Antarvasnasex ट्यूशन का मजा
06-20-2017, 10:23 AM,
#12
RE: Antarvasnasex ट्यूशन का मजा
ट्यूशन का मजा-5
गतांक से आगे............................. 


"बिलकुल देख. इसे कहते हैं असली स्टूडेंट! हर चीज की उत्सुकता होनी चाहिये. इस पाठ में तू अच्छा करेगा अनिल. जा, उस ड्रावर में से टेप ले आ"

मैं टेप ले आया.

"पहले खुद का नाप. बता कितना है?"

मैंने अकेले में कई बार नापा था फ़िर भी सर के सामने फ़िर से नापा. "सर, पांच इंच से ज्यादा है पर साढ़े पांच इंच के नीचे है"

"चल ठीक है, अब मेरा नाप. यहां नीचे से लगा, जड़ से और ऊपर तक ले जा. कितना है?"

"सर पौने आठ इंच है सर. ठहरिये सर फ़िर से देखता हूं" कहकर मैंने फ़िर टेप ठीक से लगायी "आठ इंच है सर! कितना बड़ा है!! इतना मोटा और लंबा!" मैं सुपाड़े को हथेली में भरकर बोला. "दूर से तो ऐसा लगता है जैसे फुट भर का हो"

"अब मोटाई देख. ऐसे नहीं मूरख, पाई सिखाया है ना तुझे? याद है ना? नहीं तो मारूंगा. टेप को डंडे में लपेट और देख. फ़िर मोटाई बता" सर ने कहा.

मैंने डंडे के चारों ओर टेप लपेटी. "सर सवा छह इंच के करीब है. याने ...."

"जल्दी बता .... सर्कमफ़्रेंस अगर साढ़े छह इंच है तो डायमीटर कितना है" मैं हिसाब लगाने लगा. "३.१४ से भाग करके .... कितना होगा .... ?" मैं बुदबुदाया. सिर चकराने लगा.

चौधरी सर ने मेरी पीठ में एक घूंसा मारा, हल्के से. "अरे मूरख, यहां क्या पेपर पेन्सिल लेकर गुणा भाग करेगा? पाई बराबर ३ समझ ले, अब बता"

"सर दो से जरा सा ज्यादा हुआ. याने आपका लंड दो इंच से थोड़ा ज्यादा मोटा है" मैं बोला.

"बहुत अच्छे. अब सुपाड़ा नाप" सर खुश होकर बोले. सुपाड़े के चारों ओर टेप लपेटी तो साढ़े सात इंच नाप आया. मैंने झट तीन से भागा" सर, अढ़ाई इंच के करीब है, बाप रे कितना मोटा है सुपाड़ा, लगता है जैसे आधे पाव का एक टमाटर हो" मेरे मुंह से निकल पड़ा.

"देखा ना, कैसा लगा सर का लंड अब बता?" सर बड़े गर्व से बोले. वे अब खुद ही अपने लंड को सहला रहे थे.

"सर बहुत .... बहुत .... मतवाला है सर. बहुत सुंदर, बहुत .... रसीला लगता है सर और कितना मजबूत और जानदार है सर"

"मान गया ना? अरे मेरा लंड ऐसा है कि किसी को भी स्वर्ग की सैर करवा दे, बस सैर करने वाला शौकीन होना चाहिये. रस चखेगा इसका? बोल?"

"हां सर, लगता है कि अभी चबा चबा कर खा जाऊं सर"

"तो शुरू हो जा. खेल उससे, उसे मस्त कर, स्वाद देख. याद है वह सब करना है जो मैंने किया था" सर पीछे टिक कर बैठते हुए बोले.

अगले दस मिनिट मैं चौधरी सर के लंड से खेलता रहा. उसे तरह तरह से हाथ में लिया, दबाया, रगड़ा, पुचकारा, अपने गाल और माथे पर रगड़ा. फ़िर सर के सामने जमीन पर बैठ कर चाटने लगा.

