Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
08-26-2018, 09:36 PM,
#11
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-7

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का सातवाँ भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.........................

कमला …जो कि बिस्तर से नही उठ रही थी उसने उठ कर रश्मि को गले लगा लिया……………………….डार्लिंग…मज़े लो..ज्यो..ये लो दूध…और एक अच्छी बीबी की तरह उन्हे पेश आना…वो जो भी कहेंगे मना मत करना…..

रश्मि: जी दीदी…और वो कमला के गले लगी फिर वो राज

राज बेसबरी से रश्मि का वेट कर रहा था वो अब वेट नही कर सकता………….उसका लंड तो तंबू बना हुआ था…..पयज़ामे मे…

तभी रश्मि एक ग्लास मे दूध लिए हुए रूम मे आई…राज ने दौर कर उसे अपनी बाँहो मे ले लिया…..रश्मि ने दूध का ग्लास वही टेबल पर रख दी……और राज के गले मे बाँहे डाल कर उसे किस करने लगी….राज आज जी भर कर बहार लूटना चाहता था…वो रश्मि को थोड़ी देर चूसने के बाद वो मिरर के सामने ले गया और पीछे से बाँहो मे लेते हुए मिरर मे देखते हुए कहा: वाउ….बहुत सुंदर दिख रही हो…इस साड़ी मे…..

रश्मि;ये साड़ी दीदी ने दी है……………..दीदी बहुत अच्छी है.

राज; ह्म्‍म्म्म………..वो तो है

रश्मि: आप भी बहुत अच्छे है

राज: क्या मे तुम्हे पसंद हू?

रश्मि: हां….आप्तो मेरी पहली पसंद है…पता है जब आप मुझे देखने आए थे तो मे आपके रूप मे खो गयी थी….थोड़ी देर के लिए मे भूल गयी कि आप मेरे हज़्बेंड नही है……………………वो वक़्त याद है………………………..

राज ने उसे छेड़ते हुआ……तुम्हारी चुचिया बहुत अच्छी है…..क्या इन्हे मे पी सकता हू?

रश्मि: ये अब आपका ही है…पर कुच्छ समय इंतजार के बाद

राज: इंतजार तो नही कर सकता……………………………

ब्लाउस और पेटिकोट मे रश्मि दूध का ग्लास लिए हुए राज की तरफ बढ़ धीरे धीरे कदमो से बढ़ रही थी….वो काफ़ी शर्मा रही थी…क्योकि जो ख्वाब वो इतने अरसे से देख रही थी वो आज पूरा होने वाला था…….जब वो राज के करीब आई तो देखा कि राज पूरा नग्न सोफे पर बैठा है ..उसका लंड काफ़ी एरॅक्ट हो चुका है…जिसे देखकर रश्मि के बार फिर शर्मा गयी……. वैसे रश्मि कई बार राज को नग्न देख चुका है..यॅन्हा तक कि उसके लंड को मुँह मे ले चुकी है और चूस भी चुकी है पर पता नही आज उसे एक झिझक और शरम आ रही थी…………………………………..तभी राज ने खड़े होकर पीछे से उसे बाँहो मे ले लिया और उसके हिप्स को सहलाते हुए कहा:

राज: डार्लिंग…इतना शरमयोगी तो कैसे काम चलेगा…ये घर नही है होटेल है…और क़ानूनन हम लोग पति पत्नी नही है…सो प्लीज़ कम डार्लिंग…

और हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया……..इसके लिए रश्मि तैयार नही थी वो राज के छाती से टकरा गयी….राज का लंड रश्मि की चूत पर सीधा पेटिकोट के उप्पर चोट कर गया….रश्मि का पूरा शरीर काँप गया…अब राज रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके होंठो का रस पान करने लगा…ह.म्‍म्म्ममममममममम …आइ लव यू डार्लिंग………….ह्म्‍म्म्मममम रश्मि अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और अपना होंठ खोल दिया….राज नेअपनी पूरा जीव मुँह मे डाल दी और उसे ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा…………….करीब 5 मीं के बाद राज ने उसके होंठो चूसने के बाद उसके चेहरे, गाल और चुचियो को अपने हाथो और होंठो से चूसने-चाटने लगा….रश्मि उन्ह…ह करने लगी….रश्मि का पूरा शरीर अकड़ने लगा….राज ने आगे बढ़कर उसके चुचियो को दबाते हुए उसके ब्लाउस को खोलने लगा…..रश्मि उसका कोई बिरोध नही कर रही थी बल्कि उसे वो सहयोग दे रही थी…….अब राज अपना हाथ उसके पेटिकोट के नाडे के उप्पर रख दिया और एक ही बार मे उसके नाडे को खींच दिया….पेटिकोट ज़मीन पर गिर गया……अब रश्मि एक काली पॅंटी और काली ब्रा मे जूही चावला लग रही थी…..उसका केले के तने सी जाँघ…..पॅंटी के उप्पर उभरी हुए रश्मि की चूत…..पॅंटी वही थी जो राज रश्मि के लिए लाया था…काफ़ी छ्होटी थी….इस पॅंटी ने रश्मि की चूत को ही ढँक रखा था…आगे से पूरा पेट और जाँघ नंगी थी….वही हाल उसकी ब्रा का भी…था 75% ब्रेस्ट नग्न था….अब राज रश्मि के पीछे वाला भाग देखना चाहता था..पर रश्मि टर्न होने से मना कर दी………………और शर्मा कर अपनी नज़रे नीचे कर ली………………

राज: अब काहे की शर्म….??? आ जाओ और उसने उसे ज़बरदस्ती घुमा दिया…और उसके गांद को देखने लगा….रश्मि शर्म से मरी जा रही थी….अब राज नीचे बैठ गया और गांद को पॅंटी के उप्पर से ही देखने लगा….गांद की खूबसूरती को बड़े गौर से देख रहा था…आज पहली बार उसे लड़की की गांद को देखने को मिला….रश्मि थी भी काफ़ी सेक्सी…जब वो चलती थी तो उसकी गांद हिचकोले मार कर चलती थी..कई बार घर मे राज ने उसकी गांद की खूबसूरती देखा था…पर आज वो काफ़ी नज़दीक से देख कर कृतार्थ हो गया……………………पता नही राज को क्या हो गया कि अपना एक उंगली उसकी गांद मे घुसाने लगा…रश्मि को हल्का दर्द हुआ…..क्योकि पॅंटी का कपड़ा उसे चुभ रहा था…..पर फिर भी रश्मि कुच्छ नही बोली….राज उसकी प्युरे गांद को चूमने चाटने लगा….अपने होंठ और मुँह से उसके हिप्स के पूरे एरिया को चूमने लगा…आगे बढ़कर राज ने उसकी चूत को चूम लिया और पॅंटी को खोलने लगा… रश्मि की झांट नही रहने के वजह से चूत के लिप्स दिख गये……राज उसके लिप्स को अपने नाक से सूंघने लगा…उसकी स्मेल काफ़ी ख़ुसनूमा लगी राज को…वो तो मदहोश हो गया……..अब पॅंटी को पूरा उसके शरीर से अलग कर दिया…और करीब 5मीं तक उसके गांद, चूत और उसके जाँघो को अपने जीव से चूमने और चाटने लगा………………..रश्मि तो खड़े खड़े ही राज की जीव से चुद्ने लगी…उसे लग रहा था कि अब उसकी चूत से कुच्छ गिरने वाला है…वो तो एक बार ज़मीन पर गिर भी जाती अगर राज उसे नही थाम नही लेता….अब राज उसके सिमिलर खड़ा हो गया और उसकी ब्रा को भी निकाल कर फेंक दिया……………..वाउ…क्या अद्भुत नज़ारा था…ऐसा नज़ारा तो इंग्लीश फ़िल्मो मे ही देखने को मिलता है……रश्मि मदहोशी से बेशर्म हो गयी थी..वो राज के चौड़े सीने से लग गयी और उसकी एक छ्होटी सी काली चुचि को काटने लगी. दूसरी तरफ राज भी ऐसा ही कर रहा था..उसके बड़ी बड़ी चुचियो को अपने दोनो हाथो मे लेकर उसे चूसने, चाटने और काटने लगा….

रश्मि; आ….क्या करते हो….मेरे प्यारे जेठ जी…. मे आपकी बीबी नही कि इस तरह काट रहे हो…….

राज: तुम मेरी छ्होटे भाई की बीबी हो तो क्या हुआ…..….भाभी….आधी घरवाली होती है…तुम मेरी बीबी हो…आज आज मे जम कर चुदाई करूँगा…और तेरी कोख मे बच्चा डालूँगा…………….

रश्मि: शर्मा गयी फिर भी वो बोली….अरे जाइए….बच्चा पैदा करने वाले…? दोनो भाइयो को देख चुकी हू…एक 8 साल से और दूसरे 4 साल से चोद रहे हो…2-2- औरतो को फिर भी एक भी बच्चा नही पैदा कर सके….

राज: वो तो इसलिए की हमलोग प्रीकॉशन ले रहे है..वरना बच्चो की फ़ौज़ कर देते………………………….बोलो…तुम्हे चाहिए बच्चा?

रश्मि: कौन औरत होगी जिन्हे बच्चा न्ही चाहिए…..बगैर बच्चे के औरत कहलाना पाप है……………..मुझे बच्चा चाहिए…और ये सिर्फ़ आपके लंड से चाहिए…ये शब्द काफ़ी बेशर्म होकर आँखो मे आँखे डाल कर बोली…अगर कोई और होता तो यही कहता कि रश्मि कितना गिर चुकी है अपने जेठ के सामने.

राज मुस्कुराया और बोला..क्यो नही डार्लिंग…………..पर उससे पहले तुम्हे पूर्ण तृप्त करूँगा…..इस लंड से…लो इसे प्यार करो………………रश्मि ने आगे बढ़ कर उसके लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी……………………..

________________________________________

आज रश्मि को राज का लंड कुच्छ ज़यादा ही एरॅक्ट लग रहा था...वो डर भी रही थी कि कही ये लंड उसके योनि को फाड़ ना दे....पर उसने झुंक कर उसके लंड के सूपदे को एक हल्का सा किस किया ....और फिर अपना मुँह खोलकर उसे अपने मुँहे मे ले लिया.......रश्मि को लंड का जयका काफ़ी अच्छा लगा....वो पूरे लंड को अपने मुँह मे ले कर चूसने लगा...जैसे मानो कोई लोली-पोप चूस्ता है.....लंड की मुटाई और लंबाई चरम पर थी...उसे लगा कि ये ज़रूर राजेश से भी ज़्यादा बड़ा लंड है....रश्मि अपनी उंगलियो से लंड की लंबाई को नापने लगी.

रश्मि: बाप रे....लंड है या...गधे का लंड...ऐसा लंड तो सिर्फ़ घोड़े और गधो को ही होता है..........

राज: मेरी जान तुम कब देख ली ऐसा लंड.....

रश्मि: हां...मेने देखा है एक गधे को जो गधि पर चढ़ रहा था..उसका लंड करीब 17 इंच का था...

राज: तो क्या हुआ...तुम्हे कोई प्राब्लम तो नही है ना

रश्मि: मुझे डर है कि कही ये मेरी फाड़ ना दे

राज: अरे नही मेरी जान ...मे तुम्हे पूरी सावधानी के साथ चोदुन्गा...

रश्मि: मे खड़े खड़े थक गयी हू...क्या हमलोग बेड पर चल सकते है?

राज: हां..क्यो नही...चलो...

रश्मि: रुकिये...पहले इसे मेरी माँग मे डाल दीजिए

राज: अरे ये क्या???? सिंदूर

रश्मि: जी सिंदूर...मे भी आप की बीबी हूँ.....और झुक कर राज के पाँव च्छू लिए.....

राज ने उसे उठाया और उसे बाँहो मे ले लिया...और फिर एक चुटकी सिंदूर ले कर उसकी माँग भर दी.......................................

राज: आज के बाद तुम मेरी बीबी हो....हम लोग जी भर कर एंजाय करेंगे....राजेश रहे या ना रहे...अब तुम्हारी जवानी को तृप्त करना मेरा काम है.......राजेश की चिंता तुम मत करना...मे देख लूँगा...

रश्मि ने उसे बाँहो मे ले लिया और फिर बोली....आपके रहते हुए हमे चिंता करने की क्या ज़रूरत है?...पर हां...कसम है आपको कि आप कमला दीदी का भी ख़याल रखिएगा...क्योकि ये उनका बढ़प्पन है जो कि उन्होने अपने हज़्बेंड को शेअर किया मेरे साथ...उनका ये एहसान मे कभी नही भूलूंगी.............

राज:वो है ही ऐसी....और फिर इसमे बुरा क्या है......ये जवानी जो भगवान ने तुम्हे दी है...ये तुम्हे दुबारा नही मिलने वाली

सो लेट्स एंजाय और रश्मि को पीठ के बल सुला दिया और उसके उपर चढ़ गया.....

राज ने अपने आपको अड्जस्ट किया और लंड का सूपड़ा उसकी चूत के द्वार पर लगाया और ज़ोर से प्रेस किया....लंड सीधा योनि मे 4 इंच धँस गया...रश्मि को हल्का दर्द हुआ....पर थोड़ी देर बाद दर्द गायब हो गया क्योकि उसकी चूत से काफ़ी पानी का रिषाब हो रहा था......रश्मि आह...आह करने लगी...और उसकी पीठ को सहलाते हुए.....कहा: हा...हहाहह ...धीरे धीरे......राज धीरे धीरे अपनी कमर हिलाने लगा.....और उसकी दोनो गेंदो से खेलने लगा...

राज रश्मि के कान मे बोला:

राज: डार्लिंग……मे तुममे समाना चाहता हू…क्या तुम तैयार हो?

रश्मि: ह्म्‍म्म्मममममम सिर्फ़ इतना ही बोली. और राज को एक किस दे दी….ये किस उसकी रज़ामंदी की थी….राज ने उसे स्वीकार किया और अपने लंड का सूपड़ा उसकी योनि के मुख्य द्वार पर लगाया और एक हल्का सा प्रेस किया…..लंड ….एक हल्की सी आवाज़ के साथ 4” घुस गया…रश्मि को एक हल्का सा दर्द हुआ…वैसे तो रश्मि भी काफ़ी लंड ले चुकी थी…..पर लंड की मुटाई ज़्यादा रहने और राजेश का निरंतर ना चोद्ना ही एक कारण था कि आज रश्मि को राज का लंड काफ़ी हेवी लग रहा था………उसने अपनी आँखे बंद कर ली और अपने दोनो हाथो से उसकी पीठ को बाँध लिया और सहलाते हुए धीरे से बोली:

रश्मि: हाई डार्लिंग….ज़रा धीरे धीरे…….करो ना??? दर्द होता है…

राज: तुम चिंता मत कर…मे तुम्हे धीरे धीरे ही चोदुन्गा……

रश्मि ने सोचा कि जब मज़े लेना ही है तो शरमाना छोड़ देना चाहिए और फिर उसने अपना हाथ नीचे लेजाकार लंड को पकड़ लिया…लंड तो अभी काफ़ी बचा हुआ है….वो राज के कान मे बोली:

रश्मि: डार्लिंग…ये क्या…अभी तो ये थोड़ा सा ही गया है

राज: छेड़ते हुए….ये क्या?

रश्मि: फिर शर्मा गयी….और उसके कान को काट-ते हुए कहा ये मीन्स लंड

और शरमाते हुए उसकी पीठ को ज़ोर से भींच लिया और उसपे अपने नाख़ून दबाने लगी…………………….आगे बोली…आप लाइट तो बंद कर दो

राज: क्यो?

