Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
05-31-2019, 12:01 PM,
#21
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -15



शास मस्त होकर पायल की चुचियाँ पीने लगा... बीच बीच मैं पायल के होंठ भी चूम लेता था....शास के हाथ पायल के पूरे बदन को सहला रहे थे....पायल डूबती जा रही थी शास के आगोश मैं....उसे तो आज ही पता चल रहा था कि चुदाई मैं इतना मज़ा आता है....शास के हाथ कभी कभी पायल की चूत की क्लिट को मसल देते थे....तो पायल की आअहह निकल जाती थी....उसकी चूत लगातार पानी छोड़ रही थी......तथा चूत के होंठ लपलापा रहे थे.....उसकी चूत लंड लेने के लिए पूरी तरह से तय्यार थी....मगर शास तो किशी धुरन्दर चोदू की तरह पायल को अओर अधिक मस्त करना चाहता था.....पायल का योवेन चालक रहा था....उसकी चुचियाँ भारी अओर सुडोल थी.....उसकी चुचियो के निपल्स अभी डार्क ब्राउन थे....शास कभी कभी पायल की चुचियो के निपल दाँतों (टीत ) मैं दबा देता तो पायल की चीख निकल जाती.....पायल मज़े मैं बड़बड़ाने लगी थी....शास मेरे भाई...मेरे यार....तुम अभी तक कहाँ थे.....मेरी ये चूत कब से तुम्हारे लंड का एंतजार कर रही है......चोद दो अब इसे.....आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईउउउउउम्म्म्म म्‍म्माआअहह...शास मेरी चूत मैं कया कर दिया तुमने......आआआहह कितनी चीटियाँ घुस गयी है इसमे....चूत के अंदर खुजली मची है भाई...मेरे शास....आआहह ईईएसस्स्स्स्सिईईई मगर शास इन सब से बेपरवाह....मस्ती मैं...पायल के पूरे बदन को दबा दबा कर मसल रहा था.....उसके लंड का कड़ा पन बढ़ता ही जा रहा था.....धीरे धीरे शास का मोटा लंड एक गरम लोहे के पाइप की तरह टाइट हो चुक्का था.....

शास....पायल...लो अब तुम इस लंड को मस्त होकर चूसो...मैं मैं तुम्हारी चूत का रस चाट कर देखता हूँ..... अओर शास और पायल 69 की पोज़िशन मैं आ गये थे.........पायल की चूत काफ़ी चिकनी हो चुकी थी....शास ने पायल की चूत की क्लिट पर अपनी जीभ से जोरदार प्रहार करने सुरू कर दिए.....कभी कभी....शास की जीभ पायल की चूत की गहराई मैं घूम रही थी....पायल की सिसकियाँ अब बेकाबू होने लगी थी....कंचन अओर पूजा का ध्यान भी पायल की सिसकियो पर जाने लगा था.....इससे वे भी अओर मस्त होकर भाभी को चूमने अओर मसालने लगी थी....अब पूरे बेडरूम मैं ही सिसकियाँ गूँज रही थी....

शास पायल की जंघे....उसकी चूत चाट रहा था....कभी कभी उसकी जांघों पर दाँतों से प्रहार भी कर रहा था....शास का लंड पायल के मूह मैं फँसा था....उसकी चीख चूऊँ घू मैं दब कर रह जाती थी....शास के हाथ उसके चूतरो...जांघों को सहला रहे थे कभी कभी शास की उंगली......पायल की गान्ड मैं घुस जाती...तो पायल उछल पड़ती थी.....जब भी शास की जीभ उसकी चूत की क्लिट पर दबाव बढ़ती या उसकी जीभ पायल की चूत मैं अंदर घुसती तो पायल की सिसकी बढ़ जाती थी.....उउउउउम्म्म्म्माआअह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईइआआआआउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न्न्नccc cछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अब पायल पूरी तरह एक ज्वाला मुखी की तरह पाक चुकी थी....उसकी चूत अब लंड के बैगेर परेशान हो रहो थी.....ऊवूऊवूयूवुयीयेयीख्ह्ह्ह्स्स्ज़ियीयियीयियी ईयी

पायल.....शास प्ल्ज़ अब इसे चूत मैं डाल ही दो.....मुझा से अब बर्दास्त नही हो रहा है....प्लेआज़ए शास ..........

शास....हां पायल...थोड़ा अओर चूस दो....मज़ा आ रहा है....

पायल...शास मेरी जान जा रही है......प्लेआज़ए ....शास अब अओर नही.....

शास....पायल..तुम्हारी चूत अभी कोरी है...दर्द जीयादा होगा.....थोड़ा अओर खोल दूँ....

पायल...शास...प्ल्ज़ अब अओर नही...बस डाल दो....मेरी बर्दास्त से बाहर हो रहा है...मैं मर जाओंगी....शास मेरी जानू प्ल्ज़ डाल भी दो....पायल की सांसो मैं भी थरथराहट आ चुकी थी...वो अब स्पस्ट नही बोल पा रही थी....उसकी चूत से गरम लावा फुट रहा था....शास की जीभ अओर गहराई तक उसकी चूत को सॉफ कर रही थी.....

गीता...शास...अब रहने भी दो देखो पायल का कया हाल है....अब चोद दो इसकी चूत को.....इसका चेहरा गरम होकर लाल हो चुक्का है...पायल की आँखें बंद हो चली है....अब इस पर अओर ज़ुल्म ना करो.....अओर फिर तुम्हे तो बाकी चूत भी तो चोदनी है.....

शास...अच्छा पायल...आओ....लाओ अब तुम्हारी चूत की गहराई इस लंड से ही नापता हूं.......अब इसकी पयास इस लंड से ही बुझाता हूँ.....

पायल सीधी पीठ पर लेट गयी....उसके पैर को फैल गये....उसकी चूत अब शास को सॉफ नज़र आने लगी....चूत का खुलता बंद होता मूह...शास के लंड को अओर अधिक ताकतवर बना रहा था....शास का लंड भारी ठुमके मार कर चेतावनी दे रहा था....उसका सूपड़ा फूल कर कुप्पा हो गया था..... शास पायल के उपर आ गया अओर पायल की दोनो टाँगे चौड़ी करके अपने लंड को उसकी चूत पर ठीक से अड्जस्ट किया मगर शास के लंड के सूपदे से चूत का मूह काफ़ी छोटा था.....शास समझ गया क़ि पायल चूदवाते हुवे जीयादा परेसान करेगी.....इस लिए शास ने पायल के होंठ अपने मूह मैं ले लिए अओर उसकी दोनो चुचियाँ कस कर थाम ली....अब शास ने अपने चूतर थोडा उप्पेर करके एक जबरदस्त धक्का लगा दिया....एससे पहले की पायल चीखती चिल्लाति शास ने तुरंत ही दूसरा अओर जोरदार धक्का जड़ दिया....आधा लंड पायल की चूत मैं समा गया...अओर पायल की दर्दीली चीख शास के होंठो मैं दब कर रह गयी.....पायल की छटपटाहट उसकी आँखों से बहते आँसू उसकी दसा बता रहे थे......पायल अब दोनो हाथों से शास को पीछे धकेल रही थी...पर शास ने भी हिम्मत नही हारी....उसने तीसरा अओर जोरदार धक्का लगा...दिया...शास का लंड पायल की चूत को फाडता हुवा चूत की गहराई तक समा गया.......पायल दर्द से बेहाल हो गयी थी.....उसकी छोटी सी चूत की दीवारे फट चुकी थी....उसका सारा बदन पसीने से नहा गया था....उसकी आवाज़ उसके हलाक मैं फन्स कर रह गयी थी....अओर उसकी आँखों से झार-झार आँसू बह रहे थे......मगर खिलाड़ी शास ने उसकी चुचियाँ मसलनी जारी रखी....उसके होंठ चूमता रहा....पायल के मूह से घुटि घुटि आवाज़ अब भी निकल रही थी........आआआआआईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईइ ईईइउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.........ज ज्ज्ज्ज्ज्जाआआआआआआआआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल ल्ल्ल्ल्ल्लीईईईईईईईईम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह फफफफफफफफफफ़ाआआआआााअद्द्द्द्द्द्द्द्द्द्दद्ड हहिईीईईईईईईईईईईईईईईयययद्द्द्द्द्द्द्ददडिईईईईईईईईईईईईईईईई ईईईईईईआआआआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउ चहाआआआआईईईईईईईईईहह हह

शास का भारी लंड पायल की बेहद टाइट चूत मैं झटके का रहा था.... लगभत 8-10 मिनूट के बाद शास का लंड धीरे धीरे अंदर बाहर होने लगा था....पायल को लग रहा था मानो उसकी चूत को कोई गरम रोड से फाड़ रहा हो....शास का लंड धीरे धीरे अंदर बाहर हो रहा था अओर पायल की सिसकिया....आआहहुउऊउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईई ईईईईइउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अभी भी गूँज रही थी....आँखूं से आँसू अभी भी बह रहे थे........पायल को नही पता था की इस मज़े की पीछे ये भयंकर दर्द भी है....नही तो सायेद वो इतने भारी लंड को लेने की हिम्मत ना जुटा पाती....मगर अब पछताने से कया लाभ था....अब तो शास का लंड उसकी चूत को फाड़ कर उसमे समा चुक्का था......पायल की हालत ऐसी थी जैसे बकरे ने खुद को कसाई के हवाले कर दिया हो....कि लो मुझे हलाल कर दो.....अओर कसाई ने उसकी गर्देन पर छुरी फेर दी हो....शास ने भी बीना किशी रहम के पायल की चूत को एसे ही बेरहमी से अपने भारी भरकम लंड से फाड़ दी थी......पायल की चूत मैं आसहनीय दर्द हो रहा था अओर शास अपना लंड अंदर बाहर कर रहा था.....

कुछ देर एसे ही गुजर गयी...अब पायल की चूत का दर्द कुछ कम होने लगा था....उसके बदन मैं फिर सिहरन दौड़ने लगी थी...उसकी साँसों मैं गर्मी आ गयी थी....अओर चूत मैं फिर खुजलाहत...चूत फिर पानी छोड़ने लगी थी....अब पायल सातवे आसमान पर सयएएर की ताययरी कर रही थी...धीरे धीरे उसके चूतड़ भी उछलने लगे थे...एसका एहसास करते ही शास की चुदाई की स्पीड बढ़ने लगी थी.....अब फिर एक जोरदार चुदाई शुरू हो चुकी थी.....अओर पायल अओर शास की कामुक सिसकारिया फिर गूंजने लगी थी.....आआअहह प्प्प्पाआअय्य्य्याआअल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल्ल एयाया ल्ल्ल्ल्लीईई आआआआहह......उउउउउम्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह सस्स्शहाआअसस्स्सस्स ब्भ्हाय्या आआअहह है एसे ही... आआअहह अओर ज़ोर से आआआअहह अब चिंता नही.....आआआआहह शास......अओर ज़ोर से....आअस्सीईई फ्फ़ादद्ड़ दे आज एस चूत को आआअहह....हर स्ट्रोकक पर शास का लंड पायल की चूत मैं अंदर बच्चेदानी पर चोट कर रहा था.....तभी पायल की आआहह निकल जाती थी......

गीता....शास भयया....मेरा तो बुरा हाल है....अब जल्दी करो ना.....आअहह अभी हुवा नही है कया....???? उउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म

पायल...भाभी....अभी तो कुछ भी नही हुवा....अभी तक तो बकरा हलाल ही हुवा है....

गीता...अच्छा तुम्हे भी पता चल गया....????

पायल...हां भाभी मेरा दिल ही जानता है...शास का लंड कैसे झेला है....आआआअहह.........पेल दो भाय्या शास आआहह हाई...ऐसे हाई....चोदो....

गीता....पायल अब जल्दी कर ...अभी अओर भी तीन है....???

पायल....उउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म आअहह...प्लेज़ भाभी अभी मत बोलो....आअहह.......मज़ा आ रहा है......अहह अंदर भी सब फाड़ तोड़ दो मेरे राजा मेरे भाई शास.....उउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आआअहह हैं...अओर आअहह.....अओर पायल की साँसे अओर तेज हो चली थी....वह बार बार शास के होंठ चूम रही थी...उसके हाथ शास की पीठ सहला रहे थे....अओर चूतड़ उछाल उछाल कर चुदाई मैं सहयोग कर रही थी.....आख़िर हर तूफान का अंत है....पायल भी चुदाई की आखरी सीढ़ी पर थी....उसका सरीर नीचूड़ने लगा था....आँखें बंद हो गयी, अओर उसने शास को ज़ोर से कस कर भींच लिया था.....शास का लंड तूफान की गति से पायल की चट मैं अंदर बाहर हो रहा था.....अओर पायल.....सातवे स्वर्ग मैं....उसकी चूत ने शास के लंड पर ढेर सारा पानी छोड़ दिया.....पहली चुदाई का पहला....पानी.....पहला स्वर्ग का एहस्सास.....चिपक गयी...शास से पूरी ताक़त से.....उउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म म्‍म्म्ममम के साथ.......अब चेतना वहीं पायल.....समागम की अनंत मस्ती पर......जहाँ पर भूल जाता है सब कुछ.....यही तो है चुदाई का वो प्रेम सुख....जिसके लिए अफ़सराएँ धरती पर चली आई.....शिरफ़ चुदाई के लिए....अओर इस प्रेम सुख की प्राप्ति के लिए......पायल अब निढाल हो चुकी थी.....उसके बदन का जोड़ जोड़ अब थक चुका था.....

पायल...शास भाय्या....अब गीता भैभि की चूत को भी देख लो अओर हो सके तो एक बार अओर.....मेरी चूत मैं भी......

शास...कियूं नही पायल....तेरी चूत एक बार अओर ज़रूर चोदनी है....

