RE: Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग
नेहा- “तूने मेरी गाण्ड को खुश कर दिया समर, और मुझे भी। तो अब इसका इनाम मिलेगा.." नेहा बोली और एक स्विफ्ट मोशन में अपने पाजामे को नीचे कर लिया।
समर तेज साँस लेता हुआ अपने कमरे में खड़ा था। दो कदम की दूरी पर उसकी बहन अपना पाजमा नीचे करे खड़ी थी। मिल्की सफेद नेहा की गाण्ड मानो कमरे में चमक रही थी। गाण्ड के दोनों गोलों के बीच से पिंक कलर की लेसी पैंटी दिख रही थी। वो पैंटी इतनी बड़ी नहीं थी की नेहा के पहाड़ जैसे चूटरों को ढक सके। दोनों चूतड़ आधे से ज्यादा दिख रहे थे।
समर को लगा उसके दिमाग के अंदर ढोल बज रहा हो। सच में बजी हुई थी उसकी। उसका लण्ड ऐसे धड़क रहा था मानो वो दिल हो, और असल दिल तो सीने से बाहर कूदने को हो रहा था। इतना सुंदर दृश्य... इतनी सुडोल गाण्ड... ऐसी गाण्ड जो उसने कभी पोर्न में भी ना दखी हो... एकदम पर्फेक्ट शेप... एकदम पर्फेक्ट साइज... कितनी सुंदर गाण्ड... उसकी दीदी की गाण्ड।
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नेहा अपना पाजामा नीचे करके खड़ी थी, आँखें बंद थी, दिल धड़क रहा था, अपने आपको बेपर्दा महसूस कर रही थी। एक बड़ी बहन अपने छोटे भाई को अपनी गाण्ड के दर्शन करा रही थी। शर्म, हया को चीरते हए हवस बाहर
आ रही थी। नेहा को दो पल के लिए लगा की कहीं ये गलती तो नहीं, मगर उसका दिमाग तो उसे यही गलतियां करने को कह रहा था, और उसकी गीली चूत भी दिमाग का साथ दे रही थी।
नेहा- “अब कब तक ताकता रहेगा समर? आ यहां, जरा छूकर तो देख अपनी बहन की खाल, कैसी है?" नेहा बोली, वो खुद हैरान थी की उसके मुँह से कैसे शब्द निकल रहे हैं?
अपने नाचते हुए मन को सम्भालते हुए समर थोड़ा आगे बढ़ा और नेहा की गाण्ड के पास खड़ा हो गया। अगर वो थोड़ा और आगे बढ़ता तो उसका लण्ड नेहा की गाण्ड पे लग जाता। नेहा को भी ये पता था। तो वो खुद ही पीछे हो गई।
भाई बहन के मुँह से एक खुशी की आsss निकली। समर का तना हुआ लौड़ा नेहा के दायें चूतड़ पे दब गया था। नेहा अपनी गाण्ड की कोमल स्किन पर समर का गरम सख्त लण्ड महसूस करके नशे में थी। समर का हाल तो इससे भी ज्यादा बुरा था।
नेहा- “हाई, समर कितना सख्त है तेरा लण्ड?" नेहा की आवाज में हवस थी- “एम्म्म..."
“उम्म्म्म
..” समर का भी यही हाल था। उसे डर था की वो झड़ जायेगा अपनी बहन की गाण्ड पर।
नेहा- “चल भाई, लगा ले हाथ अपनी बहन की नंगी गाण्ड पर। इससे पहले की मेरा इरादा बदल जाए। चल, दबा ले, रगड़ ले अपने हाथों से मेरी गाण्ड...” नेहा अपनी गाण्ड और ज्यादा समर के लण्ड पे घिसते हुए बोली।
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