रश्मि: मुझे शर्म आती है

राज: किस बात की शर्म?

रश्मि: आप तो मर्द है…पर हमे तो मर्यादा निभाना पड़ती है
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08-26-2018, 09:36 PM,
#12
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राज: अब किस बात की मर्यादा…अब तो तुम मेरी बीबी हो और मे तुम्हारा हज़्बेंड….और ये लो और एक जोरदार धक्का मार दिया….रश्मि इसके लिए तैयार नही थी…वो बोली…आप मेरी जान लेकर रहेंगे…………..कैसे कोई छोड़ता है क्या भला………..आप बड़े वो है….

राज: हस्ते हुए…वो मीन्स?

रश्मि: जाओ मे नही बताती?

राज: अरे मेरी जान अब बता ही दो…मे बुरा नही मानूँगा

रश्मि: वो मीन्स सांड़

राज: वो क्या होता है?

रश्मि: सांड़ वो होता है जो गाय को पकड़ कर एक ही बार मे पूरा का पूरा डाल देता है…..

राज: वैसे क्या डालता है….और कहाँ? ज़रा खुल के बताओ……..दरशाल राज रश्मि की शरम और झिझक तोड़ना चाहता था….तभी वो आगे का सफ़र तय कर सकता था………………………….

रशमी: मज़े लेते हुए……गधे का लंड…..अब खुस और उसके होंठ को चूसने लगी.

राज ने भी इस बार ज़ोर लगा कर ऐसा धक्का मारा कि पूरा का पूरा लंड उसकी योनि मे घुस गया….रश्मि इस बार ज़ोर से चिल्लाई……….अगर राज उसके मुँह पर अपना हाथ नही रखता तो ये आवाज़ कमरे के बाहर भी आ सकती थी…..

रश्मि उसकी च्चती से लग गयी….और उसे रुकने का इशारा किया….राज भी पंगा नही लेना चाहता था…वो थोड़ी देर उसे यू ही रहते हुए उसके चूमने और चाटने लगा……….फिर बोला.

राज: लगता है कि तुम अभी भी कुँवारी हो????

रश्मि: हां……दरशाल राजेश का लंड आपके लंड से छ्होटा है…मेरी योनि की गहराई मे कभी भी नही गया उसका लंड……………तभी तो मुझे दिक्कत हो रही है

राज: अब तो नही हो रही?

रश्मि: नही…पर थोड़ा सा वेट करो

राज: शुवर….कोई ज़रूरी नही

और फिर थोड़ा वेट करने के बाद चूमने, चाटने के बाद वो अपना हरकत सुरू कर दिया….लंड वो धीरे धीरे अंदर बाहर करने लगा….अब रश्मि को दर्द गायब हो गया था…अब वो भी उसे पूरा साथ दे रही थी…….

राज ने अब लंड को ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा…..लंड और चूत का मिलन काफ़ी अरशे के साथ हो रहा था…जहाँ रश्मि काफ़ी दिन से भूखी थी क्योकि वो राजेश से जी भर कर नही चुदी थी…वही दूसरी तरफ राज कमला से सन्तुस्त नही था….

सो दोनो जोड़ी इस सफ़र का पूरा आनंद लेना चाहते थे…….अब राज ने उसे एक ट्रिंगल करवट बदला और उसे अब ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा ….लंड किसी पिस्टन की भाँति अंदर बाहर हो रहा था………

राज ने उसे छेड़ते हुए कहा: डार्लिंग इधर देखो….अपना हाल…रश्मि ने देखा तो शर्मा गयी….मिरर मे उसकी मोटी मोटी गांद के बीच राज के लंड….का सूपड़ा अंदर-बाहर देख रही थी….क्या नज़ारा था….रश्मि ने शरमाते हुए कहा…….अतिसुंदर है…मेरे जेठ जी…ये रात मे कभी नही भूलूंगी.

राज: अच्छा तुमसे एक बात कहनी थी….अगर तुम्हे बुरा लगे तो इग्नोर कर देना..पर मुझसे नाराज़ मत होना…

रश्मि: आपसे बुरा मानने का सवाल ही नही होता…आप बेफ़िक्र होकर बोलिए.

राज: तुम्हे याद है…लिफ्ट मे ज्योति और मनोज?

रश्मि; अपनी गांद उप्पर करते हुए…हां////// पर इस समय आप उन्हे क्यो याद कर रहे हो?

राज: इस समय ही बोल सकता हू….वरना तुम कभी तैयार नही होगी.

रश्मि: मतलब?

राज: मतलब कि उसने इन्वाइट किया है कल……और हां तुम्हे याद है कि वो मेरे कान मे कुच्छ बोला था…..

रश्मि: हां…मेने देखा था…कि वो तुमसे कुच्छ बोलना चाहता था….

राज: हां…दरशाल कल ज्योति का बर्तडे है…और इस बर्तडे मे हम्दोनो को इन्वाइट किया है……………और वो ज्योति को ऐसा तोहफा देना चाहता है जो किसी हज़्बेंड ने अपनी वाइफ को नही दिया होगा….

रश्मि: वाउ…..ग्रेट …पर क्या मे ये जान सकती हू कि वो तोहफा क्या है?

राज: वो तोहफा है….हमारा लंड.

रश्मि: क्या????...ये क्या कह रहे है? यान्हा तक तो ठीक है…पर आप मेरे अलावा दूसरे औरतो को भी इस नज़र से देखते है…………………..आप मर्दो का भी ना कोई भरोसा नही….जहा देखी लेडी…बस फिसल गये………………………

राज: ऐसा नही है….वो रिक्वेस्ट किया है…और बदले मे तुम्हे भी इन्वाइट किया है….अपने लिए……………..ये वर्ड वो काफ़ी धीमे से बोला.

रश्मि: सुनते ही चौंक गयी….वो कभी सपने मे भी नही सोची थी कि उसका जेठ उसे अब दूसरे के बाँहो मे सुलाना चाहता था……………………अब वो राज को गौर से देखने लगी………………….च्ीईीईईईईई आपको शर्म नही आती ऐसा सोचते हुए………………….शर्म आनी चाहिए……………….

राज: डार्लिंग….तुम तो नाराज़ हो गयी…तुम्हे पसंद नही तो कोई बात नही…मेने सिर्फ़ एक प्रपोज़ल रखा था तुम्हारे सामने..तुम तैयार हो तो ठीक है…वरना कोई बात नही……….

रश्मि: मेरे तरफ से नही…………………………….सुना…आपने……………..

राज: ओके बाबा…..सॉरी……….(राज ने सोचा कि कही बात बिगड़ ना जाए…..हाथ आई मुर्गी यू उसके हाथ से चली जाएगी)….सॉरी वन्स अगेन.

अब रश्मि भी नॉर्मल हो गयी…..इट्स ऑल राइट…और उसे किस करने लगी….

राज भी खामोश होकर उसे चोद्ने लगा….इस बार लंड बाहर निकाल कर दुबारा डाल दिया…और उसे ज़ोर ज़ोर से चोद्ने लगा………इस तरह करीब 30 मीं की चुदाई के बाद दोनो झाड़ गये…और ज़ोर ज़ोर से साँस लेते हुए एक दूसरे की बाँहो मे समा गये और सो गये……………………………………………………………………………..

सुबह करीब 4 बजे को दरवाजा अचानक खड़का...रश्मि जाग गयी वो बोली...कौन है...आवाज़ आई...रश्मि मे हू कमला.......रश्मि ने अपने आपको ठीक किया और फिर एक गाउन पह्न कर उसने दरवाजा खोला.....

रश्मि: गुड मॉर्निंग दीदी....क्या बात है?

कमला: रश्मि तुम फ़ौरन मेरे कमरे मे आ जाओ और मे यहाँ सो जाती हूँ....क्योकि पोलीस की रेड पड़ रही है....मेने सुना है कि 2न्ड मंज़िल पर पोलीस आ गयी है. वॉर्ड बॉय ने मुझे जगाया और कहा कि आप अपना कमरा खोल कर रखना....पोलीस ऑफीसर आने वाला ही है...............सो तुम जाओ मेरे कमरे मे सो जाओ...और मे राज के साथ सो जाती हू......तुमसे कोई पुच्छे तो हमे फोन कर देना.

कमला: वैसे रात कैसी रही......??

रश्मि: शरमाते हुए......दीदी....

कमला: ओहूऊओ मेडम शर्मा रही है....लगता है पूरा कि पूरा लंड ले चुकी है.....क्यो है ना?

रश्मि: जी..........शिरफ़ इतना ही बोल सकी...और वन्हा से चल दी

कमला ने भी अपने कपड़े उतारे और वो अपने पति की बाँहो मे सो गयी..............

दूसरी तरफ रश्मि जब रूम मे आई तो बेड की हालत देख कर चौक गयी....ये क्या.....बेड पर इतनी उथल-पुथल क्यो है....सोचा कि फोन कर के पुच्छू कमला से पर फिर वो चुप हो गयी.......बेड को ठीक कर के वो सो गयी.....................वैसे भी 4 बज गये है.....................

अभी 15 मीं ही हुए थे कि उसका दरवाजा ज़ोर से खटखटाया......

रश्मि ने कहा कौन है...

दूसरी तरफ आवाज़ आई...पोलीस...दरवाजा खोलो.

रश्मि डर गयी पर फिर उसने दरवाजा खोला......और बोली.....क्या हुआ

रश्मि ने अपने आपको आयने मे देखा और ठीक किया फिर दरवाजा खोला……

रश्मि: यस….क्या बात है….इनस्पेक्टर

इनस्पेक्टर: हाई…आइ आम इनस्पेक्टर राणा…..मे होटेल का इन्वेस्टिगेशन करने आया हू …हमे खबर मिली है कि इस होटेल मे कोई आतंकवादी ठहरे हुए है….और इशारे मे अपने कॉन्स्टेबल्स को सर्च का आदेश दिया….रश्मि दरवाजे से हट गयी…और इनस्पेक्टर राणा से बाते करने लगी…

इनस्प. राणा: क्या आप बता सकते है कि आप कौन और कहाँ से आए है…

रश्मि: शुवर….सर…आइ आम रश्मि शर्मा देल्ही से हू…और अपनी फॅमिली के साथ मंसूरी घूमने आई हू…..बगल वाले रूम मे मेरे पेरेंट्स है…बुलाऊ?????

इनस्प. राणा: नही रहने दीजिए….मेरा काम सिर्फ़ रूम की तलाशी लेना है…..वो तो मे कर लूँगा ….

थोड़ी देर बाद एक कॉन्स्टेबल आया…..बोला…सर…अंदर कोई नही है और कुच्छ नही मिला….

ईण्स्प. राणा: ओह…..थॅंक्स मिस. रश्मि…..

रश्मि: सॉरी…मिस. नही मिसेज़….रश्मि

इनस्प. राणा: तो आपके हज़्बेंड कहाँ है…

रश्मि: वो मुंबई गये हुए है…ही ईज़ सॉफ्टवेर इंजिनियर आंड राइट्नव ही ईज़ इन मुंबई फॉर 4 मंत्स.

इनस्प. राणा: ग्रेट…थॅंक्स मिसेज़. रश्मि…और एक स्माइल दिया……आंड सॉरी टू डिस्टर्ब यू….

और फिर दूसरे कमरे की ओर बढ़ गया….सिमिलर्ली राज के कमरे की भी तलाशी ली….राज और कमला वापस रश्मि के कमरे मे आ गये और बाते करने लगे….

रश्मि ने कहा: भैया….वापस चलिए देल्ही…अब हमे घूमने का मन नही करता है….फिर किसी दिन आएँगे….और वैसे भी दीदी का तबीयत भी ठीक नही है..

राज: तुम ठीक कह रही हो…मे भी यही सोच रहा था…चलो पॅक-अप करो…हम लोग 8 बजे तक निकल जाएँगे…

रश्मि फ्रेश हो गयी और फिर अपना सामान पॅक-अप करके नीचे राज और कमला का इंतजार करने लगी….

मॅनेजर: गुड मॉर्निंग मेडम…हाउ आर यू?

रश्मि: ठीक हू….वापस जा रही हू देल्ही.

मॅनेजर: वाइ? मेडम….कोई परेशानी..

रश्मि: नो…नो कोई परेशानी नही है….कुच्छ काम याद आ रहा है…फिर कभी आऊँगी अपने हज़्बेंड के साथ तो आपके होटेल मे ठहरँगी….

मॅनेजर: शुवर मेडम…इट्स माइ प्लेषर…

रश्मि मुस्कुरा दी…तभी राज और कमला 2 लगेज के साथ नीचे आ गये………और फिर कार की गयी देल्ही तक और फिर देल्ही आ गये….

क्रमशः...............................
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08-26-2018, 09:37 PM,
#13
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-8

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का आठवाँ भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.....

रास्ते मे:-------

रश्मि: आप मनोज और ज्योति को फोन करके बोल दीजिए…कि हमलोग देल्ही मे मिलेंगे…

कमला:कौन है ये मनोज और ज्योति?

रश्मि: दीदी …ये देल्ही के रहने वाले है..जब हम-लोग घूमने गये थे तो ये लिफ्ट मे मिले थे…..इन्वाइट भी किया था अपने बर्तडे पर….आज ही है…

कमला: अरे तो तुम्हे जाना चाहिए…..

रश्मि: छोड़ो ना दीदी…फिर कभी….अभी सिर्फ़ घर चलो बस…

कमला खामोस हो गयी और दूसरी तरफ राज रश्मि को घूर रहा था….वो सोच रहा था कि इसे अचानक देल्ही जाने का इरादा और मनोज और ज्योति के प्रति सहानुभूति कैसे जाग गयी…पर वो किसी स्त्री के मन को कैसे पढ़ सकता है…..जब बड़े बड़े ऋषि मुनि भी नही जान सके तो बेचारा राज कैसे जान सकता है. और फिर 5 घंटे के जर्नी के बाद वे लोग घर आ गये…………………………………………………………….

========================================================= फ्रेश होने के बाद राज अपनी शॉप चला गया और रश्मि खाना खाने के बाद अपने कमरे मे आ गयी…और बीती रात की घटनाओ के बारे मे सोचने लगी….वो सोचते सोचते काफ़ी गरम हो गयी….उसका हाथ चूत पर चला गया….जो कि काफ़ी रो रही थी….चूत सूज गयी थी रात की चुदाई से….सोची…कितनी हसीन रात थी…पर पोलीस ने सब किरकिरा कर दिया……..उसका मूड खराब कर दिया पोलीस ने….बट चुदाई सेशन तो कंप्लीट हुआ….ये सोचते हुए उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी……

उसने फोन मिलाया….राज को…पर राज का फोन स्विच-ऑफ था…उसने ठान लिया कि अगर समय मिलेगा तो रात को राज के साथ सेक्स का आनंद लिया जाएगा…अब तो कमला से भी कुच्छ च्छूपा हुआ नही है…तभी वो मन्सूरि से वापस आ गयी…अगर घर मे ही रेबाड़ियाँ मिले तो बाहर क्यो जाए…………………..???????

