Desi Sex Kahani कामिनी की कामुक गाथा
11-27-2020, 04:05 PM,
#87
RE: Desi Sex Kahani कामिनी की कामुक गाथा
पिछली कड़ी में आप लोगों ने पढ़ा कि मेरी सुहागरात में मेरे पांचों पतियों और पंडित जी ने मेरी मां और चाची के साथ वासना का नंगा नाच खेला और मनमाने ढंग से उनको भोगा। मैं ने भी बड़ी चालाकी से कुरूप, गन्दे, बेढब, मगर दमदार लिंग वाले पंडित जी से अपनी वासना की आग शांत कर ली। पंडित जी की अदम्य संभोग क्षमता की मैं कायल हो गई। इसी रात में मेरे पिताजी की नामर्दी और समलैंगिकता के बारे में हमें पता चला। सवेरे सभी लोग नहा धो कर फ्रेश होकर बैठक में बैठे गप मार रहे थे, इधर नाश्ता बनाने के लिए मैं और हरिया किचन में व्यस्त थे। अचानक हरिया ने मुझे पीछे से अपनी बाहों में दबोच लिया। मैं हड़बड़ा गई और छूटने की कोशिश का नाटक करने लगी।

“छोड़ो मुझे, रात में मां और मुझे चोद कर मन नहीं भरा क्या?” मैं बनावटी गुस्से से बोली।

“तेरे जैसी बीवी पाकर तो हम धन्य हो गये रानी। इतनी मस्त लौंडिया हमारी बीवी होगी इसकी तो हम कल्पना भी नहीं कर सकते थे। तुझे एक बार चोदने के बाद मन ही नहीं भरता है, ऐसा लगता है तुझे चिपका कर रखूं। देखो अभी भी मेरा लौड़ा कैसा फनफना रहा है।” वह बोल रहा था और मेरी चूचियों को बेरहमी से मसलना शुरू कर दिया। मेरी नाईटी कमर से ऊपर तक उठा दिया और पैंटी को नीचे खिसका दिया।

मुझे भी मज़ा आ रहा था लेकिन बनावटी गुस्से में बोली, “छोड़िए ना, कैसे आदमी हैं, अभी कोई आ जायेगा तो?”

“कोई आ भी गया तो क्या? सभी तो तेरे पति हैं।” बेशर्मी से बोला।

“मां या चाची आ गई तो?” मैं बोली।

“आने दो, तेरी मां भी तो मुझ से चुद चुकी है। हां तेरी चाची को चोदने की तमन्ना मन में रह गई। मुझे और करीम को तो घास ही नहीं डालती है। मौका मिला तो साली को ऐसा चोदूंगा कि वह भी क्या याद रखेगी।” बोलते बोलते उसने मुझे किचन के स्लैब पर ही झुका दिया और बिना किसी पूर्वाभास के अपना तना हुआ लिंग एक ही करारे ठाप से मेरी योनि में पैबस्त कर दिया।

“उफ्फ” मेरे मुख से आनंद की सिसकारी निकल पड़ी। एक पल रुक कर फिर जो उसने चोदना शुरू किया तो मानो भूचाल आ गया। “आह ओह ओ्ओ्ओ्ओह उफ्फ” में मस्ती में डूबती चली गई।

“आह रानी कितनी मस्त चूत है ओह मेरी जान।” धकाधक, फचाफच कुत्ते की तरह चोदने लगा और करीब दस मिनट में ही मुझे स्वर्ग की सैर करा दिया। अपने वीर्य को मेरी योनि में उंडेल कर मुझसे अलग हुआ और हम दोनों अपने कपड़े दुरुस्त कर पुनः नाश्ता बनाने में जुट गए।

नाश्ता बनाते बनाते मैं ने हरिया से कहा, “अभी आप कह रहे थे कि चाची ने कभी आप लोगों को घास नहीं डाला। अगर चाची मान जाए तो?”

“क्या? ऐसा हो जाए तो मजा ही आ जाएगा। मैं और करीम तो कई दिनों से इस ताक में हैं। ऐसा चोदेंगे कि वह भी क्या याद रखेगी।” तपाक से हरिया ने कहा।

“ठीक है फिर आज रात को तैयार रहिए।” मैं मुस्कुरा कर बोली।

“ओह मेरी जान, अगर ऐसा हुआ तो मैं तेरा गुलाम हो जाऊंगा।” मुझे बांहों में भर कर चूम लिया।

“अब ज्यादा मस्का मारने की जरूरत नहीं है। रात का इंतज़ार कीजिए।” मैं छिटक कर अलग होते हुए बोली।

इतने में चाची और मां भी किचन में आ गयीं।

“क्या हो रहा है कामिनी?” चाची बोली।

“कुछ नहीं बस नाश्ता तैयार कर रहे हैं।” मैं बोली, लेकिन मेरा चेहरा चुगली कर चुका था।

“तुम लोगों को देख कर तो लगता है नाश्ता कर चुके हो।” चाची मुस्कुरा कर बोली। हम दोनों को तो मानो सांप सूंघ गया।

“जैसा आप सोच रही हैं वैसा कुछ नहीं है चाची।” मैं ने किसी तरह से बात को संभालने की कोशिश की किन्तु असफल रही।

“सब समझती हूं री। नयी नयी शादी है। नया नया स्वाद मिल चुका है। रात को तो बड़ी बेशर्मी से सबके सामने चुद रही थी और अब काहे की शर्म।” चाची बोली।

“छोड़ो ये सब बातें और नाश्ता जल्दी तैयार करो। इन कमीनों के मुंह लग के कोई फायदा नहीं। इसने तो अपनी जिंदगी बर्बाद कर ही ली है। पांच पांच मर्द, छि:, द्रौपदी बनने चली है। भगवान जाने इसका क्या होने वाला है। इनको इनके हाल पर छोड़ दो। नाश्ता करने के बाद शॉपिंग के लिए जाऊंगी। अगर तुझे चलना है तो तू भी मेरे साथ चल।” मेरी मां के कहने के लहजे में तल्खी मैं महसूस कर सकती थी।

“मम्मी तुम मेरी चिंता तो छोड़ ही दो। मैं अपने इस हाल में बेहद खुश हूं। मैं अपनी जिंदगी अपने तौर पर जी कर अपना कैरियर भी बना कर दिखा दूंगी। तुम अपने बेटे को संभालने की चिंता करो।” मैं भी उसी लहजे में बोली।

“तुम लोग शुरू हो गये। अब बस करो। ” कहते हुए चाची ने बात खत्म कर दिया और हम फटाफट नाश्ता तैयार कर खाने की मेज पर आ गए। सबने मिलकर नाश्ता किया और मां चाची को लेकर शॉपिंग के लिए चली गई। इधर रात के लिए मेरे दिमाग में शैतानी कीड़ा चलने लगा। दोपहर खाना खाने से पहले मां और चाची शॉपिंग करके आ गयीं। खाना खाते वक्त हमारे बीच चुहलबाज़ी होती रही लेकिन तब भी मम्मी निरपेक्ष थीं।
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RE: Desi Sex Kahani कामिनी की कामुक गाथा - by desiaks - 11-27-2020, 04:05 PM

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