RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
राजेश दे दनादन शाट मरता रहा। करीब 20 मिनट की चुदाई के बाद दोनों शांत हुए, और एक दूसरे की बौंहों में लिपटें नींद की आगोश में चले गये।
सुबह 7:00 बजे आरोही मम्मी के रूम में आती है। सुमन बैग में कुछ सामान पैक कर रही थी।
आरोही- मम्मी में पैकिंग क्यों कर रही हो?
सुमन- अरे आरोही बेटा, उठ गई तुम? मैं तो बस अभी तुझे उठाने ही आ रही थी। बेटा हम दो दिन के लिए तेरे मामा के यहां जा रहे हैं। जाओ विशाल को भी उठा दो।
आरोही- "जी मम्मी अभी उठाती है." और आरोही ऊपर विशाल को उठाने पहुंचती है।
विशाल एक चादर ओटे गहरी नींद में सोया था।
आरोही- भैया उठा, मम्मी बुला रही है।
मगर विशाल पर आराही की आवाज का काई असर नहीं होता।
आरोही विशाल के ऊपर से चादर खींच लेती है।
विशाल- आरोही सोने दे ना.. आज तो सनडे है क्यों परेशान करती है?
आरोही- भैया नीचे आपको मम्मी बुला रही है वो मामा के यहां जा रही हैं।
विशाल- अच्छा तू चल मैं फ्रेश होकर आता हूँ।
आरोही- जी भैया ठीक है।
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