Hindi Sex Stories याराना
12-16-2020, 01:18 PM,
#21
RE: Hindi Sex Stories याराना
इस पर मैं उठ कर सीधा उसके पास जाकर लेट गया, तृप्ति मेरे ऊपर आई, अपने होठों को मेरे होठों पर दबा कर मेरे लिंग को अपने हाथ में रखकर धीरे-धीरे मेरे होठों से लेकर गले सीने पर अपनी जुबान फिर आती हुई किस करने लगी। उसने हाथों ने मेरे सिक्स पैक को महसूस किया और वहां पर चुम्बनों की बारिश कर दी। वह इस सिक्स पैक्स बॉडी वाली की दीवानी थी, उसने चुम्बनों की ऐसे बारिश की थी जो कि मुझे कभी प्रिया से नहीं मिली थी, इतनी मेहनत से बनाए हुए सिक्स पैक का प्रिया को कोई शौक नहीं था। लेकिन आज मुझे महसूस हुआ कि इस मेहनत का नतीजा मुझे तृप्ति के चुम्बनों के इनाम में मिल गया।

तृप्ति ने कहा- अरे यार, हमारे पास समय की बहुत कमी है, तुमने जो तुम्हारी इच्छा का जिक्र किया था, पूरा करना नहीं चाहोगे? तुम्हारे इस शरीर के साथ तो मेरी भी इच्छा हो रही है कि मैं भी वह करूं। मैं 69 की बात कर रही हूं।

तृप्ति ने मेरे मन की बात छीन ली थी लेकिन मैं डर रहा था कि शायद वह लिंग को मुंह में लेकर चूसना पसंद नहीं करे। पर लग रहा था कि आज मेरे सारे अरमान पूरे होने जा रहे हैं।

हम 69 की पोजीशन में आ गए। क्या खुशबू थी उसकी जांघों के बीच बसी ज़न्नत की।

क्या गोरी जांघें थी... जिनके बीच में मैंने अपने मुंह को दबाया उसके इस गहरे भाग को देखकर मेरा लिंग करंट मारने लगा था। कोई भी ऐसे गोरे शरीर को जो एकदम स्वच्छ निर्मल और बालों से रहित हो, बिना किसी झिझक के चूमना चाटना और खाना भी पसंद करेगा। इतने में मुझे अपने लिंग पर तृप्ति के लब महसूस हुए, उसके मुंह की लार ने मेरे लिंग को गीला कर दिया और वह मुझे उत्तेजना में पागल करने के लिए जोर जोर से अपने होठों को मेरे लिंग पर रगड़ने लगी और गंदे तरीके से उसे चूसने चाटने लगी। ऐसा लग रहा था कि किसी ब्लू फिल्म की हीरोइन आज मेरे लिंग पर सवार है। मैंने उत्तेजित होते हुए उसकी चूत को चूसना चाटना शुरू कर दिया और जीभ से उसकी चूत को चोदना शुरू कर दिया। उसके गदराये हुए शरीर को देखकर मैं पागल हुए जा रहा था। उसकी गोरी गांड मेरी आंखों के सामने थी जो कि इतनी आकर्षक थी कि कब मेरा मुंह उसके गांड के छेद पर चला गया मुझे पता ही नहीं चला।

अपनी जीभ को मैंने उसकी गांड के छेद पर पूरी तरह से फिराया। कभी-कभी मैं उसकी गांड के छेद को और कभी उसकी फांक को जो भी मुंह में आ रही थी, पागलों की तरह चूसने चाटने लगा और उसका पूरा निचला भाग आगे पीछे से मैंने चाट चाट कर गीला कर दिया अपनी लार से। इस प्रकार तृप्ति इतनी उत्तेजित हो गई कि वह अपनी गांड को मेरे मुंह पर जोर जोर से गिराने लगी इससे मेरी नाक पर चोट तो लगी लेकिन मैंने उस मीठे दर्द को बर्दाश्त किया और उसकी चूत को जोर-जोर से जीभसे चोदना शुरू किया। इसी प्रकार उत्तेजना में वह मेरे लिंग को जोर जोर से चूस रही थी और उसकी चूत ने एकदम से पानी छोड़ दिया... मगर वह रुक नहीं रही थी और मेरे लिंग को लगातार चूस रही थी। अतः मेरे लिंग ने भी पानी छोड़ दिया हम एक दूसरे के ऊपर ही 69 की अवस्था में निढाल होकर गिर गए। मुझे अपने जीवन में अब से पहले कभी ऐसी उत्तेजना और ऐसा चरमोत्कर्ष कभी प्राप्त नहीं हुआ था।
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12-16-2020, 01:21 PM,
#22
RE: Hindi Sex Stories याराना
थोड़ी देर बाद मैं सीधा हो गया और तृप्ति को अपने ऊपर लेटा लिया उसके गद्दीदार स्तनों को मैं अभी भी अपने सीने पर महसूस कर रहा था और उसके चूचुकों से खेल रहा था।

तृप्ति ने कहा कि आज उसने जो सुख अनुभव किया है वह कभी नहीं किया है। उसने मुझे धन्यवाद कहा और कहने लगी कि मुझे अब दूसरे कमरे में जाने की तैयारी करनी चाहिए।

मेरे दिल पर यह उसकी है बात बिजली सी गिरी, मैंने कहा- शायद अभी राजवीर और प्रिया का फोरप्ले पूरा नहीं हुआ है, उन्हें डिस्टर्ब नहीं करना चाहिए। शायद वे दोनों अपने चरम पर पहुंचने वाले हैं और हम उनका मजा खराब कर दें, यह ठीक नहीं होगा।

तृप्ति ने इस बात पर सहमति जताई और इंतजार करने को कहा। 15 से 20 मिनट तक उनके आने का कोई संकेत नहीं मिला तो मैंने बात को संभालते हुए कहा कि शायद वह भावनाओं में बह गया है और सोचने के बाद सेक्स करने लगे हैं। मेरी पत्नी है ही इतनी खूबसूरत और उत्तेजना पैदा करने वाली।

इस पर तृप्ति ने कहा- नहीं... राजवीर ऐसा नहीं कर सकता।

तो मैंने उसे कहा- यार ये तो अच्छा हुआ हम 69 की पोजिशन की वजह से स्खलित हो गए। स्खलित नहीं होते तो क्या अपने आप को रोक पाते? शायद नहीं... इसमें उनकी गलती नहीं है। न ही हमारी गलती है। शायद वे दोनों फोरप्ले करके स्खलित ना हो पाए हों, और उन्होंने अपने क्रियाकलापों को लगातार जारी रखा हुआ हो। देखो तृप्ति वह दोनों दोबारा लौटकर नहीं आए इसका मतलब यह है कि वह सो तो नहीं रहे होंगे, सेक्स ही कर रहे होंगे। अतः हमें भी यह सब करना चाहिए। यह केवल मजे के लिए है और एक रात के लिए मुझे तो तुम सेक्स के लिए एक पूर्ण रूप नारी लगती हो। क्या मैं तुम्हें पसंद नहीं आया?

इस पर तृप्ति ने मुझसे कहा- नहीं रणविजय, तुम बहुत सेक्सी हो। मेरा भी तुमसे सेक्स करने को मन है पर मेरा जमीर मुझे रोकता है। अगर राजवीर ने प्रिया के साथ सेक्स नहीं किया होगा तो मैं अपने आप को कभी माफ नहीं कर पाऊंगी।

इस पर मैंने कहा- मेरी प्रिया इतनी सेक्सी है कि उसके साथ कोई फोरप्ले कर ले और सेक्स ना करे, ऐसा हो ही नहीं सकता। (यह बात कहकर में तृप्ति को चिढ़ाना चाहता था।) और मेरा तीर सही निशाने पर पहुंचा

जब तृप्ति ने कहा- तो क्या मैं इतनी सेक्सी नहीं हूँ कि कोई मेरे साथ फोरप्ले करके सेक्स किए बिना रह जाए? क्या मुझ में वह बात नहीं है?

