Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
12-28-2018, 12:33 PM,
#21
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मेरा लंड आंटी की जाँघो से टच हो कर मस्त हो रहा था और मैने उनके कान मे धीरे से कहा मुझे पिलाओगी अपना रस मैं रस पीने का बहुत शॉकिन हू और मैने धीरे से हाथ आंटी की गान्ड के पाटो के बीच लेजा कर अपनी ओर दबा दिया और आंटी के मूह से हल्की सिसकारी निकल गई और वह मेरे कान मे कहने लगी मेरा तो रस टपकने की कगार पर है अब तुम ज़रा भी देर करोगे तो यही बहने लगेगा, जाओ तुम अपने दोस्तो को खूब ड्रिंक करवा दो तब तक मैं मेहमानो को रफ़ा दफ़ा करती हू, मैं आंटी के बिल्कुल करीब उनकी गर्दन को चूम रहा था तभी मेरी नज़र रिया दी पर पड़ी जिसकी आँखे मुझे ही घूर रही थी और उसकी आँखो मे खून उतर आया था जब मेरी नज़र दी की नज़रो से टकराई तो ऐसा लगा जैसे वह नज़रो से ही मेरी जान ले लेगी, उसका चेहरा काफ़ी गुस्से मे नज़र आ रहा था जब मैने उसकी ओर स्माइल की तो उसने मूह गुस्से से दूसरी ओर घुमा लिया मैं आंटी को छोड़ कर रिया दी की ओर गया और उनके पास जाकर बैठ गया
रवि : क्या हुआ दी नाराज़ हो क्या
रिया : तेरा मुझसे पेट नही भरता जो उस कुतिया से चिपक रहा है, और संजू की मोम पर भी तेरी नज़रे है
रवि : दी लाइफ एंजाय के लिए है पर प्यार तो मैं तुमसे से करता हू ना
रिया : और किसी से किया तो मैं उसकी जान ले लूँगी
रवि : अच्छा मुझे बहुत चाहती हो ना
रिया : बेशक
रवि : तो लो अपने भाई के हाथो से जाम पियो और फिर क्या था रिया दी गतगत ड्रिंक पीने लगी, रिया दी मस्त नशे मे आ चुकी थी और बार बार बस एक ही बात कह रही थी कि रवि मेरे सिवा किसी और को चाहा तो अच्छा नही होगा, मैं समझ गया यह भरपूर नशे मे आ गई है तभी अंकुर और संजू भी आ गये और मैने उन्हे भी पिलाना शुरू कर दिया तब तक आंटी कुछ मेहमानो को विदा करने लगी

रिया दी अंकुर और संजू खाना खाने लगे आंटी ने मेरी और धीरे से इशारा किया और मैं उनके पीछे उपर वाले रूम मे चला गया अंदर जाते ही आंटी ने सीधे मेरे खड़े लंड को पकड़ कर मसलना शुरू कर दिया और मैं आंटी के रसीले होंठो को चूस्ते हुए उसके मोटे मोटे दूध को कस कस कर दबाने लगा, आंटी ने जल्दी से नीचे के कपड़े उतारे और बेड पर घोड़ी बन कर उल्टी हो गई और जब मैने उसकी भारी गान्ड और चूत की फूली फांको को देखा तो मैं समझ गया आंटी क्या चाहती है, मैने घुटनो पर बैठते हुए आंटी की चूत के दाने से लेकर उसकी मोटी गान्ड के हॉल तक चाटना शुरू कर दिया ,मैं आंटी की चूत और गान्ड को अपने मूह से खूब दबा दबा कर चाटने लगा और आंटी सिसकारिया लेने लगी फिर मैने अपने दोनो हाथो से आंटी की चूत की फांको को फैला कर अपनी लंबी जीभ को उसकी चूत के छेद मे गहराई तक दबाते हुए आंटी की मस्त फूली बुर का रस पीने लगा, करीब 10 मिनिट तक चाटने के बाद आंटी ने कहा रवि जल्दी कर लो आज जल्दी से मुझे कस कस कर चोद लो, फिर खुल कर मज़े किसी और दिन आकर ले लेना, मैने उनकी बात मानते हुए उनकी बुर मे लंड डाल कर कस कस कर धक्के मारना सुरू कर दिया, मेरा लंड काफ़ी मोटा 8 इंच से ज़्यादा था और मोटाई भी अच्छी ख़ासी थी फिर भी आंटी का मस्त भोसड़ा मेरे लंड को सतसट अंदर बाहर ले रहा था, कुछ देर बाद आंटी ने जोरो की सिसकारी लेते हुए अपनी मोटी गान्ड मेरे लंड पर कस कस कर मारना शुरू कर दिया, मैं आंटी के चुतडो को कस कर थामे सतसट लंड पेलने लगा और फिर मैने ढेर सारा रस आंटी की मस्त फूली चूत मे उडेल दिया, कुछ देर तक हाँफने के बाद मैं जल्दी से बाहर आया और कुछ मेहमानो के बीच से होता हुआ, सीधे उधर गया जहा दी अंकुर और संजू खाना खा रहे थे, सभी नशे मे मस्त थे दी भी, झूम रही थी मैं उसके पास जाकर बैठा और दी ने मेरी ओर एक स्माइल दी और मुझे इशारे से अपने कान अपने मूह के पास लाने को कहते हुए उसने धीरे से मेरे कान मे कहा चोद आया अंकुर की मोम को, उसकी यह बात सुनते ही मेरे चेहरे का रंग उड़ गया और दी ने जाम का ग्लास उठा कर एक सांस मे ही पूरा ग्लास खाली कर दिया और मेरी बाँहो मे झुकते हुए मुझसे सॅट कर अपने सर को मेरे कंधे पर रखा और कहा, रवि तू एक नंबर. का कमीना है बट फिर भी आइ लव यू, यह अच्छा था कि शोर शराबे मे अंकुर और संजू ने दी की बातो का ध्यान नही दिया और अपनी मस्ती मे लगे रहे, कुछ समय बाद हम वहाँ से निकले संजू बाइक चलने की स्थिति मे नही था इसलिए इस बार मैने ही ड्राइव की और फिर घर पहुच गये, घर पहुचने पर मैने अपनी की से लॉक खोला और जैसे तैसे दी को लेजा कर बिस्तेर पर पटक दिया और जैसे ही जाने लगा दी ने उठ कर मेरा हाथ पकड़ लिया और उसकी आँखे बंद थी लेकिन वह बार बार बस यही कह रही थी कि रवि तू बहुत कमीना है बट फिर भी आइ लव यू, मैं तेरे बिना नही जी सकती हू, आइ लव यू रवि, मैने दी के गालो को चूमते हुए उसके सर पर हाथ फेरा और मैने भी कहा आइ लव यू टू दी और फिर दी को मैने अपनी बाँहो मे लेकर सुला दिया और थोड़ी देर मे मुझे भी नींद आ गई,

आज सुबह से ही लंड पूरी ताँव मे था क्योकि एक तो अंकुर की मोम की चुदाई और उसके भारी चुतडो की ठुकाई ही याद आ रही थी और फिर संजू की मोम ने भी दिन मे मुझे बुलाया था, किसी तरह दोपहर तक वेट करना था, अभी मैं ख्यालो मे खोया हुआ था कि रिया दी बोली कि वह उसकी सहेली प्रिया के पास जाना चाहती है और मैं उसे बाइक से छोड़ दू, मैने दी को खिच कर अपनी गोद मे बैठा लिया और कहा दी आज तो तुम्हे चोदने का मन कर रहा है तुम कहाँ जा रही हो और मेरी ट्रैनिंग भी पूरी हो गई है उसी खुशी मे अपने भाई के लंड को एक बार चुसोगी नही
रिया : मैं भी अपनी सहेली को यही बधाई देने जा रही हू क्योकि उसने भी एग्ज़ॅम दी थी और उसका भी सेलेक्षन हो गया था और आज उसको ड्यूटी जाय्न करना है वह भी हमारे इलाक़े मे,
रवि : अरे वाह पर मेरी पोस्टिंग तो दी पास के कस्बे मे हुई है, कल से मैं भी ड्यूटी जाना शुरू करूँगा,
रिया : तो चल अच्छा है ना प्रिया से मैं तेरी भी मुलाकात करवा देती हू, मैं दी को बाइक पर बैठा कर प्रिया के पास ले गया, प्रिया को देखते ही मेरे लोडे मे सुरसूराहट होने लगी, वह मस्त वर्दी मे एक दम पटाका लग रही थी उसके भारी चूतड़ वर्दी की पॅंट फाड़ कर बाहर आने को बेताब थे और उसके मोटे मोटे खरबूजो की तरह तने हुए चुचे उसकी वर्दी की शर्ट मे समा नही रहे थे, सच पूछो तो मेरी नज़र सीधे उसके मोटे मोटे पपीतों पर ही पड़ी और मैं उसके दूध को खा जाने वाली नज़रो से देखता रहा और जब मैने प्रिया के चेहरे की ओर देखा तो पता चला कि वह मेरी नज़रो को ताड़ चुकी थी और उसकी मुस्कान उसके चेहरे से गायब हो गई और तो और दी ने भी मुझे प्रिया के बोबो को खा जाने वाली नज़रो से घूरते देख लिया था और अगर दी मेरी ओर कोहनी ना मारती तो शायद मेरी नज़रे प्रिया के बोबो से हटती ही नही

रिया : मुस्कुराते हुए पहले तो तुझे कंग्रॅजुलेशन फॉर एएसआइ और यह मेरा ब्रो रवि है इसे तो तू जानती ही है
प्रिया : खा जाने वाली नज़रो से मेरी ओर देख कर, हू इन्हे जानती ही नही पहचानती भी हू, उसके जवाब मे ऐसी बात थी जैसे वह मुझे यह बताना चाहती हो कि मैं बहुत बड़ा कमीना हू, जब उसने ऐसा जवाब दिया तो मैने मन मे सोचा बहन्चोद अपनी गान्ड और बोबे इतने मोटे करके पॅंट पहन कर घूम रही है और फिर लंड से उम्मीद करती है कि वह खड़ा भी ना हो
रिया : तुझे पता है रवि भी
प्रिया : हाँ जानती हू मैं तो पहले ही लिस्ट मे इनका नाम देख कर समझ गई थी कि ये तेरे भैया का ही नाम है
रिया : अरे पागल इतना रेस्पेक्ट क्यो दे रही है रवि को वह मेरा छोटा भाई है तो तेरा भी छोटा भाई ही हुआ ना
प्रिया हल्के से मुस्कुराइ और कुछ कहती इससे पहले ही मैने बात काटते हुए दी की ओर देख कर कहा, दी अगर प्रिया दी तुम्हारे जैसा ही बहन का प्यार मुझे दे तो ही मैं इन्हे अपनी बहन मान सकता हू
मेरी बात सुन कर दी का चेहरे का रंग उड़ गया और मेरी मुस्कान देख कर दी मुझे आँखे दिखाने लगी हालाकी प्रिया बात को समझ नही पाई और हम दोनो का मूह देखने लगी मेरे वहाँ से दी से बोल कर जाने लगा तभी मैं बाइक की चाभी भूल गया और मैं वापस आने लगा लेकिन दरवाजे के बाहर ही मेरे कदम ठिठक गये अंदर से आवाज़ आ रही थी और मैं एक पल रुक कर सुनने लगा
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12-28-2018, 12:33 PM,
#22
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प्रिया : तेरा भाई तो बड़ा कमीना है तूने देखा कैसे मेरे बोबो को खा जाने वाली नज़रो से देख रहा था,
रिया : मैं जानती हू वह बहुत बड़ा कमीना है पर तू उससे बच के रहना
प्रिया : मुस्कुराते हुए, क्यो लगता है वह तेरे भी बोबे इसी तरह देखता है क्या
रिया : तू उसे नही जानती वह नज़रो से ही बड़ी बड़ी औरतो को पटा लेता है तो फिर तू क्या और मैं क्या
प्रिया : मुस्कुराते हुए, ओह तो लगता है वह तेरे बोबे केवल घूरता ही नही उन्हे दबाता और मसलता भी है
रिया : चुप कर रंडी, अभी पोलीस वाली बनी नही और गुण उनके जैसे आने लगे
प्रिया : रिया दी के मोटे मोटे दूध को कस कर दबाते हुए, तभी तो कहु की कुछ ही समय मैं तेरे ये दूध इतने मोटे मोटे कैसे हो गये है लगता है तेरे भाई ने इन्हे खूब मसला और दबोचा है, खूब कस कर दबाया है तेरे इन पपितो को
रिया : रॅंडी कही की हाँ जा दबाए है मेरे भाई ने मेरे बोबे और तो और उसने तो चोदा भी है मुझे जा तुझसे बने तो तू भी अपने भाई से दबवा ले और खूब मोटे मोटे लंड अपनी चूत और इस मोटी गान्ड मे घुस्वा ले तू तेरी जितनी पनिया रही है सब शांत हो जाएगी

