Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
12-25-2019, 01:39 PM,
#1
Star  Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
कॅरेक्टर्स इंट्रोडक्षन

फॅमिली इंट्रो.


हीरो - रॉकी
एज - 19
हाइट - 5.10
कलर - फेर & ब्लू आइज़
अट्रॅक्टिव बॉडी 6 पॅक एबेस वित क्यूट फेस आत्लीट्स बॉडी साथ मे बॉक्सिंग चॅंपियन भी है
{स्टेट लेवेल तक खेला है "गोल्ड मेडलीस्ट" है बॉक्सिंग मे}
लड़कियाँ मरती हैं इस्पे
पर ये किसी को भाव नहीं देता केवल अपनी फॅमिली ओर फ्रेंड्स से बात करता है.
अगर कोई लड़की इसको बिना शर्ट के देख ले तो बस इसमे ही खो जाए.

आदत मे बिल्कुल अपने पापा पर गया है
बहुत ही नेक ऑर शरीफ.
बीसीए 1स्ट एअर मे है
12थ मे डिस्ट्रिक्ट टॉपर है
इसकी जान अपनी बहेन मे बस्ती है
पापा का लाड़ला है.
______________________________


सिस्टर - मानसी {मनु} प्यार का नाम
एज - 18
हाइट - 5.6
फिगर - 32 - 28 - 32
कलर - फेर & ब्लू आइज़
वेरी क्यूट गर्ल & वेरी मॉडर्न
ज़्यादातर जीन्स टॉप ही पेहेनती है
12थ मे है अपनी क्लास की टॉपर
बिल्कुल अपनी माँ पर गयी है
अपने भाई से बोहोत प्यार करती है.
______________________________


फादर - केशव ठाकुर
एज - 40 यियर्ज़
हाइट - 5.10
अभी भी 30 साल के लगते हैं...
ऑर डेली योगा & नॅचुरल वर्काउट करते हैं
शहेर मे कंप्यूटर पार्ट्स की
इम्पोर्ट/ एक्सपोर्ट की कंपनी है खुद की
ऑर साथ मे एक माल भी है जो इन्होने
रोकके के नाम कर रखा है..
अपनी पत्नी ओर दोनो बेटे ऑर बेटी से बोहोत प्यार करते हैं
ख़ासकर अपने बेटे से ...
क्योंकि वो एक नेक ऑर शरीफ लड़का है.
______________________________


मदर - अर्चना देवी
एज - 38
हाइट - 5.6
कलर - फेर वित क्यूट & अट्रॅक्टिव फेस
फिगर - 38 - 34 - 38
ये हाउस वाइफ ( घरेलू महिला ) हैं.
ऑर अपनी फॅमिली से बोहोत प्यार करती हैं.

______________________________
दादा - ठाकुर विष्णुपरताप (विष्णुप्रताप) 70 यियर्ज़
दादी - कोषल्या देवी 65 यियर्ज़
गाँव की हवेली मे अपने बड़े बेटे गजेन्द्र के साथ रहते हैं
______________________________

चाचा - ठाकुर गजेंद्र सिंग (गजेन्दर)
एज - 44 यियर्ज़
विष्णुपरताप की गाँव मे पुश्तेनि ज़मीन है ओर ये खेतों ओर मज़दूरों का हिसाब किताब करते हैं

चाची - मीनाक्षी देवी
एज - 42 यियर्ज़
घरेलू महिला हैं बोहोत सुंदर हैं
फिगर - 36 - 32 - 36

साक्षी - गजेंद्र ओर मीनाक्षी की बेटी
एज - 20 यियर्ज़ (बीबीए 2न्ड एअर) गाँव से 8 किमी दूर शहेर के टॉप कॉलेज मे है
पढ़ाई मे आवरेज है
कलर - फेर वित सेक्सी बॉडी
फिगर - 34 - 30 - 34
हाइट - 5.5
______________________________

बुआ - रेखा ठाकुर 34 यियर्ज़
प्रताप ठाकुर - रेखा के पति 36 यियर्ज़
प्रिया - रेखा ओर प्रताप की बेटी (12थ क्लास)
18 यियर्ज़ , क्यूट फेस & सेक्सी बॉडी
फिगर- 30 - 28 - 32
______________________________

नाना - बीर्जेश ठाकुर (डाइड)
नानी - नीलिमा देवी (डाइड)
______________________________

मामा - नागेश ठाकुर - 44 यियर्ज़
मामी - चंदा देवी - 41 यियर्ज़

प्रीति - नागेश ओर चंदा की बेटी
एज - 18 यियर्ज़ (12थ क्लास)
हाइट - 5.6
कलर - फेर वित अट्रॅक्टिव फेस
______________________________

मौसा - ज़ितेन्द्र ठाकुर 47 यियर्ज़
मासी - सुलोचना देवी 45 यियर्ज़
आकाश - बेटा 22 यियर्ज़
( बॅंक मे जॉब करता है)
मरीया - बेटी (बी.टेक 3र्ड एअर सीएस)
आगे - 21 यियर्ज़
हिगत - 5.5
कलर - फेर वित सेक्सी बॉडी

▪▪▪▪▪▪▪■■■■■▪▪▪▪▪▪▪
Reply
12-25-2019, 01:41 PM,
#2
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
फ्रेंड्स इंट्रो.

1). हंस (हंस)
एज - 19
रॉकी के साथ ही 10थ & 12थ किया था
ऑर अब भी साथ मे ही पढ़ता है
गुड लुकिंग ऑर मस्तमौला बंदा है ... अपने दोस्त पर जान भी देने को तय्यार रहता है
______________________________
2). राजू
एज - 19
रॉकी का बचपन का दोस्त ऑर बेस्ट फ्रेंड है
ऑर नर्सरी से कॉलेज तक साथ ही हैं
रॉकी ऑर राजू के पापा दोस्त हैं इसलिए दोनो की फॅमिली भी आपस मे मिलती रहती हैं हर वेड्डिंग पार्टी मे... या किसी भी सुख दुख मे
______________________________
3). पल्लवी (कॉलेज फ्रेंड)
एज - 19
हाइट - 5.6
कलर - फेर वित सेक्सी बॉडी
फिगर - 32 - 28 - 34
आइज़ - लाइट ग्रीन { कंजी आँखें }
( चलता फिरता सेक्स बॉम्ब है ) बोहोत लड़के मरते हैं पर ये किसी को भाव नहीं देती सिर्फ़ अपने ग्रूप से ही बातें करती है ऑर रॉकी के लिए लव फीलिंग्स हैं पर आज तक कह नहीं पाई

वैशाली - पल्लवी'स मोम
38 एअर'स ओल्ड
दिल की एकदम सॉफ ऑर हाउस वाइफ हैं.
एकलौती बेटी है पल्लवी,
इसी लिए उससे जान से ज़्यादा प्यार करती हैं.

दीपक - पल्लवी'स फादर
40 एअर'स ओल्ड
बाइक्स की एजेन्सी है खुद की
संस्कारिक आदमी हैं.

नोट- (रॉकी के फ्रेंड्स के मम्मी पापा ऑर भाई बहनो का इंट्रो उनका वखत आने पर होगा).
▪▪▪▪▪▪▪■■■■■▪▪▪▪▪▪▪
______________________________
अदर कॅरक्टर इंट्रो.

लीज़ा - ज़िन्न्ळोक की राजकुमारी
मेनका - लीज़ा की छोटी बहेन
अघोरा - लीज़ा के फादर & ज़िन्न्लोक के किंग
अवंती - मदर & क्वीन ऑफ जिन्न लोक
--------------------------------------

अंजलिका (अंजू) - परी
रॉकी से बचपन से प्यार करती है
दिल की एकदम सॉफ ऑर बोहोत प्यारी है.
------------------------------------
रचना - कॉलेज टीचर
(रचना)
एज- 26 यियर्ज़
फिगर - 36-32-36
बोले तो एक दम सॉलिड पीस.
शादी शुदा है पर हज़्बेंड आउट ऑफ कंट्री जॉब करता है .)
▪▪▪▪▪▪▪■■■■■▪▪▪▪▪▪▪
नोट-
(भाई लोगो बाकी के जितने कॅरेक्टर्स आड होंगे उनका इंट्रो बाद मे होगा
Reply
12-25-2019, 01:41 PM,
#3
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट -- 1


नैनीताल शहेर मे 'नैनी झील' के
किनारे बनी हुई है एक प्यारी सी
विला जिसका नाम उसके बाहर लगे हुए
मार्बल के पत्थर पर गोलडेन कलर से
लिखा हुआ है.
"ठाकुर विला"



बहुत ही आलीशान विला है



इस विला को बनवाने मे एक बार को तो
ठाकुर केशव भी कर्ज़े मे आ गये थे..

फिर अपने अच्छे बिजनेस के चलते जल्दी ही रिकवरी कर ली.
इस विला मे सबके अपने सेपरेट रूम्स हैं.

ऑर रॉकी ने अपने पापा से कहकर नीचे 1 प्राइवेट जिम भी एड करवा रखा है



जिसमे वो डेली एक्सर्साइज़ करता है

एक बड़ा हॉल है जहाँ डाइनिंग टेबल रखी हुई है.





नीचे बोहुत सारे रूम्स हैं
(विला मे इतने रूम्स तो होते ही हैं इसलिए काउंटिंग नहीं लिखी)
1 रूम मे रॉकी के मोम - डॅड रहते
बाकी के गेस्ट रूम्स हैं.
सभी रूम्स मे वॉशरूम अटॅच्ड हैं.
(पर जब भी रॉकी की कोई भी
कज़िन सिस्टर्स आती हैं वो
ज़्यादातर सिर्फ़ रॉकी या मनु के साथ ही सोना पसंद करती हैं.)
हॉल मे ही एक तरफ किचन है.
हॉल से ही स्टेर्स हैं फर्स्ट फ्लोर
पर जाने के लिए.