दूसरी तरफ आज राज काफ़ी खुस था…रात की जबरदस्त चुदाई से …काफ़ी दिन बाद उसे रश्मि की चूत मिली थी…पर वही…पोलीस………उसका मन तो ज्योति को भी चोद्ने का था पर रश्मि इसके लिए तयार नही थी..और हो भी क्यो…कोई भी घरेलू महिला इसके लिए तयार नही होगी…क्योकि इस्मा काफ़ी बदनामी थी….और वो भी होटेल मे…..तभी रश्मि भड़क गयी और वन्हा से कुछ कर गयी……बात को समझते हुए वो मुस्कुरा दिया….

कोई बात नही अब तो उसका लंड भूका नही रहेगा….कम से कम कम रश्मि की चूत तो उसे मिलेगी…………रोज……..

तभी अनिता उसके पास आई….

अनिता: लगता है आप काफ़ी खुस है सर…..कैसा था मंसूरी विज़िट

राज:आह….वो हां ग्रेट……काफ़ी एंजाय किया…मज़े किए पर काम भी तो देखने थे…तो बीच मे ही आ गये…….तुम्हे कैसा लगा 1स्ट डे.

कोई दिक्कत तो नही….

अनिता: नही सर…..भोला भैया ने मुझे शॉप का सारा काम सिखा दिया है…..पर मे पब्लिक डीलिंग अभी नही कर सकती…

राज: कोई बात नही…पब्लिक डीलिंग…भोला और मे देख लूँगा…तुम अफीशियल वर्क और मार्केटिंग का काम देख लो.

अनिता: मार्केटिंग मीन्स सर?

राज: मार्केटिंग मीन्स…दवाई का होल-सेल्लर कहाँ है….कौन सी दवाई कहाँ मिलती है…वग़ैरह-वग़ैरह…और हां….तगड़े मे भी जाना होगा…..हॉस्पिटल्स मे….क्योकि इस शहर के 4 हॉस्पिटल मे मेरी शॉप चल रही है….तुम सभी के मॅनेजर से नेटवर्क बढ़ाओ….और उनसे बिज़्नेस डेवेलपमेंट का काम करो……और कोई परेशानी होगी तो बताना.

अनिता: थॅंक यू सर….आंड नो सर…कोई परेशानी नही है…

मे एंजाय कर रही हू यान्हा………………………..

राज ने अनिता को गौर से वाच किया…..क्या शबाब था….गोरी चित्ति, ब्लू जींस और वाइट टॉप्स मे तो काफ़ी मादक लग रही थे…चुचिया और हिप्स काफ़ी उभरे हुए थे…पर उसने नोटीस किया कि ज़रूर अनिता कोई खाई-खेली युवती है…..क्योकि बात बात पर काफ़ी झुक झुक कर बाते करना…अपनी चूचियो को दिखना….सोचा….कोई बात नही अगर मौका मिलेगा तो इसका भी फल खाया जाएगा…………….और एक कातिलाना अंगड़ाई ली…………..

रात को करीब 11 बजे राज घर आया…रश्मि सो चुकी थी..दरवाजा कमला ने खोला….

कमला: आ गये…..कैसा रहा

राज: अरे यार काफ़ी काम था…..दवाइयाँ ख़तम हो चुकी थी…..ऑर्डर दिया और फिर डेलिवरी किया.

क्या करे एक स्टाफ रखा हू….पर उसे अभी सिखाना होगा…… चलो खाना लगाओ

कमला: हा…तुम मुँह हाथ धो लो मे अभी लगाती हू….

राज: रश्मि सो गयी क्या???

कमला: हां वो थक गयी थी…और रात मे सेशन काफ़ी लंबा चला था क्या?

राज: मुस्कुराते हुए…..हा यार….ये चीज़ ही ऐसी है….मस्त और जवान लड़की है…मेरी सारी मुरादे पूरी हो गयी…उसे पा कर….थॅंक्स कमला जो कि तुम्हे उसे मेरे पास लाने के लिए.

कमला: थॅंक्स किस बात की…तुम भूके थे और वो भी भूखी थी…दोनो अपने अपने पार्ट्नर से डिस-सॅटिस्फाइड थे……

राज: पर मे तुमसे कभी डिस-सॅटिस्फाइड नही हुआ…..ये मत कहो प्लीज़….आज भी तुम मुझे एक नयी नवेली दुल्हन लगती हो…

कमला: क्यो मस्का लगाते हो…मे सब जानती हू

राज: तुम ऐसा मत कहो …प्लीज़ डार्लिंग…आइ लव यू.

कमला:मे जानती हू….कि क्या चल रहा है……और चलो डिन्नर कर लो…मे भी नही की हू…

राज: चलो हम लोग साथ साथ डिन्नर करेंगे और फिर सेक्स….

कमला: मुस्कुराते हुए…क्यो रात की खुमारी अभी ख़तम नही हुई क्या?

राज: वो तो कब का ख़तम हो गयी…..ये तो पोलीस ने सब गड़बड़ कर दिया वरना अभी 1 रात और रहता और जम कर रश्मि की चुदाई करता…..

कमला: ओह हो…………………….

राज: तुम्हारी तबीयात कैसी है अब

कमला: ठीक हू……………

और खाना लग गया…कमला ने दो प्लेट मे खाना लगाया……..राज ने कहा…नही एक ही प्लेट मे खाना लगाओ ….हम-दोनो साथ साथ डिन्नर करेंगे……उसके इस बर्ताव से कमला गद-गद हो गयी….और हो भी क्यो ना…कोई भी औरत इतने प्यार के लिए मर मितेगी….

राज भी जनता था कि अगर मज़े लूटने है तो कमला को मिलाना ही होगा…..उसने कमला को खाना खिलाया और फिर बेडरूम मे आकर उसे पूर्ण रूप से नग्न कर दिया और फिर चुदाई करने लगा…पर वो जल्द ही झाड़ गया……………….पता नही क्यो…उसे आश्चर्या हुआ…वही कमला अभी तब भी नही झड़ी…..

कमला: क्या बात है जनाब….टाई-टाई-फिस……………….क्यो?

राज: पता नही…..मुझे भी समझ मे नही आ रहा

कमला: लगता है तुम ज़्यादा ही मिर्च और दही खा लिए हो बाहर

राज: हां….एक जगह दही बड़ा खाया था

कमला: तभी…वरना जो इंसान मुझे पछाड़ पछाड़ कर मारते थे….पहली राउंड मे ही चारो खाने चित हो गया. कोई बात नही नेक्स्ट नाइट. और दोनो चिपक कर सो गये.

________________________________________

दूसरे दिन सुबह….राज की नज़र रश्मि पर पड़ी….रश्मि काफ़ी शर्मा रही थी…वो पास आकर राज को नमस्ते की….

रश्मि: गूडमॉर्निंग….भैया

राज: मुझे भैया मत कहो

रश्मि:क्यो?

राज: भूल गयी तुम मेरी वाइफ हो…मे तुम्हारी माँग मे सिंदूर और चूत मे लंड डाला था

रश्मि: वो तो रात गयी बात गयी…अब हम- लोग वही पुराने रिस्ते है.

राज: यानी फिल्म ख़त्म?

रश्मि: नही नही ऐसा मत कहो…फिल्म ख़त्म नही है….हां थोड़ा विराम हुआ है….फिर स्टार्ट होगा…आपके मूसल लंड ने मुझे कही का नही छोड़ा…रोज सोचती हू कि अब मे आपसे नही चुद्वाउंगी…पर ये फिर खुजली करने लगती है…बताओ मे क्या करू.

राज: कुच्छ नही आजा जा मेरे लंड पे…

रश्मि; अभी???

राज: क्यो नही….और उसके हाथ पकड़ कर खींच लिया…रश्मि खींची चली आई……

रश्मि: उसके बाँहो मे आते कहा….आपने मनोज और ज्योति को फोन कर दिया था?

राज उसके होंठ चूस्ते हुए…अरे नही यार याद ही नही रहा और फिर तुम्हारा मूड खराब था.

रश्मि: आपने बात ही ऐसा की थी…..गैरो से सेक्स…करना क्या ठीक है?

राज: क्यो??? क्या मे गैर नही हू? बोलो?

रश्मि: नही आप मेरे पहला प्यार है…मेरे पति से भी पहले..क्योकि सबसे पहले मुझे आप ही देखने आए थे….एक बात और है कि मे किसी और की हो गयी….

राज: तुम मेरे छ्होटे भाई की बीबी हो…..उस हिसाब से मे तो गैर मर्द हुआ ना?

रश्मि: नही आप मेरे हज़्बेंड है….आज से…और उसके मुँह मे अपनी जीव डाल दी ताकि उसका आवाज़ रुक जाए…..राज नेभी अब ज़्यादा बोलना उचित नही समझा और वो आगे बढ़ कर उसके दोनो चुचियो को थाम लिया और दबाने लगा…रश्मि उह..आह करने लगी.

राज उसे अपनी बाँहो मे लिए हुए बेड पर आ गया….उस समय रश्मि सिर्फ़ एक गाउन पहने हुए थी…और अंदर सिर्फ़ एक काली पॅंटी…ब्रा तो था नही……

कमला घर पर थी नही………………राज ने उसका गाउन खोलना चाहा…तो रश्मि ने मचलते हुए कहा….अरे ये क्या कर रहे हो…अभी नही…….रात मे…जो भी करना है रात मे….अभी आप ब्रेकफास्ट करो और जाओ…..शॉप पर……दोपहर मे मे आऊँगी आपके लिए खाना लेकर.

राज: अरे यार…तुम भी ना…और वो मन मसोस कर एक अच्छे बच्चे की तरह बाथरूम मे चला गया…और फ्रेश हो कर डिन्निंग टेबल पर बैठ गया…………….रश्मि ने उसे पराठे और चाय दिया…राज ने खाया और रश्मि को एक जोरदार किस लेकर वन्हा से चल दिया….रास्ते मे वो सिर्फ़ रश्मि के लिए ही सोच रहा था……….वो जा रहा था कि तभी एक लड़की से टकरा गया……..

उस ने लड़की गुर्राते हुए कहा….अरे देख कर नही चल सकते.?

ये लड़की कोई और नही डॉक्टर. नेहा थी….?

राज:अरे मेडम आप?? कहाँ थी इतने दिन?

डॉक्टर. नेहा: अरे जीजू….आप? मे तो धर्मेन्दर के साथ गाज़ियाबाद गयी थी…वन्हा पर उनका एक नर्सिंग होमे बन रहा है वही देखने गयी थी….

राज: यानी की शादी की तायारी हो रही है? ह्म्म

डॉक्टर. नेहा: ह्म्म्म और क्या करे…आप ने तो मुझे कुच्छ दिया ही नही

राज: बोलो क्या चाहिए?

डॉक्टर. नेहा: वही जो शादी से पहले चाहिए एक स्त्री को?

राज: क्या?

डॉक्टर. नेहा: आप बताओ..आप तो शादी शुदा हो…और फिर कमला दीदी ने भी तो दी होगी….

राज: वो तो है पहला सेक्स विथ हिज़/हर पार्ट्नर

डॉक्टर. नेहा: अरे नही वो नही?

राज: तो तुम ही बोलो?

डॉक्टर. नेहा: वो कॉंडम….और शर्मा गयी…

राज: डॉक्टर. साहिबा…इतना शरमाओगी तो जल्दी ही 10-12 बच्चो की मा बन जाओगी…..बिंदास बोलो………….कॉंडम……………………………कॉंडम

डॉक्टर. नेहा: जी सर….कॉंडम…खुस…और हां…जल्दी…..अब शादी के 3 दिन बचे है.

राज: तुम चिंता मत करो….मे गिफ्ट मे यही दूँगा..कॉंडम.

डॉक्टर. नेहा: बुरी तरह शर्मा गयी…..

राज: हाई कितनी सेक्सी लगती हो…..खुस रहो.

और फिर दोनो पास ही एक रेस्टोरेंट मे बैठ गये..और दो कॉफी ऑर्डर काइया और फिर शादी की तायारियो के बारे मे डिसकस करने लगे.

डॉक्टर. नेहा: जीजू…कल घर आ जाना…कुच्छ डिसकस करनी है….और हा रश्मि को भी लेके आना.

राज: ठीक है मे बोल दूँगा….वो और कमला आजाएगी…मे डाइरेक्ट आ जाऊँगा…और तुम्हारे घर पर ही रहूँगा…खुस…?

डॉक्टर. नेहा: बिल्कुल…थॅंक्स

राज: थॅंक्स कहने की ज़रूरत नही है….साली हो तो इतना तो करना ही होगा…वरना साधु जी नाराज़ हो जाएगें.

डॉक्टर.नेहा: और बताओ….? कैसा रहा ट्रिप?

राज: ठीक था…पर होटेल मे पोलीस आ गयी…और अपना प्रोग्राम खराब हो गया पर. रश्मि मेरी बाँहो मे आ गयी
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08-26-2018, 09:37 PM,
#14
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
डॉक्टर. नेहा ने गौर से राज को देखा और कहा….

डॉक्टर. नेहा: च्ीईीई….कितने गिरे हुए हो…..अपनी बहू को ……

राज: तो मे क्या करू…तुम्हारी दीदी अपने पास सोने नही देती और तुम हो कि भाव खाती हो

डॉक्टर.नेहा: क्या कहा आपने????? आपको श्रम नही आती ऐसी बाते करते हुए….एक कुँवारी लड़की के साथ सेक्स करने का विचार आया कहाँ से….मे ऐसी वैसी लड़की नही हू….जो कि किसी के साथ सो जाए…..पढ़ाई के दौरान कई लोग आए मेरे जीवन मे पर मेने किसी को भी अपना शरीर नही दिया…तो आप कौन है…..मे अपना कुँवारा शरीर उसे दूँगी जो मेरा पति होगा…………..मे कभी सोच भी नही सकती…………….सुना तुमने.और ज़ोर जरो से चिल्लाने लगी. राज: अरे भाई मे तो मज़ाक कर रहा था…तुम तो सीरीयस हो गयी………………………..तुम मेरी साली हो …और साली आधी घरवाली होती है..

डॉक्टर. नेहा: मे सब समझती हू….मे जा रही हू…जै राम जी की……..आपको मेरे यान्हा आने की कोई ज़रूरत नही है…आप जा सकते है ….और वह पैर पटक कर वन्हा से चली गयी

नेहा के जाने के बाद राज भी अपना घर चला गया...वो काफ़ी थक चुका था...रात के 10 बज रहे थे.....तभी देखा कि रश्मि सिर्फ़ एक वाइट ब्लाउस और वाइट पेटिकोट मे नाहकेर बाथरूम से निकल रही है...जैसे ही उसने देखा कि राज आ गया है..उसने मुस्कुरा कर उसका अभिवादन दिया............

राज:है.....मेरी जान कैसी हो?

रास्त्मी: ठीक हू मेरे हुजूर

राज: आज तो कयामत लग रही हो.....तुम्हारी दीदी कहाँ है

रश्मि: वो दर्जी के पास गयी है अपना कपड़ा लाने के लिए

राज: ह्म्‍म्म्म तुम एक कप चाय बना दो मेरे लिए ....और हां साड़ी मत पहनना

रश्मि: मुस्कुराते हुए......क्यो????

राज: बस ऐसे ही

रश्मि: बताओ ना क्यो?

राज: तुम बहुत खूबसूरत लगती हो इन कपड़ो मे....क्या मस्त चुचिया है....और हां तुम्हारा मूड तो अब ठीक होगा....

रश्मि: जी बिल्कुल 100%

राज: तो फिर हो जाए आज की रात.....? क्योकि कल तो राजेश आ जाएगा

रश्मि: मेने कब मना किया? और अपना चेहरा दूसरी तरफ कर दिया...

