RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
जब वीर चूत को हाथ लगाने लगता है तो
प्रीत...प्लज़्ज़्ज़ जान मैं कर लूँगी आप जाइए मुझे शर्म आ रही है....
वीर .नही मैं कर दूँगा..अब क्या शरमाना..चुप रहो..
फिर प्रीत वीर को देखती रहती है..ऑर आधा घंटा चूत की सेकाई करने के बाद वीर प्रीत को बेड पर लाता है ऑर उसे एक पेन किल्लर दे सुला देता है....
ऑर खुद भी सो जाता है...
उधर...
परी..जान तुमने मुझे पहले क्यूँ नही बताया कि तुम जिन्न हो..
बिस्वा..कुछ बाते टाइम आने पर पता चलती है.जान..क्या तुम खुश तो हो ना..मेरे साथ
पारी..जान बहुत खुश हूँ....
इधर...
नहिना..मुझे तो अभी भी यकीन नही हो रहा कि हमारा भाई एक बादशाह है..जिन्न लोक का .....एनी वे आम सो हॅपी फॉर भाई...बहुत दुख देखे है उन्हो ने ..
संजू...ह्म.बहुत कुछ सहा है..अब सिरफ़ खुशिया ही खुशिया होंगी
..
फिर सब थोड़ी देर मे सो जाते है..ऑर शाम को 5 बजे सबकी आँख खुलती है..
वीर..प्रीत की किस कर फ्रेश हो बाहर आता है सब डाइनिंग टेबल पर बैठे थे..
वीर ...तो फ्रेंड्स..मज़ा आ रहा है..
नहिना..हाँ भाई..भाई हमे भी जिन्न लोक देखना है......
प्रिया...हाँ प्लज़्ज़्ज़ हमे ले चलोगे...
वीर..क्यू नही..कल मॉर्निंग मे सीधा यहाँ से चलेंगे ..
अब ये बोलो किसे क्या खाना है..
नहिना..मुझे पिज़्ज़ा..
प्रीत ..मुझे भी..
संजू..सब के लिए पिज़्ज़ा ही ले आओ.
वीर..परी न्ड नेहा बेटा आप क्या खाओ गे
प्री..भाई कुछ भी .पिज़्ज़ा ही मॅंगा लो...
फिर वीर हाथ आगे करता है ऑर टेबल पर 2 लार्ज पिज़्ज़ा आ जाते है..
लड़किया ये देख पहले शॉक होती है फिर खुश हो जाती है..
प्रिया..वाउ भाई क्या आप कुछ भी कर सकते है..
वीर...हाँ कुछ भी. चलो पिज़्ज़ा खाना शुरू करो...ओककककक...
फिर सब मिल पिज़ा खाते है
वीर बाहर निकल देखता है..कि बाहर पिशाच हर तरफ घूम रहे थे..वीर को ढूँढते हुए..
वीर नीचे आता है..
वीर...बिस्वा..चलो उपर चले हमारा कोई इंतज़ार कर रहा है...
आशीष..भाई मैं भी चलूँगा...
वीर..हाँ चलो.पहले मैं सब गर्ल्स को शील्ड से कवर कर दूं..फिर चलते है....
वीर सब गर्ल्स को कवर कर देता है..
वीर....हम अभी आए.ओके डरना नही.ओर हाँ टीवी देखो..जो करना है करो.एंजाय करो बाइ.
वीर....चलो आशीष बिस्वा..तीनो वहाँ से गायब हो जाते है. ऑर पिशाचो के सामने खड़े हो जाते है...
पिशाच. .ओह तो तुम अभी जिंदा हो..मुझे पता था तुम इतनी जल्दी नही मर सकते..
पिशाच इतना ही बोला था कि तभी पिशाच तेज़ी से वीर की तरफ बहुत से ब्लेड चला देता है..
इधर वीर भी फ़ौरन तेज़ी कला बाजी करता हुया ब्लेड से बचता है पर एक आधा ब्लेड वीर के बाजू मे लग जाता है..
जिस से ब्लड निकलने लगता है
वीर गुस्से मे....तुमने अपना चाल चल दी अब मेरी बारी वीर अभी इतना हे बोला था कि वीर बिजली की तेज़ी से पिशाच के पास जाता है ऑर उसे एक जबरदस्त पंच मारता है.
.पंच इतना सॉलिड था कि वीर का पंच पिशाच के सीने के आर पार हो जाता है..जिस से पिशाच राख हो जाता है
वीर अपनी तलवार निकाल सबको मौत के घाट उतार देता है .बिस्वा ऑर आशीष को कुछ करने का मौका हे नही मिलता..
फिर तीनी वापिस मूड जाने लगते है कि तभी पीछे एक पिशाच ..एलेक्ट्रिकल वेव्स छोड़ देता है..
वीर वो वेव्स लगने ही वाली थी कि तभी वो होता है जिसके बारे मे वीर ने भी नही सोचा होगा...
जैसे ही वो वेव्स वीर को लगने लगी तो तुरंत बिस्वा वीर के आगे आ जाता है ऑर उन वेव्स को अपने उपर ले लेता है
बिस्वा वेव्स लगते ही तड़पने लगता है
ये देख वीर गुस्से मे पागल हो जाता है ऑर उस पिशाच के चिथड़े कर देता है
फिर बिस्वा के पास जा उसके सर हाथ रख कुछ पढ़ता है..थोड़ी देर मे बिस्वा शांत हो जाता है
वीर .आशीष इसे रूम मे ले जाओ.थोड़ी देर मे ये ठीक हो जाएगा.
आशीष बिस्वा को साथ ले रूम मे चला जाता है.
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