बस फिर क्या था, मैंने तृप्ति के ऊपर आते हुए कहा- तृप्ति तुम मेरी प्रिया से कहीं से भी उन्नीस नहीं लगती हो, तुम भी उतनी ही सेक्सी हो कि कोई मर्द इतना सब करके रुक ना पाए... अब तुम ही सोचो कि मैं कैसे रुका हुआ हूं।

इस पर हम दोनों ने एक बार फिर एक-दूसरे को चूमना शुरू किया और हमारा सेक्स क्रिया-कलाप फिर से शुरू हो गया।

बस फिर क्या था अबकी बार जो हम चुम्बन कर रहे थे और एक दूसरे को सब को एक दूसरे के शरीर को चूस रहे चाट रहे थे हमें यह पता था कि इसका अंत संभोग से ही होना तय है। इस बार तृप्ति को चूसते हुए मैं अपने लिंग का स्पर्श उसकी चुत पर रगड़ करा रहा था, इसका कोई विरोध नहीं कर रही थी। हम उत्तेजना में इतने बह गए थे कि आगे बिना किसी बात करते हुए हमने सिर हिला कर एक दूसरे को सहमति दी और अपना कड़क लिंग मैंने मेरे सपनों की पोर्न नायिका की गीली फांकों में दे दिया, अत्यधिक उत्तेजना के कारण उसकी चूत मेरे लिंग को झट से खा गई और धक्का-मुक्की का खेल शुरू हो गया। अपने दोस्त की बीवी को चोदकर मैंने उसकी चूत को लाल कर दिया था, उसके गाल और स्तन लाल हो चुके थे। उसका उत्तेजना पैदा करने वाला पेट मेरे नाखूनों से कब लाल हो गया था, मुझे पता ही नहीं चला। शीशे में देखने पर यह दृश्य वैसा ही था जैसा कि कोई पोर्न मूवी की नायिका वाइल्ड सेक्स के दौरान बुरी तरह से ठुकी है। मैं और तृप्ति कुछ मिनट के उठापटक वाले सेक्स के बाद झड़ गए और हम एक दूसरे की बांहों में लिपट कर लेट गये। तीसरी बार मेरे लिंग ने तृप्ति के शरीर को देखते हुए सलामी देना शुरु कर दिया था, मैं हैरान था कि ऐसी ठुकाई के बाद भी मेरा लिंग तीसरी बार खड़ा हो गया है। यह सब केवल तृप्ति के आकर्षक संजना खान वाले मॉडल जैसे जिस्म का ही नतीजा था... इस रात को मैं कभी नहीं खोना चाहता था। लेकिन तृप्ति चूत का भोसड़ा बन चुका था इसलिए
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12-16-2020, 01:21 PM,
#23
RE: Hindi Sex Stories याराना
तृप्ति ने कहा- मैं बहुत थक गई हूं। मन तो है कि आज सोयें नहीं... पर अब मेरी चूत अब ठुकाई के लिए राजी नहीं होगी। तुमने उसकी हालत बहुत खराब कर दी है शायद मुझे चला भी नहीं जाएगा सुबह। तुम तो पूरे जंगली हो। (और मुस्कुराने लगी।)

मेरा लक्ष्य दोस्त की बीवी तृप्ति की गांड मारना था क्योंकि मुझे पता था कि मेरे दोस्त राजवीर ने उसकी गांड का उद्घाटन नहीं किया है क्योंकि तृप्ति ने उसे कभी ऐसा नहीं करने दिया। मुझे यह भी पता था कि तृप्ति ने जब अपने पति को ही अपनी गांड नहीं दी तो वह मुझे भी इतनी आसानी से अपनी गांड नहीं देगी।

मैंने तृप्ति से कहा- क्या तुम आज की रात को यादगार रखना चाहोगी? आज की रात तुम्हारे लिए हमेशा यादगार रहेगी?

तृप्ति ने कहा- हां, इस रात को मैं कभी नहीं भूल पाऊँगी और यह ना भूलने वाला अनुभव है।

इस पर मैंने तृप्ति को कहा- वक्त के साथ शायद तुम भूल जाओ लेकिन जो मैं करना चाहता हूं वह ऐसा है कि तुम इस रात को चाह कर भी कभी नहीं भूल पाओगी और मेरे लिए यह सबसे बड़ी खुशी की बात होगी।

मेरी बात सुन कर तृप्ति चौंक गई और उसने कहा- अब ऐसा क्या करने वाले हो?

मैंने अपनी एक उंगली को अपने थूक में भरा और उस उंगली को सीधा तृप्ति की गांड पर लगाकर उसकी गांड के छेद पर फिराने लगा। इस पर, तृप्ति जो लेटी हुई थी, फट से बैठ गई, उसने कहा- ऐसा सोचना भी मत। (और हंसने लगी)

उसने कहा- नहीं, तुम नहीं कर सकते! और मैं यह करवाऊंगी भी नहीं।

मैंने उसकी काफी मिन्नतें की, कहा- इसमें तुमको बहुत मजा आएगा, तुम्हारी मोटी गांड बनी ही इसलिए है कि वह इसमें बहुत सारे लिंग के धक्के खाए।

मैंने कहा- इस रात को यादगार बनाने के लिए हमें इस काम को करना ही चाहिए।

उसने कहा- यह पहली बार होगा इसलिए मैं नहीं करवाऊंगी।

मैंने कहा- पहली बार होगा इसलिए तो यह रात यादगार होगी, यह बात जिंदगी भर याद रखोगी। जो अभी तक हमने किया है यह एक साधारण चुदाई ही है लेकिन तुम्हारी गांड का उद्घाटन तुम्हें हमेशा याद रहेगा।

तृप्ति अंततः राजी हो गई, उसने कहा- अगर मुझे दर्द होगा तो तुम तुरंत रुक जाओगे?

लेकिन मुझे प्रिया की गांड मारने का इतना अनुभव था कि मुझे पूर्ण विश्वास था कि आज तृप्ति की गांड का उद्घाटन मैं करके ही रहूंगा।

मैंने तृप्ति को किस करना शुरू किया, उसके पूरे शरीर पर, गोरे मांसल स्तनों से लेकर उसकी चूत तक मैंने चाट चाट कर उसको गर्म कर दिया। इतनी आकर्षक शरीर वाली औरत को चूसना ही एक प्रकार की सेक्स क्रिया थी, ऐसा करने से तृप्ति फिर उत्तेजना में बह गई।

अब वो उचक उचक कर मेरा साथ देने लगी थी, मैंने उसको उल्टी लेटाते हुए उसकी गांड के नीचे एक तकिया रख दिया और उसके गांड के दोनों तरबूजों को अलग करते हुए उसकी गांड के छेद के चारों ओर अपनी जीभ फिरानी शुरू की। मैंने अपने दोस्त की बीवी की गांड को अपनी जीभ से पूरा गीला कर दिया। तृप्ति उत्तेजना में मेरा साथ देने लगी थी और अपनी गांड के छेद को मेरे मुंह की तरफ धकेलने लगी। अब मुझे लगा कि तृप्ति गांड चुदाई के लिए पूर्ण रूप से तैयार है तो मैंने उठ कर अपना लिंग उसके मुंह में दे दिया। तृप्ति के मुंह के थूक से मेरा लिंग चिकना हो गया था। वह तृप्ति की गांड में जाने के लिए बेताब था किंतु मैं जानता था कि तृप्ति की छोटे से गांड के छेद के लिए यह चिकनाई पर्याप्त नहीं है, मैंने फटाफट से प्रिया के मेकअप बॉक्स में से क्रीम निकाल ली और अपने लिंग पर उसे चारों तरफ लगा कर उसे भर दिया। तृप्ति उत्तेजना में पागल हो गई थी अब लग रहा था कि वह मजबूर नहीं है और यह देखना चाहती है कि गांड मराने में कितना मजा आता है।

मैंने अपने लिंग मुंड को बहुत अधिक क्रीम से भर रखा था। मैंने तृप्ति के गांड को चौड़ा करते हुए अपने लिंगको उसकी गांड के छेद पर टिका दिया, तृप्ति के मुंह से हल्की सी सिसकारी निकली। मैंने अपने लिंग को तृप्ति की गांड के छेद में दबाया।

उसने कहा- यार, बहुत दर्द हुआ। (उसकी आंखों से आंसू आने लगे)
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12-16-2020, 01:21 PM,
#24
RE: Hindi Sex Stories याराना
मैंने अपने लिंग मुंड को बहुत अधिक क्रीम से भर रखा था। मैंने तृप्ति के गांड को चौड़ा करते हुए अपने लिंगको उसकी गांड के छेद पर टिका दिया, तृप्ति के मुंह से हल्की सी सिसकारी निकली। मैंने अपने लिंग को तृप्ति की गांड के छेद में दबाया।