राज: उसका हाथ पकड़ते हुए....अरे बदमास.....कही की....

और उसे अपने पास खींच लिया और उसकी चुचियो को ज़ोर से दबा दिया...

रश्मि: उईईईईईईईईईईईईईईईईईई क्या कर रहे हो....हटो मे नहा चुकी हू......और मुझे खाना भी बनाना है....

राज: तो चलो हम्दोनो मिलकर खाना बनाते है

रश्मि: खाना आप बनाएँगे?

राज: क्यो? मे नही बना सकता क्या? कॉलेज लाइफ मे बहुत बनाया है....तब राजेश बहुत छ्होटा था...

रश्मि : तो फिर चलो और किचन मे जाकर आलू छ्हिलो.....मे अभी आई....

और एक कातीली मुस्कान दे कर वो अपने बेडरूम मे भाग गयी.................

थोड़ी देर मे राज ने सारे आलू छिल दिए....तभी रश्मि आ गयी.....उसने अपने सीने पर एक लाल रंग का तौलिया रखा हुआ था.......

जैसे ही रश्मि आई.....राज नेउसे अपनी बाँहो मे भर लिया और उसकी होंठो को चूसने लगा..................रश्मि भी कहाँ पिछे रहने वाली थी.....वो भी ज़ोर ज़ोर से उसे अपना होंठ चुसवाने लगी...और जवाब मे वो भी उसे किस करने लगी.

करीब 15 मीं बाद दोनो नॉर्मल हुए तो रश्मि अलग हुई और चूल्‍हे

पर कढ़ाई चढ़ा दी ...और फिर खाना बनाने लगी...करीब 30 मीं मे सब्जी बन गयी थी.....

बोली:

रश्मि: अगर आपको खाना खाना है तो पूड़ी तल दू

राज: अभी नही.....कमला को आने दो....

रश्मि: पर 10 पीयेम हो गये है...आप दीदी को फोन करो

राज: ने सेल फोन मिलाया...दूसरी तरफ आवाज़ आई...

कमला: मे आपको फोन करने ही वाली थी.......संजय भैया मिल गये थे......वो अपने घर लेके चले गये है.....कल सुबह आउन्गि....

राज: अरे तो कम से कम हमे बता तो देना चाहिए था.....हमलोग परेशान हो रहे है......संजय से बात कराओ

कमला: ये लो....और कमला ने संजय को फोन दे दिया

संजय: गुड ईव्निंग जीजाजी...

राज: गुड ईव्निंग के बच्चे....तुम घर नही आसक्ते थे.....बाहर बाहर से ही दीदी को ले गये....और मुझे भूल गये

संजय: आकर क्या करता आप बिज़ी रहते हो शॉप मे.......शायद कोई नयी माल आई हुई है...और चुटकी ली

राज: तुम नही सुधरोगे....अच्छा छोड़ो ...कल पहुँचा देना दीदी को...उसकी दवाई यही पड़ी हुई है...

संजय: शुवर जीजाजी....

राज: बाइ....आंड गुड नाइट

संजय गुड नाइट...

और फोन कट गया....

वो मुस्कुराते हुए किचन की ओर बढ़ गया.....रश्मि किचन से ही सब कुच्छ सुन चुकी थी...अपने चेहरे पर एक मुस्कान बिखेर कर उसने कहा....

रश्मि: क्या बात है...आज तो नवाब ज़्यादा ही खुस दिख रहे है?

राज: हाँ...आज हमलोग चुदाई करेंगे......अब तो कोई परेशान नही करेगा...और वो रश्मि से चिपक गया....अरे अरे...क्या करते हो....खाना खाते है....

चलो पूरी तल्ते है..............................और एक लो को अपने हाथो मे लेकर मसल्ने लगी............दूसरी तरफ राज भी उसकी एक चुचि को अपने हाथो मे लेकर मसल्ने लगा...और उसके होंठो ...गालो को चूमने चाटने लगा...

अरे मुझे काम तो करने दो...वरना तेल गरम हो गया है...उड़ कर पड़ सकता है...प्लीज़ दूर रहो...मुझे कुच्छ होने लगता है...

राज ने उसे छोड़ दिया और वही पर बैठ गया...............रश्मि पूड़ी तलने लगी...करीब 10 पूड़ी बनने के बाद स्टोव बंद कर दिया...

और बोली...चलो खाना तयार है...

रश्मि और राज दोनो एक ही थाली मे खाना खाया...और फिर 1-1 ग्लास दूध ले कर पीने लगे....दोनो किचन मे ही एक दूसरे के हाथो से दूध पीने लगे.

अब चले सोने????

राज: हा...हा....

रश्मि: पर मेरे कमरे मे

राज: तुम्हारे कमरे मे क्यो?

रश्मि: इसलिए कि आप मेरे पति है? इसलिए...मे अपने कमरे मे ही आपसे चुदवाउंगी....जी भर कर...

राज: ओईए होईईई................क्या बात है???????

रश्मि:हाआआआआआआआआआआअ.......

राज रश्मि के कमरे मे आ गया….वो एक वाइट कलर के पयज़ामा और कुर्ता मे था…और रश्मि बाथरूम मे चली गयी ईक रेड कलर की साड़ी ले कर………राज जब रूम मे आया तो रूम को देख कर झूम उठा……वैसे इस रूम मे वो कम ही आता है…क्योकि ये रूम राजेश को दे रखा था…..जब ज़्यादा ज़रूरत होती थी तभी आता था…….बेड पर वाइट चादर, गद्दे…दो बड़े बड़े पिल्लो पूरे रूम को इत्र से पिरोया हुआ था….हल्की हल्की खुश्बू आ रही थी…..वो काफ़ी मदहोश … बेड पर बैठ गया और रश्मि का इंतजार करने लगा…तभी उसकी एक मॅगज़ीन पे नज़र गयी…..ये कोई विदेशी मॅगज़ीन थी…..उसे निकाल कर पन्ने को पलटने लगा….फ्रंट पेज पर ही एक लड़की सिर्फ़ एक छोटी सी ब्रा और पॅंटी पहने हुए थी….और पानी मे नहाती हुए थी……ये देख कर उसके लंड पर झटका लगा….वो पन्ने पलटने लगा…..दूसरे और तीसरे पन्ने पर कुच्छ कामुक द्रश्य थे…….अब कुच्छ नंगी फोटो भी आने लगी…..जब वो 10 पेज तक आया तो देखा कि कुच्छ फोटो मे तो लड़का और लड़की की चुदाई के सीन और कुच्छ आसन के साथ दिखा रहे थे…………………..उसका लंड एरॅक्ट हो गया….वो सोचने लगा….कि ये कौन लाता होगा….राजेश या रश्मि??? और फिर एग्ज़ाइट्मेंट मे पूरे पन्ने को पलट कर देख लिया…..तभी रश्मि कमरे मे दाखिल हुई…उसके हाथ मे एक टवल और एक हाथ मे दूध था…..राज मुस्कुराते हुए बेड से खड़ा हो गया और मॅगज़ीन को वही तकिये पर रख दिया ………

क्रमशः..............
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08-26-2018, 09:37 PM,
#15
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-9


राज: हाई..इस साड़ी मे तुम कमाल लग रही…हो…..

रश्मि: ह्म्‍म्म्म थॅंक्स…ये साड़ी मेरी शादी की साड़ी है…….सुहागरात मे यही साड़ी पहनी थी.

राज ने उसे पिछे से पकड़ लिया और उसके बूब्स को अपने हाथो मे लेकर भीचने लगा….

रश्मि: अरे…ये क्या कर रहे हो…हटो….अभी तो बहुत समय है…..

राज ने उसे छोड़ दिया…और फिर उसे पूछा : ये मॅगज़ीन कौन पढ़ता है.

रश्मि: ये मॅगज़ीन…आपके भाई पढ़ते है……उसके बेस्ट फ्रेंड मिस रंभा ने दी है.

राज: तो क्या लड़किया भी इसतरह की मॅगज़ीन पढ़ती है.

रश्मि: क्यो??? हम लड़कियों का दिल नही होता क्या? हमे भी तो सेक्स की भूक होती है?

राज: लगता है कि राजेश को रंभा कुच्छ ज़्यादा ही पसंद है

रश्मि: ह्म्‍म्म्ममममम जनाब को मेरी ज़रूरत कहाँ ?

राज: अरे नही यार…ऐसा मत कहो..वो तुम्हे बहुत प्यार करता है….

रश्मि: सिर्फ़ दिखता है

राज: और मे……..?

रश्मि: आप तो…………………. और रुक गयी…

राज: मे क्या?????

रश्मि: आप जम कर चुदाई करते है……………….मे कायल हो गयी आपके प्यार की….आपके लंड की.

राज: ओह….ऐसा क्या????????............................ थॅंक्स

रश्मि: मे तो आपकी दीवानी हू…….

राज: मेरी या मेरे लंड की?

रश्मि: दोनो की???

राज: सच?

रश्मि: जी…

और वो राज के काफ़ी करीब आ गयी…..राज ने उसे बाँहो मे ले लिया और उसके लिप्स, होंठ, गाल, चेहरे को चूमने, चाटने लगा……रश्मि पागल सी हो गयी….उसने भी राज के गले मे बाँहे डाल दी और उसके कुर्ते के बटन को खोलने लगी……………राज समझ गया कि लोहा गरम है….हथोडा मारना होगा……………………..उसने अब रश्मि को आज़ाद किया और उसकी साड़ी को निकालने लगा….साड़ी एक ही झटके मे उसके शरीर से अलग हो गयी……………………….रेड ब्लाउस और पेटिकोट मे अप्सरा लग रही थी…………………………….चुचियो को दबाते दबाते हुए उसके पेटिकोट के नाडे को खींच दिया….पेटिकोट नीचे ज़मीन पर गिर गयी………………….रश्मि शर्मा गयी…….और अपनी जाँघो को राज से च्छुपाने लगी………………..राज ने उसे अपनी बाँहो मे लिया और चूमते हुए उसका ब्लाउस और ब्रा को भी उसके शरीर से अलग कर दिया…………………………………………………………………………..अब सिर्फ़ पॅंटी बची थी.

राज ने उसे नही निकाला और अपना पायज़ामा निकाल दिया….वो भी सिर्फ़ ब्रीफ मे आ गया…..जॅन्हा कि ने लंड महाराज काफ़ी उत्पात मचा रहा था. वैसे राज उसे भी निकाल देना चाहता था…पर वो रुक गया और रश्मि की आँखो मे झाँकते हुए कहा……मेडम आगे?

रश्मि: पहले ये दूध पियो?

राज: अरे….अभी तो पिया था

रश्मि: तो क्या हुआ फिर पी लो……………………

राज: नही…मे ये दूध नही ये दूध पियुंगा….और उसके एक निपल को चुटकी मे लेकर मसल दिया…

रश्मि: उईईईई….आहह कर उठी…………………………………………..अब रश्मि भी पूरे मूड मे थी…उसकी पॅंटी गीली हो चुकी थी…जो की दिख रहा था……………………….

आगे राज ने उसकी दोनो चुचियो को एक एक कर के प्यार किया और चूमने , चूसने लगा….रश्मि तो पागल हो गयी……………अब रश्मि का हाथ राज के लंड पर आ गया………..और उसने ब्रीफ के उप्पर से ही लंड को मसल दिया……………राज ने जब दिखा कि रश्मि लंड केलिए पागल हो गयी है तो उसने इशारे मे कहा कि खोल दो…ब्रीफ को………………इशारा पाते ही रश्मि ने ब्रीफ को निकाल दिया…और उसके लंड को अपने हाथो मे लेकर दबाने लगी…………………………………राज का लंड काफ़ी एरॅक्ट गया…….दोनो अभी भी खड़े खड़े ही एक दूसरे के कपड़े निकाल रहे थे……सामने मिरर मे दोनो एक दूसरे को नंग धरन्ग देख रहे थे………………………………………रश्मि ने झुक कर लंड के सूपदे पर एक हल्की सी किस दी…..

राज सिहर गया………………अब राजसे बर्दास्त नही हो रहा था….उसने भी रश्मि की पॅंटी उसके शरीर से निकाल दी…………………….रश्मि ने उसे सहयोग दिया…………………………..दोनो मदरजात नंग हो गये………………मिरर मे देख कर एग्ज़ाइट हो गेये……पीछी से रश्मि को पकड़ कर कहा:

राज: तुम तो कमाल की लगती हो

रश्मि: ह्म्‍म्म्मम.........आअहह..............

राज: तुम्हारा एक एक अंग प्यारा है और चूत के लिप को होंठ से पकड़कर खींचने लगा

रश्मि: क्या करते हो..दर्द हो रहा है.

राज: इस दर्द मे ही तो मज़ा है

और फिर रश्मि को टर्न कर दिया......अब रश्मि की मोटी गांद राज के आँखो के सामने आ गयी....................पहले गांद को चूम लिया ....फिर गांद के दोनो बोल्स को पकड़ कर दबाया....फिर दोनो फांको को अलग किया......पर आस होल नही दिख रहा था....राज ने कहा....डार्लिंग थोड़ा आगे की ओर झुको....

रश्मि: क्यो????

राजे: अरे भाई झुको तो सही.....मुझे कुच्छ देखना है

रश्मि: क्या?

राज: इंडिया गेट

रश्मि: इंडिया गेट????हाआआआआआआआअ

राज: हमम्म्म बस दर्शन करने दो

रश्मि थोड़ा आगे की ओर झुक गयी और मिरर का सहारा ले लिया..................झुकने से आस-होल दिख गया......गुलाबी....छूटा सा छेद......चवन्नि आकर का आस-होल...बहुत प्यारा लग रहा था......राज उसे चूमना चाहता था...पर उसकी जीव वन्हा तक नही जा रही थी....उसने पुनः अनुरोध किया....डार्लिंग थोड़ा और झुको.....................................

रश्मि: अब और नही झुक सकती...जो भी करना है...इतने मे ही करो..............

राज: मायूस हो गया...और फिर माँस के दोनो लूथरो को चोडा कर आस-होल को देखा और जीभ को लेगया......उसे हल्का नमकीन लगा....पर खुसबू बहुत प्यारी लगी.....रश्मि कराह उठी..........................................................

रश्मि: अब बस करो............मे झाड़ जाऊंगी.

राज;तो झाड़ जाओ.......

रश्मि: अब बर्दास्त नही होता...बेड पर चलो और चोद दो

राज; अभी नही मेरी जान...अभी तो तुम्हारी मलाई भी खानी है.

रश्मि: मलाई???

राज: हन.....

रश्मि: मलाई शब्द का अर्थ समझते हुए...........च्ीईीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई

आप कितने गिरे हुए हो...क्या वो भी खाई जाती है>>>>च्चिईिइ

राज: मुझे सब अच्छा लगता है...और फिर चुदाई मे सब ठीक लगता है...

रश्मि: पर मुझे अच्छा नही लगता....अगर ज़बरदस्ती करोगे तो मे यान्हा से चली जाऊंगी.......................सब कुच्छ करो...पर ये मलाई की बात नही....

राज: पर तुम्हे क्या अपपत्ति है

रश्मि: मेने कह दिया ना.... नही तो नही.....बस

राज: ओके....ऐज यू विश और उसे फिर टर्न कर दिया और उसकी चूत को चाटनेलागा

रश्मि: अब बर्दास्त नही होता..प्लीज़ चलो बेड पर....प्लीस....मेरे राजा

राज : चलते है??? पहले तुम्हारे इस रूप को तो देखने दो.....अगर कॅमरा होता तो एक स्नॅप खींच लेता......

