RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मैं जब घर पहुचा तो दी ने मुझे बाँहो मे भर लिया मैने पूछा मोम कहा है तो उसने बताया वह छत पर है, थोड़ी देर मैं दी के पास बैठा और फिर छत पर पहुच गया, मोम स्कर्ट और टॉप पहन कर छत पर लगे पोधो को पानी दे रही थी, उसके झुके होने की वजह से उसकी मोटी मोटी चिकनी जंघे भी साफ नज़र आ रही थी, मोम के सुडोल मोटे मोटे चुतडो को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया, मोम की पीठ मेरी तरफ थी और मैं बिना आहट किए पहुच गया था मैने धीरे से ज़मीन पर बैठ कर मोम की स्कर्ट के अंदर झाँक कर देखा पीछे से मोम की गुलाबी पैंटी के दर्शन हो गये झुकी होने की वजह से मोम की चूत का फूला हुआ उभार भी साफ नज़र आ रहा था पैंटी को उनकी मोटी गान्ड की दरार मे धसि हुई थी, मेरा मन हुआ की पीछे से मोम के मस्त चुतडो मे अपना मूह भर कर दबा दू, मोम की गोरी पिंदलियो और जाँघो और फिर उपर फैलाते हुए भारी भरकम चुतडो ने मुझे पागल कर दिया था, मैं धीरे से आगे गया तभी मोम ने पलट कर मुझे आते हुए देखा और एक स्माइल मार कर कहने लगी आज कल तो तुझे अपनी मा से बात करने का समय तक नही मिलता है, इतना कह कर मोम फिर से दूसरे पोधे पर पानी डालने के लिए झुकी बस मैं उनके करीब गया और उनकी गुदाज गान्ड पर हाथ रख कर कहने लगा नही मोम ऐसी कोई बात नही है, इसीलिए तो मैं स्पेशली आपसे मिलने छत पर आ गया, फिर मोम ने पानी डालना बंद किया और एक बर्तन उठाया जिसमे उन्होने मेहन्दी गला रखी थी फिर मोम सामने रखी चेर पर बैठ गई और मैं उनकी मोटी जाँघो पर हाथ रख कर ज़मीन पर बैठ गया, मोम अपने हाथो मे मेहन्दी लगाने लगी जब मोम ने अपने एक हाथ पर मेहन्दी लगा ली तब मोम ने रिया दी को आवाज़ देकर बुलाया और रिया दी ने उनके दूसरे हाथ पर जल्दी जल्दी मेहन्दी लगाते हुए कहा मोम अब मैं जा रही हू मुझे अपनी फ्रेंड से काम है और रिया दी वहाँ से चली गई, तभी मोम ने कहा ओ शिट, मैने पूछा क्या हुआ मोम तो मोम कहने लगी अरे रवि मुझे अपने पेरो मे भी मेहन्दी लगानी थी और मेरे दोनो हाथ, मोम ने अपने हाथो पर लगी मेहन्दी दिखाते हुए कहा और फिर कहने लगी रिया भी चली गई
मैने कहा मोम लाओ आपके पेरो मे मैं लगा देता हू, मोम मुझे देख कर मुस्कुराती हुई कहने लगी तुझसे लगते बन जाएगा
मैने कहा क्यो नही मोम और फिर क्या था मोम ने अपने पेर को सामने रखे स्टूल पर रखा, उसने एक पेर ज़मीन पर ही रहने दिया और आराम से कुर्सी पर बैठ गई, मोम के एक पेर को स्टूल पर रखने से उसकी मोटी नंगी जंघे मेरे आँखो के सामने हो गई लेकिन जाँघो की मस्त गुदाज मोटाई के चलते अभी उसकी गुलाबी पैंटी मे कसी फूली चूत नज़र नही आ रही थी, मैने मेहन्दी ले कर मोम के पेरो मे लगाना शुरू किया और जैसे ही मैने मोम के अंगूठे मे मेहन्दी लगाई मोम ने एक हल्की सी सिसकारी लेते हुए कहा अया और अपनी आँखे बंद कर ली और फिर कहने लगी
सुजाता : रवि तेरे हाथो से मेहन्दी लगवाने मे तो बड़ा मज़ा आ रहा है
