RE: Desi Sex Kahani एक आहट "ज़िंदगी" की
साला ये क्या शुरुआत हुई दिन की..अब तो सारा दिन खराब जाएगा...कितना भयानक चेहरा था
उफ़फ्फ़..नही नही मुझे ऐसे लड़की नही चाहिए....आज का तो ज़माना ही खराब है साला पीछे से ऐसी
हूर की परी लगेगी और शक्ल ऐसे होगी मानो साला थूकने का मन भी ना करे...
पता नही कैसा दिन जाएगा अब तो.......
और फिर जाके बस स्टॅंड पे खड़ा हो जाता है बस का इंतजार करते करते टाइम देखने लगता है.....
बस स्टॉप पे खड़े टाइम देख रहा था और अपने मन में... कसम से यार आज तो काफ़ी लेट हो
गया..पहली क्लास की तो लग गयी..
इतना सोच ही रहा होता है कि बस आ जाती है..
लेकिन बस पूरी तरह से कचा कच भरी होती है...अब दिल्ली की बस भरी नही होगी ऐसा हो नही सकता
अंकित ये सोचता है और चढ़ जाता है बस में..
बड़ी मुश्किल से धक्के मुक्के खाने के बाद बस के अंदर घुसता है और बस का गेट बंद हो जाता
है...
अब आगे जाने की तो जगह नही तो वो बस गेट पे पास ही खड़ा हुआ टिकेट लेने लगता है.
इतने में दूसरा स्टॉप आ जाता है....
अब गेट खुलना था तो किसी तरह वो थोड़ा आगे हुआअ....बस स्टॉप पर रुकी...
और अंकित की नज़र स्टॉप पे खड़े लोगों के उपर गयी...लोगों के उपर क्या उसकी नज़र तो लड़कियों
और लॅडीस पर गयी जो वहाँ खड़ी बस का इंतजार कर रही थी.....
एक दो तो कॉलेज की लड़कियाँ थी..और एक ऑफीस की लग रही थी.....
बस का गेट खुला...उन लड़कियों ने और लॅडीस ने कुछ सोचा फिर चढ़ गयी बस में..इधर ये सब
बस में चढ़ि उधर अंकित ने चैन की सास ली....वो तो चाहता यही था कि किसी तरह ये चढ़ जाए
बस में..
क्यूँ की बिल्कुल ठीक आगे जो खड़ा होना था उन्हे....वो सब टिकेट लेने लगी..
अंकित की नज़र पहले तो उन कॉलेज गर्ल्स पे गयी.....उपर से नीचे तक चुचों से लेके नीचे उनकी
गान्ड तक अलग अलग तरीके से मतलब की आँखें मटका के देखा....लेकिन उसे कुछ खास मज़ा
नही आया....फिर उसकी नज़र गयी उस ऑफीस वाली लेडी पर...
जिसने ब्लू शर्ट और ब्लॅक ट्राउज़र पहना था..
अक्सर आज कल कंपनी में जॉब करनी वाली लॅडीस यही ड्रेस पहनती है..अंकित मन में बोला..
अंकित तो उस लेडी को देखने लगा.....वो लेडी लगभग 30 या 31 कि लग रही थी..और अंकित जानता था
एक औरत 25 से 35 के बीच सबसे ज़्यादा खूबसूरत होती है..और वो लेडी भी वैसे ही थी बेहद
खूबसूरत चेहरा और रंग बिल्कुल सॉफ दूध की तरह...होंठो के नीचे चिन पर एक छोटा सा काला तिल
शायद बुरी नज़र से बचाने के लिए बना हुआ था...
लेकिन क्या करें जनाब आज कल के ज़माने में ये काला तिल भी कुछ नही कर पाता..ऐसी हसीन कली
को तो नज़र लगेगी ही.....
क्या चुचें हैं यार...साली क्या रोज़ रोज़ दबवाती है क्या ये...शर्ट के बटन तो देखो खुलने को
हो रहे हैं...कितनी टाइट शर्ट पहनी है इसने...साला....(अंकित मन में बोल पड़ता है)
वो लेडी पर्स में से पैसे निकाल के टिकेट के लिए पैसे देने के लिए हाथ आगे करती है....जिसकी वजह
से उसकी साइड से शर्ट खिचती है...उसका असर उसके चुचों पर पड़ता है...वो और कस जाते है
ये देख के तो अंकित का जीन्स के अंदर खड़ा होने लगता है..
कम्बख़्त आज मेने इतनी टाइट जीन्स पहनी ही क्यूँ...यार इसका बटन टूट गया ना तो कसम से
बस के सारे आदमी इस्पे टूट पड़ेंगे...साइज़ का अंदाज़ा लगाना मुश्किल है...उफफफफ्फ़...क्या करूँ मेरे
भाई साहब ने उठने का सिग्नल दे दिया है....
फिर अंकित की नज़र उसकी ब्लॅक ट्राउज़र पहनी हुई गान्ड पे जाती है....उसको देख के तो अंकित का और
बुरा हाल हो गया ..
क्या गान्ड है इसकी...आए यार क्या लेडी है ये..साली बॉम्ब का गोला...ये कैसे ऑफीस जाती है..
और वहाँ के एंप्लायी इसको देख के कैसे काम कर सकते हैं....इस ट्राउज़र में तो इसकी गान्ड गोल गोल
मखमली जैसी बड़ी बड़ी लग रही है..मन कर रहा है सर रख के सो जाउ इस्पे..(अंकित मन में
बुदबुदाता है...)उसका तो तंबू आधा खड़ा हो गया था..बड़ी मुश्किल से वो उसे छुपा
रहा था....
वो गर्ल्स तो टिकेट लेके थोड़ा एक्सक्यूस मी करते हुए आगे निकल गयी...लेकिन वो ऑफीस वाली लेडी तो
टिकेट लेके ठीक अंकित के सामने खड़ी हो गयी.....
अब अंकित की हालत और पतली हो गयी...उसके सामने एक सेक्सी हॉट लेडी खड़ी थी...जिसकी गान्ड और अनिता के
बीच बस कुछ इंच का फ़र्क था...अंकित तो कभी उसके वो लंबे खुले बालों को देखता तो कभी
उसकी गान्ड को...
उस लेडी में से आ रही उस मनमोहक पर्फ्यूम की खूबशु तो उसे और पागल कर रही थी.....
बस ने एक दम से ब्रेक मारा...जिसकी वजह से अंकित की चेस्ट सामने खड़ी लेडी से टकराई .. उसने जान
बुझ के अपना नीचे वाला हिस्सा आगे नही होने दिया जिससे उसके खड़े हुए तंबू के बारे में
ना पता चल जाए...
अंकित :- आइ आम सॉरी..वू..
उस लेडी ने इट्स ओक बोला....
अंकित तो उसकी आवाज़ सुन के उसी में खो गया....
कितनी मीठी आवाज़ है....(वो मन में बोला)
तभी बस एक स्टॉप पे रुकी......एक दो और चढ़ गये...बस अब तो बस ऐसी हो गयी..पॅक्ड .. बिल्कुल
पॅक्ड..
अब जब आगे से भीड़ आई...तो पीछे वालों को और पीछे होना पड़ा जिसकी वजह से अंकित भी
पीछे होने लगा और वो लेडी भी पीछे होने लगी..जब अंकित की नज़र उस लेडी पर गयी..
कि कैसे वो अपनी हिलती हुई गान्ड को पीछे लेकर आ रही है...तो बस उसका दिल तो उसके मूह को आने को
हो गया...वो लेडी अपनी बड़ी सी गान्ड को पीछे लेके धीरे धीरे खिसक रही होती है
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