Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
03-11-2020, 10:41 AM,
#31
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
उसने उनकी चूत को सहलाते सहलाते अपने दूसरे हाथ से शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उनका हाथ लेजा के अपने लंड पे रख दिया शिप्रा दीदी ने अपना हाथ थोड़ी देर तक उसके लंड पे ऐसे ही रखे रखा मुझे बहुत ही ज्यादा आश्चर्य हुआ की शिप्रा दीदी आराम से उसे अपनी चूत सहलाने दे रही है और अब तो उसके लंड पे भी अपना हाथ रख रखा है लेकिन मैं ये सब बस में प्रीती दीदी के साथ पहले कर चुका था और उन्होंने बताया भी था की वो डर गई थी तो मैंने सोचा की हो सकता है की शायद शिप्रा दीदी भी डर गयी हो लेकिन जो भी हो रहा था उसमे मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आ रहा था फिर उस आदमी ने वापस शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उनके हाथ से अपना लंड दबाने लगा अब वो अपने एक हाथ से शिप्रा दीदी की चूत सहला रहा था और अपने दूसरे हाथ से शिप्रा के हाथ से अपना लंड दबवा रहा था शिप्रा दीदी बाहर देख रही थी फिर उस आदमी ने अपनी उँगलियों से जल्दी जल्दी शिप्रा दीदी की चूत को सहलाने शुरू कर दिया शिप्रा दीदी को बहुत मजा आने लग गया था फिर उस आदमी ने अपना हाथ शिप्रा दीदी के हाथ से हटा लिया और मैंने देखा की शिप्रा दीदी अब खुद अपने हाथ से उसकी पेंट पे से उसके लंड को सहला रही है मुझे पता चल चुका था की शिप्रा दीदी अब पूरी तरह से गरम हो चुकी है फिर उस आदमी ने अपना हाथ शिप्रा दीदी की दोनों झांगों के बीच में से निकाला और उनके कुर्ते पे से उनके पेट पे हाथ फेरने लगा और हाथ फेरते फेरते अपना हाथ ऊपर लेके जाने लगा


अब उसका हाथ शिप्रा दीदी की चुन्नी के नीचे से उनके बोबो पे था वो कुर्ते के ऊपर से शिप्रा दीदी के बोबे दबा रहा था वो बहुत तेज तेज शिप्रा दीदी के दोनों बोबे मसल रहा था उन्हें दबा रहा था मुझे शिप्रा दीदी की चुन्नी के नीचे से उसके हिलते हुए हाथों को देख के साफ़ पता चल रहा था की उसका हाथ कहाँ पे है और वो क्या कर रहा है फिर उसने शिप्रा दीदी की चुन्नी उनके कुर्ते के गले तक ऊपर कर दी और उनके कुर्ते के ऊपर से उनके दोनों बोबे दबाने लगा अब मुझे साफ़ साफ़ दिख रहा था की वो शिप्रा दीदी के बोबे दबा रहा है शिप्रा दीदी भी अपने हाथ से उसका लंड सहला रही थी और वो उनके बोबे दबा रहा था फिर उस आदमी ने शिप्रा दीदी का हाथ अपने लंड पे से हटाया अपनी पेंट की चेन खोली और अपना खड़ा हुआ लंड बाहर निकाल लिया और फिर वापस शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उनका हाथ लेजा के अपने नंगे लंड पे रख दिया अब वो शिप्रा दीदी के बोबे दबा रहा था और शिप्रा दीदी उसका नंगा लंड सहला रही थी उसे हिला रही थी अपने हाथ से फिर उस आदमी ने अपना हाथ शिप्रा दीदी के बोबो पे से हटाया और वापस से उनकी झांगों के बीच डाल दिया और उनकी सलवार पे से उनकी चूत को सहलाने लगा शिप्रा दीदी बाहर देखते हुए उसका लंड अपने हाथ से हिला रही थी और वो अपने हाथ से शिप्रा दीदी की चूत सहला रहा था वो जल्दी जल्दी शिप्रा दीदी की चूत रगड़ने लगा


शिप्रा दीदी से अब कण्ट्रोल नहीं हो रहा था उन्होंने उसका लंड छोड़ा और अपने दोनों हाथों को अपने आगे वाली सीट पर रखा और अपने हाथों पर अपना सर रख के सर झुका के बैठ गयी उस आदमी ने अपना हाथ उनकी झांगों से निकाला और उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी अपने आगे वाली सीट पे सर रख के बैठी थी जिस से उनके बोबे थोड़े आगे की तरफ लटक गए थे उस आदमी ने उनके लटके हुए बोबो को दबाया फिर शिप्रा दीदी के लटके हुए कुर्ते के गले में से अपना हाथ अंदर डालने लगा अब शिप्रा दीदी कसमसाने लगी क्योंकि ये बहुत रिस्की था मुझे भी लगा की अब ये ठीक नहीं हो रहा अब प्रॉब्लम हो सकती है मैंने अपना मोबाइल निकाला और शिप्रा दीदी को कॉल किया उनके पर्स में उनका मोबाइल बजने लगा वो आदमी एक दम से सकपका गया उसने अपना हाथ हटाया और फटाफट अपना लंड अंदर किया मैंने उनसे थोड़ी सी बात की और कॉल काट दिया तभी पीछे की एक सीट खाली हो गई मैं थोडा पीछे गया और आगे आया ताकि शिप्रा दीदी को ये लगे की मैं पीछे से आया हूँ मैं उनकी सीट के पास आया और उस आदमी से कहा "अंकल आप मेरी सीट पे बैठ जाओ मुझे यहाँ बैठना है " उसने कहा "क्यों " मैंने कहा "ये मेरे साथ है मेरी बेहेन इसीलिए "


उसकी शक्ल देखने लायक थी क्योंकि उसे नहीं पता था की शिप्रा दीदी के साथ कोई होगा और उसे ये भी डर था की फोन पे शिप्रा दीदी ने कुछ बोल तो नहीं दिया मुझे जो मैं एक दम से आ गया वो उठ के पीछे वाली सीट पे चला गया मैं शिप्रा दीदी के पास बैठ गया जैसे है मैं उनके पास बैठा शिप्रा दीदी ने मेरे कंधे पे अपना सर रख दिया और मुझसे चिपक के बैठ गयी मैंने कहा "क्या हुआ दीदी " उन्होंने कहा "कुछ नहीं " मुझे पता था की वो पूरी तरह से गरम है अभी हमें आखरी स्टॉप पे उतरना था वो अभी दो स्टॉप बाद था अगला स्टॉप आया तो इस स्टॉप पे ज्यादा लोग उतर गए वो आदमी भी इसी स्टॉप पे उतर गया बस ऑलमोस्ट खाली हो गयी थी बस 6-7 लोग आगे बैठे हुए थे बाकी कोई नहीं था हमारी आस पास की सीटें खाली हो गई थी मैं एक हाथ से शिप्रा दीदी की झांग सहलाने लगा उनकी सलवार पे से तभी शिप्रा दीदी ने एक दम से मुझे पकड़ा और मुझे किस करने लगी हम दोनों ही बहुत गरम थे मैं भी उनके होंठ चूसने लगा वो पागलों की तरह मेरे होंठ चूस रही थी उन्हें किस करते हुए मैं उनके कुर्ते पे से उनके बोबे दबाने लगा


थोड़ी देर किस करने के बाद हम अलग हुए मैंने आगे देखा किसी ने हमें नहीं देखा था मैंने शिप्रा दीदी से कहा "दीदी अपनी सलवार का नाडा खोलो " उन्होंने कहा "यहाँ पे सोनू यहाँ कैसे सलवार उतारूंगी " मैंने कहा "पूरी मत उतारो बस नाडा खोल के सलवार घुटनों तक उतार दो अभी कोई है भी नहीं जल्दी करो " वो पूरी तरह से गरम थी उन्होंने अपनी सलवार का नाडा खोला और अपनी सलवार और पेंटी घुटनों तक उतार दी अब मैं शिप्रा दीदी की नंगी चूत को सहलाने लगा उनकी चूत पूरी तरह से गीली थी मैंने कहा "दीदी आप इतनी कैसे गरम हो " उन्होंने कहा "बस ऐसे ही तूने कर दिया ना अभी " मैं मुस्कुराने लगा उन्हें नहीं पता था की मैंने सब देखा है ना मैंने उन्हें बताया मैं उनकी चूत सहलाने लगा उन्हें मजा आने लगा


फिर मैंने उनकी टांगें चौड़ी की और उनकी चूत के होल को सहलाने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने अपनी एक ऊँगली उनके चूत के होल में डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था मैं सामने की तरफ देख रहा था और नीचे शिप्रा दीदी की चूत में ऊँगली कर रहा था मैं जल्दी जल्दी उनकी चूत में ऊँगली करने लगा और अपने अंघूठे से उनकी क्लिट को सहलाने लगा शिप्रा दीदी को बहुत मजा आ रहा था उनकी आँखें बंद थी मैं जल्दी जल्दी उनकी चूत में ऊँगली करने लगा और थोड़ी देर में शिप्रा दीदी झर गयी उनकी चूत से बहुत सारा डिस्चार्ज निकला मैंने अपना रुमाल उन्हें दिया उन्होंने अपनी चूत साफ़ की और पेंटी और सलवार ऊपर कर ली अब मैंने अपनी जींस की चेन खोली और अपना खड़ा हुआ लंड बाहर निकाला शिप्रा दीदी ने अपने हाथ से मेरा लंड सहलाया मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर वो थोडा सा पीछे हुई झुकी और मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और चूसने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था वो उसे पूरा अपने मुह में लेके चूसने लगी वो मेरा लंड चूस रही थी और मैं उनके सर में हाथ फेर रहा था फिर वो मेरे लंड के टोपे को चूसने लगी मैं एक हाथ से उनके कुर्ते पे से उनके बोबे दबाने लगा मैंने कहा "दीदी जल्दी करो आखरी स्टॉप आने वाला है " वो जल्दी जल्दी मेरे लंड को चूसने लगी उसे चाटने लगी थोड़ी देर में मेरा मुट निकल गया मेरा मुट थोडा उनके मुह में गया बाकी नीचे गिर गया जिसे उन्होंने रुमाल से साफ़ कर दिया हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराने लगे मैंने अपना लंड अंदर किया हम दोनों ने अपने कपडे ठीक किये इतने में आखरी स्टॉप आ गया बस रुक गयी हम दोनों बस से उतरे और मार्किट में गए और शिप्रा दीदी की बुक लेने लगे बुक स्टाल से ......

हम मार्किट में गए और शिप्रा दीदी ने अपनी बुक ली और कुछ सामान लिया फिर हमने सोचा की थोड़ी देर मार्किट में घूम लेते है हम हाथ में हाथ डाले मार्किट में घूम रहे थे थोड़ी थोड़ी बारिश शुरू हो गई थी तभी शिप्रा दीदी के सेल पे मम्मी का फोन आया शिप्रा दीदी ने फोन उठाया "हेलो हाँ मौसी हाँ सब ले लिया बस घर आने की तैयारी कर रहे है हाँ देती हूँ " शिप्रा दीदी ने सेल मुझे दिया मैंने कहा "हाँ मम्मी" मम्मी बोली "अरे सोनू तेरा नंबर ऑफ कैसे आ रहा है" मैंने कहा "पता नहीं मम्मी मैंने तो चेक नहीं किया क्यों क्या हुआ" मम्मी बोली "अरे बेटा मौसम बहुत ख़राब हो गया है न्यूज़ में बहुत ज्यादा और तेज बारिश होने को कह रहे है तुम लोग कहा पे हो " मैंने कहा " मम्मी हम तो मार्किट में ही है अभी बस के आने का वेट कर रहे है " तो मम्मी बोली "नहीं नहीं तुम बस के चक्कर में मत रुको तेरे पापा कार से वहां से क्रॉस होंगे तो तुम उन्ही के साथ आ जाना " मैंने कहा "ठीक है मम्मी"
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03-11-2020, 10:41 AM,
#32
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
थोड़ी देर में पापा कार लेके आ गये मैं आगे बैठ गया और शिप्रा दीदी पीछे हम दोनों बहुत उदास थे क्योंकी हम लोगो ने साथ घूमने का प्लान बनाया था लेकिन अब वो कैंसिल हो गया था हम दोनों यही सोच रहे थे की अब पता नहीं कब मिलना होगा हमारा बारिश तेज हो चुकी थी थोड़ी देर में हम लोग घर पहुँच गए हम कार से उतरे और अंदर गए हमें देख के मम्मी बोली "आ गए बेटा बस मुझे यही चिंता हो रही थी क्योंकि मौसम बहुत ख़राब हो गया है मुझे यही था की कहीं अटक ना जाओ बारिश में , चल शिप्रा बेटा पाँच बज गए है तेरी ट्रेन है सात बजे की तू अपनी पैकिंग खत्म कर " शिप्रा दीदी बोली "जी मौसी " मैंने कहा "अरे मम्मी प्रीती दीदी कहाँ है अभी तक आई नहीं " मम्मी बोली "हाँ मैंने उसे भी फोन कर दिया है वो भी आने वाली है बस थोड़ी देर में " फिर मम्मी सब के लिए चाय बनाने लग गई और शिप्रा दीदी पैकिंग करने लग गई मैं शिप्रा दीदी के पास जाके बैठ गया हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे शिप्रा दीदी बोली "क्या यार सारा प्लान ख़राब हो गया " मैंने कहा "हाँ दीदी इस मौसम को भी आज ही ख़राब होना था क्या , अब कब आओगे वापस " शिप्रा दीदी बोली " पता नहीं यार मम्मी कब भेंजे वापस जब कोई काम पड़ेगा तभी आ पाऊँगी " तभी मम्मी ने मुझे बुलाया "सोनू ये चाय ले जा के सब को दे "


मैं गया और सबको चाय देने लगा फिर मम्मी शिप्रा दीदी के पास जाके बैठ गई और उनसे बात करने लगी और उन्हें कुछ सामान देने लगी थोड़ी देर बाद पापा ने बोला "शिप्रा बेटा छ: बज गए है तू तैयार हो गयी क्या चल स्टेशन के लिए निकलते है थोड़ी देर में अभी बारिश कम हुई है " शिप्रा दीदी ने कहा " हाँ मौसाजी पैकिंग तो हो गयी बस पांच मिनट में तैयार होके आती हूँ " थोड़ी देर में शिप्रा दीदी तैयार होके आई ब्लैक वी नेक का टॉप ब्लू जींस उनके बोबे उस ब्लैक टॉप में से बाहर निकल के बहुत अच्छा शेप बना रहे थे उन्होंने बालों को क्लचर से बांधा हुआ था वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी हम दोनों ने एक दूसरे को देखा हम दोनों ही उदास थे पापा मम्मी ड्राइंग रूम में बैठे हुए थे मैं पापा मम्मी की नजर से बच के शिप्रा दीदी के पास गया और उन्हें टाइट हग कर लिया उन्होंने भी मुझे कस के पकड़ लिया मैं उनसे चिपके हुए उनके टॉप पे से उनकी पूरी पीठ पे हाथ फेरने लगा फिर मैंने उनके टॉप के नीचे से हाथ अंदर डाला और उनकी नंगी पीठ पे हाथ फेरने लगा और उनकी ब्रा स्ट्रैप्स से खेलने लगा मेरा लंड खड़ा हो चुका था इतने में पापा की आवाज आई "शिप्रा बेटा थोड़ी देर में निकलते है तू चेक करले एक बार कुछ रहा तो नहीं" हमने फटाफट एक दूसरे को छोड़ा दिया शिप्रा दीदी ने कहा "हाँ मौसा जी" और शिप्रा दीदी हमारे रूम में चेक करने लगी मैं भी उनके पीछे पीछे हमारे रूम में आ गया वो भी मुझे इस तरह से देख रही थी की बस मौका मिले और हम चिपक जाएँ