रवि : मोम आप बस चुप चाप बैठी रहो फिर देखना आपको और भी मज़ा आएगा, इतना कह कर मैने मोम की सुडोल गोरी पिंदलियो को पकड़ कर मोम की ओर देखा और कहा मोम थोड़ा सा अपना पेर फोल्ड कर लो तो मुझे मेहन्दी लगाने मे सहूलियत होगी बस फिर मोम ने थोड़ा सा पेर फोल्ड करते हुए, थोड़ी अपनी जाँघो को फैला भी लिया, उन्होने जैसे ही जाँघो को फैलाया उनकी मस्त फूली हुई चूत का उभार उनकी गुलाबी नेट वाली पैंटी से साफ नज़र आने लगा और मेरा लंड झटके देने लगा, मैं मोम की गोरी गोरी पिंदलियो को सहलाते हुए उनके पेरो की एक एक उंगली पर धीरे धीरे मेहन्दी लगा कर उन्हे मज़ा दे रहा था, मैं जानबूझ कर मोम के पेरो को अपने हाथो मे उठाए हुए कभी कभी ज़्यादा फैला देता और मुझे मोम की मस्त चूत का उभार नज़र आ जया, तभी मैने मोम से कहा मोम आपके पेरो के तलवो मे मेहन्दी लगा दू बड़ी ठंडक होगी
सुजाता : पर बेटे काम कैसे करूँगी
रवि : अरे मोम एक घंटे यही बैठो उसके बाद काम कर लेना तब तक तो सुख जाएगी
सुजाता : मुस्कुराते हुए, ठीक है लगा दे, मोम ने इतना कहा और मैने उनके पेरो को उपर उठा कर उनके तलवो मे जैसे ही मेहन्दी लगाना शुरू की वह फिर से सीसीया उठी, और अपनी आँखे बंद कर ली मैने उनकी गोरी टाँगो को सहलाते हुए पूछा क्या हुआ मोम
सुजाता का चेहरा लाल हो रहा था, और उसकी पैंटी अब गीली नज़र आने लगी थी, लग रहा था जैसे वह खूब चुदासी हो रही हो,
सुजाता : बेटे बहुत अच्छा लग रहा है, पूरे तलवो मे लगा दे, जब मैने मोम की चूत को देखने की कोशिश की तब मोम की नज़रो से मेरी नज़र मिल गई और मोम मेरी और देख कर कुछ इस तरह से मुस्कुराइ कि जैसे कह रही हो कि मेरी चूत मे अपना मोटा लंड पेल दे, वह बहुत मस्त और खूबसूरत नज़र आ रही थी, तभी मुझे शरारत सूझी और मैने मेहन्दी को थोड़ा पानी डाल कर पतला किया और अपनी उंगली मे लेकर मोम की जाँघो को थोड़ा फैला कर अपनी उंगली का छींटा मोम की जाँघो की जड़ो मे मार दिया, छींटा लगने से मोम को जाँघो मे कुछ ठंडक लगी और उन्होने आँखे खोल कर मुझे देखते हुए कहा रवि ठीक से लगाना मेहन्दी कही यहा वहाँ मत लगा देना, इतना कह कर मोम मुस्कुरा कर फिर से आँखे बंद कर लेती है, मैने देखा मेहन्दी के छींटे मोम की मोटी गुदाज मखमली जाँघो और पैंटी पर उनकी चूत जहाँ फूली हुई नज़र आ रही थी वहाँ मेहन्दी के छींटे लग गये थे, मोम के एक पेर मे मेहन्दी लग चुकी थी और मैं अब मोम के दूसरे पेर की तरफ आ गया और मैने मोम से कहा वह अपना यह पेर भी उपर रख ले , मों ने अपने पेर को फोल्ड करके स्टूल पर रख लिया और मैने जैसे ही मोम की मोटी जाँघो की जड़ो मे देखा अब मोम की चूत की फांके पैंटी के अंदर ही अंदर फैल गई थी जिसकी वजह से मोम की चूत की मोटी मोटी फांके बाहर आने के लिए पैंटी के साइड से झाँक रही थी, या ये कह ले कि मोम की चूत की बड़ी बड़ी फूली हुई फांके खुल गई और मोम की गुलाबी पैंटी उनकी गुदाज फटी चूत मे घुस गई थी, मेरा लंड अपनी मोम की मस्त भरी जवानी और इतनी मस्त रसीली बुर को देख कर पागल हो रहा था, दिल कर रहा था कि मोम की इस रसीली भोस को फैला कर खूब कस कर चाट लू, उसकी मोटी जाँघो को अपने मूह से चूम चूम कर खूब कस कर भींचू, फिर मैने दूसरे पेर मे मेहन्दी लगाना शुरू किया और मेरी नज़रे बराबर मोम की मस्त फूली हुई पैंटी पर थी और बीच बीच मे मैं मोम की जाँघो तक भी हाथ फेर देता था,
