RE: Desikahani हालत की मारी औरत की कहानी
गतान्क से आगे.....................
मे नीचे आ गया…बच्चे सो चुके थे…मे मामा मामी के साथ खाना खाने लगा..और बीच-2 मे चोर नज़रों से नीलम मामी की कातिल जवानी को देख रहा था…आज नीलम मामी बहुत ही खूबसूरत लग रही थी…उन्होने ने महरूण कलर के सारी पहनी हुई थी…
मामा: (खाना खाते हुए) और बातों अभी आज का एग्ज़ॅम कैसा रहा…
मे: जी बहुत अच्छा था…
मामा: अब कल के एग्ज़ॅम के तैयारी कर ली….
मे: जी मामा…
मामा: अब जल्दी सो जाना…ज़यादा देर तक ना पढ़ना…कल सुबह मे 4 बजे की ट्रेन से लुधियाना जा रहा हूँ…तुम सुबह जल्दी उठ कर पढ़ लेना...हां और हो सके तो बच्चो को बाहर रोड तक आगे कर आना…वहाँ से उनकी स्कूल बस आती है….उन्हे वहाँ से बस मे बैठा देना…
मे: जी ज़रूर मे बैठा आउन्गा….
मामा: ठीक है नीलम कल सुबह अभी को जल्दी उठ देना..
मामी: जी ठीक है
मे मामी के तरफ देखने लगा….ये सोच कर सुबह उठाने की बात को लेकर शायद उनके चेहरे पर कुछ भाव आ जाएँ. पर वैसे कुछ भी नही हुआ…वो चुप-2 खाना खाती रही…
खन्ना खाने के बाद मे उठ कर जाने लगा…तो अचानक मुझे याद आया कि, मेरे रूम के बाथरूम मे हेर ओयल ख़तम हो गया था…
मे: मामा वो ऊपेर हेर आयिल ख़तम हो गया है…
मामा: कोई बात नही…हमारे बेड रूम के बाथरूम मे दो बॉटल पड़ी हैं…वहाँ से ले लो…
मे मामा के रूम मे आ गया…और बाथरूम मे घुस गया…जैसे ही मे बाथरूम मे पहुचा…तो वहाँ सबसे पहले मेरी नज़र वाइट कलर की पॅंटी पर पड़ी.मेने उसे उठा कर देखा तो, पता चला कि ये वोही पॅंटी है. जो सुबह मामी ने पहनी हुई थी…उसपर मेरे कम के दाग अभी भी पड़े हुए थे….
दाग काफ़ी बड़ा था…जो आसानी से दिख जाए…मुझे ये अहसास हो गया, कि मामी चाहे सो ही रही हों…पर उन्होने ने इस दाग को ज़रूर देखा होगा…अगर वो चुदाना चाहती है. तो कम से कम कोई हिंट तो दे..
फिर मेने पॅंटी को वहीं रख दिया…और आयिल की बॉटल को लेकर ऊपेर आ गया….मेने जल्दी से सुबह 3:30 बजे का अलार्म लगा दिया…और फिर कुछ देर पढ़ने के बाद सो गया..
सुबह 3:30 पर अलार्म बजा…मेने जल्दी से उठ कर अलार्म बंद किया…और अपने टीशर्ट और शॉर्ट्स उतार कर सिर्फ़ अंडरवेर मे लेट गया…और इंतजार करने लगा…4 बजे के करीब मुझे नीचे से कुछ आवाज़ सुनाई दी…
मेने अंदाज़ा लगाया. कि मामा अब जा रहे हैं…मेरे दिल की धड़कन एक बार फिर से बढ़ गयी…अब मामी ऊपेर आने वाली थी…क्या वो आज ऊपेर आएगी…कहीं कल उन्होने ने अपनी पॅंटी देखी होगी..तो शायद वो ना आए…अगर आज वो ऊपेर नही आई तो इसका मतलब वो सच मे कल सो रही थी…
15 मिनट के इंतजार के बाद. मुझे ऊपेर आते हुए कदमों की आवाज़ आई…मे अपने दिल को साधे लेट गया…और कुछ ही पलों मे मेरे रूम का डोर धीरे से खुला…और वो हसीना मेरे रूम मे आ गयी…अब मे अपने दिल के धदकनो को थामे उसकी पहली हरकत का इंतजार करने लगा….
