03-04-2020, 10:43 AM,
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RE: Incest Sex Kahani रिश्तो पर कालिख
शमा--भैया अगर आज आप मुझे वहाँ से बचा कर नही लाते तो जाने क्या हाल होता मेरा....भगवान का लाख लाख सुक्र है जो उसने मेरे देवता भाई को मुझे बचाने भेज दिया....
में--शमा में कोई देवता नही हूँ....में बस तेरा भाई हूँ...महादेव सब के दुख दूर करते है....सब की फरियाद वो पूरी करते है....बस अब तुम्हारे दुख के दिन ख़तम हुए और खुशी के दिन शुरू हो गये है....
उसके बाद में उसके आँसू पोछ कर उसे अपने सीने से लगा लेता हूँ और नीरा शमा के सिर पर हाथ फेरने लग जाती है....
हम अपनी अपनी सीट्स पर बैठे चुके होते है और वो फ्लाइट हमे उड़ा लेज़ाति है हमारे घर की तरफ....उस घर की तरफ जो अब पूरा होने वाला था.. और शायद घर को भी अपने परिवार के नये सदस्य का इंतजार कब से होगा.....अब फिर से खुशियो के फूल खिलेंगे हमारे उस प्यारे से घर मे....
हम लोग उदयपुर एरपोर्ट पहुँच चुके थे....मैने पार्किंग से अपनी कार निकाली और बढ़ चला घर की तरफ....
लेकिन शायद घर को कुछ और इंतजार करना बाकी था....मैने तुरंत अपनी गाड़ी होटेल रिडिसन की तरफ मोड़ ली और वहाँ एक सूयीट बुक करवा लिया...
में--नीरा में कुछ दिनो के लिए सूरत जा रहा हूँ....तुम दोनो तब तक यही रहना....
नीरा--लेकिन अब तो शमा हमारे साथ है फिर हम घर क्यो नही जा सकते....
में--नीरा जो कुछ भी मुझे पता है वो अधूरा सच है....और इस अधूरे सच के सामने मे घर पर किसी के सवालो का जवाब नही दे पाउन्गा....मुझे पूरा सच जानना ही होगा....बस 2 दिन तुम लोगो को यही रुकना है....मम्मी को में फोन कर के बोल दूँगा कि थोड़ा वक़्त और लग रहा है.......
नीरा--लेकिन मैं शमा को घर मे अपनी फ़्रेंड बोल कर भी रोक सकती हूँ....यहाँ होटेल मे रुकने की क्या ज़रूरत है....
में--शमा किसी झूठ के सहारे उस घर मे दाखिल नही होगी....ये सच के साथ ही पूरे हक़ से उस घर में जाएगी...तुम दोनो यहाँ अपना ख्याल रखना....और नीरा तुम्हे अभी प्रेग्नेंट नही होना है...इसलिए कोई पिल्स ले लेना....अभी तुम्हे अपनी पढ़ाई पूरी करनी है उसके बाद बच्चो की सोचना...
नीरा--क्या जान आप भी.....ठीक है जैसा आप कहेंगे वैसा हो जाएगा....
काफ़ी देर से चुपचाप बैठी हुई शमा आख़िरकार अपनी चुप्पी तोड़ती है और कहती है....
शमा--जय भैया अगर बुरा ना मानो तो एक बात बोलूं....
में--हाँ शमा क्या हुआ गुड़िया बोलो क्या बात है....
शमा--कुछ साबित होता है या नही....लेकिन आपने साबित कर दिया है कि भगवान किसी को ज़्यादा दिनो तक दुखी नही देख सकता.....आपको भगवान ने एक फरिश्ते के रूप मे मुझ से मिलवाया है....मुझे मेरा परिवार मिल गया मेरा देवता समान भाई मिल गया मुझे प्यार करने वाली बहन मिल गयी अब मुझे और कुछ नही चाहिए....आप मेरे रहने की व्यवस्था किसी दूसरी जगह करवा दो....मैं अपने सूरज से उजले परिवार पर कालिख नही पोतना चाहती....
नीरा--हम लोगो के प्यार का ऐसा सिला तुम दोगि शमा ऐसा मैने कभी सोचा ही नही था....पूरा परिवार तुम्हारी तरफ आने वाली हर मुसीबत का सामना करने के लिए चट्टान की तरह खड़ा है....तुम अब हमेशा हमारे साथ हे रहोगी....अपने घर में अपने परिवार के साथ....
में--नीरा ठीक कह रही है शमा....में इसीलिए जा रहा हूँ ताकि तुम पर कोई उंगली ना उठा सके.....बस मुझ पर भरोसा रखो और मेरे वापस आने का इंतजार करो....
उसके बाद में वहाँ से निकल जाता हूँ और मम्मी को कॉल करके उन्हे कुछ दिन बाद आने का बोलकर सूरत के लिए निकल जाता हूँ....