तभी लाइट चली गयी मैंने जल्दी से शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ा और उन्हें बाथरूम में ले गया और उन्हें बाथरूम के दीवार से सटाकर उन्हें किस करने लगा वो भी मुझे किस करने लगी हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे हो चूम रहे थे चाट रहे थे मैं शिप्रा दीदी के होंठ चूसने लगा वो भी मेरे होंठ चूसने लगी उनके होंठ चूसते चूसते मैं एक हाथ से उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा वो मेरे बालों में अपना हाथ फेरने लगी फिर मैंने उनके होंठ छोड़े और उनके गले पे स्मूच करने लगा फिर मैंने उनका टॉप ऊपर किया और उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा वो तेज तेज सांसें लेने लगी फिर मैं वापस ऊपर गया और उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी भी मेरे होंठ चूस रही थी और मुझे किस करते करते वो अपने हाथ से मेरी जींस पे से मेरा लंड सहलाने लगी थोड़ी देर बाद मैंने उनके होंठ छोड़े और उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाते हुए पूछा " शिप्रा दीदी कौन सी वाली ब्रा पेहेन रखी है आज अँधेरे में दिख नहीं रहा" उन्होंने कहा "वाइट वाली जॉकी की जो नेट के मटेरियल में है वो " मैंने कहा "और पेंटी" वो मेरा लंड सहलाते हुए बोली "तू खुद देख लेना भाई "


मैं उन्हें वापस किस करने लगा वो भी मुझे चूमने लगी मैं उनकी नेट वाली ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी के निप्पल खड़े हो चुके थे मैं उनके निप्पलों को सहलाने लगा फिर उन्होंने मेरे होंठ छोड़े और मैं स्मूच करते हुए नीचे गया और उनकी ब्रा पे से उनके बोबो को किस करने लगा उन्हें अपने होंठो से सहलाने लगा उनके निप्पलों को उनकी ब्रा पे से चूसने लगा शिप्रा दीदी लम्बी लम्बी सांसें ले रही थी और उनकी उँगलियाँ मेरे बालों में चल रही थी फिर मैंने उनकी ब्रा ऊपर कर दी और उनके मोटे बोबे बाहर आ गए मैंने उनके दोनों नंगे बोबो पे किस किया और एक को अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगा और दूसरे को अपने हाथ से सहलाने लगा उसे दबाने लगा शिप्रा दीदी आहें भरने लगी उनकी सांसें बहुत तेज चल रही थी मैंने उनके दोनों बोबे चूसे उनके दोनों निप्पलों को चूसा फिर मैं और नीचे गया और उनके नंगे पेट पे स्मूच करने लगा उनकी नाभि को सहलाने लगा तभी शिप्रा दीदी ने मुझे ऊपर खींच लिया और मुझे किस करने लगी मुझे पता था की वो अब पूरी तरह से गरम हो चुकी है मैं भी उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए मैंने उनकी टांगें थोड़ी सी चौड़ी की और उनकी जींस पे से उनकी चूत को सहलाने लगा


फिर शिप्रा दीदी ने मेरे होंठ छोड़े और कहा "सोनू हमें जल्दी करना होगा सब लाइट कभी भी आ सकती है और मौसाजी कभी भी बुला सकते है जाने के लिए " मैंने उनकी चूत को सहलाते हुए कहा "हाँ दीदी" फिर मैं उनके पूरे बदन पे अपने होंठो से स्मूच करता हुआ नीचे आया और उनकी जींस का बेल्ट खोला बटन खोला और उनकी जींस उतार दी और शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत पे किस करने लगा उसे सहलाने लगा शिप्रा दीदी को बहुत मजा आ रहा था उनकी पेंटी पूरी गीली हो चुकी थी फिर मैंने उनकी पेंटी भी उतार दी और उनकी नंगी चूत पे किस करने लगा उनकी चूत को अपने होंठो और अपनी जीभ से सहलाने लगा शिप्रा दीदी मेरे बालों को सहलाने लगी फिर मैं अपनी जीभ से उनकी क्लिट को सहलाने लगा मैं अपनी जीभ से शिप्रा दीदी की चूत के होल को सहलाना चाहता था लेकिन शिप्रा दीदी खड़ी हुई थी तो ये पॉसिबल नहीं था तो मैंने शिप्रा दीदी की टांगें थोड़ी और ज्यादा चौड़ी की और उनके होल में अपनी ऊँगली डाल दी और उसे अंदर बाहर करने लगा


शिप्रा दीदी सिसकियाँ लेने लगी मैं एक हाथ से शिप्रा दीदी की चूत में ऊँगली कर रहा था और दूसरे हाथ से उनके नंगे बोबे दबा रहा था तभी शिप्रा दी की सिसकियाँ तेज होने लगी "स्स्स्स्स्स्स्स्स्स ...आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह .....हाम्म्म्म्म्म ....सॊन्न ...उउ " मैं समझ गया की उन्हें मजा आने लग गया है मैं जल्दी जल्दी अपनी ऊँगली उनकी चूत से अंदर बाहर करने लगा दूसरे हाथ से उनके बोबे दबाने अपनी उंगलियों से उनके निप्पल को दबाने लगा सहलाने लगा शिप्रा दीदी और तेजी से सिसकियाँ लेने लगी मैं अब और तेजी से उनकी चूत में ऊँगली करने लगा और जल्दी जल्दी ऊँगली करते हुए मैं अपनी जीभ से उनकी चूत को सहलाने लगा उनकी क्लिट को अपनी जीभ से सहलाने लगा तभी शिप्रा दीदी ने तेजी से मेरे बाल पकड़ के खींचे और उनकी चूत से पानी बहने लगा जिसे में अपनी जीभ से चाटने लगा वो थोड़ी देर तक ऐसे ही खड़ी रही फिर उन्होंने मुझे ऊपर खींचा और मुझे किस करने लगी मुझे किस करते हुए वो अपने हाथ से मेरा लंड सहलाने लगी फिर मुझे किस करते करते ही उन्होंने मेरी जींस का बटन खोला और मेरी जींस उतार दी और अंडरवियर पे से मेरे खड़े हुए लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था


फिर वो नीचे घुटनों के बल बैठ गयी और मेरी अंडरवियर पे से मेरे पूरे लंड पे स्मूच करने लगी अपने होंठ फेरने लगी फिर उन्होंने मेरी अंडरवियर नीचे कर दी और मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड उनके सामने आ गया उन्होंने मेरे लंड पे बहुत सारी किसेस की फिर उन्होंने अपनी जीभ मेरे लंड के टोपे पे गोल गोल घुमाई और मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ा और उसे अपने मुह में ले लिया मुझे बहुत मजा आ रहा था वो थोड़ी देर तक मेरा लंड चूसती रही और मैं उनके बालों को सहलाता रहा फिर उन्होंने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकाला और अपनी उंगली से मेरे लंड के छेद को थोडा सा चोडा किया और उसपे अपनी जीभ घुमाने लगी मेरी आँखें बंद हो गयी फिर उन्होंने मेरे लंड वापस अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगी मैं अपनी आँखें बंद करके शिप्रा दीदी के बालों में अपना हाथ फेरने लगा फिर शिप्रा दीदी मेरे लंड के टोपे को अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी मेरे लंड के टोपे को चूसने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपने मुह से बाहर निकाला और मेरी बाल्स को किस करने लगी और मेरे लंड को अपने हाथ से ऊपर नीचे करने लगी


फिर उन्होंने वापस मेरा लंड अपने मुह में ले लिया और उसे चूसने लगी मैंने अपना हाथ शिप्रा दीदी के बालों पे से हटाया और उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा शिप्रा दीदी मेरा लंड चूस रही थी और मैं उनके बोबे दबा रहा था अब शिप्रा दीदी मेरे लंड को जल्दी जल्दी चूसने लगी और मेरे मुह से सिसकियाँ निकलने लगी और मैं भी उनके दोनों बोबे जल्दी जल्दी मसलने लगा वो समझ गयी थी की मैं झरने वाला हूँ वो जल्दी जल्दी मेरे टोपे को अपनी जीभ से चाटने लगी उसे जल्दी जल्दी अपने होंठो से अंदर बाहर करने लगी और तभी मेरा मुट निकल गया शिप्रा दीदी के मुह में वो मेरा सारा मुट निगल गई और मेरे लंड को चूसती रही मैंने उन्हें ऊपर उठाया और फिर हम दोनों किस करने लगे उन्हें किस करते हुए मैं उनके बोबे सहलाने लगा फिर मैंने उनके दोनों बोबो पे किस किया फिर हम दोनों अपने कपडे ठीक करने लगे मैं बाथरूम से बाहर निकला थोड़ी देर बाद शिप्रा दीदी भी बाहर आ गई


लाइट अभी तक नहीं आई थी शिप्रा दीदी बोली "मजा आया" मैंने कहा "हाँ दीदी बहुत अब पता नहीं कब मौका मिलेगा" तभी पापा की आवाज आई "शिप्रा बेटा चल बारिश कम हो गयी जल्दी से सामान लिया अपना निकलते है" शिप्रा दीदी अपना सामान लेके बाहर आ गयी मैंने उनका सामान कार में रखा वो सबको बाय कह के कार मैं बैठ गयी और पापा शिप्रा दीदी को स्टेशन छोड़ने चले गए मैं बहुत ज्यादा उदास था मैं बाहर ही अँधेरे में ही खड़ा रहा तभी किसी का फोन आया मम्मी उस से बात करने में लग गयी मेरा मूड बहुत ऑफ था क्योंकि मेरी शिप्रा दीदी चली गई थी तभी थोड़ी देर बाद पापा आ गए मैं बाहर ही खड़ा था जैसे ही पापा ने कार रोकी मेरी ख़ुशी का ठिकाना ही नहीं रहा शिप्रा दीदी कार से उतरी मैंने पूछा "पापा क्या हुआ" पापा बोले "अरे बारिश के कारण इसकी ट्रेन तो बहुत लेट है कल सुबह आएगी यहाँ आठ बजे" ये सुनते ही हम दोनों एक दूसरे को ख़ुशी से देखने लगे पापा कार से उतर के अंदर चले गए और पापा मम्मी से नजरे बचा कर मैं और शिप्रा दीदी ने एक दूसरे को हग किया हम दोनों बहुत खुश थे फिर हम अंदर आए मम्मी ने पूछा "अरे क्या हुआ कैसे वापस आ गए " तो पापा ने कहा "ट्रेन लेट है बारिश की वजह से कल सुबह आएगी यहाँ पे " मम्मी ने कहा "चल अच्छा है शिप्रा एक दिन और रुक जा तू हमारे साथ " तभी लाइट आ गयी हम दोनों लाइट मैं एक दूसरे को देखने लगे हम दोनों बहुत खुश थे
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03-11-2020, 10:41 AM,
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RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
तभी मम्मी के सेल पे फोन आया ये प्रीती दीदी का था मम्मी ने फोन उठाया "हाँ प्रीती बेटा कहाँ है तू अभी तक आई नहीं , ओहो इसलिए मना करती हूँ मैं की शाम के टाइम मत निकला करो अटक गयी ना अब और मौसम वैसे ही ख़राब है रुक मैं तेरे पापा को भेजती हूँ " मम्मी ने फोन रखा मैंने पूछा "क्या हुआ मम्मी" मम्मी ने कहा "अरे प्रीती की स्कूटी स्टार्ट नहीं हो रही उसको लेके आना है" फिर मम्मी ने पापा से कहा "अजी सुनो आप जरा प्रीती को लेकर आ जाओ उसकी स्कूटी अटक गयी है " पापा ने कहा "तो चलना तो तुम्हें भी पड़ेगा मेरे साथ " मम्मी बोली "मुझे क्यों " तो पापा ने कहा की " अगर मैं स्कूटी ठीक करा के लाऊंगा तो कार कौन ड्राइव करेगा तुम ही तो करोगी तुम कार से प्रीती के साथ घर आ जाना मैं स्कूटी ठीक करा के स्कूटी से घर आ जाऊंगा" मम्मी ने कहा की "हाँ ये बात भी सही है चलो मैं तैयार हो जाती हूँ " पापा ने कहा "वो छाता और रेनकोट रख लेना " मम्मी ने कहा "हाँ रख लेती हूँ " ये सब सुन के शिप्रा दीदी ने मुझे देखा और मैंने उन्हें देखा हम दोनों एक दूसरे को ऐसे ही देखते रहे क्योंकि अब थोड़ी देर बाद हम इस घर में अकेले होने वाले थे और हमें पता था की आज आगे क्या होने वाला है मैंने शिप्रा दीदी को मेसेज किया "शिप्रा दीदी आज तो मैं आपको चोदूंगा" शिप्रा दीदी का रिप्लाई आया "हाँ भाई मैं खुद तुझसे चुदना चाहती हूँ , तुझसे चुदवाना चाहती हूँ ".....


थोड़ी देर में पापा मम्मी प्रीती दीदी को लेने चले गए जैसे ही वो निकले और शिप्रा दीदी ने गेट बंद किया मैंने उन्हें गेट बंद करते ही पकड़ लिया और उन्हें किस करने लगा वो भी मुझे किस करने लगी हम दोनों एक दूसरे को पागलों की तरह चूम रहे थे मैं उन्हें किस करते हुए उनके लम्बे खुले बालों को सहला रहा था वो भी मेरे होंठ चूस रही थी आज हमें पहली बार ऐसा मौका मिला था की घर पे बस हम दोनों अकेले थे थोड़ी देर किस करने के बाद शिप्रा दीदी ने अपने होंठ मुझसे छुडाये और बोली "सब यहीं कर लेगा क्या रूम में तो चल " मैंने उन्हें धक्का देके गेट से लगा दिया और बोला "शिप्रा दीदी आज आप बहुत सेक्सी लग रही हो " और उन्हें वापस किस करने लगा उन्हें किस करते करते मैं उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने ही वाला था तभी उन्होंने मुझे धक्का दिया और हँसते हुए रूम की तरफ भाग गई मैं भी उनके पीछे भागा और उन्हें पीछे से पकड़ के बेड पे लिटा दिया शिप्रा दीदी बोली "क्या बात है बड़ी जल्दी है तुझे तो " मैंने कहा "हाँ दीदी आज पहली बार ऐसा मौका मिला है " और फिर मैं शिप्रा दीदी के ऊपर लेट गया और उनके होंठ चूसने लगा वो भी मेरे होंठ चूसने लगी फिर ऐसे ही किस करते करते वो मेरे ऊपर आ गयी

मैं उन्हें किस करते हुए उनके टॉप पे से उनकी पूरी पीठ पे हाथ फेर रहा था उन्हें किस करने के बाद मैंने उन्हें पलटा और उनके ऊपर लेट गया और उनके पूरे फेस पे किस करने लगा फिर धीरे धीरे उनकी गर्दन पे अपने होंठो से स्मूच करने लगा उनकी सांसें तेज चल रही थी फिर मैं उनके गाल पे स्मूच करते हुए उनके कान पे अपने होंठ फेरने लगा और उनके कान में अपनी जीभ डाल दी वो एक दम से छठ पटाई और अपना मुह दूसरी तरफ घुमा लिया अब मैं उनके दूसरे कान पे स्मूच करने लगा और उनके दूसरे कान में अपनी जीभ डाल दी फिर उन्होंने मेरा मुह पकड़ा और मुझे किस करने लगी शिप्रा दीदी मेरे होंठ चूसने लगी फिर मैंने अपनी जीभ उनके मुह में डाल दी और वो मेरी जीभ चूसने लगी मैं भी उनके होंठ चूसने लगा उन्हें ऐसे किस करते हुए मैं उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी ने ब्लैक कलर का टॉप और ब्लू कलर की जींस पेहेन रखी थी मैं उनके टॉप पे से उनके बोबे दबा रहा था फिर मैं अपना हाथ नीचे लेके गया और उनकी टांगो को चौड़ा किया और जींस पे से शिप्रा दीदी की चूत सहलाने लगा हम दोनों एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे और उनके होंठ चूसते हुए मैं उनकी चूत सहला रहा था थोड़ी देर उनकी चूत सहलाने के बाद उन्होंने मुझे पलट दिया और मेरे ऊपर लेट गयी अब मैंने अपना हाथ उनके टॉप के नीचे से अंदर डाल दिया और उनकी चिकनी नंगी पीठ सहलाने लगा

