RE: Incest Porn Kahani चुदाई घर बार की
सच मै बिल्लो की आखों मै आसूं आ गए थे. बाजी ने कहा बही बस अब हो गया तुम धीरे धीरे बिल्लो की चुत की चुदाई करते रहो..
बिल्लो कह रही थी ..नहीं बाजी.. नहीं चुदना मुझे इस गधे जसे लंड से .. निकल लो अपना लंड.... और.. आह और दर्द से कहर रही थी ....
मैं उस को अपने साथ चिपका के बैठा हुआ उस के बूबस को चूस कर रहा था जिस से अब उसको भी मज़ा आने लगा.
उसका दर्द अब कुछ कम हो गया था. और वो भी धीरे द्जीरे अपनी गांड उठाके .अब चुदाई का मज़ा लेने लगी थी...
मेने उसको चोदने की रफ़्तार बड़ा दी.. जिस से वो अब पूरे मज़े थी.. ओह ओह्ह्ह आह बही चोदो छोड़ा अपने मोटे लंड से...की आजा निकल रही थी .. ओह बही मेरा गिरा ओह.. सच मैं बहुत मज़ा आ रहा है मोटे लंड चुदने मै... ओह भाई ..आआआआअह मैं फारिग.. ओह.. और उसका बदन दीला पड़ गया ..
मै अब उसको धीरे धरी चोद रहा था .की तभी बाजी ने मेरे कंधे से पकड़ के हिलाया और बोली
क्या भाई तुम दोनो ने ही मज़ा करना है क्या मैं हेरनी से बाजी की तरफ देखते हो बोला क्यूं बाजी बारी बारी ही करूँगा ना अब मेरे पास 2 लंड तो है नहीं की मैं तुम दोनो को एक साथ चोद सकों तो
बाजी ने हंसते हो कहा की बिल्लो अब फारिग हो गई है तुम मूह से मेरी चुत को मज़ा दो ,
बाजी की बात सुनके के मैं समझ गया की बाजी क्या चाहती हैं और मैं बिल्लो को छोड के जैसे ही बिस्तेर पे लेता तो बाजी ने अपना फेस बिल्लो की तरफ किया और अपनी चुत को मेरे मूह पे रख के बैठ गई
अब मेरी बड़ी बहन की चुत मेरे फेस पे थी जिसे मैं अपनी ज़ुबान से चाट रहा था
तभी बाजी बिल्लो से बोली बिल्लो भाई के लंड की सवारी करो तो बिल्लो मेरे लंड पे बैठी बड़े मज़े से ऊपर नीचे
हो के मेरे लंड से अपनी चुत को चुदवाके पूरा मज़ा ले रही थी और ऊपर से बाजी के साथ किस्सिंग और बूबस भी मसल रही थी
कुछ देर तक हम तीनो इसी तरह मज़ा लेते रहे तो बाजी मेरे मूह मैं ही फारिघ् हो के अपना पानी मेरे मूह मैं ही गिरा के उठी तो मैने बाजी की चुत का सारा पानी चाट ते ही बिल्लो को भी लंड से उतार दिया और फिर
बिल्लो को सीधा लिटा के बाजी को उसके ऊपर ही उल्टा लिटा दिया अब मैं इन दोनो की पीछे आ गया और अपने लंड को फरी बाजी की चुत पे पीछे से सेट किया और पूरी जान से धुसा दिया लंड बड़े आराम से बाजी की चुत मैं चला गया
लेकिन बाजी के मूह से सस्स्सीईईईई आअहह विक्की बहन चोद हरमिीईईई आराम से नहीं घुसा सकता था क्या ऊऊहह की आवाज़ निकल गई तो पता नहीं क्यूं मुझे बहुत ज़्यादा मज़ा आया और
मैने इसी मज़े मैं बाजी को उस के बलों से पकड़ के झटका दिया जिस से बाजी का सर ऊपर को उठ गया तो मैं एक बार फिर अपने लंड को बाजी की चुत से बाहर निकल के बाजी की चुत मैं घुसने लगा
मैं जैसे जैसे बाजी की चुत मैं झट्के से लंड घुसता जाता बाजी के मूह से सस्सिईईईई आआहह विक्की मेरे बहन चोद भाईईईईईईईईईईईईईई क्या . चुदाई करता है रे तो ऊऊहह मेरी मा उनम्म्मह भाईईईईईईईईईईईईईईईईई और तेज़ करो प्पल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ भाईईईईईईईईईईईईईईईईई फाड़ डालो अपनी बहन की चुत कूऊऊऊऊओ की आवाज़ कर रही थी और अपनी गांड को पीछे मेरे लंड की तरफ ढकिल रही थी जिस से चुदाई का मज़ा और भी ज़्यादा हो रहा था