रूम मे 0 वाट का बल्ब जल रहा था…नीलम मामी ने सारी उतारी हुई थी…पर रात वाला महरूण कलर का ब्लाउस और पेटिकॉट पहना हुआ था…नीलम मामी ने एक बार मेरी तरफ देखा…फिर मेरे तने हुए लंड को जो कि अंडरवेर को आगे से फैलाए हुए था… फिर उन्होने जल्दी से मेरे फेस की ओर देखते हुए आवाज़ दी…अभी उठो….
पर मे नही उठा…उन्होने ने फिर से आवाज़ दी…पर मे वैसे ही लेटा रहा…नीलम मामी कल के तराहा बेड पर बैठ गयी…और मुझे मेरे कंधे पर हाथ रख कर हिलाने लगी.. पर मे टस से मस नही हुआ, और वैसे ही लेटा रहा…पर इस बार उन्होने मुझे ज़ोर से हिलाया…अब सोने का नाटक करना बेकार था…
मे आँखों को मलते हुए उठ कर बैठ गया….
मे: जी मामी….
मामी: (सुस्त आवाज़ मे) चलो उठ जाओ…और थोड़ी देर पढ़ लो…
मे उठ कर बाथरूम मे चला गया…और पेशाब करने लगा…मेरा दिल जोरों से धड़क रहा था…और मन मे यही दुआ कर रहा था…कि मामी आज भी बेड पर लेट जाए…
मे जब पेशाब करके बाहर आया…तो मेरा लंड खुशी के मारे कुलाँचे भरने लगा… सामने वो दिल कश हसीना मेरे बेड पर लेटी हुई थी…उसकी पीठ आज भी मेरी तरफ थी…मेने गॉर से देखा…मामी का पेटिकॉट उनके घुटनो तक ऊपेर चढ़ा हुआ था.. जैसे आज वो उसे जान बुझ कर ऊपेर उठ कर लेटी हुई हों…
मे बिना एक पल के देरी किए बेड पर आ कर उनकी बगल मे लेट गया…और धीरे-2 उनकी तरफ खिसकने लगा…जब मे मामी के बिल्कुल सॅट गया…तो मेरा लंड एक दम अकड़ गया.. और मेरे अंडरवेर को ऊपेर उठा दिया…मुझे लंड को अंडरवेर मे रखने मे दिक्कत होने लगी…
मेने तोड़ा सा पीछे हो कर अपने लंड को अंडरवेर से बाहर निकाल लिया…और मामी के पीछे से सॅट गया…मेरा लंड उनके महरूण कलर के पेटीकोत को उनकी गांद के दर्रार मे धकेलटा हुआ उनकी गांद के छेद पर जा लगा….
मामी थोड़ा सा कसमासाई, और पीछे की तरफ अपनी गांद को थोड़ा सा दबा दिया…जैसे वो नींद मे ये सब कर रही हो…मेने मामी के पेटिकॉट को धीरे-2 ऊपेर करना चालू कर दिया…जो पहले से उनके घुटनो तक उठा हुआ था…
मे बढ़े ध्यान से मामी के पेटीकोटे को ऊपेर उठाता रहा…और जब उनका पेटिकॉट उनके चुतड़ों तक ऊपेर उठ गया…मेने अपने लंड को पीछे करके मामी के पेटीकोत को ऊपेर उठा दिया…वाउ सामने का नज़ारा देख मेरे लंड की नसें फूलने लगी…
आज मामी ने रेड कलर के नाइलॉन वशेप पॅंटी पहनी हुई थी…जैसे आज पूरी तैयारी के साथ आई हो…मे अपने आप पर काबू ना रख सका… रेड कलर की नेट वाली वी शेप पॅंटी मामी के भारी-2 गॉट मटोल सुडल चुतड़ों को नाम मात्र ही ढक पा रही थी…अब मे एक दम पागल हो चुका था…
मे पिछले दो तीन दिनो से चूत के लिए तड़प रहा था…इसलिए मुझसे रहा नही गया… और बिना किसी बात की परवाह किए बेगैर मे अपने लंड को हाथ मे पकड़ कर उनकी गांद के नीचे से उनकी चूत पर लगा दिया…
मे तो मानो जैसे स्वर्ग मे उड़ रहा था…इस बार मामी फिर से थोड़ा सा हिली पर फिर से शांत पड़ गयी…मे धीरे-2 अपने लंड को मामी की पॅंटी के ऊपेर उनकी चूत की फांकों पर रगड़ने लगा….