उसने कहा- यार, बहुत दर्द हुआ। (उसकी आंखों से आंसू आने लगे)

मैंने प्यार से कहा- हम एक बार और कोशिश करेंगे नहीं हुआ तो रहने देंगे। लेकिन तुम यह समझ लो कि जैसे तुम्हें पहली बार चूत चुदवाने में दर्द हुआ होगा, उतना दर्द तो तुम्हें पहली बार गांड मरवाने में भी सहना ही होगा।

अपनी उंगलियों को क्रीम में भरकर मैंने उसकी गांड में एक-एक करके डालना शुरू किया। दर्द के साथ थोड़ी देर में मैंने तृप्ति की गांड में तीन उंगलियां डाल दी थी जो मेरे लिंग के लिए पर्याप्त जगह बना चुकी थी। मैंने फिर से तृप्ति को घोड़ी बनाया और अपना लिंग फिर से उसकी गांड के छेद पर दबाया। मेरे लिंग मुंड तृप्ति की गांड में चला गया उसने दर्द से तकिए को पकड़ लिया और छटपटाकर मेरे लिंग को बाहर निकालने की कोशिश करने लगी। लेकिन मैंने आगे से उसकी कमर पकड़ कर एक हाथ से उसकी गर्दन को अपनी ओर खींचा जिससे वह आगे की तरफ नहीं जा पाई। इससे वह छटपटाई लेकिन इतने में मैंने जोर लगा कर अपना लिंग उसकी गांड में पेल दिया। तभी मेरी मनोकामना तृप्ति को पूरा लाल करते हुए पूरी हुई। तृप्ति का गोरा चिट्टा बदन पूरी तरह से लाल हो चुका था जैसे कि किसी इंग्लिश ब्लू xxx फिल्म की हीरोइन वाइल्ड सेक्स करवाते हुए लाल हो जाती है।

जब मेरे दोस्त की बीवी, मेरी जानम का दर्द थोड़ा कम हुआ तो मैंने पहले हल्के झटके देने शुरू किए। तृप्ति जो शुरू में असहज महसूस कर रही थी, दर्द की जगह अब मजे ने ले ली थी तो मेरी प्यारी तृप्ति अपनी गांड आगे पीछे करके गांड मरवाने का मजा लेने लगी थी। फिर मैंने अंत में धक्कों की गति बढ़ा कर उसको बेहाल कर दिया और मैं उसकी संकरी सी गांड में स्खलित हो गया। तृप्ति उल्टी ही लेट गयी और मैं भी उसकी गांड में अपना लिंग रख कर उसके नंगे चिकने जिस्म पर लेट गया। आज मेरी सब इच्छाएं पूरी हो गई थी। ऐसी मनो-कामना पूर्ण करने वाली रात जीवन में कभी कभार ही मिल पाती है। जितना मजा तृप्ति को चोदकर मिला इतना मजा अभी तक तो नहीं मिला था। अब भविष्य में मैं तृप्ति को दोबारा चोद पाऊंगा या नहीं... मुझे पता नहीं था. लेकिन मुझे अपने दोस्त के भागे पर रश्क होने लगा था, राजवीर बड़े नसीब वाला था जो उसके पास तृप्ति थी।

और राजवीर भी शायद मेरे लिए ऐसा ही सोचता होगा क्योंकि प्रिया जैसी वाइफ मुझे मिली। क्योंकि प्रिया की बॉडी बहुत प्यार आकर्षक शरीर वाली थी जैसे किसी सांचे में डाली हुई हो।

तृप्ति थक कर गहरी नींद में सो चुकी थी और यह सब सोचते हुए मुझे भी नींद आ गई, जब मैंने आखिरी बार टाइम देखा तो सुबह के 5:00 बज चुके थे।

एक सवाल मेरे मन में तब भी था कि क्या राजवीर और प्रिया सो गए होंगे? या मेरा दोस्त राज अभी भी मेरी पत्नी प्रिया की चूत या गांड को ठोक रहा होगा?

आगे की कहानी कहानी अब मेरे मतलब राजवीर के शब्दों में"

जब रणविजय ने मुझे अपनी और तृप्ति की ठुकाई का किस्सा सुनाया तो मेरे मन में जलन की भावना आ गई, मैंने उसकी पत्नी प्रिया को प्यार से ठोका था लेकिन विजय ने मेरी पत्नी तृप्ति के साथ वाइल्ड सेक्स किया था। यह खुद में एक बड़ी उत्तेजना का भाव है।

इसकी अगली वाली सुबह जब हम 10:00 बजे ब्रेकफास्ट के लिए फोन करके रेस्तरां में इकट्ठे हुए तब हम दोनों एक दूसरे की बीवियों के साथ रेस्तराँ में आए थे, मैंने दूर से अपनी बीवी तृप्ति को आते हुए देखा तो तृप्ति की चाल बदली बदली हुई लग रही थी, उसने चूत का भोसड़ा बनने और गांड के उद्घाटन का मीठा दर्द जो सहा था। जब हम मिले तो हम चारों के चेहरे पर मुस्कान थी और रणविजय और मेरे चेहरे पर जीत की चमक। हमने आंखों ही आंखों में एक दूसरे को सफलतापूर्वक एक दूसरे की बीवी की ठुकाई करने पर बधाई दी। मुझे तृप्ति से और प्रिया को विजय से बात करने का मौका नहीं मिला था। विजय ने मुझे इशारे में बताया कि उसने कोई पिक या किसी भी प्रकार का xxx वीडियो नहीं बनाया।
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12-16-2020, 01:21 PM,
#25
RE: Hindi Sex Stories याराना
जब हम चारों टेबल पर बैठ गए तो हम दोनों की बीवियों के चहेरे नीचेको झुके हुए थे, शायद नारी सुलभा लज्जा के कारण। हमने आपस में बातें करते हुए माहौल को सही किया, अब हमारी बीवियों की शर्म उड़ चुकी थी और हम चारों एक दूसरे से हंसी मजाक करने लगे थे। चारों ने कहा कि पिछली रात का अनुभव वास्तव में यादगार था, अतुलनीय था। और हम चारों आगे भी यह बीवियों की अदला बदली यानि वाइफ स्वप्पिंग करने के लिए राजी थे। लेकिन पारिवारिक लड़ाई की वजह से शायद घर जाकर ऐसा करना दोबारा संभव ना हो इसलिए हमने फैसला किया कि इस टूर को इसी प्रकार यादगार बनाए रखने के लिए बाकी की बची हुई रातें और दिन हम बीवियां बदल कर ही रहेंगे अर्थात मैं और प्रिया, तृप्ति और रणविजय। प्रिया और तृप्ति भी इस बात से लिए पूर्ण रूप से सहमत थी।

हमने होटल बदल लिया, दूसरे होटल में दोस्त की बीवी अपनी बीवी बता रूम लिया और पूरा टूर इंजॉय किया। हमने चारों ने मिलकर ग्रुप सेक्स नहीं किया क्योंकि हमारी बीवियों की शर्म इतनी भी नहीं खुल पाई थी, वे अपने पतियों के सामने दूसरे मर्द का लंड लेने से हिचक रही थी। फिर हम 1 दिन के अंतराल से अपनी अपनी पत्नी के साथ घर लौट गए ताकि हमारे घर वालों को शक ना हो कि हम एक ही जगह से एक साथ लौटे हैं।

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विदा लेते हुए हमारा यह फैसला हुआ कि कोई पत्नी और पति अपने पार्टनर से यह न पूछे कि उन रातों को उनके साथ कैसे क्या हुआ और जो हुआ उसे सब भूल जाए क्योंकि यही हमारी शादीशुदा जिंदगी के लिए सही था।

हम अब खुशी से अपनी लाइफ में मस्त हैं, घर वालों के लिए हम एक दूसरे के दुश्मन थे। कभी प्रिया दिखती तो मैं बस मुस्कुरा जाता वह भी जब कोई देखे ना और शायद विजय और तृप्ति का भी ऐसा ही था।

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बिजनेस संभालने के कुछ दिन बाद विजय और मैं क्रिकेट के ग्राउंड में मिले। और तभी मैंने तृप्ति और रणविजय की ठुकाई की कहानी सुनी जो कि अभी आप को बताई है। मैंने भी रणविजय को प्रिया की चुदाई की कहानी बताई।