शास ने अपना टनतनाया हुवा लंड जैसे ही पायल की चूत से बाहर खींचा....वो अओर बिफर गया....उसका सूपड़ा....पायल की चूत के खून से लाल हो रहा था .....अओर पायल की चूत से पानी मिला हुवा खून निकल रहा था.....शास के लंड ने अभी तक पानी नही छोड़ा था........पायल ने अपनी चूत पर धीरे से हाथ फिराया....अओर चूत से खून निकलता देखा कर........तोड़-फोड़ कर दी शास तुम्हारे इस लंड ने ...देखो...???? पायल हाथ पर लगा खून शास को दिखाते हुवे मुस्कुरई...

शास....अब आगे का रास्ता सॉफ हो गया....अओर वो भी मुस्कुरा दिया.....

गीता...शास प्लेआज़ अब आ भी जाओ....मेरी चूत पाँच बार पानी छोड़ चुकी है....अओर सारा कंचन अओर पूजा पी गयी है....अब इसमे अपना पानी डाल कर इसे भर दो......आओ शास प्लेआज़ जल्दी से.....बस आते ही लंड को चूत मैं डाल दो.....

शास...आया भाभी...ये लंड तो अभी भूखा ही है...अब तो ये तुम्हारी चूत से प्यास भुजाएगा.....ये भी तो तुम्हारी चूत के लिए परेशान है....अओर शास गीता भाभी की टाँगों के बीच सरक आया....शास के लंड को इस भयंकर हालत मैं देखकर कंचन तो डर गयी......

कंचन...शास भाय्या...अब इसे भाभी की चूत मैं डाल कर छोटा कर लो....मेरी चूत तो इसे नही ले पाएगी....ये तो लंड कया...मूसल बना हुवा है....मालूम नही पायल दीदी का कया हाल हुवा होगा......????

शास...घबराओ नही...कंचन...तुम्हे सबसे बाद मैं...ज़रा प्यार से चोदुन्गा.....इस लंड की इच्छा तो तुम्हारी चूत मैं पहले जाने की थी पर अभी तो मैने एस्को मना लिया है.....पर आखरी वार तुम्हारी चूत पर ही होगा...वो भी प्यार से.....

कंचन...पायल दीदी...तुम्हारी चूत से तो खून निकल रहा है...कया दरद तो नही है...

पायल...नही कंचन दरद नही....अब तो ये चूत फिर से तय्यार है...शास भाय्या चाहें तो एक बार अओर एस्की तम्मन्ना है....कंचन ने पायल की चूत को सॉफ किया.....सच बताओ दीदी...तुम्हारी चूत तो पहले से जीयादा सूज गयी है....उपेर से लाल भी है...जैसे खूब पिटाई हुई हो...????

इस पर वहाँ पर सभी मुस्कुरादीए...अओर शास ने अपना लंड गीता की चूत पर अड्जस्ट कर दिया था...गीता की चूत पायल से कुछ बड़ी थी...अओर फूली हुई भी थी....शास के गरम लंड का चूत के द्वार पर टच होते ही....गीता भाभी की आह निकल गयी.......आआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म म्‍म्म्मममम अब शास बस जल्दी से डाल दो....

शास...भाभी चिंता कियूं करती हो....अब तो ये लंड तुम्हारा हुवा.....

भाभी...शास प्लेआज़ अब बर्देस्ट नही हो रहा है....ब्स जल्दी से अंदर करो अब....

शास...भाभी अपना दूध मुझे भी तो पी लेने दो....

भाभी.....उउउउउस्स्स्स्स्स्स्सीईईईएह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्साआआआ तुम तो मुझे मार ही डालोगे......प्लेआज़ शास....अब अओर नही...पहले अंदर डाल दो...उसके बाद पी लेना........चूत के अंदर आग लगी है अओर तुम्हे दूध की पड़ी है....

शास...देख लो भाभी...अगर दूध नही मिलेगा...तो ये लंड कया खाक करेगा...???

भाभी...शास...प्लेआज़ अब अंदर करो ना....अओर भाभी उप्पेर को चूतर उठाने लगी....थी... भाभी की चूत का बुरा हाल था.....भाभी की गहरी साँसे...उनकी उत्तेजना को बयान कर रही थी...भाभी ने शादी से पहले ही समझो लंड का मज़ा ले लिया होगा....शादी के बाद तो अनिल कभी ठीक से कुछ कर ही नही पाया था....भाभी की चूत आज भी भूखी ही थी....वो चूत जिस को रोज गरम होकर बिना पानी छोड़े ही ठंडा होना पड़ता था उसका कया हाल होगा.???? भाबी की उत्तेजना अब चरम पेर थी......अओर उनकी साँसे अब उनका साथ नही दे पा रही थी....उनका चेहरा बिलुल लाल हो चुक्का था अओर चहेरे पर कितने ही भाव आ जा रहे थे....अतियाधिक उत्तेजना के कारण उनकी सिसकियाँ अब गूँज रही थी.....उउउउउउउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह प्लेआज़ शास अब तो मैं मरी ही रही हूँ अब जल्दी करो.........

शास...अच्छा भाभी....लो अभी लो...अओर शास ने पोज़िशन ली....अओर भाभी की दोनो चुचियाँ पकड़ कर एक जोरदार धक्का मार ही दिया....शास का लंड भाभी की चूत मैं एक दो एंच जाकर ही रुक गया....अओर भाभी की जोरदार चीख निकल गयी उउउउउउउउउईईईईईईईईएस्स्स्स्स्सीईईईईइ आआआआहह थी.....भाभी की चूत काफ़ी टाइट थी....सब की नज़रे भाभी के उप्पेर चली गयी....भाभी कुँवारी नही थी,...फिर भी भाभी की चीख.....????

भाभी की आँखों से आँसू निकल आए थे....भाभी को बहुत दर्द हो रहा था....उनकी साँसे फूल गयी थी....शास को बड़ा तरस आया भाभी पर......

शास...भाभी काया निकाल लूँ..????

भाभी...गुस्से मैं भरकर नही शास...बिकुल मत निकालना....तुम इसे जल्दी से -जल्दी अंदर करो....कैसे भी.....

शास...पर भाबी ये लंड आपको बहुत दर्द कर रहा है.....???

भाभी...शास ज़ोर का धक्का मार कर अंदर करो...???

शास...पर भाभी मुझ से आपका दर्द देखा नही जा रहा है.....???

भाभी...मेरी चिंता मत करो...बस जल्दी से इसे पूरा अंदर डालो....मेरे दर्द को भूलकर अपना काम करो....बस ये पूरा अंदर जाना चाहिए आआअहह.....उउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईइउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्माआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह

शास...पर भाभी अभी तो थोड़ा ही गया है...अओर अभी जब आपको इतना कष्ट हो रहा है तो....पूरा जाने पर कैसे....झेल पाओगि.. भाबी...????

भाभी...शास की बात बीच मैं काट कर तुम्है कहा ना जल्दी से पूरा डाल दो....मेरे दर्द की पेरवाह तुम मत करो....??? अभी कुछ देर पहली पायल पर तो दया नही आई थी.....वो तो कुँवारी भी थी....उसकी फाड़ने मैं तो कुछ नही सोचा कि उसका कया हाल हो रहा था..????...अभी तक खून बह रहा है......????

शास... एसीलिए तो भाभी कि मैं जानता था कि वो कुँवारी है...बस एक दो धक्को मैं ही जल्दी से डाल दिया.....मैं जान रहा था कि उससे बहुत दर्द हो रहा है....पर पहली बार तो होता ही है....एसलिए मैं पूरा लंड चूत मैं डालकर ही रुका था...पर भाभी तुम तो कुँवारी नही हो ना....?????????

भाभी...मुझे भी अब कुँवारी ही समझो....कैई साल से इसमे कोई लंड गया ही नही...एस्सीलिए सिकुड कर छोटी हो गयी....बिल्कुल कुँवारी ही की तरह.....खैर तुम चोदो अओर पूरी ताक़त से जल्दी से पूरा लंड ही डाल कर रुकना....???

शास...ठीक है भाभी.......अओर शास ने भाभी के दोनो पैर उठाकर अपने कंधों पर रखा लिए...अब भाभी के कूल्हे पकड़ कर एक जोरदार शाट मारा तो आधा लंड भाभी की चूत मैं घुस गया.....आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्सीईईईइ भाभी की चीख निकली ही थी की शास का दूसरा वार हो गया....अओर शास का लंड सीधा जाकर भाभी की बच्चेदानी से टकरा गया....उउउउउउईईईईईईईसीईईईईईईईआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मार डाला आआआअहह उउउउउउउउउउउम्म्माआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईईईईईइ भाभी....शास रुक जाओ बस अब अओर नही.....भाभी का दर्द उनकी सहन शक्ति से बाहर हो गया था.......उउउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्सीईईईउउउउउउम्म्म्म्म्ह्ह्ह...

शास..मगर भाभी अभी तो थोड़ा सा बाहर ही है...लगभग एक एंच तो होगा....ये भी तो अंदर डाल दूँ...उसके बाद ही ..........????

भाभी...नही शास ...अब अओर अंदर नही जाएगा.....आआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्सीईईइउउउउउउईई..............आआआआहह

शास...मगर भाबी....पूरा अंदर नही जाएगा....तो फिर कैसे......????

भाभी...अपनेई आँखों से पानी (आँसू) पूछते हुवे....उउम्म्म्म्स्स्सीईईईईईएआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अब अओर नही जा पाएगा....शास....तुम्हारा लंड लंबा ही इतना है कि पूरी गहराई....नाप कर भी बच गया तो मैं कया करूँ.....अंदर बच्चेदानी को तो ठोकर मार रहा है.....

शास...नही भाबी मेरा लंड इतना बड़ा नही है....तुम्हारी गहराई सायेद कम है....वेर्ना...अभी पायल दीदी ,पहले सीमा अओर पूजा ने भी तो पूरा का पूरा लंड अंदर लिया है....
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05-31-2019, 12:02 PM,
#22
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -16

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा चुदाई का सिलसिला पार्ट -16 लेकर हाजिर हूँ

गतान्क से आगे.......

पायल अओर पूजा एक साथ बोल उठी....नही भाभी हुमारी बूच्छेड़ानी पर भी इसका लंड ठोकर मार रहा था......बड़ी मुस्किल से संभाला था.....बस हम ही जानते है....वो तो बाद मैं जब मज़ा चुदाई का सिलसिला पार्ट -16

आने लगा....तब जाकर कहीं उस ठोकर को बर्दास्त कर पाए थे......

भाभी...कोई बात नही शास....तुम थोड़ी देर रुक जाओ....तुम्हे दूध पीना था ना....अब थोड़ी देर जी भरकर दूध पी लो......उउउउईईएस्स्स्सीईईईआआअह्ह्ह्ह्ह्ह....भाबी ने कप्कपाती आवाज़ मैं कहा......भाभी अपने साँसे नॉर्मल करने की कोशिस कर रही थी......पर दर्द अभी भी...उनकी बर्दास्त से बाहर था....अओर उनकी सिसकारिया लगातार जारी थी....अपने होंठ अओर हाथों की मुठ्ठिया बंद कर वो दर्द पर काबू करने का परियास कर रही थी.....मन ही मन भाभी सोच रही थी इतना दर्द तो उसे पहली बार भी नही हुवा था....इस शास का लंड कुछ जीयादा ही बड़ा अओर भारी है......अओर अपने आसू रोकने की कोशिस करती रही.......

उधर शास अपनी मस्ती मैं भाभी की चुचिय्या मसल मसल कर पीने मैं मस्त हो गया...वेशे भी उससे चुचियाँ पीने मैं मज़ा भी तो बहुत ही आता था....उसके हाथ भाभी की चुचिय्यों को कभी कभी बेरहमी से मसल भी देते थे.....जिससे भाभी की सिसकी अओर ज़ोर से निकल जाती थी.....आआआहह

शास...कया हुवा भाभी.....????

भाभी...एटनी बेरहमी से नही....शास थोड़ा धीरे से चुचियो को दबाओ.....दर्द होता है....वैसे ही तुम्हारे लंड ने तो मेरी जान ही निकाल दी......

शास...भाभी थोड़ी देर रुक जाऊ ....आप ही कहेंगी....कि शास अपने लंड को अओर लंबा अओर मोटा करके चोदो.....????

भाभी...सिसकियो के बीच भाभी के होंठो पर मुस्कान आ गयी थी....नही शास मेरी चूत मैं आगे गूंजाएस ही नही है.....अओर अभी तो तुम्हारा पूरा गया भी नही है......???

शास...हां ये तो है भाभी...अभी तो लगभत एक एंच तो बाहर होगा ही......

भाभी...बस इसे तो बाहर ही रहने देना...नही तो मेरी तो बच्चेदनि भी एक एंच अओर अंदर सरक जाएगी.....

शास...कुछ नही होगा भाभी....अओर शास भाभी के कोमल होंठो को चूसने लगा.....अओर चुचियो को सहलाता रहा.......कुछ देर ऐसे ही गुजर गये....उधर पूजा,पायल अओर कंचन आपेस मैं ही मज़े ले रही थी.... कंचन अब पायल की चूत को धीरे धीरे सहला रही थी अओर पायल पूजा की चूत को चाट चाट कर मज़ा ले रही थी....पूजा भी कहाँ पीछे थी...वो कंचन की कोरी सॉलिड टाइट चुचिय्यों को मसल मसल कर पी रही थी.....अओर उनकी सिसकियाँ चुदाई के इस महॉल मैं चार चाँद लगा रही थी.....उउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह आआअccccछ्ह्ह्ह्ह्हाआआउउउउउउउउउउउउउईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईआआह्ह्ह्ह की धून वहाँ पर लगातार गूँज रही थी...एससे शास का लंड भाभी की चूत मैं ही झटके मार मार कर डॅन्स कर रहा था.......अओर अब तो शास का लंड थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर भी होने लगा था......भाभी का दर्द भी कुछ कम हो चला था....वो भी शास की कमर अओर कभी कभी उसके चूतरो पर हाथ फेर रही थी....शास भी मज़े मैं कभी भाभी के होंठ अओर कभी भाभी की चुचिय्या पी रहा था.....

अब भाभी भी शास का सहयोग करने लगी थी....भाभी ने शास की जीभ को अपने मूह मैं लेकर चूसना सुरू कर दिया था....शास भी इसका आनंद उठा रहा था....