फिर शिप्रा दीदी ने मेरे होंठ छोड़े और वो मेरे पूरे फेस पे स्मूच करने लगी अपने होंठो से फिर वो मेरे गले पे स्मूच करने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर उन्होंने मेरे कंधे पे स्मूच करते हुए अपने दांत से मेरे कंधे पे एक बाईट ले लिया मुझे मीठा सा एहसास हुआ बाईट लेने के बाद वो मेरी आँखों में देख के मुस्कुराने लगी मैं भी उनकी आँखों में देखते हुए उनके टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी घुटनों के बल मेरे ऊपर बैठी थी और मैं उनके नीचे लेटा था और उनके टॉप पे से उनके बोबे दबा रहा था मैंने कहा "दीदी टॉप उतारो ना " और शिप्रा दीदी ने मुस्कुराते हुए नीचे से अपना टॉप पकड़ा और उसे उतार दिया अब शिप्रा दीदी मेरे सामने ब्रा में थी शिप्रा दीदी ने वाइट कलर की नेट वाली ब्रा पेहेन रखी थी मैं उनकी ब्रा पे से उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा शिप्रा दीदी आँखें बंद करके सिसकियाँ लेने लगी शिप्रा दीदी की नेट की ब्रा में से उनके ब्राउन कलर के छोटे छोटे खड़े हुए निप्पल साफ़ दिख रहे थे थोड़ी देर तक उनके बोबे सहलाने के बाद मैंने खींच कर उन्हें अपने ऊपर लिटा दिया और उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते करते उनकी पीठ पर हाथ फेरने लगा और उनकी ब्रा का हुक खोल दिया और उनकी नंगी पीठ को सहलाने लगा फिर मैंने उन्हें पलटा और उनके ऊपर लेट गया और उनके बदन पे स्मूच करने लगा शिप्रा दीदी ऊपर से पूरी नंगी थी और मेरे नीचे लेटी हुई थी मैं उनके बदन पे स्मूच कर रहा था उनकी आँखें बंद थी उनकी गर्दन से स्मूच करते हुए मैं उनके बोबो पे आया और उनके दोनों नंगे बोबो पे किस किया शिप्रा दीदी के दोनों निप्पल खड़े हुए थे मैंने उनके एक बोबे को अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगा शिप्रा दीदी सिसकियाँ लेने लगी और अपने हाथ मेरे बालों में फेर रही थी

मैं उनके निप्पल को चूसने लगा और अपने दूसरे हाथ से उनके दूसरे बोबे को दबाने लगा फिर मैं उनके दूसरे बोबे को चूसने लगा थोड़ी देर तक उनके दोनों बोबे चूसने के बाद मैं वापस ऊपर गया और शिप्रा दीदी को किस करने लगा फिर मैं उनके कान के पास गया और उनका कान अपनी जीभ से चाटने लगा शिप्रा दीदी छठ पटाने लगी मैं उनके दोनों हाथ पकड़ के उनके सर के पास ले गया शिप्रा दीदी ने अपने हाथ छुड़ाने की कोशिश की लेकिन मैंने उनके दोनों हाथ अपने हाथ से पकड़ लिए और उनके कान के पास स्मूच करने लगा उनके कान पे से मैं उनके कंधे पे स्मूच करने लगा फिर मैंने अपने होंठ शिप्रा दीदी के अंडर आर्म्स पे रखे और वह स्मूच करने का लगा

शिप्रा दीदी के अंडर आर्म्स बिल्कुल गोरे और चिकने थे मैं उनके अंडर आर्म्स को अपने जीभ से चाटने लगा शिप्रा दीदी को बहुत मजा आ रहा था वो कसमसा रही थी फिर मैं उनके गोरे चिकने हाथ पे स्मूच करने लगा फिर मैं उनके पूरे बदन को अपनी जीभ से सहलाने लगा शिप्रा दीदी ने अपने हाथ मुझसे छुडाये और मुझे अपने पास खींचा और मुझे किस करने लगी उनकी सांसें बहुत तेज चल रही थी मैं भी उन्हें किस करते हुए उनके दोनों नंगे बोबे सहलाने लगा फिर मैंने अपना हाथ उनकी जींस के अंदर डाला और उन्हें किस करते हुए उनकी पेंटी पे से उनकी चूत सहलाने लगा फिर मैं बेड से खड़ा हुआ और शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ के उन्हें भी बेड पे बिठा दिया शिप्रा दीदी ने मेरा बेल्ट खोला मेरी जींस का बटन खोला और मेरी जींस नीचे कर दी फिर वो मेरी अंडर वियर पे से मेरे खड़े हुए लंड को अपने हाथ से सहलाने लगी मुझे बहुत मजा अ रहा था

फिर उन्होंने मेरी अंडर वियर भी नीचे कर दी और मेरा नंगा खड़ा हुआ लंड शिप्रा दीदी के सामने था वो मेरे नंगे लंड को अपने हाथों से सहलाने लगी फिर उन्होंने मेरे लंड पे किस किया और उसपे अपने होंठो से स्मूच करने लगी मेरे पूरे लंड पे स्मूच करने के बाद उन्होंने मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ा और उसे मुह में ले लिया मुझे बहुत मजा आ रहा था मेरा लंड शिप्रा दीदी के मुह में था वो उसे चूस रही थी मैं उनके बालों को सहलाने लगा शिप्रा दीदी मेरा पूरा लंड अपने मुह में लेके उसे चूसने लगी थोड़ी देर तक उन्होंने मेरा लंड चूसा फिर मैंने अपना लंड उनके मुह से बाहर निकाला और वापस उन्हें बेड पे लिटा दिया और उनके दोनों बोबो को अपने हाथ से पकड़ा और बारी बारी से उन्हें दबाने लगा उनके खड़े हुए निप्पल को चूसने लगा फिर मैं शिप्रा दीदी के पेट पे स्मूच करने लगा उनकी नाभी को अपनी जीभ से सहलाने लगा

फिर मैंने अपनी जीभ शिप्रा दीदी की नाभी में डाल दी और अपने दोनों हाथ से उनके बोबे पकड़ लिया मैं उनके दोनों बोबे दबाने लगा और उनके बोबे दबाते हुए उनकी नाभी में अपनी जीभ गोल गोल घुमाने लगा शिप्रा दीदी बहुत उत्तेजित थी वो मेरे बालों को सहलाने लगी फिर मैंने शिप्रा दीदी की जींस का बेल्ट खोला और उनकी जींस उतार दी अब मेरी प्यारी शिप्रा दीदी मेरे सामने बस पेंटी में बेड पे लेटी हुई थी फिर मैं बेड से खड़ा हुआ और अपनी टी शर्ट भी उतार दी अब मैं पूरा नंगा हो गया था मैं खड़े होके शिप्रा दीदी को देखने लगा वो बस अपनी पेंटी में बेड पे लेटी हुई थी शिप्रा दीदी ने पिंक कलर की स्ट्राइप्स वाली लो वेस्ट पेंटी पहेनी हुई थी मैं उन्हें थोड़ी देर तक ऐसे ही देखता रहा आँखें बंद खुले हुए बाल गोरे गोरे मोटे मोटे बोबे उसपे खड़े हुए ब्राउन निप्पल हाथ सर पे चिकने अंडर आर्म्स पिंक पेंटी चिकनी गोरी नंगी झांगें उन्हें थोड़ी देर तक ऐसे देखने के बाद मैं वापस उनके ऊपर लेट गया और फिर उन्हें किस करने लगा और उनकी पेंटी पे से उनकी चूत सहलाने लगा शिप्रा दीदी की पेंटी पूरी गीली थी फिर मैंने उनके होंठ छोड़े और उनके पूरे बदन पे स्मूच करते हुए नीचे गया और उनकी पेंटी पे से उनकी चूत पे स्मूच करने लगा शिप्रा दीदी के मुह से जोर से सिसकी निकली .......

मैंने नीचे गया और शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत पे अपने होंठो से स्मूच करने लगा शिप्रा दीदी सिसकियाँ ले रही थी फिर थोड़ी देर उनकी चूत पे स्मूच करने के बाद मैंने उनकी टांगें चौड़ी की और उनकी अंदरूनी जांघ पे स्मूच करने लगा शिप्रा दीदी की झांग बिल्कुल चिकनी और गोरी थी मैं उनकी मुलायम झांग पे अपने होंठ फेरने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था मैं उनकी झांग पे स्मूच करते करते नीचे गया और उनकी पूरी चिकनी नंगी टांग पे अपने होंठो से स्मूच किया फिर मैंने उनकी दूसरी टांग पे स्मूच करना शुरू किया और नीचे से उनकी टांग पे अपने होंठ फेरते हुए वापस उनकी चूत तक पहुंचा और उनकी पेंटी पे से वापस उनकी चूत पे स्मूच करने लगा

फिर मैं शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत के होल को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा उनकी पेंटी में बहुत सारा डिस्चार्ज था मैंने फिर अपने होंठ शिप्रा दीदी की चूत के होल पे रखे और वह स्मूच करने लगा शिप्रा दीदी अपने दोनों हाथों से मेरे बालों को सहलाने लगी फिर मैंने शिप्रा दीदी की पेंटी थोड़ी सी नीचे की और उनकी क्लिट पे किस किया शिप्रा दीदी सिहर उठी फिर मैंने शिप्रा दीदी की पेंटी उतार दी अब शिप्रा दीदी पूरी नंगी बिस्तर पे थी मैंने उनकी दोनों झांगो को चौड़ा किया और अपना मुह उनकी दोनों झांगो के बीच डाल दिया और उनकी चूत चाटने लगा शिप्रा दीदी की चूत बहुत गीली थी वो पूरी तरह से डिस्चार्ज में भीगी हुई थी मैंने उनकी चूत की दोनों स्किन को अलग किया और उनकी क्लिट अपनी जीभ से सहलाने लगा जैसे ही मैंने अपनी जीभ से शिप्रा दीदी की क्लिट को सहलाना शुरू किया उनके मुंह से एक लंबी सी सिसकी निकली "आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ......"
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03-11-2020, 10:41 AM,
#34
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
शिप्रा दीदी बहुत तेज तेज सिसकियाँ ले रही थी मुझे पता था की उन्हें बहुत मजा आ रहा था मैं अपनी जीभ से उनकी क्लिट चाटने लगा वो मेरे बालों में अपने हाथ फेर रही थी फिर मैंने शिप्रा दीदी की क्लिट पे अपने होंठ रखे और उसे अपने होंठो से अंदर की ओर चूसने लगा अब शिप्रा दीदी काबू से बाहर हो गई थी वो अपने दोनों हाथों से बिस्तर की चादर पकडे हुए खींच रही थी और लंबी लंबी तेज तेज सिसकियाँ ले रही थी मुझे पता था की उन्हें बहुत मजा आ रहा है फिर मैंने अपनी जीभ उनकी चूत के होल पे लगाई और उसे चाटने लगा फिर मैंने अपनी जीभ का टिप उनके होल पे लगाया और उसे गोल गोल घुमाने लगा शिप्रा दीदी कभी चादर को पकडती कभी मेरे बालों को सहलाती थोड़ी देर तक उनकी चूत चाटने के बाद मैं वापस ऊपर गया और उन्हें किस करने लगा वो भी मेरे होंठ चूस रही थी फिर मैंने उन्हें किस करते करते अपनी एक उँगली उनकी चूत के होल में डाल दी

उनकी चूत इतनी गीली थी की मेरी ऊँगली फिसलती हुई अपने आप ही उनकी चूत में चली गई ऐसा लगा जैसे चूत ने ही ऊँगली को अंदर खींच लिया हो मैं उन्हें किस करते हुए अपनी ऊँगली उनकी चूत से अंदर बाहर करने लगा अब शिप्रा दीदी मेरे होंठो को काटने लगी थी मुझे पता था की वो बहुत उत्तेजित है मैं उन्हें किस करते हुए जल्दी जल्दी अपनी ऊँगली उनकी चूत से अंदर बाहर करने लगा उनके मुंह से सिसकी निकली "अम्म्म्म्म्म्म्म्म ...आअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह " फिर मैंने अपनी ऊँगली उनकी चूत से बाहर निकाली और शिप्रा दीदी का हाथ पकड़ के अपने लंड पे लगा दिया शिप्रा दीदी अपने हाथों से मेरा लंड सहलाने लगी और मैं अपने हाथों से उनकी चूत सहलाने लगा उनकी चूत सहलाते हुए मैंने कहा "शिप्रा दीदी मेरा लंड चूसो ना .." वो मेरे लंड पे अपना मुंह बढाने लगी तभी मैंने कहा दीदी मैं भी आपकी चूत चाटना चाहता हूँ वो मुस्कुराई और बोली "सोनू एक काम कर तू सीधा लेट जा और मैं तेरे ऊपर लेट जाती हूँ बस मेरा मुंह तेरे लंड पे रहेगा और तेरा मुंह मेरी चूत पे तू मेरी चूत चाटना मैं तेरा लंड चूसूंगी "

मैंने कहा "ठीक है दीदी " फिर वो मेरे ऊपर लेट गई और मेरा लंड चूसने लगी मुझे बहुत मजा आने लगा मैं भी शिप्रा दीदी की चूत चाटने लगा हम दोनों को ऐसा करने में बहुत मजा आ रहा था जब भी मैं उनकी क्लिट को अपनी जीभ से सहलाता तो वो सिहर उठती और उस उत्तेजना के कारण वो जल्दी जल्दी मेरा लंड चूसती और जब वो जल्दी जल्दी मेरे लंड के टोपे को अपने मुंह के अंदर बाहर करती तो मुझे बहुत मजा आता और मैं भी जल्दी जल्दी उनकी चूत चाटता हम दोनों थोड़ी देर तक ऐसा ही करते रहे फिर शिप्रा दीदी उठी और मैंने उन्हें अपने नीचे लिटा दिया और उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए उनके बोबे दबाने लगा फिर मैंने उनके दोनों बोबे चूसे फिर वापस ऊपर गया

हम दोनों की नजरें मिली और शिप्रा दीदी ने अपनी दोनों टांगें फैला दी अब मेरा लंड शिप्रा दीदी की चूत पे अड़ रहा था मैंने कहा "शिप्रा दीदी मेरा लंड अपनी चूत में फेरो ना " शिप्रा दीदी ने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ा और उसे अपनी पूरी चूत में फेरने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था वो मेरे लंड के टोपे को अपनी चूत के ऊपर से लेके नीचे होल तक पूरी चूत में फेर रही थी उनकी चूत बहुत गीली थी मैंने कहा दीदी एडजस्ट करो ना और शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपनी चूत पे एडजस्ट किया और कहा "सोनू धीरे धीरे इन्सर्ट करना " मैंने कहा "हाँ दीदी " और मैं धीरे धीरे अपना लंड शिप्रा दीदी की चूत में डालने लगा मेरे लंड का थोडा सा टोपा अंदर गया और शिप्रा दीदी चीख पड़ी "आह्ह्ह्ह्ह ...सोनू रुक जा " मैं रुक गया फिर थोड़ी देर बाद वो बोली "हाँ अब वापस डाल धीरे से " मैंने फिर से हल्का सा जोर लगाया अब थोडा सा टोपा शिप्रा दीदी की चूत के अंदर था उन्होंने मुझे फिर रुकने को कहा उन्हें दर्द हो रहा था मैं रुक गया

