RE: Desi Sex Kahani अनदेखे जीवन का सफ़र
रूम मे पहुँच..प्रीत वीर को बेड पर धक्का दे..उसे किस करने लगती है.......
वीर.भी प्रीत का साथ देने लगता है..
ऑर पास खड़ी संजू दोनो को देख गर्म हुए जा रही थी..
इधर..वीर के हाथ अपने आप प्रीत के बूब्स पर चले जाते है
10 मिनट तक किस चलती है.जब दोनो की साँस उखाड़ने लगती है.उसके बाद दोनो साइड होते है..
प्रीत साइड हुई ही थी कि संजू शेरनी की तरह वीर पर झपट पड़ती है.ऑर किस शुरू हो जाती है..
किस ख़तम कर दोनो लड़किया वीर के इर्द गिरद लेट जाती है.वीर को हग कर.
प्रीत ....जान कुछ करोना.अब कंट्रोल नही होता प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़..
वीर...कंट्रोल करना होगा..बस कुछ दिन ही है अब हमारी शादी मे....
सुहागरात मे हम एंजाय करेगे
संजू..काश मेरी शादी तुम लोगो के साथ होती..
वीर..बॅस कुछ दिन जान..मुंबई पहुँच हम दोनो भी शादी कर ही लेंगे..
तभी वीर का फ़ोन बजने लगता है
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वीर...हाँ बिस्वा बोलो..
बिस्वा..........
वीर...ठीक है आता हूँ...जान चलो मुझे ज़रूरी काम है..
वीर.दोनो को छोड़ वहाँ से बिस्वा के पास चला जाता है.जो जंगल मे एक घर मे था..
वीर..कहाँ है वो हराम जादा..
बिस्वा..आइए..बिस्वा वीर को एक रूम मे ले जाता है यहाँ आशीष मोहित ओर जस्सी उसकी धुलाई कर रहे थे..
वीर..रूको.हाँ तो देवराज ..तू मेरी फॅमिली को ख़तम करेगा...
.देव..कौन हो तुम मुझे क्यूँ पकड़ रखा है..
वीर..मैं वोही हूँ जिसने तेरे बेटे को हॉस्पीटल पहुँचाया..
देव...ओह तो तुम हो वो ..नही छोड़ुगा.पहले तुझे मरूगा फिर तेरी फॅमिली को....
वीर...जो तेरे बेटे ने ग़लती की है..वो ही तू करने जा रहा है..
देव..बाँध के क्या रखा है हाथ खोल दिखाता हूँ.मैं क्या चीज़ हूँ..
देव की बात सुन सब हँसने लगते है.
जस्सी देव की रस्सी खोल देता है...
ऑर देव जैसे ही वीर की तरफ आता है .वीर .उसे पंच जड़ देता है .
पंच लगते ही देवराज के दाँत टूट जाते है..
वीर....इतना टाइम नही है मेरे पास..आशीष..इसे भी पॅरलाइज़ कर इसके बेटे के पास भेज दो..
तभी 2 मिनट मे आशीष उसे पॅरलाइज़ कर देता है..ऑर उसे वापिस भेज देता है मॅजिक से..
सभी वहाँ से कॉलेज आ जाते है..
नहिना..भाई.भूख लगी है..
वीर..चलो कुछ खा लेते है
फिर सभी कॅंटीन मे जा वहाँ से कुछ हल्का फूलका खाते है
ऑर निकलते है घर की ओर...
घर पहुँच सब मिल के लंच करते है..
मोम..बेटू..शादी की तैयारी की है या नही..
वीर..मोम आओ टेन्षन ना लो मैं सब देखलू..
ऐसे ही.बचलेर पार्टी का टाइम हो जाता है..बिस्वा घूमने का कोई बहाना बना वियर को अपने साथ ले जाते है..
संजू को बात खटक ती है..वो तुरंत अपने रूम मे जाती है ऑर अपने जिन्न को बुलाती है..
जिन्न..आपने याद किया रानी साहिबा..
संजू. हाँ रामबा एक बात बताओ.एब बिस्वा ऑर आशीष..वीर को कहाँ लेकर गये है ..
जिन्न...रानी साहिबा..वो दोनो महाराज को एक बचलेर पार्टी मे लेकर गये..है..इसका महाराज को कुछ नही पता....
संजू वहाँ से प्रीत के पास जाती है ऑर साथ मे परी को भी ले लेती है..
वहाँ जाकर प्रीत को सब बता देती है.ऑर तीनो निकलती है यहाँ बचलेर पार्टी हो रही थी...
अब देख आए है आगे क्या होगा..साथ बने रहे
उधर...बिस्वा वीर को बचलेर पार्टी मे ले जाता है...
रूम के अंदर काफ़ी अंधेरा था जैसे ही वीर ने अंदर कदम रखा तभी लाइट ऑन हो जाती है..
हाल बहुत ही सुंदर सजाया गगया था..सब से बेस्ट था..
12 लड़किया खड़ी थी..जो वीर को देख आहें भर रही थी..
वीर...ये सब क्या है भाई..
बिस्वा..भाई ये हम सब की तरफ से आप के लिए एक पार्टी है..आप आज फुल तो एंजाय कर सकते हो..
वीर...पागल अगर मेरी हसिनाओ को पता चला तो गड़बड़ हो जाएगी..
म्यूज़िक शुरू होता है..
सभी लड़कियो के साथ डॅन्स शुरू करते है..वीर साइड के टेबल मे से ड्रिंक लेता है..ऑर पीने लगता है..
वीर देख रहा था कि कैसे लड़कियो से चिपक के डॅन्स कर रहे है...
जस्सी..लड़कियो के कान मे कुछ बोलता है..
ऑर लड़किया वहाँ साइड मे बैठे वीर के पास जाती है ऑर उसे जबर दस्ती खीच कर डॅन्स करने लगती है.
पर तभी गेट खुलता है..ऑर देखते है..
संजू प्रीत ऑर परी वहाँ खड़ी है .सबकी सिटी पिटी गुल हो जाती है..
तीनो लड़किया ये देख गुस्से से वापिस हो जाती है
इधर तीनो उनके पीछे भागते है. ये देख आशीष ज़ोर ज़ोर से हँसने लगता है..
पर तभी उसे नेहा का फ़ोन आता है..जिसे सुन वो भी टेन्स मे आ जाता है उसकी भी हसी गायब हो जाती है
बिस्वा परी के पीछे भागता है ऑर उसे सॉरी फील करने लगता है...
बिस्वा अपने घुटनो के बल आ जाता है ऑर वैसे ही मनाने लगता है..
बिस्वा....जान प्लज़्ज़्ज़ हमे गल्त मत समझ..मैं तो बस भाई की खुशी मे एंजाय कर रहे थे..
बिस्वा के पैदल चलने से उसके घुटनो मे दर्द होने लगता है..ऑर उसके घुटने छिल जाते है..ऑर बिस्वा के मुँह से हल्की हल्की सिसकिया निकलने लगती है
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