हम अभी दोस्त हैं और कभी-कभी ऐसे ही गांव से दूर बैठकर बातें कर लिया करते हैं। एक दूसरे की बीवी को चोदने को लेकर मजाक कर लेते थे। मुझे दुख था कि मैंने प्रिया की चूत को चूत ही रहने दिया, उसका भोसड़ा नहीं बनाया। मुझे और विजय को ऐसा फिर कर पाने की चाहत है लेकिन इतने बड़े बिजनेस में दूर जाकर इतने दिन निकालना बड़ा मुश्किल था।

कुछ दिन बाद हमने बिजनेस में एक दूसरे का साथ देने की डील पक्की की, घरवालों की लड़ाई के बावजूद हम गुपचुप एक दूसरे के साथ बिजनेस करते और सब कुछ सही चलने लगा था, हमारे बिजनेस ने काफी तरक्की की, हम दोनों ने इससे लाखों का फायदा कमाया।

रही स्वैपिंग की बात... तो मैंने सोच लिया था कि अब यह खत्म हो चुका है और ऐसा फिर नहीं होगा। लेकिन यह सोचना मेरी गलतफहमी थी। वाइफ स्वैपिंग एक ऐसा चस्का है जो अगर लग जाए तो दिन-रात दिमाग पर छा जाता है। मुझे नहीं पता था कि एक और शानदार याराना मेरा और तृप्ति का इंतजार कर रहा है।

एक ऐसा किस्सा बनने वाला था जोकि विश्वास से परे था, उत्तेजना से भरपूर था, रोमांच को चरम पर पहुंचाने वाला था। इस स्वैपिंग में तृप्ति का सेक्स पार्टनर वह था जिसके साथ यह सब करना तृप्ति कभी सोच भी नहीं सकती थी और मेरी पार्टनर भी ऐसी ही महिला थी।

स्वैपिंग की शुरुआत होने का रोमांच अभी बाकी है। कितनी मुश्किल और असलियत से भरपूर एक और आपबीती शुरू होने वाली है। असली याराना तो अब शुरू होगा।
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12-16-2020, 01:22 PM,
#26
RE: Hindi Sex Stories याराना
याराना (दुबारा)

मेरा साला यानि मेरी बीवी तृप्ति का भाई श्लोक की शादी के समय की बात है। श्लोक ने विदेश में जाकर बिजनेस मैनेजमेंट की पढ़ाई की थी और वह एक बड़ी कंपनी का कर्मचारी था। शादी के लिए काफी लड़कियां देखने के बाद उसे एक लड़की पसंद आईथी जिसका नाम था सीमा। सीमा वास्तव में एक रूप की परी थी। यह श्लोक की पढ़ाई में मेहनत और अच्छी कंपनी में होने का ही नतीजा था कि उसे सीमा जैसी बीवी मिली। सीमा आजकल के चलन जीरो फिगर के अनुसार ही परफेक्ट शरीर वाली थी उसके शरीर की एक खास बात यह थी कि वह काफी लंबी थी। उत्तेजना पैदा करने वाले चेहरे वाली सीमा लंबाई और शरीर में फिल्मों की हीरोइन कृति सेनन जैसी थी।

मैं और तृप्ति शादी में 4 दिन के लिए सम्मिलित हुए थे। सब कह रहे थे 'वाह, यह तो फिल्म हीरोपंती की नई हीरोइन जैसी लग रही है।' हालांकि तब तक मैंने ना हीरोपंती देखी थी ना उसकी हीरोइन। यह बात तो उसकी शादी के काफी समय बाद मैंने महसूस की जब मैंने फिल्म देखी। तब अनायास ही मेरे मुंह से निकल गया- वाह! यह तो सीमा जैसी लगती है। सीमा ने भी बिजनेस मैनेजमेंट का कोई कोर्स किया हुआ था लेकिन श्लोक की बड़ी जॉब की वजह से उसने नौकरी ज्वाइन नहीं की। शादी के वक्त श्लोक ने मेरे साथ बहुत वक्त गुजारा क्योंकि मैं उसका सगा जीजा था। हमने उसकी शादी में बहुत मजे किए। तृप्ति भी अपने भाई की शादी में कयामत ढा रही थी। जी हां, वही तृप्ति तमन्ना भाटिया और संजना खान के मिक्स चेहरे और शरीर के मालकिन। वधू पक्ष के काफी लड़के तृप्ति को घूर रहे थे और बहाने बहाने से उसके पास भटक रहे थे और किसी ना किसी बहाने से उससे बात करने की कोशिश कर रहे थे और करे भी क्यों ना तृप्ति चीज ही ऐसी थी।

श्लोक की शादी में बड़े जाने माने लोग आए थे क्योंकि वह एक बड़े परिवार का पुत्र था। सबसे ज्यादा आश्चर्यचकित करने वाली हस्ती हिमाचल के पहाड़ों से प्रसिद्ध कुख्यात अनंत बाबा (बदला हुआ नाम) शादी में आए थे l उनके बारे में कहा जाता था कि वह जो भी बोलते थे वह सत्य हो जाता था, अतः बाबा व्यर्थ कुछ भी नहीं बोलते थे, केवल आशीर्वाद के लिए अपना हाथ उठाते थे। मेरे ससुराल पक्ष वाले परिवार पर उनकी बड़ी कृपा थी जिसके कारण मेरा ससुराल पक्ष प्रतिष्ठित परिवार बना था।

श्लोक ने शादी के वक्त मेरे मेरे सामने एक प्रस्ताव रखा, उसने कहा- जीजा जी, आप जो प्रोडक्ट बनाते हैं, उसका काफी नाम है। मैं चाहता हूं कि यह प्रोडक्ट एक शहर का जाना माना नाम ही ना बनकर भारत में पहचान बनाए! और इसका पहला कदम होगा जब हम अपने पास के बड़े शहर जयपुर में इसकी शुरुआत करें क्योंकि मेरी जॉब जयपुरमें ही है तो मैं वहां एक ऑफिस खोलकर, वहां कुछ कर्मचारी रख कर यह मैनेज कर सकता हूं। मुझे उसका विचार अच्छा लगा, मैंने उसे सहमति दी।

श्लोक की शादी के कुछ समय बाद उसने मुझे एक दिन जयपुर बुलाया और हमारे नए प्रोडक्ट का नया ऑफिस बताया। मैं तो आश्चर्यचकित हो गया था उसने बिना बताए लाखों की लागत से ऑफिस खरीद लिया था और उसे चलाने की तैयारी भी शुरू कर दी थी। कुछ ही महीने के अंदर-अंदर उसके जयपुर के ऑफिस से मेरे प्रोडक्ट को 15 लाख का कारोबार मिला और अब वही हुआ, इसकी पहचान बन गई थी। इस बीच मेरे, रणविजय तृप्ति और प्रिया का याराना वाला वह के अदला बदली का किस्सा घटित हुआ।

एक दिन मेरे प्रोडक्ट के लिए श्लोक के जयपुर के ऑफिस में 90 लाख का ऑर्डर आया। बिजनेस फैल चुका था, श्लोक ने इसके लिए अपनी बड़ी कंपनी की नौकरी छोड़ दी और वह यहां अपने ऑफिस में हेड मैनेजर बन गया था। अब क्योंकि प्रजंटेशन और बाकी के सारे जरूरी कामों के लिए प्रोडक्ट के मालिक की बहुत जरूरत होने लगी तो अब मुझे जयपुर ही शिफ्ट होना पड़ा। घर वालों ने तृप्ति को साथ रखने के लिए जयपुर जाने की अनुमति दे दी थी। वहां का प्रोडक्शन बिज़नेस पिताजी और छोटा भाई चला रहे थे, मैं अब अपने व्यापार को आगे बढ़ाने के लिए जयपुर आ गया था। रहने की व्यवस्था श्लोक ने कर ली थी, उसने एक बड़ा दो बेडरूम वाला फ्लैट किराए से लिया जो कि शानदार लोकेशन पर था वास्तव में बहुत शानदार फ्लैट था। बड़ा किचन और बड़े-बड़े बाथरूम जोकि कई तरह के शावर से सिरमोर थे, जैसे कि कोई पांच सितारा होटल! विदेश में पढ़ाई करने और बड़ी कंपनी में जॉब करने से उसका लिविंग सेंस शानदार था। यह उस की ही देन थी। सीमा के हाई क्लास लिविंग सेंस की वजह से भी ऐसा था।

