RE: bahan ki chudai मेरी बहनें मेरी जिंदगी
रोहन ने अपनी घड़ी चेक की तो 9 बज रहा था. "अभी तो काफ़ी टाइम है. घर पर चले और वही कोई मूवी देखें?"
"गुड आइडिया. हमारे घर चलते हैं. कुछ ना कुछ अच्छा तो आ ही रहा होगा." आरोही बोली.
तो सभी कार मे बैठकर घर की ओर चल दिए. रास्ते मे अजीब सी खामोशी छाई रही तो अरुण ने रेडियो ऑन कर दिया और म्यूज़िक के साथ साथ टेन्षन को दूर करने लगा.
घर पहुच कर आरोही सबसे पहले कूद कर उतरी और अंदर पहुच कर सबको खबर करने लगी कि सभी अंदर आ रहे हैं. अरुण, रोहन और रिया अंदर आए ही थे तो सुप्रिया आधी नंगी अपने रूम का दरवाजा बंद कर रही थी. उसने सोचा अच्छा हुआ अगर एक मिनिट भी और लेट हो जाती तो शर्म से मूह ही नही दिखा पाती.
अरुण ने सभी को पानी दिया फिर हॉल मे सभी सोफे पर बैठ गये.
आरोही चॅनेल चेंज करके ढंग की मूवी ढूढ़ने लगी. जब उसे मन की मूवी मिल गयी तो उसने सबसे पूछ कर वही रहने दी. रोहन उसके पास जाके बैठ गया. इधर सोफे पर अरुण और रिया साथ मे बैठ गये तो रिया ने देर ना करते हुए उसके और अपने उपर चादर डाल ली.
तुरंत ही अरुण को रिया के हाथ अपने लंड के उपर महसूस होने लगे और वो अंदर ही खुद को कोसने लगा.
"कोसना ज़रूरी है? इतना अच्छा मौका है चोद डाल." अरुण के दिमाग़ मे आवाज़ ने कहा
"हम लोगो ने इस बारे मे बात की थी."अरुण ने मन मे कहा
"तूने करी थी, मुझे कोई फ़र्क नही पड़ता. तू बस चोदना शुरू कर." आवाज़ ने अरुण के दिमाग़ मे कहा
"आइ विल नोट फक रिया."अरुण ने कहा
"यार. क्या फ़र्क पड़ता है किसकी चूत हो, चूत तो चूत होती है." आवाज़ ने अपना तर्क दिया
"तुम समझना क्यूँ नही चाहते. एक तो मेरी इच्छा नही है और अगर मैने ऐसा कुछ किया तो सभी मुझसे नाराज़ हो जाएँगी और फिर कुछ नही मिलने वाला."
"लेकिन ये आइडिया भी तो उन्ही का है. कह देना कि प्लान के करना पड़ा. उधर देख वो रोहन तो हमारी चीज़ का भरपूर मज़ा उठा रहा है."
"फर्स्ट ऑफ ऑल, आरू कोई चीज़ नही है, वो मेरी बहेन है. और दूसरी बात, उसने सिर्फ़ कंधे पर हाथ रखा है. थर्ड, शट अप."
अरुण रिया का हाथ रोकने की कोशिश करने लगा लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी. रिया का हाथ जीन्स के अंदर जाके उसके गर्म लंड को ठंडी उंगलियों से छू रहा था. अरुण ने आरोही की तरफ देखा तो उसने हंसते हुए आँख मार दी. उसे देखते हुए आरोही ने अपना सिर रोहन के कंधे पर रख दिया. अरुण के मन मे दोबारा जलन की भावना आई लेकिन उसने फिर जल्दी से उसे साइड मे कर दिया.
आरोही एक पल के लिए रोहन को अरुण समझ बैठी और उससे चिपकने लगी. उसका दिमाग़ भी उसके साथ खेल खेल रहा था, और वो सोचने लगी कि क्या वो ज़्यादा देर तक रोहन को दिखा पाएगी कि वो उसे पसंद करती है. रोहन की गर्मी उसे अपने शरीर पर महसूस हो रही थी, उसका हाथ जो उसके हाथ को धीरे धीरे सहला रहा था. वो बार बार अरुण की तरफ देख रही थी, और इस बात को अच्छे से जानती थी कि उसका प्रेमी उसे किसी दूसरे लड़के के साथ देख रहा था.