उन्होंने फिर मुझे अंदर डालने का इशारा किया इस बार मैं उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए मैंने ज्यादा तेज धक्का लगा दिया मेरे लंड का पूरा टोपा शिप्रा दीदी की चूत में चला गया वो बहुत जोर से चिल्लाई और मुझे धक्का देने लगी लेकिन मैंने उन्हें कस के पकड़ लिया और उन्हें किस करता रहा थोड़ी देर बाद वो नार्मल हुई मैंने कहा "दीदी डाल दू पूरा अंदर " उन्होंने हाँ में सर हिलाया अब मैंने थोडा और धक्का दिया और मेरा पूरा लंड शिप्रा दीदी की चूत में चला गया वो फिर थोडा चिल्लाई मैंने उनके होंठ पकड़ लिए और उन्हें चूसने लगा अब मेरा लंड शिप्रा दीदी की चूत में था मैंने धीरे धीरे धक्के मारने स्टार्ट किया शिप्रा दीदी दर्द के कारण कराह रही थी लेकिन मैं अपने लंड को धीरे धीरे हिलाने लगा और धक्के मारने लगा थोड़ी देर बाद शिप्रा दीदी कराह उनकी सिसकी में बदल गई थी

वो आंखें बंद करके खुद अपने होंठ चबा रही थी मुझे पता था की उन्हें मजा आ रहा है लेकिन मुझे पता नहीं था की उन्हें दर्द हो रहा है या नहीं मैंने पूछा "शिप्रा दीदी पैन तो नहीं हो रहा अब " उन्होंने कहा "नहीं सोनू" मैंने कहा "मजा आ रहा है" उन्होंने कहा "हाँ ..." अब मैं धक्के मारने लगा मुझे भी बहुत मजा आ रहा था आखिर आज मैं अपनी प्यारी शिप्रा दीदी की चुदाई कर रहा था तभी शिप्रा दीदी की सिसकी निकली "म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म " और वो बोली "सोनू जल्दी जल्दी कर " मैं जल्दी जल्दी धक्के मारने लगा शिप्रा दीदी को और मजा आने लगा मैं उनकी चूत मारते हुए उनके दोनों बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा उनके बोबे चूसने लगा तभी शिप्रा दीदी ने अपनी दोनों टांगों को मोड़ लिया ऐसा लग रहा था की वो अपनी टांगो से मुझे जकड़ना चाहती है मेरी पीठ पे अपनी टांगें लपेट के वो बोली "हाँ सोनू जल्दी जल्दी कर मुझे बहुत मजा आ रहा है स्स्स्स्स्स्स्स ...आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह "

उनके मुह से ये बात सुन कर मैं भी जल्दी जल्दी धक्के मारने तेजी से अपने लंड से उनकी चूत मारने लगा तभी उन्होंने कहा "ऊफ़्फ़्फ़्फ़्फ़ सोनू बस ऐसे ही करता रह मैं झरने वाली हूँ आआह्ह्ह्ह्ह ......" मैं और तेजी से धक्के मारने लगा और तभी शिप्रा दीदी ने अपने नाखून मेरी पीठ पर गडा दिए और एक लंबी सिसकी ली "आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ...." वो झर गई थी मैं भी झरने वाला था मैं भी जल्दी जल्दी धक्के मारने लगा और थोड़ी देर बाद मेरा मुट निकल गया मेरा सारा मुट शिप्रा दीदी की चूत में निकल गया मैं थक के उनके ऊपर लेट गया वो मेरे बालों में हाथ फेर रही थी आज की चुदाई से हम दोनों को बहुत मजा आया था हम थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहे
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03-11-2020, 10:41 AM,
#35
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
तभी बाहर से कार का हॉर्न सुनाई दिया हम दोनों सकपका के जल्दी से उठे शिप्रा दीदी बोली " अरे यार मौसी और प्रीती आ गए सोनू तू फटाफट कपडे पेहेन के बाहर जा उन्हें संभाल मैं यहाँ सब ठीक करके कपडे पहनती हूँ और सुन मुझे एयर फ्रेशनर देके जा जल्दी कर " हम फटा फट उठे मैंने अपने कपडे पहने और बाहर गया बाहर बारिश हो रही थी मम्मी और प्रीती दीदी आ गए थे प्रीती दीदी ने कार का गेट खोला तभी मम्मी बोली "अरे प्रीती छाता तो ले जा " प्रीती दीदी बोली अरे मम्मी अब क्या काम है छाते का " और वो भाग के घर के अंदर आने लगी तभी उनका पैर स्लिप हुआ और वो सामने की तरफ गिरने ही वाली थी की मैंने भाग के उन्हें संभाल लिया प्रीती दीदी मेरी बाँहों में थी उनका टॉप थोडा गीला हो गया था वो झुकी हुई थी इस कारण उनके गीले टॉप का गला लटक गया और मुझे प्रीती दीदी की ब्रा दिखाई दे गई प्रीती दीदी ने वाइट कलर की ब्रा पेहेन रखी थी मैं उनकी ब्रा में से उनके मोटे बोबे देखने लगा लेकिन शायद प्रीती दीदी ने मुझे उनके बोबे देखते हुए पकड़ लिया वो मुझसे अलग हुई और हम दोनों की आंखें मिली और शायद हम दोनों के जेहेन में उस दिन रात वाला सीन घूम गया जो हम दोनों के बीच हुआ था तभी प्रीती दीदी ने सिचुएशन को सम्भालते हुए कहा "शिप्रा दीदी कहाँ है ....".....


प्रीती दीदी ने पूछा "शिप्रा दीदी कहाँ है " मैंने कहा "अंदर है दीदी आप कहाँ अटक गए थे " उन्होंने कहा "अरे यार वो स्कूटी स्टार्ट ही नहीं हो रही थी तो अब पापा ला रहे है ठीक करा के " फिर वो बोली "हमारे पीछे से तुम दोनों अकेले थे कुछ कहा तो नहीं उसने तुझसे " मैंने कहा "क्या मतलब प्रीती दीदी " तो वो बोली की "अरे उस शिप्रा ने हमारे पीछे से तुझसे कुछ ऐसा वेसा तो नहीं बोला " लेकिन मेरा ध्यान तो मेरी प्यारी दीदी को निहारने में था थोड़े गीले बाल थोडा सा गीला उनका लाइट ग्रीन कलर का स्लीव लेस टॉप सामने से थोड़ी सी गीली ब्लैक जींस वाली केप्री उनके कंधे पे कुछ पानी की बूंदे फिसल कर उनके चिकने गोरे गोरे हाथों पे आ गई थी उनका गीला टॉप सामने से चिपक गया था जिस वजह से प्रीती दीदी के बोबे बाहर निकल रहे थे उनके टॉप के गीले होने के कारण मुझे उनकी ब्रा की स्ट्रैप्स का शेप साफ़ दिख रहा था और मुझे पता था की उन्होंने अंदर वाइट कलर की ब्रा पेहेन रखी है

एक दम से मेरे दिमाग में ऐसा सीन आया की प्रीती दीदी मेरे सामने वहां बस अपनी वाइट ब्रा में खड़ी है और मुझसे बातें कर रही है मैं खोया हुआ था तभी प्रीती दीदी ने मेरा हाथ पकड़ के जकझोरा और कहा "ओए स्टुपिड कौनसी दुनिया में है कहाँ खो गया बोल ना " मैं एक दम से होश में आया देखा प्रीती दीदी मेरा हाथ पकडे कुछ पूछ रही थी मैंने कहा "क्या बताऊँ दीदी " उन्होंने कहा "अरे अभी तो पूछा मैंने की उस शिप्रा ने हमारे पीछे से तुझसे कुछ ऐसा वेसा तो नहीं बोला और तू इतना हैरान सा क्यूँ है क्या हुआ बता मुझे " प्रीती दीदी की ये बात सुनके मैं सोच में पड़ गया की मैं क्या बोलू और मेरे मुह से निकल गया "हाँ दीदी " तो प्रीती दीदी बोली "क्या बोला उसने " तभी मम्मी आ गयी और बोली "अरे तुम लोग बाहर क्यों खड़े हो अंदर जाओ ना और प्रीती जा जाके कपडे चेंज कर ले तू नहीं तो ठंड लग जाएगी भीगी हुई है " हमने कहा "हाँ मम्मी " अंदर जाते हुए प्रीती दीदी ने मुझसे कहा "तू चिंता मत कर मैं हूँ तेरे साथ मुझे बाद में बताना की क्या कहा उसने " मैंने कहा "हाँ दीदी " और वो अंदर जाने लगी और मैं पीछे से उनकी केप्री में चिपकी हुई हिलती हुई गांड को देख रहा था

तभी मम्मी का सेल बजा पापा का फोन था मम्मी ने फोन उठाया "हेलो हाँ बोलो कहाँ तक पहुंचे ओहो तो फिर अब अच्छा तो तुम गाडी वहीँ छोड़ दो मैं तुम्हे कार से पिक कर लेती हूँ " और मम्मी ने फोन रख दिया मैंने पूछा "क्या हुआ मम्मी" मम्मी बोली "अरे बेटा वो मेकेनिक अभी गाडी दे नहीं रहा है तो मैं पापा को लेने जा रही हूँ अच्छा सुन सोनू प्रीती से कहना की खाने की तैयारी कर ले थोड़ी " मैं मन ही मन खुश हो गया की पापा मम्मी होंगे नहीं और प्रीती दीदी चेंज करेंगी तो अब एक और चांस है थोड़ी देर में मम्मी चली गई मैंने सोचा की क्या करू बाथरूम में प्रीती दीदी कपडे बदल रही है उन्हें कपडे उतारते हुए और उन्हें नंगी देख के के अपना लंड सहलाऊँ या फिर शिप्रा दीदी को अपना लंड मुंह में दूँ मैंने सोचा की प्रीती दीदी को बहुत टाइम से नंगी नहीं देखा है और आज वो लग भी बड़ी सेक्सी रही है उन्हें ही देखता हूँ उनके ग्रीन टॉप और वाइट ब्रा उतारते हुए और पता नहीं उन्होंने कौनसे कलर की पेंटी पहनी हुई होगी यही सोचते हुए मैं अपने लंड को सहलाते हुए बाथरूम की तरफ गया और गेट से वो पेपर का टुकड़ा निकालने ही वाला था की अंदर से प्रीती दीदी जोर से चीखी और बाथरूम का गेट खोल के भागते हुए बाहर आई

बाहर मैं खड़ा था और वो मुझसे लिपट गई उन्होंने मुझे एक दम टाइट हग कर लिया वो भी क्या हसीन पल था मैं और मेरी प्यारी दीदी अँधेरे कमरे में और उन्होंने मुझे कस के पकड़ा हुआ मेरी थोड़ी गीली से प्रीती दीदी मुझसे चिपके हुए थी उनके बोबे मेरे शरीर पे टच हो रहे थे मैंने मोबाइल निकाला और उस से रोशनी की वो मुझसे चिपके हुए थी मैं उनके गीले कपडे और उनकी बदन की गर्मी में दोनों महसूस कर सकता था शायद वो डर गयी थी वो मुझसे कुछ ज्यादा ही चिपकी हुई थी मेरा खड़ा हुआ लंड उनकी झांग को टच कर रहा था फिर अचानक ही मुझे पता नहीं क्या हुआ मैंने प्रीती दीदी के टॉप को उनकी गर्दन से थोडा सा पीछे किया और अंदर मोबाइल की लाइट से देखने लगा मुझे उनकी वाइट ब्रा का हुक और उनकी भीगी हुई नंगी गोरी चिकनी पीठ दिखाई दी उनकी ब्रा का हुक खुला हुआ था वो शायद अपनी ब्रा उतारने वाली थी और मोबाइल की लाइट में उनकी थोड़ी सी गीली पूरी नंगी पीठ किसी संगमरमर की तरह चमक रही थी मैं उनकी नंगी पीठ को थोड़ी देर तक देखता रहा फिर मुझे लगा की शायद उन्हें कुछ महसूस ना हो जाए तो मैंने धीरे से उनका टॉप छोड़ा और फिर मैंने प्रीती दीदी के सामने से उनके पेट की तरफ अपना हाथ रखा उनका टॉप थोडा सा ऊपर था मैंने उनके नंगे चिकने पेट पे अपना हल्का सा हाथ फेरा उनके मुह से छोटी सी सिसकी निकली

फिर मैंने अपने हाथ से प्रीती दीदी के बाल उनके चेहरे से हटाए और उस मोबाइल की लाइट में मैंने प्रीती दीदी को देखा सेक्सी सी आंखें कोमल मुलायम होंठ मैंने पूछा "क्या हुआ प्रीती दीदी आप ऐसे चिल्लाईं क्यों डर गई क्या , अरे बस लाइट ही तो गई है " उन्होंने कहा "सोनू मैं अभी कपडे चेंज कर रही थी तो मुझे लगा की अँधेरे में मेरी पीठ पे कुछ गिरा है " मैंने कहा "क्या था दीदी कोई कीड़ा या जानवर जैसा था क्या " उन्होंने कहा "पता नहीं मुझे उसके रेशे अपने गले पे महसूस हुए " मैंने कहा "अंदर तो नहीं गया" उन्होंने कहा "पता नहीं" वो मुझसे चिपकी हुई थी तो मैंने उनके टॉप पे से उनकी पीठ पे हाथ रखा और पूछा "मैं देखूं " उन्होंने मेरी आँखों में देखा और मुझसे अलग हो गयी मैंने भी उन्हें छोड़ दिया और अंदर बाथरूम में देखने गया की प्रीती दीदी के ऊपर क्या गिरा था थोड़ी देर बाद मैं बाहर आया और प्रीती दीदी को बोला "ये गिरा था आपके ऊपर और आप इतना ड़र गई " वो एक टॉवल का नैपकिन था तभी शिप्रा दीदी की आवाज आई "मौसी कहाँ हो " मैंने वही से बोला "शिप्रा दीदी मम्मी पापा को लेने गयी है आप वहीँ रुको " तभी प्रीती दीदी ने कहा "सोनू मुझे टॉर्च दे देना ढूंढ़ के " मैंने कहा "हाँ दीदी" मैंने प्रीती दीदी को टॉर्च दी और वो उसे लेके बाथरूम में चली गयी

अब लाइट तो थी नहीं तो मैं प्रीती दीदी को कपडे चेंज करते हुए देख नहीं सकता था क्योंकि टॉर्च की लाइट में ढंग से दिखता नहीं तो मैं शिप्रा दीदी के पास गया वो मोबाइल ओन करके बैठी थी मैंने जाके उन्हें हग कर लिया उन्होंने कहा "क्या कर रहा है मैंने कहा कोई नहीं है बस प्रीती दीदी है वो भी बाथरूम में है " ये सुन के उन्होंने भी मुझे हग कर लिया शिप्रा दीदी और मैं एक दूसरे से चिपके हुए थे मैंने उनसे पूछा "दीदी मजा आया" उन्होंने कहा "हाँ बहुत ज्यादा" फिर मैं उन्हें किस करने लगा वो भी मुझे किस करने लगी किस करते हुए मैं अपना हाथ उनकी जींस पे से उनकी चूत पे रखा लेकिन उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया वो अपनी चूत मुझे टच नहीं करने दे रहीं थी मैंने उनके होंठ छोड़े और कहा "क्या हुआ दीदी " उन्होंने कहा "सोनू आज जो हमने किया उसके बाद से मुझे यहाँ काफी पैन हो रहा है " मैंने कहा "क्यों दीदी आपने पहले ये सब नहीं किया क्या " तो उन्होंने कहा की "क्यों तूने बहुत बार कर रखा है क्या" मैंने कहा "नहीं मैं कैसे करूँगा लेकिन आप कह रही थी ना की आप के कजिन ने किया था आपके साथ पहली बार फिर" तो उन्होंने कहा की "हमने सेक्स थोड़ी ना किया था उसने बस मेरे सूट पे से मेरे सामने हाथ फेरा था मेरे बूब्स को दबाये थे और मेरी सलवार पे से मेरी वेजिना पे हाथ फेरा था जब हम एक शादी में साथ साथ सो रहे थे फिर उसने मेरे हाथ से अपना पकड़ की हिलवाया था बस "