रश्मि: अगर खींचना हो तो आँखो से खिँचो.............................मे कुच्छ नही बोलूँगी...............

राज समझ गया कि ये दुल्हन आसानी से नही मानने वाली है.

________________________________________

राज ने गांद की गहराई मे अपने विशाल लंड का दबाब डाला....रश्मि चिहुनक गयी उसे लगा कि लंड उसकी गांद मे जा रहा है पर ऐसा नही हुआ....उसके झुके रहने और चूत चिकनी रहने की वजह से चूत मे 3 इंच तक चला गया....रश्मि के मुँह से आआहह निकल गयी.........................

राज दबाब बढ़ाता गया और अंततः पूरा अंदर घुसा दिया.....रश्मि की आँखो से आँसू आ रहे थे...जो कि राज भी मिरर मे देख रहा था....वो अब इतना झुक गयी थी जिस-से उसकी चूत और लंड मिरर मे नही दिखाई दे रहे थे.....अचानक राज ने उसकी एक टांग को उठा दिया और अपनी कमर मे डाल दिया.....रश्मि ने अपनी टांग को कैंची की तरह राज की कमर मे लपेट लिया....ऐसा करने से चूत का मुँह पूरा खुल गया ...और राज ने थोडा पीछे करनेके बाद ज़ोर लगाके पूरा पेल दिया...................................उईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईइइममाआअ............माआई...मर गयी............की आवाज़ आनेलागी...................राज ने अब धक्के लगाना सुरू कर दिया.....जब रश्मि पसीने पसीने हो गयी तो राज के कानो मे बोली.....अब तो चलो बेड पर...मे थक चुकी हू....और मेरा पैर भी दुख रहा है..........

हां हां अभी लो..........................................................अब राज ने उसके दूसरे पैर को भी उपर खींच लिया .........रश्मि ने वो पैर भी कैंची की तरह बाँध लिया और अब हालात ये होगये कि रश्मि और राज दोनो 8 स्टाइल मे हो गयी...लंड पूरा चूत मे घुसा हुआ था....और रश्मि मुस्कुरई......आप तो उस्ताद है चुदाई के....कहाँ से सीखा ये आसन......................................

बस मत पुछ्हो मेरी जान.....सीखना ही पड़ता है जब तुम जैसी हसीना को खुस करना हो तो.

अब रश्मि बेड पर पीठ के बल सो गयी..और राज उसके उपर सिमिलर मे सो गया...उसका लंड उसकी चूत मे 80% घुसा हुआ था......वो अपनी कमर को आहिस्ते आहिस्ते चला रहा था और फिर उससे बाते भी कर रहा था......

राज:कल राजेश आ जाएगा तो हमलोग कैसे चुदाई करेंगे?

रश्मि: जब की तब देखी जाएगी....अभी तो चोदो ज़ोर ज़ोर से...आहह

राज: वो तो मैं चोद ही रहा हू....मे फर्दर की बात कर रहा हू.

रश्मि: आप चिंता क्यो करते है...मे हूँ ना.....मेरे रहते आपको चिंता की ज़रूरत नही और वैसे भी राजेश भी यही चाहता था कि मे आप से चुदु?

राज: क्या मतलब?

रश्मि: अपनी जीव निकालते हुए? ओह.......ये मेने क्या कह दिया....

राज: अब तो बता ही दो इस शैतानी दिमाग़ मे और क्या है मेरे लिए

रश्मि हस्ते हुए: एक बार जब मेने उसकी जेब मे रंभा का फोटो देखा और मे उसपे बिगड़ी तो पता है उसने क्या कहा?

राज: क्या कहा बताओ?

रश्मि : पहले तो वो कबूला कि रंभा से उसका 1 साल से अफेर है..और रोज उसे ऑफीस टाइम मे चोद्ता है.

राज: ह्म्‍म्म्ममम

रश्मि: और फिर एक दिन जब मेने उसे चोद्ते हुए पकड़ लिया तो वो घबरा कर कहा कि...............तुम भी किसी के साथ चुद्वा सकती हो.....

रश्मि: मेने कहा ....मे ऐसी लड़की नही हू.....तुम बेशक गंगा मेली करो पर मे नही करूँगी. तो उसने कहा कि चाहे जो भी हो तुम भी किसी के साथ सेक्स कर सकती हो......मेरी तरफ से पूरी इज़ाज़त है .....वो तो यान्हा तक कह दिया कि राज भैया से चुद्वा लो....

राज: क्या??????????????????????????????????????

रश्मि: हाअ.................मे बताना चाह रही थी....पर बता ना सकी

राज: तो मे ख़ाँम-ख़ाँ डर रहा था.....अब ये लो और उसने चुदाई हार्ड कर दी.........

रश्मि: अब तुम बाते मत करो और चोदो जी भर के......मे आपके लंड से बहुत प्यार करती हू...........................................................

बहुत खूबसूरत लंड है आपका.

राज: ओह....थॅंक्स..............................................................
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08-26-2018, 09:37 PM,
#16
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
करीब 15 मीं और चुदाई करने के बाद दोनो झड़ गये ...फिर दोनो सिथिल होकर एक दूसरे पर ढेर होगये........................दोनो की साँसे ज़ोर ज़ोर से चलने लगी.

राज: वाकई....तुम बहुत नमकीन हो.

सुबह 7 बजे रश्मि की नींद खुली...उसने टेबल पर अपना मोबाइल देखा...2 मिस्ड कॉल आया हुआ है.....एक मिस्ड कॉल उसकी विधवा दीदी (स्मृति) की थी जो देहरादून मे रहती है...और दूसरा राजेश की........................रश्मि फुर्ती से उठ गयी और मोबाइल ले कर बाहर आ गयी....बाहर आते ही राजेश को फोन मिलाया....तभी सेल फोन बज गया..

राजेश: हाई डार्लिंग.....हाउ आर यू

रश्मि: हाई....वेरी गुड मॉर्निंग ....कहा है....अभी...................

राजेश: फ्लाइट देल्ही लॅंड करने वाली है........

रश्मि: भैया को भेजू क्या एरपोर्ट.....

राजेश: भैया है क्या घर पर?

रश्मि: हां सो रहे है...जगाऊ...

राजेश: नही रहने दो....मे खुद आ जाऊँगा टॅक्सी करके.......

रश्मि: ठीक है.......जल्दी आ जाओ.......

अब रश्मि ने दूसरा फोन अपनी विडो सिस्टर (स्मृति) को फोन किया................

रश्मि: हाई.....दीदी...गुड मॉर्निंग....

स्मृति: वेरी गुड मॉर्निंग...........कैसी हो?

रश्मि: अब याद आयी मेरी?

स्मृति: तुमने भी कहाँ याद किया...? भूल गयी इस दीदी को...............

रश्मि: अरे नही दीदी....बस घर केकामो से समय नही मिलता.

स्मृति: अच्छा छोड़ो...राजेश कहाँ है..

रश्मि: वो तो 8 दिन से मुंबई मे है....आज आ रहे है.

स्मिरिट: मेरी तबीयात खराब रहती है....तो मे सोच रही थे कि देल्ही मे आकर एक बार इंस मे इलाज करवा लू....

रश्मि: क्या बात है? सब ख़ैरियत है?

स्मिर्ती: अरे वही पीरियड का प्राब्लम है? समय पर नही आता ...और जब आता है तो बहुत दर्द रहता है......................किसी चीज़ मे भी मन नही लगता.

रश्मि: तो आ जाओ....यान्हा तुम्हारा पूरी तरह से इलाज़ करवा दूँगी...यान्हा से चन्गि होकर जाएगी.......कल चलो वन्हा से...............

स्मृति: कल नही...मंडे को चलूंगी.......................सुबह वाली बस से...ईव्निंग तक आ जाऊंगी...........कोई परेशानी तो नही होगी...

रश्मि: नही..कोई परेशानी नही होगी....हमलोगो के पास है एक और कमरा आप को दे दूँगी.......रहने के लिए..............डॉन'ट माइंड.....आप चिंता मत करो....वैसे ये आएँगे तो बात कर लूँगी........................और स्विच ऑफ कर दिया....

रश्मि भागी भागी अपने कमरे मे आई और राज को उठाया ...उसे सबकुच्छ बता दिया....राज अपने कमरे मे आ गया फिर रश्मि ने अपने बेड पर चादर चेंज कर दी...घर का हुलिया ठीक कर दिया और खुद भी फ्रेश हो गयी......

दूसरी तरफ राज भी अपने कमरे मे आते ही फ्रेश होने चला गया...फिर वो तैयार हो कर बाइक लेकर शॉप चला गया........................वो बोल गया कि दोपहर मे घर आऊंगा.......लंच मे राजेश से मिलूँगा.......................

________________________________________

लंच के टेबल पर..............

राज: तुम्हारा ट्रेनीग कैसी हुई...

राजश्: ठीक हुई भैया...अब सिर्फ़ प्रॉजेक्ट सब्मिट करना है...उसके बाद प्रमोशन.

राज: ग्रेट........अब कब जाना है.

राजेश: 2-3 डेज़ मे.........

राज: रश्मि को ले जाओ...यान्हा खमख़्वाह बोर होती रहती है....और रश्मि की तरफ एक आँख मार दी..................................रश्मि दोनो हाथो को केकरा बनाते हुए चिढ़ाते हुए कहा.....मुझे नही जाना कही.............ले जाना है तो मॅमी के घर देहरादून..............और हां मेरी दीदी भी आ रही है......स्मृति.......

राजेश: दीदी आ रही है???????????????????

स्मृति के नाम लेते ही राजेश के चेहरे पर ख़ुसीया दौड़ गयी.....जो कि राज ने वाच किया.................. क्या बात है बर्खुरदार.........तुम बहुत खुस हो रहे हो. दीदी उसकी आ रही है...खुस तुम हो रहे हो.....क्या बात है?

राजेश: अरे भैया....तुम नही समझोगे.

राज: बेटा मे सब समझता हू...........कि दाल मे कुच्छ काला है

राजेश: ऐसा कुच्छ नही जो तुम समझ रहे हो....

राज: वो तुम देखो.....मे चला....शॉप....और हां शाम को आ जाना दुकान मे.....दोनो चलेंगे बिर्यानी खाने....

रश्मि: और मे???????????????????????????????

दोनो चौक कर देखने लगे.

राज: अच्छा बाबा तुम भी आ जाना.....राजेश इसे भी ले कर आ जाना...बेचारी बोर होते रहेगी................

राजेश: भाभी कहाँ है?

राज: वो अपने ब्रदर के पास गयी है.....शाम तक वो भी आ जाएगी.

और हां चाभी बगल मे शर्मा जी (पड़ोसी) को दे देना..........................ताकि जब वो आएगी तो कॅम्सेकम चाभी तो मिल जाएगी..............

शाम को बन ठन कर दोनो ऑटो से शॉप पर आ गये....थोड़ी देर दोनो भाइयो मे बाते हुई...फिर राजेश नेहा के कॅबिन मे चला गया...उसे विश किया उसकी शादी के लिए फिर वो और रश्मि राज के ऑफीस मे बैठ गये..................................करीब 30 मीं मे राज फ्रेश हो कर राजेश और रश्मि के साथ चाँदनी चॉक आ गये...जहा एक ढाबा मे चिकन बिरयानी, मिलता है.............रश्मि एक ब्लॅक साड़ी पहने हुए थी...उसके बाल ओपन थे.....काफ़ी खूबसूरत लग रही थी....ब्लाउस ओपन कट की थी...बाँह छ्होटी थी......उसका पेट काफ़ी सेक्सी लग रहा था....................मौका देख कर राज ने उसे कह ही दिया...डार्लिंग यू आर लुकिंग वेरी सेक्सी.

रश्मि: थॅंक्स और शर्मा गयी....

बिर्यानी खाने के बाद राजेश वॉश बेसिन की तरफ बढ़ा...तभी राज रश्मि की चेर के पास आ गया और उसके कान मे बोला....यार तुम्हे चोद्ने का मन करता है.........

रश्मि: कल ही तो चोदा था...अभी तक दर्द कर रहा है.................पर मुझे बहुत मज़ा आया.

राज: आज की रात राजेश चोदेगा.....

रश्मि: उसी की तो तैयारी कर रही थी....सुबह से.

राज: कैसी तैयारी.......???

रश्मि: फिटकरी और पानी से अपनी चूत को दो बार धोयी हू....गरम पानी से भी की है...तब जाकर आराम मिला है.....

राज: वोव...तब तो तुम्हारी चूत बहुत खूबसूरत हो गयी होगी.

रशमी: हां तो.........देखनी है...........

राज: नही...............यान्हा कचरा हो जाएगा....

मौका देखते ही मे देख लूँगा.................अब तुम जाओ...अपने हाथ धो लो....रश्मि और राज उठ कर जाने लगे...तभी राजेश उसके पास आया....कॉफी....???

राज: बोला...हां बोल दो 3 कॉफीस...............उसके बाद पिक्चर चलेंगे......

रश्मि: पिक्चर? कौन सी?

राज: जिंदगी ना मिलेगी दुबारा

राजेश: हस्ने लगा.....टिकेट?

राज: ये लो टिकेट....3 टिकेट दोपहर मे मंगवा लिया था...........

रश्मि: भैया ...यू आर ग्रेट

क्रमशः..................................
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08-26-2018, 09:38 PM,
#17
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-10

अबाउट स्मृति:

स्मृति शर्मा 32 यर्स ओल्ड एक विडो लेडी है जो कि रश्मि की बड़ी बहन है………………आज से 5 साल पहले उसकी शादी ब्रजेश कुमार (गूव्ट. टीचर) से हुई थी..पर इस शादी के 2 साल बाद एक कार आक्सिडेंट मे उसकी मौत हो गयी…….स्मृति काफ़ी उदास रहने लगी…..अनुकंपा के आधार पर उसे गूव्ट. ने उसे जॉब दे दी…पर फिर भी वो उदास रहने लगी……………..घर वाले उसकी शादी उसी के देवर राज से शादी करना चाहते थे…पर इसके लिए स्मृति तैयार नही थी………………………….वो घर से 9 बजे निकलती थी और शाम की 5 पीयेम घर आ जाती थी……………दिन तो कट जाता था पर रात काटना स्मृति को काफ़ी मुस्किल होता था….उसके पुराने संस्कार ही उसके दुश्मन बन गये थे….वो अपने जेहन से ब्रजेश को निकाल नहीपा रही थी….उसे कुच्छ भी अच्छा नही लग रहा था…………सिर्फ़ रो धो कर अपने आपको शांत करती थी……….वैसे कई मर्द उसे पाने की फेराक मे थे….स्कूल मे ही कई टीचर जो कि उसके पति के फ्रेंड थे…उन्होने शादी का प्रस्ताव भेजा पर स्मृति ने उसे खारिज कर दिया……………..अतः स्मृति के मा पापा ने राजेश को फोन मिलाया और स्मृति के बारे मे सब कुच्छ बता दिया……………..

एक दिन राजेश बिना किसी को बताए वो देहरादून चला गया…….घर पर रश्मि को फोन करके वो सिर्फ़ इतना बोला कि मुझे ऑफीस के काम से देहरादून जाना पड़ रहा है…अगर समय मिलेगा तो तुम्हारे मा-पापा से मिल लूँगा…………………………………………..रश्मि भी अपने मा पापा के पास जाना जाहती थी पर उन्दिनो उसका एम बी ए का एग्ज़ॅम चल रहा था….उसने सिर्फ़ इतना ही कहा…ठीक है….जाओ और जाते ही फोन कर देना………………………….

