RE: Desi Porn Kahani कहीं वो सब सपना तो नही
घर आया तो मामा बाहर गार्डन मे था ,,क्यू मामा जी यहाँ क्या कर रहे हो
मामा-,,,कुछ नही बेटा सिगरेट पीने आया था,,तेरे डॅड ने घर मे सिगरेट पीने से जो मना किया है ऑर तेरी मोम भी मना करती है
मैं-,,मोम कहाँ है मामा जी,
मामा-,,किचन मे होगी बेटा डिन्नर का टाइम जो होने वाला है,,,
मैं घर के अंदर आ गया ऑर मोम को देखने किचन मे चला गया मोम सब्जी काट रही थी मैने पीछे से मोम को हग कर लिया,
मोम-,छोड़ो ना भाई क्या कर रहे हो,,
मैं-,मोम मामा जी नही मैं हूँ ,,,
तभी मोम मेरी तरफ पलटी ओर उनके चेहरे का रंग ही उड़ गया,,,उनको लगा था कि मामा जी होंगे मुझे देख कर मोम बहुत डर गई उनके माथे पे पसीना भी आ गया,,,मैं समझ गया ये पसीना क्यू आया है मोम ने भाई जो बोल दिया था,,,
फिर कुछ संभालते हुए मोम बोली बेटा तुम हो मुझे लगा तेरा मामा है वो भी ऐसे ही बच्चों की तारह हरकते करता है,,ऑर मों झूठी हसी हँसने लगी,,,
मैने कहा मोम क्यू दर रही हो मैं सब कुछ जानता हूँ ,,,अरे मोम फिर क्या हुआ मामा हुआ या मैं हम दोनो ही बच्चों जैसी हरकते करते है ये बोलते ही मैने मोम के लिप्स पे अपने लिप्स रख दिए,,,
मोम-,क्या बात है आज बड़े मूड मे हो बेटा,,
मैं-,हाँ मोम मैं भी मूड मे हूँ ऑर ये भी अपने लंड की तरफ़ इशारा करके बोला,,,
मोम-थोड़ा सबर कर बेटा रात तो होने दे,,
मैं-ठीक है मोम,,,,,,,,,
हमने डिन्नर किया ओर अपने अपने रूम मे चले गये,,मोम ने अंदर आते ही डोर को लॉक कर दिया ऑर मेरे से चिपक गई,,हम दोनो की किस शुरू हो गई ,,
मोम-बेटा तूने तो मुझपे जादू सा कर दिया है जब भी तू करीब आता है तो बस नंगी होके तेरे से चुदने को दिल करता है,,,इतना बोलकर मोम ने अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए ऑर फिर शुरू हुआ चुदाई का खेल ,,,लेकिन आज मैं दिन भर चुदाई करके बहुत थक गया था इसलिए एक राउंड के बाद ही सो गया ऑर मेरे सोते ही मोम मामा के रूम मे चली गई,,मुझे पता है कि मोम को 1 लंड से मज़ा नही आता इसलिए दूसरा लंड लेने मामा के पास गई है,,अब भाई भी नही है ऑर ना ही मोम ने मामा को मेरे बारे मे बताया है ऑर ना मामा मुझे तैयार कर सका है मोम के लिए वेर्ना हम दोनो मिलकर मोम की मस्त चुदाई करते,,,
अगले दिन डॅड बॅंक नही गये इसलिए मुझे भी बुआ या किसी ऑर का फोन नही आया बुटीक से,,
कॉलेज गया तो कारण मिला ,
करण-,अरे यार कहाँ गुम रहता है तू सन्नी कभी तो आ जाया कर अपने दोस्त को मिलने जब देखो बंक पे रहते हो,,कल क्यू नही आए तुम सन्नी कल भी किसी लड़की के घर थे क्या,,
मैं--,अरे मेरी किस्मत मे लड़की कहाँ,,
करण---,साले झूठ क्यू बोलता है 2 रात कहाँ रहा था जब मेरे घर का बहाना बनाया था तूने,
मैं--,वो यार मैं वू,
करण--बस बस ऑर झूठ मत बोल सन्नी
मैं--,,करण प्ल्ज़्ज़ समझने की कोशिश कर मैं किसी लड़की के घर नही था,,,
करण--फिर ऑर कहाँ था तू,
मैं-टाइम आने दे यार सब बता दूँगा लेकिन आज नही वैसे भी तुझे नही बताउन्गा तो फिर किसको बताउन्गा,,,
करण--ठीक है सन्नी अब नही पूछूँगा दोबारा जब तेरा दिल करे या तेरे को लगे कि सही टाइम आ गया है तो बता देना,,,,अच्छा बात आज का क्या प्लान है,,
मैं--,कुछ नही यार आज कॉलेज मे ही बोर होना है बहुत दिन से अछी तरह दिल लगा कर बोर नही हुआ,,\
करण--,तू सच मे कमीना है
सन्नी,,,,,थॅंक्स करण एक तू ही अच्छी तारह जानता है मुझे यार,,,,हम दोनो क्लास मे चले गये,,,,
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