तो मैंने कहा "की उसने और कुछ नहीं किया था क्या उसने आपके कुर्ते के अंदर हाथ नहीं डाला था क्या आपकी सलवार और पेंटी के अंदर भी हाथ नहीं डाला था क्या " तो उन्होंने कहा "नहीं हम छत पे सो रहे थे मुझे डर था की कोई देख ना ले वो सब मैंने उसे करने ही नहीं दिया उसने कोशिश तो की थी बहुत लेकिन मुझे बहुत डर लग रहा था " मैंने कहा "शिप्रा दीदी पूरी बात बताओ ना" उनकी बातें सुन सुन के मेरा लंड बिलकुल टाइट खड़ा हो चुका था और तभी शिप्रा दीदी ने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ लिया और मुस्कुराते हुए बोली "हाँ तुझे बहुत मजा आ रहा है ना सुनने में " मैंने कहा "शोर्ट में ही बता दो ना दीदी फिर तो पता नहीं कब मिले हम" उन्होंने कहा बताती हूँ फिर वो बोली हम मेरे ताउजी के बेटे की शादी में गए थे उस समय मैं 11th क्लास में थी तो हम सब सारी फैमिली साथ गए थे तो साथ में मेरे फूफाजी का लड़का राहुल भी था हम काफी अच्छे फ्रेंड थे बचपन से काफी हंसी मजाक करते थे तो जब फेरे चल रहे थे तो मुझे बहुत नींद आ रही थी तो मैंने मम्मी से कहा की मम्मी मैं सो जाऊं क्या तो मम्मी ने कहा था की छत पे चली जा राहुल भी वहीँ सो रहा है तो मैं छत पे गई वहां काफी सारे बिस्तर लगे हुए थे तो मैं राहुल के पास जाके लेट थोड़ी देर में मेरी झपकी लग गई " तभी मैंने शिप्रा दीदी को बीच में टोका "दीदी आपने क्या पेहेन रखा था " शिप्रा दीदी बोली "सलवार सूट वाइट और ब्लू कलर का अब आगे क्या ये भी बता दूं की कौनसी ब्रा पेंटी पेहेन रखी थी" मैंने कहा "हाँ दीदी "


वो बोली "याद नहीं है मुझे लेकिन उस समय मैं ब्रा नहीं पहनती थी बस शमीज ही पेहेनति थी अंदर अब तुझे सुन्ना है या मैं बंद कर दूं जल्दी सुन ले प्रीती आने वाली होगी " मैंने कहा "हाँ दीदी बस सुनाते सुनाते अपने हाथों से मेरा सहलाते रहो ना " फिर शिप्रा दीदी अपने हाथों से मेरा लंड सहलाने लगी और बोली "फिर थोड़ी देर बाद मेरी आँख खुली तो मैंने देखा की राहुल ने मेरे हाथ पे अपना हाथ रख रखा है और अपने दूसरे हाथ से अपना सहला रहा है , मैंने कुछ नहीं बोला फिर धीरे धीरे उसका हाथ ऊपर जाने लगा और उसने मेरे कंधे पे अपना हाथ रखा और मेरा कंधा सहलाने लगा " मैंने कहा "फिर " वो बोली "फिर उसने मेरी तरफ करवट ली और अपने हाथ से मेरा कुर्ता कंधे से नीचे कर दिया और मेरे कंधे पे किस किया मुझे एक झटका सा लगा और वो समझ गया की मैं जगी हुई हूँ फिर वो अपना हाथ मेरे गले से फेरता हुआ मेरे बूब्स पे ले गया और कुर्ते पे से मेरे बूब्स दबाने लगा मुझे बहुत ही अजीब लग रहा था मजा भी आ रहा था डर भी लग रहा था और शर्म भी आ रही" ये सुनते सुनते मैं भी शिप्रा दीदी के टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा वो मेरा लंड सहला रही थी और मैं उनके बोबे दबा रहा था मैंने कहा "फिर" वो बोली "फिर वो अपना हाथ नीचे लेके जाने लगा मेरी वेजिना पे लेकिन मैंने उसका हाथ पकड़ लिया फिर वो मेरे ऊपर लेट गया पहले मेरे होंठ पे किस किया फिर कुर्ते पे से मेरे दोनों बूब्स को दबाया उन पे किस किया फिर मेरा कुर्ता ऊपर करने लगा लेकिन मैंने मना कर दिया

उसने मुझे बहुत बोला की शिप्रा थोडा सा ऊपर करने दे लेकिन मैं नहीं मानी मुझे बहुत डर लग रहा था फिर वो और नीचे गया और सलवार पे से मेरी वेजिना पे किस करने लगा मुझे भी अच्छा लग रहा था फिर वो मुझ पे से उतरा और मेरा हाथ पकड़ा और अपने लोअर में डाल दिया उसके लोअर में मुझे कुछ मोटा और गर्म डंडे जैसा महसूस हुआ उसने मुझसे कहा इसे सहलाओ मैंने उसे पकड़ा और उसे सहलाने लगी फिर उसने अपना लोअर नीचे कर दिया और कहा की इसे अपने हाथ से ऊपर नीचे करो मैं करने लगी वो मेरे सूट पे से मेरे बूब्स और वेजिना को सहला रहा था और मैं उसका हिला रही थी ऊपर नीचे कर रही थी और फिर उसका निकल गया बस इतना ही हुआ था " मैंने शिप्रा दीदी के टॉप के अंदर हाथ डाल उनकी ब्रा पे से उनके बोबे सहलाते हुए कहा "बस इतना ही उसने फिर दूसरे दिन कुछ नहीं किया क्या " उन्होंने कहा "नहीं ये सब मेरे लिए पहली बार था मैं डर गयी थी फिर मैं मम्मी से अलग ही नहीं हुई " तो मैंने शिप्रा दीदी से कहा "मतलब दीदी आपने मेरे साथ ही सेक्स किया है क्या पहली बार" तो उन्होंने कहा "हाँ' तो मैंने कहा की "क्यों आप कॉलेज में हो आपका बॉयफ्रेंड तो होगा ही उसके साथ भी नहीं किया" तो उन्होंने कहा की "हाँ है लेकिन हम मिलते ही पब्लिक प्लेसेस पे है तो ये वहां तो हो नहीं सकता"
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03-11-2020, 10:42 AM,
#36
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
मैंने कहा "शिप्रा दीदी मैंने भी पहली बार आपके साथ ही किया है" और ये बोल के मैं उन्हें किस करने लगा उन्हें किस करते हुए मैंने शिप्रा दीदी की ब्रा नीचे की और उनके नंगे बोबे दबाने लगा फिर मैंने कहा "शिप्रा दीदी मुहँ में लो ना" और वो घुटनों के बल बैठ गई और मेरा लंड अपने मुहँ में लिया और उसे चूसने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था अभी शिप्रा दीदी ने मेरा लंड चूसना शुरू ही किया था की प्रीती दीदी की आवाज आई "सोनू कहा है तू" मैंने फटाफट अपना लंड अंदर किया शिप्रा दीदी ने अपने कपडे ठीक किये और इतने में ही प्रीती दीदी रूम में आ गई टॉर्च लेके मैं जल्दी से शिप्रा दीदी से अलग हुआ प्रीती दीदी बोली "अरे सोनू कब से ढूँढ रही हूँ तुझे और शिप्रा आप गए नहीं " शिप्रा दीदी बोली "हाँ प्रीती वो ट्रेन लेट है कल सुबह की है " प्रीती दीदी बोली "ठीक है दीदी वो आप किचन मैं सब्जी काट दो ना फिर मैं फटाफट छोंक देती हूँ फिर चपाती मम्मी सेक लेगी " शिप्रा दीदी बोली "हां प्रीती" और वो किचन में चली गई शिप्रा दीदी के जाते ही प्रीती दीदी मेरे पास आई और बोली "तू यहाँ क्या कर रहा था तुझे मना किया था ना इसके आस पास भी जाने के और इतना पास क्यों खड़ा था उसके " मुझे कुछ समझ नहीं आया की क्या बोलू और मैं एक दम से प्रीती दीदी से चिपक गया और रोने जैसी आवाज में बोला "प्रीती दीदी मैं क्या करू उन्होंने ही मुझे अपने पास बुलाया था और " मैं चुप हो गया प्रीती दीदी ने मुझे खुद से अलग किया और बोली "और क्या , क्या बोली वो बता मुझे " मैंने कहा "वो मुझे हाथ लगाने को कह रही थी " प्रीती दीदी ने कहा कहाँ पे मैंने उनके बोबे की और इशारा करते हुए कहा "यहाँ पे" उन्होंने कहा "और" मैंने कहा "और वो मेरे हाथ फेर रही थी" उन्होंने कहा "कहाँ पे" मैंने अपने लंड की तरफ इशारा करते हुए कहा "यहाँ पे"......

प्रीती दीदी ने मुझसे कहा "फिर" मैंने कहा "फिर दीदी मैंने शिप्रा दीदी को मना कर दिया की मैं आपके वहां हाथ नहीं लगाऊंगा तो उन्होंने कहा की अगर तूने नहीं लगाया तो मैं मौसी से तेरी शिकायत करुँगी इतने में ही आपने मुझे आवाज लगा दी आपकी आवाज सुनते ही उन्होंने मुझसे कहा की प्रीती से कुछ बोला तो देख लेना " प्रीती दीदी बोली "हाँ सही किया तूने सोनू तू चिंता मत कर अब मेरे पास ही रहना " तभी प्रीती दीदी एक दम से जोर से चिल्लाई और उनके हाथ से टॉर्च गिर गई मैंने हडबडाते हुए पूछा "क्या हुआ प्रीती दीदी " वो घबराते हुए बोली "सोनू मेरे ऊपर कुछ गिर है अभी" मैंने फटाफट टॉर्च उठाई और जलाई प्रीती दीदी अपना कुर्ता झटक रही थी प्रीती दीदी ने पिंक कलर का ढीला सा कुर्ता और ब्लैक कलर की कैप्री पहनी हुई थी मैंने पूछा "क्या हुआ क्या था " वो कुर्ता झटकते हुए बोली "पता नहीं कुर्ते के अंदर घुस गया है" और मैंने जल्दबाजी मैं वो कर दिया जिसकी उम्मीद ना मुझे थी और ना प्रीती दीदी को मैं उनके पास गया और उनके कुर्ते के गले को खींच के अंदर टॉर्च की रौशनी से देखने लगा

उनके कुर्ते में एक छोटी सी चुहिया घुस गयी थी जो उनकी ब्रा की स्ट्रेप के ऊपर अटक गयी थी टॉर्च की रौशनी से उन्हें भी वो दिख गई उन्होंने जल्दी से अपना हाथ अपने बोबे पे मारा और चुहिया नीचे गिर गई और भाग गई लेकिन मैंने अभी भी उनके कुर्ते का गला खींच रखा था और टॉर्च की रौशनी अंदर थी जब हम दोनों की इस बात का रियलआइज हुआ तो प्रीती दीदी जल्दी से पीछे हट गई उनके कुर्ते का गला मेरे हाथ से छूट गया वो पीछे होके बोली "ये क्या कर रहा है सोनू " मैंने कहा "दीदी वो आपके साथ मैं भी घबरा गया था गलती से हो गया " वो जल्दी से रूम के बाहर चली गई लेकिन जो भी हुआ था उस से मुझे बहुत मजा आया था प्रीती दीदी के पिंक कुर्ते के अंदर उनकी स्ट्राइप्स वाली ब्रा कितनी प्यारी लग रही थी उनकी अंदर का बदन इतना गोरा और उस गोरे बदन पे डार्क कलर की स्ट्राइप्स वाली उनकी ब्रा और उस के अंदर उनके प्यारे प्यारे मोटे मोटे कोमल बोबे प्रीती दीदी के कुर्ते झटकाने से उनके बोबे भी हिल रहे थे और मैंने तो उनके हिलते बोबे अंदर से देखे थे मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा था आज ये दूसरी बार हुआ था की प्रीती दीदी और मेरे बीच ऐसा कुछ हुआ था मैंने सोचा की अब ऐसा क्या किया जाए की प्रीती दीदी और मेरे बीच इस से आगे कुछ हो मैं यही सोचता हुआ किचन में गया किचन में शिप्रा दीदी और प्रीती दीदी खाना बना रही थी

तभी शिप्रा दीदी का फोन बजा और वो फोन लेके किचन से बाहर चली गई मैं जाके प्रीती दीदी के पास खड़ा हो गया मुझे देख के प्रीती दीदी ने पूछा "क्या हुआ सोनू कुछ चाहिए " मैंने कहा "नहीं दीदी ऐसे ही आपके पास आ गया" फिर मैंने कहा की "प्रीती दीदी शिप्रा दीदी ने मुझे एक और जगह हाथ लगाने को कहा था" उन्होंने सब्जी बनाते हुए पूछा "कहाँ पे" मैंने इशारे से बताया "यहाँ पे" लेकिन वो तो सब्जी बना रही थी उन्होंने फिर कहा "बता ना " मैंने प्रीती दीदी केप्री पे से उनकी कोमल गांड पे अपना हाथ फेरते हुए कहा "यहाँ पे" और ये बोल के मैं उनकी गांड सहलाने लगा प्रीती दीदी एक दम से मुझे देखने लगी हम दोनों एक दूसरे की आँखों में देख रहे थे और मैं प्रीती दीदी की गांड सहला रहा था प्रीती दीदी ने मुझसे कहा "सोनू अपना हाथ हटा ये सब सही नहीं है और मुझे तुझसे बात भी करनी है इसी मैटर पे तू अपने रूम में चल मैं वहीँ आ रही हूँ " मैं अपने रूम में आ गया और सोचने लगा की प्रीती दीदी को क्या हुआ वो क्या बात करना चाहती है मैं बस यही सोच रहा था इतने में प्रीती दीदी रूम में आई शिप्रा दीदी तो बाहर फोन पे बात कर रही थी प्रीती दीदी मेरे पास बैठी और बोली "सोनू ये सब जो भी हो रहा है या जो भी हुआ था हमारे बीच ये सब सही नहीं है हम दोनों सगे भाई बेहेन है ये सब चीज़ें लाइफ में होती है लेकिन एक उम्र के बाद में इन सब चीजों की अभी तेरी उम्र नहीं है " मैं चुप चाप सुन रहा था

उन्होंने फिर बोलना स्टार्ट किया "जो भी हम दोनों के बीच हुआ वो अचानक हुआ था मुझे कुछ समझने का मौका ही नहीं मिला लेकिन अच्छा हुआ कम से कम मुझे पता तो चला तेरे और शिप्रा दीदी के बारे में , वो तो बड़ी है लेकिन तू अभी इतना बड़ा नहीं हुआ है की तू ये सब करे इसीलिए मैंने तुझे उनसे दूर किया लेकिन तू जिस तरह से मुझे छूता है बार बार मैंने तुझे पहले भी समझाया था की ये सब सही नहीं है मैं चाहती तो मम्मी को बता सकती थी लेकिन मैं तेरा डर समझती हूँ आज तू मुझे सच सच बता की जब भी तू मुझे छूता है तो ये बस एक इत्तेफाक होता है या तू जानभूझ के करता है " मैंने कहा "दीदी इत्तेफाक से हो गया था आज जो मैंने आपके कुर्ते का गला खींच दिया लेकिन आपको भी तो तभी पता पड़ा ना चुहिया का " तो उन्होंने कहा "लेकिन इसका मतलब ये तो नहीं है ना की तू मेरे कुर्ते के अंदर ही देखने लग जाए आखिर मैं तेरी बड़ी बेहेन हूँ ना मर्यादा भी तो कोई चीज़ होती है ना" मैंने कुछ नहीं कहा थोड़ी देर तक कमरे में बिलकुल सन्नाटा रहा थोड़ी देर बाद मैं जोर से चिल्लाया "आउच प्रीती दीदी शायद मुझे किसी कीड़े ने काटा है आह्ह्ह " प्रीती दीदी ने पुछा "कहा पे सोनू जल्दी बता" मैंने टांग की तरफ इशारा करके कहा "यहाँ" प्रीती दीदी ने मेरा लोअर ऊपर किया और टॉर्च से देखने लगी उन्होंने कहा "यहाँ तो कोई निशान नहीं है" मैंने कहा "नहीं ऊपर की तरफ है" और प्रीती दीदी ने मुझे खड़ा होने को बोला और अपने हाथ से मेरा लोअर नीचे कर दिया और टोर्च से देखने लगी मैंने अपना लोअर वापस ऊपर किया प्रीती दीदी बोली "अरे सोनू देखने तो दे" मैंने लोअर ऊपर करते हुए प्रीती दीदी से कहा "दीदी आप में तो मर्यादा है ही नहीं " उन्होंने कहा "क्या मतलब"