ऊपर 1स्ट्रीट फ्लोर पर बोहोत से रूम्स हैं एक हमारे हीरो रॉकी का है



रॉकी का रूम सबसे यूनीक है
मतलब सबसे ज़्यादा बड़ा ओर ज़रूरत की हर चीज़ से भरा हुआ किंग साइज़ बेड के साथ.
बराबर मे ही दूसरा रूम
इस घर की सबसे प्यारी & क्यूट गर्ल मानसी का है



मानसी का रूम भी किसी
राजकुमारी के रूम से कम नहीं है...
उसने अपने रूम को इस
तरहा सजाया है की देखने वाले को यही लगेगा कि ये लड़की सफाई पर कितना
ध्यान देती है.
{हां ये बात अलग है कि वो सोती
ज़्यादातर अपने भाई के रूम मे ही है.}
बाकी के रूम्स बंद हैं...
सभी रूम्स मे टाय्लेट & बाथरूम अटेच हैं
_______________________________
(अब आते हैं स्टोरी पर)

रोज़ की तरहा रॉकी सुबह 5 बजे सोकर उठा ऑर
फ्रेश होकर अपनी डेली एक्सर्साइज़ के लिए
नीचे चल दिया
1 घंटा एक्सर्साइज़ करने के बाद
किचन मे जाकर 2 कप कॉफी
बनाकर चल दिया अपनी गुड़िया के रूम मे
रूम लॉक नहीं था ...
रॉकी ने अंदर जाकर देखा तो मानसी
सो रही थी ... सोते हुए बड़ी
ही प्यारी लग रही थी ...
रॉकी ने प्यार से उसके सर
पर हाथ फेरा उसके बाद
उसके फूले फूले गालो पर किस किया ...
जिससे मानसी कसमसाने
लगी ऑर उसके चेहरे पर
एक प्यारी सी मुस्कान आ गयी.
ऑर स्माइल करते हुए बोली
मानसी - गुड मॉर्निंग स्वीतू भैया
रॉकी - गुड मॉर्निंग स्वीटी
चलो उठ जाओ स्कूल नहीं जाना क्या

मानसी - भाई सोने दो ना... (मासूम सा चेहरा बनाते हुए)

रॉकी (वित स्माइल)- चल नौटंकी उठ रही है या नीचे से मम्मी को भेजू..

मानसी (जल्दी से उठ कर बैठते हुए)- उठ रही हूँ डरा क्यों रहे हो...

रॉकी (हँसते हुए)- डरा नहीं रहा स्वीटी जल्दी उठ जाओ आज मेरा फर्स्ट डे है कॉलेज मे
ऑर मैं फर्स्ट दे ही लेट नहीं होना चाहता.

मानसी (खुश होते हुए)- मैं तो बोहोट एग्ज़ाइटेड हूँ..
आज जो भी कॉलेज मे हो आप वापस आकर ज़रूर बताना
(ये दोनो बचपन से ही हर बात शेर करते हैं)

रॉकी - अच्च्छा ठीक है पहले तू फटाफट फ्रेश हो कर कॉफी पी वरना ठंडी हो जाएगी...

मानसी - थॅंक्स भाई कॉफी के लिए..

रॉकी - चल पागल भाई को थॅंक्स बोलती है... ये तो मेरी रोज़ की ड्यूटी है... (स्माइल)

मानसी - हाहहहः ओ.के भाई...
आप नीचे चलिए मैं आती हूँ फ्रेश होकर ओर कॉफी पीकर .

रॉकी - जल्दी आना नीचे मम्मी पापा वेट कर रहे होंगे डाइनिंग टेबल पर
कहते हुए रॉकी नीचे चला गया
नीचे डाइनिंग टेबल पर पापा अख़बार पढ़ते हुए चाइ की चुस्कियाँ ले रहे थे ...

रॉकी - गुड मॉर्निंग डॅड

डॅड - गुड मॉर्निंग बेटा आओ - आओ बैठो.
तो बर्खूदार आज तो आपका कॉलेज मे फर्स्ट डे है

रॉकी - जी डॅड सही कहा आपने.

डॅड- अगर कोई रॅगिंग करे तो कॉल कर देना

रॉकी - डॅड मैं संभाल लूँगा वैसे भी मैं अकेला कहाँ जा रहा हूँ साथ मे राजू ऑर हंस तो हैं उन्होने भी मेरे साथ ही अड्मिशन लिया है.

डॅड - ह्म ठीक है... अपनी कार ले जाना

रॉकी - डॅड आपको तो पता है ना मुझे शो ऑफ करना कितना बुरा लगता है
इससे पहले कि डॅड कुच्छ जवाब देते
(मोम किचन से बाहर आते हुए)
मोम - क्यों सुबह - सुबह मेरे बेटे को परेशान कर रहे हो

डॅड - लो जी अब अपने बेटे से प्यार भी नहीं जता सकता

मोम (डॅड को घूरते हुए)- हां हां तुम ही करते हो प्यार हम तो करते ही नहीं..

रॉकी - गुड मॉर्निंग मोम

मोम - गुड मॉर्निंग बेटा... तेरी गुड़िया कहाँ है ... उठी नहीं अभी तक

इतने मे मानसी भी सीडीयाँ उतरती हुई

मानसी - गुड मॉर्निंग एवेरिवन...

सभी - गुड मॉर्निंग...

रॉकी - मोम आज ब्रेकफास्ट मे क्या है

मोम - बेटा आज मानसी की पसंद का है
शाही पनीर, छोले & पूरी ऑर रायता.

रॉकी - इसमे नया क्या है ... ये तो रोज़ ही होता है.. मानसी की पसंद ... क्यों मनु

मानसी - थॅंक्स मोम... जी भाई .. बिकॉज़, मोम लव मी सो मच...

रॉकी - कोई बात नहीं मेरे पापा हैं ना मुझे प्यार करने के लिए...
पापा - हां जी बिल्कुल...

इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्रेकफ़ास्ट ख़तम होता है...

फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.
Reply
12-25-2019, 01:41 PM,
#4
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट -- 2

एक्स --

इसी तरहा मज़ाक मस्ती के साथ ब्टेआकफ़स्ट ख़तम होता है...
फिर रॉकी अपने रूम मे जाकर कपड़े चेंज करता है कॉलेज जाने के लिए.

नेक्स्ट --

ब्लॅक शर्ट , ब्लॅक पॅंट , ओर साथ मे ब्लॅक ब्लेज़र ऑर हाथ मे ब्लॅक वॉच पैरो मे ब्लॅक शूस.
बोले तो एक दम "ऑल ब्लॅक"

कपड़े चेंज करके नीचे आता है आज रॉकी कुच्छ ज़्यादा ही स्मार्ट लग रहा था...

एक तो 18 का डोला ऑर 6 पॅक एबेस ऑर ऊपर से फिटिंग के कपड़े.

मानसी (सीटी बजाते हुए)- आज तो लड़कियाँ गयीं काम से.

जिससे अपना हीरो ब्लश करने लगा.

मोम अंदर से काजल की डिब्बी लाती हैं ओर रॉकी के कान के पीछे एक टीका लगाती हैं

मोम - नज़र ना लगे मेरे बेटे को

डॅड - बेटा आज कॉलेज जा तो रहा है साथ मे बहू मत ले आना
सभी हँसने लगते हैं ऑर रॉकी ब्लश करने लगता है...

ये बात सुनकर मानसी थोड़ी मायूस सी हो गयी थी पर उसने ज़ाहिर नहीं होने दिया

अब ये क्यों हुआ ये तो वो ही जाने..

ऑर रॉकी ऑर मानसी सबको बाइ करके चल देते हैं अपने स्कूल/ कॉलेज
ऑर पापा अपने ऑफीस अपनी कार से
मनु अपनी स्कूटी से ऑर रॉकी अपनी बुलेट से

अभी रॉकी थोड़ी दूर ही पहुँचा था कि
उसके फोन की घंटी बजती है...
रॉकी बाइक साइड मे लगा कर
फोन पिक किया

हंस - हेलो भाई कहाँ पर है
रॉकी- भाई कॉलेज के लिए निकल गया हूँ रास्ते मे हूँ

हंस - ठीक है .. कॉलेज की पार्किंग मे मिल हम दोनो भी आ रहे हैं.

रॉकी - ओके ... फोन रख कर चल देता है कॉलेज की तरफ
करेक्टर इंट्रो - हंस

(हंस)
एज - 19
रॉकी के साथ ही 10थ & 12थ किया था
ऑर अब भी साथ मे ही पढ़ता है
गुड लुकिंग ऑर मस्तमौला बंदा है ... अपने दोस्त पर जान भी देने को तय्यार रहता है
( हंस ऑर राजू का घर पास मे ही है इसलिए दोनो शुरू से कॉलेज साथ ही जाते हैं... ऑर रॉकी का घर इनसे 2-3 किमी दूर है...)

रॉकी कॉलेज की पार्किंग मे अपनी बुलेट पार्क करता है ऑर डबल स्टॅंड लगा कर उसके ऊपर बैठकर अपने दोनो दोस्तों (हंस & राजू) का इंतज़ार करने लगता है...

कुच्छ ही देर मे दोनो दोस्त भी पार्किंग मे पहुँचते हैं..

राजू & हंस - हाई रॉकी
(रॉकी दोनो से गले मिलके) - हाई

रॉकी- कैसे हैं दोनो कमीने
दोनो - मस्त हैं भाई तू सुना

रॉकी - मस्त.. .. चलो चलते हैं कॉलेज के अंदर...

(ऑर तीनो चल देते हैं कॉलेज के अंदर)

करेक्टर इंट्रो-
राजू

(राजू)
(रॉकी का बचपन का दोस्त ऑर बेस्ट फ्रेंड है
ऑर नर्सरी से कॉलेज तक साथ ही हैं
रॉकी ऑर राजू के पापा दोस्त हैं इसलिए दोनो की फॅमिली भी आपस मे मिलती रहती हैं हर वेड्डिंग पार्टी मे... या किसी भी सुख दुख मे
तीनो ने कॉलेज गेट से हीरो की तरहा एंट्री मारी..)

सभी इनकी तरफ देखने लगे लड़कियाँ तो सिर्फ़ रॉकी को देखे जा रही थीं...

ऑर अपना बाय्फ्रेंड बनाने के ख्वाब देख रही थीं..

लड़की 1 - अबे कॉन है ये हॅंडसम.

लड़की 2 - पता नहीं यार फ्रेशर लगता है... अगर ये हाँ बोल दे तो मैं इसकी गर्लफ्रेंड बन जाउ...

लड़की 3 - क्या पता इसकी पहले से गर्लफ्रेंड हो.. देखा नहीं कितना हॉट है

लड़की 1 - पता करना पड़ेगा...

ये तीनो दोस्त सीधा पहुँचते हैं रिजिस्ट्रार ऑफीस ऑर वहाँ से अपने आइ'डी कलेक्ट करते हैं...

(आइ'डी - कोलेज कार्ड होता है जिसमे नेम मेन्षन होता है वित फोटो & अड्रेस ऑर लाइब्ररी का यूज़र नेम भी होता है जिससे कोई भी स्टूडेंट लाइब्ररी से बुक इश्यू करवा सकता है).

राजू - चल भाई क्लास चलते हैं

हंस- नहीं यार पहले अपनी फॅवुरेट जगह चलते हैं कॅंटीन

रॉकी (हँसते हुए) चलो सालो पहले कॅंटीन ही चलते हैं...वैसे भी अभी क्लास शुरू होने मे 25 मिनिट हैं.

ऑर तीनो चल देते हैं कॅंटीन...
{जहाँ एक मुसीबत इनका इंतज़ार कर रही थी}

जैसे ही कॅंटीन मे घुसते हैं वहाँ कुच्छ सीनियर्स फ्रेशर्ज़ की रॅगिंग ले रहे थे.

उन सीनियर्स मे 2 लड़कियाँ ऑर 3 लड़के थे.

जो एक खूबसूरत सी लड़की की रॅगिंग ले रहे थे ऑर एक लड़के को टेबल पर मुर्गा बनाया हुआ था...

