01-07-2021, 01:25 PM,
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desiaks
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RE: Kamukta Story प्यास बुझाई नौकर से
रामू धीरे-धीरे अपनी सांसें कंट्रोल में करता है। उसके वीर्य से रूबी की गर्दन और बेडशीट दोनों भीग गये थे। रामू के पूरी तरह शांत होने के बाद रूबी उठती है और अपने को बाथरूम में बंद कर लेती है और गरम पानी से नहाने लगती है।
इधर रामू अपने कपड़े पहनता है और सफाई वगैरा करने लगता है। उनपे कोई शक ना करे इसलिए वो काकरोच स्प्रे भी कर देता है। कुछ देर बाद रूबी बाथरूम से बाहर आती है और फोन चेक करती है और देखती है की लखविंदर का फोन आया था।
रूबी काल बैक करती है और लखविंदर से बातें करने लगती है।
इधर हरदयाल भी वापिस आ जाता है ट्रैक्टर लेकर। राम को मजबूरन काम खतम करने के बाद अपने रूम में जाना पड़ता है। उसे लगता है की आज जिस हिसाब से रूबी गरम हो गई थी और जैसे उसके लण्ड को प्यार दे रही थी, अगर कमलजीत ना होती तो चुदवा ही लेती।
रामू की किश्मत फूटी थी जो लखविंदर का फोन आ गया बीच में, और रूबी वापिस अपने होशो-हवास में वापिस आ गई और उधर से हरदयाल भी तो वापिस आ ही गया था। पर राम इस बात से खुश था की रूबी ने आज उसके लण्ड के दीदार कर लिए थे। इतना तो पक्का था की रूबी अपने दिल से उसके लण्ड को नहीं निकाल पाएगी। उसकी चूत उसका तगड़ा मोटा लण्ड लेने के लिए तड़पेगी जरूर। बस एक मौका मिल जाए जब रूबी अकेली हो घर पे। उसे चाहे जोर जबरदस्ती करनी पड़े वो उसे भोग के ही रहेगा। वैसे भी अब तो रूबी भी खुल चुकी थी उसके साथ, और उसे भोगने में ज्यादा परेशानी नहीं होने वाली थी। बस जैसे तैसे करके उन दोनों को अकेलापन मिल जाए घर में।
इधर रूबी भी पूरा दिन रामू के बारे में सोचती रही। बार-बार उसकी आँखों के सामने रामू का मोटा लंबा लण्ड आ जाता था। जब भी वो राम के लण्ड के बारे में सोचती तो उसके शरीर में कंपकंपी सी छट जाती थी। राम के लण्ड ने उसपे जादू कर दिया था। क्या वो इतना मोटा और लंबा लण्ड झेल भी पाएगी? जब उसने पहली बार लखविंदर का लिया था तो उसे बहुत दर्द हुई थी। पर रामू का तो लखविंदर से तकरीबन दोगुना बड़ा और मोटाई में उसकी कलाई के बराबर था।
रूबी की चूत तो लण्ड लेने के लिए तड़प रही थी पर लण्ड का साइज सोचकर रूबी का दिल बैठा जा रहा था। ऊपर से रूबी यह सोचकर चकित थी की राम का लण्ड वो कितनी देर मसलती रही, पर फिर भी उसे शांत नहीं कर पाई। रामू को खुद कंट्रोल लेना पड़ा अपने हाथ में तब जाकर शांत हुआ। लखविंदर के लण्ड को जब भी । उसने मसला था तो एक मिनट के बाद ही लखविंदर उसके हाथ से लण्ड को छुड़ा लेता था की कही वो झड़ ना जाए। पर राम तो जैसे पक्का खिलाड़ी हो। रूबी चाह कर भी राम के लण्ड से अपना ध्यान हटा नहीं पा रही थी। इसी कशमकश में आज रूबी ने खुद ही रात को खाना खाने के बाद रामू को फोन लगा दिया।
उसे पता था की रूबी आज के बाद खुद को रोक नहीं पाएगी। उसके लण्ड की तो औरतें दीवानी थीं तो रूबी भी कहां रोक सकती थी अपने आपको।
रामू फोन उठकर कहता है- "हाय मेरी जान। आज खुद ही फोन कर लिया."
रूबी- बड़े मूड में हो।
रामू- अरे तुम्हारी आवाज सुनकर मूड खुद ही बन जाता है। और सुनाओ कैसे याद किया?
रूबी- बस वैसे ही। क्यों कर नहीं सकती?
राम- अरे क्यों नहीं मेरी परी। मैं भी तो तुम्हें ही याद कर रहा था की कब फोन आए और बात करें।
रूबी- तुम्हें क्यों लगा मैं फोन करूंगी?