राजेश देहरादून जाते ही सीधे स्मृति के स्कूल मे चला गया……………………………..स्मृति उसे देखते ही हक्की-बक्की रह गयी…………………..

स्मृति: अरे आप…………….ये अचानक…व्हाट्स आ प्लेज़ेंट सर्प्राइज़?

राजेश: हां………..यान्हा ऑफीस के काम से आया था…सोचा तुमसे मिलता चलु

स्मृति: अच्छा किया.......आप बैठो मे अभी चाय भेजती हू...और वो रूम से बाहर आ गयी और ऑफीस बॉय को चाय लाने को बोल गयी...थोड़ी देर मे छुट्टी हो गई....दोनो स्कूल से बाहर आ गये एक ऑटो किया और फिर मालिवरा चॉक आ गये वन्हा एक रेस्टोरेंट मे आ गये और दोनो नेस्नॅक्स का ऑर्डर दिया...

स्मृति: तुम क्या लोगे.....??? लंच या स्नॅक्स

राजेश: लंच........क्योकि मेने सुबह से कुछ नही खाया....

स्मृति: मे स्नॅक्स और चाय लूँगी.....

उसने वेटर को ऑर्डर बुक करवा दिया........................................................

.......................................................................................................

स्मृति: और बताओ...रश्मि कैसी है...

राजेश: ठीक है...पर कोई प्रोग्रेस नही....

स्मृति: मतलब?

राजेश: वही फॅमिली डेवेलपमेंट की

स्मृति:ओह पर क्यो....अब तो तुम्हारी भी शादी को 1 साल हो चुका है.

राजेश: अभी वो मना करती है....बोलती है 3 साल बाद सोचेंगे.

स्मृति: यही हाल सभी कपल का है.....जब वक़्त रहता है तो अवाय्ड करते है पर अगर समय निकल जाता है तो अफ़सोस करते है.....

अब मुझे ही लो.............जब मेरे पति चाहते थे तो मे मना करती थी ..और अब???????????????????????????????????????????????

थोड़ी देर खामोशी च्छाई रही...........पर राजेश ने कहा...

राजेश: देखो....जो हुआ वो अब दुबारा नही आएगा....क्योकि जाने वाले लौट कर नही आते.....उनके बारे मे सोचना बेकार है...ये जिंदगी है इसे जीना ही होगा....तुम अपने बारे मे सोचो....खूबसूरत हो...जवान हो....कोई बच्चा नही है...आपको

कोई भी तुम्हे अपना सकता है.............................मेरी बात मानो और शादी कर लो...................................

स्मृति: मुझे कुच्छ अच्छा नही लगता...लोग क्या कहेंगे...मा पापा तो बोलते है...कुच्छ लड़को के ऑफर भी आए है...........पर मे मना कर देती हू.

राजेश: पर क्यो?

स्मृति:ब्रजेश की याद आ जाती है

राजेश: अगर तुम बुरा ना मानो तो मे एक लड़के की ऑफर दू...मेरे साथ काम करता है पर है वो एक दम काला.............नाम भी है उसका "कल्लू प्रसाद"

पर तुम्हे रानी बनाकर रखेगा..............बोलो क्या बोलती हो

स्मृति की आँखो मे आँसू आ गये....वो कुच्छ नही बोली और वो टेबल से उठ कर वॉश बेसिन मे आ गयी....पिछे पिछे राजेश भी आ गया........................

पर कुछ नही बोला...

________________________________________

टेबल पर लंच लग चुका था....राजेश ने लंच करने लगा और स्मृति सॅंडविच और चाय पिनेलगि....थोड़ी देर और इधर-उधर की बाते होने लगी...तभी जोरो की आँधी आने लगी...........................................

स्मरती: ओह माइ गॉड....लगता है बारिश होनेवाली है.

राजेश: अरे मेरा लगेज तो होटेल मे है..मे कैसे जाऊँगा वन्हा

स्मृति: तुम होटेल मे क्यू गये...घर चलो

राजेश: अरे ये अफीशियल टूर है....ऑफीस की तरफ से होटेल बुक हुआ है...चलो होटेल वन्हा से घर आ जाऊँगा...और मम्मी-पापा से मिल लूँगा...पर रुकुंगा नही

स्मिरिटी: क्यो नही रुकोगे?

राजेश: रश्मि को अच्छा नही लगेगा?

स्मृति: पर क्यू?

राजेश: इसलिए कि उस घर मे उसकी खूबसूरत बहन रहती है.

स्मृति: बुरी तरह शर्मा गयी....वो अपनी नज़रे दूसरी तरफ फेर ली.....पर तब तक राजेश नेउसके हाथ पकड़ लिए...........

स्मृति: ये क्या कर रहे है..............छोड़िए मेरा हाथ

राजेश: ओह....यस.......और उसका हाथ छोड़ दिया.....बहुत नरम हाथ है आपका.....बिल्कुल रश्मि के जैसा. उसके भी काफ़ी कोमल हाथ और अंग है.

स्मरीत; तो बहन है मेरी तो रहेगी ही.

राजेश: पर आपका जवाब नही......फ्लर्ट किया राजेश ने....और उसके आन्सर का इंतजार करने लगा....

आन्सर तो नही दिया स्मृति ने..सिर्फ़ इतना ही कहा...चलो नही तो ऑटो भी नही मिलेंगे...ये देहरादून है...देल्ही नही...........भागो....

राजेश और स्मृति दोनो एक ऑटो की तरफ भागे पर ऑटो नही रुका............बारिश सुरू हो चुकी थी......स्मृति इस समय वाइट कलर की सूट पहने हुए थी और सलवार ग्रीन कलर का था....................राजेश का हाथ पकड़े हुए दूसरे ऑटो की तरफ गयी............राजेश भी उसे गौर से देख रहा था...उसके मन मे लड्डू फूटने लगे...तभी एक ऑटो आ कर रुका...कहा चलना है मम्शह्ब....

राजेश: होटेल गॅलक्सी चलो....

स्मृति: होटेल गॅलक्सी क्यो....?

राजेश: वन्हा मेरा समान है ..........कपड़े नही लेंगे क्या?

स्मृति:हाअ ह्हाआ

स्मृति और राजेश दोनो होटेल गॅलक्सी की तरफ चले गये...होटेल मे स्मृति आना नही चाह रही थी पर राजेश की वजह से होटेल की रूम मे आ गयी....

रूम काफ़ी बड़ा था....सारे ऐशो-आराम थे......एसी ऑन था..उसे ठंडक लग रही थी...तभी चेर पर राजेश का एक ब्रीफ जो कि अभी भी गीला था.....देखा....

उस ब्रीफ को गौर से देखने के बाद वो काफ़ी रोमांचित हो गयी...आज पहली बार किसी दूसरे मर्द के ब्रीफ देख रही थी...राजेश बाथरूम मे चला गया था....

उसने उसे उठा कर देखा...ब्रीफ से एक खुसबू आ रही थी शायद उसके लंड की....................

स्मृति ने उसे सूँघा...फिर वही पर रख दिया और मिरर की तरफ आ गयी....वो अपने आपको देखी.....वाकई वो काफ़ी सुन्दर दिख रही थी....वो अपने आपको ठीक किया....बालो को सँवारा....तब तक राजेश भी आ गया......................चलो...............पर मे ज़्यादा देर तक नही रहूँगा...............

स्मृति: हस्ते हुए.............पहले चलो तो सही...............बाकी का देखा जाएगा.................

स्मृति और राजेश ने होटेल से वही ऑटो द्वारा मालिवरा रोड आ गये रश्मि के घर............................जहा उसका ससुराल था....रास्ते मे राजेश ने स्वीट ली और स्मृति ने दूध...और सब्जी........
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08-26-2018, 09:38 PM,
#18
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राजेश ने अपने सास और ससुर के पाँव छुए....स्मृति किचन मे जा कर चाय बनाने लगी....राजेश ने अपने सास-ससुर से आने की वजह बताई, ख़ैरियत बताई...और उनसे समाचार पूछा........................................

ससुर: बेटा....सब कुच्छ ठीक है पर मे इसके (स्मृति) के लिए परेशान रहता हू.

अभी मे हू तो देख-भाल करता हू...कल की डेट मे मे नही रहूँगा तो इसका ख़याल कौनरखेगा.............तुम ही समझाओ इसे..........कई ऑफर आए...............पर ये मानने को तैयार नही.....अब तुम ही बताओ...कोई साए के सहारे तो नही चल सकता ना.....................

राजेश: बाबूजी..मेने काफ़ी समझाया है स्मृति को....आप चिंता ना करे वो ज़रूर कोई स्टेप लेगी......और वैसे भी ये दिल का मामला है......कोई भी विडो इतनी आसानी से किसी दूसरे के साथ शादी केलिए तयार नही होगी.....................

तभी स्मृति आ गयी....सभी लोग चुप हो गये............स्मृति चहकते हुए.....अरे ये क्या कर रहे हो ...पहले कुच्छ खा लो......

स्मृति के मा-बाप काफ़ी खुस हुए...जो बेटी गुम्सुम और खामोस रहती थी आज वो चाहक-चाहक कर बाते कर रही थी...सभी का हाल पुच्छ रही थी....और हो क्यो ना...घर मे नया दामाद जो आया है..............स्मृति ने मत्ठि देते हुए कहा...

स्मृति: लो इसे खाओ....

राजेश ने स्मृति के पापा और मा से ख़ैरियत पूछी और वो भी उसके और रश्मि के बारे मे ख़ैरियत पुच्छे.....राजेश ने बताया कि वो कंपनी के काम से देहरादून आया है...आना अचानक हो गया नही तो रश्मि को ज़रूर लाता.......उसके मा बाप ने कहा...कोई बात नही बेटे....तुम यही रुक जाओ और यही से ऑफीस चले जाना....

राजेश ने कहा....कि मे एक होटेल मे ठहरा हुआ हू...समान भी वही है...अफीशियल विज़िट है तो मे ऑफीस छोड़ नही सकता.............................................

स्मृति तब तक अपना ड्रेस चेंज कर चुकी थी..पर अभी भी उसके चेहरे और बाल बारिश के पानी से गीले थे...वही हाल राजेश का था.........उसको देखते हुए

स्मृति के पापा ने कहा...बेटे इसके लिए टवल और मेरा पयज़ामा और कुर्ता निकाल दो.

राजेश: नही बाबूजी...ठीक हू...सिर्फ़ एक टवल दे दीजिए मे थोड़ा फ्रेश होना चाहूँगा. स्मृति राजेश को लिए हुए अपने रूम मे आ गयी....वो दरवाजा बंद कर दिया और बोली......आप फ्रेश हो लो...मेरा बाथरूम इस्तेमाल कर लो...ये लो टॉवेल...उसने अपना टॉवेल दे दिया...........................................

राजेश ने टॉवेल लिया और स्मृति के सामने ही सूंघने लगा...स्मृति लजा गयी और वन्हा से चल दी.......................राजेश बाथरूम मे चला गया...फ्रेश होने के बाद अपना ब्रीफ वही पर टांग दिया जहा स्मृति की पॅंटी तंगी हुई थी.....स्मृति की एक पॅंटी को उठा कर उसने सूँघा...बहुत अच्छी गंध आ रही थी.................फिर वो टवल पह्न कर बाथरूम से बाहर आ गया........आईने के पास आ कर टॉवेल से अपना शरीर को पोच्छने लगा...तभी स्मृति आ गयी....राजेश को नंग धारंड देखते ही वो शर्मा गयी...वो मूड कर जाना चाह रही थी पर जा ना सकी ...उसकी गांद और लंड को देखते ही बुत बनी देखती रही....जब राजेश ने देखा कि उसे स्मृति घूर रही है तो अपने उपर टॉवेल्ल डाल लिया और फिर मुस्कुराते हुए कहा...

राजेश: क्या देख रही है...............ऐसे किसी दूसरे मर्द को देखना गुनाह है........और मुस्कुरा दिया

स्मृति: भी मुस्कुरा दी...........आप दूसरा मर्द कहाँ है............आप इस घर के दामाद है......और मेरी छ्होटी बहन का पति...............

राजेश: वो तो हू ही...पर आप मेरी बड़ी साली है......छ्होटी होती तो सब चलता है.................और साली आधी घरवाली होती है

स्मृति: तो फिर साली की शादी क्यो करवा रहे हो.

राजेश: इसलिए कि शादी ज़रूरी है तुम्हारे लिए. तुम अड्जस्ट होजाओगी.................

स्मृति: पर मेरी नौकरी????

राजेश: छोड़ दो.............देल्ही मे तुम्हे कई नौकरी मिल जाएगी

स्मृति: मुझे कुच्छ वक़्त दो......सोचने के लिए......................

राजेश: ठीक है...पर ना मत कहना....लड़का बहुत अच्छा है...देल्ही का है...उसके मा बाप नही है...अकेले रहता है...एक छ्होटी बहन है ...जो मॅरीड है.

आप कहो तो मे बात करू.

स्मृति: मेने कहा ना कि वक़्त दो..............

राजेश: ठीक है....खाना बन गया क्या?

स्मरीत: मा बना रही है......1/2 घंटा. लगेंगा...

राजेश: ठीक है...आप भी फ्रेश हो लो......मेने आपका बाथरूम और टवल इस्तेमाल किया....थॅंक्स

स्मृति: थॅंक्स की ज़रूरत नही....ये आपका ही है..........

राजेश: आप बहुत खूबसूरत है.

स्मृति: आप फ्लर्ट कर रहे है.......?

राजेश: नही.....हक़ीकत बता रहा हू.

स्मृति: थॅंक्स..............रश्मि जान जाएगी तो बुरा होगा

राजेश: तुम उसकी फ़िक्र मत करो....वो एक समझदार बीबी है.

सरिती: कैसे?

राजेश: मेने कई लड़कियो से संपर्क किया है...जिसका पता रश्मि को भी है.

स्मृति: आप कई लड़कियो से???मतलब?

राजेश: यही कि अफीशियल विज़िट होती रहती है....वाइफ साथ रह नही सकती...तो एंटरटेनमेंट के लिए सेक्स करता हू.

स्मृति: पर रश्मि को बुरा नही लगता.

राजेश: बुरा तो लगता होगा...पर वो कुच्छ नही बोलती..............मे आदत से मजबूर जो हू

स्मिति: आप बहुत बदमास है.

राजेश: क्या करू? सेक्स चाहिए....सेक्स के वगैर एक रात भी गुज़ारना मुस्किल है. अब देखो ना अगर रश्मि होती तो आज की रात रंगीन होती......लगता है आज की रात मूठ मार कर ही सोना होगा...

स्मरती:हूऊऊऊऊओ और अपने मुँह पर हाथ रखते हुए बुरी तरह शर्मा कर भाग गयी.................................................

राजेश भी ठहाका मार कर हस्ने लगा....फिर कुर्ता और पयज़ामा पह्न लिया और फिर डिन्निंग टेबल पर आ गया............................

डिन्नर करने के बाद स्मृति के पापा ने कहा कि बेटा राजेश बेटा को उपर वाला रूम मे ले जाओ......और हां सॉफ चादर और बेड लगा देना......

स्मृति: जी पापा............

राजेश: नही बाबूजी मे होटेल चला जाता हू

स्मृति के पापा: अरे बेटा एक रात हम लोगो के साथ सो जाओ....सुबह चले जाना.