पर मामी के जांघे आपस मे सटी हुई थी…जिससे मेरा लंड गांद के नीचे से थोड़ा ही आगे जा पा रहा था…मे अपने लंड को धीरे-2 रगड़ता हुआ आगे पीछे करने लगा.. पर हर बार मामी की जाँघ के कारण आधे रास्ते मे रुक जाता…
मामी की रेड पॅंटी मे मुझे अपने लंड पर कुछ-2 गीला सा महसूस हुआ…ओह्ह्ह्ह ये तो मामी की चूत गीली हो चुकी थी…क्या वो जाग रही हैं….हां शायद वो कुछ बोले बिना ही मज़ा लेना चाहती हैं…
मे अपने लंड को पीछे उनकी चूत पर पॅंटी को ऊपेर से रगड़ते हुए…और आगे करने के कॉसिश करने लगा…फिर वो हुआ जिसका मुझे बेसब्री से इंतजार था…
मामी ने अपनी ऊपेर वाली जाँघ को हल्का सा ऊपेर कर लिया…जैसे ही मामी की जाँघ ऊपेर हुई…मेरा तना हुआ लंड मामी की दोनो जाँघो के बीच मे से उनकी चूत की फांकों के बिल्कुल बीचो-बीच सॅट गया….
मेरे पूरे बदन मे वासना की लहर दौड़ गयी…दिल उतेजना के मारे तेज़ी से धड़कने लगा…मामी ने फिर धीरे-2 अपनी ऊपेर वाली जाँघ को नीचे वाली जाँघ पर वैसे ही रख दिया…मेरा तना हुआ लंड मामी के धकति हुई जाँघो और चूत मे सटा हुआ था..
मत पूछो मुझे आज तक इतना मज़ा कभी नही आया…अब मेरा हॉंसला बढ़ चुका था…पर मे फिर भी थोड़ा सा डर रहा था…मे ये सोच लिया…जैसे नीलम मामी को पसंद हैं…मे भी बिना कुछ बोले ही उनको सारी दुनाया का प्यार आज दे दूँगा..
मेने थोड़ी देर लेटने के बाद…अपना हाथ आगे लेजा कर उनके ब्लाउस के ऊपेर से उनकी चुचि पर रख दिया…ओह्ह्ह्ह क्या नरम और कसी हुई चुचिया हैं मामी की…मे धीरे-2 मामी के चुचि को ऊपेर से मसलने लगा…जैसे-2 मे मामी की चुचि को मसल रहा था…
वैसे -2 मामी अपने चुतड़ों को पीछे की और हल्के-2 दबा रही थी…ताकि मुझे पता ना चले..पर मे तो पहले से ही सब महसूस कर रहा था…मामी का ब्लाउस बहुत ही डीप नेक वाला था…पीछे मामी के ब्लाउस के ऊपेर का हिस्सा काफ़ी खुला था….
मेने अपने कांप रहे होंटो को, उनके ब्लाउस के ऊपेर के खुले हिस्से पर लगा दिया… जैसे ही मेरे होन्ट उनके नंगी पीठ पर पड़े…वो एक दम से सीईईई कर उठी…आवाज़ बहुत धीमी थी…पर मुझे सुनाई दे गयी….मे मामी की पीठ पर अपने होंटो को रगड़ने लगा…मामी बिल्कुल मुझसे सॅट गयी…
नीलम मामी की साँसें और तेज़ी से चलने लगी…मेरा हाथ उनके ब्लाउस के ऊपेर से उनकी चुचि को सहला रहा था…मामी की तेज होती साँसों से उनकी चुचिया तेज़ी से ऊपेर नीचे हो रही थी…जो मे अपने हाथ से अच्छी तराहा से महसूस कर रहा था…
अब मेरी बर्दास्त से बाहर हो चला था…मेने अपने होंटो को मामी के बदन पर रगड़ते हुए…उनकी नेक पर आ गया…और पीछे से उनकी नेक को चूमने लगा…मे मामी के फेस से उठ रही गरमी को सॉफ महसूस कर रहा था..उनके नाक से साँस लेने तक की आवाज़ भी मे सॉफ-2 सुन पा रहा था….