ऑर एक सीनियर उस लड़की से बदतमीज़ी कर रहा था..



सीनियर लड़का 1- ए लड़की चल मुझे किस कर

वो लड़की (रोते हुए) - प्ल्ज़्ज़ मुझे जाने दो.

सीनियर लड़का 3- अरे ऐसे कैसे जाने दें.

सीनियर गर्ल 1 (हँसते हुए) - ये लड़की मुझे लस्बी लगती है इसी लिए लड़के को किस करने से मना कर रही है...

{इस बात पर पाँचो सीनियर्स हँसने लगते हैं}

तभी सीनियर लड़का 2 की नज़र तीनो दोस्तों पर पड़ी जो कुच्छ ही दूरी पर खड़े हुए गुस्से मे ये तमाशा देख रहे थे.

सीनियर लड़का 2 ने अपने साथियो को हमारी तरफ इशारा किया.

तभी सब हमारी ओर देखने लगे
उनमे से एक बोला फ्रेशर.

राजू - यस.

सीनियर गर्ल 2 - तो तीनो इधर आओ ऑर अपना नाम बताओ

(दोनो सीनियर गर्ल्स रॉकी को देखकर काफ़ी इंप्रेस्ड थीं)

तीनो आगे बढ़े ऑर उन के पास जाकर खड़े हो गये ऑर अपना इंट्रो. दिया.

सीनियर गर्ल 2- (सीनियर गर्ल 1 के कान मे) इस की आखें देख ब्लू आइज़ वाला गाना तो इस पर ही शूट करता है.

सीनियर गर्ल 1- (सीनियर गर्ल 2 के कान मे)- अबे आखें छोड़ बॉडी देख ...

सीनियर लड़का 2 (ज़ोर से) ये तुम दोनो क्या ख़ुसर-फुसर कर रही हो... इनकी रॅगिंग लो...

सीनियर गर्ल 1 (होश मे आते हुए)- ह्म (रॉकी से) अपनी शर्ट उतारो.

तीनो दोस्त एक दूसरे की शकल देखने लगे.

सीनियर लड़का 2 - सुना नहीं क्या कहा... अपनी शर्ट उतारो...

रॉकी ने पहले अपना ब्लेज़र उतारा फिर अपनी शर्ट उतार दी...

वहाँ बैठा हर शक्स रॉकी को ऐसे देखने लगा जैसे कोई अजूबा देख लिया हो...

18 का डोला, चौड़ी छाती, सिक्स पॅक आब्ब्स वित मासूम सा चेहरा..

(जिस लड़की की रॅगिंग ली जा रही थी उसके आसू रुक गये ओर वो कभी रॉकी की बॉडी कभी उसके मासूम चेहरे को देखने लगी).

ओर दोनो सीनियर लड़को की गान्ड ही फॅट के चार हो गयी...

सीनियर लड़का 1 (अपने आप को संभालते हुए) ओ.के ओ.के अब तुम जा सकते हो ऑर अपने दोस्तों को भी ले जाओ.

रॉकी (अपने कपड़े पहनते हुए) - ऐसे कैसे चले जाएँ.. जिन फ्रशेर्स की तुम लोग रॅगिंग ले रहे हो उसको भी छोड़ दो ... रॅगिंग ईज़ आ क्राइम इन इंडिया.

टू... बी... कंटिन्यूड
Reply
12-25-2019, 01:42 PM,
#5
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट -- 3


एक्स-

रॉकी (अपने कपड़े पहनते हुए) - ऐसे कैसे चले जाएँ.. जिन फ्रशेर्स की तुम लोग रॅगिंग ले रहे हो उसको भी छोड़ दो ... रॅगिंग ईज़ आ क्राइम इन इंडिया.

नेक्स्ट-

सीनियर लड़का 2 (गुस्से मे) हमने बोला ना जाओ यहाँ से...
(अब तक कॅंटीन मे काफ़ी भीड़ इकट्ठी हो गयी थी)

राजू- (रॉकी ऑर हंस की तरफ इशारा करके) बोलो भाई लोग.

रॉकी ने भी हां मे गर्दन हिला दी..

ऑर शुरू हो गयी तीनो सीनियर लड़कों की धुनाई वो भी 3 ऑर ये भी 3

ऑर दोनो सीनियर लड़कियाँ डर के मारे एक कोने मे खड़ी हो गयीं...

पर अपने हीरो ने सीनियर लड़का 1 के 1 पॅंच मारा मूह पे... उसका जबड़ा तक हिल गया ऑर मूह से खून आने लगा.

(आख़िर बॉक्सर था अपना हीरो वो भी गोल्ड मेडलीस्ट)

बाकी दोनो को हंस ऑर राजू ने संभाल लिया ऑर रॉकी ने भी मदद की, कुच्छ ही देर मे तीनो सीनियर लड़के मूह के बाल गिरे हुए धूल चाट रहे थे.

रॉकी (गुस्से मे चिल्लाते हुए) - अगर आज के बाद किसी भी फ्रशेर को परेशान किया तो चलने के लिए पैर, ऑर धोने के लिए हाथ नहीं बचेगा...

फिर (दोनो सीनियर गर्ल्स की तरफ देखते हुए) तुम्हें शरम नहीं आती ये सब करते हुए.

सीनियर गर्ल 1 (नाम आखों से डरी हुई आवाज़ मे)-
हमारे साथ भी तो यही हुआ था...

रॉकी (गुस्से से घूरते हुए)- तो तुम लोग उसका बदला हर फ्रशेर को परेशान करके निकालोगे.

(इतने मे तीनो सीनियर लड़के अपने कपड़े झाड़ते हुए खड़े हो गये थे)
सीनियर लड़का 2- (हाथ जोड़कर) - सॉरी भाई... अब किसी को परेशान नहीं करेंगे.

फिर सभी सीनियर्स ने माफी माँगी ऑर चले गये...

कॅंटीन से बाहर निकलने के बाद तीनो लड़को ने साथ आई लड़कियों को भेज दिया ऑर खुद फील्ड मे जाकर बैठ गये..

सीनियर लड़का 1 - साले ने जबड़ा हिला दिया.

सीनियर लड़का3- अबे तुझे जबड़े की पड़ी है साले ने भरी कॅंटीन मे सभी स्टूडेंट्स के सामने इन्सल्ट कर दी.

सीनियर लड़का 2- (जो अब तक चुप था कुच्छ सोचता हुआ बोला)- इसको ताक़त से हराना मुश्किल है ऑर पैसे से भी इसको तो सिर्फ़ दिमाग़ से हराया जा सकता है.

सीनियर लड़का3-(चौन्कते हुए) पैसे से भी का क्या मतलब है?

सीनियर लड़का 2- मेरे पापा हमेशा एक बात कहते हैं कि अगर किसी की औकात का पता लगाना हो तो उसके पैरो की तरफ देखो की उसने पैरो मे क्या पहना हुआ है

ऑर तुम दोनो ने उसके शूस ऑर कपड़े देखे
बसमी 100 MM हाइ टॉप लेदर स्नीकर्स इन गट्स - रेड. प्राइस- ₹ 36,741.77

सीनियर लड़का 1- तू बड़ा जानता है शूस ऑर उसके प्राइस के बारे मे (स्माइल)

सीनियर लड़का 2- अबे क्यों कि मेरे पापा की शूस की ही कंपनी. है.

(इतने ये बात करके कुच्छ प्लान बनाएँ चलते हैं वापस कॅंटीन इनके जाने के बाद क्या हुआ)

वहाँ पर सभी स्टूडेंट तालियाँ बजाने लगे.

(वो लड़की ऑर लड़का जिनकी रॅगिंग हो रही थी)
दोनो रॉकी & ग्रूप के पास आए.

लड़का- थॅंक यू सो मच भाई

राजू - इट्स ओ.के .

वो लड़का तीनो को थॅंक यू बोल कर हाथ मिलकर चला गया...

बाकी स्टूडेंट भी अपनी अपनी बातो मे मशगूल हो चुके थे...

बची वो कडकि जिसकी रॅगिंग हो रही थी

लड़की - हाई, माइसेल्फ पल्लवी.

न्यू करेक्टर इंट्रो. -
पल्लवी (न्यू कॉलेज फ्रेंड)


(पल्लवी)
एज - 19
हाइट - 5.6
कलर - फेर वित सेक्सी बॉडी
फिगर - 32 - 28 - 34
आइज़ - लाइट ग्रीन { कंजी आँखें }
( चलता फिरता सेक्स बॉम्ब है ) बोहोत लड़के मरते हैं पर ये किसी को भाव नहीं देती

रॉकी- हाई, आइ आम रॉकी ऑर ये मेरे दोस्त हैं
हंस ऑर राजू.

लड़की - आपका बोहोत बोहोट शुक्रिया आप ने वक्त पर आकर मुझे बचा लिया.

रॉकी- अरे कोई बात नहीं इट वाज़ माइ ड्यूटी.

राजू (मोबाइल मे टाइम देखते हुए)- भाई 10 मिनिट बचे हैं क्लास के...

रॉकी- जब यहाँ आ ही गये हैं तो एक एक कॉफी तो पीकर ही जाएँगे.

सभी फ्रेंड्स एक टेबल पर बैठ जाते हैं पल्लवी अभी भी खड़ी थी.

हंस-( पल्लवी से ) - आइए बैठिए ना

पल्लवी (रॉकी के पास वाली चेयर पर बैठते हुए)- थॅंक्स

रॉकी (पल्लवी की तरफ देखते हुए) - वैसे आप यहाँ क्यों आईं थीं..

पल्लवी (रॉकी की आखों मे देखते हुए) जी आज मैने सुबह जल्दी के चक्कर मे ब्रेकफास्ट नहीं किया था सोचा कॅंटीन मे कुच्छ खा लूँगी.. ऑर जब यहाँ आई तभी उन सीनियर्स ने उस लड़के को पकड़ रखा था.. ऑर उसकी रॅगिंग ले रहे थे .. मैं ये देखकर उल्टे पैर लौटने को हुई तो एक सीनियर गर्ल की नज़र मुझ पर पड़ गयी ऑर उसने मुझे बुला लिया...

वो लड़के मुझसे बदतमीज़ी करने लगे

इतने मे आप आ गये फिर आयेज का आप जानते ही हैं...
(ये कहते हुए पल्लवी की आखों से आसू छलक पड़े ऑर वो सिसकने लगी)

रॉकी (उसके सर पर हाथ फेर्कार उसके आसू पोचहते हुए)- अब सब ठीक है..
अब रोने की ज़रूरत नहीं
उनकी कॉफी आ चुकी थी चारो कॉफी पीने लगे.

रॉकी- कभी भी कोई परेशानी हो तो मुझे बता देना "आइ विल सॉल्व"

पल्लवी - सो, कॅन वी मेक फ्रेंड्स?

रॉकी - या.. ऑफ कोर्स... वाइ नोट ?