शास...भाभी शुरू करूँ कया.....???? अब मुझ से भी रुका नही जा रहा है....ये लंड अब मुझे बहुत परेशान कर रहा है....अब वो भी एक बार खाली होना चाहता है.....बहुत अकड़ चुक्का है.......

भाभी...हां शास अभी ज़रा धीरे धीरे ही करना....???

शास...ठीक है भाभी...अओर शास ने अपने लंड को भाबी की चूत मैं अंदर बाहर करना सुरू कर दिया था....मगर शास का लंड शास को पेरेशान कर रहा था....वो पूरा अंदर जाना चाहता था....पर भाभी की चूत एसके लिए अभी तय्यार नही थी....हां भाभी का दर्द अब काफ़ी कम हो गया था....अओर वे भी अब मज़े मैं आने लगी थी.....उनकी चूत ने एक बार फिर पानी छोड़ना शुरू कर दिया था...जिससे उनकी चूत अओर भी लूब्रिकेटेड हो चुकी थी अओर शास का लंड अब आसानी से अंदर बाहर हो रहा था.......शास के स्पीड बढ़ने लगी थी....अओर भाभी भी अब पूरे चुदाइ के मूड मैं आ गयी थी.....अब उनकी उत्तेजना की सिसकियाँ शुरू होने लगी थी....उउउउम्म्म्म्म आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईइ आआआआआआआआआअहह शास का लंड अब पिस्टन की तरह तेज़ी से अंदर बाहर होने लगा था.....पर जो लंड अभी अंदर नही गया था....वो मज़े को अधूरा ही किए हुवे था.....तभी जोश मैं शास...के लंड के स्पीड धक्को मैं बदल गयी अओर एक जोरदार शाट मैं पूरा लंड भाभी की चूत मैं समा गया अओर भाभी की जोरदार चीख निकल गयी उउउउउउउउउउउईईईईईईईईएस्सीईईईईईईईईईईईईआआआआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मर गयी..............उउउउउउउउउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईईईईइआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मगर शास का लंड तो अपना काम कर चुक्का था.....शास ने भाभी को बाँहो मैं पूरी तरह से जाकड़ लिया था....अओर बिना रुके ही दनादेन धक्के पे धक्के लगा रहा था......जो सीधे जाकर भाभी की बच्चेदानि को चोट पहुँचा रहे थे....कुछ देर तो भाभी से दर्द से कराहती रही..ओर फिर.उनकी सिसकिययान गूँजती रही......पर कुछ देर बाद अब भाभी एक बार फिर एन धक्को को झेलने की लिए तय्यार हो चुकी थी......जब भी शास का लंड जाकर भाभी की बच्चेदनि को ठोकर मारता तो भाभी की उत्तेजीना अओर बढ़ जाती थी....उनकी सिसकियाँ अओर तेज होने लगी.....चूत से बराबर पानी बह.बह कर उसे अओर लूब्रिकेट कर रहा था....हर धक्के पर भाभी की सिसकारी निकल रही थी......आआअह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउईईईएस्स्स्सीईईईइआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह पर अब तो भाभी के चूतड़ उछाल भरने लगे थी.....भाभी चूतड़ उछल उछाल कर अब पूरा लंड ले रही थी.....शास भी पूरे मज़े मैं आ चुक्का था.....उसका लंड किशी पिस्टन की तरह तेज़ी से अंदर बाहर होकर ठोकर मार रहा था.....भाभी अब अपनी उत्तेजना के चरम पर पहुँच चुकी थी....उनके होंठो ने बड़बड़ाना शुरू कर दिया था......चोदो मेरे राजा....आआआआअहह हाई एसे ही ....आआअहह हाई शास ज़रा थोडा अओर....अंदर आआहह फाड़ डालो आज एसे.....आआअहह बहुत तरसाया है......शास तुम्हारे लंड ने आज सारे आरमान पूरे कर दिए.....आआआहह......चोदो अओर ज़ोर से....उउउउउउईईएस्स्स्स्सीईईईईइ आआअहह...भाभी..के हाथ शास पर पकड़ मजबूत करने लगे थे.....उनके जिस्म मैं लाखो बिजलिया कोंधने लगी थी....आज बरसो के बाद उनका जिस्म अब एन्ठने लगा था.....साँसे तेज अओर तेज गरम साँसे.....अब भाभी का मूह शास की गर्देन मैं जा छुपा था.....आज वो पूरी तरह से नीचूड़ जाना चाहती थी....फिर वो पल भी आया.....भाभी की चूत से जवाला मुखी फट पड़ा.....गरम लावा शास के लंड पर बौछार करने लगा...भाभी चेतना सुन्य सी हो गयी...बस उनका बंधन शास पर पूरी तरह से कस गया.....ऊवूऊवूयूवूऊवूऊवूऊवूऊवम्म्म्म्म्म्मायायायेयात्त्त शास मैं तो गइईईईईईईईईईई उउउउउस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईउउउउउउउउउउन्न्न्न्न्नाआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.उउउउउउउउउउउन्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्न्नाआआआआआआआआ...शास भी अब तका चरम पर आ चुक्का था...शास ने भाभी को अओर जाकड़ लिया.....लो भाभी ये भी लो आआआआहह आआअसस्स्स्सिईईईईई आआआहह मैं भी आआआययययययाआआ भाभी.....आआआआहह ये लो.....आआआहओर शास के लंड ने भाभी के बच्चेदनि के खुलते बंद होते मुह पर तेज पिचकारी छोड़ दी.....जो सीधे भाभी की बच्चेदनि मैं दाखिल हो गयी.....गरम गरम वीर्या भाभी की चूत अओर बच्चेदनि मैं गिरा...भाभी ने शास को अओर ज़ोर से जाकड़ लिया.....दोनो अब हक़ीकत से दूर बहुत दूर....तारो की दुनिया मैं सातवे आसमान पर स्वेर्ग मैं तेर रहे थे.....शास का लंड रुक..रुक कर पिचकारी भाभी की चूत मैं छोड़ रहा था... अओर भाभी की चूत के गरम लावा से मिकर उसे एक अपार सन्तुस्ति दे रहा था.......दोनो यूँ ही चिपके रहे....एक दूसरी की बाहों मैं....बस अगर कुछ चल रहा था तो उनकी तेज साँसे अओर उनकी सिसकारिया.......आआआऔउउउईईईईईईईईऊऊऊऊऊओआआआआआऐईईईईईईइह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआआ आआआआआआआआआअईईईईईईईईईईईईईआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह......................दूर तक बहुत दूर तक.......गहरी सिसकारी........आआआआआआआआआआआहह ऊवूऊवूयूवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म अओर दोनो एसे ही पड़े रहे कुछ देर अओर .......शास का पूरा लंड भाभी की चूत मैं जाड तक समाया था.....अओर भाभी....उससे अओर अंदर ले रही थी अंतिम छोर तक.......बच्चेदानि ने भी अंदर को...अओर अंदर को सरक कर रास्ता दे दिया था.....शास के लंड को....समा जाने के लिए....पूरी तरह से.........उउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म...... आआआआआहह ऊऊऊऊऊऊऊऊह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म.. की सिसकियाँ अभी तक चल रही थी......लगभग 10-15 मिनिट्स तक यू ही.........

पड़े रहेने के बाद उनकी पकड़ कुछ ढीली हुई.... अओर भाभी अओर शास ने एक दूसरे के होंठो को चूमना शुरू कर दिया.....उन्होने आज उस परम आनंद का सच अनुभव किया था.....जिसका अनुभव रति अओर कामदेव किया करते थे....भाभी के चेहरे पर परम सन्तुस्ति के भाव दूर से ही नज़र आ रहे थे....मानो उन्होने आज अपनी मंज़िल को पा लिया हो......अभी भी उनके जिस्म मैं शिहरन से दौड़ जाती थी......उन्होने एक बार फिर शास को बाहों मैं भरकर चूतर को उप्पेर को उछाल दिया....जिससे उनकी चूत मैं फँसा शास का लंड एक बार फिर उनकी बच्चेदनि से टकरा गया....उउउउउउउईईईईईईम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्कि सिसकारी के साथ ही वे शास की आँखों मैं देखकर मुस्कुरा दी.....एस पर शास भी मुस्कुरा दिया थाअ........भाभी के सरीर मैं आज एक अजीब सी हलचल थी...जिससे वे अभी भी प्रेंसुख से आँखें बंद कर लेट गयी थी........

पूजा...भाभी....ये तो कोई बात नही हुई....???

गीता....आँखें खोलकर...कया हुवा दीदी....???

पूजा...आप तो शास को छोड़ने के लिए तय्यार ही नही है.....कया आप को मौलूम नही है कि अब मेरा नंबर है....इस चूत का हाल तो देखो....पायल ने चाट चाट कर इसे सुर्ख लाल बना दिया है....अब एसे भी लंड की ज़बरदस्त चाह हो रही है....मगर आप तो आज शास के लंड को छोड़ने को तय्यार ही नही हो भाभी....

गीता...आज बड़ी मुद्दत के बाद या यू कहो कि आज तो पहली बार ही सच्ची चुदाई का आनंद आया है...मन ही नही कर रहा है....इस लंड को बहार निकालने का....

पूजा...भाभी प्लीज़....अब छोड़ दो....एस पर भी तरस खाओ....कैई दीनो की भूखी है ये भी.....लाओ शास अब अपना लंड भाभी की चूत से निकालो....अओर मुझे दो.....देखू तो भाभी ने कहीं पूरा तो नही चूस लिया है.....????

शास...नही पूजा तुम्हारी लिए अभी बहुत माल है इसमे....चिंता मत करो.....

पूजा... पूजा अब तक गीता भाभी अओर शास के पास आ गयी थी....आरे तुम तो कुत्ते अओर कुतियाँ की तरह अभी तक जुड़े ही पड़े हो....हँसती हुई....चलो शास बाहर तो खिँचो...देखूं तो....तुमने भाभी के अंदर कया छोड़ दिया जो भाभी आज इतना खुस हो गयी है......???

शास...लो पूजा देख लो....अओर शास ने अपना लंड भाभी की चूत से बाहर खिच लिया.....वो एक फुच...की आवाज़ के साथ बाहर निकाला....पूरा लंड वीर्य से भंडा हुवा था....अओर अभी तक कुछ कड़ा ही था....भाभी की लाल-लाल हो चुकी चूत से सफेद वीर्य बाहर निकालने लगा......तभी पायल भी वहाँ पर आ गयी थी....

पायल...भाभी तुम्हारी छूट से शास भाय्या का माल निकल रहा है....काया मैं तुम्हारी छूट को छत सकती हून....?????

गीता भाभी...हां...कियूं नही...चाट लो.....

पायल.... भाभी की चूत चाटने मैं मस्त हो गयी....वाह भाबी कया माल है....वेरी टेस्टी टेस्टी.....उउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह मज़ा आ गया.......

भाभी....पायल ज़रा सा उंगली चूत मैं देकर मुझे भी तो चटा दे.....मैं भी तो टेस्ट कर लूँ.....????

पायल...हां कियूं नही...अओर पायल ने भाभी की चूत मैं एक उंगली सरका दी....भाभी उउउउउउईईईम्म्म्म्म के साथ उप्पेर को सरकने लगी....

पायल...कया हुवा भाभी....????

भाभी....शास ने भारी भरकम लंड से चोद चोद कर दुखा जो दी है....

पायल....उंगली भाभी के होंठो पर लगा कर....लो भाभी टेस्ट कर लो....????

भाभी....उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म....वाह....रीयली कया टेस्टी है.....अबकी बार तुम्हारी चूत को मैं ही सॉफ करूँगी.....अओर पायल की आँखों मैं झाँकते हुवे भाभी मुस्कुराने लगी थी........

पूजा ने शास के लंड को भाभी की चूत से बाहर निकालते ही पकड़ लिया अओर अपने होंठो मैं ले लिया था.....पूजा शास के लंड को मस्त होकर कुलफी की तरह से चूम अओर चाट रही था.....जिससे शास के लंड मैं फिर से हरकत होने लगी थी.....उसमे फिर गरम खून दौड़ने लगा था.....अओर साइज़ फिर बढ़ने लगा था.....पूजा ने चाट चाट कर पूरी तरह से सॉफ कर दिया था......

पूजा...शास अब मेरी चूत मैं एसे बस एक दम डाल दो....मुझ से तो बिल्कुल रुका नही जा रहा है......????

भाभी...पूजा अभी रूको ज़रा...देखती नही हो....शास ने अभी दो.दो....चूत को चोदा है....वो भी थक गया होगा....पायल अओर कंचन जब तक किचन से शास के लिए दूध गरम करके लाती है....तब तक तुम एनके लंड से बस खेलती रहो....तुम्हारी चूत को मैं देख लेती हूँ......पायल जाओ ज़रा शास के लिए एक गिलास गरम दूध तो लेकर आओ.....पायल अओर कंचन किचन मैं चली गयी.....

पूजा....भाभी...मेरी चूत तो कई बार झाड़ चुकी है....पायल ने चाट चाट कर बुरा हाल कर दिया....पानी लगातार बह रहा है....अब तो शास का लंड ही एसे आराम दे सकता है.....????

गीता...मैने कब मना किया...पर ज़रा रूको तो.....शास भाय्या भी तो थक गये होंगे ना...????

शास...भाभी पूजा की चूत का तो ये लंड दीवाना है....एस्की चूत मैं तो ये सोता हुवा भी घुस जाएगा....

भाभी...अच्छा जी....एक बार की चुदाई मैं ही एसे पूजा की चूत इतनी पसंद आ गयी है.....??????
Reply
05-31-2019, 12:02 PM,
#23
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -17

दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा चुदाई का सिलसिला पार्ट -17 लेकर हाजिर हूँ

शास....भाभी चूत तो तुम्हारी भी कम नही है...बहुत ही टाइट है....पर पूजा ने जब लंड को मज़ा दिया था....जब अओर कोई वहाँ पर इसका ध्यान रखने वाला नही था......इस लिए जो बुरे वकत मैं काम आ जाए उससे कभी मत भूलो....???? एसलिए ये लंड तो हमेशा पूजा की चूत का एहश्ान्मंद ही रहेगा ना भाभी...????