राजेश कुच्छ नही बोला...............वो तो चाहता ही था कि स्मृति का कंपनी मिले आज की रात............उसने स्मृति को देखते हुए कहा....ठीक है.....सुबह 9 बजे ऑफीस जाना है.......तो अभी सो जाना होगा.....

स्मृति और राजेश उपर आ गये................लॉक खोलने के बाद स्मृति ने कहा...ये रूम रश्मि का है....जब वो आती है तभी ये रूम सॉफ सफाई होती है...पर 2 दिन पहले मेने ही सॉफ किया है...सिर्फ़ बेड चेंज करने होगे...एक वाइट चादर और बेड लगा दिया...........................

राजेश:तुम कहाँ सोवोगि.......

स्मृति:मेरा कमरा बगल मे है...अगर किसी चीज़ की ज़रूरत हो तो बता दीजिएगा.....गुड नाइट

राजेश: ने उसका हाथ पकड़कर कहा...अभी गुड नाइट नही....बाते करते है..नींद नही आएगी........................

स्मृति: पर मुझे आ रही है.....कल स्कूल भी जाना है.................मे चलु

राजेश: ठीक है भाई..................

स्मृति वन्हा से चली गयी..पर फिर वो क्या सोचकर नीचे किचन मे आ गयी वन्हा से एक ग्लास दूध लेकर फिर राजेश के रूम मे आ गयी.दरवाजा खटखाया

राजेश ने दरवाजा खोला......................

स्मृति: अरे ये क्या....आपने तो कपड़े खोल दिए..............और वो शर्मा गयी

राजेश: मुझे नंगा सोना अच्छा लगता है....

स्मृति: पर किसी औरत के सामने नंगा रहना ठीक नही है...........

राजेश: अब हमे क्या मालूम कि आप दुबारा आएँगी..............

राजेश ने पास पड़ा एक टॉवेल लपेट लिया.

स्मृति: ये दूध लाई हू............ये लीजिए.....

राजेश ने दूध स्मृति के हाथो से ले लिया...इसी बहाने उसका हाथ स्मृति से टच हो गया....स्मृति को करेंट सा लगा...............राजेश दूध को अपने हाथो मे लेकर दूध पीने लगा....एक शिप लेने के बाद स्मृति के हाथो मे देते हुए कहा............तुम भी तो एक शिप लो...............

स्मृति: ये तो आपके लिए है...मे ले चुकी हू...और वैसे भी मेरा पेट खराब है. दूध नही पी सकती...........

राजेश: क्या हुआ......................

स्मृति: सुबह से लूस मोशन हो रही है.

राजेश: अरे तो दवाई क्यो नही ली

स्मृति: दवाई ली है.......तभी तो कंट्रोल है.................

राजेश: पर तुम तो खाना खा चुकी हो.....इसमे तो खाना नही खाते है

स्मृति: मे हल्की ली हू...और दही पी है....

राजेश: ओह............और दुबारा शिप लेने लगा....तभी उसे एक शरारत सूझी...उसने दुबारा स्मृति को शिप लेने को दबाब डाला......डार्लिंग एक शिप प्लीज़....

राजेश की आँखो मे नशा तेर गया था.....

स्मृति चौंकी...फिर मुस्कुराते हुए एक शिप ले ली.........अब खुस

राजेश: काफ़ी मीठा हो गया ये दूध...तुम्हारे होंठो की शिप से.

स्मृति: धात...............क्यो रश्मि के होंठ अच्छे नही हैं क्या

राजेश: वो तो है ही...पर तुम बहुत नमकीन हो

स्मृति: ओह........हो................और अपने होंठ गोल बना लिए.

राजेश: आपसे एक रिक्वेस्ट है..........

स्मृति: क्या?

राजेश: आप यही सो जाओ................

राजेश: सोफे पर सो जाऊँगा और तुम बेड पर........कोई दिक्कत नही होगी

स्मृति: पर क्यो??? आप गेस्ट है...दिक्कत होगी......और फिर मेरा पेट खराब है....बार बार टाय्लेट जाना होता है...इस रूम टाय्लेट है नही...........मेरे रूम मे अटॅच्ड बाथरूम है..........

राजेश: जब ज़रूरत होगी तो मे ले जाऊँगा टाय्लेट...प्लीज़ लेट जाओ यही...और अपना हाथ जोड़ लिया............स्मृति हस दी..........उसे राजेश का फ्लर्ट करना अच्छा लग रहा था.........................

स्मृति: ठीक है...पर कोई शरारत नही

राजेश: शुवर...............नतिंग टू वरी

स्मृति: ह्म्‍म्म तो मे अपना बेड लेकेर आती हू

राजेश: थॅंक्स..........चलो मे भी चलता हू

दोनो स्मृति के कमरे मे आ गये...और फिर बेड ले कर वापस रश्मि के कमरे मे आ गये..............................अब खुस.

राजेश मुस्कुरा दिया.........आप वाकई बहुत अच्छी है....रश्मि काफ़ी तारीफ़ करती है.

स्मृति: ह्म्म्म और क्या कहती है रश्मि मेरे बारे मे

राजेश: कहती है मेरी दीदी काफ़ी नमकीन है..सेक्सी है.

स्मृति: आप फिर सुरू हो गये...........और फिर अपने बेड पर सोने लगी

पीठ के बल सोने का नाटक करने लगी. राजेश उसके सिरहाने पर बैठ गया और अपना एक हाथ को उसके सिर पर रख दिया और सहलाते हुए आगे कहा............

राजेश: नही ऐसी बात नही आप वाकई बहुत अच्छी है...तभी तो ब्रजेश भाई ने आपसे शादी की..............................

ब्रजेश का नाम सुनते ही उसकी आँखे नम हो गयी.....वो उठ कर बैठ गयी और अपना सिर घुटने मे दबा कर सिसकने लगी. राजेश को लगा कि वो क्या कह गया....वो स्मृति को पुच्कार्ते हुए है....सॉरी...आप के मन के तार को छेड़ दिया...मुझे ऐसा करना आपके मन को ठेस पहुँचाना नही था..................आपको खुस देखना चाहता था....................

स्मृति: कोई बात नही...........मे ठीक हू

राजेश: तो फिर ये लो...आखरी घूँट....दूध का....

स्मृति: अरे आप अभी तक पिया नही?

राजेश:मे आक्च्युयली दूध नही पीता.....मे कुच्छ और पीता हू.

स्मृति: कुच्छ और मीन्स?

राजेश: मे वो दूध पिता हू...जो औरत के पास होती है....रश्मि होती तो मिल सकती थी...पर अब तो........

स्मृति:बुरी तरह शर्मा गयी...............बोली कुच्छ नही.

अब स्मृति लाइट बंद करने लगी............तो राजेश ने उसे मना कर दिया.....

स्मृति: अरे लाइट मे मुझे नींद नही आएगी

राजेश: मुझे आती है ...तुम सोने की कोशिश करो

स्मृति: बोली कुच्छ नही.....स्मृति इस समय वाइट साड़ी पहने हुई थी

राजेश: तुम कपड़े चेंज नही करोगी

स्मृति: नही कोई बात नही...ये सूती साड़ी है....कंफर्टबल

राजेश: मेरे कहने का मतलब है नाइटी पह्न लेती

स्मृति: मेरी नाइटी मा के कमरे मे है.....नीचे जाना होगा...

राजेश: तो फिर साड़ी उतार दो....डरते हुए कहा.

स्मृति:क्यो????

राजेश: कंफर्टबल के लिए....ब्लाउस और पेटिकोट तो है ही.....सीने पर टवल रख लेना....और अगर बुरा ना लगे तो टवल मत रखना.

स्मृति: मुझे शर्म आती है...

राजेश: ऐज यू विश....चलो सोते है....

स्मृति: ठीक है उतार देती हू...और खड़ी हो गयी और फिर अपनी साड़ी को उतारने लगी...........थोड़ी देर मे ही वो एक ब्लाउस और पेटिकोट मे आ गयी....अंदर एक ब्लॅक ब्रा और पॅंटी थी.....जो कि बाहर से दिख रही थी.....एक तो स्मृति गोरी चित्ति....मांसल चुचिया और मोटी गांद...उसपे ब्लॅक पॅंटी और ब्रा ...ग़ज़ब की दिख रही थी....स्मृति को शर्म आ रही थी......राजेश उसके बदन को देखे जा रहा था...तभी उसने भाग कर लाइट स्विच ऑफ कर दिया.....और बोली....सो जाओ................

राजेश भी कुच्छ नही कह सका...और वो सोने का नाटक करने लगा......................

क्रमशः...................
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08-26-2018, 09:38 PM,
#19
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
प्यास बुझती ही नही-11

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का ग्यारहवाँ पार्ट लेकर हाजिर हूँ

थोड़ी देर बाद ही राजेश खर्राटे लेने लगा...पर स्मृति को नींद नही आ रही थी......उसने उठ कर लाइट जला दी...और राजेश को देखने लगी.....राजेश सिर्फ़ एक टवल जो कि उसकी कमर मे बँधा हुआ था...उसकी कमर के पास एक तकिया था..जिस्पर उसका लंड रगड़ रहा था...वो नींद मे किसी को चोद रहा था....लंड पिल्लो मे धंसा हुआ था.....स्मृति को शर्म आ रही थी....उसका मन हुआ कि राजेश का लंड देखा जाए..वो राजेश के बगल मे बैठ गयी और पिल्लो को हटाने लगी...थोड़ी देर बाद पिल्लो हट गया ...अब स्मृति के सामने ही राजेश का 8" लंड लंबा था.....काफ़ी मोटो...गोरा और लंबा......स्मृति सुरू मे शरमाई फिर झुक कर लंड को नज़दीक से देखने लगी...............लंड क्या था टॉप था.................स्मृति को राजेश का लंड पसंद आ गया...उसने एक हाथ की उंगलियो से उसे टच किया....राजेश सिहर गया .....स्मृति को डर लग रहा था...उसकी साँसे चलने लगी............एक बार और अपनी उंगली से टच किया.....फिर वैसा ही हुआ......अब राजेश पीठ के बल लेट गया औ अपने दोनो पैर फैला दिए.....टॉवेल्ल नीचे गिर गया...इस अवस्था मे उसका लंड हवा मे लहराने लगा...लंड छत की तरफ मुँह करके खड़ा हुआ था......स्मृति पलंग के नीचे से दुबारा निकली और बेड पर बैठते हुए लंड को अपने हाथो से पकड़ा और झुक कर उपेर एक किस दे दी..................लंड की गंध और स्वाद बहुत अच्छा लगा...स्मृति को....इससे पहले कभी भी किसी मर्द का लंड नही चूसा-चटा था...पर पता नही उसे ऐसा करने को वो मजबूर हो गयी........इस बार उसने अपना मुँह खोल कर पूरे लंड का सूपड़ा मुँह मे लेने की चेस्टा करने लगी...............पर दाँत लंड के सुपाडे मे लग गये.....राजेश दर्द से चिल्ला उठा..वो उठ कर बैठ गया....और स्मृति को देखने लगा...इससे पहले स्मृति वहाँ से उठती...राजेश ने उसका हाथ पकड़कर अपने उपेर खींच लिया और बिना कुच्छ कहे उसे नीचे गिरा कर उसके होंठो को चूसने लगा..............................स्मृति.उअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह काहह करने लगी....................अब वो करे भी तो क्या.....उसकी चोरी पकड़ी गयी.........

अतः उसने फ़ैसला क्या...जो होगा देखा जाएगा........उसने भी अपने होंठ खोल दिए और राजेश की जीव को अपने मुँह मे भर ली.....राजेश समझ गया कि माल गरम है...उसने उसे बाँहो मे लिया और फिर पूरे बदन को नाप लिया...उसकी चुचियो को अपने हाथो मे लेकर दबाने लगा.............................स्मृति अपनी आँखे बंद किए हुए थी........

राजेश उसे पटक कर उसपे चढ़ गया…..स्मृति पीठ के बल हो गयी और राजेश उसके उप्पेर….लंड उसके पेटिकोट मे धंसा जा रहा था…………..स्मृति को मज़ा आ रहा था…आज बहुत दिनो के बाद कोई उसके शरीर को भोग रहा था…वो भी राजेश को किस किए जा रही थी… वो राजेश को सुरू से ही पसंद करती थी….आअहह स्मृति कराह उठी…..राजेश अब उसकी कमर मे बाँहे डाल कर उसे ज़ोर से दबाने लगा….स्मृति को काफ़ी मज़ा आने लगा……………………अब राजेश उसका ब्लाउस खोलने लगा…पर स्मृति ने मना कर दिया….तब राजेश ने उसके पेटिकोट मे हाथ डाल दिया…..पर स्मृति उसके लिए भी तैयार नही हुई….और .बोली…मैं आपकी नींद आने के लिए ये सब कर रही हू….ताकि आपको अपनी पत्नी की याद ना आए…समझे…और मुस्कुरा दी…..राजेश भी मुस्कुरा दिया…पर फिर उसने बोला….

राजेश: पर ये तो पाप है….प्यासे को प्यासा रखना

स्मृति: प्यासे को पानी देखने को मिल रहा है ये ही काफ़ी है.

राजेश: वैसा पानी किस काम जो प्यास को और बढ़ा दे.

स्मृति: अगर प्यास पूरी करनी है तो वेट करना होगा….

राजेश: हां हां मैं वेट करने को तयार हू….पर प्यासा नही रह सकता..

स्मृति: तो फिर 2 दिन बाद रश्मि के पास जा ही रहे हो….प्यास पूरी हो जाएगी.

राजेश: ओहूऊ ये क्या बात हुई…वो तो मेरी बीबी है….और फिर प्यास आज लगी है पानी 2 दिन बाद मिलेगा…………..प्लीज़ यार….मत तद्पाओ……………..स्मृति उसे देखती रही…आज पहली बार कोई मर्द उसके आगे गिड़गिदा रहा था….उसे मज़ा आ रहा था….वो बोली….प्लीज़ समझा करो…मैं तुम्हारी बीबी नही हू…मैं एक विडो हू…अगर कुच्छ गड़बड़ हो गयी तो मैं किसी को मुँह दिखाने लायक नही रहूंगी…और फिर मेरे मा+पापा जीते जी मर जाएँगे….प्लीज़ राजेश आइ लव बट आइ कॅंट एबल टू रिक्ट फिज़िकल रीलेशन.

राजेश का मूड खराब हो गया वो बाथरूम मे चला गया और मूठ मार कर ठंडा हुआ..फिर अपने बिस्तेर मे सो गया………………………………………………..

स्मृति वही पर अपने बिस्तेर मे खामोस लेटी रही….वो आज के घटना क्रम पर अफ़सोस और आश्चर्य व्यक्त करने लगी………………….तभी उसकी आँख लग गयी……

सुबह उठते ही वो किचन मे आ गयी………………….जब चाय लेकर राजेश के रूम मे गयी तो राजेश वहाँ नही था……उसने अपने मा पापा को चाय दी…पुच्छने पर उसके पापा ने बताया कि राजेश का फोन आया था सो वो ऑफीस चला गया……………………….बोला कि शाम को आएगा…..

स्मृति को कुच्छ अच्छा नही लगा…पर वो कर ही क्या सकती थी…उसकी भी कुच्छ मर्यादा थी…..