फिर पल्लवी ने सभी से हाथ मिलाया
इनके भी क्लास का टाइम हो चुका था .

सभी चल दिए क्लास की तरफ.

हंस ऑर राजू आज चुप ही थे वजह बाद मे पता चलेगी.

रॉकी (पल्लवी से) विच कोर्स ?

पल्लवी- बीसीए 1स्ट एअर.

रॉकी - रियली ??

पल्लवी - ह्म , क्यों क्या हुआ

रॉकी - सेम कोर्स.

पल्लवी खुशी से ( फिर तो मज़ा आएगा).

बाते करते करते चारो पहुँच गये क्लास मे.
मे आइ गेट इन
(रॉकी बोला)

टू.... बी... कंटिन्यूड


Reply
12-25-2019, 01:42 PM,
#6
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट- 4


एक्स-

पल्लवी खुशी से ( फिर तो मज़ा आएगा).

बाते करते करते चारो पहुँच गये क्लास मे.
मे आइ गेट इन
(रॉकी बोला)

नेक्स्ट-

बाकी तीनो उसके पीछे खड़े थे.

अंदर एक सेक्सी सी मेड्म पढ़ा रही थी
इंट्रो न्यू करेक्टर-
मेड्म - रचना

(रचना)
एज- 26 यियर्ज़
फिगर - 36-32-36
बोले तो एक दम सॉलिड पीस.
शादी शुदा है पर हज़्बेंड आउट ऑफ कंट्री जॉब करता है .)

यस, कम इन
(मेड्म ने जवाब दिया)

चारो ने क्लास मे एंटर किया ...
क्लास खचा-खच भरी हुई थी सिर्फ़ पीछे की 2 सीट खाली थीं.

मेड्म (रॉकी की तरफ देखते हुए) - व्हाई आर यू लेट?

राजू (तपाक से)- मॅम, 5 मिनिट ही तो लेट हैं.

(अब मेड्म को रचना ही लिखूंगा)

रचना - नो, आरगुएमेंट इन माइ क्लास . बी पन्चुअल ... दिस ईज़ युवर फर्स्ट डे.
सो, आइ लीव यू. बट, नेक्स्ट टाइम आइ विल नोट आक्सेप्ट एनी आर्ग्यू.

चारो - सो सॉरी मॅम .

रचना- गो टू युवर सीट आंड गिव मी इंट्रो वन बाइ वन.

चारो पीछे चल दिए क्योंकि सिर्फ़ वहीं बँच खाली थीं...

जैसे ही रॉकी 1 बँच पर बैठा पल्लवी तुरंत ही उसकी बराबर मे बैठ गयी.

रॉकी ने एक बार उसकी तरफ देखा फिर अपने दोस्तों को इशारे से अपने पीछे वाली बँच पर बैठने के लिए बोल दिया.

वो दोनो भी बैठ गये.

(क्लास मे कुच्छ लड़के-लड़कियाँ वो भी थे जिनके सामने कॅंटीन वाला इन्सिडेंट हुआ था)

सभी स्टूडेंट ख़ुसर-फुसर करने लगे.
ऑर लड़कियाँ तो रॉकी को देख रही थी..
ऑर पल्लवी से जल रही थीं.

तभी एक कड़कती हुई आवाज़ उनके कानो मे पड़ी.

साइलेन्स
(पूरी क्लास मे सन्नाटा छा गया)

ये रचना की आवाज़ थी.

ऑर तुम चारो मैने तुम्हें बैठने के लिए नहीं बोला पहले अपना इंट्रो दो. तभी बैठना.

तीनो ने सिंपल इंट्रो दे दिया उसके बाद नंबर. आया अपने हीरो का

रॉकी (खड़े होकर)-

गुड मॉर्निंग रेस्पेक्टेड मॅम आंड ऑल ऑफ यू.
आइ वुड लाइक टू इंट्रोड्यूस माइसेल्फ.
आइ आम रॉकी.
आइ आम फ्रॉम *##*#* सिटी.
आइ कंप्लीटेड 12थ **** कॉलेज वित 97.8% इन दिस एअर.
आइ वाज़ आ डिस्ट्रिक्ट टॉपर.

(पूरी क्लास रॉकी की तरफ ही देख रही थी जिसमे मेड्म भी शामिल थी)
रॉकी (बिना रुके)-

आइ वॉंट टू बिकेम आ "सॉफ़्टवेरे इंजिनियर".
माइ पोज़ेटिव पायंट्स ईज़ - आइ आम ऑनेस्ट, हेल्पफुल आंड आमिकबल.
माइ हॉबी ईज़- आइ लाइक बॉक्सिंग फ्रॉम चाइल्डहुड.
आंड, आइ वाज़ आ स्टेट चॅंपियन इन बॉक्सिंग अट लास्ट एअर.

(एक बार फिर से पूरी क्लास "रॉकी" को ही देख रही थी.)
रॉकी ने जारी रखा -
दट'स ऑल अबाउट टू माइसेल्फ.
थॅंक यू वेरी मच

पल्लवी तो पता नहीं किन ख़यालो मे खो चुकी थी. बाकी लड़कियों का भी यही हाल था.

पूरी क्लास मे क्लॅपिंग होने लगी.
ओर रचना मॅम भी बोहोत इंप्रेस हुई रॉकी से वो तो सिर्फ़ उसकी आखों को देख रही थी

रचना - यू आर दा ब्रिलियेंट गाय.
होप, यू बिकम टॉपर ऑफ दिस क्लास.

रॉकी- मे बी.

सिट डाउन...

फिर कुच्छ खास नहीं हुआ टीचर क्लास मे आते रहे ऑर सभी का इंट्रो लेते रहे ..
ऑर रॉकी से इंप्रेस होते रहे.

लंच चारो ने कॅंटीन मे ही किया..
ऑर पल्लवी पूरा दिन सिर्फ़ रॉकी को ही तकती रही.

छुट्टी होने पर सभी बाहर आए ...
ऑर पल्लवी अपनी स्कूटी से सबको बाइ कहकर अपने घर की ओर निकल गई ...
क्योंकि उसका घर दूसरी तरफ था...

पल्लवी के जाने के बाद

रॉकी (हंस & राजू की तरफ देखते हुए) - भाई सुबह से देख रहा हूँ तुम दोनो को.
ऐसे चुप चुप क्यों हो.

राजू (हल्के गुस्से से)- ये बता ! एक ऐसा बंदा जिसकी ज़िंदगी बीत गयी सिर्फ़ किताबो मे.
जो ज़्यादा किसी से बात नहीं करता.
वो अचानक किसी लड़की से बात करने लगे
उसके साथ चिपक के बैठने लगे
तो उसका मतलब हम क्या निकालें.

रॉकी- किस की बात कर रहा है भाई

हंस - पल्लवी ओर तेरी बात चल रही हैं..

रॉकी- यार अगर तुम्हें मेरा उससे बात करना अच्छा नहीं लगता तो आज के बाद मैं उससे बात नहीं करूँगा.

राजू-(बौखलाते हुए)- अबे नहीं भाई.. मैं तो कब से चाह रहा था कि तू (इतना स्मार्ट ऑर पैसे वाला होकर एक सिंपल सी ज़िंदगी जीता है)
तू अपनी रियल लाइफ मे आजा.

हंस- ऑर हम ये नहीं कह रहे कि तू इससे बोलना बंद कर दे ..(नम आखों से) पर यार हमे ऐसे इग्नोर मत किया कर

रॉकी - (दोनो को गले लगते हुए)- जैसा तुम चाहोगे वैसा ही होगा...
कल से रॉकी तुम्हें वो रॉकी बनके दिखाएगा
कि सब देखते रह जाएँगे...
ऑर बात रही उस लड़की पल्लवी की...
तो मैं तुम्हें बता दूं..कि वो लड़की दिल की एक दम सॉफ है...
ऑर बहुत अच्छि है.
आंड प्ल्ज़्ज़ फर्गिव मी यारो.. मैने तुम्हे जान-बूझकर इग्नोर नहीं किया..

दोनो- चल इट्स ओके.

ऑर तीनो चल दिए अपने - अपने घर.

विकी अपनी बुलेट पर ऑर हंस राजू की बाइक पे.

रॉकी घर पहुँचा ऑर डोर बेल बजाने के लिए
जैसे ही हाथ ऊपर किया ये क्या गेट खुल गया...

रॉकी- माँ तुम्हें हमेशा पता कैसे चल जाता है कि मैं घर आ गया हूँ.

मोम (रॉकी को अंदर आने का रास्ता देते हुए)- बेटा है तू मेरा जब तू ऑर मनु घर आते हैं तो ऑटोमॅटिकली मेरा दिल करने लगता है गेट खोलने के लिए...

रॉकी-(अंदर आते हुए)- ओह! माइ स्वीट मोम.
ऑर मोम के गाल पर किस करता हुआ घर के अंदर एंटर करता है.

मोम- फ्रेश हो कर आजा बेटा लंच करने ऑर साथ मे अपनी लाडली को भी लेते आना .

रॉकी-(ऊपर की ओर अपने रूम मे जाते हुए )- जी मोम.

रॉकी अपने रूम मे पहुँचता है
- तू यहाँ क्या कर रही है.

मानसी एक आल्बम निकाल के बैठी हुई थी.
ऑर एक फोटो की पप्पी ले रही थी.

रॉकी की आवाज़ सुनकर एक दम बौखला गयी.
ऑर आल्बम पीछे छुपाने की कोशिश करने लगी.

रॉकी को जानने की चुल उठी कि आख़िर किसकी तस्वीर को चूमा जा रहा है.

टू... बी... कंटिन्यूड
Reply
12-25-2019, 01:42 PM,
#7
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट- 5

एक्स-

रॉकी की आवाज़ सुनकर एक दम बौखला गयी.
ऑर आल्बम पीछे छुपाने की कोशिश करने लगी.

रॉकी को जानने की चुल उठी की आख़िर किसकी तस्वीर को चूमा जा रहा है.

नेक्स्ट-

रॉकी (मुस्कुराते हुए)- किसकी तस्वीर को चूमा जा रहा है....

मानसी (हकलाते हुए) क्कीसी क्की नहीं भाई.

रॉकी, मानसी की तरफ लपका ऑर बेड पर कलामुन्डी खाते हुए उसके हाथ से आल्बम झपट ली..
मानसी ने बोहोट कोशिश की उसकप बचाने की पर रॉकी की ताक़त के सामने उस बेचारी का ज़ोर ना चला.

रॉकी ने देखा तो उस आल्बम मे "रॉकी के बर्थडे के फोटो भरे पड़े थे...

(मतलब वो रॉकी के लास्ट बर्तडे की आल्बम थी)

ऑर जहाँ पर मानसी चूम रही थी आल्बम पर उसकी लिपस्टिक के निशान बन गये थे .

