RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
राज: थ्क्स डार्लिंग..तुम बहुत अच्छी हो.
नेहा: मस्का मत मारो….मे सब समझती हू……आख़िर कार हमे पटा ही लिया
राज: अभी कहाँ पटाया…..??? जब तुम अपनाओगी तभी पटी (फ्लर्टिंग) समझूंगा.
नेहा: आपको शर्म नही आती एक दूसरी औरत से फ्लर्ट करते हुए…जबकि आपके घर मे 2-2 औरते पहले से है.
राज: हमे कोई शर्म नही आती …..जो शर्मा गया वो घर गया…… और फिर अगर शरमाऊँगा तो घोड़ी कैसे चढ़ुंगा……..पर हां मे कभी भी किसी औरत से ज़बरदस्ती नही करता…..औरत की रज़ामंदी मेरे लिए ही सबकुच्छ है.
नेहा: आप महान है….जीजू.
राज: थॅंक्स डार्लिंग……और उसके गले लग गयी…..तभी बाहर कुच्छ नॉक हुआ….
नेहा: लगता है कोई पेशेंट है…आप निकलो.
राज: ठीक है..चलता हू…तुम अपने फ्रेंड से फोन कर लेना …पर हां केस को बिगाड़ने की कोशिश ना करे….इसका ध्यान रहे…………………मे अपने परिवार को गर्त मे देखना नही चाहता ……ये पोलीस का मामला है…..कुच्छ करो.
नेहा: आइ विल डू सम्तिंग …वेल…………….
राज के जाने के बाद नेहा ने 1-2 पेशेंट को और देखा फिर अपनी बेस्ट फ्रेंड सुनीता को फोन मिलाया जो कि देल्ही पोलीस एचके मे काम करती है…..
सुनीता: हाई…..मेरी जान कैसी हो…..सुना है शादी कर ली…पर मुझे नही बुलाया….जीजू कैसे है….सुहाग रात कैसी रही …वग़ैरह-वग़ैरह…..
नेहा: तुम सुनोगी भी मेरी तूफान मेल…..
सुनीता; हाई यार अब मुझसे भी रहा नही जाता…ये पोलीस की नौकरी करते करते थक गयी हू…अब मे भी चाह रही हू कि कोई मुंडा ढूँढ कर अपनी बॅंड बजा दू…जैसे तुम बजाई हो…..कोई खूसखबरी??????
नेहा: अरे यार…उसके लिए खेद है….
सुनीता: क्यो…….??? क्या हुआ….चुदाई नही हो रही है क्या????
नेहा: चुप बेशर्म……कही भी सुरू हो जाती है.
सुनीता: तो फिर ऐसे ही काम चलता है…??? जैसे मेरा चलता है?
नेहा: अच्छा///? तुम्हार क्या चलता है?
सुनीता: अपना हाथ तो जगन्नाथ…………………
नेहा: च्ीईीईईईईईईई
सुनीता: मेरी जान ऐसे मेरी किस्मेत कहाँ जो किसी की बाँहो मे रहू.......................
नेहा: कहो तो बंदोबस्त कर दू
सुनीता: हाई......तब तो मज़ा आ जाएगा....प्लीज़ अगर कुच्छ हो सके तो
नेहा: क्यो नही...पर उसके लिए तुम्हे एक काम करना होगा
सुनीता: कैसा काम
नेहा: अरे यार मेरी दीदी के देवेर के पिच्छने मंत गायब होने की रिपोर्ट पोलीस मे दर्ज कराया गया था.....फिर करीब 6 डेज़ के बाद पोलीस को उसकी लास यमुना नदी से मिली है...पोलीस का शक़ है कि ये केस मर्डर का है................और सारी बाते बता दी...कि कैसे रश्मि को वो इनस्पेक्टर बुरी नज़र से देखता है...
सुनीता: ह्म्म्म्म......मामला तो पेचीदा है...और इसमे कोई भी मदद नही कर सकता ...क्योकि पोलीस ने अभी अपनी रिपोर्ट पेश की नही है...सिर्फ़ तहकीकात कर रही है.
