RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
सब अपने नेक्स्ट डे के लिए गरम कपड़े वग़ैरह की शॉपिंग करते है और थोड़ा घूम घाम कर सब वापस आ जाते हैं होटेल ...अब काफ़ी रात भी हो चुकी थी...
आज प्रीत और संजू एक साथ रूम मे थी वीर के साथ तो दोनो वीर को पकड़ के सोजाती हैं.. वीर भी दोनो को एक एक किस करके आराम से सो जाता है...
नेक्स्ट मॉर्निंग ....
वीर सुबह उठ कर प्रीत संजू को जगाता है और फिर दूसरे रूम्स मे बाकी लोगो को भी फोन करके जल्दी जल्दी तय्यार होने को बोलते हैं ट्रॅकिंग के हिसाब से...
सब लोग रूम्स से बाहर आके एक साथ होटेल के बाहर आते है..
वहाँ बाहर ही होटेल की गाडिया रेडी थी सबको लेजाने के लिए ..
सब लोग गाडियो में बैठ कर निकल जाते हैं मआउंटिंग टॅकिंग के लिए....
सब लोग एक जगह पहुँच जाते हैं यहाँ उची उची पहाड़िया थी बरफ से धकि हुई ...
सब लोग वहाँ बने शॉप पे जाके ट्रॅकिंग के एक्विपमेंट लेके और ड्रेस अप होके मआउंटिंग के लिए निकल पड़ते है...
सब लोग लोकेशन पे पहुँचते हैं यहाँ से ट्रॅकिंग स्टार्ट करनी थी...
सब लोग वहाँ पहुँच के पहाड़िया और बाकी के नज़ारे देखने लगते है...
नहिना ...वाउ कितना खूबसूरत है सब . ठंड भी बहुत है...
संजू - भाई यहाँ तो बहुत मज़ा आने वाला है बट मैं आपके साथ ही रहूंगी..
प्रीत - मैं भी वीर के साथ ही जाउन्गी ..
वीर...ठीक है बाबा ..चलो गाइस रेडी हो जाओ..
सब.. वी आर रेडी....
फिर सब निकलते है बर्फ़ीले पहाड़ पे चढ़ाई करने ..
सभी एक दूसरे का हाथ पकड़ पहाड़ चढ़ने लगते हैं पहाड़ चढ़ने मे काफ़ी प्रोबलम आ रही थी..ब्कोज़ वहाँ फिसलन काफ़ी थी ...
प्रीत संजू प्रिया और नहिना चारो वीर के साथ चल रही थी ... और वही परी बिस्वा के साथ और नेहा आशीष के साथ अपनी ही मस्ती मे आगे बढ़ रहे थे...
प्रिया....भाई मेरा हाथ मत छोड़ना वरना मैं गिर जाउन्गी...
वीर....डर मत मैं हूँ.ना..
प्रीत और संजू दोनो बहुत अच्छे से ट्रॅकिंग का मज़ा ले रही थी ..दोनो प्रिया और नहिना से आगे निकल जाती हैं और वही वीर प्रिया के साथ ही चल रहा था क्यूकी प्रिया डर रही थी ..
नहिना भी वीर के साथ ही चल रही थी ...
थोड़ी देर मे सब पहाड़ के उपर चढ़ जाते है......सब काफ़ी थक गए थे ..
अभी ये लोग उपर पहुँचे ही थे कि तभी तेज तेज हवा चलने लगती है... सब लोग इसको नॉर्मल समझते हैं और मस्ती करना शुरू कर्देते हैं ...
सब एक दूसरे के उपेर बर्फ को गोले बना बना फेकने लगते है....
वीर ऑर प्रीत नहिना को पकड़ लेते है ऑर बाकी सब बहुत सारी बर्फ से नहिना को ढक देते है .
नहिना की तो कपकपि छूट जाती है तो वीर आगे बढ़ कर नहिना को गले लगा लेता ..
तभी संजू ज़ोर से चीखती है...
सब उसकी तरफ देखते है..ऑर वो एक तरफ इशारा करती है..
जब सब उस तरफ़ देखते है तो वहाँ एक बहुत बड़ा बर्फ का तूफान इनकी तरफ आता दिखाई देता है.
प्रिया...अब हम नही बचेगे.कोई नही बचेगा ..
वीर..चुप..कुछ नही होगा तुझे..समझी...जब तक मैं हूँ तुम सबको कुछ नही होने दूँगा ..
वीर अभी इतना ही बोला था कि तभी जिस पहाड़ पर ये लोग खड़े थे..वो हिलने लगता है
वीर तेज़ी से आँख बंद कर कुछ करता है.
बट तभी वो पहाड़ी टूटने लगती है और नीचे की तरफ गिरने लगती है......
पहाड़ी के नीचे धस्ते ही ढेर सारी बरफ उपर से नीचे गिरने लगती है .. तूफान भी करीब आजाता है और देखते ही देखते सब लड़के लड़किया उस बरफ के नीचे दब जाते है..
पर ये क्या सब नीचे सही सलामत थे..वीर. सबके सामने ही अपना हाथ आगे करता है ऑर देखते ही देखते वहाँ नीचे एक घर बन जाता है..
सब लड़किया ये देख शॉक हो जाती है...सिवाए संजना ऑर प्रीत को छोड़
नहिना...ये सब क्या है भाई कौन हो तुम ....
प्रिया ..भाई कहीं हम सपना तो नही देख रहे..हम तो बर्फ के नीचे दब गये थे ना..ये सब क्या..
फिर सबको सब सच बता देता है..
सच सुन नहिना ऑर प्रिया वीर के गले लग जाती है .ऑर परी बिस्वा के ऑर नेहा आशीष के..
वीर ..जब तक तूफान नही थमता हम यहीं रहेंगे..यहाँ तुम सब के लिए हर एक चीज़ की सहूलियत है जो चाहिए सब मिलेगा..
फिर सब अपने अपने रूम चले जाते है..कुछ देर बाद प्रीत वीर के रूम मे जाती है....
वीर..प्रीत तुम. वहाँ क्यूँ खड़ी हो आओ..पास..
प्रीत वीर के बेड पर बैठ जाती है....प्रीत..
प्रीत..जान कुछ कुछ हो रहा है .अब ऑर रहा नही जाता प्लज़्ज़्ज़ मुझ मे समा जाओ
वीर..क्या हुआ मेरी जान को आज बड़ी रोमॅंटिक हो रही हो..
इतना बोल वीर प्रीत को किस करने लगता है....प्रीत मचलने लगती है....
किस के साथ साथ दोनो अपने कपड़े उतार देते है...दोनो जिसम की आग मे इतना खो गये थे कि दोनो शर्म भूल ही चुके थे..
वीर ..प्रीत के बूब्स दबाने लगता है....दूध के निपल खड़े हो जाते है .रेड कलर के निपल बहुत प्यारे लग रहे थे..
वीर प्रीत को बेड पर लेता देता है..
दूध को चूसने लगता है .प्रीत के जिसम मे तो जैसे आग लगी हुई थी...
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