अरुण बड़ी मुश्किल से चादर के अंदर की हलचल को रोकने की कोशिश मे था. रिया मूवी देखते हुए अपना हाथ उसके लंड के उपर नीचे कर रही थी. काफ़ी देर तक यही चलता रहा. जैसे ही मूवी ख़तम हुई अरुण एक दम से खड़ा हो गया तो रिया ने जल्दी से हाथ खीच लिया.
"रात काफ़ी हो गयी है, आइ गेस वी बेटर टेक यू गाइस होम," वो अचानक आरोही और रोहन की ओर देखते हुए बोला.
अरुण के सोफे पर हुई हलचल से आरोही एक दम से चौंक कर असली दुनिया मे वापस आई. तुरंत ही उसे ध्यान आया कि वो लोग क्या पाने की कोशिश मे ये सब कर रहे थे. उसने खड़े होकर रोहन को उठने के लिए अपना हाथ दिया फिर उसके साथ गेट की तरफ चलने लगी.
अरुण ने मुड़कर रिया की ओर देखा और मुस्कुराते हुए अपना हाथ आगे बढ़ा दिया, जो उसने झट से थाम लिया और उसे लेकर बाहर कार की ओर चलने लगा.
कुछ देर बाद वो सब रिया के घर के बाहर थे. आरोही और रोहन बाहर उतरे लेकिन रिया कार मे ही बैठी रही, उसने अपना सर आगे किया किस करने के लिए तो अरुण ने भी जल्दी से बस उसके होंठो को अपने होंठो से छू दिया.
बाहर आरोही और रोहन गले मिल रहे थे.
"थॅंक्स फॉर आ ग्रेट ईव्निंग," आरोही उसके गले लगे ही बोली.
"आइ होप वी कॅन डू इट अगेन," रोहन बोला.
आरोही सिर हिला के सहमति देने लगी. रोहन ने आगे बढ़के उसके गाल पर एक छोटा सा किस किया और घर के अंदर जाने लगा. तब तक रिया भी कार से निकल आई और उसके साथ ही जाने लगी.
कार जब घर की तरफ जा रही थी, आरोही ने अरुण की तरफ देखा उसका मूड जानने के लिए.
"सब ठीक तो है ना?" उसने पूछा.
अरुण ने जल्दी से हां मे सिर हिला दिया, फिर कहा, "बस ये सब काफ़ी अजीब लग रहा है," उसने स्माइल करते हुए कहा.
"हां वो तो है," उसने भी कहा फिर दोनो शांत हो गये.
कुछ देर ऐसे ही ऑक्वर्ड साइलेन्स रहा कार मे, फिर आख़िर अरुण ने पूछ ही लिया,"सो, व्हाट डू यू थिंक?"
आरोही ने कंधे उचका दिए,"ही'स ओके, आइ गेस."
"तो तुम उसे रिया के साथ सेक्स के लिए तय्यार कर पाओगी?" उसने सीधे सीधे लफ़ज़ो मे पूछ लिया.
आरोही उसका सवाल सुन के हँसने लगी फिर नॉर्मल होके विंडो से बाहर देखती रही. "सच बताऊ तो, पता नही. पहले ही मुझे इतना बुरा और अजीब लग रहा था कि जिसके साथ मैं सेक्स करती हूँ, उसके सामने कोई लड़का उसकी चीज़ को छू रहा है और उपर से मेरा लवर भी मेरे सामने ही किसी और के साथ इंटिमेट हो रहा है."
अरुण तुरंत ही अपना सिर हिलाने लगा. "मैं पहले भी डिसकस कर चुका हूँ, तुम कोई चीज़ नही हो. यू आर आ पर्सन दट आइ लव."
"फक." आवाज़ ने अरुण को कहा
"डिसकस किया? किसके साथ?"
आरोही ने कन्फ्यूज़ होते हुए पूछा.