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03-04-2020, 10:44 AM,
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RE: Incest Sex Kahani रिश्तो पर कालिख
में--क्या आपके पास हॉस्पिटल का कोई कागज पड़ा है जिस से ये पता चल सके कि वहाँ उस समय डॉक्टर कौन था....
मम्मी--रुक में अभी लाई....नेहा तू इन लोगो के लिए कॉफी और कुछ खाने के लिए बना दे देख तीनो के चेहरे कैसे भूख के मारे उतरे हुए है.......
उसके बाद मम्मी अपने रूम में चली जाती है और भाभी किचन मे....कुछ हे देर बाद दोनो बाहर आजाती है...और मम्मी मुझे वो फाइल देते हुए कहती है....
मम्मी--ज़रूर तुझे कोई ग़लतफहमी हुई है....
में--ग़लतफहमी की कोई गुंजाइश नही है शमा का डीयेने टेस्ट पूरी तरह से हमारे साथ मॅच हुआ है....
तभी दरवाजे पर दस्तक होने लगती है....भाभी उठ कर दरवाजा खोलती है....और दीक्षा कोमल और रूही भागते हुए मुझ पर कूद पड़ती है मुझे दबोचते हुए रूही कहती है....
रूही--आपकी गाड़ी देखते ही हम समझ गये थे कि आप आ चुके हो....अब जल्दी से ये बताओ इतने दिन कहाँ मस्ती हो रही थी....
में--अरे पहले तू थोड़ा साँस तो खा ले....अच्छा हुआ तुम सब भी यहाँ आ गये वरना फिर से तुम्हे एक्सप्लेन करना पड़ता सब कुछ....
हमारा ऐसा प्यार देख कर शमा की आँखो से मोटे मोटे आँसू निकल गये....मैने उसे अपनी बाहो में खिचते हुए अपने सीने से लगा लिया....
शमा--सच में भैया आज में अपने आप को दुनिया की सबसे खुशनसीब लड़की समझ रही हूँ जिसे इतना अच्छा प्यार और खुशियो से भरा परिवार मिला....
में--खुशनसीब तो ये घर है जिसे अपनी खोई हुई अमानंत फिर से मिल गयी है...अब थोड़ी देर आप सभी अपने सवालो पर विराम लगाओ...और मुझे हॉस्पिटल में बात करने दो....रूही तू जाकर वो रिपोर्ट्स ले आ जो मैने डॉक्टर आलोक से लाने के लिए कही थी तुझे....
में मम्मी से वो फाइल लेकर पढ़ने लग जाता हूँ....किसी डॉक्टर सुभाष ने वो फाइल रेडी करी थी जिसमें नीरा की बर्त डीटेल और हॉस्पिटल बिल्स के साथ कुछ प्रिस्क्रिप्षन भी थे....मैने हॉस्पिटल के लॅंड लाइन नंबर जो उसमें लिखा हुआ था उस पर कॉल लगा दिया लेकिन वो बंद आ रहा था....
में--ये नंबर बंद क्यो आ रहा है...
भाभी--बेवकूफ़ 19 साल पुराना नंबर आज तुझे कैसे चालू मिलेगा....ऑनलाइन हॉस्पिटल का नंबर सर्च कर ले पता चल जाएगा....
आख़िरकार गूगल की मदद मुझे लेनी ही पड़ी...और मैने वो नंबर लगा दिया....
लड़की--गीतांजलि हॉस्पिटल से नूरी बात कर रही हूँ....में आपकी कैसे मदद कर सकती हूँ....
में--हेलो नूरी में जय गुप्ता बात कर रहा हूँ....मुझे कुछ इन्फ़ॉर्मेशन चाहिए थी....
नूउरी--बताइए सर क्या इन्फ़ॉर्मेशन चाहिए आपको....
में--दरअसल नूरी मुझे मेरी मम्मी की डेलिवरी के समय जो डॉक्टर था उसका कॉंटॅक्ट नंबर चाहिए....
नूरी--क्या में आपकी मम्मी का नाम या उनको उस वक़्त दी गयी फाइल नंबर जान सकती हूँ....
मैने उसे पूरी डीटेल बता दी....
नूरी--सर जैसा कि में देख पार रही हूँ....उस वक़्त डॉक्टर सुभाष और डॉक्टर रोहित ने आपकी मम्मी की डेलिवरी करवाई थी....लेकिन में आपको उनका नंबर नही दे सकती क्योकि वो अब इस दुनिया में नही है.....
में--ओह्ह्ह ये काफ़ी बुरा हुआ....एक मिनट याद आया वहाँ कोई नर्स थी जिसका नाम ज्योति था....क्या मुझे उसके बारे मे कुछ पता चल सकता है....या वो भी अब इस दुनिया मे नही है....
नूरी--नही सर वो अब हेड नर्स है में उनसे आपकी बात करवाती हूँ आप लाइन पर रहे....