श्लोक और मेरा परिवार साथ ही रहने वाले थे। यानि कि हम चारों तृप्ति और मैं तथा श्लोक और सीमा।

तृप्ति और सीमा दोनों ननद भाभी की अच्छी मेल खाती थी, दोनों एक तरह से सहेलियां थी। तृप्ति हालांकि एक अच्छी बहू थी लेकिन पति के साथ अलग रहना हर लड़की का ख्वाब होता है। शादी से पहले तृप्ति काफी खुले विचारों की थी, जींस और छोटे कपड़े पहनना उसके शौक में शुमार था लेकिन उसने अपनी बहू की जिम्मेदारी को समझते हुए सबसे मोह छुड़ा लिया था। एक महीने बाद वह दिन आ गया जब हम चारों फ्लैट में शिफ्ट हुए। तृप्ति और सीमा फ्लैट देखकर बहुत खुश हुई, केवल 4 ही लोगों का काम होने से उन्होंने केवल सुबह फ्लैट की सफाई के लिए बाई लगाने की सहमति दी। खाना दोनों खुद बनाना चाहती थी। शिफ्ट होने के 15 दिन तक तो ऑफिस सेट अप करने और ऑफिस के एंप्लाइज की जॉइनिंग के साक्षात्कारमें ही लग गए। सुबह 9:00 बजे जाते तो आने में रात को 10:00 बज जाते। इस बीच मेरी सीमा से केवल ना के बराबर बात हुई। क्योंकि श्लोक और तृप्ति तो भाई बहन थे तो उनकी बातें ज्यादा हो जाती थी पर अभी चारों के बीच "याराना नहीं था।

यह तो याराना कहानी की पूरी पृष्ठभूमि बदलने की बातें थी। कहानी की वासना वाली बातें तो अब शुरू करते हैं।

जब ऑफिस और घर दोनों जम गए तब श्लोक और हमने 2 दिन की सप्ताहांत पर छुट्टी करने की सोची, अतः दोनों घर पर ही रहे। जब सुबह हम उठे तो दोनों की बीवियां नाश्ते पर हमारा इंतजार कर रही थी। हम थोड़ा समय लेकर डाइनिंग टेबल पर पहुंचे। तृप्ति और सीमा ने इन दिनों काफी सारी शॉपिंग की थी। ससुराल में साड़ी पहनने वाली तृप्ति की जगह अब छोटी पैंटी समान जींस के निकर ने ले ली थी जिससे तृप्ति की गोरी और भरी हुई बालों रहित जांघों के दर्शन हो रहे थे जो उत्तेजना का भाव पैदा करने वाले थे। सीमा ने भी इसी तरह का छोटा निकर पहना हुआ था। आज फ्री होने के कारण मेरा ध्यान अनायास ही उसके तृप्ति से पतली गोरी गोरी जांघ पर गया लेकिन बाकी तीनों के वहां होने से मैं उसकी गोरी टांगों को घूर के मन भर के नहीं देख पाया। अभी तक सीमा के लिए मन में कोई बुरे विचार नहीं थे लेकिन आज सफेद चमड़ी से सटे निक्कर में सीमा को देख कर मन में अचानक से एक हिलोरा आया। श्लोक सीमा की शादी के 2 साल बाद मैंने सीमा को यहीं फ्लैट में ही अच्छे से देखा था, काफी मॉडर्न थी। लेकिन हमारी बातचीत कम ही हुई थी जितनी जरूरत हो। यह समय की कमी की वजह से था लेकिन अब हमारे पास वक्त था। टेबल पर थोड़ी अनौपचारिक बातचीत और नाश्ते के बाद महिलाएं अपने काम में लग गई और श्लोक और हम टाइम पास करने लगे। बिजनेस के इधर उधर की बातों के बाद हम अपने अपने कमरे में तैयार हुए और दिन में आराम करने लगे। तृप्ति मेरे पास थी लेकिन मेरे दिमाग में सीमा छाई हुई थी। मैं खुश था कि तृप्ति सीमा इसी तरह के कपड़े घर में पहनने के लिए लाई थी जो कि उसने मुझे बताए थे कि चलो घर में मेरी वासना का समाधान तृप्ति के साथ सीमा का अंग प्रदर्शन भी रहेगा। मैं चाहता था हम चारों रिश्तेदार ना रह कर यार बन जायें। इसलिए हम चारों एक को एक दूसरे के साथ घुलना जरूरी था। क्योंकि तृप्ति सीमा ननद भाभी और श्लोक तृप्ति भाई बहन होने से उनकी तो फिर भी बातचीत जान पहचान थी लेकिन श्लोक मेरे बीच गंदी बातें ना करने की मर्यादा थी। हम अभी तक दोस्त नहीं थे।
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12-16-2020, 01:22 PM,
#27
RE: Hindi Sex Stories याराना
मैंने चारोंको घुलने मिलनेके लिए ऑनलाइन फिल्म की टिकट करवा दी। फिल्म कैमरॉन डाइज की सेक्सटेप सेक्स कॉमेडी थी, चारों इसे देखकर खूब हंसे। घर आते वक्त कार में फिल्म के अश्लील जोक पर हम खूब हंसे। इस तरह हमारे काफी घुले-मिले रिश्तेदार से यार होने की शुरुआत होने लगी। घर पहुंचने के बाद मैंने अपनी पत्नी की जोरदार ठुकाई की और लगभग 2:00 बजे थे, आंखों में नींद समाने ही वाली थी कि पास के कमरे से सीमा के दर्द और मजे से मिश्रित जैसी सेक्स करते हुए आह आह की आवाज आने लगी l मैं चकित था क्योंकि हमारे सेक्स करने में कभी इस तरह की तेज आवाजें नहीं निकलती थी। ऐसा सिर्फ मैंने फिल्मों में देखा था कि पोर्न फिल्मों की नायिका जोर से आह आह कर रही है। तृप्ति को भी नींद नहीं आई थी वह मेरी तरफ देख कर हंसने लगी l

मैंने तृप्ति से कहा- यह सब क्या है?

तो तृप्ति ने मुस्कुराते हुए कहा- आप तो ऑफिस के काम की वजह से जल्दी से थक कर सो जाते थे लेकिन पिछले 15 20 दिनों में मैंने यह आवाज तीन चार बार पहले भी सुनी है।

मैंने तृप्ति से कहा- तो इसका मतलब क्या है? श्लोक वाइल्ड सेक्स करता है या फिर सीमा को शादी के इतने समय बाद भी श्लोक का लिंग लेने की आदत नहीं हुई है। अपने भाई के बारे में ऐसी बात सुनकर तृप्ति ने मुझे टोका और कहा- आप उनके बेडरूम में इतना ज्यादा इंटरेस्ट क्यों ले रहे हो?

मैंने बात को वापस वहीं पर रख कर कहा- छोड़ो ना फालतू बातें, यह बताओ यह सब है क्या?

तो तृप्ति ने कहा- देखो यह केवल दर्द से चीखने की आवाज नहीं है इसमें मजे की ध्वनि भी सम्मिलित है, इसका मतलब सीमा को आनन्द तो आ ही रहा है, थोड़ा दर्द भी हो रहा है।

मैंने तृप्ति से कहा- इसका मतलब तुम्हारे भाई का लिंग या तो काफी बड़ा है या काफी दम रखता है।

इस पर तृप्ति ने मुझे डांट कर चुप करा दिया और कहा- एक बहन के सामने उसके भाई की ऐसी बातें करते हुए आपको शर्म आनी चाहिए।

मैं- यह देखो अपने पति के मित्र के साथ सोने वाली पतिव्रता नारी! आज कितनी सज्जनता वाली बात कर रही है.

तृप्ति- यार, रणविजय की बात अलग थी। यह सब हमने सम्मिलित रूप से किया था और इसमें हम सब भागीदार थे लेकिन श्लोक मेरा भाई है मुझे ऐसी बातें करना अच्छा नहीं लगता।

मुझसे नाराज होकर तथा डांट कर तृप्ति सो गई.

