RE: Hindi Sex Kahaniya प्यास बुझती ही नही
एक सुबह कमला और रश्मि आपस मे बाते कर रहे थे….कमला मटर छिल रही थी और रश्मि किचन मे थी….
कमला: पता है आज कल तुम्हारे जेठ जी तुमपे कुच्छ ज़्यादा ही मेहरबान है……
रश्मि: वो कैसे…….
कमला: अरे रात मे नींद मे भी तुम्हारा नाम ले रहे थे…
रश्मि: रश्मि डर गयी…फिर संभाल कर बोली……ऐसा क्यो करेंगे….रात मे आप होती है उनकी बगल मे तो मेरा नाम कैसे ले रहे थे…
कमला: अरे नही….एक बार दो बार आदमी ले तो समझ आता है …..ये तो करीब 10 बार तुम्हारा नाम ले रहे थे……..
रश्मि: शरमाते हुए…अच्छा…और क्या कह रहे थे…
क्मला: अगर मे बोलूँगी तो तुम यकीन नही करोगी………. वैसे चाहे जो भी हो…….तुम चीज़ बहुत ताज़ी हो…पता है अगर मे मर्द होता ना तुम्हे जी भर कर चोद्ता…..पता नही राजेश तुम्हे क्यो नही चोद्ता है……नौकरी मे क्या रखा है…जो मज़ा जवानी मे है वो नौकरी मे कहाँ….और मेरे पति को देखो….खूब कमाते है और खूब चोद्ते है……..
रश्मि: ह्म्म्म्मम सब की ऐसी किस्मेत कहाँ???
कमला: कैसी बाते करती हो…..मे हू ना…अगर एक दरवाजा बंद हो जाए तो पानी दूसरे रास्ते से भी निकाला जा सकता है…..
रश्मि: कहने का मतलब?
कमला: मतलब बिल्कुल सॉफ है….तुम दूसरे मर्द से संबंध रख लो …..सिंपल
रश्मि: आपका दिमाग़ तो खराब नही हुआ है?
कमला: मे ठीक कह रही हू……तेरी जवानी संभालना तुम्हारे पति के बस की बात नही….हाँ
रश्मि: पता है आप क्या कह रही है? बोलने से पहले कुच्छ तो सोच लिया करो
वो मेरे पति है..और किसने कह दिया कि वो कमजोर है….मुझे तृप्त नही कर सकते है….ऐसा नही है मेडम……….सॉरी….और वन्हा से पाँव पटक कर भाग गयी…
कमला को ये एक्सपेक्ट नही था……वो अस्चर्य चकित रह गयी….ऐसा क्या कह दिया कि रश्मि बिल्कुल नाराज़ हो गयी…ये तो एक छ्होटा सा मज़ाक था……फिर उसने सोचा कि मे इसके लिए उससे माफी माँगूंगी…शायद मे ग़लत हू…………………………और वो भी रश्मि के कमरे की ओर चल दी…..
चलो कम से कम ये बात तो फॅक्ट है कि अगर जेठ जी अगर रश्मि को चोदे तो कमला को कोई आपत्ति नही होगी…यही उस समय रश्मि सोच रही थी…उसने अपने आँसू पोन्छे और मुस्कुराते हुए बाथरूम मे घुस गयी….जब वापस आई तो कमला पुनः मौजूद थी….
कमला: आइ आम सॉरी…मुझे ऐसा नही कहना चाहिए था…एवेन्थौघ ही ईज़ युवर हज़्बेंड…शायद किसी भी वाइफ को ये सुनना पसंद नही होगा कि उसका हज़्बेंड कमजोर है………………………………….मे ऐसा बिल्कुल नही कह रही हू….मे ये कह रही हू कि हब्बी के अलावा भी मज़े लिए जा सकते है….पर-पुरुष से….हम मानते है कि ये ग़लत है पर शारीरिक शुख के लिए ज़रूरी है…….मुझे ग़लत मत समझना….ये मेरा इंडिविजुयल विचार है…………………….
रश्मि गौर से सुन रही थी थी…….वो धीरे से बोली….दीदी अगर कोई औरत तुम्हारे मर्द के साथ सोना चाहे तो तुम क्या करोगी….कमला मुस्कुरा दी.
मे क्या कर सकती हू…और तुम बताओ कि राजेश जब रंभा के साथ सोता है तो तुम क्या करती हो…….?? बताओ…..मे क्या कोई भी औरत कुच्छ नही कर सकती….
रश्मि: आपको कैसे पता कि राजेश का रंभा के साथ चक्कर है…
कमला: अरे मे सब जानती हू….किसके किससे क्या चक्कर है सब जानती हू..और फिर इसमे ग़लत क्या है…? बोलो तुम्हारे अंदर कुच्छ खिचरी हो तो बोलो?
रश्मि: मुझे माफ़ करो….मेरा कोई ऐसा इरादा नही है..और वो घबरा कर भागने लगी…………….तभी कमला ने उसकी चोटी पकड़ कर खींच ली…कहाँ जा रही है….बैठो……..अरे बाबा मे मज़ाक कर रही हू….तुम सीरीयस हो…अगर तुम्हारा मन नही है तो कोई बात नही…कोई ज़रूरी थोड़े है………………………मे तो यूँ ही कह रही थी…आरीईएरीईई तुम तो रोने लगी…………… मेरी गुड़िया….आइ आम सॉरी बाबा…मे अब कोई मज़ाक नही करूँगी….मुझे पता होता कि तुम्हारे दिल को हार्ट होगा तो मे ये बकवास करती ही नही…………………….
चाहो जो भी हो भाई मेरा कंक्लूषन ये कहता है कि जो जिंदगी तुम्हे मिली है उसे सही तरह से जिए जाओ…यू घुट घुट कर मरने से अच्छा है जी भर कर आनंद उठाए…और यही मोटो तुम्हारे जेठ जी का भी है….मेरी तरफ से कोई बंदिस नही है……………..मे चलती हू…………………..
रश्मि अपने बेड पर सो गयी और आज के घटना-क्रम पर वो सोचने लगी…कि कमला जो कह गयी उसमे कितना सत्य है…….उसने हर आंगल से सोचा….और अंत मे यही कंक्लूषन निकाला…कि फन के लिए थोड़ा बहुत सेक्स किया जाए तो बुरा नही है…..और फिर उसका जेठ तो है ही उसे बीच समंदर से निकालने वाला…कम से कम इतना सो समझ ही गयी थी कि उसका जेठ उसे बहुत प्यार करता है……और वो भी उनसे बहुत प्यार करती है….दोनो के बीच ओरल सेक्स इंटरॅक्षन तो हो ही गया है…और उसपर कमला की रज़ामंदी…..रश्मि को और क्या चाहिए. थोड़ी देर बाद वो भी कमला के कमरे मे आ गयी और बोली….
रश्मि: सॉरी दीदी…..मुझे माफ़ कर दीजिए…..
कमला: अरे नही….तुम मेरी छ्होटी बहन समान हो....मे तो यू ही तुम्हे छेड़ रही थी… तो रिलॅक्स रहो…मे अभी आई…….और हाँ तुम मुझे एक सहेली ही समझो.
रश्मि मुस्कुरा दी…..अब वो नॉर्मल हो गयी…….
रात को खाना खाते समय राजेश ने कहा….
राजेश: भैया….मे कल जा रहा हू मुंबई…..टिकेट वग़ैरह बन गये है
राज: रश्मि को भी ले जाओ……घूम लेगी
क्रमशः....................................
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