वो रॉकी का सिंगल फोटो था..
पर रॉकी को ये देखकर बड़ा झटका लगा कि मानसी की लिपस्टिक के निशान रॉकी के लिप्स पर थे फोटो मे. (रॉकी की आखें बाहर को आ गयीं
वो कभी मानसी के चेहरे को देखता तो कभी अपने फोटो की तरफ)

मानसी की शरम के मारे हालत पतली हो गयी थी वो सर झुका के बेड पर बैठी थी...
उसके फूले फूले गाल शरम से सुर्ख लाल हो चुके थे...
ओर अपनी चुनरी के किनारे पकड़कर अपनी उंगलियों मे घुमा रही थी...
(अक्सर लड़किया ऐसी सिचुयेशन मे ऐसा ही करती हैं)

रॉकी- मनु ये ये क्क्या क्कार रही थी तू

मानसी के मूह से एक भी वर्ड नहीं निकल रहा था उसकी दिल की धड़कन बढ़ी हुई थी जो रॉकी आराम से सुन सकता था

मंसु - वो वो भाई वो

इतने मे ही मोम की आवाज़ उनके कान मे पड़ी
- अरे तुम दोनो यहाँ क्या कर रहे हो
ऑर तुम्हारे चेहरे पर 12 क्यों बजे हुए हैं.

ऑर रॉकी मैने तुमसे बोला था ना कि अपनी बहेन को बुला लाओ खाने के लिए...
इससे पहले कि रॉकी कुच्छ बोलता मानसी तपाक से बोली-
मानसी - हाँ हां मोम चलिए...

(ऑर तेज़ी से नीचे को भाग गयी...)

मोम- ये लड़की भी ना बिल्कुल पागल है...
(ये कहते हुए मोम भी वापस नीचे चली गयीं...)

ऑर जाते जाते रॉकी को लंच के लिए बुलावा दे गयीं.

(रॉकी का दिमाग़ भष्ट हो चुका था वो गहरी सोच मे चला गया) ...

अब उसको वो पुराने इन्सिडेन्स याद आने लगे जिन्हें वो नोटीस नहीं करता था ऐसे ही इग्नोर कर देता था -
कि कैसे रात को मानसी उसी के पास ज़िद्द करके सोती है ऑर रात मे उसके सीने पर हाथ घुमाती रहती है...

ऑर अपनी टाँग को उसके लंड पर प्रेस करती रहती है...
कभी कभी तो सोने का नाटक करते करते उसका लंड भी सहला देती है.

रॉकी इन्हीं सोचो मे गुम था उसको एक बार फिर से मोम की आवाज़ उसके कानो मे आती है
जो लंच के लिए ... बुला रही थीं.

रॉकी (अपनी सोचो से बाहर आते हुए)- आ रहा हूँ मोम. बस 5 मिनिट ...

रॉकी फ्रेश हो रहा था ऑर साथ मे अपने मान मे सोच रहा था कि मनु के मन मे क्या चल रहा है
उससे इस टॉपिक पर कैसे बात की जाए...
आख़िर वो उसकी बहेन है..
उससे ऐसे टॉपिक पर कैसे बात करेगा ..
सोचता हुआ रॉकी नीचे डाइयनिंग टेबल पर पहुँच गया

रॉकी जाकर मानसी के सामने वाली चेर पर बैठ गया
उसने जैसे ही नज़र उठा कर मानसी की तरफ देखा तो मानसी उसे ही एकटक ताक रही थी..

जब मानसी ने रॉकी को अपनी तरफ देखता हुआ पाया तुरंत ही अपना सिर झुका लिया फिर से शरमाने लगी ऑर अपनी पलकें झुका कर अपनी प्लेट मे देखने लगी..

रॉकी को बड़ा ही आश्चर हुआ कि साला आज मेरे साथ हो क्या रहा है ओर ये मनु ऐसे क्यों शरमा रही है जैसे मेरी गर्लफ्रेंड हो ...

उधर मनु अपने मन मे
ओह! भइया ने तो आज पकड़ लिया अब मैं उनका सामना कैसे करूँगी
कैसे कहूँ भाई "आइ लव यू सो मच"

इन दोनो की सोच को विराम लगाया मोम की आवाज़ ने ...
मोम- क्या हो गया है आज तुम दोनो को
खाना ठंडा हो रहा है... ऑर तुम दोनो अपनी सोच मे मस्त हो...
रॉकी सब ठीक तो है ना बेटा

रॉकी - अहहामम्म हाँ हां मों मुझे क्या हुआ है सब ठीक है...

ऑर मोम मैने सोचा है कि बहुत हो गयी ये सिंपल लाइफ अब मैं खुद को थोड़ा चेंज करना चाहता हूँ...
मेरे दोस्त भी नाराज़ हो रहे थे कि इतने बड़े घर का होते हुए भी
ग़रीबों की तरहा जीता है...

मोम- (एक्शिटेड होते हुए)-
चलो देर आए दुरुस्त आए...

मैं तो कब्से तुझसे बोल बोल कर थक गयी हूँ
अब जाकर मुझको भी सुकून मिलेगा..
ऑर तेरे पापा की खुशी का तो ठिकाना ही नहीं रहेगा..
रुक तेरे पापा को फोन करती हूँ..

रॉकी- अरे मोम आप ऐसे क्यों रिक्ट कर रही हो जैसे मैं घर मे आपकी बहू लेकर आ गया हूँ...

(मनु को ख़ासी आ गयी उसको फंदा लग गया था रॉकी की बात सुनकर ओर वो ज़ोर - ज़ोर से खास रही थी)..

मोम (हल्के गुस्से से)- ये लड़की भी ना आराम से खाना भी नहीं खा सकती.

(मोम उठकर मानसी के पास पहुँची)

मों-(उसकी पीठ सहलाते हुए )
बेटा अपना धैर्य रखा कर
सूख के काटा हो गयी है
(ऑर मनु के गाल को चूम लिया).

मोम मानसी के पीछे खड़ी थीं.
ऑर उसके चेहरे को नहीं देख सकती थीं.

मानसी अब नॉर्मल हो चुकी थी वो तो बस रॉकी की तरफ देख रही थी... उसकी आखें नम थीं.
वो कुच्छ कहना चाह रही थी पर झिझक के कारण कुच्छ कह नहीं पा रही थी.

रॉकी को कुच्छ समझ नहीं आ रहा था..
की आज उसके साथ क्या हो रहा है..

मोम (रॉकी से)- बेटा एक काम कर
आज जाकर अपने लिए शॉपिंग कर आ
ऑर अपनी लाडली को साथ ले जा इसको भी शॉपिंग
करा ला .

रॉकी -ठीक है मोम
फिर मानसी से (मनु तय्यार रहना शाम को
शॉपिंग चलेंगे.

मनु तो मानो खुशी से झूम उठी ..
वो इस बात से इतनी खुश हुई कि अभी थोड़ी देर पहले हुए इन्सिडेन्स को भूल गयी.
उसके चेहरे पर स्माइल आ गयी .
वो सिर्फ़ इतना ही बोल पाई
मानसी- थॅंक भाई...

रॉकी- इसमे थॅंक्स की क्या बात है 5 बजे तय्यार रहना.

फिर सभी ने लंच निपटाया

ऑर अपने - अपने रूम मे रेस्ट करने चले गये.

शाम को रॉकी तय्यार हुआ ऑर मानसी के रूम पर नॉक किया..

अंदर से एक प्यारी से आवाज़ आई -
आ जाओ भाई गेट खुला है...

रॉकी अंदर एंटर हुआ - अंदर मनु तय्यार थी कुच्छ ऐसी लग रही थी.



रॉकी उसको एकटक देखने लगा वो उसमे खो गया था
मनु की आवाज़ ने उसके कानो मे शहद सा घोल दिया
- भाई कैसी लग रही हूँ.
रॉकी (अभी होश मे नहीं था) सेक्शकशकष्य्यी
{एक दम हड़बड़ा कर}- बहुत प्यारी बहुत प्यारी

उसने मनु को चोर नज़र से देखा
{मनु तो शरम से गढ़ी जा रही थी
उसके गाल लाल टमाटर की तरहा हो गये थे}

रॉकी (जल्दी से)- मैं ..मैं नीचे तेरा वेट कर रहा हूँ जल्दी आना..(कहते हुए रॉकी मे नीचे की तरफ दौड़ लगा दी)

मनु को तो मानो आज दुनिया भर की खुशी मिल गयी थी रॉकी के जाने के बाद मनु ने गेट लगाया...
ऑर खुशी से नाचने लगी....

मनु - य्ाआआहूऊओ! आइ लव यू भाई ,
आइ लव यू सो सो मच...
तो आख़िर आज भाई की दिल मे दबी बात ज़ुबान पर आ ही गयी...
ऑर वो मन मे सोचने लगी कि कैसे वो रॉकी को अपनी ओर अट्रॅक्ट करेगी.. वो मन ही मन प्लान बनाने लगी...

उधर- (रॉकी अपने मन मे...)

अबे ये मुझे क्या हो गया था बीसी मेरे मूह से ऐसा कैसे निकल गया....
वो सिर खुजाता हुआ नीचे आकर मनु के आने का इंतज़ार करने लगा...

करीब 10 मिनिट बाद मनु नीचे आई

मनु - भाई आइ आम रेडी...

रॉकी आज पहली बार अपने कार गॅरेज मे एंटर कर रहा था...
उसका गॅरेज कुच्छ ऐसा था

रॉकी भी एक बार को शॉक हो गया कि उसके पापा ने उसके लिए इतनी सारी कॉस्ट्ली कार्स रख रखी हैं ... ओर उसने कभी यहाँ पर आना भी ठीक ना समझा था...

रॉकी ने उसमे से मनु की फेवोवरिट कार बगाटी चाइरन
बाहर निकाल ली



मनु सोच रही थी कि आज लगता है सारी खुशी
ऊपर वाला आज ही दे देगा...
आज तो भाई ने कार भी मेरी फॅवुरेट निकाली है..

रॉकी को अपनी रियल लाइफ, अपना स्टेटस पसंद आने लगा था, बचपन से वो एक नॉर्मल इंसान की ज़िंदगी जी रहा था.
पर कल को वो कॉलेज मे अपने फ्रेंड्स संहित सबको झटका देने की सोच रहा था .

इस वख वो मनु से हुए इंसिडंत के बारे मे भूल चुका था.

मनु को कार मे बिठाकर वो एक माल पहुँचा
ये वही माल था जो उसके पापा ने उसके नाम पर ले रखा था.
इस माल का नाम केशव ठाकुर ने अपने दोनो बच्चों के नाम पर रखा था
"आरएम माल" मीन्स- रॉकी & मानसी माल.

दोनो अंदर पहुँचे ऑर दोनो ने अपने लिए बोहोत सारी शॉपिंग की .
रॉकी ने बिल पे किया ओर दोनो चल पड़े
वापस...

माल मे किसी को पता नहीं था कि ये कॉन हैं
क्योंकि इन्होने अपना स्टेटस छिपा के रखा था..