रवि : मोम तुम्हारे पेर कितने गोरे और खूबसूरत है
सुजाता : मुस्कुराते हुए, वो तो सभी औरतो के ऐसे ही खूबसूरत और गोरे होते है
रवि : मोम की चिकनी टाँगो पर हाथ फेरते हुए, नही मोम हर औरत के इतने चिकने और खूबसूरत नही होते है
सुजाता : मुस्कुरा कर देखती हुई कहने लगी, अच्छा ऐसे तूने कितनी औरतो के पेरो को नंगा देखा है जो कह रहा है
रवि : नही मोम फिर भी आपके पेर बहुत खूबसूरत लगते है,
सुजाता : तूने बेटे अभी अच्छे से औरतो को देखा कहाँ है एक से एक खूबसूरत औरते होती है, मैं तो अब 40 पर कर चुकी हू, मेरी खूबसूरती तो अब कहाँ रही
रवि : मोम माना की आपका बदन थोड़ा हेवी है किंतु आपका फिगर ऐसा है कि कोई भी देख के यह नही कह सकता कि आपने मेरे और रिया दी जैसे दो बच्चे पैदा किए है
सुजाता : हँसते हुए ,बहुत बड़ी बड़ी बाते करने लगा है लगता है अब तू पूरी तरह से जवान हो गया है तेरी शादी करनी पड़ेगी, कोई अच्छी सी लड़की मिले तो बात आगे बढ़ा
रवि : मोम मुझे तो आप जैसी लड़की से शादी करना है
सुजाता : अरे पगले मैं कोई लड़की थोड़े ही हू मैं तो एक भरी पूरी औरत हू
रवि : तो फिर मोम मुझे तो आप जैसी भरी पूरी औरत से ही शादी करना है
सुजाता : मुझे खा जाने वाली नज़रो से देखते हुए, सब जानती हू, तुझे मेरे जैसी गदराए जिस्म वाली औरते क्यो पसंद है
रवि : अपनी मोम की मस्त जाँघो को दुलारता हुआ, तो बताओ क्यो पसंद है
सुजाता : मैं सब जानती हू, तुझे अपनी मोम के जैसे बड़े बड़े चुतडो वाली औरत चाहिए ना
रवि : मुस्कुरा कर अपना मूह नीचे करते हुए
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए रवि की ओर देख कर, रवि तू बहुत बदमाश हो गया है, कॉलेज मे भी तू अपनी मॅडमो के भारी चुतडो को घूरता होगा ना
रवि : घूरता तो हू मोम लेकिन सबसे प्यारे चूतड़ तो आपके ही लगते है
सुजाता : और अपनी दी के मोटे मोटे चुतडो को भी तो तू घूरता रहता है
रवि : मोम अब दी कपड़े ही ऐसे पहनती है, वह टाइट जीन्स पहनती है तो सोचो मेरा क्या सारे कॉलेज के लड़के दी के मोटे मोटे चुतडो को घूरते रहते है,
सुजाता : पर वह तो पराए मर्द है रिया उनकी कुछ लगती तो नही तो फिर वह अगर रिया के चुतडो को देखते है तो इसमे कोई बुराई नही है, सभी मर्द दूसरे की औरतो और बहन बेटियो के चुतडो को देखते है, पर रिया तो तेरी बहन है कोई भाई अपनी बहन के चुतडो को तेरे जैसे थोड़े ही घूरता है,
और फिर जीन्स और स्कर्ट तो मैं भी पहनती हू, तब तो तू मेरे चुतडो को तो दिन रात ही घूरता होगा, क्यो कि मेरे चूतड़ तो रिया के चुतडो से डबल नज़र आते है आजकल कुछ ज़्यादा ही चौड़े और मोटे हो गये है
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