मैंने कहा " आपने भी तो वही किया जो मैंने किया था तो आप अब भी यही कहोगी क्या की मैंने जान कर के आपके कुर्ते का गला खींचा था " वो चुप हो गई उन्हें मेरी बात समझ आ गयी थी उन्होंने फिर कहा "लेकिन तू किचन में जो मेरे हिप्स पे हाथ फेर रहा था वो उसका क्या मतलब था आज तू मुझे सच सच बता की तेरे मन में क्या है " वो ऐसा पल था और मेरे और प्रीती दीदी के बीच ऐसी बातचीत हो रही थी की मैंने बोल दिया मैंने कहा "प्रीती दीदी जब से हमारे बीच वो सब हुआ है तबसे मुझे आपको देखते रहने की आपको छूने की इच्छा होती है " वो बोली "ह्म्म्म्म लेकिन मैं तेरी बेहेन हूँ ना फिर भी " मैंने कहा "पता नहीं मेरे मन में जो था वो मैंने बता दिया" उन्होंने कहा " क्या इच्छा होती है" मैंने कहा "जहाँ जहाँ शिप्रा दीदी मुझे हाथ फेरने को कहा वहां वहां मैं आपके बदन पे हाथ फेरना चाहता हूँ आपको किस करना चाहता हूँ आपके बूब्स दबाना चाहता हूँ उन्हें सहलाना चाहता हूँ आपके पूरे बदन पे अपने होंठ फेरना चाहता हूँ " प्रीती दीदी मेरे पास आ गयी और मेरे सर पे हाथ फेरते हुए बोली "मैं समझती हूँ सोनू तू मुझसे काफी ज्यादा अटरेक्ट हो चुका है और ऐसा होता भी है इस उम्र में लेकिन तू जो कह रहा है वो मुमकिन नहीं है हम दोनों भाई बेहेन है " मैंने कहा "प्रीती दीदी एक बात बोलूं" उन्होंने मेरे सर पे हाथ फेरते हुए बोला "हाँ बोल ना" मैंने कहा "आपका बॉय फ्रेंड है मुझे पता है आप उस से विडियो चैट करती हो मुझे ये भी पता है आप उसे विडियो चैट मैं क्या क्या दिखाती हो मुझे ये भी पता है " उन्होंने कहा "तुझे कैसे पता" मैंने कहा की "मैंने आपको उस से विडियो चैट करते हुए देखा था तो आप उसके साथ ये सब कर सकती हो लेकिन मेरे साथ नहीं मैं तो आपका भाई हूँ आप क्या मुझसे भी ज्यादा उस से प्यार करती हो क्या" प्रीती दीदी बोली "नहीं रे वो बात नहीं है लेकिन तू मेरा भाई है ये सब चीज़ें फीलिंग्स से जुडी होती है जो मैं उसके लिए फील करती हूँ वो मैं तेरे लिए कभी फील नहीं कर सकती क्योंकि तू मेरा छोटा भाई है " मैं चुप चाप मुहं नीचे करके बैठ गया प्रीती दीदी ने मेरा मुहं उठाया और बोली "ऐसे उदास मत हो जो भी तूने मुझसे कहा या किया वो सब नार्मल है इस उम्र में कोई गिल्टी फील मत कर मैं बहुत खुश हूँ की अच्छा है तूने मुझे खुल के अपने मन की बात बता दी लेकिन एक भाई बेहेन के बीच में वो सब नहीं हो सकता जो एक गर्लफ्रेंड बोयफ्रेंड के बीच होता है समझा" इतने में लाइट आ गई हम दोनों ने एक दूसरे को देखा और मुस्कुराते लगे प्रीती दीदी बोली "चल आजा खाना खा ले ".......

हम दोनों खाना खाने के लिए चल पड़े मैं प्रीती दीदी की मटकती हुई सेक्सी गांड को देख रहा था आज मुझे बहुत अजीब सा लग रहा था क्योंकि मैंने प्रीती दीदी को साफ़ साफ़ सब कुछ बता दिया था कि मैं उनके साथ क्या क्या करना चाहता हूँ और प्रीती दीदी ने सब सुन के बहुत ही नॉर्मली मुझे समझाते हुए मुझे मना भी कर दिया था की ऐसा कुछ नहीं हो सकता मैं यही सोच रहा था की अब क्या किया जाये हमने नीचे जाके देखा तो पापा मम्मी आ चुके थे प्रीती दीदी बोली "आ गए मम्मी" मम्मी बोली "हाँ प्रीती बारिश तो बहुत ही तेज हो रही है अच्छा है जो सब टाइम से ही आ गए , अब खाने का क्या करें" प्रीती दीदी बोली "वो मैंने और शिप्रा दीदी ने खाना बना लिया है पहले हमने सब्जी तो बना ली थी फिर आपका वेट किया की चपाती आप बना लोगी बट आप आने में लेट हो गए तो चपाती भी सेक ली अब बस पापा और आप दोनों चेंज करके आ जाओ मैं खाना लगाती हूँ " मम्मी बोली "चल ये तुम दोनों ने अच्छा किया एक काम करो पापा और मैं तो अभी चाय पियेंगे पहले भीग गए है थोडा सा और खाना लेट खाएँगे तुम बच्चे लोग खाना खा लो पहले"

प्रीती दीदी बोली "ठीक है मम्मी" फिर मम्मी ने शिप्रा दीदी से कहा "अरे शिप्रा तूने अभी तक जींस टॉप क्यों पेहेन रखा है अब तो कपडे चेंज कर ले तू" शिप्रा दीदी बोली "हाँ मौसी अच्छा वो मौसा जी से पूछो ना कि उन्होंने ट्रेन का टाइम पता किया क्या" मम्मी बोली "हाँ उनसे कह देती हूँ की वो एक बार वापस पता कर ले" फिर मम्मी अपने रूम में चली गई और शिप्रा दीदी कपडे चेंज करने चली गई थोड़ी देर बाद शिप्रा दीदी कपडे चेंज करके आयी उन्होंने एक पतला सा क्रीम कलर का टॉप और ब्लैक कलर का बरमूडा पेहेन रखा था वो आकर मेरे सामने बैठ गयी डाइनिंग टेबल पे बैठ गई वो बड़ी सेक्सी लग रही थी मैंने उन्हें मेसेज किया "शिप्रा दीदी बड़ी सेक्सी लग रही हो अंदर कौनसी ब्रा पेंटी पेहेन रखी है अभी जो मैंने देखी वो या चेंज कर ली है " थोड़ी देर बाद उनका रिप्लाई आया "क्या बात है तुझे तो मैं हमेशा ही सेक्सी लगती हूँ चाहे कपड़ो में हूँ या बिना कपड़ो के हूँ नहीं चेंज कर ली है नए पैटर्न वाली ब्रा पेंटी है" मैं सोचने लगा की शिप्रा दीदी की नए पैटर्न की ब्रा और पेंटी कैसी होगी लेकिन मैंने उन्हें वापस मेसेज नहीं किया क्योंकि प्रीती दीदी मेरे पास बैठी हुई थी थोड़ी देर में हम लोग खाना खाने लगे


मैंने नोटिस किया की प्रीती दीदी बड़े ध्यान से शिप्रा दीदी को देख रही थी मैं समझ गया की वो मेरा ध्यान रख रही है की कहीं शिप्रा दीदी कुछ करती तो नहीं है , खाना खाते खाते मुझे वो किस्सा याद आ गया जो जीजू ने प्रीती दीदी के साथ किया था मैंने अपना पैर शिप्रा दीदी के पैर पे रखा और उनके पैर को सहलाने लगा वो मुझे देख के मुस्कुराने लगी थोड़ी देर तक मैं अपने पैर से शिप्रा दीदी का पैर सहलाने लगा फिर मैं अपना पैर धीरे 2 ऊपर ले जाने लगा लगा आज शिप्रा दीदी ने बरमूडा पेहेन रखा था तो मैं अपने पैर से उनकी नंगी टांगें सहलाने लगा फिर मैं अपना पैर उनकी जांघ पे फेरने लगा शिप्रा दीदी गरम होने लग गई थी फिर मैं अपने पैर को और ऊपर उनकी जांघ पे फेरते हुए और ऊपर लेके जाने लगा शिप्रा दीदी ने अपने आप अपनी टांगें थोड़ी सी चौड़ी कर ली
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03-11-2020, 10:42 AM,
#37
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
अब मैं अपने पैर से शिप्रा दीदी की दोनों झांघो को सहलाना लगा शिप्रा दीदी का बरमूडा उनकी झांघो तक था मैं अपना पैर शिप्रा दीदी की नंगी झांघों पर फेरने लगा जैसे जैसे मेरा पैर ऊपर जा रहा था शिप्रा दीदी भी अपने आप अपनी टांगें चौड़ी करती जा रही थी मेरा पैर शिप्रा दीदी की दोनों झांघों बीच में था और मैं उनकी झांगों के अंदर की तरफ अपने पैरो की उंगलियों को फेरने लगे फिर मैंने अपने पैर के अंघूटे को उनकी चूत पे फेरा शिप्रा दीदी को बहुत मजा आ रहा था उनके चेहरे से पता चल रहा था मैं अपने अंघूटे को शिप्रा दीदी के बर्मूड पे से उनकी चूत पे फेर रहा था फिर अपने अंघूटे से उनकी चूत पे धक्का देने लगा उनकी चूत के गीलेपन को मैं अपने अंघूटे से महसूस कर सकता था फिर मैंने अपने अंघूटे को उनकी चूत के होल पे बहुत अच्छी तरह से फेरा उसपे धक्का दिया उसे गोल गोल घुमाया अपना पूरा अंघूटा उनकी चूत के होल पर ऊपर नीचे फेरा उन्हें बहुत मजा आ रहा था


तभी एक दम से मम्मी रूम से बाहर आई और बोली शिप्रा बारिश के कारण तेरी ट्रेन तो बहुत लेट है सुबह 10 बजे आएगी यहाँ पे अच्छा ही है सुबह तक मौसम भी खुल जाएगा " शिप्रा दीदी बोली "ठीक है मौसी " ये कह के मम्मी अंदर चली गई जब मम्मी और शिप्रा दीदी बात कर रहे थे
तब भी मैं अपने पैर से शिप्रा दीदी की चूत सहला रहा था थोड़ी देर बाद प्रीती दीदी उठी तो मैंने जल्दी से अपना पैर नीचे किया अब शिप्रा दीदी सुबह जाने वाली थी


प्रीती दीदी के जाते ही मैंने शिप्रा दीदी से पूछा "मजा आया दीदी " शिप्रा दीदी बोली " हाँ " मैंने कहा "देखूं तो अंदर हाथ डाल के " उन्होंने कहा "मरवाएगा क्या बैठा रह वहीँ पर " फिर प्रीती दीदी आई टेबल साफ़ की और हाथ धोने बाथरूम में गई मैंने उन्हें जाते हुए देखा और जल्दी से अपनी जगह से उठा और शिप्रा दीदी के पास गया और उनकी कुर्सी के पीछे खड़ा हुआ और उनके क्रीम टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा फिर मैंने उनके टॉप के गले में से अपना हाथ अंदर डाल दिया और उनके बोबे दबाने लगा शिप्रा दीदी मुझे मना नहीं कर रही थी बस बोल रही थी की कोई आ जाएगा लेकिन मैं उनकी कहाँ सुन रहा था मेरे तो दोनों हाथ शिप्रा दीदी के टॉप के अंदर थे मैं उनके दोनों बोबे मसल रहा था फिर मैंने अपने हाथ शिप्रा दीदी के टॉप में से बाहर निकाले


और उनकी कुर्सी घुमाई और अपना लोअर नीचे कर दिया मेरा खड़ा हुआ लंड शिप्रा दीदी के मुंह के सामने था शिप्रा दीदी ने भी जल्दी से मेरा लंड अपने मुंह में लिया और उसे जल्दी जल्दी चूसने लगी मैं एक हाथ से शिप्रा दीदी के बाल सहला रहा था और मेरा दूसरा हाथ उनके टॉप के गले में से उनकी ब्रा के अंदर था मैं उनके नंगे बोबे दबा रहा था और वो जल्दी जल्दी मेरा लंड चूस रही थी शिप्रा दीदी काफी गरम हो चुकी थी तभी फोन बजा मैंने जल्दी से लोअर ऊपर किया और अपनी जगह आके बैठ गया शिप्रा दीदी ने भी जल्दी से अपने कपडे ठीक किये और अपनी प्लेट लेके किचन में चली गई...
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03-11-2020, 10:42 AM,
#38
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
प्रीती दीदी का फोन था वो फोन पे बात करते करते बाहर चली गई शायद उनके बॉयफ्रेंड का फोन था तभी मम्मी ने मुझे बुलाया और कहा "सोनू प्रीती से बोल चाय चड़ा दे दो कप और बोलना की मेरे रूम में आये और मेरे सर पे बाम की मालिश कर दे " मैंने कहा "हाँ मम्मी" मैं धीरे से बाहर गया प्रीती दीदी फोन पे बात कर रही थी प्रीती दीदी - "हाँ मौसम तो अच्छा है तुम क्या कर रहे हो ......... हाँ बस यही करो तुम ...........
.क्यों बताऊँ जाओ नहीं बता रही ..........मैंने कैप्री और कुर्ता ..........हाँ पता था मुझे ये जरुर पूछोगे तुम ......................अंदर पिंक और वाइट स्ट्राइप्स वाली ब्रा है और वाइट और रेड पेंटी है ...............पागल हो क्या नहीं ........अरे यार बाहर खड़ी हूँ मैं यहाँ कैसे हाथ डालूंगी अंदर ...............नहीं पापा मम्मी सब है विडियो चैट पे नहीं आ सकती .................देखती हूँ यार कब कर पाती हूँ विडियो चैट बहुत रिस्की हो गया है शायद मेरे छोटे भाई को डाउट हो गया है अगर उसने पापा मम्मी को बोल दिया तो बहुत बड़ी प्रॉब्लम हो जाएगी ......................अरे हाँ ना मना तो नहीं कर रही ना मौका मिलते ही करुँगी .......हाँ ...और सुनाओ .....नहीं मैंने पहले भी मना किया था मैं कोई फोटो नहीं भेजने वाली नहीं ना मेल में ना पेन ड्राइव में नहीं चाहे फेस हो या ना हो ....नहीं कोई पिक नहीं भेजूंगी अपनी ना ब्रा में ना विथआउट ब्रा ............. नो यार तुम पागल हो क्या किसी और देख ली या लीक हो
गई तो .....अरे तुम पे तो भरोसा है लेकिन मुझे डर लगता ......तुम्हे क्या बस यही चाहिए क्या ......नहीं मैं कोई फोटो नहीं भेजूंगी ........ओके ..... .....क्यों करने तो देती हूँ ना तुम्हे कुछ मना करती हूँ क्या .....हाँ उसके लिए मना किया था ...क्योंकि सेक्स के लिए मैं अभी तैयार नहीं हूँ .........तो बाकी तो जो तुम बोलते हो वो करती हूँ ना स्कूल में तुम किस करते हो मैंने कभी मना किया .......तुम क्लास में मेरे पास बैठे बैठे मेरी स्कर्ट के अंदर हाथ डालते हो मेरी पेंटी पे से मेरी वेजिना पे हाथ फेरते हो मैंने मना किया गेम्स या लाइब्रेरी पीरियड में तुम कभी स्कूल की छत या लैब में मुझे लेजाकर किस करते हो मेरी शर्ट के बटन खोल के मेरे बूब्स को दबाते हो मैंने कभी भी आज तक मना किया .............अरे मैं ये नहीं कह रही हूँ की मुझे मजा नहीं आता या मैंने कोई एहसान किया है मैं तुमसे प्यार करती हूँ मुझे भी तुम्हारे साथ ये सब करना अच्छा लगता है लेकिन तुम भी तो समझो ना जानू मुझे डर लगता है सोच के देखो अगर मेरी ऐसी कोई फोटो लीक हो गयी तो क्या होगा ................तुम्हे क्या बस यही चाहिए क्या एक फोटो को लेकर तुम मुझे इतना सुना रहे हो .......यस आई लव यू बट आई विल नोट सेंड माय एनी पिक ...........ओके "और प्रीती दीदी ने फोन रख दिया