कोई ७-८ मिनट की इस लगातार चुदाई ने ही बाजी की चुत मैं फिर से सेलाब बहा दिया और बाजी निढाल सी हो गई तो
मैने बाजी को बिल्लो के ऊपर से हटा दिया और खुद बिल्लो की टाँगों को खोल क अपना लंड उस की चुत मैं घुसा के उस क ऊपर ही लेट गया
एस बार पुअर लंड बिल्लो की चुत मै आराम से जाने हलके दर्द गया और चुदाई करने के साथ चूमने भी लगा तो बिल्लो ने भी मुझे अपने साथ लिपटा लिया और मेरा साथ देने लगी
अब मैं बिल्लो की चुत मैं अपना लंड पूरा घुसा के बाहर निकला और फिर से पूरी जान लगाके वापिस झट्के से चुत मैं घुसा देता
जिस से बिल्लो भी मज़े से पागल होने लगी और आअहह विक्कीईईईईईईईईईईईईईईई मा चोद रमिीईईईईईईईईईईई
तेरी मा की चुत फाडेगा क्या साले और तेज़ चोद मुझी फाड़ डॉल आज मेरी चुत को अपने इस हरामी मोटे लंड से सीईईईईईईई ऊऊहह विक्कीईईईईईई मेरी जान मैं गैिईईईईईईईईईईई की आवाज़ करने लगी
तेरे अब्बू के छोटे लंड से ज्यादा तेरे मोटे लंड से चुदने मै मज़ा है ....होह्ह्ह्ह
बिल्लो की इन आवाज़ों और बातों ने मुझे भी अपने फारिग होने के करीब दिया था और मैं भी हाँ सलिइीईईईईई
ये ले पूरा लंड,द तेरी चुत मैं घुसा क टेरिइईईई चुत का बजा बजा दूँगागा सलिइीईई हराम ज़दिइईईईईईईईईई
ओह विक्की तू पहले क्यूं नहीं मिला कितना मस्त लंड है तेरा , बहुत मज़े देता है... ओह्ह तभी फरी बाजी दीवानी है तेरे लंड की.....
ओह भाई जान ...जोर से जोर...मेरा ,,,,,ओह चोद मादरचोद बेहन्चोद ......कटी हुयी दुबर फारिग हो गयी. उसके बाद.. मैं गया की तेज़ आवाज़ और 2 3 मिनट मैं तेज़ झतकों मैं ही मैं बिल्लो की चुत मैं ही फारिघ् हो
थोड़ी देर तक हम तीनो आराम से लेते, अभी हुयी चुदाई के मजेदार पल को एंजाय करते रहे
फिर बाजी ने पूछा क्यूं बिल्लो मज़ा आया मेर भाईजान के गधे जसे लंड से, तो बिल्लो हंस के मुझे और बाजी कोएक एक किस दी.
और फिर बाजी उठी और कपड़े पहन के बाहर निकल गई
बिल्लो जो की मेरे साथ ही नंगी लेती हुयी थी करवट बदल के मेरी तरफ मूह कर के लेट गई और बोली क्यूं विक्की जी कुछ मज़ा भी आया है आप को
मैं.. सच पूछो तो जो मज़ा आज तुम्हारे और बाजी के साथ आया है अभी तक नहीं आया
और इतना बोलते ही बिल्लो को अपनी तरफ खींच लिया और अपने होठों को बिल्लो के तपते होंठो पे रख दिए और किस करने लगा थोड़ी देर हम दोनो इसी तरह किस करते रहे और फिर एक दूसरे से अलग हो के लेट गये तो बिल्लो ने मेरी तरफ देखते हो कहा विक्की एक बात पूछ तुम से अगर तुम सच बताओ तो
मैने हाँ मैं सर हिला दिया और बोला यार पहले पूछो तो सही फिर अगर मैं सच नहीं बताऊ तब बोलना
बिल्लो... विक्की क्या तुम ने शहर मैं भी किसी लड़की क साथ किया है क्या मैं... हाँ किया है लेकिन चाकले पे जा
गस्तियों के जहाँ पैसे दे के कोई भी किसी लड़की के साथ कर सकता है
बिल्लो... हंसते हो मेरे सर पे हाथ से मरते हो बोली नीरे गढ़े हो तुम भी विक्की मैं उन लड़कियों की बात नहीं कर रही हूँ मैं तुम्हारे साथ पढ़ने वाली लड़कियों का पूछ रही हूँ
मैं... नहीं यार अब हुमारी इतनी क़िस्मत कहाँ की कोई लड़की मुझे भी इस तरह लिफ्ट करेवाए और हम मज़े कराईं