अरुण को तुरंत ही ध्यान आया कि उसने आवाज़ और आरोही की बातें मिक्स कर दी हैं.
"अरे यार, वो मैने बताया था ना, इस आवाज़ के साथ."
"ओह्ह्ह्ह. तो इसने भी कहा था कि मैं तुम्हारी प्रॉपर्टी हूँ?" आरोही ने पूछा.
"यॅ.." अरुण एक आह भरते हुए बोला.
आरोही ने अपनी सीट बेल्ट खोल दी और उसके हाथ को पकड़कर उसके कंधे पर अपना सिर रख दिया. "सही तो कहा, आइ'म युवर प्रॉपर्टी."
अरुण उसे सवालिया नज़रो से देखने लगा.
"सीरियस्ली?"
आरोही ने अपना सिर धीरे से हिला दिया. "आइ कॅंट हेल्प इट, ब्रो. यू ओन मी."
अरुण अपना सिर हिलाकर कुछ बोलने ही वाला था कि आरोही ने उसके होठों पर अपनी उंगली रख दी. "मैं वो नही कह रही जो तुम सोच रहे हो, ईडियट. मेरे कहने का मतलब है कि मुझे पसंद है कि मैं तुम्हारी बन के रहूं, सिर्फ़ तुम्हारी. मुझे अच्छा लगा रोहन के साथ लेकिन पूरे वक़्त मैं बस यही सोचती रही कि काश इस डेट पर बस हम दोनो होते. आइ विश कि तुम मुझे डिन्नर पर ले गये होते, फिर मूवी फिर तुम मुझे अपने रूम मे ले जाकर मेरे साथ प्यार करो. आइ वॉंट यू टू मेक मी युवर्ज़. डू एनितिंग यू वॉंट टू मी."
अरुण बिना पलके झपकाए उसे देख रहा था.
"आरोही, मैं ये नही कह रहा कि मुझे तुम्हारे साथ अच्छा नही लगता है, लेकिन अगर तुम..रोहन के साथ...होना चाहती हो, तो यू कॅन."
"चूतिए, उसकी बात तो समझ." आवाज़ ने अरुण पर गुस्सा होते हुए कहा
आरोही कुछ देर चुप रही. "अरुण, मेरे ईडियट, स्टुपिड, डफर भाई, मेरा कहने का मतलब है मैं किसी और के साथ अपना नाम नही जोड़ना चाहती. आइ ओन्ली लाइक बीयिंग ओन्ली युवर्ज़. मुझे पसंद है जब तुम मुझसे कुछ कहो और वो मैं करूँ, आइ लाइक बीयिंग कंट्रोल्ड बाइ यू, पनिश्ड बाइ यू."
"मैं जो कहूँ वो करने से क्या मतलब है?" अरुण ने पूछा.
आरोही कुछ देर सोचती रही फिर उसके लंड को हल्के से रगड़ दिया.
"वेल, जैसे तुमने मुझसे कहा कि तुम्हे ब्लोव्जोब की ज़रूरत है, तो मैं तुम्हारी इच्छा पूरी करूँगी. कभी भी, कही भी. अगर तुम्हारी इच्छा है कि सबके सामने मुझे प्यार करो, देन आइ विल. और जो ये थॉट है ना कि अगर मैने नही करा, तुम्हारी बात नही मानी तो तुम मुझे जो पनिशमेंट दोगे, इट एग्ज़ाइट्स मी."
"आइ लाइक हर." आवाज़ ने अपनी खुशी प्रकट की
अरुण बड़े गौर से उसे देखने लगा. "यू मीन.."
"मेरा मतलब है, कि अगर तुमने मुझसे कहा कि मैं दिन भर सिर्फ़ ब्रा पैंटी मे रहूं तो मैं रहूंगी. मैं वो सब कुछ करूँगी जो तुम मुझे करने को कहोगे, लेकिन सिर्फ़ जो तुम कहोगे. यू कॅन हॅव मी व्हेनेवेर ऑर हवेवर यू वॉंट मी."
"शी ईज़ माइ न्यू फॅवुरेट." आवाज़ ने अरुण से कहा
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