मैंने उनकी सारी बातें सुन ली थी उनकी बातें सुन के मेरा लंड बिलकुल टाइट खड़ा हो गया था अब मुझे इतना भी पता चल चुका था की प्रीती दीदी और उनका बॉयफ्रेंड ये सब कुछ करते है लेकिन अभी तक सेक्स नहीं हुआ है और मुझे ये भी पता चल चुका था की उनका बॉयफ्रेंड उनसे उनकी नंगी फोटो मांग रहा है फोन रखते ही प्रीती दीदी गुस्से से अंदर आई उन्होंने मुझे वहां देखा तो चौंकते हुए पूछा "तू यहाँ क्या कर रहा है कब आया " मैंने उन्हें ये जताया की मैं बस अभी ही आया हूँ मैंने कहा "प्रीती दीदी मैं तो अभी अभी आया हूँ वो मम्मी ने कहा है की आप दो कप चाय के चढ़ा दो और मम्मी के सर पे बाम से मालिश कर दो " उन्होंने कहा ठीक है मम्मी से बोल मैं आ रही हूँ अभी तभी प्रीती दीदी के सेल पे मेसेज आया और वो गुस्से से उसका रिप्लाई देने लगी उनका दिमाग बहुत ख़राब था मैंने सोचा की ये अच्छा मौका है एक बार वापस शिप्रा दीदी को चोदने का आखिर पहले शिप्रा दीदी की चुसाई से और प्रीती दीदी की बातें सुन के मेरा लंड पागल हो चुका था और फिर कल शिप्रा दीदी जाने भी वाली थी मैं वहीँ खड़ा सोच रहा था की क्या किया जाए तभी प्रीती दीदी का सेल वापस बजा और वो बाहर चली गई

मैं समझ चुका था की आज इनका दिमाग ख़राब है और ये इसी में बिजी रहेंगी और फिर मम्मी की मालिश करेंगी इनका ध्यान मुझ पर नहीं जाएगा मैं मम्मी के रूम में गया और बोला "मम्मी मैंने प्रीती दीदी से बोल दिया उन्होंने चाय चढ़ा दी है और वो अभी आ रही है " मम्मी ने कहा "ठीक है " मैंने फिर कहा "अच्छा मम्मी सुनो ना बारिश के कारण हमारे रूम में मच्छर बहुत हो गए है मैं रूम का गेट बंद करके हिट कर दूं ताकि मर जाएँगे सोने के टाइम तक " मम्मी ने कहा "हाँ कर ले "


अब मैं मन ही मन बहुत खुश था मैं अपने रूम में गया तो शिप्रा दीदी जमीन पर बैठी बैठी अपना बैग संभाल रही थी

मैं उनके पीछे बैठ गया और उन्हें पीछे से पकड़ लिया और उनकी गर्दन पे पीछे से स्मूच करने लगा वो बोली "सोनू क्या कर रहा छोड़ यार कोई आ जाएगा " मैंने कहा "कोई नहीं आएगा सब सेट करके आया हूँ दीदी" और फिर मैंने उन्हें जमीन पे ही लिटा दिया और उन्हें किस करने लगा वो भी मुझे किस करने लगी वो मेरे नीचे थी और मैं उनके ऊपर था हम दोनों एक दूसरे के होंठ चूस रहे थे फिर उन्हें किस करते हुए मैंने उन्हें पलट दिया अब वो मेरे ऊपर थी और मैं उनके नीचे था हम दोनों पागलों की तरह एक दूसरे के होंठो को चूस रहे थे मैं उन्हें किस करते हुए उनके लम्बे खुले बालों को सहला रहा था उनकी पीठ पे हाथ फेर रहा था फिर मैंने अपनी जीभ शिप्रा दीदी के मुह में डाल दी वो मेरी जीभ चूसने लगी

आज हम दोनों बहुत ही ज्यादा गरम थे फिर मैंने उन्हें वापस पलटा और उनके ऊपर लेट गया और उनके पूरे फेस पे किस करने लगा उनके कानों में अपनी जीभ डाल के स्मूच करने लगा फिर धीरे धीरे उनकी गर्दन पे अपने होंठो से स्मूच करने लगा कभी मैं उनके कान पे अपने होंठ फेरता कभी उनके कान में अपनी जीभ डाल देता वो अपना मुंह घुमा लेती मैं उनके दुसरे कान में भी वेसे ही करता वो मेरा मुंह पकडती और मुझे किस करने लगती मैं भी उन्हें किस करने लगा और उन्हें किस करते हुए उनके क्रीम टॉप पे से उनके बोबे दबाने लगा उन्हें सहलाने लगा फिर उन्हें किस करते करते ही मैंने नीचे से हाथ उनके टॉप के अंदर डाला और अंदर से उनके बोबे दबाने लगा वो बहुत तेज तेज सांसें ले रही थी फिर मैंने शिप्रा दीदी को जमीन से थोडा सा उठाया और उनका टॉप उतार दिया शिप्रा दीदी ने डार्क ब्लू और वाइट नेट वाली डिज़ाइनर ब्रा पेहेन रखी थी उनकी ब्रा बहुत ही सेक्सी लग रही थी और उनकी ब्रा की स्ट्रैप्स वाइट थे और बाकी की ब्रा डार्क ब्लू कलर की थी जिसपे वाइट कलर के डिजाईन थे उनकी ब्रा बहुत सेक्सी थी


मैंने उनके बोबे उनकी नयी ब्रा पे से दबाये उन्हें सहलाया उनके ब्रा के कप पे से उनके दोनों निप्पल चूसे फिर उनकी ब्रा की स्ट्रैप्स सामने से नीचे कर दिए और उनकी ब्रा भी नीचे कर दी फिर उन्हें वापस जमीन पे लिटाया और शिप्रा दीदी दीदी के नंगे बोबे दबाने लगा उन्हें चूसने लगा शिप्रा दीदी के दोनों निप्पल खड़े हुए थे मैंने उनके एक बोबे को अपने मुह में लिया और उसे चूसने लगा शिप्रा दीदी सिसकियाँ लेने लगी और अपने हाथ मेरे बालों में फेर रही थी मैं उनके निप्पल को चूसने लगा और अपने दूसरे हाथ से उनके दूसरे बोबे को दबाने लगा फिर मैं उनके दूसरे बोबे को चूसने लगा थोड़ी देर तक उनके दोनों बोबे चूसने के बाद मैं नीचे गया और उनकी नाभी में अपनी जीभ डाल दी और उनकी नाभि में अपनी जीभ घुमाते हुए मैं अपने हाथो से उनके दोनों बोबे दबा रहा था उन्हें बहुत मजा आ रहा था


फिर मैंने उनका ब्लैक बरमूडा भी उतार दिया शिप्रा दीदी ने वैसे ही डिजाईन की पेंटी भी पहनी हुई थी मैंने उनकी पेंटी पे से उनकी चूत पे किस किया और उनकी पेंटी पे से उनकी पूरी चूत पे अपने होंठो से स्मूच किया फिर मैंने शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत के होल को अपनी ऊँगली से सहलाने लगा उनकी पेंटी में बहुत सारा डिस्चार्ज था मैंने फिर अपने होंठ शिप्रा दीदी की पेंटी पे से उनकी चूत के होल पे रखे और वहां स्मूच करने लगा फिर मैं शिप्रा दीदी की पेंटी पे से ही उनकी पूरी चूत को अपनी जीभ से चाटने लगा शिप्रा दीदी अपने दोनों हाथों से मेरे बालों को सहलाने लगी फिर मैं वापस ऊपर गया


शिप्रा दीदी मुझे किस करने लगी मुझे किस करते हुए शिप्रा दीदी ने मेरा लोअर उतार दिया और अपने हाथ से मेरा नंगा लंड पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी मैंने भी शिप्रा दीदी को किस करते हुए उनकी पेंटी के अंदर हाथ डाल दिया और उनकी नंगी चूत को सहलाने लगा फिर शिप्रा दीदी ने मुझे जमीन पे लिटा दिया मेरी टी शर्ट भी उतार दी और अपनी पेंटी भी उतार दी अब हम दोनों ही नंगे जमीन पे थे मुझे सीधा लिटा कर शिप्रा दीदी ने मेरे पुरे बदन पे किसेस करते हुए नीचे जाने लगी और फिर उन्होंने मेरे लंड पे बहुत सारी किस्सेस की मेरे पूरे लंड पे अपने होंठो से स्मूच करने लगी फिर उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया उसे चूसने लगी मुझे बहुत मजा आ रहा था मेरा लंड शिप्रा दीदी के मुह में था वो उसे चूस रही थी मैं उनके बालों को सहलाने लगा
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03-11-2020, 10:42 AM,
#39
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
शिप्रा दीदी मेरा पूरा लंड अपने मुह में लेके उसे चूसने लगी वो मेरा लंड चूस रही थी और मैंने अपना हाथ लम्बा करके उनके लटके हुए नंगे बोबे को पकड़ लिया और उसे दबाने लगा फिर उन्होंने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकल और मेरे लंड के छेद को अपनी जीभ से चाटने लगी मेरे अंदर एक सरसरी सी दौड़ गयी फिर वो मेरे लंड के टोपे को अपनी जीभ से चाटने लगी और उसे जल्दी जल्दी अपने मुहं से अंदर बाहर करने लगी मैं अपने दोनों हाथों से उनके बाल सहलाने लगा फिर उन्होंने वापस मेरा लंड अपने मुंह में ले लिया और उसे पुरे अंदर तक अपने मुंह में लेके जल्दी जल्दी चूसने लगी थोड़ी देर तक वो मेरा लंड चुस्ती रही फिर वो वापस ऊपर आई


मैंने उन्हें एक लम्बा किस किया फिर मैं नीचे गया मैंने उनकी दोनों झांगो को चौड़ा किया और अपना मुह उनकी दोनों झांगो के बीच डाल दिया और उनकी चूत चाटने लगा शिप्रा दीदी की चूत बहुत गीली थी मैंने उनकी चूत की दोनों स्किन को अलग किया और उनकी क्लिट अपनी जीभ से सहलाने लगा जैसे ही मैंने अपनी जीभ से शिप्रा दीदी की क्लिट को सहलाना शुरू किया वो थोड़ी ऊपर हुई और झटके खाने लगी मैं उनकी क्लिट को चाटने लगा फिर मैंने अपनी जीभ उनकी चूत के होल पे लगाई और उसे चाटने लगा उन्हें बहुत मजा आ रहा था मैंने अपनी जीभ उनकी चूत के होल पे रखी और चाटते हुए ऊपर उनकी क्लिट तक ले गया मेरे ऐसा करने में उन्हें बहुत मजा आया मैंने ऐसा तीन चार बार किया और उन्होंने कहा "सोनू डाल दे ना अब जल्दी चोद ना मुझे " मैंने कहा "हाँ दीदी" शिप्रा दीदी ने अपनी दोनों टांगें फैला दी मैंने कहा "दीदी एडजस्ट करो ना" और शिप्रा दीदी ने मेरा लंड अपनी चूत पे एडजस्ट किया और बोली "हाँ होल पे है" मैंने धीरे धीरे धक्का देना शुरू किया शिप्रा दीदी को भी पेन होने लगा


मैंने धीरे धीरे अपना लंड शिप्रा दीदी की चूत में डालने लगा मेरे लंड का थोडा सा टोपा अंदर गया और उन्होंने मुझे रुकने का इशारा किया फिर उन्होंने डालने को कहा मैंने वापस डालना शुरू किया उनकी चूत में आज काफी सारा डिस्चार्ज था थोडा थोडा रुक रुक के मेरा पूरा लंड शिप्रा दीदी की चूत के अंदर चला गया मेरा लंड शिप्रा दीदी की चूत में था मैंने धीरे धीरे धक्के मारने स्टार्ट किया हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था मैंने धीरे धीरे धक्को की स्पीड बढानी शुरू की मैं धक्के मार रहा था और शिप्रा दीदी ने मुझे बाँहों में भर रखा था मैं उन्हें जमीन पे ही चोद रहा था उन्हें चोदते हुए मैं उन्हें किस करने लगा थोड़ी देर बाद उन्होंने मेरे होंठ छोड़े और सिसकियाँ लेने लगी और मेरी पीठ और मेरे बालों में हाथ फेरने लगी मैंने जल्दी जल्दी धक्के मारने शुरू किये और उनकी चूत में जल्दी जल्दी धक्के मारते हुए कभी उन्हें किस करता तो कभी उनके बोबे चूसता अब मैं उनके ऊपर लेट गया और जल्दी जल्दी धक्के मारने लगा वो भी मेरे बालों में हाथ फेरने लगी मैं उठा और फिर से उन्हें किस करने लगा उन्हें चोदते हुए अब शिप्रा दीदी ने मुझे बिलकुल टाइट पकड़ लिया अपने दोनों हाथों से और बोली


"हाँ सोनू जल्दी कर जल्दी जल्दी कर" मैं समझ गया की वो झरने वाली है और मैं और भी जल्दी जल्दी उनकी चूत में धक्के मरने लगा उन्होंने मुझे टाइट पकड़ के अपने ऊपर लिटा लिया मैं और तेजी से धक्के मरने लगा और उनके मुह से एक लम्बी सिसकी निकली "आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ...." और उनकी चूत से बहुत सारा पानी निकल गया वो झर गयी थी मैंने कहा "शिप्रा दीदी मै भी झरने वाला हूँ .....ओ मेरी प्यारी शिप्रा दीदी......." और मेरे मुंह से भी एक लम्बी सिसकी निकली "आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ...." और मेरा सारा मुट शिप्रा दीदी की चूत में निकल गया मैं थोड़ी देर तक उनके ऊपर ही लेटा रहा और वो मेरे पूरे नंगे बदन पर अपने हाथ फेरती रही उन्होंने मुझसे कान में कहा "सोनू मुझे बहुत मजा आया है इतना मजा तो मुझे किसी ने नहीं दिया जितना तूने इन चार पांच दिनों में दिया है " मैंने कहा "मुझे भी मेरी प्यारी शिप्रा दीदी आई लव यू" उन्होंने कहा "आई लव यू 2 सोनू " जमीन पर हम नंगे पड़े थे और फर्श पर शिप्रा दीदी की चूत का पानी फैला हुआ था फिर हम उठे अपने कपडे पहने शिप्रा दीदी ने सब कुछ साफ़ किया फिर बाथरूम मैं फ्रेश होने चली गई

#

मैंने रूम में थोडा सा हिट किया और बाहर निकल गया बाहर आके देखा तो प्रीती दीदी मम्मी के रूम में थी....मम्मी ने मुझसे पूछा "कर दिया हिट रूम में मैंने कहा "हाँ मम्मी " फिर मम्मी बोली "चल प्रीती अब तू भी रेस्ट कर कल स्कूल है और कल तो तेरा हाउस कम्पटीशन है ना तूने अपनी हाउस ड्रेस प्रेस कर ली" प्रीती दीदी बोली "हाँ मम्मी" मैंने पूछा दीदी कल तो सेकंड सैटरडे है छुट्टी होगी ना तो उन्होंने कहा "नहीं सोनू कल बड़ी क्लासेज का हाउस कम्पटीशन है 11th और 12th के सारे हाउसेस का कम्पटीशन है तेरी छुट्टी है हमारी नहीं" मैंने कहा "ठीक है दीदी" फिर प्रीती दीदी ने मुझसे पूछा की सोनू मेरा मेसेज कार्ड खत्म हो गया है तेरा सेल दे न मुझे एक मेसेज करना है मैं प्रीती दीदी को अपना सेल दिया और पूछा "इतनी रत को किसी मेसेज कर रही हो दीदी उन्होंने कहा "अरे अपनी फ्रेंड को करना था कल कुछ लाने को कहना है उसे " फिर उन्होंने मेसेज किया जब उन्होंने मुझे मेरा सेल वापस दिया तो मैंने चेक किया