मेने मामी की चुचि से अपना हाथ हटा कर, उनके कंधे के नीचे बाजू पर रख दिया…
और अपनी कमर के नीचले हिस्से को पीछे कर अपने लंड को उनकी जाँघो के बीच मे से खींच लिया…और थोड़ा सा पीछे हो कर उनके बाजू को पकड़ कर अपनी तरफ करने लगा…
थोड़ी ही देर मे मामी ने धीरे-2 मेरी तरफ करवट बदल ली…अब मामी पीठ के बल लेटी थी…तेज़ी से चल रही साँसों से उनकी 36 साइज़ के तनी हुई चुचियाँ ऊपेर नीचे हो रही थी, और मे अपनी वासना से भरी नज़रों से देख रहा था…
मे मामी के ऊपेर झुक गया…मेरा कमर का नीचे का हिस्सा बेड पर था…और बाकी का हिस्सा मामी के ऊपेर था…पर मेने उन पर वजन नही डाला था…मामी अभी भी अपनी आँखें बंद किए हुए थी…उनके होन्ट कांप रहे थी…आँखों की पलकें हिल रही थी…और उनकी पतली कमर उत्तेजना के मारे कांप रही थी…
मेने अपना एक हाथ मामी के ब्लाउस के ऊपेर रख दिया…और उनके ब्लाउस के बटन खोलने लगा…जैसे-2 उनके ब्लाउस के बटन खुल रहे थे…मेरे दिल की धड़कन बढ़ती जा रही थी…एक करके ब्लाउस के सारे बटन खुल गये...
मेने अपनी उत्तेजना के मारे कांप रहे हाथों से उनके ब्लाउस के कप्स को पकड़ कर साइड मे कर दिया…वॉववववव सामने क्या नज़ारा था…मामी ने मॅचिंग रेड ब्रा पहनी हुई थी…नेट ब्रा मे उनकी चुचियो के ब्राउन कलर के निपल सॉफ दिख रहे थे…
मेने ब्रा के ऊपेर से मामी की एक चुचि पर हाथ रख दिया…वाहह मामी के चुचि मेरे हाथ मे समा नही रही थी…मे धीरे-2 मामी की चुचियो को सहलाने लगा…
मेने मामी के फेस की तरफ देखा..उनके होन्ट और मुँह थोड़ा सा खुल गया…शायद वो साँस लेने मे दिक्कत महसूस कर रही थी..
मामी ने अपनी चिन को ऊपेर की तरफ उठाया हुआ था…उनकी खूबसूरत गर्दन और चिन का निचला हिस्सा पागल कर देने वाला था…मामी का मंगल सूत्र उनकी चुचियो के बीच मे ब्रा के ऊपेर पड़ा हुआ था
मेने अपने होंटो को मामी के नेक पर रख दिया…और नेक को चूमने लगा…मेरे होंट मामी की नेक के हर हिस्से को चूम रहे थे…मेने मामी के हाथों की तरफ देखा…मामी अपने हाथों से अपने कमर के पास बेड शीट को कस्के पकड़े हुई थी… मे मामी की नेक को किस करता हुआ नीचे आने लगा…और उनकी बूब्स के ऊपेरी हिस्से को अपने होंटो से चूमने लगा…
अब मे हिम्मत करके उनके ऊपेर आ गया…मामी ने अपने टाँगों को घुटनो से मोड़ा हुआ था…जिससे उनका पेटिकॉट सरक कर उनकी जाँघो की जड़ो तक आ गया था…और उनकी रेड कलर के वशेप की पॅंटी सॉफ दिख रही थी…उनकी गोरी चिकनी जांघे एक दम सॉफ थी…ऐसे लग रहा था…जैसे उन्होने कल ही वॅक्सिंग करी हो…
जैसे ही मे नीलम मामी के ऊपेर आया… तो मामी ने अपनी जाँघो को फैला लिया… मे नीलम मामी की टाँगों के बीच मे घुटनो के बल हो गया…और अपने दोनो हाथों से नीलम मामी की छोटी सी रेड कलर के ब्रा मे क़ैद तनी हुई,गुदाज चुचियो को हाथ मे ले लिया….