"आ ऽ ह ऽ ... अब आया मजा मेरे बेटे. ऊपर से नीचे तक चाट! कुत्ते चाटते हैं ना वैसे, पूरी जीभ सटा के!" सर मस्त होकर बोले.

सर का लंड चाटने में बहुत मजा आ रहा था. पर मन सुपाड़े का स्वाद लेने को करता था. मैंने लंड को फ़िर से मुठ्ठी में पकड़ा और सुपाड़े की सतह पर जीभ फ़िराने लगा जैसे आइसक्रीम का कोन हो. एकदम मुलायम रेशमी चमड़ी थी, तनी हुई! लगता है कि मेरे नौसिखिये होने के बावजूद सर को मजा आ गया क्योंकि वे ऊपर नीचे होने लगे "हां .... हां बेटे ... और चाट .... वो नोक पर छेद देखता है ना .... वहां जीभ लगा"

मैंने देखा कि सुपाड़े के बीचे के मूतने के छेद पर एक सफ़ेद मोती सा छलक आया था. "सर वहां तो ...." मैंने हिचकते हुए कहा.

"वहां क्या .... बोल .... बोल... क्या है वहां?" सर ने मेरे बाल पकड़कर कहा.

"सर वीर्य की बूंद है"

"अब उसका क्या करना है? बोलो बोलो अनिल ... उसका क्या करना है?" उन्होंने कड़ी आवाज में पूछा. फ़िर खुद ही बोले "उसे चाटना है, स्वाद लेना है, अंदर के खजाने का कैसा जायका है यह आजमाना है. समझा ना?"

जवाब में मैंने हिचकते हुए उसे बूंद को जीभ से टीप लिया. खारा सा कसैला सा स्वाद था. मुझे अच्छा लगा. मैंने सुपाड़े का आधा हिस्सा मुंह में लिया और चूसने लगा. सर "ओह ...ओह" करने लगे. फ़िर मेरे बाल खींच कर बोले "अरे मूरख दांत क्यों लगा रहा है? पर चल कोई बात नहीं, उससे भी मुझे मजा आ रहा है ... हां .... हां .... ऐसे ही बेटे"

"सर ... मुंह में ठीक से लेकर चूसूं सर?" मैंने पूछा. सर तो तैयार ही बैठे थे. मेरे कान पकड़कर बोले "तो और क्या कह रहा हूं मैं तब से नालायक लड़के?"

"सर ... बहुत बड़ा है सर. मुंह में नहीं आयेगा" मैंने हिचकते हुए कहा.

"पूरा मुंह खोल, फ़िर आयेगा. मैं मदद करता हूं चल. पर पहले बता. मुंह में लेकर क्या करेगा?"

"सर चूसूंगा"

"कैसे चूसेगा?"

"सर कुल्फ़ी चूसते हैं वैसे चूसूंगा."

"कब तक चूसेगा?" सर मेरे बाल सहलाते हुए बोले.

"जब तक आप झड़ नहीं जाते सर"

"झड़ने के बाद क्या करेगा? वीर्य थूक डालेगा, है ना? अच्छे बच्चे ऐसा ही करते हैं ना? बोल ... जल्दी बोल!" सर ने मेरी आंखों में देख कर कहा.

"नहीं सर" हिचकिचाते हुए मैंने कहा "निगल जाऊंगा सर"

"क्या समझ कर? बोलो बोलो क्या समझ कर?"

मैं चुप रहा. समझ में नहीं आ रहा था क्या कहूं. सर ने फ़िर कड़ाई के स्वर में पूछा "बोलो अनिल. क्या समझकर निगलोगे अपने सर का वीर्य? कड़वी दवाई समझ कर?"

"नहीं सर." मैं बोल पड़ा "आप का प्रसाद समझकर"
Reply


Messages In This Thread
RE: Antarvasnasex ट्यूशन का मजा - by sexstories - 06-20-2017, 10:23 AM

Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,710,111 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 570,095 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,322,727 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 1,005,891 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,774,554 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,181,909 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 3,125,828 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 14,645,003 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 4,219,519 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 305,207 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 3 Guest(s)