भाभी...हां ये तो है पूजा की चूत का एहश्ां है तुम्हारेइसएस लंड पर....पर आज इसकी ऐसी चुदाई करो....कि ये खुस हो जाए....अओर इसका एह्शान उतर जाए....????

तब तक पायल अओर कंचन शास के लिए दूध लेकर वापस आ गयी थी....शास ने पायल से दूध लेकर एक ही साँस मैं ख़तम कर दिया.....

भाभी...बहुत जल्दी है शास....पूजा को चोदने की....????

शास...भाभी अभी बताया था ना...पूजा की चूत का एह्शान है इस लंड पर......

भाभी...तो कया आज पूजा की चूत को फाड़ने का इरादा है......?????

शास... नही भाभी....अभी पूजा के बाद कंचन की कुँवारी छोटी से चूत भी तो लंड का एंतजार कर रही है.....अओर फिर उसके बाद आपको तो एक बार अओर चोदना चाहता हूँ भाभी....

पायल...अओर मुझे.....????

इस पर फिर सभी एक साथ हंस पड़े..................

शास...पायल तुम कियूं चिंता करती हो....कल तुम्हारी चूत की एच्छा पूरी कर दूँगा....

पायल...पर शास भाय्या....कया कल तक ये चूत एंतजार कर पाएगी....इसमें तो अभी से खुजली मची है.....????

शास...पूजा से पूछ लो....मैं तो तुम्हारी चूत को ही पहले, एक बार अओर चोद देता हूँ....

पूजा....शास जब पायल का ये हाल है....तो 10 मिनूट इसे दे ही दो....इसकी खुजली मिटा कर फिर आराम से ही इस चूत को चोदना....

कंचन...आप सभी आपनी आपनी सोच रहे है...अओर ये चूत कब तक एंतजार करेगी....????

शास...कंचन ये दोनो पहले चुदवा चुकी है...अब एन्हे जीयादा देर नही लगेगी....अओर फिर इनकी चूत तो पहले ही पानी चोदने को तय्यार है....बस लंड का साथ मिल जाए....

कंचन...ठीक है...मैं तो अओर एंतजार कर लूँगी...पहले एँकी ही चोद दो....

शास...हां तो पहले पूजा या पायल....???

पूजा...पहले पायल को ही चोद दो एक बार अओर.....

शास...आओ पायल...

पायल...आना जाना कया है....चूत तो मेरी कंचन ने सहला-सहला कर तय्यार कर रखी है....बस जल्दी से अंदर करो....अओर बस.....

शास....पायल की टाँगों के बीच आया...अओर लंड का सूपड़ा....उसकी चूत के छेद पर रख दिया....उउउउउउउउउउईईईईईईईई उउउउउउउउउउम्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह शास का लंड चूत पर लगते ही पायल मज़े मैं आ गयी थी......पर अभी तक दुख रही थी....शास ने पायल की दोनो टाइट बिग.बूब्स अपने हाथों मैं लिए अओर एक हल्का सा धक्का लगा दिया.....उउउउउउउउईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईआआआआआआम्म्म्म्म्म्म्म से चीख पायल के मूह से निकल गयी....

शास...कया हुवा पायल...????

पायल...कुछ नही...पहले से ही फाड़ जो रखी है....कुछ तो दर्द होगा ही ना....???

शास...तो फिर तुम पूरी तरह से तय्यार हो....????

पायल...हां शास...चोद डालो....जो होगा देखा जाएगा.....शास के लंड का सूपड़ा तो पहले ही पायल की चूत मैं था......अब शास ने हल्के-हल्के धक्को से लंड को अंदर करने लगा था....कुछ ही देर मैं पूरा लंड पायल की चूत मैं समा गया..........एस बार पायल को कुछ कम दर्द हुवा....अओर शास ने भी तो लंड को धीरे धीरे ही डाला था.....शास पायल की बिग.बूब्स को मस्ती मैं पीते हुवे लंड को अंदर बाहर करने ल्गा था.....तभी पायल ने शास का चेहरा अपने हाथों मैं लेकर उसके होंठ चूमने शुरू कर दिए अओर अपनी जीभ शास के मूह मैं डाल दी....शास के हाथ पायल की चुचिय्यों को मसल रहे थे...अओर शास पायल की जीभ को चूस रहा था.....लंड पिस्टन की तरह चूत मैं अंदर बाहर हो रहा था.....

भाभी...पूजा तुम्हारी चूत की शास बड़ी तारीफ्फ कर रहा है...ला मैं भी तो देखो...कैससी है....

पूजा...ने अपने दोनो पैर चौड़े कर फैला दिए...लो भाभी...अगर आप थोडा चाट दो तो मुझे अच्छा लगेगा.....अओर भाभी ने पूजा की चूत को देखा...वास्तव मैं उसकी लालिमा भाभी को भी लुभाने लगी थी.....अओर भाभी ने पूजा की चूत को चाट कर अपनी जीभ पूजा की चूत मैं डाल दी....उउउउउउईईईउउउउउम्म्म्म्माआअह्ह्ह.. पूजा की सिसकारी निकल गयी....अओर भाभी मज़े से पूजा की चूत से खेलने लगी थी..... भाभी पूजा की चूत मैं मैं जीभ डालकर चारों अओर घुमा-घुमा कर चूत चाट रही थी.....कभी कभी क्लिट पर भी जीभ फेर रही थी.....अब भाभी ने पूजा की चुचिय्या मसल मसल कर चूत चाट रही थी....पूजा की जंघें बड़ी ही सॉलिड गदराई हुई थी....उनको चूमने अओर चाटने से भी भाभी को बड़ा सुक्ख मिल रहा था......थोड़ी ही देर मैं पूजा की चूत ने पानी छोड़ दिया अओर चूत का पानी एक लहर की तरह से भाभी के चेहरे पर गिरा कुछ उनके मूह मैं भी गिरा.....

भाभी...पूजा बाते नही तुमने....की तुम्हारी चूत छूटने वाली है.....मैं पूरी चूत को मूह मैं भर लेती....ये डेलीशियस जल बेकार तो नही जाता.....कंचन...बेकार कहाँ जाएगा....लाओ मैं तुम्हार चेहरा चाट कर सॉफ कर देती हूँ.....

पूजा...मस्ती अओर मज़े मैं कुछ नज़र ही नही आया....बस पानी छूट गया....

उधर शास का लंड पायल की चूत को चोद चोद कर उसका भोसड़ा बनाने मैं लगा था.....अओर पायल भी चूतड़ उछाल उछाल कर पूरा लंड ले रही थी....उसकी बच्चेदनि भी लंड की ठोकर खा-खा कर घायल हो चुकी थी.....पर पायल को अब मज़े के सिवाय कुछ भी नज़र नही आ रहा था......अब पायल पानी छोड़ने के लिए पूरी तरह से तय्यार हो चुकी थी.....उसके चूतड़ तेज़ी से उछाल रहे थे ....पायल के सरीर मैं लाखों चीटियो एक साथ दौड़ने लगी थी.....पायल की चूत की गर्मी से शास का लंड भी पिघलने लगा था.....जियों-जियों शास के लंड की स्पीड बाद रही थी....वैसे वैसे शास के लंड ने भी पायल की चूत को पानी(वीर्या) से भरने की सोच ली थी....हर धक्के के साथ शास अओर पायल के सरीर मैं बिजलियाँ दौड़ने लगी थी....उनकी साँसे अनियंत्रित होने लैगी थी.....जैसे कोई भयंकर तूफान आने ही वाला हो......शास के लंड ने पायल की टाइट चूत को दूसरी ही चुदाई मैं भोसड़ा बनाने मैं कोई कसर नही छोड़ी थी.....हर धक्के पर पायल अओर शास की सिसकारियाँ गूंजने लगी थी.....आआआअहह....उउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म.....स्स्स्सीईईईईईइउउउउउउउउएउईईउउउउcccछ्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म............आआआईईईईईआआआआआआआहूऊऊऊऊऊईईईईईईईईईईईई

पायल....आआआअहह शास आआआहह अओर ज़ोर से फाड़ डालो.....उउउउम्म्म्म्म

शास...ये ले.....अओर ले.....शास लंड को बाहर खिच-खिच कर धक्को की बौछार कर रहा था......अओर हर धक्के पर पायल उछल जाती थी.....उनके सरिरों का मानो लावा बन चुक्का हो.....अओर सारा सरीर नीचूड़ कर पायल की चूत मैं गिरने ही वाला हो.........पायल के हाथ जो शास के बदन पर तेज़ी से घूम रहे थे....अब वे शास के बदन पर कसाव बढ़ने लगे थे.....शास को खिच कर अपने सरीर मैं लेना चाह रहे थे......तूफान चरम पर था.. बाँध टूटने ही वाला था......पायल समा जाना चाहती थी शास मैं.....उसकी चूत शास के लंड की लंबाई....उसके धक्को की मार से अब चीखती नही थी....हां सिसकारियाँ निकल रही थी.....शायद यही हाल अब शास का भी हो चुक्का था.....उसका लंड भी आज पायल की कुँवारी चूत को अपने पानी से भर देना चाहता था.......

पायल...शास मुझे अब कुछ होने ही वाला है.....उउउउउम्म्म्माआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह शास मुझे ये कया हो रहा है.....आआआआहह......आआआईईई ऊऊऊउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और पायल की आँखें पूरी तरह से बंद हो गयी....अब वो सातवे आसमान पर थी.....सभी अहसासो से दूर एक मस्ती एक शुरूर मे डूबी हुई....जहाँ पर सिरफ़ सुन्य (ज़ीरो) ही होता है.......अब उसने शास को अपनी बाँहो मैं पूरी तरह से पूरी ताक़त से जाकड़ लिया था.....बाँध टूट चुक्का था.....अओर पायल की चूत मैं पूरे सरीर से नीचड़ा हुवा लावा ..... पहला .... गरम लावा.....शास के लंड पर फूट पड़ा...जिसकी गर्माहट को शास का लंड भी बर्दास्त नही कर पाया....अओर शास के लंड ने भी फूटने की तय्यारी मैं...अपनी स्पीड बढ़ा दी...बंधन टाइट हो गये....उउउउउउउउम्म्म्म्माआअह्ह्ह्ह....की सिसकी से साथ ही कुछ ही पलों मैं शास के लंड ने भारी अओर तेज पिचकारी पायल की चूत मैं छोड़ .........झटको के साथ उसकी कई पिचकारी पायल की चूत मैं गिरी.... ....उउउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊऊऊईईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईइआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह के साथ पायल अओर शास एक दूसरे से एसे चिपक गये.....मानो उन्हे अब कभी दूर नही होना है......पायल ने एस मस्ती को पहली बार ही एंजाय किया था.....अभी भी शास का लंड रुक रुक कर कई धक्के पायल की चूत मैं लगा रहा था.....उउउउउम्म्म्म्म आआआआहूऊऊऊऊऊईईईईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईईईईईई की धून पर धीरे धीरे दोनो शांत होने लगे थे.....पर अभी भी वे सातवे आसमान पर दुनिया से दूर.....एक दूसरे की बाँहो मैं बँधे..... शास के लंड से रुक रुक कर पायल की चूत मैं पिचकारी....आआआआआआआआहह.........अभी भी छूट जाती थी....जो सीधे पायल की बच्चेय्दनि पर ही पड़ रही थी.........

कई मिनिट्स तक दोनो एसे ही लेते रहे...जब तक पूजा ने उन्हे हिला कर नही उठाया.....

पूजा....काया हुवा सो गये काया.....???

पायल....स्वर्ग से लौटे हूँ....कसमसे!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!!

शास का लंड अभी भी पायल की चूत मैं ही फँसा था....पायल तो निहाल हो गयी थी.....इस परम सुख की तो उसने कल्पना भी नही की थी.....जो उसे आज शास ने चोद कर दिया था.....पायल शास को बाँहो मैं लिए हुवे ही शास को चूमने लगी थी.....जैसे आज उसने आपने साजन के साथ सुहग्रात का आनंद लिया हो....अओर वह उस पर नीवछावेर हो जाना चाहती हो.......

कंचन...पायल दीदी....???? अभी अओर भी एंतजार मैं है......अब तो इस लंड को खाली छोड़ दो....

पूजा...हां पायल....अब मेरी चूत से रुका नही जा रहा है....भाभी ने भी चाट चाट कर दो बार पानी निकाल दिया.....पर बिना शास के लंड की चुदाई को वो मज़ा कहाँ आता है......शास अब तो लंड को बाहर निकाल लो...????

शास...पूजा इस लंड को भी तो ज़रा पायल की मखखनी सी चूत का थोड़ा पानी पी लेने दो...???

पूजा...शास अब इस लंड को जीयादा पानी ना पीलाओ....मेरी चूत तो बर्दास्त नही कर पाएगी.....पहले से ही बहुत बड़ा है....पानी पीकर तो अओर बड़ा हो जाएगा.....पूजा ने मुस्कुरकर कहा.....

शास...कियूं पूजा तुम्है बड़ा लंड नही चाहिए...????

पूजा...बड़ा तो चाहिए...पर तुम्हारा तो पहले ही गधे जैसा है....अब कया इसे हाथी (एलिफेंट) का लंड बनाने का इरादा है.....????

शास....हां है तो....कया लोगि उससे...???

पूजा...कया मारने का इरादा है....चूत ही तो है....कोई भोसड़ा नही जिसमे जो चाहो डाल दो.....???

शास...जी नही मैं लंड की बात कर रहा हूँ....???

पूजा...शास तुम जो भी डालोगे...डाल दो....बस अब जल्दी करो.....अब मेरी चूत मैं आग लगी है....जल्दी से एसे बुझाओ शास.....मेरा अओर चूत का अब बुरा हाल है ने जाने अब तक कैसे एंतजार किया है...????

शास...कियूं पायल....कहो तो अब निकाल लूँ...????

पायल...हां कहने का मन तो नही है....पर एन सबका ध्यान जो है...वेर्ना बस ये लंड एस चूत से बाहर ही ना निकलने.....तो ही अच्छा लगता है.....

