RE: Chudai Kahani सपनों के रंग मस्ती संग
अगर, उसकी मम्मी नहीं आती तो हो सकता है उसको मेरे रूम में सोने को नहीं मिलता और हाँ अगर उसकी मम्मी नहीं होती तो शायद उससे बात करने में मुझे 10 दिन लग जाते ..
खैर, मैं पायल की मम्मी से बातें करता और पायल सुन रही थी और साथ साथ में खुद भी कुछ कुछ बोल रही थी और रिप्लाइ कर रही थी ..
ऐसे ही बातें करते करते 1 दिन में, मेरी और पायल की अच्छे से बात होने लगी ..
2–3 दिन, ऐसे ही बीत गये ..
सारा दिन पायल अलग अलग कॉलेज में जाती, अपनी मम्मी के साथ और फिर शाम को ही वापिस आती ..
ऐसा कुछ ख़ास हुआ नहीं, इन दिनों ..
लगभग 4–5 दिन के बाद, हमें पायल के घर से कॉल आया की पायल दीदी की दादी बीमार हैं तो जल्दी से पायल की मम्मी को वापिस अलीगढ़ भेज दो ..
पायल की मम्मी, अगले ही दिन वापिस अलीगढ़ चली गई ..
उनके अलीगढ़ जाने के बाद, शायद किसी को ऐसा ध्यान नहीं रहा की पायल अब अकेली है, उसके सोने की जगह चेंज करनी चाहिए और वो मेरे रूम में ही सोने लगी ..
मज़े की बात तो ये थी की उसने भी कुछ नहीं कहा ..
उल्टा जब उसकी मम्मी सोती थी, तब पायल पूरा नाइट सूट पहन कर सोती थी पर अब उसकी मम्मी के जाने के बाद पायल एक पतली सी नाईटी पहन लेती थी, जिसके बटन आगे से ही थे ..
अब तो वैसे भी हमारी बहुत अच्छे से बात होती थी और हँसी मज़ाक होता रहता था ..
रात को जब वो चेंज करने के बाद आती थी, तब मैं बस उसे ही देखता रहता ..
बहुत ही, सेक्सी फिगर था उसका ..
उसके बूब्स और गाण्ड इतने बड़े थे की उसकी नाईटी भी छुपा नहीं पाती थी, उसके “कातिलाना जिस्म” को ..
शायद उसको यह मालूम था की मैं उसके जिस्म को देखता हूँ तभी वो ज़्यादा से ज़्यादा अपना फिगर दिखाया करती थी और जान बूझकर बार बार मुझे छूआ करती थी, बहाने से ..
उसका फिगर था ही इतना सेक्सी की मैं क्या करता ..
आप समझ लीजिए, गुड़िया के दोनों बूब्स के बराबर पायल का एक बूब था जबकि थी वो उतनी ही, दुबली पतली ..
दोस्तो, क्या आपने सोचा है हम लड़कों के लण्ड तो साले लगभग एक जैसे ही होते हैं ..
थोडा सा बस, लंबाई और मोटाई का फ़र्क होता है पर हर लड़की के बूब्स, गाण्ड, निप्पल सब अलग अलग होते हैं यहाँ तक की चूत की शेप और चूत के लिप्स तक अलग अलग होते हैं ..
गौर कीजिएगा किसी के निप्पल भूरे, किसी के काले और बहुत कम के गुलाबी ..
हाँ पर गाण्ड बहुत ही कम चिकनी और गोरी मिलती है ..
ज़्यादातर फुंसी, और साँवली सी मिल पाती है ..
गोरी चिकनी और गोल गाण्ड, मैने बहुत कम ही देखी है ..
खैर, अब पायल हमारे घर में इतना अड्जस्ट हो गई थी की मेरी मम्मी को सफाई करने में मदद करती थी और बाकी के कामों में भी ..
एक दिन की बात है, मैं अपने रूम में बैठा टीवी देख रहा था तो वो मेरे रूम में आकर सफाई करने लगी ..
उसने मुझसे बोला – विजय, पिलो कवर दे दे और बेड से उठ जा … शीट और पिलो कवर धोने के लिए डालने हैं …
मैं उस टाइम, उठने के मूड में नहीं था ..
तो मैंने मना कर दिया की मैं नहीं उठ रहा ..
थोड़ी देर बाद, ले लेना ..
कुछ टाइम तक तो वो मांगती रही पर मैं नहीं उठा ..
आख़िरकार, एक “नॉटी स्माइल” पास करते हुए उसने बोला – सोच ले, या तो तू प्यार से दे दे शीट वरना मैं खुद ही ले लूँगी …
मैंने कहा – जो मर्ज़ी करो … मैं नहीं उठ रहा …
इतना कहने की देर थी की वो मेरे बेड पर आकर चढ़ गई ..
मैं बेड पर उल्टा (पीठ के बल) लेटा हुआ था और टीवी देख रहा था ..
मुझे अंदाज़ा नहीं था की वो क्या करना चाहती है ..
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