RE: Incest Kahani दीवानगी
जब मैं संजू की दुकान पर गया
संजू : क्या बात है प्यारे सुबह सुबह आज याद आ गई
रवि : अबे तुझे खूसखबरी देने आया हू
संजू : कैसी खूसखबरी
रवि : मेरा एएसआइ मे सेलेक्षन हो गया
संजू : खुश होते हुए फिर तो प्यारे पार्टी बनती है
रवि : जी खोल कर पिएगे वो भी आज ही अंकुर की पार्टी मे
संजू : हाँ यार मैं तो भूल ही गया था,
तभी घर के अंदर से सीमा आंटी बाहर आई और चाइ के दो प्याले उनके हाथ मे थे, वह जैसे ही चाइ नीचे रखने के लिए झुकी मेरी नज़र उनकी मॅक्सी के अंदर मोटे मोटे पके आमो पर गई और फिर आंटी ने मुझे अपने कसे हुए आमो को घूरते हुए देखा और बहुत ही मंद स्माइल दे दी और जैसे ही मेरी नज़र संजू की तरफ गई मैं सकपका गया क्योकि उसने भी मुझे अपनी मोम के पके हुए मस्त आमो को घूरते हुए देख लिया था,
सीमा : और बेटे कैसे हो
रवि : मस्त हू आंटी
सीमा आंटी पलट कर अपनी गुदाज मोटी गंद मटकाते हुए अंदर जाने लगी और मैं उनके भारी चुतडो की थिरकन को देखने के लिए अपने आप को रोक नही सका और जब तक वह मेरी नज़र से औझल नही हो गई मैं उनकी गुदाज मोटी गान्ड को देखता रहा
फिर जब मैने संजू की ओर देखा तो वह अंजान बन कर चाइ पीने लगा
रवि : यार संजू कल तो मैने एक स्टोरी पढ़ी जिसमे मा बेटे की चुदाई के बारे मे लिखा था, क्या ऐसा होता भी है या फिर बस कहानी है
संजू : अबे इस दुनिया मे सब कुछ होता है तू नही जानता बहुत से लोगो का यह सोचना है कि सबसे ज़्यादा मज़ा अपनी मोम को चोदने मे ही आता है
रवि : अच्छा एक बात पुच्छू बुरा तो नही मानेगा
संजू : पूछ
रवि : अगर तेरी मोम तुझसे चुदवाये तो क्या तू चोद लेगा
संजू : गरम होते हुए, यार तू कैसी बाते कर रहा है, इतनी घटिया बात करने की तेरी हिम्मत कैसे हुई
रवि : देख मैने पहले ही कहा था कि बुरा मत मानना मैं तो बस ऐसे ही पुंछ रहा हू
संजू : तो तू ही बता दे, अगर तेरी मोम तुझसे चुदवायेगि तो क्या तू चोद देगा
रवि : यार संजू तू तो बुरा मान गया, मैं तुझे हर्ट नही करना चाहता था, तू इसे सीरियस्ली क्यो ले रहा है
संजू : नही तू ही बता, तू क्या चोद लेगा अपनी मोम को
रवि : मुस्कुराते हुए, अबे इस बारे मे मैने अभी तक सोचा नही पर ऐसा हो तो शायद चोद भी लू
संजू : हंस कर तू साले पक्का मदर्चोद है, कही तूने सच मुच तो अपनी मोम को नही चोद दिया
रवि : अबे मेरी शामत आई है जो मैं अपनी मोम को चोदुन्गा, मेरी गान्ड फाड़ देगी वह
संजू : मुस्कुराते हुए, महा कमीना है तू
मैने मन मे कहा साले तुझसे बड़ा कमीना तो नही हू , फिर मैने उससे शाम को अंकुर की पार्टी मे जाने के लिए रेडी रहने को कहते हुए जैसे ही संजू की दुकान से बाहर निकाल कर अपने घर जाने के लिए मुड़ा और मेरी नज़र उपर अपने घर की बालकनी मे गई जहाँ रिया दी मुझे देख रही थी, लेकिन उस समय मैं हैरान रह गया जब मैने देखा कि रिया दी के हाथ मे काँच का चाइ वाला ग्लास था जिसे उन्होने मुझे गुस्से से देखते हुए तोड़ दिया और उनका हाथ लहुलुहान हो गया, ना जाने उनके हाथ मे इतनी शक्ति कहाँ से आ गई थी मैं बहुत हैरान सा उपर की ओर भगा और जब तक मैं उपर पहुचता दी बाथरूम मई जा चुकी थी, मैने धीरे से दी को आवाज़ दी और 5 मिनिट बाद वह अपना हाथ धोकर बाहर निकली और अब वह चेहरे से शांत दिखाई दे रही थी
रवि : दी ग्लास कैसे तोड़ दिया तुमने क्या हुआ था तुम्हे
रिया : कुछ नही रे, मैं ग्लास थोड़ा तेज पकड़े थी और पता नही कैसे चटक कर टूट गया, तू कहाँ गया था सीमा आंटी को देखने ?