रामू- बस आज दिल ने कहा के आप फोन करोगे।
रूबी- हाँ।
रामू- और सुनाओ दिन कैसा गुजरा?
रूबी- बस ठीक था... और तुम्हारा?
रामू- मेरा तो बहुत बुरा।
रूबी- क्यों?
राम- बस आपके बारे में हो सोचता रहा सारा दिन।
रूबी- अच्छा जी। क्या सोचते रहे?
राम- बस आपकी आँखें, आपका चेहरा, आपके होंठ और आपकी चूत।
रूबी- धत्... बेशर्म।
रामू- अरे मेरी जान अभी भी शर्मा रही हो। चूत में उंगली डलवाकर पानी भी निकाल दिया, अब काहे की शर्म?
वो तो तुम जबरदस्ती करते हो। वर्ना ऐसी थोड़ी कोई हमें वहां पे छू सकता है।
राम- हाँ यह बात तो माननी पड़ेगी की मेरी जान की इजाजत के बिना कोई उसको छु भी नहीं सकता।
रूबी- हाँ।
रामू- कैसा लगा आज? मजा आया ना?
रूबी- हाँ।
रामू- आपने भी मुझे बहुत मजा दिया। आपके हाथों में तो जादू है।
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01-07-2021, 01:26 PM,
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RE: Kamukta Story प्यास बुझाई नौकर से
राम- हाँ यह बात तो माननी पड़ेगी की मेरी जान की इजाजत के बिना कोई उसको छु भी नहीं सकता।
रूबी- हाँ।
रामू- कैसा लगा आज? मजा आया ना?
रूबी- हाँ।
रामू- आपने भी मुझे बहुत मजा दिया। आपके हाथों में तो जादू है।
रूबी शर्माते हुए- “ऐसा क्या जादू है?"
रामू- सच में मेरी जान। तुम्हारे हाथों में तो जादू है। कसम से मैंने इतनी लड़कियों को चोदा है पर मुझे कभी लण्ड इतना सख्त नहीं लगा जितना आपके हाथों में लगा।
रूबी- अच्छा जी।
रामू- हाँ। मेरी तो जान ही निकाल दी अपने। इतने मुलायम हाथ लण्ड को रगड़ रहे थे की मैं तो स्वर्ग में था मानो। अगर आप अपने होंठों का प्यार दे देती तो सोने पे सुहागे वाली बात हो जाती।
रूबी- नहीं जी, वो नहीं हो सकता।
रामू- क्यों?
रूबी- बड़ा है काफी।
रामू रूबी के मुँह से अपने लण्ड की तारीफ सुनकर खुश हो जाता है। रूबी भी आज ज्यादा खुलकर बातें कर रही थी। रामू ने कहा- “मैंने तो पहले ही बोला था की मेरा लण्ड बड़ा है आपके पति से.."
रूबी- तुम झड़े क्यों नहीं?
राम- झड़ तो गया था मेरी जान।
रूबी- नहीं, मेरा मतलब... जब मैं तुम्हारे उसको मसल रही थी तब?
*****
*****
राम शरारत के अंदाज में- “किसको?"
रूबी- तुम्हारे उसको ही।
राम- किसको यार, बताओ ना।
रूबी- तुम्हें पता है... फिर भी जानबूझ कर मेरे से कहलवाना चाहते हो।
रामू- तो बोल दो ना किसको?
रूबी- नहीं, हमें शर्म आती है।
राम- अरे मेरी रानी हाथ में भी पकड़ लिया। मसल भी दिया और नाम लेने से झिझक कैसी? अब बोलो ना... मेरे कान तरस गये हैं तुम्हारे होंठों से सुनने के लिए।
रूबी- तुम नहीं मनोगे। बड़े जिद्दी हो।
रामू- मेरी जान बोलो ना किसको?
रूबी- तुम्हारे ल-ण-ड को।
रामू- आए हाए मेरी रानी। तुम्हारे मुँह से यह शब्द सुनकर मेरा लण्ड टाइट हो गया है। मुआअहह... अब बताओ क्या पूछ रही थी?
रूबी- मैं यह पूछ रही थी की तुम्हारा वो झड़ा नहीं, जब मैं मसल रही थी?
रामू- प्लीज... उसका नाम लेकर बात करो ना?
रूबी- उफफ्फ.. तुम्हारा लण्ड क्यों नहीं झड़ा, जब मैं मसल रही थी? इतनी देर मसला था पर नहीं झड़ा।
रामू- तो क्या लखविंदर का झड़ जाता है इतनी जल्दी?
रूबी- नहीं। पर वो तो एक आधा मिनट ही करने देते हैं, और फिर हाथ से अलग कर देते हैं।
राम- अरे मेरी जान... मालिक अभी कच्चे है काम क्रीड़ा में।।
रूबी- मतलब?