प्रिया : मेरा तो कोई भाई नही है इसलिए मैं भी तेरे भाई से ही अपनी चूत मरवाउंगी और अपने इन मोटे मोटे दूध का मर्दन और मालिश करवाउंगी
रिया : खबरदार जो मेरे भाई की तरह अपनी कमिनि निगाहे डाली तो मैं तेरा खून पी जाउन्गि
प्रिया : अरे इतना क्यो भाव खा रही है और अभी तूने ही कहा था ना कि तेरी तरह मैं भी उसकी बहन हू, और तो और तेरा भाई भी तो कह रहा था कि जिस तरह तू उससे चुदवाती है उसी तरह मैं भी उससे चुदवाउन्गि तभी वह मुझे अपनी बहन मानेगा

रिया : गुस्से से प्रिया के बोबो को कस कर दबा कर खिचते हुए; ले तुझे ज़्यादा दब्वाने का शौक है तो मैं इन्हे अभी दबा दबा कर ठंडा कर देती हू
प्रिया : आह रिया क्या कर रही है तू तो सचमुच मेरी जान लेने पर तूल गई है अरे क्या एक तेरे ही भाई के पास लंड बचा है मुझे जब जिससे चुदवाना होगा चुदवा लूँगी तू अपने भाई के लंड को अपनी ही चूत मे डाले रह मुझे क्या लेना देना तेरे भाई से
रिया : सॅंटी होते हुए, देख प्रिया मैं तुझे अपने भैया से भी कूदवा देती लेकिन आइ लव हिम सो तू समझ सकती है
प्रिया : ओहो क्या बात है मेरी तो यह सोच के ही चूत गीली हो गई कि कैसे एक छोटा भाई अपनी बड़ी बहन की चूत मारता है और बोबे दबाता है, क्या तेरा भाई तुझे खूब कस कस कर चोदता है
रिया : मुस्कुराते हुए चुप कर रंडी लंड लेने के लिए मरी जा रही है
प्रिया : ये रिया बता ना तेरे भाई का लंड कितना बड़ा और कितना मोटा है, काला है या गोरा है
रिया : मुस्कुराते हुए, खूब बड़ा और काला है और मोटा तो इतना है कि लगता है मेरी चूत फाड़ देगा,
प्रिया : अब तो तेरे मज़े हो गये तू तो रोज अपने भाई का तगड़ा लंड अपनी चूत मे लेती होगी ना, हे कही मेरा भी बंदोबस्त करवा दे देख मेरी पूरी पैंटी गीली हो गई है
रिया : कही भी जाकर अपना मूह काला करले पर रवि की तरफ नज़र ना करना नही तो मुझसे बुरा कोई ना होगा,

उनकी बाते ख़तम ही नही हो रही थी इधर दोपहर के 12 बजने को आ गये थे मेरा लंड उनकी बाते सुन कर तन चुका था मैने अंदर प्रवेश किया और दोनो मुझे देखने लगी प्रिया के चेहरे पर मुस्कान थी मैं चाभी लेकर वापस आ गया और घर पहुच कर मा से बाहर जाने का बहाना करके सीधे संजू के यहाँ चला गया
संजू की मोम तो जैसे पूरा मेकप करके रंडी चुदने के लिए मेरा ही इंतजार कर रही थी, मैने उससे नमस्ते किया वह सोफे पर किसी महरानी की तरह बांग्ला साड़ी पहने सजी हुई बैठी थी, मेरे नमस्ते करने पर उसने कहा
सीमा : बेटे अपनी मा की उमर की औरत के पेर छुते है और तुम हो कि नमस्ते से ही काम चला रहे हो उसके चेहरे पर अलग ही चुदास झलक रही थी,
रवि : पेर तो मैं आपके मा समझ कर छू सकता हू पर आपको भी मुझे उसी तरह प्यार देना होगा जैसा प्यार आप अपने बेटे को देती हो,
सीमा : क्यो नही जब एक बेटे को मैं जो प्यार देती हू वही दूसरे को भी दूँगी, मा हू बच्चो मे समानता रखना मेरा फर्ज़ है पर यह देखना है अपनी मा की सेवा दोनो बेटो मे से कौन ज़्यादा अच्छी करता है,
रवि : जब आप अपने इस बेटे से सेवा करवा लेगी तो इसकी सेवा के बिना आपका काम ही नही चलेगा आप देखना मेरी सेवा से आप एक दम मस्त हो जाएगी, कहिए तो आपके पेर दबाने से लेकर ही शुरू करू,
सीमा : मुस्कुराते हुए तो आजा पहले अपनी मोम की गोद मे सर रख कर बैठ जा मैं पहले अपने बेटे को प्यार तो कर लू, फिर तू अपनी मोम को जी भर के प्यार कर लेना, मैं तुझे इतना रस पिलाउन्गि कि तेरी प्यास सदा के लिए ख़तम हो जाएगी, संजू को देख अपनी मोम का रस पी पी कर कैसा तंदुरुस हो गया है
मैने संजू की मोम की मोटी मखमली जाँघो को दबाते हुए अपने मूह को उनकी जाँघो के बीच रख दिया और वह मेरे गालो को सहलाने लगी फिर मैने उनके झूलते पेरो मे से एक पेर को अपने हाथो मे लेकर उसके तलवो को सहलाते हुए संजू की मोम के पेर की उंगलियो और अंगूठे को अपने होंठो मे दबा कर चाटना और चूसना चालू कर दिया और सीमा आंटी के मूह से एक मदमस्त सी सिसकारी निकल पड़ी
सीमा : तू तो लगता है खूब खेला खाया है कहाँ से सीखा है यह गुर कही तू अपनी मोम सुजाता का रस भी तो नही पीता है वह भी इस समय पूरी मस्त घोड़ी की तरह हो रही है
रवि : आप भी कम नही है आपके बदन को देख कर भी अच्छे अच्छे साधु संत पानी छोड़ने लगे, मैने उनके पेरो को चूमते हुए उसकी गोरी पिंदलियो के उपर से साड़ी हटा कर उसकी मोटी जाँघो तक सरका दी और जब मैने अपने दोनो हाथो से आंटी की गुदाज मखमली गोरी गोरी मोटी जाँघो को दबोचा तो मेरा लंड झटके देने लगा,
रवि : मैने आंटी के दोनो पेरो को फैला कर उसकी साड़ी जाँघो की जड़ तक हटाने के बाद जब उसकी पैंटी को देखा हाई गुलाबी पैंटी मे आंटी की फूली हुई बुर बहुत मस्त नज़र आ रही थी, मैने उनकी फूली बुर को पैंटी के उपर से अपनी मुट्ठी मे भर कर दबाते हुए पूछा, संजू आपको रोज चोदता है ना
सीमा : आह हाँ रवि जब से उसने मुझे नंगी करके चोदा है तब से वह मुझे रोज रात को नंगी ही अपने बदन से चिपका कर सुलाता है और रोज मेरी चुदाई करता है, अब तो वह इतना पगला गया है कि दिन मे भी अपने लंड को खड़ा करके मेरी गान्ड के पीछे लगा रहता है उस दिन भी तुमने जब उसे मेरी गान्ड सहलाते देखा था तब भी वह अपने लंड को मेरी गान्ड मे पेलने के लिए मरा जा रहा था,
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#23
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मैने अपने मूह को आंटी की पैंटी के उपर लगा कर जब उनकी फूली बुर पर दबाया तो उसकी बुर से आती भीनी भीनी गंध ने मुझे पागल कर दिया और मैं उसकी पैंटी को एक साइड सरका कर उसकी बुर को अपने होंठो मे भर कर पीने लगा और आंटी ने अपनी जाँघो को और भी खोल कर अपनी चूत को पूरी तरह उभार दिया अब मैं खूब मन लगा लगा कर आंटी की बुर को पीने लगा और एक हाथ से उसकी जांघे और गान्ड तक हाथ लेजा कर दबाने लगा, लग भग 10 मिनिट तक मैं उनकी बुर चाटता रहा और फिर वह ज़ोर ज़ोर से अपनी चूत मेरे मूह मे रगड़ने लगी और जब मैने आंटी की बुर को चीर कर खूब कस कस कर चाटना शुरू किया तब उन्होने रस छोड़ना शुरू कर दिया और बड़बड़ाने लगी ओह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रवि अब लंड डाल दे अपने मोटे डंडे से खूब कस कस कर चोद दे मुझे
मैने आंटी को खड़ी करके उन्हे पूरी नंगी कर दिया, उनका नंगा बदन पूरी तरह चमकने लगा मैं कभी उनके तंदुरुस्त दूध को मसलता कभी उनके भारी नंगे चुतडो को मसलता दबाता और फैला फैला कर उनकी गुदा मे उंगली पेलता और फिर मैने उन्हे वह सोफे पर झुका कर उनकी चूत मे लंड रख कर कस कर एक धक्का मारा और मेरा लंड आंटी की फांको को खोलता हुआ अंदर तक समा गया, आंटी आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़े निकालने लगी, और मैं दनादन उसकी चूत मारते हुए उसके चुतडो को कस कस कर फैला फैला कर उसकी गुदा मे उंगली पेलने लगा कभी कभी कस कर इतना तेज शॉट मार देता था कि आंटी का बॅलेन्स बिगड़ जाता और उनका मूह सोफे मे धस जाता था, अब लंड सतसट उनकी चूत मे घुसने लगा और वह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऑश्फ्ह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऑश रवि और तेज खूब चोद मेरी जैसी रंडियो पर बिल्कुल रहम मत कर बेटे, कभी तेरी मोम तुझसे इसी तरह नंगी होकर तेरे मोटे मूसल से अपनी चूत कुटवाये तब अपनी रंडी मोम पर बिल्कुल रहम मत करना और रंडी को खूब रगड़ रगड़ कर कस कस कर चोदना जैसे तू अपनी इस रंडी की चूत खूब कस कस कर मार रहा है और चोद खूब कस कर मार बेटा फाड़ दे मेरी भोस को खूब कस कस कर फाड़ बेटे आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आहह ओह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह रवि और और कस कर चोद,
मैं भी खूब गहरे गहरे धक्के आंटी की बुर मे मारने लगा और आंटी को उथम्गुथ कर के खूब हुमच हुमच कर चोदने लगा, आंटी की चूत मारते मारते मैने लाल कर दी और फिर आंटी की चूत ने रस छोड़ना शुरू कर दिया और आंटी अपने भारी चुतडो को उठा उठा कर पटाकने लगी, और उसी छन मैने भी अपना माल आंटी की बुर की गहराई मे उतार दिया, बड़ी ही मस्त तरीके से चुदाई हुई चोद कर मैं सोफे पर पसरा हुआ था तभी आंटी ने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया और थोड़ी देर मे लंड फिर से चोदने के लिए खड़ा हो गया और फिर आंटी को सोफे पर साइड मे लेटा कर करीब 4 बजे तक आराम आराम से चोदता हुआ उस दिन उसका पानी कम से कम 10 12 बार निकाला होगा और 3 बार मैं खुद भी झाड़ा, शाम को मैं अपने घर आ गया, जब रिया दी के रूम मे गया तो वह मेरा ही वेट कर रही थी, मेरे जाते ही वह मुझसे लिपट गई और कहने लगी कहाँ था अब तक, मैने कहा बस ऐसे ही दोस्तो के पास बैठा था, दी ने मेरे मूह को पकड़ कर चूमते हुए कहा तेरे झूठ बोलने की आदत से मैं बहुत परेशान हू और फिर दी ने एक झटके मे मेरी पॅंट खोल कर मेरे लंड को बाहर निकाल कर उसे हाथ मे लेकर दबाया और कहने लगी अब सच सच बता किसकी चोद कर आ रहा है, मैं पकड़ा जा चुका था और मुझे बताना पड़ा कि मैं संजू की मोम को चोद कर आ रहा हू, दी ने इतना सुनते ही मुझे धक्का दे दिया और अपने हाथ को मेरी गर्दन पर पकड़ बना कर देखने लगी उस समय तो मानो वह मुझे मार ही डालना चाहती हो इस तरह से देख रही थी उसकी आँखो मे एक अजीब सा गुस्सा नज़र आ रहा था फिर अचानक उसकी आँखे डॅब्डबॉ गई और वह मेरे गले को छोड़ कर मुझे अपनी बाँहो मे लेते हुए कहने लगी, रवि तू बहुत कमीना है पर तू नही जानता कि मैं तुझसे इतना प्यार करती हू कि तुझे जिस गुनाह के लिए मार देना चाहिए उस गुनाह को भी मैं तेरी चाहत के चलते माफ़ करने पर मजबूर हू
रवि : राहत की सांस लेते हुए, दी मैं भी इसी लिए तुमसे इतना प्यार करता हू क्योकि तुम मुझे समझती हो.
रिया : तो ये वादा करेगा अपनी दी से
रवि : वह क्या
रिया : अगर तू सच मुच मुझे चाहता है तो तू कभी मुझसे दूर नही जाएगा
रवि : इसमे कहने की क्या बात है दी, मैं तो वैसे भी तुम्हे छोड़ कर कभी नही जाउन्गा ये वादा है मेरा और तुम्हारा लाइफ के अंत तक साथ दूँगा ये भी वादा है मेरा, अगर तुम्हारी दीवानगी मेरे लिए ऐसी है तो मेरी दीवानगी भी समय आने पर तुम्हे पता चल जाएगी....उस दिन के बाद मैं अपनी नौकरी पर जाने लगा और पहले दिन एसपी साहेब से मुलाकात करके थाना प्रभारी बन कर काम शुरू कर दिया.....लेकिन बीच बीच मे प्रिया भी कही ना कही मुझसे किसी ना किसी इन्वेस्टिगेशन के चक्कर मे टकरा जाती और हमारी दोस्ती बढ़ने लगी, पर संजू की मोम और अंकुर की मोम को चोदने का समय भी मैं निकाल ही लेता था,

