RE: Bhai Bahan XXX भाई की जवानी
विशाल खुद को संभालने के चक्कर में आरोही के ऊपर गिर जाता है। आज भी विशाल ने लोवर के नीचे अंडरवेर नहीं पहना था। आरोही एकदम अपनी बाँहें फैलाकर विशाल को संभाल लेती है, और दोनों इस वक्त एक दूजे की बौंहों में थे। आरोही अपनी पकड़ और टाइट करते हए विशाल से चिपक जाती है। विशाल और आरोही गले मिलते हए एकदम खामोश थे। विशाल को अपनी छाती में आरोही के निप्पलों की चुभन महसूस होने लगी। विशाल के लण्ड ने भी फौरन फूलना शुरू कर दिया और एकदम आरोही की चूत के सेंटर पर दस्तक दे दी।
आरोही को भी अपनी चूत पर विशाल के लण्ड का अहसास होने लगा।
दाना एकदम खामोश एक दूजे की बाँहों में किसी दूसरी दुनियां में पहुँच चुके थे। जहां सिर्फ प्यार ही प्यार था,
और इस प्यार का अहसास विशाल और आरोही को निप्पल और लण्ड की चुभन से हो रहा था। जैसे-जैसे विशाल के लण्ड का तनाव हाई होकर आरोही की चूत पर चुभ रहा था। वैसे-वैसे ही आरोही की चूचियों के निप्पल भी हाई होकर विशाल की छाती में चुभ रहे थे। दोनों को ये चुभन बढ़ती ही जा रही थी, और एकदम से दोनों के मुँह से आऔच निकलता है। और एक झटके में आरोही विशाल की बाँहों से आजाद हो जाती है।
विशाल- क्या हुआ आरोही?
आरोही- भैया कुछ चुभ रहा था।
विशाल को समझते देर नहीं लगी की आराही को लण्ड की चुभन हुई थी। लण्ड में लोवर में एक तंबू सा बना लिया था जिसपर आरोही की नजरें जमी हुई थी। विशाल आरोही की नजरों से अपने लण्ड बचाना चाह रहा था।
थोड़ी देर फिर से रूम में खामोशी छा जाती है।
फिर आरोही एक प्लेंट से मिठाई का टुकड़ा उठाकर विशाल को खिलती हैं। विशाल आधा टुकड़ा मुँह से तोड़ लेता है और बाकी टुकड़ा आरोही अपने मुंह में रख लेती है।
आराही- भैया थेंक यू।
विशाल- किसलिए?
आरोही- आज आपने इतना अच्छा सेलिब्रेट किया।
विशाल- "ओह्ह.." और विशाल आकर बिस्तर पर लेट जाता है।
आरोही भी विशाल के बराबर में बैठ जाती है- "भैया आपको अपना प्रामिस याद है?"
विशाल- हाँ हाँ याद है।
आरोही- तो फिर बताए कंडाम को कैसे पहनकर सेक्स करते हैं?
उफफ्फ... पहले से ही विशाल के लण्ड की हालत खराब थी। आरोही के इस तरह सवाल पूछने से लण्ड में एक और झटका सा लगता है।
विशाल- देख आरोही भाई बहन सेक्स की बात नहीं करते।
आरोही- भैया आपने ही प्रामिस किया था बताने का। अब आप प्रामिस तोड़ रहे हो।
विशाल- "अच्छा मैं बता रहा है... लेकिन एक बात, आगे कोई और सवाल तुम नहीं पूछेगी..."
आरोही- "भैया आप फिर गोल-गोल घुमाने लगे। अगर नहीं बताना तो मना कर दो। में जा रही हैं.." और आरोही थोड़ा नाराजगी से कहते हए खड़ी हो जाती है।
विशाल- "अच्छा बैठ बताता हैं..." और विशाल आरोही को सेक्स का पाठ पढ़ाने लगता है- "कंडोम का लड़का अपने पेनिस के ऊपर पहनकर लड़की की बेजाइना में डालता है, उसको सेक्स करना कहते हैं."
उफफ्फ.. में सब सुनकर तो आरोही की भी चूत गीली हो चुकी थी और विशाल के लण्ड ने भी बीर्य की कुछ बूंदें उगल दी थी। आरोही विशाल से फिर एक और सवाल पूछती है, जिसमें विशाल के लण्ड की हालत और खराब हो जाती है।
आरोही- भैया ये लड़के का पेनिस किस साइज़ का होता है, और कैसे लड़की की वेजाइना चला जाता है?
ओह माई गोड... आरोही के इस सवाल का जवाब देना विशाल के बस में नहीं था। विशाल बोला- "देख आरोही अब मैं तुझे इससे आगे कुछ नहीं बता सकता.."
आरोही- क्यों भैया?
विशाल- "देख समझा कर ... रात भी काफी हो चुकी हैं प्लीज... अब लाइट आफ कर दे इस बारे में फिर कभी बात
कर लेना..."
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