कंचन...अब जल्दी करो....शास....इस तरह से तो मेरी बारी तो आए गी ही नही....???

शास...कियूं नाराज़ होती हो कंचन....तुम्हारी चूत को तो आराम से बड़े मज़े से चोदना है....बस पूजा के बाद शिरफ़ तुम्हारी ही चूत मेरे लंड के करीब रहेगी.....

भाभी...एसा ज़ुल्म ना करना देवेर्जी...इस चूत को कम से कम एक बार तो अओर चोद ही देना......बरसों के बाद कोई लंड मिला है.....वेर्ना ये चूत तो अभी तक कुँवारी ही थी.......कियूं की एसा लंड तो आज तक मिला ही नही था.....

शास...ठीक है भाभी....पर इस लंड का कया होगा....कया ये इसके बाद तय्यार भी होगा.....????

भाभी...इसे तो मैं तय्यार कर लूँगी....बस तुम तय्यार रहना....???

शास...ठीक है भाभी....कह कर शास ने पायल की चूत मैं फँसे हुवे अपने लंड को धीरे से बाहर खिछा....जो अभी तक पायल की टाइट चूत मैं था , चूत की दीवारो ने मजबूती कस जाकड़ रखखा था...उसपेर शास का लंड भी अभी तक...मस्ती मैं ही था...उसकी टाइटनेस बता रही थी की उसकी चूत की भूखा लगतार बढ़ती ही जा रही थी......वो तो सायेद अब चूत का भूखा लंड बन चुक्का था....हा भूखा लंड....दोस्तो मुझे भी ये लगता है कहानी का नाम भूखा लंड होना चाहिए था..जैसे ही शास ने लंड को पायल की चूत से बाहर खिछा....ढेरसारा चूत का पानी अओर शास के लंड का वीर्य मिला हुवा....पायल की चूत से बाहर निकलना शुरू हुवा तो कंचन तो इसी पर नज़र गढ़ाए बैठी थी....उसने तुरंत अपना मूह पायल दीदी की जांघों मैं दे देया....अओर उस टेस्टी पानी को मस्त होकर पीने अओर चाटने लगी.....कंचन ने पायल की फिर से टाँगे उठाकर उसकी चूत को मस्ती मैं पीने लगी थी....इससे पायल के एक बार फिर सिसकारी निकलने लगी थी.....उउउउउम्म्म्म्म.........आआआआहह क्क्क्क्क्क्काआआन्न्न्न्न्नccccछ्ह्ह्ह्हाआआअन्न्न्न्न्न्न्न आआआअहह ट ले आआहह ज़ोर से आआआहह....उउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म....अंदर तक पी जा......

गीता....शास तुम्हारा लंड तो वास्तव मैं पायल की कुँवारी चूत का पानी पीकर अओर मस्त हो गया...इसका सूपड़ा तो अओर मोटा अओर सुर्ख हो गया है....अओर भाभी ने अपने मूह मैं लेकर चाटने लगी.....वह कया डेलीशियस मिक्शुरे है......वह...?????

पूजा...भाभी....अब तो ये लंड मुझे दे दो....????

भाभी...ये लो मेरी रानी....अब...फडवा लो...आज तो ये तेरी चूत को फाड़ कर ही रहेगा....ये तो पहले से भी भारी हो चला है......????

पूजा ने शास के लंड को अपने मूह मैं ले लिया....अओर बड़े ही प्यार से उससे चूसने लगी....शास के लंड का साइज़ फिर असचार्य जनक रूप से बढ़ गया था....लंड था कि मुसाल....????

शास...पूजा....तुम्हारी चूत तो पहले से ही तय्यार है....अओर इस लंड को तो चूत से बाहर रहने की जैसे आदेत ही छूट गई है....इसे तो बस चूत मैं रहना ही जीयादा पसंद है..... शास पूजा के दोनो पैरों के बीच बैठ कर बोला.....

पूजा...इस पल के लिए...कब से एंतजार कर रही हूँ...मुझे कोई एतराज नही....बस डाल दो..???

शास...पूजा तुम्हारी चुचियो का दूध बहुत मीठा है....कया थोड़ा सा दूध पी लूँ.....????

पूजा...हा कियूं नही....पर पहले इस लंड को पूरा अंदर डाल कर....??? फिर तुम मेरा दूध पी लेना मेरे राजा मेरी चूचियो में जितना भी दूध है सब तुम्हारे लिए ही तो है

शास...अच्छा इतनी जल्दी है तो ये लो...??? अओर शास ने अपने दुबारा...फुन्फुनते हुवे लंड को पूजा की चूत के छेद पर रख दिया....शास के गरम गरम...लंड का सूपड़ा.....चूत पर टच होते ही...पूजा के बदन मैं बिजली से दौड़ गयी....अओर अनायास ही पूजा के चूतड़ ने एक उछाल सी मार दी....पर शास का लंड इस चेतावनी को कैसे बर्दास्त कर सकता था....शास के लंड पर पूजा की चूत का झटका लगते ही वो फूँकार पड़ा....उसका सूपड़ा अओर फूल गया.....उसकी मोटाई मानो दुगनी हो गयी हो....शास ने भी पूजा की टाँगो अओर उप्पेर को खींच कर चूत का मूह थोडा अओर चौड़ा किया

अओर पूजा की मांसल जांघों की नीचे भारी भारी कूल्हे पकड़ कर एक जोरदार धक्का मार दिया.......उउउउउउएउईईईईएआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स सस्स्सिईइ....माअररर गयी.......के साथ पूजा की चीख निकल गयी....पर इसके साथ ही एक चौथाई लंड पूजा की चूत मैं समा चुक्का था..... अओर आज फिर पूजा की आँखों से आँसू निकल आए थे.........

पूजा...थोड़ा धीरे डालो ना शास....??? मेरी तो जान ही निकाल दी.....??? देखों ना मैं दर्द के मारे मरी जा रही हूँ.....आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्सीईईआआआअह्ह्ह्ह.....

शास...ये धीरे से कहाँ जाएगा...??? तुम्हारी चूत तो अभी भी टाइट ही है....धीरे धीरे डालने से तो ये पूरी रात मैं भी नही जाएगा....????

पूजा...तो कया आज ही ढीली कर देना चाहते हो...???

शास...फिर ये लंड तो आराम से जाने लगेगा...

पूजा...अओर तुम्हारे बाद अगर इतना भारी लंड ना मिला तो...मैं कहाँ अपनी प्यास भुजाउन्गि???

शास...मेरे पास आ जाना.....मैं इसे अओर तेज कर लूँगा....???

पूजा...वो कैसे...???

शास...तुम्हारी इस कुँवारी चूत का रस पीला-पीला कर.....

पूजा...पर अब ये कुँवारी कहाँ रही....इसे तो तुमने चोद कर भोसड़ा बना दिया है.....अओर आज तो लगता है.......????

शास...अगर भोसड़ा बन गया होता तो....तुम्है दर्द कहा होता....ये लंड भी आराम से घुस गया होता...????

पूजा...तुम्हारे लंड को तो भोसड़ा भी कुँवारी चूत ही नज़र आती है....इतना मोटा अओर लंबा जो है....??? आआआआहह.........

शास...अब अओर अंदर करू कया...????

पूजा...अच्छा जो करना हैं बस एक बार ही कर लो....बार बार मैं जीयादा दर्द होगा........मैं मना भी करूँगी तो कया अंदर नही करेंगे ....???

शास...नही...बिल्कुल नही....अभी बाहर निकाल कर कंचन की चूत मैं डाल देता हूँ....

पूजा...कंचन की चूत मैं डाल देता हूँ...??? मूह बनाकर....अओर इस चूत का कया होगा...???

शास...दर्द तो नही होगा...???

पूजा ...दर्द तो नही होगा...????.बड़ी चिंता है दर्द की....????अब जल्दी से बस एक ही बार मैं डाल दो जो होगा देखा जाएगा.....झेलना तो है ही....

शास...कियूं कया डॉक्टर ने बताया है...??? रहने दो....???

पूजा...अब डालो भी....ये चूत तो नही मानती....ये तो हर हाल मैं दर्द देती है....डाल दो तो भी दर्द अओर ना डालो तो दूसरा दर्द...???? पूजा ने अपने होंठ भींच कर अपने को आने वाले पल के लिए तय्यार कर लिया था......

शास...ने लंड को थोड़ा बाहर खींचा....अओर दना-दन एक....दो....तीन.....चार....धक्के लगा दिए.....अब शास का लंड पूरी तरह से पूजा की चूत मैं समा गया था पर पूजा की चीखे दूर तक जा रही थी....भाभी ने पूजा के मूह पर अपना हाथ रखा दिया था,....आआआआआआआअईईईईईस्स्स्स्स्स्सीईईईई ईयी उउउउउउउउउम्म्म्म्माआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिआआआआआ आआअहहाआआआआअ आ फट गयी भाभी आआअहह......म्‍म्म्ममाआअरर्ररर ग्ग्गाआययययीीईईईईईईई उउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हीईईईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीई ईईईईईईईई की सिसकियाँ अओर चेहरे पर दर्द के रेखाए खिचि हुई थी.....उसका हलक सूख गया था.....आँखों से पानी बह रहा था.....दर्द अब उससे बर्दास्त नही हो रहा था....अओर शास पूरा पूजा के उप्पेर आ गया....अओर पूजा की चुचियाँ मसल मसल कर पीने लगा था.....

भाभी...पूजा थोड़ा बर्दास्त कर लो उसके बाद सब ठीक हो जाएगा.....अओर तुम तो पहले भी इस लंड को ले चुकी हो...???? फिर आज इतना परेशान कियूं हो....???

पूजा....भाभी उस दिन तो ये इतना बड़ा अओर मोटा नही था...आज तो मेरी जान ही निकाल दी....लगता है आज तो मेरी बच्चेदनि भी फाड़ ही दी होगी....????

भाभी....घबरा मत कुछ नही होगा... बस थोड़ा सा बर्दास्त कर ......मैने तो समझा था कि तुम पूरी तरह से चुद वाने के लिए फिट हो....पर तुम्हारी हालत तो कुँवारियों से भी खराब है....मैं तो सोच रही हूँ कि बेचारी कंचन का कया होगा....?????

कंचन...मेरा कुछ नही होगा भाभी...मैने अपने को हर मुसीबत के लिए तय्यार कर लिया है.....थोड़ी देर के दर्द के बाद तो बस मज़े ही मज़े है....फिर एक ना एक दिन तो होना ही है...कियूं ना आज ही कहानी ख़तम हो जाए....????

भाभी...वेरी गुड....ये हुए ना कोई बात....???

कंचन...हां भाभी आप लोगो की हालत देखकर मैने तो यही विचार बनाया है.........आगे जो भी होगा देखा जाएगा......बस एक बार पूरा अंदर जाने के बाद ही सोचा जाएगा......जो दर्द होगा उससे भी झेल लेंगे......कुछ ही देर का तो होगा......???

भाभी....यही तो सही बात है...एसीलिए तो मैने शास से कहा था कि बस पहले पूरा अंदर करके ही रुकना....मेरे दर्द पीड़ा पर ध्यान मत दो....

पूजा ...मैं भी कुछ कम नही...पहले भी ले चुकी हूँ अओर आज भी पूरा अंदर है.....रही दर्द की तो हट जाएगा.....आआआआआआआआअहह..... .....
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05-31-2019, 12:02 PM,
#24
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -18

गतांक से आगे ..................

पर शास इन सब कहानियों से अलग अपना दूध पीने मैं मस्त रहा.....वह तो पूजा की चुचियाँ मसल मसल कर पी रहा था......आआआआहह उउउउउईईए....शास प्लीज़ थोड़ा धीरे दबा......दर्द होता है.....अभी तो चूत का ही दर्द बर्दास्त नही हो पा रहा है.....आआआआअहह उउउउउउस्स्स्स्स्सीईईईईइ....पर शास तो अपनी मस्ती मैं मस्त चुचियाँ मसल मसल कर पी रहा था.....बीच बीच मैं वह पूजा के होंठ अओर उसकी गर्देन मैं मूह देकर भी चूम रहा था.....अओर उसके होंठ फिर से पूजा की चुचियो के निपल पर आकर रुक जाते थे.....अब धीरे धीरे पूजा का दर्द भी कम होने लगा था.....अब पूजा भी धीरे धीरे एंजाय करने लगी थी.....अब उसके चूतदों मैं भी थोड़ी थोड़ी हलचल शुरू होने लगी थी.......कुछ देर तक यू ही चलता रहा......शास ने पूजा की स्थिति भाँप कर अब अपना लंड भी अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था......अओर पूजा भी अब चूतड़ उछाल उछाल कर सहयोग करने लगी थी.......शास का लंड अब तेज़ी से अंदर बाहर होने लगा था......अओर पूजा की सिसकारियाँ गूंजने लगी थी......उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स सस्स्स्सिईईईईईई...... इसके साथ ही शास के धक्को मैं अओर तेज़ी आ रही थी.....जिससे पूजा की चीख निकल जाती.....शास का लंड पूजा की बच्चेदनि पर ठोकरे मार मार कर उसकी धज्जिया उड़ा रहा था.....अओर पूजा अब स्वर्ग मैं सैर कर रही थी.....अब वो पूरा लंड निगल रही थी......उसे अब कोई पेरवाह नही थी....कि उसकी चूत का कया होगा.....बस फड्वाने मैं लगी थी......अओर उछल उछल कर अओर अंदर तक ले रही थी.....साथ साथ....सिसकारिया निकाल रही थी......आआआआआआआहह अहह शास.....ओह!!! शास.......आआआआआअहह उउउउउउउम्म्म्म्म्म आआआय्य्य्य्य्य्यीईई..........ईईईईसस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ईईईईईईईईइआआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...की सिसकारियाँ हो रही थी.....अओर उधर..............

कंचन...कंचन ने पायल की चूत को चाट चाट कर पूरी तरह से सॉफ कर दिया था......अपनी जीभ को चूत के अंदर डाल डाल कर चाट लिया था......