उसके करीब आधे घंटे बाद तक सीमा की सेक्स में मजे लेने वाली आवाज आती रही जैसे कि कोई पोर्न फिल्म की आवाज आ रही हो। जब उनकी आवाज बंद हुई, उसके आधे घंटे बाद मुझे नींद आ गई। इस आधे घंटे में मेरे मन में सीमा को लेकर काफी सारा मंथन हुआ, सीमा की अहा अहा की आवाज में उसके प्रति मेरे विचार बदल लिए थे। ऐसा लग रहा था जैसे कोई पोर्न फिल्मकी नायिका बेहद आनन्दपूर्वक सब कुछ भूलकर चुदाई में खोई हुई है और उसकी ऐसी तस्वीर की कल्पना करते हुए मुझे नींद आ गई।

##

अगले दिन चाय नाश्ता कर श्लोक और मैं किसी मॉल में शॉपिंग और जरूरी सामानों की खरीदारी करने के लिए गए। वहां मैंने श्लोक से ऐसी बातें शुरू की जिससे कि वह मुझे दोस्त मानने लगे।

मैं- यार श्लोक, सेक्स टेप पिक्चर बड़ी प्यारी थी। सेक्स प्ले, सेक्स को लेकर एक्सपेरिमेंट और कॉमेडी जोरदार थी। मुझे तो उस फिल्म की हीरोइन कैमरोन डियाज काफी अच्छी लगी। एकदम गोरी प्यारी सी!

श्लोक- हां जीजू, मुझे वह पसंद है, मैंने उसके काफी फिल्में देखी हैं!

मैं- मुझे लगता है कि हमें भी ऐसे सेक्स एक्सपेरिमेंट करना चाहिए!

श्लोक- क्यों जीजू, आपको ऐसा करने की क्या जरूरत पड़ने लग गई? दीदी आपका ख्याल नहीं रखती क्या?

मैं- तुम्हारी दीदी तो बड़ा ख्याल रखती है लेकिन साला आदमी का मन ही इतना चंचल होता है कि उसे एक ही लड़की का ख्याल काफी नहीं होता!

श्लोक- हां जी, बात तो आपकी सही है!

मैं- यार श्लोक, तुमने तो विदेश में रहकर पढ़ाई की है वहांतो तुमने कैमरोन जैसे गोरी महिलाओं के साथ काफी मजा किया होगा?

श्लोक- क्या जीजू, आप भी सारे राज जान कर रहेंगे?
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12-16-2020, 01:22 PM,
#28
RE: Hindi Sex Stories याराना
मैं- अरे यार श्लोक, क्या बताऊं, तुम तो बाहर जाकर पढ़े हुए हो, तुम्हारी दोस्ती तो तुम्हारी पढ़ाई ही रही होगी लेकिन मुझे तो दोस्तों की आदत है। गांव में भी मेरे काफी दोस्त हैं और रोजाना उनके साथ उठना बैठना बातें करना सब बड़ा याद आता है. अभी यहां तो दोस्त भी तुम हो, सालेभी तुम, रिश्तेदार भी तुम! इसलिए दोस्ती वाली बातें कर रहा हूं l चिंता मत करो, तुम्हारी दीदी से तुम्हारी तारीफ नहीं करूंगा l

श्लोक- चलो ठीक है जीजू, वहां सारे दोस्त वीकेंड पर कॉल गर्ल के पास जाते थे वहां पर मैंने काफी सारी अंग्रेजी महिलाओं की चुदाई की है। उसके बाद पढ़ाई के अंतिम साल में मेरे एक अंग्रेज महिला सेट हो गई थी। हमने जमकर सेक्स किया। खूब मजे लिए। और आप अपने बारे में बताइए?

मैं- यार, शादी से पहले तो मैंने भी बहुत मजे लिए। लेकिन किसी अंग्रेज महिला के साथ संबंध नहीं बना पाया, इस बात का मलाल है, इतने गोरे रंग की महिला के साथ सेक्स करना काफी मज़ेदार होता होगा।

श्लोक- गोरी महिला से आपका क्या तात्पर्य है हमारे परिवार में तो किसी का भी रंग सांवला नहीं। दीदी उतनी ही गोरी है जितने कि कोई अंग्रेज महिला, मुझे तो उनके रंग और किसी अंग्रेज महिला के रंग में कोई खास फर्क नजर नहीं आता और रही अंग्रेज महिला के साथ सेक्स संबंध बनाने की बात तो इसका इंतजाम मैं अपने जीजाजी के लिए कर दूंगा। हां, बस दीदी को इसका पता ना चले वरना मैं अपनी बहन का घर बिगाड़ने वाला भाई बन जाऊंगा।

हम दोनों इस बात पर हंसने लगे। चलो अच्छा हुआ, आज मेरा साला मेरा दोस्त बनने लगा था। मुझे विश्वास था कि समय के साथ हमारी दोस्ती बढ़ती जाएगी। लेकिन इससे होने वाला था क्या?

आपको पता है मेरे दिमाग में क्या चल रहा था? चलिए बताता हूं:-

श्लोक और सीमा एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे। तृप्ति भी मुझे प्यार करती थी। सीमा की सेक्सी लंबी टांगों ने मेरे दिमाग में सेक्स का कीड़ा कर दिया था लेकिन मैं उसके साथ धोखे से जबरदस्ती या उसे पटा कर सेक्स नहीं कर सकता था और इसमें तो मजा भी नहीं आता। मैं श्लोक के साथ या तृप्ति के साथ धोखा नहीं करना चाहता था। मैं तो बराबर का सौदा करना चाहता था और इस प्रकार का सौदा तो मैं कर चुका था। जी हां मैं वाइफ स्वैपिंग की बात कर रहा था। लेकिन सबसे बड़ी समस्या यह थी कि सीमा का पति और मेरी बीवी आपस में भाई बहन हैं। यह अदला-बदली का खेल शुरू करना इतना आसान नहीं था इसमें काफी रिस्क था। श्लोक से सीमा से बदनामी का तथा तृप्ति से उसकी नजरों में गिर जाने का रिस्क था। लेकिन अगर रिस्क ना होती तो याराना रोमांचक कैसे बनता।

समय बीतता गया सीमा से मेरी भी हंसी मजाक होने लगी थी हम एक दूसरे को दोस्त की तरह ट्रीट करने लगे थे कभी-कभी अश्लील मजाक भी कर लिया करते थे जब चारों एक साथ बैठे रहते थे। लेकिन क्योंकि हम सारे व्यस्क थे इसलिए कोई इतना बड़ा इशू नहीं था। खुलने में बीवियों की भी तारीफ करनी होगी क्योंकि नाश्ता करते हुए और ऑफिस जाते हुए गले लगना किस कर लेना आम बात हो गई थी। लड़कियों का छोटे कपड़े पहनना मुद्दा नहीं था। सीमा और तृप्ति के कपड़े शरीर को छुपाते कम दिखाते ज्यादा थे, उनकी टाइट वाइट शर्ट उनके शरीर के अंगों का अंग प्रदर्शन खुलेआम करते थे। और दोनों देवियों ने अपनी गोरी सेक्सी टांगों को ढकना तो छोड़ ही दिया था। केवल उनके जांघों के ऊपर का हिस्सा ढका हुआ होता था।

रातों में सीमा के श्लोक के साथ मजे के साथ सेक्स में कराहने की आवाज आती रहती थी। कभी-कभी श्लोक की भी जोरदार आवाज आती। उनका इस तरह से सेक्स करना हमारे लिए पहेली था जिसे शायद तृप्ति ने समझना उचित नहीं समझा। लेकिन सीमा की आवाज मुझे बेचैन कर जाती थी।

एक दिन ऑफिसके काम के बाद मैं और श्लोक दोनों खाली बैठे हुए थे तो मैंने मजाक में कह दिया- श्लोक, मेरे लिए अंग्रेज महिला के इंतजाम का क्या हुआ?

तभी श्लोक बोला- कभी किसी बहाने से दोनों की बीवियों को यहां छोड़ कर एक विदेश का दौरा कर ही लेते हैं, वहां जाकर आप का शौक तो पूरा हो जाएगा। लेकिन मेरा शौक नहीं पूरा होगा।

मैं- क्यों ऐसा क्या शौक है मेरे साले साहब को?

श्लोक- जीरो फिगर वाली जैसे शरीर रखने वाली खूब लड़कियों के साथ सेक्स कर लिया है लेकिन आजकल देसी पोर्न साइट पर भाभियों को देख देखकर मेरे मन किसी भाभी को ठोकने की लिए तड़पता है। भरे हुए शरीर की लेकिन मोटी नहीं, ऐसी महिला के साथ सेक्स करने को मिल जाए तो मनोकामना पूर्ण हो जाए। जैसे कि बाहुबली फिल्म की अनुष्का शेट्टी!