उन्होंने सेंट मेसेज डिलीट कर दिया था मैं समझ गया की उन्होंने शायद अपने बॉयफ्रेंड को मेसेज किया है की उनका मेसेज कार्ड ख़तम हो गया है फिर प्रीती दीदी लैपटॉप लेके बैठ गई "मैंने पूछा दीदी इतनी रात को लैपटॉप पे क्या कर रही हो दीदी तो उन्होंने कहा की "अरे यार वो कल के कम्पटीशन का कुछ मेटर देखना है नेट पे तू सो जा ना सोनू" लेकिन मैं देखना चाहता था की प्रीती दीदी क्या कर रही है नेट पे क्योंकि मुझे पूरा यकीन था की वो अपने बॉयफ्रेंड से ही चैट करेंगी मैंने कहा "दीदी शिप्रा दीदी है रूम जाउं क्या " तो उन्होंने कहा "नहीं तू मत जा यहीं बैठ टीवी देख ले फिर अपन साथ में चलते है सोने " मैंने कहा "ठीक है दीदी"


मैं टीवी देखने लग गया और प्रीती दीदी नेट पे बिजी हो गई जिस तरह से वो कीबोर्ड पे टाइपिंग कर रही थी मैं समझ गया था की वो अपने बॉयफ्रेंड से ही बात कर रही है मैं छुप छुप के उन्हें देखने की कोशिश कर रहा था की वो क्या कर रही है लेकिन वो भी मेरा पूरा ध्यान रख रही थी की कहीं मुझे कुछ पता ना पड़ जाए प्रीती दीदी मेरे थोडा पीछे की तरफ थी लेकिन मैं मुहं घुमा के देख नहीं सकता था क्या कर रही है क्या कर रही है तभी मुझे एक आईडिया आया मैंने अपने मोबाइल का कैमरा ओन किया विडियो मोड पे रिकॉर्डिंग ओन कर दी और छुपा के प्रीती दीदी की तरफ कर दिया थोड़ी देर बाद मैंने मोबाइल को वापस घुमा कर विडियो प्ले किया तो मुझे पता चल गया कि प्रीती दीदी विडियो चैट कर रही थी


वो अपने कुर्ते का गला झुकते हुए खींच कर अपनी ब्रा और बोबे विडियो चैट में दिखा रही थी फिर थोड़ी देर बाद उन्होंने अपना कुर्ता नीचे से ऊपर किया अपने बूब्स तक और फिर अपनी ब्रा का एक कप नीचे किया और अपना नंगा बोबा विडियो चैट पे अपने बॉयफ्रेंड को दिखाया हालाँकि मुझे ढंग से कुछ दिखा नहीं लेकिन मुझे पता चल गया की प्रीती दीदी विडियो चैट पे अपनी ब्रा और बोबे दिखा रही है अपने बॉयफ्रेंड को ये देखते हुए मैं जोर से खांसा और फिर पलटा


प्रीती दीदी नॉर्मली लैपटॉप की स्क्रीन पे देख रही थी मैंने कहा "दीदी चलो न सोने मुझे नींद आ रही है उन्होंने कहा "हाँ सोनू चल " उन्होंने लैपटॉप बंद किया और हम सोने चले गए लेकिन मेरा लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा था जो भी मैंने देखा था हम रूम में सोने गए तो आज प्रीती दीदी ने एक अलग काम किया उन्होंने मुझे अपने साइड में सुलाया खुद बीच में सोयी और शिप्रा दीदी को अपनी साइड में मैं अंदर से खुश था मैंने सोचा की चलो अच्छा है की पहले ही शिप्रा दीदी को चोद लिया अगर रात के भरोसे रहता तो आज तो कुछ पॉसिबल ही नहीं था मैं सोचने लगा की प्रीती दीदी को कैसे चोदा जाये वो मेरे पास ही सो रही थी और उन्होंने विडियो चैट पे क्या क्या दिखाया होगा ये सब सोच सोच के मेरा लंड खड़ा हो गया

उनके बदन की खुशबू मुझे पागल कर रही थी मैं सोचने लगा की आज क्या क्या हुआ कैसे मैंने प्रीती दीदी का कुरता खींच लिया उनकी ब्रा में क़ैद बोबे मेरी आँखों के सामने थे कितने मोटे बोबे है मेरी प्यारी प्रीती दीदी के इन्हें तो मैं दबा भी चूका हूँ चूस भी चूका हूँ एक बार और दबाने को मिल जाए तो मजा आ जाए ये सब सोचते हुए मेरा हाथ अपने लंड पे चला गया मैं प्रीती दीदी के बदन की खुशबू सूंघते हुए अपने लंड को सहलाने लगा मुझे पता ही नहीं चला की मैं कब प्रीती दीदी के इतना पास चला गया की उनकी सांसें मुझे मेरे मुह पे फील होने लगी मैंने अपना हाथ उनकी कमर पे रखा और उसे ऊपर ले जाते हुए उनके पेट पे रखा फिर मैंने अपना हाथ नीचे से प्रीती दीदी के कुर्ते के अंदर डाला और धीरे धीरे ऊपर ले जाने लगा


मैं बहुत ध्यान से ये सब कर रहा था क्योंकि मुझे पता था की अगर प्रीती दीदी को जरा से भी भनक लग गयी तो वो शायद अब मम्मी को बोल दे मैं अपना हाथ ऊपर लेके गया और मेरे हाथ पे उनकी ब्रा की नीचे वाली लाइन टच हुई मैंने अपना हाथ ध्यान से और ऊपर किया और मेरा हाथ प्रीती दीदी के बोबे पे था मैं हल्के हल्के से बड़े ध्यान से प्रीती दीदी
की ब्रा पे से उनके एक बोबे को सहला रहा था मैं एक हाथ से प्रीती दीदी का बोब सहला रहा था और दूसरे हाथ से अपना लंड सहला रहा था मुझे बहुत मजा आ रहा था फिर मैंने अपना हाथ उनके कुर्ते में से बाहर निकाला और उनकी पतली सी कैप्री पे से उनकी चूत पे हाथ फेरने लगा मैं बहुत गरम हो चुका था मैंने प्रीती दीदी का हाथ उठाया और उसे अपने लंड पे रख दिया और उसे ऊपर नीचे करने लगा मैं बड़े ध्यान से ये कर रहा था प्रीती दीदी का हाथ मेरे लंड पे रखते ही मैं तो जैसे दूसरी दुनिया में चला गया


जो मजा प्रीती दीदी के हाथ में था वो मजा शिप्रा दीदी के हाथ मुंह चूत किसी में भी नहीं था मैं सोच रहा था की जब प्रीती दीदी के हाथ से ही इतना मजा आ रहा है तो जब मैं इन्हें चोदूंगा तब कितना मजा आएगा मैं यही सोचते सोचते जल्दी जल्दी प्रीती दीदी का हाथ अपने लंड पे ऊपर नीचे करने लगा और सोचने लगा की इनकी चूत कितनी टाइट होगी प्रीती दीदी नेट वाली ब्रा में कैसी लगेंगी वो जब मेरे सामने हँसते हँसते अपनी ब्रा का हुक अपने हाथ से मेरे लिए खोलेंगी तब कितना मजा आएगा जब वो मेरी आँखों में देखते हुए मेरा लंड चूसेंगी तब कितना मजा आएगा जब मैं उन्हें चोदूंगा तब कितना मजा आएगा और यही सब सोचते सोचते मेरा मुट निकल गया

जब प्रीती दीदी के हाथ से मेरा मुट निकला तो मेरे मन को एक अजीब से शांति मिली मेरा सारा मुट मेरे ही लोअर पे गिर गया था और थोडा सा प्रीती दीदी के हाथ पे भी मैंने उनका हाथ साफ़ किया और अपना लोअर चेंज करके सो गया सुबह मेरी आंख खुली तो प्रीती दीदी स्कूल जाने के लिए तैयार हो रही थी वो बहुत ही सेक्सी लग रही थी अपनी हाउस की टी शर्ट मैं उन्होंने रेड कलर की टी शर्ट पेहेन रखी थी और वाइट स्कर्ट उनकी टी शर्ट में से उनके गोल गोल मोटे मोटे बोबे बहुत ही अच्छा शेप बना रहे थे जो टी शर्ट में से बाहर की और निकले हुए थे जब उन्होंने अपने बाल बांधने के लिए अपने दोनों हाथ ऊपर किये तो उनके बोबे टी शर्ट में से बाहर की और आ गए ये सब देख की सुबह सुबह ही मेरा लंड खड़ा हो गया मैं सोचने लगा की कल ये बोबे मेरे हाथ में थे

प्रीती दीदी फटाफट तैयार होकर 8:30 बजे स्कूल चली गई आज शिप्रा दीदी भी वाली थी सुबह पापा ऑफिस के लिए निकले 9 बजे तो शिप्रा दीदी भी चली गई
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03-11-2020, 10:42 AM,
#40
RE: Behan Sex Kahani मेरी प्यारी दीदी
में अकेला रह गया मैंने सोचा क्या करूँ फिर मैंने सोचा चलो प्रीती दीदी की चैट पड़ते है की आखिर हुआ क्या उनके और उनके बॉयफ्रेंड के बीच कल ......

मैंने सोचा क्या करूँ फिर मैंने सोचा चलो प्रीती दीदी की चैट पड़ते है की आखिर हुआ क्या उनके और उनके बॉयफ्रेंड के बीच कल।।।
अब आगे - मैंने लैपटॉप ओन किया और प्रीती दीदी का अकाउंट ओपन किया और उनकी चैटिंग पढने लगा
priti214 - हाँ क्या हुआ बोलो
raj2002 - गुस्सा क्यों हो जान
priti214 - मैं कहाँ गुस्सा हूँ
raj2002- तो मैसेज का रिप्लाई क्यों नहीं दिया
priti214 - बताया ना मैसेज कार्ड खत्म हो गया
raj2002 - क्या हुआ नाराज़ हो क्या
priti214 - नहीं तो
raj2002 - बोलो ना
priti214 - क्या बोलू
raj2002 - क्यों गुस्सा हो सेक्सी
priti214 - जिस चीज़ के लिए मैंने तुम्हें शुरू में ही मना कर दिया था तुम अब वही मांग रहे हो
raj2002 - तो तुम्हें क्या प्रॉब्लम है जान क्या तुम्हें मुझ पे भरोसा नहीं है
priti214 - अरे तुम पे तो भरोसा है तभी तो तुम्हें सब कुछ करने देती हूँ ना जो तुम बोलते हो वो सब करती हूँ
raj2002 - कहाँ करती हो उस दिन मैंने कहा था की होटल में चलते है तो तुमने मना कर दिया उसके बाद मैंने कहा था की मेरे घर पे कोई नहीं है वहां चले तब तुमने मना कर दिया था आखिर प्रॉब्लम क्या है तुम्हें
priti214 - मुझे पता है ना की तुम वहां ले जा कर क्या करते लुक यार ट्राई टू अंडरस्टैंड मी आइ ऍम नोट रेडी फॉर सेक्स राईट नाउ
raj2002 - क्यों क्या प्रॉब्लम है और जरुरी तो नहीं ना की अगर तुम मेरे घर आ जाती तो मैं वही करता जो हम स्कूल में करते है वो हम घर पर करते आराम से
priti214 - हाँ स्कूल में तो डर रहता है किसी के आने का घर पर तो तुम रुकते ही नहीं
raj2002 - मतलब बात तो वही हुई ना तुम्हें मुझ पे और मेरे प्यार पे तो भरोसा है ही नहीं
priti214 - अरे ऐसा कुछ नहीं है यार तुम्हारी कसम जानू
raj2002 - अच्छा तो मुझे अपनी पिक भेजो अभी जो पहना है उसमे फिर ब्रा और पेंटी में और फिर विथआउट ब्रा पेंटी ये तीन पिक भेजो अभी देखते है की तुम कितना प्यार करती हो मुझे

priti214 - फिर तुमने वही कहा ना इसके आलावा जो तुम बोलोगे मैं करुँगी प्लीज फोटोज का मत बोलो
raj2002 - ठीक है तो अगर तुम फोटो नहीं भेज सकती तो मंडे को हमारे घर पे कोई नहीं है तुम मेरे घर आओगी अगर मुझसे सच्चा प्यार करती हो तो
priti214 - ठीक है लेकिन हम क्या करेंगे
raj2002 - वही सब जो स्कूल में फ्री पीरियड में करते है
priti214 - बस किस ना
raj2002 - किस नहीं उसके आगे भी जान मैं तुम्हे पूरी नंगी देखना चाहता हूँ बोलो मेरे लिए नंगी होगी ना
priti214 - हाँ जानू हो जाउंगी
raj2002 - क्या
priti214 - नंगी हो जाउंगी तुम्हारे लिए , लेकिन तुम्हे एक प्रॉमिस करना होगा
raj2002 - कैसा प्रॉमिस
priti214 - तुम मुझे फ़क नहीं करोगे
raj2002 - ठीक है लेकिन फिर तुम्हें मेरी बात भी माननी होगी जान
priti214 - कौन सी बात
raj2002 - तुम मेरा मुंह में लोगी उसे चूसोगी
priti214 - छी ..... नहीं
raj2002 - या तो फिर अपनी पिक्स भेज दो अगर ये सब नहीं करना तो
priti214 - यार तुम्हें क्या यही सब चाहिए क्या मुझसे बस सेक्स ही करना चाहते हो क्या मेरे साथ
raj2002 - अरे ऐसा नहीं है यार बट हम दोनों एक दूसरे से प्यार करते है ना तो क्या तुम मेरी इच्छा का ध्यान नहीं रखोगी जान
priti214 - ह्म्म्म्म्म
raj2002 - तो बताओ फिर लोगी ना मुंह में मेरा लंड
priti214 - ह्म्म्म्म
raj2002 - बोलो ना जान
priti214 - हाँ मैं सक करुँगी
raj2002 - क्या जान
priti214 - तुम्हारा पीनस
raj2002 - हिंदी में बोलो ना जान
priti214 - छि ..बहुत गंदा वर्ड लगता है यार हिंदी में
raj2002 - बोलो ना जान मेरे लिए
priti214 - हाँ जानू मैं तुम्हारा लंड चूसूंगी

प्रीती दीदी की चैटिंग पढ पढ के मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो चुका था मुझे विश्वास नहीं हो रहा था की प्रीती दीदी अपने बॉयफ्रेंड से ऐसी चैटिंग कर रही है उसका लंड चूसने की बातें कर रही है मैं अपना लंड सहलाता रहा और आगे पढता रहा

raj2002 - जान जब तुम मुझसे इतना प्यार करती हो तो अपनी पिक्स क्यों नहीं भेज रही हो क्या कारण है बताओ ना
priti214 - अरे यार मुझे डर लगता है की कोई और ना देख ले इंटरनेट का क्या भरोसा
raj2002 - लेकिन जान मैं संभाल के रखूँगा ना कुछ नहीं होगा डरो मत
priti214 - नहीं यार
raj2002 - अच्छा तुम्हें यही डर है न की लीक ना हो जाए , इंटरनेट पे भरोसा नहीं बट मुझ पे तो है ना
priti214 - हाँ जानू
raj2002 - तो ठीक है तुम कल जब स्कूल आओ तो अपने सेल में अपनी सारी जो जो पिक्स मैंने कहा वेसी खींच लेना और
मैं स्कूल में तुम्हारा मेमोरी कार्ड लेके अपने सेल में कॉपी कर लूँगा अब तो कोई दिक्कत नहीं है ना जान
priti214 - बट जानू
raj2002 - क्या बट यार सीधे सीधे बोलो ना तुम्हें मुझ पे भरोसा ही नहीं है और जहाँ भरोसा नहीं वहां प्यार कैसे हो सकता है और जब प्यार ही नहीं तो हमारे रिलेशन का क्या फायदा
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