RE: Desi Sex Kahani पहली नज़र की प्यास
ऑफीस जाते हुए उसने कामिनी को उसके घर छोड़ दिया...
रास्ते में उसने बताया की वो जयपुर की रहने वाली है और दिल्ली में एमबीए करने आई हुई है...
उसकी सहेली रजनी मिज़ोरम की रहने वाली है और दोनों ने एक फ्लॅट लिया हुआ था जहा वो मिलकर रहती थी.
शाम को फिर से मिलने का वादा करके कुणाल वहां से निकल आया.
दिन भर उन दोनो की मोबाइल पर बात भी होती रही...
शाम होते-2 एक जोरदार चुदाई का प्रोग्राम पहले से ही बन चुका था इसलिए ऑफीस से निकलते ही वो सीधा उसके घर पहुँच गया..
पर वो इस बात से अंजान था की एक के बाद दूसरे दिन भी उसे अपनी लाइफ का एक बहुत बड़ा झटका मिलने वाला है..
कामिनी के घर का दरवाजा खुला हुआ मिला उसे...
कामिनी को आवाज़ देता हुआ वो दरवाजा धकेल कर अंदर आ गया पर उसे कामिनी नही दिखी...
अंदर वाले बेडरूम से कुछ आवाज़ें आ रही थी जिनका पीछा करते हुए वो वहां पहुँचा...
और जैसे ही वो अंदर पहुँचा, उधर का नज़ारा देखकर उसकी आँखे फटी रह गयी.
कामिनी पूरी नंगी होकर बेड पर लेटी हुई थी..
उसके दोनो हाथ पलंग से बँधे थे और उसकी आँखो पर पट्टी थी.
और उसकी टाँगो के बीच एक दूसरी लड़की थी जो उसकी चूत को किसी सॉफ्टी की तरह चूस रही थी.
कुणाल को समझते देर नही लगी की वो रजनी है.
कुणाल के मुँह से सिर्फ़ यही निकला : "वॉट...वॉट द फ़क्क इस गोयिंग ओंन...''
उसकी आवाज़ सुनकर रजनी बड़े प्यार से उसकी तरफ पलटी और मुस्कुराते हुए बोली : "अब ये भी तुम्हे बताना पड़ेगा की क्या चल रहा है यहाँ....हे हे..''
कामिनी के तो हाथ बँधे थे और आँखो पर भी पट्टी थी..
पर कुणाल के आने का एहसास उसे भी हो चुका था और मज़े की बात ये थी की रजनी की तरह वो भी एकदम निश्चिंत थी...इस तरहा से पकड़े जाने का डर उसमे भी दिखाई नही दे रहा था.
वो बोली : "कुणाल डार्लिंग....आई थॉट हमारे रीलेशन में सब क्लियर होना चाहिए...इसलिए तुम्हे मैं अपना ये सीक्रेट भी शेयर कर रही हूँ ...आई एम बाईसेक्सुअल ....मुझे लड़के भी पसंद है और लड़किया भी...और यही दिखाने के लिए मैने तुम्हे आज यहां बुलाया है...अगर तुम्हे ये पसंद है तो ठीक वर्ना चॉयस इस योर्स...''
इतना कहकर उसने इशारा करके फिर से रजनी को अपनी चूत चाटने को कहा.
और बेचारा कुणाल , हक्का बक्का सा होकर उन दोनो का ये कारनामा देख रहा था..
वैसे उसे भी लेसबीएन सैक्स वाली गंदी मूवीस देखने का शोंक था...
पर वो उसे अपनी पहली गर्लफ्रेंड या यूँ कहलो की होने वाली पत्नी के द्वारा ही देखने को मिल जाएगी ये तो उसने सोचा भी नही था...
और ये सब दिखाने के लिए कामिनी ने पहले से ही दरवाजा खोल कर रखा था उसके लिए...
ताकि वो आए और कामिनी का ये चेहरा भी देख सके..
कितनी आसानी से कामिनी ने अपनी लाइफ का ये सच उसके सामने ला दिया था.
कुणाल ने सोचा की इसमे कोई बुराई तो है नही...
क्योंकि जब वो उससे चुदवा रही थी तो वो पूरी तरह से मज़े ले रही थी और अब अपनी सहेली के साथ भी वो उसी अंदाज में मज़े ले रही है जैसे कल रात भर उससे लिए थे...
इसलिए उसने सोचा की जब उसे मिलने वाले मज़े में कोई कमी नही थी तो उसे तो कोई प्राब्लम होनी ही नही चाहिए...
क्योंकि ये लेस्बियन वाला खेल तो उसे भी पसंद था..
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