वो भारी मन से चाय पी फिर टाय्लेट मे जाकर फ्रेश हो गयी..फिर खाना खाकर वो भी स्कूल चली गयी………………………………………………

शाम को 6 बजे स्मृति के मोबाइल पर स्मस आया कि वो अब देल्ही जा रहा है…….सी यू सून बेबी… और राजेश देल्ही आ गया…………………………………………………………………………………………………………………………

पर अब जब राजेश को पता चला कि स्मृति वापस देल्ही उसके घर पर आ रही है तो उसकी ख़ुसीयो का ठिकाना नही था…..वो हर पल उस घड़ी का इंतेज़ार करने लगा…..जब वो स्मृति को देख सके.

सिनिमा हॉल के अंदर काफ़ी भीड़ थी…आज पिक्चर का दूसरा दिन था….फिल्म नयी रहने के वजह से काफ़ी भीड़ इकट्ठा हो गयी…थी….राजेश, रश्मि और राज डीसी क्लास मे अपना अपना टिकेट लिए हुए साइड मे बैठ गये…. पिक्चर सुरू होने मे अभी वक़्त था…..एड चल रहा था…….तभी राज ने कहा….मैं कुच्छ खाने को लेकर आता हू….रश्मि तुम्हे कुच्छ चाहिए…………..तो बता दो….और राजेश तुम्हे?

दोनो एक साथ बोले….बर्गर आंड कोल्ड ड्रिंक ले आओ…और हन पानी का एक बॉटल भी………………

राज ने सिनिमा से बाहर एक स्टॉल से ये सारा सामान खरीद लिया …फिर वापस आकर अपने सीट पर बैठ गया………रश्मि और राजेश बाते कर रहे थे…..राज अपनी सीट पर बैठ गया……फिल्म सुरू हो चुकी थी……फिल्म का एंजाय लेने लगे…..फिल्म मे कुच्छ बोल्ड सीन थे जिसे देखकर दोनो लड़को का लंड खड़ा हो चुक्का था…..रश्मि अपना सिर नीचे किए हुए फिल्म देख रही थी….रश्मि इन दोनो मर्दो के बीच मे बैठी हुई थी…जिससे कि उसकी एक एक चुची दोनो के बाजू से टच कर रही थी…..राज ने अपना हाथ लेजाकार उसकी चुचियो को सहला दिया…..सेम चीज़ राजेश ने किया….रश्मि इस पल का मज़े ले रही थी….लेकिन जब कटरीना कॅफ और ऋतिक रोशन का किस सीन और फिर टमाटर रगड़ने का सीन चल रहा था.....राज ने चुपके से अपना हाथ रश्मि की बाई चुची पर रख दिया....दूसरी तरफ राजेश ने भी अपना हाथ रश्मि की दाई चुची पर रख दिया.....रश्मि को कुच्छ समझ मे नही आ रहा था कि करे तो क्या करे.....यू पब्लिक प्लेस मैं अपने पति को मना करे या अपने जेठ को......

रश्मि ने अपने आपको परिस्थिति के हवाले करते हुए रहना ही उचित समझा...वो अब एंजाय करने लगी....अपनी दोनो चुचियो को आँचल से ढँक लिया ताकि दोनो के हाथ को कोई और ना देख ले.......उधेर पर्दे पर हृतिक रोशन.... कैटरीना कैफ़ के होंठ चूस रहा था और इधर दोनो भाई उसकी चुचियो को दबा रहे थे....राजेश आगे बढ़ कर रश्मि के होंठो को किस करने लगा..पर अनबलेन्स हो गया.....और उसका हाथ राज के हाथ से टकरा गया...उस समय राज का हाथ भी रश्मि के ब्लाउस के अंदर था....उसने गौर से अपने बड़े भाई को देखा....राज का ध्यान पर्दे पर था...वो कुच्छ नही बोला और अपना काम सुरू कर दिया......इन 1 1/2 घंटे मे वो पागल बन गयी ...दोनो के सेडक्षन से काफ़ी हॉट हो गयी थी....चूत का पानी यू बन रहा था....उसका अब फिल्म मे मन नही लग रहा था.....सोचा इससे अच्छा होता कि घर पर ही सेक्स किया जाए...तभी रश्मि राजेश के कान मे बोली..............चलो घर...मुझे अच्छा नही लग रहा है....पब्लिक प्लेस मे तुम परेशान करो...............राजेश कुच्छ नही बोला.....सिर्फ़ मुस्कुरा दिया................तभी इंटेरवेल हो गया...तीनो ठीक से बैठ गये.....राजेश ने कहा.....भैया फिल्म आप देखो हमलोग चलते है.....राज कुच्छ नही बोला सिर्फ़ रश्मि के उतरे हुए चेहरे को देख रहा था.....ठीक है तो चलो...मैं भी चलता हू.....किसी और दिन देखा जाएगा...और तीनो घर आ गये......
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08-26-2018, 09:38 PM,
#20
RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
घर पर कमला आ गयी थी....खाना बन चुका था....दरवाजा खोलते ही कमला ने कहा: आ गये.......कैसी लगी फिल्म?

राज: फिल्म तो अच्छी थी पर पूरी ना देख सके.

कमला: क्यो?

राज: अरे भाई ग़लती हमसे ही होगयी...इतने दिन बाद राजेश घर आया है..और मैं हू कि फिल्म देखने का ऑफर कर दिया.......रश्मि काफ़ी हॉट होगयी थी...

सबके सामने यू कहना रश्मि को अच्छा नही लगा...वो अपने रूम मे चली गयी...पर वो जानती थी कि राज को फ्लर्ट और ओपन सेक्स करने की आदत है....

उधेर राजेशने भी कोई रिक्ट नही किया...वो फ्रेश होने बाथरूम मे चला गया...

थोड़ी देर बाद चारो ने खाना खाया और फिर अपने अपने रूम मे आ गये...

उधेर राजेश रश्मि को पूरी नंगी करके उसकी चुदाई करने लगा...और इधेर राज भी अपनी बीबी को चोद रहा था...................................चुदाई आज इतनी ज़ोर की थी कि दोनो की आवाज़े बाहर आ रही थी.....

राज कमला को रश्मि समझ कर चोद रहा था....और उधेर राजेश रश्मि को स्मृति समझ कर...क्योकि जब से स्मृति के आने का सुना है कई बार मूठ मार चुका था.......................................................दोनो का लंड काफ़ी बड़ा और मोटा हो चुका था..और झरने का नाम ही नही ले रहा था...

कमला: डार्लिंग...क्या बात है..आज तो हमे कच्चा खाने का इरादा है क्या...क्या बात है...आज तो ये महाराज काफ़ी हॉट लग रहे है.

राज कुच्छ नही बोला...सिर्फ़ चुदाई मे लगा रहा............................

उधेर राजेश भी अपनी वाइफ को ऐसे चोद रहा था जब उसने स्मृति को फ्लर्ट और उसके साथ सेक्स का मज़ा लिया था.....................................................

तभी राज के मुँह से एक शब्द निकला: लव यू रश्मि.....आआहह

ये सुनते ही कमला मुस्कुरा दी ...बोली...क्या बात है रश्मि का नाम लिया जा रहा है...लगता है होटेल का नशा अभी उतरा नही है जनाब का..............

राज सिर्फ़ मुस्कुरा दिया...और धक्के लगाने लगा...और अंत मे झार गया और वो कमला के उपेर ढेर हो गया....उधेर रश्मि भी झार गयी और राजेश भी...

सुबह तक ये दौर 3 बार चला................रश्मि और कमला काफ़ी थक चुकी थी....और राजेश और राज भी........................पर दोनो के मन से कोई बोझ हट चुका था....ऐसा लग रहा था.....................

सुबह नाश्ता करके राजेश ऑफीस चला गया और राज शॉप......रश्मि और कमला आपस मे बाते करने लगी...

रशमी: कैसा लगा दीदी...रात मे

कमला: तुम अपना बताओ.....कई दिन से महाराज टूर पर थे...कैसा लगा लंड

रश्मि: मत पुछो दीदी....जबरदस्त...पर भैया जैसा नही.

कमला: क्यो?

रश्मि: उनका तो कहना ही कुच्छ और है ...और जब ज़ोर ज़ोर से झटके देते है ना तो मत पुछो..............

कमला: चुप बेशर्म...सुबह सुबह सुरू होगयी....मैं चली मुझे काम है....उई म्‍म्म्माआ मर गयी

रश्मि: क्या हुआ दीदी...

कमला: कमिने ने इतने ज़ोर ज़ोर से चोदा है कि अभी भी टाँगो मे दर्द है.

रश्मि: टाँगो मे या.........................??????

कमला: तुम फिर ..................पिटेगी मेरे से...और शर्मा कर रश्मि को गले लगा लिया,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,रश्मि भी फ्रेश होने चली गयी..........

रश्मि ने पूजा करने के बाद राजेश को फोन लगाया....

रश्मि: सुनो......शाम को 6 बजे स्टेशन चले जाना...दीदी को रिसीव कर लेना.....

राजेश: ठीक है...मैं चला जाउन्गा.....

रश्मि: कोई पेन किल्लर ले के आना......टाँगो मे दर्द है मेरे और दीदी को भी.

राजेश: ठीक है मेरी जान...तुम चिंता मत करो............शाम को मिलते है.

और फोन कट गया...........................................

राजेश ठीक शाम के 6 बजे न्यू देल्ही रेलवे स्टेशन चला गया……ट्रेन पहले से ही स्टेशन पर लग चुकी थी…….वो अपनी सांसो को नियंत्रण करते हुए रेस्पेक्टिव बॉगीस मे स्मृति को ढूँढ रहा था…ये भगवान……ये ट्रॅफिक मैं देर हो गया….क्या सोचेगी मेरे बारे मे…और फिर रश्मि तो मुझे कच्चा खा जाएगी………………वो परेशान हो चुक्का था…अंत मे हार कर वही एक चेर पर बैठ गया….तभी उसे फोन आया……राजेश फोन का नम्बेर. देखते ही चौंक गया और खुस होकर फोन रिसीव किया………….

स्मृति: हाई……वेर आर यू???

राजेश: आइ आम इन प्लॅटफॉर्म न. 6………

स्मृति: प्ल. न. 6 पे तो मैं भी हू…..इनसाइड दा स्टेर……

राजेश: ओह…आइ आम जस्ट कमिंग…और दौड़ कर भागा………..राजेश ने देखा कि एक नीली जीन्स और येल्लो कुर्ता मे स्मृति हाथो मे बॅग लिए हुए दीवार पर लगे आड्व्ट. को देख रही थी…तभी राजेश ने पीछे से उसे टोका…….हाई…..गुड ईव्निंग….स्मृति ने टर्न किया और एक लंबी स्माइल देते हुए हेलो किया और हाथ बढ़ा दिया…………….

राजेश: वाउ…व्हाट्स आ प्लेज़ेंट सर्प्राइज़….यू लुक सेक्सी इन जीन्स और कुर्ता. आइ लाइक इट…

स्मृति: थॅंक्स यू………………..और एक स्माइल कर दी.

राजेश ने रश्मि से वो बॅग ले लिया और उसके एक हाथ को पकड़े हुए प्लॅटफॉर्म से बाहर आ गया…..एक टॅक्सी करके वो सीधे घर आ गये….

घर पेर रश्मि और कमला ने उसका गरम्जोशी से स्वागत किया……………….रश्मि अपनी बहन के गले लग गयी और उसे वेलकम किया…………कमला ने भी उसका स्वागत किया………राजेश बहुत खुस था…वो अपनी साली को अपनी बाँहो मे लेना चाहता था…पर इन औरतो के वजह से उसे समय नही मिल रहा था.

लेकिन जब रश्मि ने स्मृति से कहा…..

रश्मि: दीदी अब तुम फ्रेश हो जाओ…मैं चाय बनती हू……रश्मि किचन मे चली गयी…..स्मृति को बाथरूम दिखा दिया गया…..वो एक टवल और कुच्छ कपड़े ले कर बाथरूम मई घुस गयी…..राजेश सब कुच्छ देख रहा था…..मौका देख कर वो भी बाथरूम के पास गया और नॉक किया….दरवाजा अंदर से बंद था…………………………………………..

स्मृति: कौन?

राजेश: स्मृति मैं हू?

स्मृति: ओह……अभी आई….और उसने दरवाजा खोल दिया………………..क्या बात है….? कुच्छ चाहिए जीजाजी.

राजेश: हां…बस एक किस….

स्मृति: आपका दिमाग़ तो खराब नही हो गया …अपने घर मे मेरी किरकिरी कारवाओगे क्या….आप जाइए यहाँ से या रस्मी को बुलाऊ

राजेश: नही भाई ..मैं चला ही जाता हू…और वो बाथरूम से निकल गया..

स्मृति: ने ओूऊऊऊ चुउउउउउउउउ करते हुए दरवाजा दुबारा बंद कर दिया……………………….

राजेश को ये एक्सपेक्टेशन नही था..वो अपने कमरे मे आ गया….और चाय पीने लगा….

राजेश: रश्मि…मैं बाजार जा रहा हू…कुच्छ मंगवाना है क्या?

रश्मि: हां…रूको…. थोड़ी देर बाद एक थैला लेकर वो आ गई

कुच्छ सब्जी ले के आना और दूध भी जल्दी लेके आओ..और हाँ मेरी दवाई ले के आए?

राजेश: हां फ्रीज़ के उपर रखी हुई है….एक गोली अभी खा लो और एक गोली रात मे सोते वक़्त.

राजेश वहाँ से चला गया…….करीब 45 मीं के बाद वो वापस घर आ गया….उसकी आँखे स्मृति को ढूँढ रही थी…पर स्मृति कही दिखाई नही दे रही थी….तभी उसने रश्मि से पुच्छ ही लिया.

राजेश: स्मृति कहाँ गयी

रश्मि: वो दीदी के साथ पास वाली पूनम आंटी के पास गयी है…वो बुला रही थी….क्यो ?

राजेश: बस यू ही………………..

रश्मि: रश्मि मुस्कुरा दी…मैं सब समझती हू

राजेश: क्या क्या…मतलब?

रश्मि: अब मेरे से मत कहलवाओ…..इतना परेशान तुम मेरे लिए तो कभी नही हुए….क्यो?

राजेश: ऐसी बात नही है..वो हमारी मेहमान है....ख्याल तो रखना पड़ेगा....

रश्मि: लगता है कुच्छ ज़्यादा ही याराना है.....आपने काफ़ी गुल खिलाए है देहरादून विज़िट के दरम्यान...है ना???

राजेश: क्या मतलब???

रश्मि: वो तो तुम्हे मालूम होगा...?

राजेश: नही नही...ऐसा कुच्छ नही है...तुम्हे ग़लत फ़हमी हुई होगी.

रश्मि: मेरी जान.........मुझे सब मालूम है कि तुम और दीदी क्या क्या किए है....ये हमारी दीदी है ना...ये दीदी नही मेरी बेस्ट फ्रेंड है...इसमे और मुझमे कुच्छ भी च्चिपा हुआ नही है....तुम्हारे देहरादून आने के बाद एक दिन फोन पर मुझे सब कुच्छ बता चुकी थी...................वैसे मुझे कोई आपत्ति नही है....तुम्हारा ससुराल है....खातिरदारी तो होनी ही चाहिए...................

राजेश: ओह............यस...............................

तो फिर मेरी भी सुन लो...मेरे मे और भैया मे कुच्छ भी च्छूपा नही है....

हमलोग कई बार दोनो साथ साथ सेक्स किए है.....तुम्हारे और राज भाई के बीच कुच्छ भी छिपा नही है

क्रमशः..................
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