इतने में मैं उसकी बात काट कर बोला- या फिर बाहुबली की तमन्ना भाटिया? है ना?

श्लोक हंसने लगा और कहने लगा- हां, वह भी मुझे काफी पसंद है!

श्लोक से बात सुनकर मेरा मन काफी खुश हुआ उसकी यह मनोकामना तो तृप्ति का शरीर पूरा कर सकता था। तमन्ना भाटिया के सेक्सी शरीर को लिए हुए गोरे रंग की अप्सरा थी तृप्ति।

साड़ी पहनने के कारण एक सेक्सी भाभी का रोल प्ले भी कर सकती थी।

मैंने अपना पासा फेंका और श्लोक का ध्यान तृप्ति पर लाने के लिए कहा- यार सेक्सी भाभी तो मेरे पास है लेकिन मुझे तो पतली कमर और जीरो फिगर वाली महिलाएं ज्यादा आकर्षित करती है जैसे कि लियाना डिक्रूज, कृति सेनन!

श्लोक- कृति सेनन तो मेरे पास है!

और हम दोनों इस बात पर हंसने लगे। मैं खुश था क्योंकि श्लोक को मैंने यह एहसास करा दिया था कि हम दोनों की पसंद एक दूसरे के पास है। आग तो श्लोक के अंदर भी लगी थी, मुझे बस उसमें घी डालना था और उस आग की लपट को तृप्तिकी तरफ मोड़ना था। दोनों जीजा साले अश्लील बातों में इतना डूब गए थे कि दिनभर ऑफिस में भी अश्लील बातें ही करते रहते थे सेक्स के अलावा हमारे पास और कोई टॉपिक नहीं था। घर आकर हम अपनी अपनी बीवियों की जोरदार ठुकाई करते।
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12-16-2020, 01:22 PM,
#29
RE: Hindi Sex Stories याराना
इस बीच श्लोक और मैंने अपने पसंद के सेक्स आसन भी शेयर कर लिए थे। मुझे पता था कि जब मैं उसे अपना पसंद का सेक्स आसन बता रहा हूं तो कहीं ना कहीं मन मैं वह अपनी बहन को उसके सामने रखकर देख रहा होगा। एक दिन ऑफिस में हम दोनों बैठकर पोर्न फिल्म देख रहे थे, पोर्न फिल्म सामूहिक चुदाई की थी।

इस पर श्लोक बोला- यार जीजू, आजकल यह चलन बहुत चल रहा है ग्रुप सेक्स का।

इस पर मैंने अगला पासा फेंक ही डाला और कहा- हां यार, ज्यादातर फिल्मों में दो जोड़े आपस में अपनी प्रेमिका बीवियां या अपनी बहनों को बदलकर सेक्स करते हैं और फिर आपस में चारों सेक्स करने लग जाते हैं इस तरह एक ग्रुप बन जाता है और फिर चारों ग्रुप सेक्स करके मजा लेते हैं। वास्तव में यह बहुत उत्तेजना पैदा करने वाला विषय है।

श्लोक- हां मैंने सुना है स्वैपिंग के बारे में विदेश में, जहां मैंने पढ़ाई की थी, वहां मेरे सहपाठी अपने प्रेमिकाओं को बदलकर विकेंड मनाते थे। अब मैं वो काम करने जा रहा था जिसे करने के लिए मुझे काफी हिम्मत चाहिए थी, मैं श्लोक को बताने जा रहा था कि हमने एक बार स्वैपिंग की है। यह मैं उसे इसलिए बताना चाहता था ताकि तृप्ति को उसको देखने का नजरिया बदल जाए। तृप्ति के प्रति उसके मन में वासना जागने लगे वह तृप्ति को किसी और से चुदाई करते हुए कल्पना करने लगे और ऐसा होगा तभी तो मैं अपने लक्ष्य में कामयाब हो सकूंगा क्योंकि तृप्ति जैसे शरीर को तो वह चोदना ही चाहता था।

मैं- हां यार श्लोक, वाइफ स्वैपिंग में मजा तो आता है। मजा मजा मजा मजा।

श्लोक- आप क्यों अपने मन में लड्डू फोड़ रहे हैं?

तब मैं बोला- मन का लड्डू? अरे नहीं यार, मैं लड्डू खा चुका हूं।

श्लोक- क्या क्या क्या? क्या कहा आपने? आप स्वैपिंग का लड्डू खा चुके हो?

मैं- हां जी श्लोक जी, सही सुन रहे हैं आप!

श्लोक- तो कौन सी गर्लफ्रेंड की अदला-बदली की थी आपने और हमें नहीं बताई यह रोमांचक कहानी?

मैं- गर्लफ्रेंड? मैंने कब कहा गर्लफ्रेंड, अरे मैं तो बीवियों की अदला बदली कर बात कर रहा हूं।

श्लोक- नहीं यार जीजू, आप झूठ बोल रहे हो। मैं नहीं मानता कि तृप्ति दीदी!

मैं- अरे भाई श्लोक, तुम्हारी कसम, तुम्हारी तृप्ति दीदी की कसम, हमने यह लड्डू बड़े मजे के साथ खाया है।

श्लोक- कैसे? कहां? अभी बताइए।

मैं- बस इसके आगे नहीं बताऊंगा, पर जो अभी बताया वह सच बताया है। मैं तो कहता हूं श्लोक कि तुम भी वाइफ स्वैपिंग का मजा ले कर देखो। दुनिया के जितने भी सेक्स है उनमें वाइफ स्वैपिंग जैसा मजा कोई सा भी सेक्स नहीं दे सकता। तीन साल होने को आए तुम्हारी शादी को, कभी चूत बदलने का मन नहीं किया?

श्लोक- मन तो किया लेकिन जितनी लड़कियां मुझ पर मरती है जब जीरो फिगर या फिर सीमा से शरीर की। लेकिन आपको तो मेरी चाहत पता ही है कोई भाभी सेट करवा लो या फिर वही करवा दो जिसके साथ आपने सेक्स किया था।

मैं- बेटा स्वैपिंग करने के लिए अपनी बीवी को भी किसी और को देना पड़ता है। क्या यह कर पाओगे?

श्लोक- अरे जीजू, सीमा और मैं एक दूसरे से बेहद प्यार करते हैं लेकिन सीमा बहुत खुले विचारों वाली है आप नहीं जानते किस किस तरह की उसकी सेक्स इच्छाओं को मैंने पूरा किया है। उसे तो मैं एक दिन में समझा सकता हूं। उसके शादी से पहले दो बॉयफ्रेंड थे और मेरी भी गर्लफ्रेंड और कॉल गर्ल की चुदाई के बारे में मैं उसे बता चुका हूं हम दोनों पति पत्नी होकर भी बेहद अच्छे दोस्त है। वह सब में कर लूंगा आप तो बस दूसरे कपल का इंतजाम करवाइए। यह बात बोलते हुए मुझे बहुत डर लग रहा था कि दूसरा कपल हम हैं ना! इसलिए मैंने बात को यहीं विराम दिया और श्लोक को जल्द ही इसके बारे में बताने का वादा किया।

आज शाम को जब हम घर पहुंचे तो श्लोक गुमसुम गुमसुम था उसका व्यवहार अलग ही नजर आ रहा था। वह अपनी बहन को ऐसे देख रहा था जैसे नजर नजर में ही समझ लेना चाहता हो कि तृप्ति ऐसा भी कर सकती है।

##

मैंने उसके 2 दिन बाद तक श्लोक की नजरों को पकड़ा कि किस तरह वह तृप्ति के पैरों पेट व शरीर को देखता है। मेरे ख्याल से श्लोक के मन में तृप्ति के प्रति कामवासना जागृत होने लगी थी। लेकिन एक भाई का अपनी बहन के लिए यह उजागर करना आसान नहीं था। एक कदम तो मैं सफलतापूर्वक आगे चल गया था। मुझे अगला कदम रखना था, श्लोक को तृप्ति के साथ स्वैपिंग के लिए मनाना।

