RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
विशु के तो मानो होश ही उड़ गये थे..एक दम बुत बनी खड़ी थी..इसे कुछ समझ नही आ रहा था कैसा रिक्ट करे...
तभी ...विशु की आँखो मे पानी आ जाता है.ऑर वो रोने लगती है...
विशु रोते हुए.....प्लज़्ज़्ज़्ज़ मुझे माफ़ कर दीजिए..आप हमारी इतनी हेल्प कर रहे है..ऑर मैने आपको क्या समझ बैठी...
वीर.आगे बाद विशु को गले लगा लेता है.....
वीर..चुप होज़ा मेरी बेहन मैने गुस्सा नही किया..ओके अब शांत होज़ा मेरा बच्चा
फिर वीर विशु को हंसा देता है.
विशु की माँ वीर को गले लगा लेती है ऑर वीर ऑर उसकी फॅमिली का बहुत शुक्रिया अदा करती है..
वहीं एक साइड मे विशु की छोटी सिस रिया खड़ी..
वीर की जब नज़र उसपर पड़ती है तो वीर अपनी जेव से चोक्लट निकाल उसकी तरफ जाता है ऑर उसे चोक्लट देता है...
वीर...क्या हुआ मेरा बच्चा इतना गुम्सुम क्यूँ है .
रिया..सब एक दूसरे से मिल रहे मुझे कोई नही देख रहा..
वीर को उसकी मासूम. सी बातो पर बहुत प्यार आता है..ऑर वीर उसे गोद मे उठा लेता है .
वीर..ओह्ह्ह मेरा बच्चा मैं हूँ ना तेरे पास..चलो एक प्यारी से किसी दो
वीर के कहने पर रिया वीर की गाल पर किसी कर देती है फिर र्रिया को बाकी सब बहुत प्यार देते है....
प्रीत ..मोम मैं आज घर जा रही हूँ ..
मोम..ठीक है मेरा बच्चा ..आश से रहना ऑर जब भी दिल करे..आ जाना अपनी माँ से मिलने..ऑर हाँ बहुत जल्द तुझे लेने आएगे हम हमेशा के लिए...
फिर वीर न्ड संजू प्रीत को छोड़ने जाते है...
घर पहुँच देखते है अजय भी आया हुआ था दोनो भाई बेहन एक दूसरे से गले मिलते है. फिर अजय वीर से मिलता है..
वीर..क्या अजय का फॉरन जाना ज़रुररी था क्या पता कितना मज़ा आया हम सब को..
अजय...जीजा जी क्या बताऊ..अब डॅड से बिजनेस संभाला नही जाता ..
वीर...एक काम करते है..मैं तुम्हे एक मनेजर देता हूँ जो तुम्हारा सारा काम देखेगे..ऑर 1 साल के अंदर तुम्हारे बिजनेस को आगे लेकर जाएगा..
इस से क्या होगा..एक तो तुम हमारे साथ रह सकते हो..
अजय के डॅड...ऐसा हो सकता है बेटा...
वीर...जी डॅड ऐसा हो सकता है..बस आप दोनो मे से किसी एक को साइन करने जाना होगा ऑर कुछ नही बस........
अजय थ्ट्स आ गुड आइडिया...आइ आम विथ यू
डॅड....यस आम ऑल्सो..
वीर..ठीक है..एक घंटे के अंदर आपके पास वो लड़की पहुँच जाएगी
अजय..लड़की...
वीर..हाँ ऑर जब तुम उसे ऑर उसके काम को देखोगे तो हिल जाओगे .जितनी वो खूबसूरत उस से कही ज़्यादा उसका काम खूब सूरत है....
अजय .मैं ज़रूर मिलना चाहूगा......
..प्रीत वीर को अपने रूम मे ले जाती है ..ऑर उसकी आँखो मे आसू थे ..
प्रीत...डेली मुझे बाहर मिलोगे..कॉलेज मे तो मिलना ही है..
वीर ..जान.डोंट वरी आम ऑल्वेज़ स्टंड वित यू..ओके...लव यू..
प्रीत...लव यू सो मच जान..दी प्ल्ज़्ज़ź हमारी जान जा ख्याल रखना
संजू...हाँ जान तू फिकर ना कर..ओके .सी या ..वीर ओर संजू प्रीत से गले मिलते है ऑर निकलते है घर की तरफ
उधर...सब को जिंदा देख एक आदमी किसी को फोन लगाता है.
आदमी.बस वो जिंदा.है.
बस..कौन जिंदा है..किसकी बात कर कर रहा है....
आदमी..आपके भाई का कातिल..
बस..क्या. वो साला बच कैसे गया..
एक टीम भेजो इस बार बचना नही चाहिए.....
इधर..वीर मस्ती मे गाड़ी चला रहा था ऑर संजू. वीर को छेड़ने मे लगी हुई थी..
थोड़ी देर मे दोनो घर पहुँच जाते है...
मोम..आ गये मेरे बच्चो .
वीर मोम के पास जा कर गोद मे सर रख लेट जाता है...
मोम झुक कर वीर के लिप्स पर हल्का सा किस कर देती है..जिस से वीर शॉक हो जाता है..
मोम..क्या हुआ माँ हूँ इतना हक तो है मेरा ..
वीर..माँ का प्यार देख शांत होता है...
मोम..प्लज़्ज़्ज़्ज़ अब मुझसे दूर मत होना मैं जी नही पाउन्गी..तुम्हारे बिना.....
वीर .आप मेरे साथ चलो कुछ बात करनी है..
