RE: Chudai kahani एक मस्त लम्बी कहानी
सुरी मुझे होटल पोल्का में एक सुट में ले गया। वहाँ पहले से ही दोनों मौजूद थे। बाप का नाम था वकार अली खान और बेटे का आसिफ़ अली खान। बेटा २५-२६ साल का हैंड्सम मर्द था जब्कि बाप ५५ साल के करीब होगा। मेरे अब्बा से बड़ा था उमर में पर फ़िट था। बाल सब सफ़ेद हो गये थे पर दिखने में वो भी हैंडसम था। मुझे देख दोनों बहुत खुश हुए और सुरी से कहा-"इसीलिए सुरी हम तुम्हें ही खोजते हैं। तुम माल बहुत सौलिड लाते हो"। सुरी भी दाँत निकाल कर हँसा और कहा-"सर आपके लिए इसको लखनऊ से बुलाया हूँ। इसकी मौसेरी बहन साबीहा मेरे साथ टीम में है, वही इसको लायी है। एक दम घर की चीज है सर। आप टेस्ट करेंगे तो खुद समझ जाएँगे।" वकार अली बोला-"देखने में तो हूर है, पर थोड़ा अनुभवी भी हो तो मजा ज्यादा आयेगा। कच्ची लड़की चुदाते समय बहुत ड्रामा करती है।" इस पर सुरी बोला-"कच्ची नहीं है सर, घर पर चुदी है, दो चार बार अपने रिश्ते के एक चाचा से। सबीहा के साथ तो हमेशा ही मजे करती है, जब साबीहा इसके घर जाती है।" फ़िर मुझसे कहा-"तुम भी बोलो न, सर जो कह रहे हैं तो बात करना चाहिए।" फ़िर उन दोनों से बोला-"पहली बार आज होटल में आयी है सर, इसलिए शायद सकपका रही है।" आसिफ़ चुपचाप बैठ कर मुझे घुर रहा था, उसके अब्बा ही सारी बात कर रहे थे। उन्होनें सुरी को एक बीयर औफ़र किया और मुझसे पूछा तुम भी लोगी क्या? तो मैंने मना कर दिया। सुरी जब तक बीयर पिया, वकार ने पैसे नगद उसको दे दिए।
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