एक दिन मैं अंकुर की मोम के यहाँ बैठ कर ड्रिंक कर रहा था और अंकुर सिटी से बाहर गया हुआ था उसके बाद मैने अंकुर की मोम को खूब तबीयत से चोदा और फिर सीधे थाने पहुचा, जैसे ही थाने पहुचा, हवलदार तुकाराम मेरे पास आया और कहने लगा, सर प्रिया मेडम आपसे मिलने आई थी, और कहा है आप उनसे बात करले आपका मोबाइल ट्राई किया था उन्होने लेकिन फोन नही लगा, मैं तो अपने शहर के पास के तहसील एरिया के थाने मे इंचार्ज था लेकिन प्रिया मेरे ही शहर के थाने मे पोस्टेड थी मैने सोचा क्या पता क्या बात है अचानक प्रिया क्यो मिलने आई थी कही मुझसे चुदने के लिए तड़प तो नही रही है मैने जल्दी से उसका नंबर. लगाया और फिर उसने जो बात मुझे बताई उसे सुन कर मैं शॉक्ड हो गया.....
रवि : हेलो प्रिया बोलो क्या बात है तुम मिलने आई थी
प्रिया : रवि गजब हो गया
रवि : क्या हुआ
प्रिया : तुम्हारे दोस्त अंकुर की मोम का मर्डर हो गया उसे किसी ने छत से नीचे फेंक दिया....
रवि : ओह नो यह कैसे हो गया.................मैने फोन रखा और गहरी चिंता मे डूब गया.....
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12-28-2018, 12:33 PM,
#24
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
अभी मैं सोच ही रहा था कि मेरा फोन बजा और
रवि : हेलो
प्रिया : रवि इनस्पेक्टर प्रिया स्पीकिंग
रवि : हाँ प्रिया बताओ, मुझे अभी अभी अंकुर की मोम के बारे मे पता चला क्या हुआ क्या था
प्रिया : अक्चूली उनके पोस्ट मार्टम मे पता चला है कि मरने से पहले उसके साथ संभोग किया गया था
रवि : कही बलात्कार वाला मामला तो नही
प्रिया : नही यह सहमति से किया गया था बलात्कार जैसी किसी भी बात को ड्र. ने नही बताया ना ही कोई ऐसे सबूत मिले है,

रवि : फिर मुझे कैसे याद किया तुमने
प्रिया : अकटुली रवि मैं इस केस की इन्वेस्टिगेशन ऑफीसर हू और क्योंकि तुम अंकुर के दोस्त हो तो मुझे तुमसे मिल कर उनके बारे मैं कुछ जानना था शायद तुमसे मुझे कोई मदद मिल सके और अभी तक यह भी पता नही चल पाया है कि पोस्ट मार्टम मे अंकुर की मोम पर मिलने वाला सीमन किसका है
रवि: अच्छा ठीक है बताओ कब मिलना है,
प्रिया : तुम इसको अदरवाइज़ मत लेना हम ऐज आ फ्रेंड शाम को कोतवाली के पास वाली होटेल मे मिलते है वही तुम्हारे साथ कॉफी पी जाएगी
रवि : ओके मैं पहुच जाउन्गा

घर पहुचने पर रिया दी नहाने जा रही थी और मुझे देख कर स्माइल देते हुए अपनी गुलाबी पैंटी को दिखाते हुए बाथरूम मे घुस गई, मैं रूम मे जाकर वर्दी उतार कर जॉकी मे था गर्मी बहुत लग रही थी और मैं जॉकी मे ही बेड पर लेट गया, तभी मोम रूम मे आ गई, मैं उन्हे देख कर यह भी भूल गया कि मैं जॉकी मे हू, मोम ने स्कर्ट और स्लीव लेस टॉप पहना हुआ था, हे रब्बा क्या बताऊ उनका घुटनो से भी दो इंच उपर तक का छोटा सा स्कर्ट और उसमे से झान्कति उनकी गोरी गोरी गुदाज और मोटी जंघे इतनी चिकनी और सुडोल नज़र आ रही थी कि क्या बताऊ, और उपर जो टॉप पहना था उसमे उनके बड़े बड़े खर्बूजो की साइज़ के मोटे मोटे दूध समा नही रहे थे, दो जवान बच्चो की मा और उस पर ऐसे मॉडर्न कपड़े, सच कोई भी उस समय मेरी मोम की गदाज गदराई जवानी देख लेता तो पागल हो जाता उसका लंड पूरे औकात मे
घुसने के लिए खड़ा हो जाता, जैसा कि मेरा हाल था, मैं अपने लंड पर ध्यान ही नही दे पाया और मोम मेरे बगल मे आकर बैठ गई और मुस्कुराते हुए कहने लगी देख रवि मैं कैसी लगती हू स्कर्ट और टॉप मे, मैने मोम की चिकनी जाँघो पर हाथ रखते हुए कहा, मा तुम तो पूरी कयामत लग रही हो,

मोम की नज़र जैसे ही मेरे खड़े लंड पर पड़ी, उनकी आँखे फटी की फटी रह गई, मोम ने ज़रूर मेरे लंड को जब खड़ा देखा होगा तो यही सोचा होगा कि मेरे बेटे का लंड कितना बड़ा और मोटा नज़र आ रहा है, मोम मेरे लोड्‍े को देख अपना थूक गटकने लगी, लेकिन मैं भी बेशरम बने उन्हे यह एहसास ही नही होने दिया कि मैं समझ रहा हू कि वह मेरा लंड चोर नज़रो से देख रही है, मैने मोम की गोरी पिंदलियो को हाथ लगाते हुए कहा मोम आपके पैर कितने स्मूद है,
सुजाता : मेरे लंड को तिर्छि नज़रो से देख कर, बेटे मैं वॅक्स करती हू ना इसलिए ये चिकने लगते है,


फिर मोम खड़ी हुई और मुझे अपने भारी चुतडो को दिखाते हुए कहने लगी देख रवि स्कर्ट की फिटिंग तो सही है ना मैं भद्दी तो नज़रनही आती हू

मैने अपने लंड को मसल्ते हुए कहा नही मोम आप तो पीछे से भी बहुत मस्त नज़र आ रही हो और फिर मैने मोम की मोटी गान्ड पर हाथ फेर दिया, लेकिन जैसे ही मैने मोम की मोटी गान्ड को अपने हाथ से सहलाया तो मुझे एक दम झटका सा लग गया, ओमाईगॉड मोम ने इस छोटी सी स्कर्ट के नीचे पैंटी नही पहनी है, मतलब मोम इस स्कर्ट के नीचे पूरी नंगी है, मेरा तो लंड ऐसा लग रहा था कि पानी छोड़ देगा, फिर मोम मेरी ओर घूम गई और अब मोम भी बेशर्मो की तरह मुझसे बात करते हुए मेरे जॉकी मे सर उठाए खड़े लंड को आराम से देख रही थी,

सुजाता : रवि मैं कुछ मोटी हू इसलिए भी ये सब कपड़े मुझ पर अच्छे नही लगते होंगे ना
रवि : नही मोम तुमसे किसने कह दिया, इन कपड़ो को पहन कर अगर तुम घर के बाहर चली जाओगी तो लोगो की भीड़ जमा हो जाएगी तुम्हे देखने के लिए
सुजाता : मेरे लंड को देखते हुए, क्या मैं इन कपड़ो मे बहुत अच्छी लग रही हू,
रवि : मोम तुम बहुत खूबसूरत लग रही हो तुम घर मे ऐसे ही कपड़े पहना करो
सुजाता : मुस्कुराते हुए, अच्छा अब मेरी उमर कहाँ है यह सब फ़ैशन करने की, ऐसे कपड़े तो रिया की पहनने की उमर है, मैने मोम की
नज़रे बचाते हुए अपने खड़े लंड को एक बार मसला और फिर मैने कहा मोम रिया दी और तुममे बहुत अंतर है रिया दी तो लड़कियों की तरह अभी छोटी है पर आप तो भरी पूरी औरत है, इसलिए आप पर यह कपड़े और भी ज़्यादा मस्त नज़र आते है,
सुजाता : मुस्कुराते हुए, मैं सब जानती हू बदमाश, आज कल तुझे औरते क्यो अच्छी लगती है, और तू मुझे ऐसे कपड़े सजेस कर रहा है जिसे पहन कर मैं बाहर निकलूंगी तो लोग मेरी इन मोटी मोटी जाँघो को और मेरे बड़े बड़े चुतडो को देख कर हसे
रवि : मोम आपकी जंघे और आपका बॅक साइड का हिस्सा देख लोग हसेन्गे नही बल्कि पागल हो जाएगे, मैने मोम का हाथ पकड़ कर कहा
सुजाता : मुस्कुराते हुए चल जाने दे मुझे, कही तू भी तो अपनी मोम को दूसरे मर्दो की तरह ही नही देखता है, कभी कभी तो तुझे देख कर ऐसा ही लगता है, मोम ने मेरे खड़े लंड को देखते हुए अपनी बात पूरी की

रवि : क्या लगता है मोम
सुजाता : यही कि तेरी भी निगाहे कही अपनी मोम के बड़े बड़े चुतडो और मोटी मोटी जाँघो पर तो नही रहती है
इतना कह कर मोम सामने के ड्रेसस्सिंग टेबल पर खड़ी होकर अपने आप को देखने लगी मैं उनकी बात सुन कर खड़ा हो गया और मोम की मोटी गान्ड से अपने खड़े लंड को सटा कर उनसे चिपकते हुए कहा, मोम जिसकी मोम इतनी सुंदर और गदराई हुई होगी वह बेटा भी अपनी मोम को हर तरह से और हर रूप मे देखना चाहेगा, इतना कह कर मैने अपने लंड को मोम की गान्ड मे लगा कर उनके चुतडो को दबाया, मोम अंजान बनते हुए मिरर मे अपने चेहरे को देख कर टवल से साफ करते हुए कहने लगी,
सुजाता : क्यो मोम क्या उनकी गर्ल फ्रेंड या बीबी होती है जो वह अपनी मोम की ही जवानी को देखते है और खास कर अपनी मोम के चुतडो को

मैने मोम के पेट मे हाथ लगा कर उन्हे पीछे से हग करते हुए कहा मोम, एक बेटे को तो उसकी मोम उनकी गर्लफ्रेंड और बीबी से भी ज़्यादा खूबसूरत लगती है, इसीलिए तो सब बेटे अपनी मोम की तरह ही बीबी पसंद करते है,
सुजाता : लेकिन कई बेटे तो बीबी आने के बाद भी अपनी मोम के चुतडो को घूरते रहते है, और सुजाता ने अपनी फूली हुई चूत को आगे हाथ लेजा कर हल्के से दबाया, उसकी चूत तो पहले से ही अपने बेटे के मोटे और तगड़े लंड को देख कर पनियाने लगी थी लेकिन अब उसकी गान्ड मे अपने बेटे के खड़े डंडे जैसे लंड की चुभन ने उसकी अंगूर के दाने के बराबर खड़े तने को भी फड़फड़ाने पर मजबूर कर दिया था,

मोम ड्रेसिंग टेबल पर पड़ी आंटिसेपटिक क्रीम उठाने के लिए झुकी जिससे उनकी गुदाज मोटी गान्ड और भी खुल कर मेरे सामने आ गई और मैने मोम की कमर को कस कर पकड़ते हुए अपने लंड को कस कर मोम के भारी चुतडो पर दबाया और मोम के मूह से हल्की सी सिसकी निकल गई तभी बाहर से रिया दी की गाना गुनगुनाने की आवाज़ आई और मैने मोम को छोड़ दिया और मोम ने कंघा उठा कर अपने बाल सवारना शुरू कर दिए,
मैने अब जल्दी से टवल लपेट लिया और लोड्‍े को कुछ ऐसा अड्जस्ट किया कि रिया दी को लंड खड़ा ना दिखाई दे, तभी रिया दी अंदर आ गई और

रिया : मुस्कुराते हुए, ये हुई ना बात मोम अब लग रहा है कि तुम मेरी मोम नही बड़ी दी हो, सच मोम ऐसे बाहर ना चली जाना वरना और फिर रिया दी ज़ोर से मुस्कुराने लगी
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए, चुप कर रिया, जवान भाई का तो थोड़ा लिहाज कर