वीर अपनी माँ को माँ के रूम मे ले जाता है..ऑर रूम अंदर से लॉक कर देता है..
जब वीर पलटता है तो वीर अपने बादशाह वाले रूम मे आ जाता है...
जिसे देख वीर की माँ शॉक हो जाती है...
मोम..कौन हो तुम..
वीर...मैं ही हूँ माँ तेरा वीर..फिर वीर अपनी माँ को सब कुछ बता देता है..सब कुछ....
मोम...ओह्ह्ह मेरा बच्चा आज एक बादशाह है..ऑर मोम वीर को गले लगा लेती है...
वीर...माँ मुझे पता है डॅड आप को खुश नही रख पाते ..अगर आप चाहे तो मैं डॅड को ठीक कर सकता हूँ...
मोम.एक नॉटी.स्माइल के साथ...नही इसकी ज़रूरत नही होगी..
वीर मोम की बात समझ जाता है...वीर...तो किसकी ज़रूरत होगी..
मोम..टाइम आने दे तुझे पता चल जाएगा...
फिर वीर अपने इंसानी रूप मे आता है.ऑर दोनो बाहर आ जाते है..
बाहर विशु रिया चाचा जी चाची जी ऐसे ही बैठे थे..
वीर..ओह गॉड मैने तो आपको रूम नही दिखाए चलिए आपको आपके रूम दिखा दूं
फिर वीर उनको रूम दिखाता है रूम देख चारो आखे बड़ी कर देख रहे थे..वीर सबको 3 रूम दिखाता है
..एक रिया के लिए जो बहुत ही सुंदर यहाँ खिलोने सब कुछ था एक रूम विशु को..ओर एक रूम चाचा चाची को..
वीर...सबके रूम मे सबके लिए बहुत सारे कपड़े ऑर शूज ज्वेल्लर्री सब कुछ है एवएरर्तिंग..
ऑर अगर आप मुझे अपना समझते है तो आज से इस घर को अपना ही समझे ऑर जो दिल आए वो करे...
वीर वहाँ से चला आता है...
उधर..चाचा चाची बात कर रहे थे..
चाचा जी..उपर वाला हमेशा इसे खुश रखे मेरी उमर भी लग जाए मेरे बच्चे को..जिसे हमने ठुकरा दिया आज वोही हमारे काम आया है..
विशु बाहर खड़ी सब सुन लेती है..ऑर अंदर आती है..
विशु. क्या मतलब ठुकरा दिया का..
फिर विशु के डॅड विशु को सब बता देते है जिसे सुन विशु के मन मे वीर के लिए बहुत प्यार आता है.
विशु ..डॅड मैं सोच भी नही सकती आप ऐसा किया..
डॅड..मुझे माफ़ कर्दे मेरे बच्चे..प्लज़्ज़्ज़ मुझे माफ़ कर्दे....
इधेर..सब बाहर आ जाते है..रो सिट्टिंग मे बैठ जाते है..
मोम..कांता डिन्नर रेडी करो..
थोड़ी देर मे डिन्निंग टेबल पर नाश्ता लग जाता है......
सब मस्ती करते नाश्ता करते है..ऑर चलते है अपने अपने रूम मे...
बॅट आज 2 जनों की जिंदगी बदल जानी थी एक थी संजू ऑर दूसरा वीर ...
इधर दोनो भाई बेहन एक दूसरे को किस करने मे लगे हुए थे कि तभी रूम का दरवाजा खुलता है ऑर डॅड अंदर आ जाते है..
वीर को संजू के साथ किस करता देख शॉक हो जाते है..
ऑर गुस्से मे..
डॅड..वीर....डॅड इतने ज़ोर से बोले थे कि सारे घर के लोग उठ जाते है..
संजू का तो डर के मारे बुरा हाल था
सभी वहाँ आ जाते है ऑर पूछते है क्या हुआ .डॅड सबको बता देते है..
जिस सुन सब शॉक होते है..सिवाए मोम.के...
डॅड..ये सब क्या है वीर..तू ऐसी गंदी हरकत करेगा मैने कभी सोचा ही नही था...
वीर...डॅड प्लज़्ज़्ज़ ग़लत मत समझिए..ये तब हुआ जब हमे ये नही पता था कि हम भाई बेहन है .फिर वीर सब बता देता है...
मोम..हाँ वीर सच कह रहा है..मुझे पता है कि वीर ऑर संजना एक दूसरे से प्यार करते है .ऑर मुझे इस बात से कोई परेशानी नही..
डॅड...पर ये ग़लत है..ऐसा नही होता...समाज क्या कहेगा .
दादाजी ..किस समाज की बात कर रहा है तू.वो समाज जिसने हेल्प करने से मना कर दिया था....
वीर बेटा मैं तेरे साथ हूँ मैं करवाउंगा संजना की तुमसे शादी....
ऑर आज मैं एक बात आप सब को कहना चाहता हूँ..
दादा जी...मेरी वाइफ भी असल मे मेरी सग़ी बेहन थी.....उस उपर वाले की नज़र मे प्यार ही सबकुछ होता है..चाहे वो भाई बेहन ..माँ बेटा ही क्यूँ ना हो..
दादा जी के बारे मे सुन सब शॉक थे...
डॅड..ठीक ..है..मैं अपने बेटे की खुशी को ख़तम नही करूगा..मैं भी तेरे साथ हूँ वीर बेटा तेरे लिए तो मैं जान दे सकता हूँ..ये तो फिर भी एक बेटी है
वीर भाग कर डॅड के गले लग जाता है..
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