कुछ देर बाद फोन पर हॉस्पिटल का घटिया सा गाना सुनते रहने के बाद ज्योति के साथ लाइन कनेक्ट हो जाती है....
ज्योति--हेलो ज्योति सक्षेना बात कर रही हूँ....
में--ज्योति मेडम आपके पापो का घड़ा भर चुका है....19 साल पहले आपका किया हुआ पाप फिर से सामने आ गया है.....
ज्योति--कौन बोल रहे हो आप....कौन्से पाप की बात कर रहे हो क्या किया है मैने....अपनी मज़ाक अपने पास रखो और मुझे काम करने दो...
में--मेडम में जय गुप्ता बोल रहा हूँ....संध्या गुप्ता याद है आपको या भूल गयी....
ज्योति--कौन संध्या गुप्ता मुझे कुछ याद नही अब दुबारा मुझे फोन मत करना....
और ये कहकर ज्योति ने फोन डिसकनेक्ट कर दिया.....और हम सभी एक दूसरे की शकलें देख रहे थे....
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03-04-2020, 10:45 AM,
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RE: Incest Sex Kahani रिश्तो पर कालिख
ज्योति अपने कॅबिन मे बैठी हुई अतीत की गहराइयो मे उतरती चली गयी.....
19 साल पहले....
ज्योति उस रूम मे बेहोश पड़ी थी....तभी डॉक्टर सुभाष और राहुल वहाँ पहुँच गये....उन्होने ज्योति की ऐसी हालत देख कर उस पर पानी के छींटे डाले और उसे होश मे ले आए.....
सुभाष--ज्योति ये सब क्या हो रहा है यहाँ.....तुम बेहोश कैसे हो गयी और वो बच्ची कहाँ है.....
ज्योति--सर आपके जाने के बाद एक आदमी मुझे बेहोश कर के उस बच्ची को ले गया....
राहुल--ओह्ह्ह माइ गॉड....अब हम इनके परिवार वालो को क्या जवाब देंगे वो तो शुक्र है हमने अभी तक किसी को कुछ बताया नही है....
तभी अचानक संध्या के कराहने की आवाज़ सुन कर वो तीनो संध्या के पास पहुँच जाते है....
सुभाष--हे भगवान आज ये हो क्या रहा है.....हम इतने लापरवाह कैसे हो सकते है....
राहुल--सही कह रहे हो आप संध्या के ट्विन्स होने वाले थे और हमने बस एक का ही सोच कर अपना काम छोड़ दिया....ये देखो एक बच्चे का सिर दिखने लगा है.....
सुभाष--नर्स जल्दी से इसे इंजेक्षन दो....ये अभी भी बेहोशी की हालत में....हमे ऐसे ही इसकी डेलिवरी करनी होगी.....
ज्योति--लेकिन अगर ये ज़ोर नही लगाएगी तो बच्चा बाहर कैसे निकलेगा....ऐसे तो इन दोनो की जान को खतरा हो जाएगा.....
राहुल--एक काम करो तुम इसका पेट पुश करो जब तक हम इस बच्चे को बाहर खिचने की कोशिश करते है.....
कुछ देर कोशिश करने के बाद एक स्वस्थ बच्ची डॉक्टर सुभाष के हाथो मे थी....
राहुल--भगवान ने हमे बचा लिया सुभाष वरना हमारा पूरा करियर खराब हो जाता....
सुभाष--सही तो वैसे भी कुछ नही हुआ....क्या कहेंगे हम इन लोगो से कि बच्ची कैसे गायब हो गयी....ये तो उल्टा हमारी हे जान ले लेंगे.....
राहुल--ये बताने की ज़रूरत कहाँ है....कि इस औरत को ट्विन्स हुए थे....बस एक लड़की हुई है यही बता देंगे.....
सुभाष--ये राज़ अब इस ओप्रेशन थियेटर के बाहर नही जाना चाहिए....बाकी आगे जो होगा वो देखा जाएगा....एक बार तो भगवान ने इस बच्ची के रूप मे हमारी मुश्किल सुलझा दी है....
ज्योति--आप सही कह रहे है सर....
तभी ज्योति अपनी यादो के भवर से निकल कर बाहर आजाती है.....कोई उसके कॅबिन के दरवाजे पर दस्तक दिए जा रहा था.....
ज्योति उसे अंदर बुलाती है....वो एक चपरासी था जो ज्योति का लंच लेकर आया था....चपरासी के जाने के बाद ज्योति एक फोन लगाती है नूरी के पास.....
ज्योति--नूरी अभी थोड़ी देर पहले जो कॉल तुमने कनेक्ट करी थी वो किस नंबर से आया था वो नंबर मुझे वापस चाहिए....
नूरी--जी मेडम बस एक मिनिट में आपको वो नंबर दे देती हूँ.....
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