रिया : अरे इसका क्या लिहाज करू, यह तो खुद दिन भर कॉलेज की लोंड़ीयों के पीछे......फिर रिया दी ने मेरी ओर देखा और कहा बता दू
रवि : मोम ये रिया दी को तो मोका चाहिए बस मेरी खिचाई करने का,
रिया : चल चल अब ज़्यादा भोला ना बन और जा नहा ले, मुझे मोम से ज़रा प्राइवेट बात करनी है

रवि : मुझे भी बताओ ना दी
रिया : आँखे दिखाते हुए, देखा मा इसे औरतो की बाते सुनने मे कितना मज़ा आता है, बेशरम कही का चल अब जा
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12-28-2018, 12:33 PM,
#25
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मैं वहाँ से बाहर आ जाता हू लेकिन मेरे कान खड़े हो जाते है
रिया : मोम क्या बात है आज कल बड़ी फॅशनबल हो रही हो, कही कुछ तो गड़बड़ है
सुजाता : मार खाएगी, क्या गड़बड़ है भला, कपड़े ही तो पहने है और क्या
रिया : मुझे तो समझ नही आता कि अचानक आप मे ये चेंजस क्यो आ रहे है, मोम सच बताओ ना मैं आपकी बेटी हू मैं किसी से कुछ नही कहुगी
सुजाता : अरे पागल है क्या तू अपनी मोम पर शक कर रही है
सुजाता : पहली बात तो मैं वो सब किसी और के साथ सोच भी नही सकती और दूसरी बात मुझे यह सब कपड़े पहनने का पहले से ही शौक था
वह तो थोड़ा पेट और मेरे ये चूतड़ ज़्यादा मोटे और बड़े बड़े हो गये थे इसलिए मैने ऐसे कपड़े पहनना बंद कर दिया था,

रिया : अच्छा तो अभी आपके चूतड़ और पेट कौन से कम हो गये है जो आप फिर से उसी अंदाज मे आ गई
सुजाता : देख रिया ऐसी कोई बात नही है और तुझे अगर बुरा लगता है तो मैं यह कपड़े उतार देती हू और अब नही पहनूँगी
रिया : सॉरी मोम मेरे कहने का यह मतलब नही था मैं तो आपके मज़े ले रही थी, दरअसल आप इन कपड़ो मे बहुत सेक्सी लग रही है, ज़रा ध्यान रखना कोई आप पर फिदा ना हो जाए
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए अरे अब इस उमर मे कौन आदमी मुझ पर फिदा होगा
रिया : मोम तुम्हारी उमर की औरतो पर आदमी नही बल्कि 20-22 साल के लोंडे ज़्यादा फिदा होते है क्योकि इन्ही को भारी चुतडो और मोटे मोटे बोबो से बहुत प्यार होता है, मैने तो यहाँ तक भी पढ़ा है कि लड़के सबसे ज़्यादा गान्ड और बोबे अपने घर की मा और बहनो के ही देखते है,


सुजाता : चुप कर रिया कही रवि ना सुन ले,
रिया : वह भी कम कमीना नही है, पर क्या करू भाई है मेरा उससे प्यार ही बहुत करती हू
सुजाता : क्यो क्या हुआ, कही रवि तेरे चुतडो और दूध को तो नही घूरता है,
रिया ; मोम घूरता भी होगा तो क्या हुआ, आख़िर भाई है मेरा, उसे मैं घूर्ने से रोक तो नही सकती हू ना, और वह तो तुम्हारे चुतडो को भी घूरता है, मैने कई बार उसे देखा है,

सुजाता : मुस्कुराते हुए चल चुप कर और यह सब बाते और किसी के सामने मत करना, और रवि को समझा दिया कर कि यह सब अच्छी बात नही है
रिया : मुस्कुराते हुए अपनी ब्रा और पैंटी मोम के सामने ही पहनते हुए, मोम मैं उसको समझा तो दूँगी पर उसके डंडे को कैसे सम्झाउन्गि,

सुजाता : चुप कर बदमाश, मुझे तो उससे ज़्यादा चुदासी तू लगने लगी है, अब अपनी मोम की साइज़ की हो गई है, अब तो बच्पना छोड़ दे
रिया : अपनी मोटी जाँघो पर तेल मालिश करते हुए, मंद मंद मुस्कुरा कर, मोम इसी लिए तो बच्पने की नही जवानी की बाते कर रही हू
सुजाता : तुझसे तो जीतना बेकार है, लगता है रवि को तूने ही बिगाड़ा है,

रिया : मेरा भाई है मैं उसे क्यो नही बिगाड़ सकती हू, वैसे तुम ठीक ही कह रही हो मोम, बहुत कुछ तो उसने मुझसे ही सीखा है पर अब वह मेरे हाथ से निकलता जा रहा है, और मैं उसे निकलने नही दूँगी
सुजाता : सच रिया कभी कभी तो मुझे लगता है तुझमे कोई पागलपन सवार हो जाता है, ना जाने क्या क्या बकवास करने लगती है, ऐसा लगता है जैसे तेरे माइंड से तेरा संतुलन खो जाता है, पगली कही की चल अब किचन मे और मेरा हाथ बटा
रिया : हा हहा हा ओके मम्मा आती हू

वहाँ से मैं नहाने चला गया उसके बाद दोपहर मे मैं मोम और रिया दी खाने की टेबल पर मिले रिया दी ने स्कर्ट पहनी हुई थी और मैं लूँगी लगा कर बैठा था, रिया दी बिल्कुल मेरे सामने थी और मेरे दाए ओर रिया दी के बाए तरफ मा बैठी थी मा हमसे बाते कर रही थी और रिया दी टेबल के नीचे से अपने परो के पंजे से मेरे पेरो को रगड़ रही थी, वह रगड़ाती जाती और उसकी कुटिल मुस्कान और नज़रे मेरी ओर थी,
मैं भी उसकी मुस्कान का जवाब मुस्कान से दे रहा था, तभी दी ने अपने पेर को उपर उठा कर मेरे जॉकी मे क़ैद लंड को अपने पेरो के पंजो से दबाना शुरू कर दिया और मैने जब उनकी ओर देखा तो उन्होने मुस्कुराते हुए मुझे आँख मार दी
रवि : दी खाने दो ना
रिया : मुस्कुरा कर, तो खा ना मैं क्या कर रही हू, इतना कह कर दी ने मेरे अंडकोषो को अपने पेरो से दबाना शुरू कर दिया, मैं समझ गया कि दी को मस्ती चढ़ि है वह ऐसे नही मानेगी तो फिर मैने भी अपने पेर को उठा कर सीधे दी की चौड़ी हुई जाँघो के बीच उनकी पैंटी के अंदर कसी फूली हुई चूत पर रख दी और कस कर उनकी फूली बुर को अपने पेर के पंजो से दबाने लगा, पर रिया दी की चूत आज कुछ ज़्यादा ही मरवाने के लिए मचल रही थी, रिया दी ने अपनी मोटी चिपकी हुई जाँघो को और भी फैला लिया और मेरे पेर के पंजो को उसकी फूली चूत का पूरा एहसास होने लगा, दी मेरी ओर देख कर मंद मंद मुस्कुरा रही थी और मैं उसकी चूत को अपने पेरो से कभी सहलाता और कभी कस कर दबा देता,

एक तरफ तो मैं दी की फूली चूत को पेरो से दबा रहा था और दूसरी और मोम की मोटे मोटे पपीते लग रहा था कि ब्लॉज फाड़ कर बाहर आ जाएगे, लंड पूरी औकात मे तना हुआ था, फिर कुछ देर बाद दी उठी और अपनी गुदाज मोटी गान्ड को मुझे देखते हुए खुज़ला कर जाने लगी, मैं दी की थिरकति गान्ड का मज़ा लेते हुए उन्हे देखता रहा उसके बाद मोम उठी और मेरी नज़रे उनके सुडोल चुतडो पर गई, मोम अपनी गान्ड मटकाते हुए किचन मे चली गई

मैं रूम मे गया और रिया दी को पीछे से जाकड़ लिया मेरे लंड ने सीधे उनकी मोटी गान्ड के गॅप मे घुसा, मैने दोनो हाथो को आगे लेजा कर दी के मोटे मोटे खरबूजो को कस कर मसल्ते हुए कहा

रवि : क्या बात है दी आज तो आप बहुत चुदासी लग रही है
रिया : मूह बनाते हुए, रहने दे तुझे तो कोई फिक्र ही नही है मेरी, मैं तड़पति रहती हू और तू ना जाने कहाँ गायब रहता है
रवि : दी मुझे क्या पता आपकी चूत इतनी प्यासी है और फिर मैने दी की पैंटी मे हाथ डाल कर उसकी कचोड़ी जैसी फूली बुर को कस कर दबोचते हुए उसकी फांको को फैला कर सहलाना शुरू कर दिया,
रिया : पहले दरवाजा तो बंद कर ले कही मोम ना आ जाए
रवि ": मैने दी के बोबो को कस कर मसल्ते हुए कहा आ जाने दो दी, मोम आ भी गई तो यह देख कितनी खुश होगी कि उसके दोनो बच्चे कितना प्यार करते है
रिया : मुस्कुराते हुए, और तुझसे कहेगी कि तुझे शर्म नही आती अपनी बड़ी बहन की चूत को सहलाते और दुलार्ते हुए,
रवि : तो मैं भी कह दूँगा कि अपनी बहन की चूत को दुलार्ने का पहला हक तो उसके भाई का ही हुआ ना,

रिया : इस हिसाब से तो तेरा हक़ मोम की चूत को दुलार्ने का भी बनता है ना
रवि : दी बनता तो है पर मा के उपर निर्भर करता है,
रिया : सी सी आह आहह रवि अब हाथ से ही सहलाएगा या चाटेगा भी, ज़रा अपनी जीभ से अपनी दी की मस्त चूत का रस तो पी ले
रवि : तो क्या खड़ी खड़ी ही अपनी चूत चटवायेगि या लेटोगी भी
रिया : आज तो भैरा राजा खड़े खड़े ही मुझे मुतना है, क्या तू मेरी चूत इस तरह चाट सकता है कि मैं खड़े खड़े ही अपने भैया के मूह मे अपनी चूत लगा कर मूत दू
रवि : ठीक है दी तो फिर आज तुम खड़ी खड़ी ही मुतोगी इतना कह कर मैने दी की पैंटी नीचे सरका कर उनकी चूत की फांको को फैला कर खूब कस कस कर चाटना शुरू कर दिया और दी आह आह सी सीई भैया और चाट आह आह ओह रवि ऐसे ही कितना मस्त चाटता है तो लगता है अभी मुझसे तू पेशाब करवा लेगा

रवि : दी पूरी नंगी हो जाओ ना, ऐसे मे मज़ा नही आ रहा है
रिया : मुस्कुराते हुए जल्दी से अपने सारे कपड़े उतार देती है और फिर रवि के लंड को उपर से पकड़ कर दबाते हुए, इस काले नाग को क्यो छुपाए हुए है इसके भी तो दर्शन करवा

मैने अपने फुफ्कारते लंड को बाहर निकाला और दी ने उसकी गर्दन को पकड़ कर कस कर दबाया
रिया : यह तो बहुत ज़हरीला लगता है
रवि : दी के दूध को दबाते हुए, दी यह आज अपना सारा जहर आपकी इस मस्त फूली बुर मे छोड़ेगा पर पहले आप किसी घोड़ी की तरह मुझे फर्श पर चल कर तो दिखाओ

रिया दी घुटनो के बल फर्श पर चलने लगी और मैं अपने लोड्‍े को हाथ मे थामे दी की मोटी गान्ड उसकी गान्ड का भूरा छेद और उसके नीचे चौड़ी खुली हुई मस्त फूली फांको दीदार ने मुझे काफ़ी उत्तेजित कर दिया और मैने पीछे से दी की मस्त भोसड़ी मे अपने मूह को लगा दिया और उसकी चूत और गान्ड को पागलो की तरह चाटने लगा, दी सीसीयाने लगी और लंड डालने को कहने लगी,
मैने भी लंड को उसकी चूत के लपलपाते छेद मे रखा और कस कर धक्का मारा और मेरा लंड पूरा अंदर घुस गया उसके बाद मैने दी को खूब हुमच हुमच कर चोदा, हम अकसर इस तरह कभी भी चुदाई कर लेते थे, दी को चोदने के बाद मैं छत पर घूमने चला गया और मेरी नज़र सीमा आंटी पर पड़ी
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12-28-2018, 12:34 PM,
#26
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
सीमा : अरे रवि क्या बात है अपनी आंटी को भूल गये हो क्या, जब से संजू आया है तुम इधर नज़र ही नही आते
रवि : क्या करू आंटी संजू का भी ख्याल रखना पड़ेगा ना नही तो वह मुझसे कहेगा तूने मेरी मोम को ही..........
सीमा : पर रवि कल संजू बाहर जा रहा है वह शाम को 6 बजे निकलेगा
रवि : ओके तो फिर कल आपकी सेवा मे बंदा हाजिर हो जाएगा