बिल्लो... विक्की तुम हो बहुत कामीने हो सच्ची मैं... अच्छा अब अगर मैं भी तुम से कुछ पूछों तो क्या मुझे सच बतोगे
बिल्लो.... हाँ विक्की पूछो जो पूछना है अब मैं तुम से कोई बात नहीं चुपाओंगी
मैं... यार तुम ने सब से पहला सेक्स किस के साथ किया था
बिल्लो.. मुस्कुराती आँखों से मेरी तरफ देखती रही और बोली क्या ये पूछना ज़रूरी हैतुम्हारे लिए
मैं.. नहीं अगर तुम ना ब्ताना चाहो तो तुम्हारी मर्ज़ी
बिल्लो... कुछ देर तक सोचती रही और फिर मेरी तरफ देख के मुस्कुरा दी और बोली हाँ अब क्या फराक पड़ता है छुपाने से और फिर बिल्लो ने जिस का नाम लिया वो कोई और नहीं बल्कि मेरा अपना बाप ही था
मैं... कुछ देर तक हेरान नज़रों से बिल्लो की तरफ देखता रहा और बोला क्या तुम सचबोल रही हो
बिल्लो ... हाँ यार अगर तुम्हें यक़ीन नहीं आ रहा तो खुद अपने अबू से ही पूछ लेना बता देगा तुम्हें
मैं... कुछ देर तक सोच मैं दोबा रहा और फिर बोला बिल्लो तुम कब से ये सब कुछ कर रही हो अबू के साथ
बिल्लो... हंसते हो बोली यार तुम तो पोलीस वालों की तरह पूछ रहे हो चलो ये भी बता देती हूँ 2 साल हो गये हैं
मैं... बिल्लो क्या फ़रज़ाना को भी पता है की तुम ये सब करती हो और किस क साथ करती हो
बिल्लो... बड़े ध्यान से मेरी आँखों मैं देखते हो बोली विक्की एक बात सच बताना क्या तुम्हारी नियत अब फ़रज़ाना पे भी तो नहीं है
मैं...नहीं यार अब ऐसा भी नहीं हूँ मैं
बिल्लो... वेसे एक बात बताओ उसे अभी ये तो पता नहीं है की मेरा किस के साथ चक्कर है
लेकिन इतना उसे भी पता है की मेरा किसी के साथ कोई चक्करहै ज़रूर और मैं उस के साथ
मज़े भी करती हूँ
मैं... तो क्या फ़रज़ाना ने कभी तुम से पूछने की कोशिश नहीं की की तुम्हारा किस के
साथ चक्कर है
बिल्लो.... पूछती तो बहुत है और यहाँ तक भी मुझे बोल चुकी है की अगर हो सके
तो मेरा भी भला करवा दो अगर बंदा ऐतबार का है जो मुझे कहीं बदनाम ना करवा दे
मैं... तो फिर तुम ने क्या कहा उस को
बिल्लो... अभी तक उसे बस दिलासा ही दे रही हूँ लेकिन अब सोचती हूँ की उसे भी तुम से
या अंकल से ही करवा दूँगा क्यूं की इस से उस को बदनामी का भी कोई डर नहीं होगा और
मज़ा भी ज़्यादा मिलेगा तुम्हारे मोटे लंबे लंड से
मैं... नहीं यार अभी वो बची है ऐसा नहीं होना चाहिए
बिल्लो... भोले राजा तुम्हारी बहन अपनी स्वीट...उम्र मैं है और ये उम्र ही मज़े लेने और देने की होती है और अगर तुम ने या तुम्हारे अबू ने नहीं करना तो ठीक है
मैं किसी और क साथ उसे सेट करवा देती हूँ
मैं... अच्छा अभी उठो और कपड़े पहनो अम्मी खाना ले के आने वाली होगी बाद मैं कुछ सोचते हैं फ़रज़ाना का भी
उस क बाद हम दोनो उठे और कपड़े पहाँ के बाहर निकल आए तो देखा की अबू बाहर बाजी के साथ चारपाई पे लेते थे
और वो दोनो कोई बात भी कर रहे थे आपस मैं
हमें बाहर आता देख के अबू और बाजी भी उठ के बैठ गये तो
बिल्लो अबू की तरफ देख के बोली अच्छा अंकल जी अब मैं चलती हूँ बाद मैं आऊँगी काफ़ी देर हो गई घर से निकले हो
अबू ने भी हाँ मैं सर हिला दिया और बोले क्यू बिल्लो रानी...चीख क्यूं निकली तुम्हरी वसे तो बहुत..... और हसने लगे..
तो बिल्लो भी शरमाते हुए खेतों से घर की तरफ चल दी तो अबू ने कहा विक्की आ जाओ बेटा बेतो यहाँ
|