RE: Incest Kahani जीजा के कहने पर बहन को माँ �...
एक बार कॉलेज में छुट्टी हुई तो मैं दीदी को देखने जब उसके क्लास रूम में गया तो रूम खाली था | मैं दरवाजे से वापिस मुड़ने लगा तो मुझे दरवाजे के पीछे से कुछ फुसफुसाहट सी होती सुनाई दी | मैं रुक गया और सुनने लगा | लड़की की दबी हुई आवाज़ “रोहित,,प्लीज़ छोड़ो मुझे अब, सब लोग जा चुके हैं..”
रोहित : बस एक किस और... बस एक... फिर चलते हैं |
लड़की : बस....बस .... अब छोड़ो भी मुझे |
रोहित : थोड़ा सा और प्लीज़...... बस एक बार ..... एक लिप् किस करने दो फिर चली जाना मेरी जान |
लड़की : ना... आआहा... अभी नही फिर कभी |
रोहित : अच्छा यह तो देखने दो पेंटी कौन से कलर की पहनी है आज |
लड़की : शटअप .... रोहित .... प्लीज़ मुझे जाने दो अभी |
रोहित : तू कुछ मत कर बस ऐसे ही खड़ी रहना ..... मैं बैठके खुद तेरी सलवार खोल के देख लेता हूँ |
लड़की : आह नो नो |
लग रहा था रोहित नीचे बैठके लड़की की सलवार खोल के अंदर झाँकने की कोशिश कर रहा था |
रोहित : यार हाथ क्यों पकड़ रही ओ मेरा ...... और अपनी टांगे क्यों बंद कर रही हो |
लड़की : प्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ रोहित फिर कभी.... देख लेना |
रोहित : ओक ठीक है ..... एक किस तो ...... |
लड़की : ओके लास्ट वन |
फिर “पुच्च” की हल्की सी आवाज़ आई और किस के बाद लड़की शायद रोहित की गिरफत से निकलके जाने लगी तो लग रहा था जैसे रोहित ने पीछे से फिर से उसे दबोच लिया हो और उसके बूब्स मसलने लगा हो | अब जैसे लड़की उसकी बाहों में कसमसाती हुई हल्की सी फुसफुसाहट में बोली “रोहित बस भी करो प्लीज़ .... दीपू मेरी वेट कर रहा होगा .... प्लीज़ छोड़ो” अपना नाम सुनके मेरे कान खड़े हो गए | यह पूजा दीदी की ही आवाज़ थी | मैं दरवाजे के थोड़ा और करीब हो गया | अब उनकी तेज साँसों और किस्सिंग की आवाज़ सुनाई दे रही थी जैसे एक दूसरे के जिस्म को मसल रहे हों | मेरी दीदी किसी के साथ मज़ा ले रही थी | पता नही क्यों मुझे यह सब सुनके बहुत मज़ा आ रहा था और अपनी दीदी के बारे में ऐसा करते सोचके तो मेरा लंड अपने आप खड़ा होना शुरू हो गया |
फिर कुछ सेकेंड्स के बाद दीदी की आवाज़ आई “आह .... रोहित ....”
रोहित : यार क्या कर रही हो अपनी लेग्स तो खोल |
दीदी : हाथ बाहर निकालो..... प्लीज़ बाहर निकालो हाथ मेरी पेंटी से .... मुझे कुछ हो रहा है |
शायद रोहित ने दीदी को पीछे से पकड़े हुए अपना हाथ दीदी की पेंटी में डालके दीदी की चूत पे हाथ रख दिया था | अब दीदी शायद घर जाने और मेरे बारे में भूल चुकी थी और नशीली आवाज़ में उसके कराहने की आवाज़ आ रही थी जैसे “आह .... उम्म्म.... रोहित मेरी जान ..... मेरी जान निकल रही है” शायद दोनों आउट ऑफ कंट्रोल होते जा रहे थे और उनके अंदर का गरम पानी उबाले मारने लगा था |
रोहित दीदी को गरम करने का अपना काम करता रहा और उसके बोलने की कोई आवाज़ नही आई |
फिर कुछ देर बाद जैसे मदहोशी की आवाज़ में दीदी बोली “मत करो ना ......... प्लज़्ज़्ज़ ...... मैं पागल हो रही हूँ”
फिर “पुच्च पुच्च” की हल्की हल्की सी आवाज़ आने लगी | लग रहा था दीदी और रोहित पूरा मज़ा ले रहे हैं लेकिन वो तो मज़ा ले रहे थे मगर मुझे पहली बार पता नही क्यों यह सब सुनके अजीब सी फीलिंग हो रही थी | मेरा लंड पेंट में से उबरा हुआ नज़र आ रहा था और बहुत अच्छा लग रहा था | मैं उनकी मस्ती भरी आवाज़ें सुनके ही मस्त हुआ जा रहा था तभी दीदी बोली “रोहित ...... अब इसे क्यों नीचे कर रहे हो” |
रोहित : पेंटी उतारने दो ना प्लीज़ |
दीदी : पागल हो गए हो क्या.... मैं ऐसा कुछ नही करूँगी ... वो भी यहाँ |
रोहित : नही पूजा मैं ऐसा वैसा कुछ नही करूँगा लेकिन मुझे बस अपनी पेंटी तो उतार के दे दो आज |
दीदी : ना... नही नही... मैं घर कैसे जाऊंगी |
रोहित : सलवार के नीचे से क्या पता चलेगा यार |
दीदी : नही मैं घर से दूसरी ला दूँगी .... यह रहने दो |
रोहित : यार वो तो कल लाकर दोगी आज रात मैं क्या करूँगा प्लीज दे दो आज तुम्हारी इस पेंटी पर अपना निकालूँगा प्लीज जान |
मैं भी उनके मज़े के साथ पूरा मज़ा ले रहा था | तभी पीछे से मेरा दोस्त मोहित आ गया और बोला “दीपक तू यहाँ क्यों खड़ा है यार ... घर नही जाना”
मैंने कहा “यार दीदी को ढूंड रहा हूँ” |
वो बोला “दीदी गेट पे तुमको ढूंड रही होगी ... चल गेट पे देखते हैं”
‘साले ने सारा मज़ा खराब कर दिया’ यह सोचता मैं उसके साथ गेट की तरफ चला गया | हम गेट के पास जाके खड़े हुए तो कुछ ही देर में दीदी भी उसी रूम की तरफ से गेट की तरफ भागी आ रही थी और बोली “सॉरी दीपू मैं लेट हो गई” शायद मुझे एक्सक्यूस देना उसने ज़रूरी नही समझा | लेकिन उसकी सिलवट पड़ी शर्ट और लाल हुए होंठों से सॉफ पता चल रहा था कि वो अभी अभी कौनसा खेल, खेल के आ रही थी | शायद उसने मेरी और मेरे दोस्त की बातचीत सुन ली थी | इसी लिए जल्दी से भाग के हमारे पीछे ही आ गई थी | आज मैं पहली बार अपनी दीदी को इतने ध्यान से देख रहा था | कितनी खूबसूरत थी मेरी बहन कितनी सेक्सी थी साली, किसी हेरोइन से कम नही लग रही थी
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