राम- अरे मेरी परी। मर्द के सेक्स की ताकत उसके लण्ड में तो होती ही है, पर उससे ज्यादा उसके दिमाग में होती है।
रूबी- मतलब?
रामू- हमारे बुजुर्ग बोल गये हैं की जिस मर्द ने अपने दिमाग पे काबू रखा, वो औरत को जीत पाता है।
रूबी- मैं समझी नहीं।
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01-07-2021, 01:28 PM,
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RE: Kamukta Story प्यास बुझाई नौकर से
रूबी पर्दे की तरफ देखती है तो सच में वो पूरी तरह खिड़की को ढक नहीं पा रहा था। उसकी बस थोड़ी सी अड्जस्टमेंट करनी पड़नी थी।
रामू- मैंने तुम्हारे नंगे चूतरों को धीमी सी रोशनी में देखा है। बस तब से तुम्हारे चूतरों को देखना चाहता हूँ वो बिल्कुल पास से।
रूबी शर्मा जाती है यह सोचकर की राम ने पास से ना सही, पर डिम लाइट में तो उसके नंगे चूतरों के दीदार कर लिए हैं।
रूबी हँस पड़ती है- "तुम बहुत गंदे हो रामू, जो मेरे कमरे में चोरी-चोरी देखते हो। तुमको शर्म नहीं आती क्या?"
राम- आपसे कैसी शर्म?
दोनों काफी देर तक बातें करते रहते हैं और फिर सो जाते हैं। रूबी जब भी आँख बंद करने की कोशिश करती है, उसके सामने रामू का टाइट लण्ड आ जाता है। हालांकी वो खुद चुदवाना चाहती थी, पर इतना मोटा लण्ड लेने के ख्याल से घबरा जाती है। बड़ी ही मुश्किल से उसको नींद आती है।
उस दिन से रूबी रामू के साथ फोन पे काफी खुल बातें करने लगी थी। अब उन दोनों की प्रेमी प्रेमिका की तरह बातें होती थी और रूबी की शर्म भी काफी हद तक खतम हो गई थी। इधर रामू बस इंतेजार करने लगा की कब उन दोनों को अकेले में टाइम मिल पाए। कुछ दिन गुजरते गये। रूबी और रामू दोनों मिलने के लिए तड़प रहे थे। रूबी के दिल दिमाग दोनों पे बस रामू ही छाया हुआ था। उधर रामू भी किसी तरह दिन काट रहा था। दोनों की नजरें एक दूसरे को ढूँढ़ती रहती थी। फोन पे दोनों रोज ही बात करते थे। लेकिन मिलने का कोई प्लान नहीं बन पा रहा था।
पर एक दिन कुछ ऐसा हआ मानो कदरत खद उन दोनों प्रेम करने वालों का साथ दे रही हो। पड़ोस के गाँव से हरदयाल के दोस्त की रिटायमेंट फंक्सन का इन्विटेशन आ जाता है। हरदयाल का दोस्त खुद पूरी परिवार को इन्वाइट करने घर पे आता है, और उन्हें अगले मंडे घर पे फंक्सन अटेंड करने को बोलता है।
हरदयाल उसके फंक्सन में आने का वादा करता है और रूबी और कमलजीत को फंक्सन के लिए तैयार रहने को कहता है। बातों बातों में रूबी को पता चलता है की वो आदमी हरदयाल का खास दोस्त है और पास के गाँव का है। रात को राम के साथ बातें करते-करते रूबी उसे बताती है की अगले मंडे वो सभी पास के गाँव में फंक्सन अटेंड करने के लिए जा रहे हैं।
राम- तो क्या आप भी जा रही हो?
रूबी- हाँ। पापा का खास दोस्त है, सभी को इन्वाइट किया है।
राम- रूबी जी आप मत जाओ ना।
रूबी- पर मैं कैसे मना करूं| मझे तो पापा ने खुद बोला है चलने को।
राम- इतने टाइम से मिले नहीं हैं हम। आप कोई बहाना बना दो उस दिन।
रूबी जो खुद राम से मिलने के लिए तड़प रही थी उसे समझ में नहीं आता की वो क्या बहाना बनाए।
रामू- फिर दुबारा पता नहीं कब टाइम मिलेगा? आपको कुछ करना होगा।
रूबी- पता नहीं, देखते हैं।
राम अपनी कसमें रूबी को देता है और उससे वादा लेता है की उस दिन वो कोई ना कोई बहाना बनाकर घर पे ही रुक जाएगी। दोनों कुछ देर और बातें करते हैं। इधर रामू डिसाइड करता है की वो अब अपने लण्ड का वीर्य नहीं निकालेगा और उसे रूबी के लिए संभाल के रखेगा, और उन दोनों के पहले मिलन पे रूबी की चूत में अपना गाढ़ा वीर्य डालेगा।
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