RE: Indian Sex Kahani प्यास बुझती ही नही
इनस्प. शर्मा: ने दूसरा बेहूदा सवाल पूछा....क्या आपकी चूत पे झाँत है.....लंबे लंबे.....
पर दोनो बहने भड़क गयी......परंतु स्मृति ने बोला...जी मे अपनी झाँते शेव्ड रखती हू.....शादी से पहले रखती थी...पर जब मेरे पति ने बताया कि उसे झाँत नही पसंद है...तो शेव्ड रखती हू....और जब वो डेत कर गये ...तब मे रखने लगी थी....और जब राजेश से सेक्स किया तो उन्ही के कहने पर मेने दुबारा झांट बनवा ली.....................
पर आप ये सवाल मुझसे क्यो पुच्छना चाह रहे है???
इनस्प. शर्मा : थॅंक्स स्मृति...दरशाल....इसी घर से एक पॅंटी मिली थी जिसपर किसी लड़की के लंबे लंबे झांतो के बाल थे.....ये झांट या तो आपके होंगे...आ अनिता के..जो की मर गयी है......................
स्मृति: मेरा यकीन करो....मेरे राजेश के साथ सरिरिक संबंध ज़रूर थे पर मे किसी के मर्डर के बारे मे सोच भी नही सकती...
तभी इनस्पेक्टर शर्मा का फोन आ गया.....फोन किसी डॉक्टर का था...
डॉक्टर: इनस्पेक्टर शर्मा.....मिस. अनिता के पोस्टमोरटूम रिपोर्ट आ गयी है और वो पॅंटी पे लगे स्पर्म और बॉल का भी रिपोर्ट आ गया है
इनस्प. शर्मा : उत्सुकता पूर्वक....हां...हल्लो बोलिए डॉक्टर शहाब .....क्या रिपोर्ट है....
डॉक्टर: पॅंटी पे लगे झांट और अनिता के झांतो से मॅच कर गये है.....ये पॅंटी और उसपे झांतो के बाल अनिता के ही हैं......
और स्पर्म किसी मुर्द् का है....इसका भी रिपोर्ट शाम तक दे दूँगा...
इनस्प. शर्मा: थॅंक्स डॉक्टर...आपने बहुत बड़ी खबर सुनई है
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राज अब बिल्कुल ठीक हो गया था…उसे आज हॉस्पिटल से छुट्टी होने वाली थी….स्मृति, रश्मि और कमला उसे साथ लेने आए थे…….रश्मि डिसचार्ज स्लिप भर रही थी…और स्मृति बाहर ऑटो देख रही थी….कमला राज को सहारा दे कर उठा रही थी…तभी रूम मे एक साया गुजरा….आँखो पे हरी पट्टी और एक पैर पर प्लास्टर…..वो भटक भटक कर चल रहा था……एक हाथ से अपने कंबल और दूसरे हाथ मे एक मजबूत डंडा था……
कमला की नज़र जैसे ही उस शख्स पर पड़ी उसने उसे पहचान लिया……..
कमला: अरे ये तो……………………………………..और वो ज़ोर ज़ोर से हफने लगी…सुनो जी…ये तो अपना…..
राज: अपना क्या………….??? क्या कहना चाह रही हो…
कमला: अरे वो अपना राजेश है….वो देखो जा रहा है…..राजेश……राजेश…..ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी….इतनी ज़ोर ज़ोर से चिल्लने से वन्हा भीड़ इककट्ठि हो गयी……..वो शख्स बिना सुने….बिना पिछे देखे रूम से निकलने मे सफल हो गया……….जब तक रश्मि वन्हा आई वो बंदा जा चूक्का था….
राज: तुम्हे पूरा यकीन है कि वो राजेश ही था….
कमला: हां…भाई…मेने उसे 100% पहचाना है….उसके हाथ पर पट्टी लगी थी और पैर पर प्लास्टर…..और उसकी एक आँख पे हरी पट्टी……………में बहुत चिल्लाई पर उसने पिछे नही देखा
राज: कही वो कोई और हो…….अगर राजेश होता तो ज़रूर पिछे देखता …..ये तुम्हारा बहम होगा.
कमला: अब मे आपको कैसे यकीन दिलवाऊ…..
रश्मि: मे अभी आई..और वो रिसेप्षन पे चली गयी और जाकर पता किया कि एक आदमी जो ब्लंकेट ओढ़े हुए और पैर पर प्लास्टर और आँखो पे पट्टी लगी है….कौन था…..
रेसेप्तों: सॉरी मेडम,….ऐसा कोई इन्फर्मेशन मेरे पास नही है…ये हॉस्पिटल है और यान्हा इस तरह के पेशेंट आते है……………………..और अगर पता लगाना है तो एंक्वाइरी काउंटर पर जाए……
रश्मि ने एंक्वाइरी काउंटर पर भी बात करी…पर उसे कोई सही इन्फर्मेशन नही मिली….थक हार कर रश्मि ने इनस्पेक्टर शर्मा को फोन किया और सभी कुच्छ बता दिया…….
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