और सीधे अंदर घुसा जहाँ हवलदार ने कहा सर आपकी जीप कहाँ है ?
राज – वो दरअसल खराब हो गयी थी गॅरेज में दी है हां वो हरामी आया क्या??
हवलदार – आपके कॅबिन में वेट कर रहे है
राज झट से अंदर घुसा – हेलो सर ?
ए सी पी धरम एक दम पीछे मुड़ा और कहा तो आप आ गये जनाब पोलीस स्टेशन 24 घंटे खुला रहता है और आप जैसे लोग यहाँ ना होकर जुर्म को और बढ़ने की दस्तक देते है जानते है आप ?
राज चुप हो गया था – नो नो सर वो आज मेरी जीप खराब हो गयी दट’स वाइ मुझे इतना वक़्त लग गया
ए सी पी धरम – ह्म्म्म्म अच्छा तो कुछ पता चला कातिल कौन है ??
राज – सर कातिल कैसा कातिल सर ?
ए सी पी – ओह अब आप केस भी भूलने लगे है
राज – नो सर ऐसा नही है
ए सी पी – तो फिर क्या है राज आइ आम टॉकिंग अबौट दा मर्डर केस ऑफ सुभास शर्मा ध्यान कहाँ है आपका ?........ए सी पी ने चिल्लाते हुए कहा
राज – सॉरी सॉरी सर वो कातिल का अब तक सबूत मिला तो है लेकिन एक मीट चाकू से ना तो उस पर वार किया गया है और ना ही उस शर्ट से कोई उसका सुराग मिला है सर हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे है
ए सी पी धरम – ह्म्म्म्ममम पूरी कोशिश राज अगर आपको अपना नाम उन पोलिसेवालो की लिस्ट में नही डालना जिन्होने अपनी वर्दी का ग़लत फायेदा उठाया और कितने मुज़रिमो को भागने का मौका दिया तो फिर आप इस पोलीस और इस वर्दी से रेजिग्नेशन दे सकते हो
राज – नो सर कभी नही ये वर्दी मैने जुर्म को रोकने के लिए पहनी है आंड आइ आम सॉरी कि मैं पर्सनल प्रॉब्लम्स को फेस कर रहा हू मैं इस केस में खूनी का पता लगाके रहूँगा
ए सी पी ने उसे घूर कर देखा और कहा ह्म्म्म स्ट्रेंज कैसा पर्सनल प्रॉब्लम बीवी से झगड़ा या बाहरवाली के साथ कोई चक्कर और या रिश्वत
राज अब अपने गुस्से को कंट्रोल नही कर पा रहा था – सर आप मुझे ग़लत समझ रहे है आइ आम नोट आ करप्ट ऑफीसर और वैसे भी मेरी अब तक शादी नही हुई
ए सी पी – ठीक है मैं आपसे सिर्फ़ इतना चाहता हू कि खूनी तक पहुचने की कोशिश करो ना कि पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को बीच में लाओ और हां उस जीप के मलवे का कुछ पता चला
क्या नाम है उस लड़की का हां डॉली डॉली शर्मा ये उसकी जीप नही है वो अभी भी सिटी केर हॉस्पिटल में भरती है उसकी जान जाते बची है और मैं चाहता हू इन हो रही वारदाटो का किस्सा तुम्हे ही ख़तम करना है अंडरस्टॅंड नाउ यू कॅन वर्क आंड आइ हॅव टू गो फॉर आ केस
राज ने धरम को अपने बगल से गुज़रते हुए देखा और राज गुस्से में अपनी मुट्ठी कस्के टेबल पे मारा
राज – डॉली डॉली ये तुमने क्या किया ?? मुझे मौत के मुँह में घसीटने का बड़ा शौक था ना अब तुम जानोगी कि मुसीबत का दूसरा नाम राज है मैं तुम्हे पाकर ही रहूँगा
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