कपड़े खरीद कर दोनो वापस घर पहुँचे
केशव ठाकुर (डॅड) भी घर आ चुके थे..
ऑर मोम (अर्चना) ने उनको सब बता दिया था.

डॅड- आओ आओ बेटा... आइ आम प्राउड ऑफ यू बेटा..
आज तूने ये डिसिशन लेकर बहुत अच्च्छा किया
वरना मैं तो सोच रहा था कि जो मैने कमाया है वो सब बेकार जाएगा.

मानसी अपने कमरे मे चली गयी अपने शॉपिंग बॅग्स लेकर .. ऑर साथ मे रॉकी के भी ले गयी उन्हें उसके रूम मे रखने के लिए

रॉकी - अरे नहीं डॅड एक ही तरहा से लाइफ जीकर थोड़ा बोर हो गया था अब अपनी रियल लाइफ जीना चाहता हूँ.

डॅड - बहुत अच्छे बेटा.

फिर रॉकी इधर - उधर की बात करता रहा डॅड के साथ ऑर उनके बिज्नीस के बारे मे भी.

फिर, मनु भी नीचे आ गयी क्योंकि बातो - बातो मे डिन्नर का टाइम हो चुका था.
तो सभी ने मिलकर डिनर किया ...
आज मनु बहुत चहेक रही थी.
ऑर सब उसे खुश देखकर खुश थे.
सब यही सोच रहे थे कि मनु आज शॉपिंग के लिए खुश है.

डिन्नर करने के बाद सभी अपने - अपने रूम मे सोने चले गये.

मानसी आज रॉकी के रूम मे सोने के लिए नहीं गयी...
क्योंकि आज के इन्सिडेन्स के बाद उसने आज के लिए स्पेस देना बेहतर समझा.

रॉकी तो बिस्तर पर गिरते ही नींद की वादियों मे खो गया...

करीब आधी रात को तेज़ टाय्लेट के प्रेशर की वजह से रॉकी की आँख खुली.

जैसे ही उसने आँख खोलीं डर के मारे
उसकी फॅट के चार हो गयी.
उसके सामने कोई खड़ा था/खड़ी थी...

पर रॉकी को जागता देखकर वो गायब हो गया/हो गयी.

रॉकी ने एक - दो बार अपनी आखें झपका के देखा उसे कोई नज़र ना आया...
तो वो टाय्लेट कर के दोबारा सो गया...

टू... बी... कंटिन्यूड
Reply
12-25-2019, 01:43 PM,
#8
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
अपडेट - 6


एक्स-

पर रॉकी को जागता देखकर वो गायब हो गया/हो गयी.

रॉकी ने एक - दो बार अपनी आखें झपका के देखा उसे कोई नज़र ना आया...
तो वो टाय्लेट कर के दोबारा सो गया...

नेक्स्ट-

हर रोज़ की तरहा मॉर्निंग मे 5 बजे उसकी नींद खुली
वो रात को हुए इन्सिडेंट्स को पूरी तरहा भूल चुका था.
रॉकी फ्रेश होकर नीचे अपने जिम मे पहुँच गया...

ऑर जिम मे एंटर करते ही उसको एक झटका लगा

मनु वहाँ पर टाइट स्पोर्ट कपड़े पहनकर वेट उठा रही थी.



मनु (रॉकी को देखकर )- गुड मॉर्निंग भाई

रॉकी अभी तक उसमे खोया हुआ था ...इसलिए उसे कुच्छ सुनाई ना दिया...

अपना रिप्लाइ ना पाकर मनु ने रॉकी की तरफ देखा ऑर उसकी नज़रों का पीछा किया ..
रॉकी उसके बूब्स तो ताड़ रहा था...

(मनु शर्म से लाल पड़ने लगी.ऑर मन ही मन अपने प्लान को दाद देने लगी..आख़िर उसका प्लान सही जा रहा था )

थोड़ी देर अपनी चुचियों का दीदार करवाने के बाद मनु फिर से बोली...

मनु (कुटिल मुस्कान के साथ थोड़ा ज़ोर से) -
गुड मॉर्निंग भाई कहाँ खो गये

रॉकी (रियल्टी मे आते हुए)- गुड ममोर्निंग,
क्कुच्छ नहीं मैं बस तुझे आज जिम करते हुए देखकर शॉक मे था.

मनु- क्यों क्या मैं जिम नहीं कर सकती क्या

रॉकी - हां- हां क्यों नहीं मैने कब मना किया

फिर रॉकी ने अपनी टी-शर्ट उतार दी

अबकी बार बोल्ड होने की बारी मानसी की थी वो तो रॉकी को शर्टलेस देख कर पागल सी हो गयी थी..

{फर्स्ट टाइम उसने रॉकी को शर्टलेस देखा था..

(मनु मन मे)- हाय्यी! क्या बॉडी है भाई की
रात मे पता नहीं चलता था...
ओह! भाई लव मी ना...
(मन ही मन एक निश्चय करते हुए)
मैं अपने दिल की बात भाई को बता कर रहूंगी बहुत जल्द... इससे पहले की कोई चुड़ैल भाई को ले उड़े मुझे अपनी शरम त्याग कर भाई से बात करनी ही पड़ेगी...}

रॉकी इन सब बातों से अंजान अपनी प्रेक्टिस करने लगा...

ऑर जिम करते हुए वो भी सोच मे डूब गया

रॉकी (अपने मन मे ) क्या हो रहा है ये मेरे साथ,
कल से ही मनु को देखते ही उसमे क्यों खो रहा हूँ मैं बार-बार.
क्यों मैं उसकी ओर अट्रेक्ट हो रहा हूँ...
वो बहेन है मेरी छोटी बच्ची है नासमझ है अभी...
मुझे इससे थोड़ी दूरी बनानी पड़ेगी...

रॉकी पूरा पसीने से भीग चुका था..
जिम करने से... फिर थोड़ी देर सुसताने के बाद वो उठकर चल दिया.

(तभी पीछे से मनु ने आवाज़ लगाकर उसे रोका, रॉकी भी पीछे पलट कर उसे देखने लगा )

हां क्या हुआ (रॉकी प्यार से बोला)

मानसी (मासूम सा चेहरा बना कर पलके झपकाते हुए) - भाई मेरी स्कूटी खराब हो चुकी है प्ल्ज़्ज़ आप मुझे आज मेरे स्कूल ड्रॉप कर दोगे...
(उसने इतनी मीठी आवाज़ मे कहा था कि उसकी आवाज़ रॉकी के कान मे चीनी सी घोल गयी)

(वो उसे मना करना चाहता था पर ना कर पाया)

रॉकी (मंत्रमुग्ध अवस्था मे)- ठीक है मेरी स्वीटी पिए... तय्यार रहना ...

(मानसी का तो मानो खुशी का ठिकाना ना था)

मनु (खुशी से उच्छलते हुए) थॅंक यू भाई...थॅंक यू सो मच.

ऑर भागकर रॉकी को झटके से हग कर लिया ऑर उसके दोनो गालो को बारी बारी से चूम लिया.

(रॉकी अभी भी शर्टलेस था , उसके पसीने सूख चुके थे , पर बॉडी गर्म थी जिम करने की वजह से)

जैसे ही उसने रॉकी को झटके से गले लगाया
उसके 32 साइज़ के नरम- नरम चुचे रॉकी के सीने से जा टकराए.

दोनो के मूह से अचानक ही निकला- आआहह

(पहली बार रॉकी किसी लड़की के चुचो का एहसास अपनी चेस्ट पर पाकर पागल सा हो गया था...
ऑर यही हाल मानसी का भी था)

{रॉकी का टूल डियर-डियर अंगड़ाई लेकर खड़ा होने लगा ओर मानसी की नाभि के ऊपर दस्तक देने लगा.}

[मानसी के मूह से दोबारा सिसकारी निकली]-
आआआआआः भाई

(रॉकी एक दम होश मे आया ऑर मानसी को खुद से दूर कर दिया...)

मानसी से उसके खड़े हुए टूल का उभार ना छिप सका... मानसी मूह नीचे करके दबी हुई हसी हँसने लगी....

रॉकी को बहुत ग्लानि महसूसस हुई उसने
वहाँ से खिसकने मे ही अपनी भलाई समझी.

ऑर जल्दी से शर्ट पहनता हुआ बाहर निकल गया.

उधर रॉकी के जाने के बाद मानसी खुशी से एक गाना गाते हुए नाच रही थी.

["एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे..आए..आए
रे बाबा रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
ऊऊ ऊऊओ ऊओ
एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे..आए..आए
रे बाबा रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे

आँधी चली ज़ोर का तूफान आ गया
आँधी चली ज़ोर का तूफान आ गया
मंदिर से बाहर भगवान आ गया
भगवान आ गया
लोग समझे क़यामत आ गयी रे..आए..आए
रे बाबा रे
सारा जाग उलट पुलट गया रे
एक रसगुल्ला कहीं फॅट गया रे
फॅट के जलेबी से लिपट गया रे"]

ऑर दूसरी तरफ अपने हीरो की हालत खराब थी..
वो शावेर ले रहा था.

यूँ तो नैनीताल मे मौसम ठंडा रहता है पर आज अपना हीरो ठंडे पानी से ही नहा रहा था...
ऑर सोच रहा था ...

"क्या करूँ यार जितना उससे दूर जाने की कोशिश करता हूँ वो करीब आती जा रही है..
वैसे जो भी बोलो कितनी हॉट है यार..
आए छी छी मैं ये अपनी बहेन के बारे मे सोच भी कैसे सकता हूँ...
मैं पागल हो जाउन्गा"

फिर रॉकी अपनी सोचो से बाहर आया ऑर तय्यार होने लगा कॉलेज के लिए आज उसने पहली बार हाफ स्लीव टी-शर्ट पहनी थी. वरना वो
फुल बाज़ू की शर्ट या टी-शर्ट ही पहनता था.



फिर ब्रेकफास्ट करने नीचे की ओर चल दिया.

मानसी तय्यार होकर पहले ही मोम डॅड के साथ डाइयनिंग टेबल पर बैठी थी .

जैसे ही सब की नज़र रॉकी पर पड़ी सभी एकटक उसकी ओर देखने लगे... आज पहली बार उसकी बॉडी टाइट टी-शर्ट मे कहेर ढा रही थी..

मानसी तो आखें पढ़कर उसे ही देखे जा रही थी.
रॉकी (सब के आगे चुटकी बजाते हुए)- कहाँ खो गये ...

तब जाकर सब होश मे आए..

मानसी- भाई यू लुक्स वेरी स्मार्ट टुडे.

डॅड- अहम्म! अब मैं क्या बोलूं..
मैने तो तेरा ये रूप पहली बार देखा है

मोम उठकर गयीं ऑर काजल की डिब्बी ले आईं

मोम (कान के नीचे काजल लगाते हुए)-
नज़र ना लगे मेरे बेटे को किसी कलमूहि की आज तो सच मे तेरा दूसरा रूप देखा है.

फिर सभी इधर - उधर की बात करते हुए ब्रेकफास्ट करने लगे.