रवि : मुस्कुराते हुए दी के गालो को चूम कर उनके मोटे मोटे दूध को दबा कर मसल्ते हुए, तुम भी ना दी
रिया : नॉर्मल होते हुए, रवि तुझे पता है मैं तुझसे कितना प्यार करती हू
रवि : जानता हू दी तुम मुझसे बहुत प्यार करती हो
दी ने मुझे अपनी बाँहो मे भर कर मेरे होंठो को चूमते हुए कहा, नही रवि तू नही जानता कि मैं तुझसे कितना प्यार करती हू,
तभी दूसरी ओर से आहट हुई और दी ने मुझे जल्दी से छोड़ दिया और जब मैने दूसरी ओर देखा तो मेरे होश उड़ गये मोम जीन्स और टीशर्ट मे, माइ गॉड मोम तो एक हॉट बॉम्ब लग रही थी, उनके जैसी गदराई औरत को देखते ही लंड झटके खाने लग जाए, दी ने मुस्कुराते हुए मोम से कहा वाउ मोम युवर ब्यूटी
सुजाता : चलो अब मुझे चने के झाड़ पर मत चढ़ाओ, ले रिया तेरे लिए फोन है, रिया दी ने पूछा किसका फोन है मोम, तब मोम ने कहा तेरी बदमाश दोस्त प्रिया का
यह प्रिया और कोई नही बल्कि मेरी दी की सबसे पक्की सहेली थी जिससे मैं दी के साथ कई बार मिला हू, एक दम हॉट माल है और मैने उसके बारे मे ये भी सुना है कि बड़ी चालू चीज़ है, दी को सेक्सी बनाने मे उसका भी हाथ है, खेर दी उससे फोन पर बात करने चली गई और मैं मोम के पीछे पीछे उनके रूम की ओर चला गया, मोम आल्मिरा मे कपड़े फोल्ड करके रख रही थी और उनकी मोटी गान्ड जो जीन्स मे अपना पूरा आकर बया कर रही थी मेरे सामने थी मैं धीरे से मोम की गान्ड से अपने लंड को सटा कर खड़ा हो गया और मोम ने काम करते हुए ही कहा क्या बात है बेटे आजकल तेरा अपनी मोम के बिना मन नही लग रहा है, जब देखो मोम के पीछे ही पड़ा रहता है, इतना कह कर मोम के हाथ से उनकी ब्रा छूट कर नीचे गिर गई और मोम अपनी मोटी गान्ड उठा कर एक दम से उस ब्रा को उठाने के लिए झुकी, हे क्या बताऊ ऐसी मस्त तरीके से मोम की मोटी गान्ड उभर कर उपर उठ गई मेरे लंड पर एक धक्का सा लगा और मैण पीछे को सरक गया, फिर मोम सीधी हुई और वहाँ से मुस्कुराते हुए अपने भारी भरकम चौड़े चौड़े चुतडो को मटकाती हुई बेड पर पड़े बाकी कपड़ो को समेटने लगी,
रवि : मोम आज मंदिर जल्दी चल देना क्यो कि शाम को मुझे और दी को अंकुर के यहा पार्टी मे जाना है
सुजाता : मेरे गालो को खिच कर मुस्कुराते हुए, वो तो ठीक है बेटे लेकिन मैं यह जीन्स पहन कर नही जाउन्गि
रवि : मैने धीरे से मोम के भारी भरकम चुतडो को सहलाते हुए कहा, लेकिन क्यो मोम इतनी अच्छी तो लग रही हो आप इस जीन्स मे और इसकी फिटिंग देखो कितनी फिट है आपके बॅक साइड मे
सुजाता : मुस्कुराकर नही रे मुझे शर्म आती है और मोम ने अपनी भारी गान्ड पर हाथ फेर कर अपने चुतडो को और भी उठा कर मुझे दिखाते हुए कहा, इन्हे देख यह जीन्स मैं कितने बड़े बड़े नज़र आते है, मुझे तो शर्म आती है,
रवि : मोम की मोटी गान्ड को खा जाने वाली नज़रो से देखते हुए, मोम अब आप तो भरी पूरी औरत है और बड़ी औरतो के यह (चूतड़) तो ऐसे ही बड़े बड़े होते है और आपका जैसा शरीर है उस हिसाब से तो यह इतने ही बड़े अच्छे लगते है,
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