RE: Hindi Sex Kahaniya अनौखी दुनियाँ चूत लंड की
राहुल बाथरूम से बाहर निकला तो तनु उसे आज एक नए ही रूप में नज़र आई । छोटे - छोटे और मॉर्डन कपडे पहनने वाली तनु आज नीले रंग के सलवार-कमीज में थी ।कानों में झुमके औऱ बाल संवरे हुए पर खुले हुए थे और उसके दोनों कंधों से होते हुए उसके आकर्षक स्तंनो को और आकर्षक बना रहे थे ।
तनु -कितना टाइम लगाते हो बाथरूम में मैं कब से इंतजार कर रही थी ।
राहुल-सॉरी प्रेशर था यार ।
तनु(चिल्लाते हुए ताकि रमा को उसकी आवाज़ सुनाई दे जाए जो रसोई में काम कर रही थी)-मम्मी जा रहे हैं हम ।
रमा-जल्दी आ। जाना और झगड़ना मत ।
तनु-मैं कँहा झगड़ा करती हूँ एक्टिवा ले जा रही हूँ ।
रमा- एक्टिवा ले जा रही है तो कोमल आँटी के यँहा से होती आना ,कोमल को मैंने कोई काम वाली देखने के लिए कहा था पूछ लियो कोई मिली के नहीं ।
तनु-ठीक है ।
राहुल तो अकेले तनु के साथ बाजार जाने को लेकर ही बेहद उतेजित था और तनु के एक्टिवा पर बैठने की बात सुनकर तो उसकी उत्तेजना सातवें आसमान पर पहुँच गयी थी । तनु ने स्कूटी स्टार्ट की और राहुल को पीछे बैठने के लिए कहा । राहुल ने एक्टिवा पर बैठकर डरते डरते तनु कि पतली कमर को हल्के हाथों से पकड़ लिया । तनु के बदन की भीनी-2 महक उसे मदहोश सी करती जा रहा थी ।
तनु-तुम इतनी देर कँहा थे ट्यूशन तो 5.30 खत्म होती है ना तुम्हारी ।
राहुल-वो बबिता दीदी की दूसरे शहर में जॉब लग गयी हैं ना इसलिए वो चली गईं हैं ।
तनु-तो फिर तू और जल्दी आ जाता ।
राहुल-आ कैसे जाता वो अपनी बहन (बहन बोलते वक्त उसके मन में तनीषा की वो तस्वीर उभर आई जब तनीषा का तौलिया नीचे सरक जाने से उसके स्तन उघड़ आये थे ...तनीषा के बारे में सोचते हुए उसका लन्ड हरकत करने लगा था) को बोलकर गयीं हैं पढ़ाने को ।
तनु-क्या नाम है उसकी बहन का ?
राहुल-तनीषा ।
तनु-पढ़ाती कैसा है ?
राहुल-ठीक ही पढ़ाती है ।
तनु(स्कूटी रोकते हुए)- चलो उतरो क्लीनिक आ गया ।
राहुल स्कूटी से उतरकर क्लीनिक की तरफ देखता है तो क्लीनिक के गेट के ऊपर लगा हुआ बड़ा सा बोर्ड नज़र आता है "अपना वीर्य दान करें ,बदले में मालामाल हो जाएं" बोर्ड को पढ़ते हुए राहुल के चेहरे पर मुस्कान आ जाती है वो सोच लेता है कि यही वो काम है जो उसे गरीब से अमीर बनाएगा ।
तनु और राहुल क्लीनिक में दाखिल होते हैं तो राहुल की नज़र खूबसूरत रिसेप्शनिस्ट पर पड़ती है । सफेद टॉप और काले रंग के स्कर्ट में वो किसी मॉडल से कम नहीं लग रही थी । वो तनु और राहुल की कंप्यूटर में एंट्री करके उन्हें 100 रुपए का बिल थमाती है और उन्हें रूम नंबर 4 में जाने के लिए कहती है ।
ड्रेसिंग रूम में जब सिस्टर राहुल के हाथ की पट्टी खोलती है तो तनु को राहुल की हथेली पर लगा हुआ चीरा नज़र आता है जो हथेली के एक कोने से दूसरे कोने तक जा रहा था । "कितना ज्यादा कट गया है , और राहुल ने मुझे कुछ नहीं कहा और एक मैं हूँ जो उससे झगड़ती रहती हूं तनु मन में सोचती है ।
सिस्टर-इतना ज्यादा कैसे कट गया ?
राहुल- अंधेरे था कुछ खोज रहा था मैं तो चाकू से कट गया ।
सिस्टर(तनु की तरफ देखते हुए)- अपने बॉयफ्रेंड से कहिए कि ध्यान से चीज़ें ढूंढा करे तोड़ा और कट जाता तो मुश्किल हो सकती थी ।
तनु(बॉयफ्रेंड शब्द सुनकर तनु के पूरे बदन में सिहरन सी दौड़ जाती है)-जी हम ब...(वो बहन-भाई बोलने वाली थी पर न जाने क्यों उसे यह बोलना अच्छा नहीं लगा ) बस दोस्त हैं हम ।
सिस्टर(पट्टी बाँधते हुए)- ओह सॉरी आप दोनों को देखकर लगा कि ....
तनु-कोई बात नहीं ,इट्स ओके ।
सिस्टर-कल सुबह फिर ड्रेसिंग करवा लेना ।
तनु-तुम कल सुबह ड्रेसिंग करवालोगे न ?
राहुल-हम्म । वो सोच रहा था कि इसी बहाने वो वीर्य दान के बारे में भी पूछ लेगा ।
तनु-राहुल क्या सोच रहे हो ?
राहुल-कुछ भी तो नहीं ।
तनु-मतलब कि अभी तक नाराज़ हो मुझसे ?
राहुल-नहीं मैं क्यों नाराज़ होने लगा तुमसे ।
तनु- तुम इसीलिए नाराज़ हो न कि मेरी वजह से तुम्हारा हाथ कट गया ।
राहुल-नहीं यार बिल्कुल भी तो नहीं ,मैं तो कुछ और सोच रहा था ।
तनु - फिर बताओ क्या बात है ?
राहुल- तुम मुझ पर हँसोगी यार रहने दो ।
तनु-बताओ न यार ...तुम्हें मेरी कसम सच्ची सच्ची बताना क्या सोच रहे थे ।
राहुल- तुमने वो स्पर्म डोनट करने वाला बोर्ड देखा ?
तनु- पागल हो क्या ?
राहुल-मैंने कहा था तुम मेरा मज़ाक बनाओगी ।
तनु- नहीं यार लेकिन तुम्हें इसकी जरूरत क्या है ।
राहुल-तनु तुम तो जानती हो यार सब.....मुझे लगता है मुझे अब कुछ काम कर लेना चाहिए पर पढ़ते हुए कोई और काम तो इम्पॉसिबल है ।
तनु(कुछ देर सोचने के बाद)- ठीक है मैं रिसेप्शन पे बात करके आती हूँ । वो रिसेप्शनिस्ट से बात करने चली जाती है और एक छोटी सी शीशी लेकर वापिस आती है ।
राहुल-क्या कहा उसने ?
तनु -यह शीशी दी है अगर यह तुम एक बार में भर सकते हो तो कल आकर टेस्ट दे जाना ।
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