तभी डॅड- बेटा तेरे बाल बहुत बढ़ गये हैं... इनको थोड़ा छोटे करा ले

मानसी- "तेरी ज़ूलफे हैं या घना अंधेरा"
"तेरी ज़ूलफे हैं या घना अंधेरा"
"कटवा दे बाल ऑर कर दे सवेरा".
(एक तहक गूँज गया पूरे हॉल मे.)

ब्रेकफास्ट करने के बाद
रॉकी खड़ा हुआ कॉलेज जाने के लिए
उसे देखकर मानसी भी खड़ी हो गयी.

ऑर दोनो पहुँच गये अपने गॅरेज मे
आज रॉकी ने अपनी पसंदीदा कार निकाली बाहर.



दोनो उसमे बैठकर चल दिए मानसी के स्कूल की तरफ .

इन कार

मानसी - भाई आप हमेशा ऐसे ही रहा कीजिए
मैं तो आपके इस रूप की फॅन बन गयी हूँ..

रॉकी - थॅंक्स फॉर दा कॉंप्लिमेंट...
हां अब मुझे भी अपने अंदर थोड़ा चेंज लाना होगा.

मानसी - भाई आज कॉलेज से जल्दी आ जाना मुझे पिक करने के लिए.
रॉकी - ह्म. ओके .

तभी रॉकी का फोन बजा , राजू का फोन था

रॉकी (फोन पिक करते हुए )- हां राजू बोल..
उधर से - €€¥€¢€¥¢£€¥£

हां हां यार बस 10 मिनिट मे पहुँचता हूँ..
उधर से- €¢££¢€¢€€¢£¢€
ये पल्लवी भी ना यरर चल आता हूँ मैं.

(रॉकी ने फोन कट कर के कार के डॅशबोर्ड पर रखा.
मानसी (शॉक होते हुए)- भाई ये पल्लवी कॉन है

रॉकी - फ्रेंड है ...

मानसी -फ्रेंड या गर्लफ्रेंड

रॉकी - ओह! शट अप मनु ... शी ईज़ माइ ओन्ली फ्रेंड..

मानसी - भाई आपको नहीं पता आज कल लड़कियाँ अच्छा लड़का देखते ही उसको फसा लेती हैं..

रॉकी - अपनी बकवास बंद कर .. वो सिर्फ़ मेरी दोस्त है.. ऑर कल ही बनी है. समझी...

(पर मनु तो रॉकी को शक की नज़रों से देख रही थी , इतने मे उसका स्कूल आ गया)

मनु ने कार से उतरते हुए कहा

मानसी- (नम आखों से) भाई औरो के चक्कर मे मुझे ना भूल जाना...एक ऑर दिल है जो आपके लिए धड़कता है...

इससे पहले कि रॉकी कुच्छ जवाब देता

मनु रोते हुए स्कूल की तरफ भाग गयी)

रॉकी ने मानसी को उसके स्कूल से थोड़ा पहले उतार दिया था ... क्योंकि वो लेट हो रहा था.

उसने कार को अपने कॉलेज की तरफ दौड़ा दिया..

रॉकी (मन मे) - ये क्या था यार.. इसको क्या हुआ.ये ऐसा रिक्ट क्यों कर रही है
कहीं ये मुझसे प्यार - व्यार .. नहीं - नहीं ऐसा नहीं हो सकता .. पर ये मुझपर ऐसे हक कैसे जमा रही थी जैसे मेरी बीवी हो.
जब मिलेगी तभी पूछूँगा .

रॉकी ने अपने कॉलेज मे अपनी कार के साथ एंट्री मारी...

सभी लोग शॉक होकर कार को देखने लगे
कि कॉन आ गया इतनी कॉस्ट्ली कार मे.

टू... बी... कंटिन्यूड
Reply
12-25-2019, 01:43 PM,
#9
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
Update -- 7


Ex-

Sabhi log shock hokar car ko dekhne lage
Ki kon aa gaya itni costly car me.

Next-

(Ab Rocky ki jagha "Main" likunga)

Main college ke andar jakar parking ki taraf chal pada apni car se or car ko first gear me daalkar, poora staring ghumakar, excelator or break ek sath daba diya, gadi ne ek lamba drift mara or gaadi poori ghoom gayi

Manine car ko seedha parking me laga diya or car se bahar nikla ... Vahan par students ki bheed lag gayi thi ... Vo sab kabhi mujhe or kabhi car ko dekh rahe the....

Waise bhi aaj main kaafi smart lag raha tha.
Vahan par vo senior bhi mojood the jinse mera panga hua tha....
SENIOR LADKA 2 (SL3 se)- Dekh maine kaha tha na ki ye koi phchi hui cheez hai...
SL3 - Sahi kaha yarr... Iss badla lena ho to paise or power se to isse jeet nahin sakte
SENIOR LADKA 1 (Jo abhi tak shant khada tha) - Dimaag se to jeet sakte hain na...
...
Ladkiyan to mujhe dekh kar raal tapka rahi thin...

Tabhi hans, Raju & Pallavi bheed ko cheerte hue mere paas aaye....
Vo bhi shock the...

Hans- Bhai ye tu hi hai na ... Ya main sapna dekh raha hun...

Main- Abe main hi hun sale chal late ho rahe hain class ke liye...

Raju to mere gale lag gaya


Raju- tu Sach me bohot handsome lag raha hai aaj...

Pallavi- Handsome nahin yarr hot bol ..

Main Pallavi ki taraf dekhne lage...

Pallavi- (Apne dil par hath rakh ke)Aise mat dekh yarr... Kuchh - kuchh hota hai... Or hansane lagi..

Main - sala maine to socha tha ki main hi change hua hun.. par yahan to tu bhi change ho gayi...

Pallavi- Isme change ki kya baat hai yarr ... We are friends ... Or friendship me itna hasi-mazaak to chalta hai

Main- Hmmm ... Chal ab class me Varna vo Rachna madem bohot strict hain...
Aage tum jaante hi ho.

Rachna madem ka naam sunte hi sab ne doud laga di class ki taraf.

EXCUSE ME MAM, MAY I GATE IN

maine bade pyar se kaha....

Rachna mam - Yes, come in...

(Mujhe bada ashcharya hua ki madem aaj ham pe garam kyon nahin hui).

Khair ham jakar apni apni seats par baith gaye ...

Pallavi aaj bhi mujh se chipak ke baithi thi

Par aaj hans & raju bhi khush nazar aa rahe the ...

Main (apne man me)- Pata nahin is pallavi ne in dono ki kya ghutti ghol ke pilai hai sale bade khush nazar aa rahe hain.

Madem padhate hue hamari taraf hi dekh rahi thi par uske chehre par gusse ke bhaw the main samajh nahin paya kyon

Main- Pallavi thodi udhar baith na...
Occoured feel ho raha hai..

Pallavi ne gusse se meri taraf dekha jaise bhari class me maine uski balls daba di hon..
Or thoda khisak kar baith gayi..

Phir maine dhiyan padheai me lagaya..
Par ye dekh kar mujhe phir se shock laga ki madem mujhe hi dekhte hue padha rahi thi or ab uske face expression badal chuke the... Uske chehre par muskan thi...
Or meri aakhon me jhaak rahi thi...
Maine bhi just smile pass kar di
Uski muskaan or gehri ho gayi
Maine pallavi ki taraf dekha to vo kabhi mujhe or kabhi madem ko gusse se dekh rahi thi..

Khair ye period khatam hua or madem chali gayi or jaate jaate mujhe phir se shock de gayi.. Muskurakar jo gayi thi..

Par pallavi full gusse me aa chuki thi

Pallavi- Ye mam apne aapko samajhti kya hain.. kitni ashleel hain yarr
Kitni der se tujh par line maar rahi thi

Hans & Raju dono kehkaha lagakar hansane lage...

Or pallavi achanak gussa chod kar sharmane lagi...

Mera dimaag kharaab ho raha tha ki ye sala ho kya raha hai..

2 or period ke baad lunch ho gaya
Or ham uthkar canteen ki taraf chal diye..

Sabse peechhe main chal raha tha or pallavi hans or raju se baaten karti hui aage aage chal rahi thi...
Uski baaten mujhe sunai nahin de rahi thin...

Canteen me pahunchkar wo teeno pehle baithe ... Main baithne hi vala tha ki
Ek ladki mere peechhe se aayi...
Or boli - excuse me

Main peechhe palatte hue - yes

Are tum"Ummmmmmgggummmgummaah"

Us ladki ne mere hoto par kiss kar diya
Vo or koi nahin unhi senior girls me se ek thi jo pallavi ki ragging kar rahe the

Mera gussa saatve aasmaan par tha
Ye mujhe apna apmaan laga.

Pallavi, hans & raju apni seats par se khade ho chuke the or hame hi dekh rahe the ... Vo teeno hi kya poori canteen hame shock hokar dekh rahi thi..

Pallavi full gusse me aa chuki thi
Wo kuchh keh pati usse pehle hi maine ek jhapad us senior girl ke gaal par rakh diya...
Wo muh ke bal zameen pe ja ke giri or mere thappad ki vajha se uska neeche ka hoth phat gaya...

Main full gusse me chillate hue- How dare you to kiss me?
Get lost from here ... Aaj ke baad agar mere samne ayi to tujhe zinda ghad dunga...

Pallavi ne use uthaya or hath pakad kar canteen ke bahar chodne chali gayi.

Canteen me mojood sab ki phati padi thi
Sab yahi soch rahe the ki -

(ladke marte hain ek kiss pane ke liye
ye sala kaisa banda hai jo kiss karne par jhapad maar deta hai)

Pallavi use chodkar vapas aa chuki thi

Raju doudkar mere liye chilled milkshake ki can le aya... Or mujhe de di .

Main ek lambi saans le kar chair par baith gaya or apna gussa shant karte hue milk shake peene laga

Koi kuchh nahin bol raha tha

Phir pallavi (chuppi todte hue)-
Chill yarr us ladki se kisi ne bet lagai thi
Ki tumko kiss karne ke 10000
Dega..
(Ye sunkar mujhe gussa to bohot aaya)
Isse pehle ki main kuchh bolata
mera phone baja ...

Dad ka phone tha main phone pick karte hue

-Haan dad

Dad- beta mansi ka phone aaya tha ki scooty kharaab hai to usko school se pick kar lena time hone vala hai uski chhutti ka.

Main - ji dad abhi nikalta hun.
-Bye dad
-Bye beta

Main (man me)- ye mansi ne mujhe call kyon nahin kiya dad ko bolne ki kya zaroorat thi..

Khair, Ab ye to usse milkar hi pata chalega

Main - Sorry, friends mujhe jana hoga
Dad ka phone tha mansi ko pic karna hai ...

Hans & Raju - Ok , tu ja bhai...

Pallavi ka to chehra latak gaya tha mere jane ki baat sunkar par vo kuchh boli nahin...

Main bhi nikal gaya parking ki taraf..

