RE: Ashleel Kahani रंडी खाना
काजल ………
वो ऐसे विहेब कर रही थी जैसे ठाकुर उसका प्रेमी हो ,
और ठाकुर …
साला उसे देखकर तो उसे मार ही देने का मन कर रहा था ,
काजल और वो दोनो ही सोफे में बैठे हुए हँस रहे थे,
“आपको नही लगता की ये थोड़ी छोटी है “
काजल ने उस पेंटी के बारे में पूछा ,जिसके जवाब में ठाकुर ने उसके साड़ी से झांकते और मानो फाड़ के बाहर आने को बेकरार वक्षो को हल्के से मसल दिया
“आउच कितने बदमाश हो आप “
काजल मचली जरूर लेकिन उसके होठो में मुस्कुराहट बढ़ गई थी ,
“अभी तो बदमाशी और भी ज्यादा करने का मन कर रहा है जानेमन लेकिन तुम ...कुछ करने ही नही दे रही “
काजल खिलखिला कर हँस पड़ी ,
“मुझे इसे तुम्हे पहनाना है “
ठाकुर मचल रहा था
“इतनी भी क्या जल्दी है “
काजल अदा से खड़ी हुई और हल्का म्यूजिक लगा कर उसके सामने आ खड़ी हुई,वो म्यूजिक के रिदम में अपने कमर को हल्के हल्के हिला रही थी और उसकी आंखे सीधे ठाकुर की आंखों से मिली हुई थी ,वो अदा से हिल रही थी ,साड़ी से झांकती हुई उसकी नंगी कमर चमक रही थी और उसकी नाभि के गहराई साफ साफ दिखने लगी थी ,
ठाकुर की आंखे उसकी कमर में ही अटक चुकी थी ,वो सांप सी उसे लहरा रही थी ,
ठाकुर की सांसे मानो अटक गई जब काजल उसके और भी पास आ खड़ी हुई ,उसकी कमर अब ठाकुर के सर के पास ही थी ,शायद उसकी सांसे अब काजल के पेट को छू रही होगी,
ठाकुर ने अपना सर थोड़ा आगे कर उसे चूमने की कोशिस की पर काजल खिलखिलाकर उससे दूर हो गई ,
ठाकुर ने बुरा सा मुह बनाया तो काजल फिर से उसके पास पहुच गई और इस बार वो उसके सर पर हाथ रखकर उसे अपनी ओर खिंचा,
ठाकुर का मुह सीधे काजल के नंगे पेट से जा टकराया ,वो पहले तो अपनी नाक उसके नाभी में रगड़ने लगा फिर अपनी जीभ निकाल कर उसे चाटने की कोशिस करने लगा ,
“आह “काजल ने एक मादक सिसकारी ली उसे जोरो से अपने ओर खिंच लिया
अब ठाकुर का मुह पूरा का पूरा ही उसके पेट में धंस गया था काजल की पकड़ इतनी थी की ठाकुर सांसे भी नही ले पा रहा था ना ही वो अपने चहरे को ही हिला पा रहा था …
वो बौखला गया था और काजल की गिरफ्त से छूटने की कोशिस करने लगा ,काजल जोरो से हँसी और उसे दूर कर थोड़ी दूर हो गई…
हल्का हल्का सेक्सोफोन का म्यूजिक सच में बहुत ही मधुर था और साथ ही बहुत ही रोमांटिक भी ,काजल फिर से उसकी आंखों में अपनी आंखे गड़ाकर हिलाने लगी और इस उसने अपने बाल भी खोल लिए जिससे उसके घने और लंबे बाल उसके कंधे और छातियों पर भी बिखर गए थे ,वो अपने बालो से मादक अंदाज में सहलाने लगी साथ ही उसे ऊपर किया ,वो उससे खेलने लगी उसकी कमर अब भी म्यूजिक के साथ साथ ही चल रही थी ,
ठाकुर उसे देखकर ऐसे बावरा गया था मानो किसी गरीब को खजाना ही मिल गया हो ..