अगले दिन शाम को संजू के जाने के बाद मैं सीमा आंटी के घर पहुच गया घर पर बता कर आया कि आज रात को ड्यूटी पर रहूँगा, आज मैं भी सीमा आंटी की तंदुरुस्त जवानी का पूरा रस पीना चाहता था मैने थोड़ी ड्रिंक की और आंटी पेटिकोट ब्लौज मे कम कर रही थी, उनके पेटिकोट के अंदर से उनकी ब्रा पैंटी झलक रही थी
मैं सीमा आंटी के पीछे गया और अपने खड़े लंड को उनकी गान्ड मे सटा कर उन्हे चूमते हुए दूध दबाने लगा,
सीमा : आज तो तुम पूरी रात अपनी आंटी को चोदने वाले हो ना
रवि : दूध दबाते हुए, हाँ मेरी जान आज तो तुम्हे खूब कस कस कर चोदुन्गा, जैसे जैसे रात बढ़ती जा रही थी आंटी की उत्तेजक साँसे और भी गहरा रही थी, जब मैने आंटी की फूली चूत के भज्नाशे को अपने होंठो मे पकड़ कर
चूसना शुरू किया तो आंटी को लगा कि उनका पेशाब छूट जाएगा, वह अपनी मोटी जाँघो को पूरी तरह फैला कर अपनी चूत को उठा उठा कर मेरे मुँह मे रगड़ने लगी और फिर एक दम से उनकी कमर नाचने लगी और मैने
अपने लंड को उनकी चूत मे डाल कर जाकड़ कर चोदना शुरू कर दिया और आंटी आह आहह आह्ह्ह्ह की आवाज़ के साथ धक्को का जवाब धक्को से देने लगी

8:30 बजे तक एक ट्रिप लेने के बाद आंटी खाना बनाने जाने लगी तो मैने उनका हाथ पकड़ कर अपनी गोद मे बैठा लिया
सीमा : मुस्कुराते हुए, रवि तुझे शरम नही आती अपनी मा समान औरत को पूरी नंगी करके अपनी गोद मे बैठा कर उसकी नंगी चूत और भारी चुतडो को सहला रहे हो
रवि : आंटी ऐसी हेवी जवानी जिसे देख कर लगे कि यह अपनी मोम की साइज़ की है ऐसी औरतो को लंड पर बैठा कर चोदने का अलग ही मज़ा है,
सीमा : अरे अब तो सारी रात पड़ी है पहले हम खाना बना कर खा लेते है फिर आराम से सारी रात चोदना अपने दोस्त की मोम को

रवि : ओके पर मुझे कुछ पीने के लिए और भी लाना पड़ेगा, ड्रिंक तो ख़तम हो गई है, आप खाना बनाओ तब तक मैं शराब की बोतल ले कर आता हू
आंटी की चुदाई तो मैं वैसे ही बड़ी मस्त तरीके से कर चुका था पर आज सारी रात रगड़ने का मन कर रहा था, मैं वहाँ से बाहर निकला और अपने घर से नज़र बचाते हुए वाइन शॉप से शराब लेकर वापस आंटी के गेट पर पहुचा, चूँकि गेट आंटी ने अंदर से बंद कर लिया था इसलिए मैं गेट बजाने वाला था तभी मेरे हाथ के धक्के से गेट खुल गया और मैं अंदर आ गया

मैं धीरे धीरे अंदर बढ़ने लगा लेकिन आंटी कही नज़र नही आ रही थी और फिर जैसे ही मैने किचन के अंदर घुसा बस उसी समय मेरे हाथ से दारू की बोटल छूट कर नीचे गिर कर चकनाचूर हो गई और मुझे तो जैसे होश ही नही था, आंटी फर्श पर पड़ी थी और उसकी आँखे खुली की खुली रह गई थी
उसे देख कर ऐसा लग रहा था जैसे बड़ी मुस्किल से उसकी जान निकली हो, मैं पहले तो काफ़ी घबरा गया, मेरे दिमाग़ ने काम करना बंद कर दिया था लेकिन फिर मैने हिम्मत से काम लेते हुए सबसे पहले वहाँ अपनी मोजूदगी के सारे सबूत हटाए यहाँ तक कि जहाँ हमने चुदाई की वहाँ भी अच्छी तरह से देखने के बाद, दरवाजे पर उंगलियो के निशान मिटाए और चुपके से घर के बाहर निकल गया, वहाँ से मैने वर्दी पहनी और अपने थाने चला गया, रात भर मुझे नींद नही आई और बस यह सवाल दिमाग़ मे उठता रहा कि आख़िर किसने और क्यो मारा आंटी को, और फिर सुबह के 8 बजे मेरे सेल पर मोम का फोन आया

सुजाता : अरे रवि गजब हो गया, हमारे पड़ोसी संजू की मोम की डेत हो गई, मैं तो सब जानता था फिर भी मैने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा ओके मोम मैं पहुचता हू और फिर
संजू : मेरे कंधे पर हाथ रख कर रोते हुए, किसी का क्या बिगाड़ा था मेरी मोम ने जो उनकी हत्या कर दी गई, मैं संजू को दिलासा दे रहा था, तभी अंकुर बोल पड़ा यार रवि यह सेम मेरी मोम के साथ वाली घटना से मिलता जुलता केस है लेकिन अभी तक उनकी मौत के बारे मे भी कुछ पता ही नही चला, ना जाने कौन चूतिया ऑफीसर मेरी मोम के केस को इन्वेस्टिगेट कर रहा है कि अभी तक कुछ खबर ही नही मिली,

वही पास मे प्रिया वर्दी पहन कर खड़ी थी वह बोल पड़ी........माइंड युवर लेंग्वेज मिस्टर. अंकुर, बिकॉज़ मैं इस केस को इनवेस्टिगेट.... कर रही हू.
अंकुर : बोखलाते हुए लेकिन प्रिया का बिपाशा जैसा बदन देख कर उत्साहित होकर, आइ आम सॉरी मेडम मेरा वह मतलब नही था दरअसल मैं बहुत परेशान हू कि अभी तक कोई सुराग नही मिला

रवि : प्रिया क्या कुछ पता चला संजू की मोम के बारे मे
प्रिया : किसी ने पीछे से आकर इनका गला घोंट कर इन्हे मार डाला है लेकिन कातिल बड़ा चालाक है उसने फ़िंगर प्रिंट मिटाने की कोशिश की है
रवि : हैरान होते हुए, कोशिश मतलब
प्रिया : अकसर कातिल अपने आप को बहुत स्मार्ट समझते है लेकिन कही ना कही कोई ना कोई सबूत तो छोड़ ही जाते है
रवि : तुम्हारा मतलब है कि कोई सबूत तुम्हारे हाथ लग चुका है
प्रिया : हाँ लेकिन आइ आम नोट शुवर कि वह कातिल का ही फ़िंगर प्रिंट होगा लेकिन एक चीज़ और भी है जो मेरी समझ मे नही आ रही है
रवि : वह क्या
प्रिया :घर की कंडीशन देख कर यह लगता है कि यहाँ झूमा झटकी हुई थी और कुछ काँच नुमा चीज़ यहाँ टूट कर गिरी थी जिसके टुकड़े भी पाए गये, लेकिन अगर झगड़े मे कोई ग्लास टूट भी गया तो
कत्ल करने वाले को क्या ज़रूरत थी उन काँच के टुकड़ो को साफ करने की, और दूसरी बात यहा रात मे शराब भी पी गई थी लेकिन बाकी की जानकारी पोस्ट मार्टम के बाद ही सामने आएगी, पर यह बात तो है रवि कि कातिल ने दो-दो कत्ल किए है, इतना तो सबूत मे उसके लिए जुटा ही लूँगी कि उसे फाँसी के फंदे तक पहुचा सकु

मैं वहाँ से पलटा ही था कि रिया दी सामने आ गई
रिया : कुछ पता चला रवि
रवि : हाँ प्रिया कह रही थी कि वह जल्द ही कातिल तक पहुच जाएगी तभी पीछे से प्रिया ने पुकारा और रिया और प्रिया गले लग गई फिर प्रिया ने मुझसे कहा, रवि 2 घंटे बाद तुम मुझे मेरे पोलीस स्टेशन मे आकर मिलो
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12-28-2018, 12:34 PM,
#27
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
दो घंटे बाद मैं प्रिया के पास पहुच गया और मुझे देखते ही वह खुश हो गई और चाइ ऑर्डर की,
प्रिया : क्या बात है कुछ परेशान लग रहे हो
रवि : हाँ यार, इन कतलो की वजह से दिमाग़ काम नही कर रहा है
प्रिया : एक बात तुमने गौर की
रवि : क्या
प्रिया : यही कि अंकुर की मोम और संजू की मोम दोनो के मर्डर के पहले दोनो ने सेक्स किया था पर यह समझ नही आ रहा कि आख़िर सेक्स किसके साथ किया और जिसने सेक्स किया उसने इन्हे मारा क्यो
रवि : हाँ यह बात तो दोनो केश मे कॉंमान है
प्रिया : मुझे तो लगता है कि दोनो मर्डर मे कुछ तो कड़ी जुड़ रही है, या यह कहु कि मुझे लगता है जो भी है कातिल एक ही है पर वह शातिर इतना है कि उंगलियो के निशान तक मिटा गया

प्रिया की बात सुनने के बाद मैं खुद कन्फ्यूज़ हो गया था कि आख़िर किसने मर्डर किया और क्यो बस परेशानी यह थी कि दोनो का जब मर्डर हुआ उससे पहले उनके साथ सेक्स तो मैने ही किया था
प्रिया : क्या सोचने लगे, लगता है तुम्हारा मूड कुछ ज़्यादा ही खराब है चलो मेरा रूम यही पास मे है हम वहाँ चलते है और थोड़ा ड्रिंक करके रिलॅक्स होते है
रवि : लेकिन
प्रिया : अब लेकिन वॅकिन कुछ नही तुम चलो तो सही और फिर प्रिया ने मेरा हाथ पकड़ा और चल दी, उसने बाइक स्टार्ट की और मैं उसके पीछे बैठ गया तभी उसने फर्स्ट गियर लगाया और मैं उससे सट गया, प्रिया के भारी भरकम चुतडो से मैं चिपका हुआ बैठा था, तभी हवलदार राम सिंग ने कहा मेडम मुझे अगले चौराहे पर ड्रॉप कर देगी क्या
प्रिया ने कहा ठीक है बैठो और मुझसे कहने लगी रवि तुम थोड़ा और आगे खिसक जाओ, मेरा लंड तो प्रिया के गुदाज चुतडो के स्पर्श से पहले ही खड़ा हो गया था उपर से राम सिंग जैसा भारी आदमी जब मेरे पीछे बैठा तो मैं प्रिया के बदन से पूरी तरह चिपक गया, हो ना हो प्रिया की मोटी गान्ड मे मेरा लंड ज़रूर चुभ रहा होगा,

थोड़ी देर मे मैं प्रिया के रूम पहुच गया और जब मैं अपने खड़े लंड को पॅंट के उपर से अड्जस्ट करने लगा तभी प्रिया ने मुझे अपना लंड अड्जस्ट करते देख लिया और उसके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आ गई
प्रिया : रवि तुम बैठो मैं चेंज करके आती हू, प्रिया अंदर चली गई और डोर ओपन ही रह गया, लेकिन अंदर के रूम पर एक ड्रेसिंग टेबल पर प्रिया नज़र आने लगी उस मिरर मई साफ दिखाई दे रहा था जब वह अपनी वर्दी उतार रही थी, दो ही पॅलो मे प्रिया केवल ब्रा और पैंटी मे आ गई और मैं उसके खूबसूरत गोरे और भरे हुए बदन को देख कर मस्त हो गया
उसकी जंघे और उसका पेट सबसे सेक्सी नज़र आ रहा था, जांघे काफ़ी सुडोल और पेट बहुत गुदाज नज़र आ रहा था मैं बैठे बैठे अपने लंड को मसल रहा था, तभी प्रिया ने मिरर के सामने अपनी पैंटी थोड़ी नीचे की और अपनी फूली हुई चूत को उभार कर देखने लगी उसे देख कर ऐसा लगा जैसे वह यह देखना चाहती हो कि उसकी झान्टे ज़्यादा बढ़ तो नही गई है, मैं तो उसकी चिकनी रसीली चूत देख कर पागल हो गया और मेरा दिल उसे कस कर चोदने का होने लगा तभी प्रिया का मोबाइल बज उठा