दो दिन बाद ऑफिस में:-

मैं- यार श्लोक, काफी दिनों से मन में एक सवाल है, तुम बुरा ना मानकर उस बात का सही जवाब देना अगर मुझे दोस्त मानते हो। सेक्स तो सभी करते हैं लेकिन तुम्हारे कमरे से इतनी जोरदार चीखने चिल्लाने की आवाज में कैसे आती हैं जिस तरह मानो किसी पोर्न फिल्म की शूटिंग अंदर चल रही हो और पोर्न फिल्म की नायिका बड़े मजे से सेक्स का आनन्द ले रही हो लेकिन उस मजे में दर्द का समावेश भी होता है। तो क्या अभी तक सीमा को तुम्हारा लिंग लेने की आदत नहीं हुई है?
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12-16-2020, 01:22 PM,
#30
RE: Hindi Sex Stories याराना
श्लोक- अगर आप पूछ रहे हैं जीजू, तो मैं आज आपको सब कुछ सच बताता हूं। एक मर्द का लंबे समय तक सेक्स करना उसका सपना होता है लेकिन मैं मेरे अंदर यह गुण भगवान ने काफी दिया है लेकिन बुरी बात तो यह है के यह गुण भगवान ने मुझे ज्यादा ही दे दिया है। मतलब यह है कि जब मैं सेक्स करने लगता हूं तो कितना भी चाहूं स्खलन होता ही नहीं है वीर्य गिरता ही नहीं है। यह कोई ताकत नहीं, एक अजीब सी बीमारी है। सीमा को चोद चोद कर मेरा पूरा शरीर टूट जाता है लेकिन मैं संतुष्टि पर नहीं पहुंच पाता, करीब 45 या 50 मिनट की जोरदार चुदाई के बाद में मुझे कहीं संतुष्टि मिलती है। इसके लिए मैंने क्या कुछ नहीं कर के देखा। सीमा काफी अच्छा मुखमैथुन करती हैं उसकी चूत को मैंने चोद चोद कर चित्तौड़गढ़ बना दिया है। मेरे लिंग पर एक छोटा सा छेद रगड़ खाएं इसके लिए मैंने सीमा की गांड को गोदाम बना दिया है। तो भी संतुष्टि बड़ी मुश्किल से मिलती है। यह वरदान नहीं अभिशाप है। सीमा मेरे द्वारा किए हुए सेक्स से काफी परेशान भी हो जाती है कभी-कभी का ठीक है लेकिन रोज इतना गहरा सेक्स नहीं ले सकती। मैंने तो विदेश में बड़ी-बड़ी कॉल गर्ल को भी पटकनी दे दी है। यह तो बेचारी एक देसी लड़की है। पर क्या करूं रोज सेक्स किए बिना भी रहा नहीं जाता।

मैं- समझ नहीं आ रहा है यह समस्या है या खुशी की बात! किंतु यह इतना भी बुरा नहीं है क्योंकि सेक्स में तुम मजे तो ले रहे हो। अच्छा यह बताओ सीमा इस पर क्या कहती है?

श्लोक- सीमा अभी तक समझ नहीं पाई है कि वह खुश हो या दुखी। शुरुआत के आधे घंटे तक वह जमकर मजा लेती है और जमकर मजा देती है। मैं उसे पाकर बहुत खुश हूं किंतु उसके स्खलन के बाद मेरे स्खलन तक का समय उस पर बहुत भारी पड़ता है। फिर श्लोक बोला- यार जीजू, यह सब छोड़ो जब से आपने मुझे आपके स्वैपिंग के बारे में बताया है तब से मेरे दिलो दिमाग से यह बात निकल नहीं पाई है। तृप्ति दीदी को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता कि वे. . इतना कहकर श्लोक रुक गया।

मैंने उससे उसकी बात पूरी करने का आग्रह किया.

इस पर श्लोक ने कहा- तृप्ति दीदी को देखकर बिल्कुल नहीं लगता कि वे सेक्स के लिए अपने पति की अदला बदली कर सकती हैं।

मैं- अच्छा तभी तृप्ति दीदी को आजकल घूर घूर कर देख कर तुम उनके इस क्रियाओं के बारे अंदाजा लगाते होn?

श्लोक- नहीं, मैंने कहां देखा घूर कर? (श्लोक की जुबान लड़खड़ाने लगी)

मैं- प्रिय श्लोक, मैंने तुम्हें देखा है तृप्ति को घूरते हुए, उसकी गोरी टांगों और उसके पिछवाड़े को आते जाते निहारते हुए। माना कि स्वैपिंग की बात बताने से पहले तुम्हारी ऐसी कोई बुरी नजर तृप्ति पर नहीं थी लेकिन उस दिन के बाद से मैंने तुम्हारी नजर का फेर महसूस किया है।

श्लोक- जीजू, मुझे माफ कर दो, आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। मैं क्या करूं, यह बात मेरे दिलो-दिमाग से गुजर नहीं पाई है जब भी तृप्ति दीदी को देखता हूं उनके स्वैपिंग करके दूसरे मर्द से चोदने की कल्पना पर मन अजीब सा हो जाता है और पता नहीं किस प्रकार की जलन मुझे होने लग जाती है।

मैं- यार श्लोक, जलन तो अपनी प्रेमिका या पत्नी को किसी और के साथ कल्पना करके होनी चाहिए। वह तो तुम्हारी बहन है, पता नहीं तुम्हें उससे क्या फर्क पड़ता है कि वह किसी के भी साथ सेक्स करें क्योंकि तृप्ति तो मेरी संपत्ति है। कहीं तुम्हारा मन यह तो नहीं सोच रहा था कि मेरे इतने करीब होते हुए भी तृप्ति अपने जीजू के अलावा किसी और से कैसे चुदाई कर सकती है?

श्लोक गुस्सा हो गया और बोला- जीजू, आप ऐसा सोच भी कैसे सकते हैं कि मैं अपनी बहन के बारे में ऐसा सोच लूंगा। आपकी इस गंदी बात की वजह से मैं आप को कभी माफ नहीं करूंगा! अगर आप मेरे जीजाजी नहीं होते तो शायद मैं कुछ ऐसा कर बैठता जिससे कि आप किसी के साथ सेक्स करने लायक नहीं रहते।

मैं- माफ करना श्लोक, यह बात तो मैंने तुम्हारी नजर देखने के बाद कहीं है। तुम तो मेरे दोस्त हो। अगर तृप्ति और मैं किसी और के साथ अदला बदली करके एक दूसरे से चुदाई कर सकते हैं तो क्या बुरा है कि वह दूसरा जोड़ा तुम ही बन जाओ। वैसे भी अदला बदली का खेल कोई सही बात तो नहीं है। तो इस गलत बात को गलत कहने तथा करने में सही गलत सोचने का क्या काम। वैसे भी तुम्हारी मन की इच्छा है क्या तुम किसी ऐसी भारतीय देसी महिला के साथ सेक्स करना चाहते हो जो नई नवेली भाभी हो, जिसका जीरो फिगर ना हो, भरा पूरा शरीर हो अनुष्का शेट्टी, तमन्ना भाटिया और तृप्ति, क्या इन तीनों से बेहतर तुम्हें कोई अपनी मनोकामना पूर्ण करवाने वाली लगती है? अनुष्का और तमन्ना तो तुम्हारी मनोकामना पूर्ण करने नहीं आएगी तो क्या तृप्ति के अलावा तुम्हें कोई और उससे बेहतर उससे सुंदर उससे अधिक सेक्सी शरीर वाली महिला तुम्हारे ध्यान में आती है? नहीं ना? तो अदला-बदली का यह खेल अगर हम दोनों किसी और के साथ खेलें और आने वाले समय में तुम्हारी मॉडर्न पत्नी सीमा और तुम किसी और के साथ खेलो, उससे बेहतर है कि हम आज ही यह खेल खेल कर अपनी मनोकामनाएं पूर्ण कर लें।

श्लोक- जीजाजी, आप क्या बोल रहे हैं, मेरी समझ से बाहर है, मैं ऐसा सोचभी नहीं सकता। मुझे माफ कर दीजिए और अब इस विषय में या किसी भी विषय में मुझसे ऐसी बात मत कीजिएगा। (श्लोक फनफनाते हुए केबिन छोड़कर चला गया)

सच बताऊं तो एक पल के लिए मैं काफी डर गया था कि वह तृप्ति को यह बातें बता ना दे क्योंकि मैंने तृप्ति को इन बातों के लिए तैयार नहीं किया था इसलिए भाई बहन वाली बात पर पूरी बात बिगड़ सकती थी। जब मैं घर गया तब पता चला श्लोक ने मुझसे बात करना छोड़ दिया था, दो दिन तक हमारी बिल्कुल बातचीत नहीं हुई।

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