To...Be... Continued
Reply
12-25-2019, 01:44 PM,
#10
RE: Antarvasna kahani अनौखा समागम अनोखा प्यार
Update - 8


Ex-

Pallavi ka to chehra latak gaya tha mere jane ki baat sunkar par vo kuchh boli nahin...

Main bhi nikal gaya parking ki taraf..

Next-

Maine dekha vahan par to students ka mela laga hua tha or vo sab alag alag pose me photo khichva rahe the meri car ke sath... Khaskar ladkiyan..

Main (Photo khichva rahi ladki ke paas jakar)
- Excuse me , Please just side from here.
(Main bade pyar se photo khichva rahi sexy si ladki se bola)

Ladki (gusse me) - Aie Mr. Dikhai nahin deta main photo khichva rahi hun
Abhi pehle mujhe photo khichvane do tum baad me khichva lena.

Main - Dekhiye miss. mere paas behes karne ka time bilkul bhi nahin hai
Main late ho raha hun..

Vo ladki- (Attitude me)- Bol to aise rahe ho jaise ye tumhari car ho

Maine apni jeb se car ki key nikali
Or button dabakar car ko unlock kiya

Car se awaaz aayi - Tui Tui

Vo ladki turant hi side hat gayi ...
Or sorry bolne lagi..

Maine dhiyan nahin diya
Or car start karke jaldi se nikal gaya
Mansi ke school ki taraf

(Idhar vo ladki jo mujhse behes kar rahi thi apni friends se boli )
- yarr kon tha ye kitna smart tha na

Uski friend - Ye Rocky thakur hai..
BCA kar raha hai hamare college se ..
Or phir usne college me hue dono incidance ke baare me bataya ( ek to ragging vala, or doosra aaj ki kiss vala)

Wo ladki (Hairat se)- Kya ? Usne kiss karne par us ladki ke gaal pe chipka diya?
Par,Yarr kuchh bhi bolo bande me zara bhi attitude nahin hai ...

Uski friend - par vo ladkiyon ko ghas bhi nahin daalta ... Suna hai ki Rachna madem bhi try maar rahi hain us par

Wo ladki (Shock) - Kyaaaaa , sach me?

Uski friend- haan yarr aaj hi suna tha maine uski class ke students se..

(Inki baaton ko chalne dete hain or ham chakte hain Rocky ki taraf)

Main tez raftaar se car doudata hua pohcha mansi ke school

Or school ke gate ke bahar hi gadi side me laga di
(Mansi ke school ki chhutti abhi - abhi hui thi kyonki ab student nikalne shuru hue the...)

Or yahan ke students ka bhi same reaction tha car ko dekh kar

Tabhi mujhe door se hi manu aati hui dikhai di ..
Maine car ki window khol ke bahar aa gaya
Mansi ke sath uski 2 friends bhi thin.

Mansi paas aakar sirf itna hi boli chalen bhai...
Uske chehre par mayusi thi , aakhen laal thin.
(Lag raha tha jaise kitna roi ho)

Uski friends to mujhpar line mar rahi thin... Vo kabhi mujhko dekhtin, to kabhi meri body or neeli akhon ko, to kabhi meri car ko ...

Main (uski or dekhkar bola )- chalo fir

Uski friends bahana bana kar baith bhi nahin sakti thin meri car me ..
Kyonki car Two sitter thi .

Isliye unko bye bolna pada ...
Or mayus hokar chali gayin...

Main & Manu car me baithe or maine car ghar ke liye dauda di ...

Raste me -(in car)

maine uski taraf dekha vo khidki se bahar dekh rahi thi or bimaar si lag rahi thi..

Main - What happened mansi?? Are you fine??

Mansi chup thi... 2-3 baar poochhne ke baad bhi kuchh na boli..

Main samajh gaya ki ye kyon naraaz hai..

Main bola - Teri kasam yarr mera kisi ladki se koi chakkar nahin hai...

Mansi turant hi meri taraf palti
Or boli
Mansi - Sachchi ?
Main - teri kasam yarr..
Ab main teri kasam jhoothi khaunga kya...

Mansi ke chehre ki ronak lout aayi or wo khush ho gayi...

Main- par tu aisa react kyon kar rahi hai.. agar main aisa karta bhi hun to tujhe usse problem kya hai

(Maine usse direct point pe aate hue poochha)

Mansi (haklate hue) - K..k..kuchh n..nahin bhai
m..main aapko baad me bataungi.
(Usne badi mushkil se apni baat poori ki)

Itne me ghar aa gaya ... Or manu car se utarkar aise bhagi jaise kisi ne uski kidney maang li ho hahahahaha

(Manu ke gate par pahunchte hi mom ne har baar ki tarhan gate khol diya .. or vo mom ko kekar andar chali gayi)


Phir, main bhi ghar pohcha .. dad to sham me aate hain office se.

To mom ne mujhe dekhte hi mere maathe ko chhom liya ... Or poochhne lagin ki kya hua aaj kaisa raha aaj ka din vagerah-vagerah
..

Maine jaise - taise karke unki baaton ka javaab diye or chal diya fresh hone fresh hokar neeche aaya to mansi dianing table par baithi hui thi or mom kitchen me thin...

Main uske samne vali chair par jakar baith gaya.

Vo mujhe pyar bhari nazron se dekh rahi thi

Main - Aise kya dekh rahi hai
Manu - aapko
Main - or wo kyon bhala
Manu- aapki neeli-neeli aakhen bohot nasheeli hain.
Main - lagta hai tu pagla gayi hai

Wo hansane lagi or usko hansate dekh kar mujhe bhi hasi aa gayi.

Itne me mom khana lekar aa gayin..
Mom- Aye dono hasna band karo or chupchap khana khaao..

Khair, Aaj ka din to yunhi nikal gaya..

Or phir hamne dad ke sath milkar dinner bhi kar liya. (Par main sochme pad gaya tha apne or mansi ki kareebi ko dekhte hue)
Dinner karne ke baad
Sab sone ke liye apne - apne room me chale gaye ....

Main to padte hi so gaya...
Kareeb ghanta bhar baad mujhe aisa laga ki koi mere paas baitha hai
maine neend me hi zabarzasti apni aakhen kholi mere pairo ke paas vohi kal raat vala/vali
Baitha tha/thi...

Abe ye sapna nahin hai .. kal to maine sapna samajh kar bhula diya tha
Meri heartbeat bohot increase ho chuki thi ...
Dar ke maare Meri saanse tez chalne lagin...
Usko ehsaas ho gaya ki main jaag raha hun to vo gayab ho gaya/ ho gayi.

Meri to or zyada phat gayi...
Koi aise kaise gayab ho sakta hai

Main vahan se jaldi se bhaga or manu ka gate knock kiya manu abhi jaag rahi thi kyonki uske room ki light abhi bhi jal rahi thi.

Usne gate khola or mujhe ghabraya dekh kar wo bhi dar gayi or mujhe andar aane ke liye rasta diya
main jaldi se andar pahunch gaya or uske bed par jakar baith gaya.

Wo bhi gate band karke mere paas aa gayi

Mansi (mere chehre ki taraf dekhte hue)- kya hua bhai aap ghabrae hue kyon hain.

Main (apne man me)- agar isko bata diya to ye mujhe pagal samjhegi bataun ya na bataun.

Manu - bhai kahan kho gaye.

Main- Wo wo , khuchh nahin yarr ek bura sapna dekha tha to dar gaya

Wo- koi baat nahin bhai yahan mere paas so jaao na.

Main - hmmm
( Or main uske bed par let gaya wo bhi mere paas late gayi
Maine usko khud se chipka liya)

Kyonki main dara hua tha... Par vo to dil hi dil me khush ho rahi thi

Usne apna chehra mere seene me chhupa liya or apne chehre ko mere seene se ragadne lagi....
Uska aisa karna mere andar ek naye maze Ki umang paida kar raha tha... Wo mere sir me ungliyan phirane lagi or aisa karne se
Mujhe kab neend aayi mujhe pata na chala...

Subha roz ki tarha 5 baje meri neend khuli to mujhe mere oopar kuchh bhari bhari sa laga maine aakhen kholkar dekha to

mansi mere oopar ek tand idar or ek tang udhar karke so rahi thi ..
Uski chut mere lund par dabi hui thi
Or uske naram- naram boobs mere seene me.

Uske chehre par duniya bhar ki masumiyat thi badi hi cute lag rahi thi...

Morning Erection ki vajha se mera lund khada hua tha or uski chut par dastak de raha tha uski chut ki garmi mere lund par garam garam bhap si chod rahi thi.

Uski baalo ki khushbu mere armaan bhadka rahi thi
(Main madhosh hone laga)

Uske baalo ki latt uske chehre par aa rahi thi maine usko ungli se pakad ke kaan ke peechhe kar diya..
Main(uske masoom chehre ko dekhte hue)

Na Jane Kis Tarhan Ka Ishk Kar Rahe Hain Ham,
Jiske Ho Nahin Sakte Usi Ke Ho Rahe Hain Hum. ❤

Neend me hi uske chehre pe muskaan aa gayi .. shayad koi sapna sekh rahi thi.
Maine uske phoole phoole gaalon par kiss kar diya.
Phir, Mujhe pata nahin kya hua maine ek chhota sa kiss uske tapte hue hoto par kar diya ...

(Aaaaaaah kya naram naram hoth hain uske
Ye meri zindagi ka pehla kiss tha meri taraf se kisi ke lips par)

Mere lips ka ehsas apne lips par paate hi usne kasmate hue aakhen khol din..
Meri to phat ke chaar ho gayi ..
Ki isko pata to nahin chal gaya

Mansi (angdai lete hue)- Good Morning bhai..

Main- Good Morning

Usko ehsas hua ki usko kuchh chubh raha hai
Usko samajhte hue der na lagi ki ye mera khada hua lund hai

Or phir usne ek baar idhar-udhar dekha
To usko ehsaas hua ki vo kahan leti hai

Vo sharam se paani - paani ho gayi or
Turant hi bazu me let gayi
Vo mujhse nazren nahin mila rahi thi

Main- Kya hua manu raat me neend to theek se aayi na?

Manu ( Vaise hi lete hue ahista se) - Bhai sach puchho to aaj se pehle itni achchhi neend nahin aayi..
Aapki bahon me jo sukoon milta hai vo duniya me kahin nahin...

Main man me - ye phir se shuru ho gayi..

Main - Achchha chal main fresh hota hun
tu bhi ho ja phir sath me exercise karenge

Ye kehkar main khada hua to mere lover me tambu bana hua tha
Or manu usko aakhen phad kar besharmi se dekh rahi thi
Manu man me - Hye, Bhai ka wo kitna lamba or mota hai...

Mujhe badi sharam aayi main turant fresh hone ke liye apne room me chal diya.

To... Be... Continued
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,298,017 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 522,095 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,150,213 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 871,397 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,541,270 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,986,041 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,795,285 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,510,822 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,823,839 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 265,999 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 5 Guest(s)