प्रिया : हेलो कौन
रिया : तेरी अम्मा बोल रही हू
प्रिया : ओह मोम बोलिए कैसे याद किया,
रिया : कुतिया जब से पोलीस वाली बन गई है तब से तेरे नखरे इतने बढ़ गये है कि एक दिन भी मुझसे मिलने का समय नही है तेरे पास.
प्रिया : अरे जानेमन, दिन भर मर्दो के साथ ड्यूटी करना पड़ती है उसके बाद जो दिन भर का पानी इकट्ठा होता है उसे सारी रात पोछती रहती हू, अब तू ही बता अगर तू चाटने को रेडी है तो मैं तुझसे मिलने आ जाती हू
रिया : रहने दे मेरे पास वक़्त नही है
प्रिया : जानती हू रांडो रानी, जब अपने भाई का मस्त लंड तुझे घर मे ही मिल जाता है तो तू मेरे पास क्यो आएगी
रिया : वैसे मेरा भाई भी कमीना जब से पोलीस मे भरती हुआ है उसके भी ठिकाने नही रहते है, तुझे मिले तो उससे कहना कि तेरी बहन भी तो तेरी दीवानी है उसकी चाहतो का भी ध्यान किया करे

प्रिया : तेरा भाई मिलेगा तो ज़रूर बोल दूँगी, वैसे भी मुझे भी तो उससे एक अपना काम करवाना है
रिया : अगर रवि के लिए कुछ गल्लत ख्याल है तो निकाल दे, नही तो अगली बार जब तेरी बुर चुसुन्गि तो खूब कस कर दांतो से काटुन्गि
प्रिया : चल बताने की ज़रूरत नही है मैं जानती हू तू कितनी बड़ी कुतिया है, तू सोचती है कि प्रिया इतनी खूबसूरत और सेक्सी है कि कही तेरे भाई ने मुझे नंगी देख लिया तो तुझे ना भूल जाए
रिया : खबरदार जो रवि के सामने नंगी हुई तो

प्रिया : हा हा पर जानेमन मुझे तो लगता है कि तेरा भाई भी मुझे नंगी करके देखना चाहता है
रिया : अरे हरामज़ादी, वह तो अपनी अम्मा को भी नंगी देखना चाहता है तो क्या मेरी मोम उसके सामने नंगी हो जाती है
प्रिया ; मुस्कुराते हुए, क्या पता भाई जमाना खराब है हो सकता है कि तेरा भाई तेरी मोम को भी छुप छुप कर नंगी देखता हो या यह भी हो सकता है कि तेरी मोम खुद अपने बेटे के सामने नंगी हो जाती हो और उसका लंड लेती हो

रिया : चुप कर रंडी, क्या तूने सब को अपने जैसा ही समझा है
प्रिया : अपने जैसा नही तेरे जैसा
रिया : मैं तो सिर्फ़ अपने भाई की दीवानी हू और तू तो जहाँ खड़ा लंड दिखा वही अपनी चूत खोलने को तैयार हो जाती है
प्रिया : तो क्या हुआ, अब एक से चुदवाओ या दस से काम तो हम दोनो का एक ही है ना चुदवाना
रिया : अच्छा प्रिया एक बात बता
प्रिया : क्या
रिया : क्या तू सचमुच रवि के प्रति सीरीयस है
प्रिया : देख भाई मैं तो उस पर मरने लगी हू और मैं सोचती हू उससे शादी कर लू, लेकिन तू जाने कहाँ से लव स्टोरी ले आई और वह भी अपने भाई से, इसलिए देख तेरा भाई भले ही तुझे चोदता हो पर तेरा हो तो नही सकता इसलिए तू मुझे उससे शादी कर लेने दे
रिया : फोन पर सिसकते हुए, ठीक है जो तेरी मर्ज़ी हो वह कर ले
प्रिया : अरे पागल क्या हुआ तू रोने क्यो लगी
रिया : मैं नही जानती चल फोन रख
प्रिया : ओह माइ स्वीट हार्ट आइ आम सॉरी मैं तो मनाज़क कर रही थी, मैं नही जानती थी कि तू सचमुच अपने भाई से लव करती है, अगर ऐसी बात है तो मेरा उसके साथ शादी का विचार कॅन्सल, चल अब ज़रा मुस्कुरा दे वह कमीना तेरा है और हमेशा तेरा ही रहेगा
रिया : थोड़ा मुस्कुराते हुए, मैं जानती थी तू मेरी सबसे पक्की सहेली है तू मेरे प्यार पर डाका नही डाल सकती है
प्रिया : मन ही मन मे अपने आप से बाते करते हुए, अरे कुतिया अकेले मस्त मोटे लंड का मज़ा दिन रात लेती है और मैं चुदवाना चाहती हू तो जल रही है, तेरे भाई का लंड तो मैं आज ही अपनी चूत मे लूँगी और वह भी सारी रात
रिया : क्या हुआ क्या सोचने लगी
प्रिया : कुछ नही यार आज मेरा चुदने का बड़ा मन कर रहा है बाहर जाकर कोई मस्त शिकार तलाश करना पड़ेगा
रिया : हँसते हुए, जा बाहर जाकर नंगी खड़ी हो जा तुझे लंड ढूढ़ने की ज़रूरत नही पड़ेगी खुद ब खुद खड़े लोड्‍े तेरी गान्ड के पीछे लग जाएगे
प्रिया ; ले ले मज़ा बेटा तेरे पास गबरू जवान भाई का लंड है इसी लिए उछल रही है, देखना मैं भी अब कोई मस्त लंड ढूढ़ने के बाद तुझे उससे मिलवाउंगी तब तेरा दिल ज़रूर जलेगा कि कितना तगड़ा आदमी ढूँढ कर लाई है
चल अब फोन रख गेट पर कोई आया है

फोन उधर डिसकनेक्ट हुआ और मेरे मोबाइल पर आ गया, मैं नही जानता था कि प्रिया अंदर किससे बाते कर रही थी और
रिया : हेलो रवि कहाँ है तू
रवि : दी मैं ड्यूटी पर हू
रिया : अच्छा शाम को घर आएगा ना
रवि : नही दी आज मुझे थोड़ा कम है रात को मैं नही आ पाउन्गा, मोम को भी बोल देना
रिया ; चल ठीक है

उसके बाद दी ने फिर से प्रिया को कॉल किया
रिया : प्रिया शाम को घर पर मिलेगी आउ क्या
प्रिया : नही यार शाम को तो मैं बिज़ी हू वही मर्डर केस
रिया : यार कुछ सफलता मिली या वैसे ही तू टाइम पास कर रही है
प्रिया : सच पूछ तो कुछ भी पता नही चल पा रहा है, यहाँ तक कि रवि भी कुछ बता नही पा रहा है
रिया : अच्छा ठीक है यदि टाइम मिले तो बता देना मैं आ जाउन्गि
प्रिया : चल ठीक है
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12-28-2018, 12:34 PM,
#28
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
थोड़ी देर बाद प्रिया एक नाइट गाउन पहन कर हाथ मे शराब और ग्लास की ट्रे लेकर मंद मंद मुस्कुराते हुए आकर मेरे सामने बैठ गई और मुझसे कहने लगी रवि मैं कैसी लग रही हू
रवि : सच प्रिया तुम बहुत खूबसूरत हो
प्रिया : ऐसा कहते है जब शराब के दो चार घूँट अंदर जाते है तो फिर लॅडीस और भी खूबसूरत नज़र आने लगती है
रवि : हाँ यह तो तुमने सच कहा
प्रिया : ड्रिंक बनाते हुए, अच्छा रवि एक सवाल पुछु सच सच बताओगे
रवि : क्यो नही
प्रिया : अच्छा तो यह बताओ मैं ज़्यादा खूबसूरत हू या रिया
रवि : यह तो तुनने बड़ा मुश्किल सवाल पूछ लिया, लेकिन मैं फिर भी यही कहूँगा कि मेरी दी ज़्यादा खूबसूरत है
प्रिया : मुस्कुराते हुए, मैं जानती थी तुम यही जवाब दोगे लेकिन मेरे पास एक ऐसा तरीका है जिसके बाद तुम्हे मैं रिया से भी ज़्यादा खूबसूरत लगूंगी
रवि : ड्रिंक गटकते हुए, वह क्या
प्रिया : अगर मैं यह गाउन तुम्हारे सामने उतार कर बैठू तो तुम्हे यह कहना पड़ेगा कि मैं रिया से ज़्यादा खूबसूरत हू
रवि : मुस्कुराते हुए, हो सकता है इसके बाद सचमुच मेरे विचार बदल जाए परे यह मैं पहले से तो नही कह सकता ना
प्रिया : मुस्कुराते हुए, तो क्या तुम मुझे और भी खूबसूरत देखना चाहते हो
रवि : नेकी और पूछ पूछ, मैं भी तो देखु मेरी दी की सहेली क्या सचमुच उससे भी सेक्सी नज़र आती है
प्रिया : तुम तो ऐसे कह रहे हो जैसे तुमने अपनी दी को बिना कपड़ो मे देखा हो

प्रिया की बात सुन कर मैने नाटक करते हुए कहा, अरे नही मैं तो सिर्फ़ दी के चहरे की खूबसूरती की बात कर रहा था
प्रिया : लेकिन रिया तो कह रही थी कि वह तुमसे बहुत प्यार करती है,
रवि : हाँ वो तो है
प्रिया : सच बताओ ना रवि मुझसे क्यो शर्मा रहे हो, वैसे भी रिया ने मुझे सब बता रखा है, लेकिन मैं तुम्हारे मूह से सुनना चाहती हू

मुझे प्रिया के चेहरे पर वासना साफ नज़र आ रही थी, यह कहा जा सकता था कि उसकी चूत पूरी गीली थी और वह लंड लेने के लिए बिल्कुल तैयार बैठी थी इसीलिए उसे गंदी बातो मे शराब की चुस्की के साथ कुछ ज़्यादा ही मज़ा और नशा आ रहा था
रवि : क्या बताऊ
प्रिया : पहले तो मुझे तुम्हारे बगल मे आकर बैठने दो
रवि : बगल मे नही प्रिया, अगर सच मे तुम्हे सब जानना है तो तुम्हे मेरी गोद मे आकर बैठना होगा
प्रिया : मुस्कुराते हुए, ओके लेकिन क्या तुम मेरा वजन सह लोगे
रवि : मैं तुम्हारा और अपनी दी का वजन एक साथ भी सह सकता हू
प्रिया : मुस्कुराते हुए, तुम्हे देख कर तो लगता है तुम अपनी मोम का वजन भी संभाल सकते हो
रवि : अब तुम मुझे धीरे धीरे समझने लगी हो और फिर प्रिया मेरी गोद मे जब अपने भारी चुतडो को रख कर बैठी तो मानो ऐसा लगा जैसे अभी पानी निकल जाएगा
प्रिया ; रवि तुम रिया को रोज चोद्ते हो ना

मैने प्रिया के मूह से चोदना शब्द सुना और उसके मोटे मोटे दूध को कस कर मसल्ते हुए उसके कानो मे कहा हाँ जानेमन क्या करू जब भी रिया दी की मोटी गान्ड देखता हू तो लंड उसे चोदे बिना ठंडा ही नही होता है
प्रिया : अया आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी थोड़ा कस कस कर दबाओ ना, मैं कब से तुम्हारे लिए तरस रही थी,

मैने प्रिया की मोटी जाँघो को दबोचते हुए उसकी मस्त चूत को मुठ्ठी मे भर कर भींचते हुए कहा, कब से तरस रही थी
प्रिया : जब से रिया ने मुझे बताया कि उसके भैया का लंड कितना मोटा और तगड़ा है तब से मैं तुम्हारे इस डंडे को अपनी चूत मे लेने के लिए मर रही हू
रवि : तो फिर अपने इस तगड़े डंडे को बाहर निकालो और प्यार करो, मेरा इतना कहना था कि प्रिया ने मेरे लंड को पॅंट से बाहर निकाला और पागलो की तरह चूमने चाटने लगी कुछ देर चूसने के बाद वह मेरे आंडो से खेलने लगी कभी वह उन्हे दबाती कभी चाट्ती मैं एक दम मस्त हो रहा था और मैने भी उसे वही फर्श पर घोड़ी बना कर उसके सुंदर गोरे गोरे चुतडो को कस कर थपथपाते हुए मैने उसकी मस्त गुदा को फैलाया और अपनी जीभ से उसकी गान्ड के छेद को चाटते हुए अपने मूह को धीरे से उसकी खुली फांको की गहराई मे लेजा कर उसकी मस्त फूली चूत को चाटना शुरू कर दिया और वह पागलो की तरह चिल्लाने लगी

प्रिया : हे रवि मार डाला कितना अच्छा चाटते हो तुम तभी तो तुम्हारी दी तुम्हारी दीवानी है इसलिए तो वह जब देखो तुम्हारे लंड की और तुम्हारे चूत चाटने की अदा पर मरती है, मुझे तो लगता है तुमने अपनी दी को चोद चोद कर पागल कर रखा है, हाँ रवि बहुत अच्छा लग रहा है ऐसा लग रहा है जैसे तुम मुझे मुता दोगे आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सी सी ...