तुम ऐसा करो कि पोलीस जो तहकीकात करती है उसे करने दो..उससे घबराने की कोई ज़रूरत नही है.....अरे...जब हम ग़लत नही है तो क्यो डरे?? जहा तक पोलीस इनस्पेक्टर के चाल चलन की बात है तो आप कंप्लेंट भेज दो एचके मे ...मे देख लूँगी........................
उनसे बोल दो कि मत घबराए...अगर पोलीस आती है...तो जो भी पुच्छे सही सही बताओ और चाय पिलाकर बीदा कर दो..घबराने की ज़रूरत नही है.
राज रश्मि को बड़े प्यार से समझा रहा था…….आज पहली बार रश्मि के माथे को कोई सहला रहा था……इतने दिन हो गये राज के साथ सोए हुए……पर अभी भी कुच्छ झिझक रही थी….क्या वो जो कर रही है क्या वो ठीक है? क्या किसी बेवा को शादी और सेक्स करने का अधिकार है? उसके अंदर डबल क्वेस्चन चल रहे थे….पर जब राज ने उसे समझाया तो उसने ठान लिया कि जो होगा देखा जाएगा……..आख़िर कब तक वो समाज से डरती रहेगी….आज तक उसके जीवन मे जो भी हुआ उसके लिए वो खुद तैयार नही थी…हालात ने ही ऐसा कर दिया था…और फिर उसके हज़्बेंड ने ही चाहा था कि वो किसी और मर्द की बाँहो मे सोए……शायद इसलिए कि वो जानता था कि मे इस लायक नही हू कि अपनी वाइफ को खुस रख सकु………………………रश्मि को कभी भी राजेश से प्यार नही हुआ…..हां हमदर्दी ज़रूर थी….और ना ही कभी उसकी कमी खली…..तभी तो उसके गायब होने की खबर वो खुद पोलीस को नही बताई…..
राज; ऐसा कब तक चलेगा.
रश्मि: ह्म्म्म्ममम
राज: तुम्हे डरने की ज़रूरत नही है….मे हू ना….और फिर हमने किसी का कत्ल तो नही किया है.
रश्मि: पर समाज और क़ानून को क्या बताओगे…जब प्रश्न पार्ट दर पार्ट खुलेगे तो उंगली हमलोगो पर तो उठेगी ना……?
राज: तो बताओ इसका क्या इलाज है…..हमने वही किया …जो हमारी शारीरिक ज़रूरते थी……मेने और ना ही तुमने कोई ग़लत काम तो किया नही है… मेरी मानो तो हमलोगो को सनडे को शादी कर लेनी चाहिए…..शाम के 6 पीयेम राम मंदिर मे शादी कर लेते है…….
रश्मि: पर अगर इनस्पेक्टर शर्मा पुछ्नेन्गे तो क्या कहेंगे?
राज: उसका इलाज है मेरे पास?
रश्मि: और अगर वो ये कहे कि तुम अभी अभी विधवा हुई हो और अब शादी कर ली वो भी अपने पति के बड़े भाई से……तो?
राज: सवाल तो पेन्चिदा है ज़रूर …पर क्या कर सकते है……
रश्मि: तो मेरी राई ये है कि अभी 2-3 मंत तक ऐसे ही चलते है……जब पोलीस की कार्यवाही ख़त्म हो जाएगी तभी शादी कर लेंगे…….और फिर सेक्स के लिए शादी की क्या ज़रूरत है……हम लोग ऐसे ही मिलेंगे जैसे अभी तक मिलते रहे है….समझे?
राज: बात तो तुम ठीक कह रही हो…अभी शादी की खबर रिस्तेदारो मे जाएगी तो बदनामी होगी…
ठीक है जैसा तुम चाहो…..और उसके होंठो को चूम लिया….रश्मिने भी अपने होठ खोल दिए….और दोनो एक दूसरे मे खो गये….करीब 30 मीं. की जबरदस्त चुदाई के बाद दोनो स्खलित हो गये….आज कई दिन बाद दोनो ने चुदाई की…..उसके बाद रश्मि ने खुद एक पत्नी की तरह राज के सीने को सहलाया और उसकी बाँहो मे ही सो गयी……………….राजने भी बिल्कुल नंगा अपनी वाइफ की तरह रश्मि को चिपका लिया और उसके होंठो और चुचियो से खेलते हुए सो गया………………………………..
|