वो आंखे फाडे हुए काजल की अदाएं देख रहा था ,जैसे पलक झपकना और सांस लेना भी भूल गया हो ..
काजल फिर से उसके पास आयी और अपने पल्लू हो गिरा दिया ,
उसके ब्लाउज से भी उसके स्तनों की सुडौलता और भराव साफ साफ झलक रहे थे ,ठाकुर के आंखों में हवस जाग गई थी वो उसे ललचाई निगाहों से देख रहा था ,काजल ने उसके करीब आकर फिर से उसके चहरे को पकड़ लिया ,वो भी किसी खिलौने की तरह उसकी आज्ञा का पालन करने लगा था ,काजल उसे अपने सीने के पास लायी लेकिन गड़ाया नही वो उसे ऊपर से ही महसूस कर रही थी ,ठाकुर के आनन्द की सीमा क्या थी ये उसकी आंखे बता रही थी उसकी आंखे बंद हो चुकी थी ,वो खुद से कुछ भी नही कर रहा था सब कुछ काजल ही कर रही थी ,
वो अपनी नाक उसके स्तनों में रगड़ने लगा,काजल की भी आंखे बंद हो गई मानो किसी परम् सुख का अनुभव कर रही हो ,ये कोई एक्टिंग थी या हकीकत इसका अनुमान लगाना भी मेरे लिए कठिन हो गया था,वो मेरे साथ भी ऐसा ही करती थी ,,
वो आंखे बंद कर उसके नाक की रगड़ को महसूस कर रही थी ,और आनन्द में सिसकियां ले रही थी …
वो थोड़ा और जोर लगाती है इस बार वो झुककर अपने वक्षो की घाटी में उसके सर को घुसा देती है ,इसे देखकर तो मेरा भी लिंग अकड़ गया था ,क्योकि काजल की गोरी गोरी और बड़ी सी उस खाई में ठाकुर का काजला सा मुह बड़े ही अजीब तरीके से मुझे भी उत्तेजित कर रहा था ,
वो अपनी जीभ निकाल कर उसे चाटना चाहता था लेकिन मैं गलत था वो तो उसे खाने पर उतारू हो चुका था ,ठाकुर के दांत काजल के नंगे स्थल पर जा रहे थे वो ब्लाउज को भीगा रहा था और साथ ही साथ दांतो से हल्के हल्के से काट भी रहा था,उसकी जीभ भी आकर अपना थूक काजल के वक्षो में छोड़ रही थी…
काजल मचल रही थी और उसे और भी जोरो से अपने ऊपर दबा रही थी वही ठाकुर अपनी आंखे बंद किये हुए उस जन्नत का मजा ले रहा था जिसका हक सिर्फ मुझे मिलना था ,
मैं जलन और गुस्से से तो भर रहा था लेकिन साथ ही साथ एक उत्तेजना भी मुझमें घुलती जा रही थी ,
ठाकुर खड़े होने की कोशिस करता है लेकिन काजल उसे खड़ा होने ही नही देती और हंसकर फिर से दूर चली जाती है,
उसकी आंखे ठाकुर की आंखों से मिली दोनो के ही होठो में मुस्कुराहट थी ,एक अजीब सी मुस्कुराहट,ठाकुर ने आंखों ही आंखों में काजल से पास आने का इशारा किया लेकिन काजल ने आंखों ही आंखों में ठाकुर को ना का इशारा किया ,ठाकुर हल्के से मुस्कुराया और खड़ा हो गया ,मैंने देखा की उसके पेंट से ही उसका तनाव साफ साफ दिख रहा था ,उसने अपनी शर्ट उतार फेंकी और अपनी बनियान भी ,वो थोड़ा पेटू जरूर था लेकिन लगता था की उसने अपनी जवानी में बहुत कसरत भी कि हो क्योकि उसके मसल्स बहुत ही बड़े दिख रहे थे ,वो किसी कुश्ती के पहलवान की तरह लग था ,उसका काल बदन भी कमरे के रोशनी में चमकने लगा ,
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