उसके बाद जब मैने प्रिया की बुर को चाट चाट कर बिल्कुल गुलाबी से लाल कर दिया तब प्रिया कुछ सुस्त लगने लगी मैं समझ गया कि मेरी रंडी रानी चूत चटाई से झाड़ गई है, मैने देर ना करते हुए अपने लंड को उसकी चूत मे पीछे से लगा कर एक धक्का दिया और मेरा लंड प्रिया की बुर मे जैसे धस सा गया, उसकी चूत बहुत टाइट थी वह सीसीया रही थी और मैने थोड़ा सा लंड बाहर निकाला और फिर उसकी चिकनी कमर पकड़ कर उसकी उभरी गान्ड को सहलाते हुए एक कस कर धक्का दिया और मेरा लंड अंदर तक समा गया और प्रिया ओह रवि, ओह मेरे भैया मर गई रे,
मैने उसकी परवाह किए बिना उसके दूध कस कर दबाते हुए उसे चोदना शुरू कर दिया और बीच बीच मे शराब भी पीता रहा, एक बार की मस्त चुदाई के बाद प्रिया नंगी ही मुझे बाथरूम मे ले गई और वहाँ हमने बाथ लेने के बाद थोड़ी ड्रिंक और ली और फिर प्रिया ने मुझे खाना खिलाया और फिर प्रिया कुछ परफ्यूम लेकर आई और पूरे जिस्म पर खुश्बू लगाने के बाद वह सीधे मेरे बदन से चिपक गई और इस बार उसकी बुर मे लंड आसानी से चला गया , बस वह मेरी गोद मे बैठी दोनो पेरो को मेरी कमर से लपेटे रही और धीरे धीरे लेकिन गहरे धक्के मैं उसकी बुर मे मारता हुआ कभी उसके होंठो को चूमता कभी उसकी जीभ चूस्ता और कभी उसके दूध दबाता, सच कहु तो प्रिया को चोदते हुए कई बार ऐसा लग रहा था जैसे मैं दी को चोद रहा हू
उस रात मैं नंगा ही प्रिया के उपर पड़ा रहा और सारी रात लंड उसकी बुर मे जाकर धक्के मारता रहा, मैं सुबह उठ कर घर की ओर चल दिया, लेकिन रास्ते मे मैने देखा कि रिया हवलदार राम सिंग से कुछ बाते कर रही थी और फिर रामसिंघ वहाँ से थाने की ओर जाने लगा मैं चुपके से रिया की नज़र बचाते हुए राम सिंग के पास पहुचा और मैने उससे पूछा रिया दी क्या पूछ रही थी

रामसिंघ ने बताया वह आपको पूछ रही थी कि भैया की ड्यूटी कहाँ है
मैने रामसिंघ से पूछा कि तुमने फिर क्या कहा तब राम सिंग ने कहा साहेब मैने उनसे कहा कि साहब तो कल पूरा दिन प्रिया मेडम के साथ ड्यूटी पर थे, मैने कहा अच्छा ठीक है अब तुम जाओ
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12-28-2018, 12:34 PM,
#29
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
मैं जब घर पहुचा तो दी ने मुझे बाँहो मे भर लिया मैने पूछा मोम कहा है तो उसने बताया वह छत पर है, थोड़ी देर मैं दी के पास बैठा और फिर छत पर पहुच गया, मोम स्कर्ट और टॉप पहन कर छत पर लगे पोधो को पानी दे रही थी, उसके झुके होने की वजह से उसकी मोटी मोटी चिकनी जंघे भी साफ नज़र आ रही थी, मोम के सुडोल मोटे मोटे चुतडो को देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया, मोम की पीठ मेरी तरफ थी और मैं बिना आहट किए पहुच गया था मैने धीरे से ज़मीन पर बैठ कर मोम की स्कर्ट के अंदर झाँक कर देखा पीछे से मोम की गुलाबी पैंटी के दर्शन हो गये झुकी होने की वजह से मोम की चूत का फूला हुआ उभार भी साफ नज़र आ रहा था पैंटी को उनकी मोटी गान्ड की दरार मे धसि हुई थी, मेरा मन हुआ की पीछे से मोम के मस्त चुतडो मे अपना मूह भर कर दबा दू, मोम की गोरी पिंदलियो और जाँघो और फिर उपर फैलाते हुए भारी भरकम चुतडो ने मुझे पागल कर दिया था, मैं धीरे से आगे गया तभी मोम ने पलट कर मुझे आते हुए देखा और एक स्माइल मार कर कहने लगी आज कल तो तुझे अपनी मा से बात करने का समय तक नही मिलता है, इतना कह कर मोम फिर से दूसरे पोधे पर पानी डालने के लिए झुकी बस मैं उनके करीब गया और उनकी गुदाज गान्ड पर हाथ रख कर कहने लगा नही मोम ऐसी कोई बात नही है, इसीलिए तो मैं स्पेशली आपसे मिलने छत पर आ गया, फिर मोम ने पानी डालना बंद किया और एक बर्तन उठाया जिसमे उन्होने मेहन्दी गला रखी थी फिर मोम सामने रखी चेर पर बैठ गई और मैं उनकी मोटी जाँघो पर हाथ रख कर ज़मीन पर बैठ गया, मोम अपने हाथो मे मेहन्दी लगाने लगी जब मोम ने अपने एक हाथ पर मेहन्दी लगा ली तब मोम ने रिया दी को आवाज़ देकर बुलाया और रिया दी ने उनके दूसरे हाथ पर जल्दी जल्दी मेहन्दी लगाते हुए कहा मोम अब मैं जा रही हू मुझे अपनी फ्रेंड से काम है और रिया दी वहाँ से चली गई, तभी मोम ने कहा ओ शिट, मैने पूछा क्या हुआ मोम तो मोम कहने लगी अरे रवि मुझे अपने पेरो मे भी मेहन्दी लगानी थी और मेरे दोनो हाथ, मोम ने अपने हाथो पर लगी मेहन्दी दिखाते हुए कहा और फिर कहने लगी रिया भी चली गई

मैने कहा मोम लाओ आपके पेरो मे मैं लगा देता हू, मोम मुझे देख कर मुस्कुराती हुई कहने लगी तुझसे लगते बन जाएगा
मैने कहा क्यो नही मोम और फिर क्या था मोम ने अपने पेर को सामने रखे स्टूल पर रखा, उसने एक पेर ज़मीन पर ही रहने दिया और आराम से कुर्सी पर बैठ गई, मोम के एक पेर को स्टूल पर रखने से उसकी मोटी नंगी जंघे मेरे आँखो के सामने हो गई लेकिन जाँघो की मस्त गुदाज मोटाई के चलते अभी उसकी गुलाबी पैंटी मे कसी फूली चूत नज़र नही आ रही थी, मैने मेहन्दी ले कर मोम के पेरो मे लगाना शुरू किया और जैसे ही मैने मोम के अंगूठे मे मेहन्दी लगाई मोम ने एक हल्की सी सिसकारी लेते हुए कहा अया और अपनी आँखे बंद कर ली और फिर कहने लगी
सुजाता : रवि तेरे हाथो से मेहन्दी लगवाने मे तो बड़ा मज़ा आ रहा है
रवि : मोम आप बस चुप चाप बैठी रहो फिर देखना आपको और भी मज़ा आएगा, इतना कह कर मैने मोम की सुडोल गोरी पिंदलियो को पकड़ कर मोम की ओर देखा और कहा मोम थोड़ा सा अपना पेर फोल्ड कर लो तो मुझे मेहन्दी लगाने मे सहूलियत होगी बस फिर मोम ने थोड़ा सा पेर फोल्ड करते हुए, थोड़ी अपनी जाँघो को फैला भी लिया, उन्होने जैसे ही जाँघो को फैलाया उनकी मस्त फूली हुई चूत का उभार उनकी गुलाबी नेट वाली पैंटी से साफ नज़र आने लगा और मेरा लंड झटके देने लगा, मैं मोम की गोरी गोरी पिंदलियो को सहलाते हुए उनके पेरो की एक एक उंगली पर धीरे धीरे मेहन्दी लगा कर उन्हे मज़ा दे रहा था, मैं जानबूझ कर मोम के पेरो को अपने हाथो मे उठाए हुए कभी कभी ज़्यादा फैला देता और मुझे मोम की मस्त चूत का उभार नज़र आ जया, तभी मैने मोम से कहा मोम आपके पेरो के तलवो मे मेहन्दी लगा दू बड़ी ठंडक होगी
सुजाता : पर बेटे काम कैसे करूँगी
रवि : अरे मोम एक घंटे यही बैठो उसके बाद काम कर लेना तब तक तो सुख जाएगी
सुजाता : मुस्कुराते हुए, ठीक है लगा दे, मोम ने इतना कहा और मैने उनके पेरो को उपर उठा कर उनके तलवो मे जैसे ही मेहन्दी लगाना शुरू की वह फिर से सीसीया उठी, और अपनी आँखे बंद कर ली मैने उनकी गोरी टाँगो को सहलाते हुए पूछा क्या हुआ मोम
सुजाता का चेहरा लाल हो रहा था, और उसकी पैंटी अब गीली नज़र आने लगी थी, लग रहा था जैसे वह खूब चुदासी हो रही हो,

सुजाता : बेटे बहुत अच्छा लग रहा है, पूरे तलवो मे लगा दे, जब मैने मोम की चूत को देखने की कोशिश की तब मोम की नज़रो से मेरी नज़र मिल गई और मोम मेरी और देख कर कुछ इस तरह से मुस्कुराइ कि जैसे कह रही हो कि मेरी चूत मे अपना मोटा लंड पेल दे, वह बहुत मस्त और खूबसूरत नज़र आ रही थी, तभी मुझे शरारत सूझी और मैने मेहन्दी को थोड़ा पानी डाल कर पतला किया और अपनी उंगली मे लेकर मोम की जाँघो को थोड़ा फैला कर अपनी उंगली का छींटा मोम की जाँघो की जड़ो मे मार दिया, छींटा लगने से मोम को जाँघो मे कुछ ठंडक लगी और उन्होने आँखे खोल कर मुझे देखते हुए कहा रवि ठीक से लगाना मेहन्दी कही यहा वहाँ मत लगा देना, इतना कह कर मोम मुस्कुरा कर फिर से आँखे बंद कर लेती है, मैने देखा मेहन्दी के छींटे मोम की मोटी गुदाज मखमली जाँघो और पैंटी पर उनकी चूत जहाँ फूली हुई नज़र आ रही थी वहाँ मेहन्दी के छींटे लग गये थे, मोम के एक पेर मे मेहन्दी लग चुकी थी और मैं अब मोम के दूसरे पेर की तरफ आ गया और मैने मोम से कहा वह अपना यह पेर भी उपर रख ले , मों ने अपने पेर को फोल्ड करके स्टूल पर रख लिया और मैने जैसे ही मोम की मोटी जाँघो की जड़ो मे देखा अब मोम की चूत की फांके पैंटी के अंदर ही अंदर फैल गई थी जिसकी वजह से मोम की चूत की मोटी मोटी फांके बाहर आने के लिए पैंटी के साइड से झाँक रही थी, या ये कह ले कि मोम की चूत की बड़ी बड़ी फूली हुई फांके खुल गई और मोम की गुलाबी पैंटी उनकी गुदाज फटी चूत मे घुस गई थी, मेरा लंड अपनी मोम की मस्त भरी जवानी और इतनी मस्त रसीली बुर को देख कर पागल हो रहा था, दिल कर रहा था कि मोम की इस रसीली भोस को फैला कर खूब कस कर चाट लू, उसकी मोटी जाँघो को अपने मूह से चूम चूम कर खूब कस कर भींचू, फिर मैने दूसरे पेर मे मेहन्दी लगाना शुरू किया और मेरी नज़रे बराबर मोम की मस्त फूली हुई पैंटी पर थी और बीच बीच मे मैं मोम की जाँघो तक भी हाथ फेर देता था,
रवि : मोम तुम्हारे पेर कितने गोरे और खूबसूरत है
सुजाता : मुस्कुराते हुए, वो तो सभी औरतो के ऐसे ही खूबसूरत और गोरे होते है