मेरा लंड मामी की रेड कलर की वशेप पॅंटी की एक तरफ से उनकी फांकों के नज़दीक रगड़ खा रहा था….मामी का फेस एक दम लाल हो चुका था…और वो अपने सर को ऊपेर की तरफ उठाए हुए, अपने होंटो और मुँह को थोड़ा सा खोल कर ठीक से साँस लेने के कॉसिश कर रही थी….
मेने मामी की चुचियो को दोनो हाथों मे लेकर धीरे-2 मसलना चालू कर दिया… उनकी मुलायम चुचियो को मसल कर मे और गरम हुआ जा रहा था…पर अब वक़्त आ गया था…जब मे अपने आप को रोक ना सका…
और मामी के ब्रा के कप्स को नीचे से पकड़ कर ऊपेर उठाने के कॉसिश करने लगा.. पर ब्रा बेहद टाइट थी… और ब्रा के हुक्स मामी की पीठ पर थी…और मामी पीठ के बल लेटी हुई थी… अब मेरा दिल मामी की नेट की ब्रा मे दिख रहे ब्राउन कलर के आधे इंच के निपल्स को मुँह मे लेकर चूसने को कर रहा था…
मेने मामी की पीठ के दोनो साइड से अपने हाथों को मामी के पीठ के नीचे ले जाने की कॉसिश करने लगा…पर मामी की पीठ नीचे बिस्तर से सटी हुई थी…और मे अपने हाथों को नीचे ब्रा के हुक्स के पास नही ले जा रहा था…
पर फिर वो हुआ जिससे मेरा लंड और झटके खाने लगा…मामी ने अपनी आँखों को बंद किए हुए अपनी पीठ को थोड़ा सा ऊपेर उठा दिया…मेरी ख़ुसी का कोई ठिकाना नही था…मेने जल्दी से अपने हाथों को मामी की पीठ के पीछे लेजा कर मामी के ब्रा के हुक्स को खोल दिया, और अपने हाथों को आगे लेजा कर मामी के ब्रा के कप्स को ऊपेर उठा दिया….
मेरा तो जैसे गला ही सूख गया…एक दम पूर्ण रूप से विकिसित मामी के 36 साइज़ के एक दम कसी हुई गुदाज चुचियाँ मेरी आँखों के सामने थी…चुचियो के निपल तन कर एक दम कड़े हो चुके थे…ब्राउन कलर के निपल को देख कर मे एक दम पागल हो गया….
मामी के वेल शेप्ड बूब्स को देख कर मे एक दम से पागल हो गया…और मामी की दोनो चुचियो को अपने हाथों मे पकड़ कर मसलने लगा…जिससे मामी की चुचियो के निपल और नुकीले हो कर बाहर की तरफ आ गये….
मेने मामी की चुचियो के एक निपल को मुँह मे ले लिया…और धीरे-2 चूसने लगा…मामी ने अपने हाथों से बेड शीट को कस के पकड़ लिया…और उनके मुँह से एक हल्की सी आह निकल गयी..
अब मे किसी भी बात पर ध्यान दिए बिना. मामी की चुचि के निपल को चूस रहा था…मामी का बदन मस्ती मे गरम हो कर कांप रहा था…मे मामी की चुचि को ज़ोर-2 से चूसने लगा….मामी के मुँह से आ सीयी के बहुत ही धीमी आवाज़ निकल रही थी…और वो अपने होंटो को अपने दाँतों मे भींचे हुए अपने आवाज़ को दबाए हुए थी
मे अपने एक हाथ से मामी की दूसरी चुचि को धीरे-2 मसल रहा था..मामी के निपल और कड़े हो कर तन चुके थे…मे मामी की दूसरी चुचि के निपल को अपने हाथ की उंगलियो मे लेकर मसलने लगा, और मामी और ज़्यादा कसमसाने लगी…
क्रमशः.................
|