शास का लंड मस्त होकर पूजा की चूत को चोद रहा था...अओर भाभी धीरे-धीरे अपनी चूत अओर चुचियो को सहला रही थी....बरसों के बाद उन्हे चुदाई का मज़ा आया था....उनकी उत्तेजना फिर से बढ़ने लगी थी...चुचियो के निपल्स टाइट होकर खड़े हो गये थे अओर चूत फिर से पानी छोड़ने लगी थी....तेज अओर गरम साँसे हो चली थी.... उनकी एच्छा फिर से शास के लंड को खाने की हो गयी थी...वह अब अपने को रोक नही पा रही थी....

भाभी...कंचन अब ज़रा मेरी चूत को भी तो चाट दे....बड़ी खुजली हो रही है.....अब तो रुका ही नही जा रहा है......

कंचन...हां कियूं नही भाभी मेरी तो खुद की एच्छा हो रही थी.....तुम्हारी चूत को चाटने की....भाभी आपकी चूत बहुत ही प्यारी अओर रसीली नज़र आ रही है....

भाभी...कंचन अब बस शुरू हो जा खुजली बढ़ती ही जा रही है....

कंचन...भाभी कही इस बार भी तो आप मेरा पत्ता काटने की तय्यारी तो नही कर रही है....ज़रा मेरी चूत का हाल तो देखो....पानी छोड़ छोड़ कर तालाब बन गयी है.....

पायल...लाओ कंचन मैं तुम्हारी चूत को चाट्ती हूँ....तुम्हारी कुँवारी चूत का पानी भी बड़ा ही मधुर अओर स्वदिस्त होगा...?????

कंचन...हा...ले बेहन....अओर कंचन ने अपने पैर चौड़े कर दिए...अओर पायल ने मस्ती मैं कंचन की चूत चाटनी शुरू कर दी थी....उधर कंचन ने भाभी की चूत मैं अपना मूह दे दिया था....

आआआआआआहह उउउउउउउउउउउउउउईईईईएआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह....भाभी की सिसकारिया निकालने लगी थी....अओर यही हाल तो कंचन का भी था....किशी ने आज पहली बार उसकी चूत को चाटा था...जैसे ही पायल की जीभ कंचन की चूत मैं जाती तो कंचन की भी सिसकारी निकल जाती.....उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हीईईईएह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउउउआ आआआआआआअहह..........पायल के हाथ भाभी की चुचिय्यों पर आ गये थे अओर भाभी कंचन की चुचियो को मसल्ने लगी थी....रूम मैं एक साथ कई सिसकारियाँ गूँज रही थी....वहाँ का काम माय महॉल कामराज कामदेव अओर रति को मानो वहीं खिच लाया था....

शास के लंड की रफ़्तार काफ़ी तेज हो गयी थी.....पूजा की चूत एक बार पानी छोड़ चुकी थी...पर शास के लंड का पानी निकलने का कोई आसार नज़र नही आ रहा था.....शास के हर धक्के पर पूजा मचल जाती अओर उसकी सिसकारी निकल जाती थी....आआआआआआआहह......उउउउम्म्म...आ ह हाई शास आअहह चोद दो अओर ज़ोर से...आज पूरी पियास बुझा दो इस चूत की...पूजा की चिकनी हो चुकी चूत मैं शास का लंड पूरी गति से पिस्टन की तरह अंदर बाहर हो रहा था....अओर शास के हर धक्के की चोट उसकी चूत की क्लिट अओर बच्चएदनि पर पद रही थी जो पूजा की उत्तेजना को अओर भयंकर कर रही थी....उउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह अब पूजा के होंठ फड़फड़ने लगे थे...उसकी आवाज़ आसपेस्ट हो चली थी...पूजा बड़बड़ा रही थी.....उउउउउम्म्म्म्म्माआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह चोद डाल..फाड़ दे मेरे राजा....आआअहह अओर एक बार फिर उसकी शास की कमर पर पकड़ बढ़ने लगी थी.....उसके पूरे सरीर मैं खिचाव आ गया था....उसका पानी छूटने वाला था...उसकी बंद आँखें अओर ज़ोर से भिचने लगी थी.....अओर पूजा की चूत मैं पानी का ज़लज़ला फुट पड़ा........उउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआह हह.........उउउउउउउउईईईईईईईएस्स्स्स्स्स्स्स्स्स सीईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईय्ाआआआआआअम्म्म्ममममममाआ आआआआआअ.....अओर पूजा पूरी तरह से शास से चिपक गयी...पर शास के धक्को के रफ़्तार अभी भी कम नही हुई थी.....पूजा की चूत एक-एक बूँद निचोड़ कर शास के लंड पर अपना पानी गिरा चुकी थी.......पूजा स्वर्ग मैं तैरती रही....जब तक उसकी चूत ने पानी की आखरी बूँद तक नही छोड़ दी.....उउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआआह हह अओर उसके बाद पूजा पूरी तरह से निढाल सी होकर शांत हो गयी......पर शास के लंड की रफ़्तार जस की तस बनी रही.....अओर पूजा की चूत से फूच-फुचा-फूच की आवाज़ निकाल रही थी......पूजा को निढाल सी देख कर ......

शास...कया हुवा पूजा...???

पूजा...शारी तो निचोड़ दी...एक ही चुदाई मैं कई बार पानी निकाल दिया....अब निढाल नही तो कया टाइट हूँगी....????

कंचन...खुस होकर...तो कया अब मेरा नंबर आ गया...???

भाभी...प्लीज़ कंचन....बस एक बार अओर मुझे निपट लेने दो...चूत मैं बड़ी खुजली हो रही है...उसके बाद तो बस शास का लंड अओर तुम्हारी चूत बस एन दोनो की लड़ाई ही बाकी रह जाएगी...मैं वादा करती हूँ.....जब तक तुम खुद नही कहोगी....शास का लंड तुम्हारी चूत से बाहर नही निकलेगा......

कंचन...ठीक है भाभी...मैं तो थोड़ी देर अओर बर्दास्त कर लूँगी...लेकिन आपने वादा किया है उसके बाद ये लंड जब तक मैं चाहूँगी मेरा ही रहेगा....????

भाभी...हा कंचन ये वादा रहा.....शास अब तो एसे पूजा की चूत से बाहर निकाल लो...वह तो बेदम हो गयी है.....???

शास...भाभी अभी तो मेरे लंड का पानी निकालने मैं काफ़ी देर है....अभी तो मैं पानी छोड़ने के आस-पास भी नही हूँ अभी से एस लंड को कैसे पूजा के चूत से बाहर निकल लूँ....????

भाभी...शास इस पानी को मेरी चूत मैं निकाल लेना....मुझे तुम्हारे बच्चे की मा जो बनना है....???

शास... तो ठीक है भाभी...अओर शास ने फूंकरते हुवे लंड की पूजा की चूत से बाहर खिच लिया....शास का लंड फूंकरते हुवे अजगर की तरह बाहर निकल आया....अओर पूजा की चूत एक सुरंग की तरह खुली हुई थी.....कंचन ने शास के लंड को हाथ मैं लेकर उसे चाटना शुरू कर दिया.......

कंचन....भाभी पूजा की चूत का पानी तो बड़ा ही मज़ेदार है....????

भाभी...कंचन अब इस लंड को छोड़...मेरी चूत से अब रुका नही जा रहा है....शास अब जल्दी से इसे मेरी चूत मैं डाल दे.....भाभी शास के लंड को गौर से देख रही थी जो गधे के लंड की तरह झटके खा रहा था....

शास...ये लंड तो वैसे ही बेकरार हो रहा है भाभी....अच्छा है पहले ये तुम्हारी चूत ही चोद ले...वेर्ना कंचन की चूत तो अभी इसे संभाल भी नही पाएगी.....पूजा की चूत का रस पीकर तो ये अओर भी पागल हो चुक्का है....

भाभी...फिर देर किस बात की है....बस सीधे अंदर डाल दे....देखा नही मेरी चूत भी अब पागल हुई जा रही है....????

शास...ये लो भाभी...मैं कहाँ देर कर रहा हूँ...इस लंड की बेकरारी तुम्हारी चूत मैं जाकर ही कुछ कम होगी...अओर शास भाभी के पैरो के बीच मैं आकर भाभी के दोनो पैर उठाकर अपने कंधों पर रख कर दान-दनाते हुवे लंड को भाभी की चूत के मूह पर रखा कर भाभी की दोनो चुचिया अपने हाथों से कस कर पकड़ ली थी....

शास का गरम रोड की तरह चूत पर टच होते ही भाभी की आह निकल गयी.....अओर आँखें बंद हो गयी थी....उउउउउउउम्म्म्म्म्म्म अओर बस उस पल के एंतजार मैं भाभी थी कब शास एक जोरदार धक्का लगाकर पूरे लंड को उनकी चूत मैं दाखिल कराए.....?????

आख़िर शास का लंड तो अपनी पोज़िशन ले चुक्का था....अओर अब उसे जानां था... अपनी मंज़िल की अओर....भाभी की चूत की हलचल का इशारा मिलते ही शास ने एक जोरदार धक्का लगा दिया....अओर आधा लंड भाभी की चूत मैं समा गया...आबीयेयेयेयात्त्तहूवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवुयीईयेस्स्ज़ियीयियैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयैआइयीयैयुयुवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवूऊवम्मम्म्म्मेयीयेयीयियीयियायायात्त भाभी ने होठ भींच कर किशी तरह से बर्दास्त किया....अओर अगले धक्के को सहने के लिए अपने को तय्यार कर ही रही थी कि शास ने दूसरा अओर जोरदार धक्का लगा दिया...भाभी की चूत को खोलता हुवा शास का लंड भाभी की चूत मैं समा गया....पर भाभी की लाख कोशिशों का बाद भी चीख निकल गयी.......उउउउउउउईईईईईईईईईईआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.....मर गयी.....आआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म जालिम आआआहह फाड़ ही दी.....आआआआहह बेरहम....आआअहह....पर चुदाई का महारथी शास.....अब इन सबका आदि हो चुक्का था....उसे तो मज़ा आने लगा था .....शास ने धक्को की बरसात कर दी भाभी चीखती रही....चिल्लाति रही...शास रुक जाओ....कुछ देर के लिए ....पर शास कहाँ रुकने वाला था...वो तो धक्के-पे-धक्का लगा लगा कर चूत की धज्जिया उड़ा रहा था....उसका लंड तो भूखे शेर की तरह लगा रहा...पूजा की चूत से भूखा ही जो निकल आया था.....अओर भाभी की छटपटाहट का अब उस पर कोई असर नही था...शास पूरी स्पीड से धक्को की बरसात करने मैं लगा था....अओर भाभी....आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउईईईईईईईईईईईईईआआआआआअईईईईईईईईसीईईईईईईईईईईईईईईईआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह.....आआहह सस्स्शहाआअसस्सस्स द्द्द्ध्ह्ह्ह्हीईर्र्र्र्र्र्रीई आआआआअईईईईईईईईईईईईउउउउउउउउउउईएईईईइ आआहह मार गाआआय्य्यीई आआआहह.......कया बदला लिया तेरे इस लंड ने आआआआहह फाड़ ही डाली इस बार तो....आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउउउउईईईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईइ इन सबसे बेख़बर शास भाभी की चुचियाँ पीकर जमकर चुदाई मैं लगा रहा.................
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05-31-2019, 12:03 PM,
#25
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -19

. गतांक से आगे ..............................

शास का लंड भाभी की चूत मैं दाना-दान अंदर बाहर हो रहा था....अओर शास भाभी की चुचियाँ मसल मसल कर मस्ती मैं पी रहा था.....भाभी की चीखें अओर दर्द अब धीरे धीरे सिसकारियों मैं बदलने लगी थी...भाभी के चूतड़ अब उप्पेर नीचे होने लगे थे......उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह...भाभी भी अब मस्त होकर शास का चुदाई मैं सहयोग करने लगी थी....वे भी अब सातवे आसहमन पर शैर करने लगी थी....शास के लंड की ठोकर लगने से भाभी की बच्चेदनि का मूह भी खुलने बंद होने लगा था....भाभी के सरीर मैं अजीब सी हलचल हो रही थी....अओर वे अब सब दर्द को भूलकर उछल उछल कर शास का पूरा लंड चूत मैं ले रही थी......बीच बीच मैं भाभी की सिसकारियाँ गूँज रही थी....आआअहह.उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्माआआईईईएस्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईइ आआहह शास आआअहह मैं तो जन्नत मैं आ गयी हूँ...तुम अभी तक कहाँ थे शास....मेरी चूत कब से प्यासी थी....तुमने तो मेरी बरसो की प्यास बुझा दी....मेरे राजा....आआअहह......चोद दे अओर ज़ोर से.....आआआअह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउम्म्म्म्म्म्म्मीईईएस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्साआआअह्ह्ह्ह्ह.....अओर शास की स्पीड अओर तेज हो गयी थी.....सायेद शास के सरीर मैं कुछ होने के करीब आ गया था.....उधर भाभी का पूरा सरीर सिहरन से भर गया था....भाभी का पानी निकलने के करीब ही था....उनके चूतड़ अब पहले से भी तेज़ी से उछल रहे थे....उनकी शास पर पकड़ बढ़ती जा रही थी....सिसकारियो की रफ़्तार बढ़ गयी थी...इस ठंडे मौसम मैं भी भाभी को पसीना आ रहा था....उनकी तेज साँसे अओर बॅडबॅडा हट शास को अओर जीयादा उत्तेजित कर रही थी.... उसका फनफनता हुवा लंड अओर तेज़ी से भयंकर चुदाई करने लगा था...बीच बीच मैं भाभी की सिसकियो के साथ चीख भी निकल जाती थी....भाभी का पूरा सरीर अब मस्ती के आनंद मैं जाने लगा था...भाभी की चूत बस अब पानी छोड़ने के लिए पूरी तरह से तय्यार थी....भाभी की आँखें पूरी तरह से बंद हो गयी थी....उन्होने शास को अओर कस कर भींच लिया था.....अओर शास का लंड पूरी स्पीड से चुदाई मैं लगा था....सायेद शास का लंड भी अब पानी छोड़ने के करीब ही आ चुक्का था.....अब शास अओर भाभी की मिलीजुली सिसकियाँ वहाँ पर गूँज रही थी...उउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्माआआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ये ले आआअहओर ले उउउउम्म्म्म्म आआआआहह उउउउउईईईएआआआह्ह्ह्ह्ह्ह्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईइ शास आआअहह मैं तो गेयियीईयीईयी......आआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउईईईईईईईईउउउउउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईईईईईईईईईईईइईईईईईईईईईईईए के साथ भाभी ने शास के लंड पर गरम पानी की बौछार कर दी थी.....अओर दो चार बार तेज़ी से चूतड़ उछाल उछाल कर पूरा लंड अंदर लिया....अओर पानी की बूँद शास के लंड पर निचोड़ दी थी.....उधर शास का लंड भी पानी छोड़ने के लिए झटके मारने लगा था...उउउउउउउउउउउईईईईईई की आवाज़ आआआआहह लो भाभी......आआअहह ये लो पूरा लो....आआआआआहबहभही लो पी जाओ इस लंड के पानी को आआआआअहह अब निकलने ही वाला है....आआआआआहह...