रवि : मोम की चिकनी टाँगो पर हाथ फेरते हुए, नही मोम हर औरत के इतने चिकने और खूबसूरत नही होते है
सुजाता : मुस्कुरा कर देखती हुई कहने लगी, अच्छा ऐसे तूने कितनी औरतो के पेरो को नंगा देखा है जो कह रहा है
रवि : नही मोम फिर भी आपके पेर बहुत खूबसूरत लगते है,
सुजाता : तूने बेटे अभी अच्छे से औरतो को देखा कहाँ है एक से एक खूबसूरत औरते होती है, मैं तो अब 40 पर कर चुकी हू, मेरी खूबसूरती तो अब कहाँ रही
रवि : मोम माना की आपका बदन थोड़ा हेवी है किंतु आपका फिगर ऐसा है कि कोई भी देख के यह नही कह सकता कि आपने मेरे और रिया दी जैसे दो बच्चे पैदा किए है
सुजाता : हँसते हुए ,बहुत बड़ी बड़ी बाते करने लगा है लगता है अब तू पूरी तरह से जवान हो गया है तेरी शादी करनी पड़ेगी, कोई अच्छी सी लड़की मिले तो बात आगे बढ़ा
रवि : मोम मुझे तो आप जैसी लड़की से शादी करना है
सुजाता : अरे पगले मैं कोई लड़की थोड़े ही हू मैं तो एक भरी पूरी औरत हू
रवि : तो फिर मोम मुझे तो आप जैसी भरी पूरी औरत से ही शादी करना है
सुजाता : मुझे खा जाने वाली नज़रो से देखते हुए, सब जानती हू, तुझे मेरे जैसी गदराए जिस्म वाली औरते क्यो पसंद है
रवि : अपनी मोम की मस्त जाँघो को दुलारता हुआ, तो बताओ क्यो पसंद है
सुजाता : मैं सब जानती हू, तुझे अपनी मोम के जैसे बड़े बड़े चुतडो वाली औरत चाहिए ना
रवि : मुस्कुरा कर अपना मूह नीचे करते हुए
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए रवि की ओर देख कर, रवि तू बहुत बदमाश हो गया है, कॉलेज मे भी तू अपनी मॅडमो के भारी चुतडो को घूरता होगा ना
रवि : घूरता तो हू मोम लेकिन सबसे प्यारे चूतड़ तो आपके ही लगते है
सुजाता : और अपनी दी के मोटे मोटे चुतडो को भी तो तू घूरता रहता है
रवि : मोम अब दी कपड़े ही ऐसे पहनती है, वह टाइट जीन्स पहनती है तो सोचो मेरा क्या सारे कॉलेज के लड़के दी के मोटे मोटे चुतडो को घूरते रहते है,
सुजाता : पर वह तो पराए मर्द है रिया उनकी कुछ लगती तो नही तो फिर वह अगर रिया के चुतडो को देखते है तो इसमे कोई बुराई नही है, सभी मर्द दूसरे की औरतो और बहन बेटियो के चुतडो को देखते है, पर रिया तो तेरी बहन है कोई भाई अपनी बहन के चुतडो को तेरे जैसे थोड़े ही घूरता है,

और फिर जीन्स और स्कर्ट तो मैं भी पहनती हू, तब तो तू मेरे चुतडो को तो दिन रात ही घूरता होगा, क्यो कि मेरे चूतड़ तो रिया के चुतडो से डबल नज़र आते है आजकल कुछ ज़्यादा ही चौड़े और मोटे हो गये है
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12-28-2018, 12:34 PM,
#30
RE: Incest Porn Kahani दीवानगी (इन्सेस्ट)
रवि : पर मोम कई लोगो को तो मैने अपनी बहन और अपनी मोम के चुतडो को भी घूरते हुए देखा है
सुजाता : मेरी नज़रे बचा कर अपनी स्कर्ट के उपर से हल्के से अपनी चूत को दबाती हुई, ये बात तो सही है बेटे आजकल लोगो को अपनी बहन बेटियो और मा के बदन को घूर्ने मे ज़्यादा ही मस्ती आती है
मोम की यह बात सुन कर मैने पूछा मस्ती मतलब मोम
सुजाता : मुस्कुराते हुए, अब ज़्यादा बनो मत तू तो ऐसे पूछ रहा है जैसे कुछ जानता ही ना हो
रवि : बताओ ना मा मैं नही जानता
सुजाता : चल बदमाश अपनी मोम और बहन के चुतडो को खा जाने वाली नज़रो से घूरता रहता है और कहता है कुछ नही जानता
रवि : मोम प्लीज़ बताओ ना
सुजाता : अरे पागल जब तू मेरे चौड़े चुतडो को देखता है तो तुझे मस्ती आती होगी कि नही
रवि : मोम अभी मैं छोटा हू ना तो यह सब बाते इतनी जल्दी समझ नही पाता हू ना
सुजाता : मेरे कानो को पकड़ कर मोड़ते हुए, कहने लगी इतना बड़ा मुस्टंडा हो गया और पूरा मर्द बन गया है अब तो तू अपनी मा को भी अच्छे से संभाल सकता है
रवि : मतलब मोम
सुजाता : मतलब कि अब तुझमे इतनी ताक़त आ चुकी है कि तू चाहे तो मुझे भी अपनी गोद मे उठा सकता है
रवि : हँसते हुए, रहने दो मोम तुम इतनी तगड़ी और भारी हो मैं भला तुम्हे क्या उठा पाउन्गा

सुजाता : ने एक नज़र मेरे पाजामे की ओर देख कर कहा कि बेटा अब तो तू एक मस्त मर्द बन गया है, अब तो तू मेरे जैसी औरत को चाहे जैसे उठा कर घूम सकता है
रवि: अच्छा मैं आपको उठा कर देखता हू और मैं खड़ा हो गया, मुझे ध्यान ही नही रहा कि मेरे लंड का तंबू बहुत बड़ा है जिसे देख कर कोई भी समझ जाएगा कि इसका लंड खूब बड़ा और मोटा होगा, मेरे खड़े होते ही मेरे लंड का फूल आकर मा के सामने आ गया और मा मेरे लंड को आँखे फाड़ फाड़ कर देख रही थी,
सुजाता : नही नही रवि रहने दे मेरी मेहन्दी खराब हो जाएगी
रवि : नही मोम मैं आपके पेरो को ज़मीन पर नही पड़ने दूँगा, मैं भी तो देखु कि मैं सच मुच आपके जैसे बदन वाली औरत को अपनी गोद मे उठा सकता हू कि नही और मा कुछ कहती उससे पहले ही मैने अपने एक हाथ को मा की पीठ से लगाया और दूसरे हाथ को अपनी मोम के बड़े बड़े भारी गुदाज चुतडो के नीचे लगा कर उपर उठाया, मोम बहुत भारी थी लेकिन मैं भी जोश मे था मैने उन्हे उपर उठा लिया लेकिन मेरा लंड सनसना गया क्योकि मोम को उठाने पर उनकी स्कर्ट नीचे लटक गई और मेरे हाथ अपनी मोम की मोटी गान्ड को उसकी पैंटी के उपर से थामे हुई थे जिसके कारण मेरे हाथ की दो उंगलिया मोम की मस्त गान्ड की गुदा मे घुसी जा रही थी, मैने एक झटका देते हुए मोम को और उपर उठाया और इस बार मैने अपने हाथ के पूरे पंजे को मोम की फूली हुई चूत और गान्ड की दरार मे भर कर जब मोम को उपर उठाया तो मेरी हथेली से मोम की चूत और गान्ड मस्त दबी हुई थी और 
मोम- हे रवि मैं गिर जाउन्गि उतार दे बेटा कहने लगी, तभी मों के हाथो मे तो मेहन्दी लगी थी लेकिन उनके हाथो की कोहनी मेरे लोड्‍े से टकरा गई और मोम की बोलती बंद हो गई मैने तो मोम की फूली हुई चूत को पैंटी के उपर से अपनी मुठ्ठी मे भर कर खूब दबोचा और जब मोम संभलना बंद हो गई तो मैने धीरे से उन्हे वापस उसी चेर पर बैठा दिया, मेरे हाथ मे मोम की भीगी पैंटी मे लगा पानी लग गया, मोम ने कहा हे भगवान तूने तो मार ही डाला था,

रवि : तुम सच कह रही थी मॉं अब तो मैं तुम्हे संभालने लायक हो गया हू, अब तो मैं चाहे जब अपनी मोम को उठा कर अपनी गोद मे टाँग सकता हू
सुजाता : बड़ा आया गोद मे उठाने वाला, अपनी मा को गोद मे उठा कर संभालने के लिए तुझे पूरी ताक़त लगानी पड़ेगी
रवि : अपनी बॉडी मोम को दिखाते हुए, देख मोम तेरे दूध पी पी कर ही तो ऐसा गबरू जवान हो गया हू
मोम ने मेरे खड़े लंड की ओर देखते हुए, कहा तू वाकई गबरू जवान हो गया है अब तो मुझे भी संभाल सकता है, अब तक मोम के पेरो मे मैं मेहन्दी लगा चुका था
रवि : मोम तुम पायल नही पहनती हो
सुजाता : पहनती हू पर अब इस स्कर्ट मे पायल क्या अच्छी लगेगी
रवि : क्यो नही मोम इस स्कर्ट मे तो तुम जब छन छन पायन बजा कर चलोगि तो और भी प्यारी नज़र आओगी
सुजाता : ठीक है तू कहता है तो पहन लूँगी, लेकिन अब मुझे लगता है अपनी मेहन्दी धोनी पड़ेगी
रवि : वो क्यो मा अभी तो आपने लगाई है
सुजाता : क्या करू बेटे मुझे बहुत जोरो की पेशाब लगी है
रवि : तो मोम आपके पेरो की मेहन्दी तो खराब हो जाएगी
सुजाता : पेरो के तलवो की परवाह नही है बेटे पेरो की मेहन्दी खराब भी हो जाएगी तो चलेगा पर हाथो की मेहन्दी तो अभी अच्छे से रची भी नही है
रवि : मोम हाथ की मेहन्दी धोने की क्या ज़रूरत है आप तो सामने जाकर कर लो
सुजाता : हंसते हुए, पगले मेरी पैंटी मैं कैसे उतारुँगी, मा ने यह बात अपनी दोनो जाँघो को खोल कर कही और फिर मेरी आँखो मे देखने लगी,

रवि : मोम आप बुरा ना मानो तो लाओ मैं उतार देता हू आपकी पैंटी और वैसे भी हम छत के टॉप फ्लोर पर है कोई देखेगा भी नही
सुजाता : मंद मंद मुस्कुराते हुए रहने दे, मैं हाथ धोकर ही पेशाब कर लूँगी
रवि : ऑफ हो मोम इतनी मेहनत से दी ने मेहन्दी लगाई है और आप भी ना, अब आपको अपने बेटे से कैसी शरम
सुजाता : एक शर्त पर
रवि : क्या
सुजाता : तू अपनी आँखे बंद करके पैंटी नीचे सरकाएगा
रवि : ओके

मैं तो मानो खुशी से पागल हो रहा था, मैं तो यह सोच सोच कर मरा जा रहा था कि अपनी मोम की इतनी चौड़ी और मोटी गान्ड से पैंटी सरकाने मे कितना मज़ा आएगा, मोम धीरे से खड़ी हुई, उनकी शॉर्ट टीशर्ट उनके पेट के उपर चढ़ चुकी थी जिसमे उनका उभरा हुआ गहरी नाभि वाला नंगा पेट मेरे सामने था और मैं मोम के नंगे पेट और गहरी नाभि को देख कर मरा जा रहा था, मैं भी खड़ा हो गया और मोम की नज़रे मेरे पाजामे मे खड़े लंड पर पड़ी और मोम की आँखे खुली की खुली रह गई, मोम ने नज़रे चुराते हुए अपने मूह का थूक अंदर गटका और मुझसे कहने लगी चल छत के उस कोने मे कर लेती हू, और मोम अपने गदराए मोटे मोटे चुतडो को मतकाते हुए चलने लगी उसकी स्कर्ट उसकी गान्ड की दरार मे फस गई थी और उसकी गदराई गान्ड की लचक देख कर मैं उसके पीछे पीछे चलने लगा
जब मोम कोने मे पहुच गई तो उसने मुझे बिना पीछे देखे मुझसे कहा ले रवि सरका दे पैंटी नीचे मुझे नही तो पैंटी मे ही मूत आ जाएगा
मैने काँपते हाथो से मोम की सुडोल गोल मटोल गान्ड को दोनो हाथो से थामा और फिर धीरे से जब मोम की मोटी गान्ड से स्कर्ट उपर की तो हे क्या बताऊ क्या नज़ारा था, मोम की पतली सी गुलाबी पैंटी उनके चुतडो की गहरी दरार मे पूरी तरह फसि हुई थी और उनके गोरे गोरे मोटे मोटे गोल मटोल चूतड़ पूरे नंगे नज़र आ रहे थे, मैने मोम की नंगी गान्ड को एक बार पूरे हाथो से सहलाते हुए उनकी पैंटी की एलास्टिक मे उंगलिया फसाई और मैं मोम के चुतडो को देखते हुए नीचे बैठ गया, अब मैने जैसे ही मोम की गुदाज गान्ड को देखते हुए पैंटी नीचे सर्काई तो मोम की गान्ड की गहराई और फिर उसके नीचे शुरू होती बड़े बड़े फांको वाली मस्त फूली चूत देख कर मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया, मेरा मूह अपनी मोम की गान्ड के छेद और उसकी फूली हुई बुर से दो इंच की दूरी पर था ऐसा लग रहा था कि अपनी जीभ निकाल कर रंडी की मस्त गान्ड और चूत की खूब चूसा करू, लेकिन मैने सिर्फ़ मोम की पैंटी नीचे सरका कर उनकी जाँघो तक कर दी
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