भाभी...नही शास बाहर मत निकालना...????मेरी चूत को भर दो...आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म आअज्जज तो मुझे बच्चा दे ही दो शास.....सारा माल मेरी चूत मैं....नही..नही...बच्चेदनि मैं डाल दूऊआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआआअह्ह....उउउउउउउउउउउउईईईईईस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सीईईईईईईई........

शास...ये लो भाभीईईइ आआआआअहह आआआआआहह मैं भी गया......आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउईईईईए अहभाभी आआआईईईईई ये लूऊऊऊऊऊऊऊऊओआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्के साथ ही शास बड़ी ज़ोर से भाभी से चिपक गया....अओर शास के लंड ने जोरदार वीर्या की तेज पिचकारी भाभी की चूत मैं बच्चेदनि के मुह पर मार दी........आआआआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह अओर गरम गरम वीर्या चूत मैं गिरने से भाभी भी मज़े मैं आकर उउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म....की धुन पर थिरक उठी थी....आआआआअहह उउउउउउम्म्म्म के सुर मैं पूरा महॉल ही गूँज गया था....धीरे धीरे भाभी अओर शास दोनो ही शांत होने लगे थे...रुक रुक कर शास का लंड अभी भी धक्के मार रहा था.....शास के लंड ने आखरी बूँद तक भाभी की चूत मैं उडेल दी थी.....

भाभी ने कस कर शास को बाहों मैं जकड़ा हुवा था....और शास की पकड़ भी काफ़ी मजबूत थी....शास का पूरा लंड भाभी की चूत मैं फँसा हुवा था.....भाभी ने आज जो परम सच का अनुभव किया था....वो सायेद ही पहले कभी मिला हो....दोनो की आँखें अभी बंद ही थी...अभी भी वे सातवे आसमान पर तेर रहे थे.....कंचन, पायल अओर पूजा आपेस मैं ही मज़े ले रही थी....भाभी को लगा की सायेद आज उसकी बरसों की मा बनने की तम्मन्ना आज ज़रूर पूरी होगी.....

कंचन...भाभी इस कंचन की तमन्ना का पूरी होगी...????

भाभी...कंचन बस दो मिनूट रुक जाओ...बस दो मिनूट अओर इस लंड को भाभी की चूत मैं ही रहने दो.....उसके बाद जब तक तुम चाहोगी....ये लंड तुम्हारी चूत मैं ही फँसा रहेगा.....

कंचन...थॅंक्यू भाभी...पर इसके लिए मुझे एंतजार भी बहुत करना पड़ा है.....भाभी अगर आप कहें तो मैं किचन से एक ग्लास मिल्क (दूध) ले आऊ शास के लिए....कुछ देर के लिए शास के लंड को भी आराम मिल जाएगा.....????

भाभी...हां ठीक है कंचन मैं भी यही सोच रही थी....पर एसलिए नही बोली की सायेद तुम ये समझो ...कि मेरी बारी पर भाभी इधर उधर की बाते बता रही हैं......

कांचेन किचन मैं दूध गरम करने चली गयी थी...पायल अओर पूजा एक दूसरे की चूत को चाट चाट कर मस्ती मैं पानी छोड़ रही थी....जैसे वे आज चूत को निचोड़ कर ही छोड़ेंगी....शास का लंड भाभी की चूत मैं ही फँसा था...अओर शास अभी भी भाभी के उप्पेर ही था....भाभी के दोनो हाथों ने अभी तक शास को कस कर भींचा हुवा था.......शास का फूला हुवा लंड अभी भी झटके खा रहा था....अओर भाभी की चूत मैं हल चल पैदा कर रहा था....

भाभी...शास अभी तक कया मन नही भरा..??? तुम्हारा लंड तो अभी भी चूत मैं झटके मार रहा है....???

शास...भाभी तुम्हारी चूत का गरम पानी पीकर ये अओर गरम हो गया है...सायेद एसीलिए झटके मार रहा है...कया एक बार अओर चुदाई कर दूं भाभी..???

भाभी...नही शास मेरी चूत तो दुखने लगी है...अओर फिर मैने कंचन से वादा भी तो किया है....अब तुम्हारा लंड उसकी चूत के लिए रिज़र्व है......

शास...हा भाभी...मुझे भी कंचन की चूत का एंतजार है...उसकी चूत मैं कुछ अलग ही मज़ा है....

भाभी...कया मेरी चूत मैं मज़ा नही था...

शास...हा भाभी...पर कंचन की नाज़ुक चूत...????

भाभी...हां ये तो है...उसकी कुँवारी अओर नाज़ुक चूत का मज़ा कुछ अओर ही होगा...मगर शास कंचन की चूत को फाड़ मत देना...अभी वो छोटी है...अओर उसकी चूत भी छोटी ही है...उसकी चूत को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे ही चोदना......वेर्ना...तुम्हारा ये मुस्टंड लंड तो उसकी चूत को फाड़ डालेगा...अओर सायेद डॉक्टर के पास टाँके भरवाने ले जाना पेड़ेगा...गजब हो जाएगा....एसीलिए शास धीरे धीरे ही चोदना.....जल्दी बाजी या जोश मैं नही....

कंचन...मेरी कया बात हो रही है भाभी.....????

भाभी...मैं शास से कह रही थी कि कंचन की चूत को बड़े ही प्यार से धीरे धीरे ही चोदना...कही उस नज़ूक चूत को फाड़ ही डाले...

शास...चिंता मत करना कंचन बहन...तुम्हारी चूत का मैं पूरा ध्यान रखूँगा......

कंचन...शास मेरी चूत मैं एटनी देर से जो खुजली मची हुई है...कया वो आराम से चोदने से हॅट जाएगी....????

शास...ओह! कंचन कियों चिंता करती हो....जब तक तुम्हारी चूत की खुजली को मैं पूरी तरह से नही मिटा दूँगा तब तक तुम्हारी चूत से लंड ही नही निकालूँगा....

कंचन...हां ये ठीक रहेगा.....पर अभी तो इस लंड को भाभी की चूत से तो निकालो....तभी तो मेरा नंबर आएगा...???

शास...भाभी की चूत का पानी पीला कर इस लंड को अओर ताकतवर बना रहा हूँ ....एससे तुम्हारी चूत की खुजली जो मिटानी है....???

भाभी अओर कनचन इस पर दोनो ही मुस्कुरा दिए....अओर कंचन ने शर्मकार मूह नीचे कर लिया....

शास...भाभी तुम्हारी चूत मैं एस्सा कया है जो ये लंड ढीला ही नही पड़ रहा है.....अभी भी टाइट ही है....????

भाभी...मुझे कया मालूम...अपने लंड से ही पूछ लो ना....???

शास...इससे कया पूंचू ये तो अभी भी झटके खा रहा है....

कंचन...कंचन ने चेहरा उठाकर धीरे से कहा....सायेद ये मेरी चूत की खुजली मिटाने की तय्यरी कर रहा है....इस पर वे तीनो ही हंस दिए.....

भाभी...शास अब अपने लंड को मेरी चूत से निकल लो....मेरी चूत तो दुखने लगी है....अब तो इसके झटको को भी झेलने की हिम्मत मेरी चूत मैं नही बची है.....

शास...ठीक है भाभी.....

कंचन...तुम्हारे लंड के झटके झलने के लिए शास भयया अब मेरी चूत तय्यार है....

भाभी...नही कंचन पहले शास को दूध पीला दे...इसके कुछ देर बाद चूत मैं डलवाना तो ये लंबे समेय तक तुम्हारी चूत को चोद सकेगा...समझी की नही....???

कंचन...ठीक है भाभी...मेरी ब्करारी तो बढ़ती ही जा रही है...???

भाभी...चिंता कियूं करती है पगली....अब तुम्हाई चुदाई ही तो होनी है....

कंचन...यही सोच सोच कर तो मेरी चूत बेचैनी हो रही है....कि कब शास भयया का ये लंड मेरी चूत मैं घुसेगा...शास के इस लंड पर जब से मेरी नज़र पड़ी थी.....मेरी चूत तो तभी से पानी छोड़ रही है...इस लंड से चुदवाने के लिए मैने कितने ही प्लान बनाए थे भाभी....अब कही जाकर एंतजार ख़तम होने को आया है....मेरी चूत तो इसे लेने के लिए बेताब हो रही है.....अपनी पहली चुदाई अओर वो भी शास भयया के लंड जैसे से...समझ लो भाभी मेरा कया हाल हो रह होगा...????

भाभी...शास अब अपना लंड बहार निकल ही लो....मुझे याद आ रही है आपनी पहली चुदाई...सोच सोच कर ही चूत गीली हो जाती है...ये बात अलग है की वो लंड शास के लंड जैसा नही था......

शास...ठीक है भाभी...जैसा आप कहती हैं....

अओर शास ने अपना भाभी की चूत मैं टाइट्ली फँसा हुवा लंड बहार निकाल लिया...फुचक की आवाज़ के साथ शास का लंड भाभी की चूत से बाहर निकला...भाभी की चूत अब भी किशी गुफा की तरह से खुली हुई थी...अओर उससे शास के लंड से निकला हुवा ढेर सारा वीर्य बाहर निकलने लगा..........कंचन ने आगे बढ़कर शास का फूल कर कुप्पा हुवे लंड को अपने मूह मैं भरने की कोशिस की पर इतना बड़ा लंड उसके मूह मैं कहाँ आना था....इसलिए कंचन शास के लंड को चाट कर ही काम चलाने की सोचने लगी ....अओर भाभी की चूत से बहता हुवा वीर्य नीचे बिछी बेडशीट को गीला करने लगा था....

भाभी...कंचन शास भी थक गया होगा पहले इसे गरम गरम दूध तो पीला दो....????

कंचन...ठीक है भाभी....अओर कंचन ने गरम दूध का ग्लास उठाकर शास की अओर बढ़ा कर लो शास भयया अपनी पूरी थकान मिटा लो......इसके बाद पूरी ताक़त से मेरी चूत को चोदना....

शास...अब एस लंड को तुम्हारी चूत ही तो चोदने है...फिर आभी तो ये 10 चूत अओर चोद सकता है....तो ये समझ लो कि 10 चूत के नाम की तुम्हारी चूत की लंबी चुदाई करके ही ये लंड संतुष्ट हो जाएगा....

भाभी...शास अगर इस बीच कंचन तक जाए अओर इसकी चूत जबाब दे दे तो मेरी चूत एक बार अओर तुम्हारा लंड लेने के लिए तय्यार है...

कंचन...भाभी अब तो भूल जाओ...अब तो मेरी चूत सुबहा तक इस लंड को चोदने वाली नही है....????

कंचन की एस बात पर फिर से सभी हंस पड़े...अओर उन सभी के मूह से एक साथ निकल ही गया...कंचन तो आज पूरी चुदाई के मूड मैं हैं....इसकी सुहाग रात तो लंबी चलेगी............
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05-31-2019, 12:03 PM,
#26
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
चुदाई का सिलसिला पार्ट -20

शास धीरे धीरे दूध पीने लगा...उसका लंड अभी भी फूलकर कुप्पा बना हुवा था...जिसको देखकर कंचन की चूत मैं खुजली अओर जीयादा बढ़ने लगी थी....उसे मालूम था की अब तो बस उसकी ही चुदाई होनी है.....उधर कंचन की कुँवारी नाज़ुक चूत जिस पर हल्के हल्के भूरे रंग के मुलायम बाल (प्यूबिक हेर/झांते) नज़र आ रहे थे, को देखकर उसकी चूत को चोदने के मज़े के बारे मैं सोच रहा था....कंचन की चूत अओर चुचिय्या शास को मुस्कान की याद दिला रही थी....उसकी चूत भी नाज़ुक अओर टाइट थी...उसकी चुचियाँ भी भारी अओर टाइट थी....पर कंचन की उमर (एज) तो मुस्कान से कम थी...एस्की चूत मैं तो अओर जीयादा मज़ा आने वाला था...यही सोच सोच कर शास का लंड अभी से पागल होने लगा था...शास ने सोचा....कि कंचन की चुदाई तो बड़े ही प्यार से की जाए....उसने सोचा की टाय्लेट जाने के बाद लंड को ठंडे पानी से साफ करके ही कंचन की चूत का मज़ा लिया जाया तो सायेद अओर बेहतर रहेगा....एसलिए शास ने दूध ख़तम करके ग्लास रख दिया अओर टाय्लेट जाने लगा.....

कंचन...शास भयया इस चूत को छोड़कर कहाँ चले...???

शास...कहीं नही कंचन भला तुम्हारी इस प्यारी नाज़ुक सी कुँवारी चूत को छोड़कर मैं कहाँ जा सकता हूँ....???

कंचन...पर कहीं तो जा रहे है....मेरी चूत मैं तो खुजली मची है....सबकी चुदाई हो चुकी है शिरफ़ मेरी चूत अभी तक एंतजार मैं है....ये तो बेचारी एंतजार मैं ही....?????

शास....चिंता कियूं करती हो कंचन....मैं तो अभी टाय्लेट होकर अओर लंड को ठंडे पानी से सॉफ करके अभी आता हूँ....जिससे तुम्हारी चूत मैं ताज़ा लंड जाए अओर तुम्हारी पूरी मज़े से चुदाई हो.....

कंचन...अच्छा ये बात है...तो जाओ पर जल्दी आओ....अब तो मेरी चूत एंतजार नही कर पा रही है....आख़िर पानी छोड़ते छोड़ते हुवे भी अब तो थक गयी है अब तो इसे बस चुदाई से ही आराम मिलेगा.....

शास...बस आभी आता हूँ.....तब तक चूत पर हाथ फेर कर काम चलाओ....बाद मैं मेरा लंड संभाल लेगा....अओर शास रूम से बाहर निकल गया...कंचन अपनी चूत पर हाथ फेरने लगी.....

भाभी,पूजा अओर पायल अब तक चुदाई अओर चटाई से पानी छोड़ छोड़ कर थक गयी थी....रात भी काफ़ी हो चुकी थी...अब उन्है नींद भी आने लगी थी...एसलिए वे सभी आराम से सीधी लेट गयी थी.....मगर कंचन की आँखों मैं नींद कहाँ थी....उसकी चूत मैं तो उथल पुथल हो रही थी....उस पर तो अब चुदाई का नशा पूरी तरह चढ़ा हुवा था....खुलती बंद होती चूत लगातार पानी छोड़ रही थी...अब कंचन से शास का एंतजार नही हो पा रहा था....एसलिए कंचन सीधे बाथरूम की अओर चल दी....बाथरूम मैं जब कंचन पहुँची उस समेय शास टाय्लेट के बाद लंड को ठंडे पानी से सॉफ कर रहा था....जो अब पहले से छोटा नज़र आ रहा था.....

कंचन...शास तुमने तो ये लंड छोटा कर दिया अब ये मेरी चुदाई कैसे करेगा...???

शास...चिंता मत करो...तुम्हारी चुदाई के लिए तो ये लंड अब पहले से भी बड़ा...मोटा अओर टाइट हो जाएगा....??? कंचन तुम भी अपनी चूत को पानी से सॉफ कर लो....जिससे जीयादा गीलापन कम हो जाएगा....जिससे चुदाई का मज़ा अओर जीयादा आएगा....

कंचन...वो कैसे शास???

शास... देखो कंचन तुम्हारी चूत जीयादा गीली होने से अंदर से चिकनी हो गयी होगी....तो उस्मै लंड जल्दी से चला जाएगा....अओर अंदर से कम चिकना होगा तो लंड चूत की दीवारों को जीयदा रगड़ कर अंदर जाएगा....तो जीयादा मज़ा आएगा...????

कंचन...पर शास भयया उससे तो जीयादा दर्द होगा ना..???

शास...नही कंचन जीयादा दरद नही होगा पर मज़ा जीयादा आएगा....

कंचन...नही शास भयया...पहले तो एसे ही चोदो बाद मैं देखा जाएगा...अब जल्दी करो....अब मुझसे एंतजार नही हो पा रहा है....

शास...गीले लंड को टवल से सॉफ करते हुवे...चलो कंचन...तुम्हारी चूत चोदने की मेरी भी तम्मानना बहुत है....इतनी छोटी नाज़ुक चूत को चोदने मैं मज़ा ही कुछ अलग आएगा......

कंचन...कियूं मेरी चूत कया उन जैसी नही है.....???

शास...नही...तुम्हारी चूत तो अभी मलाई की तरह है...

कंचन...अच्छा चलो अब या बात ही बनाते रहोगे...???

शास अओर कनचन दुबारा रूम मैं आ गये...अओर नीचे पड़े हुवे गद्दो पर बैठ गये.....

भाभी...शास कया अभी तक कंचन की चुदाई शुरू नही की????

कंचन...नही भाभी....देखो ना मेरी चूत का कया हाल हो रहा है....पर ये अभी तक मुझे तडफा ही रहे है....

शास...भाभी ज़रा टाय्लेट चला गया था.....

भाभी...शास अब सब छोड़ो बस कंचन की चुदाई मैं लग जाओ....देखो तो कितनी बैचेन हो रही है.....????

शास...ठीक है भाभी...अओर शास ने कंचन को खींच कर अपनी बाहों मैं भर लिया....

इस पल की लिए कंचन ना जाने कब से बेकरार थी....उसका तो अंग-अंग शिहरने लगा था....कंचन को बाहों मैं भरने पर शास को फिर से मुस्कान की याद आ गयी...कंचन अओर मुस्कान मैं कया फ़र्क है...बस मुस्कान की उमर कंचन से कुछ जीयादा थी....पर कंचन की चुचियाँ अओर चूतड़ तो भारी ही है...हां कंचन की चूत भी अभी मुलायम है...जबकि मुस्कान की चूत पूरी तरह से तय्यार थी...शास सोचने लगा कि जब मुस्कान इस लंड को डालने मैं इतनी परेशानी हुई थी...अओर बेहोस तक हो गयी थी...तो कंचन का कया हाल होगा...????

कंचन को तो बड़े ही इम्त्मीनान अओर ध्यान से चोदना होगा....वेर्ना...इसकी तो हालत अओर जीयादा खराब हो जाएगी...कियूं ना कंचन की चूत के साइज़ को नाप लिया जाए...यही सोच कर शास ने कंचन के गुलाबी नाज़ुक होंठ अपने मूह मैं भर लिए...अओर एक हाथ कंचन के नाज़ुक मुलायाल सुंदर सरीर पर फिराने लगा....कंचन की सुडोल अओर कसी हुई जंघे बड़ी ही आकर्षक थी...शास का हाथ उसकी जांघों पर घूमता हुआ कंचन की चूत पर पहुँच गया था...शास का हाथ कंचन की चूत पर घूम रहा था...अओर उसके होंठो पर शास की जीभ घूम रही थी...तभी कंचन की जीभ शास के मूह मैं आ गयी अओर शास कंचन की जीभ को मलाई की तरह से चूसने लगा था...शास का हाथ कंचन की चूत पर घूमते घूमते उसके हाथ की एक उंगली कंचन के चूत द्वार पर गयी...अओर थोड़ी सी अंदर सरक गयी...इस पर कंचन की सिसकारी निकल गयी....आआआआआआआहह..उउउउम्म्म्म्म्म्म्म्म एमेम पर शास की उंगली अपना काम करती रही...धीरे धीरे शास की पूरी उंगली कंचन की चिकनी चूत मैं सरक गयी...अओर कंचन की चीख निकल गयी......उउउउउउउउउउउउउउउईईईईईईईईईईईआअ आआअहहस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईई ईईईईईईईईईईईईईईईईईईआआआह्ह्ह्ह्ह शास प्लीज़ ज़रा धीरे से करो...दर्द होता है.....

शास...कंचन ज़रा सोचो तो जब इस उंगली से तुम्हारी चूत मैं दर्द हो रहा है...तो इस मुस्टंड लंड को कैसे अंदर कर्वओगि....???

कंचन...धीरे धीरे डालो ना....ऊवूऊवूवुवूऊवूवम्म्म्म्म्म्म्म्म....???

शास...अच्छा कंचन मैं पहले तुम्हारी चूत को चाटता हूँ उससे दर्द कम होगा....

नही...शास पहले ही इन लोगो ने चाट चाट कर पहले ही बहुत पानी निकाल दिया है....अब तो बस तुम लंड को अंदर कर दो तभी अब चैन आएगा......आआआह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हुउउउउउउउउउउउम्म्म्म्म्म्म्म

देखा दोस्तो जब किसी कुँवारी की चूत मैं काम वासना जागती है तो वो सब भूल जाती है उसे तो बस एक ही चीज़ की चाहना होती है लॅंड की चाहना चाहे उसकी चूत फट ही क्यूँ ना जाए दोस्तो कंचन की चुदाई की दास्तान अगले पार्ट मैं
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05-31-2019, 12:03 PM,
#27
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
शास... कंचन की जीब को मस्ती में पी रहा था....और उसकी एक उंगली...कंचन की चूत में घूम रही थी...कंचन की शिसकिया काफ़ी तेज हो गये थी....शास धीरे धीरे उंगली से कंचन की चूत को फैलाने की कोशिस भी कर रहा था....और कंचन मस्ती में डूबती जा रही थी....कुछ देर के बाद शास ने कंचन की जीब को छोड़ कर उसकी एक चुचि को मुँह में भर लिया था....पर उसकी एक उंगली अभी भी अपने काम में व्यस्त थी.....कंचन की शिसकिया बढ़ती जा रही थी...उसकी चूत पानी से सराबोर थी....इसी बीच शास की उंगली....कंचन की चूत की झिल्ली को टच हो गयी तो कंचन की चीख nikal गयी...उूुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुुउउईईईईईईईईईईई.....

पर कंचन को एक अजीब से अहसास ने हिला दिया...कंचन ने शास को बाहों में जकड लिया और शास का मुँह कंचन की चुचि में फँस गया था.....

शास ने कुछ देर के बाद कंचन को गद्दे पर लिटा दिया और कंचन की चूत पर अपना मुँह रख दिया...और एक हाथ से कंचन की चुचियों को बारी बारी से मसल रहा था.....कंचन की चूत शास की गरम साँसों से और ज़्यादा पानी छोड़ने लगी थी....तभी शास की जीब को कंचन ने अपनी चूत के अंदर जाते हुए महसूस किया....कंचन आपना होश खोती जा रही थी...उसे लग रहा थे कि आज शायद इस आनंद में वो बेहोश हो जाएगी.....उसकी आँखे बंद थी...और सिसकियाँ गूँज रही थी...पर अब शास की जीब कंचन की चूत में काफ़ी अंदर तक घूम रही थी....शास को कंचन की चूत का स्वाद मुस्कान की चुत के पानी के स्वाद से मिलता जुलता ही नज़र आ रहा था...पर कंचन की चूत के पानी में हल्का सा भी कसैला पन नहीं था...बिल्कुल कच्चे नारियल के पानी का सा स्वाद.....लेकिन तभी कंचन ने शास के बालों को ज़ोर से पकड़ कर शास के मुँह को अपनी चूत से और सटा दिया था...शास ने धीरे से अपने मुँह को इस तरह से एडजस्ट किया कि उसकी नाक हल्का फूलका शांस तो ले सके क्योंकि कंचन ने तो पूरी ताक़त से शास के मुँह को चूत से सटा दिया था....तभी एक भूचाल सा आया और शास का खुला हुआ मुँह
उस अमृत जल से भर गया....जिसको मदन जल कहते है...जिसको शास गटगट पी गया पर कंचन की पकड़ अभी तक ढीली नहीं हुई थी...

धीरे धीरे कंचन की पकड़ ढीली पड़ती गयी और शास के लंड की अकड़न और बढ़ गयी....झटके खाता हुआ शास का लंड गधे के लंड के तरह शास की नाभि से टकरा रहा था...अब शास ने अपना मुँह कंचन की चूत से हटाया और मन ही मन सोचने लगा कि क्या कंचन की चूत इस लंड को झेल भी पाएगी या नहीं....तभी उसकी नज़र भाभी की वेसलीन की शीशी पर पड़ी और शास ने हाथ बढ़ाकर वेसलीन की शीशी उठा ली....और उसमें से ढेर सारी वॅस्लिन लेकर कंचन की चूत में डालने लगा.......

कंचन....शास क्या कर रहे हो ये.....

शास...कुछ नहीं कंचन तुम्हारी चूत को चिकनी कर रहा हूँ जिससे ये लंड आसानी से घुस जाए नहीं तो तुम्हे ज़्यादा दर्द होगा.....

कंचन....परवाह नहीं शास...बस आज मुझे चोद डालो जो भी होगा देखा जाएगा......

शास....ठीक है कंचन अब ज़रा इसे मुँह के चूस कर गीला कर दो....

कंचन...शास मैं कई घंटों से तड़प रही हूँ इस लंड के लिए....अब बस और नहीं....बस जैसे भी हो अब जल्दी से इसे अंदर डाल दो....

शास...लंड तो मेरा भी परेशान है...पर तुम्हारी मुलायम और कुँवारी चूत को देखकर डर रहा है....कहीं फट ना जाए...फिर क्या होगा....

कंचन...कुछ नहीं होगा...बस आज फाड़ डालो...में सह लूँगी....

अब शास से भी नहीं रुका जा रहा था.....उसका लंड भी अब अकड़ अकड़ कर दर्द कर रहा था....उसका लंड भी कंचन की कुँवारी....नाज़ुक सी चूत में जाने के लिए बेकरार था.....पर शास को मुस्कान की याद अभी भी बाकी थी...उसने मुस्कान की हालत देखी थी....शायद इसी लिए....सुरुआत करने में विलंब कर रहा था....

आख़िर शास ने अपना लंड कंचन की चूत के मुँह पर रख ही दिया.....लंड का गरम सुपाडा चूत पर महसूस कर कंचन शिहर उठी....इसकी हल्की सी सिसकारी निकल गई....

शास...कंचन...तय्यार हो.......

कंचन...अब तय्यारी कैसी कब से इस पल का एंतजार कर रही हूँ...अब तो बस जल्दी से अंदर डाल दो.....

शास ने धीरे से अपने लंड का दबाव कंचन की चूत पर बढ़ाया...पर शास का लंड कंचन की टाइट वर्जिन चूत में नहीं जा रहा था...शास मन ही मन सोच रहा था कि सीधी उंगली से घी नहीं निकलने वाला है.....फिर मुस्कान की याद आते ही डर भी रहा था...

उधर कंचन....की चूत का पानी छोड़ छोड़ कर बुरा हाल था....आख़िर शास ने कंचन के दोनो चुतड़ों को मजबूती से पकड़ कर....अपने लंड को ठीक से एडजस्ट कर एक ज़ोर का झटका दे ही दिया..............

आआआआआअहह...उउउउउउउउउउउउउउईईइसीईई....की आवाज़ के साथ कंचन चिल्ला उठी...और शास के लंड का सुपाडा कंचन की चूत में दाखिल हो चुका था.....कंचन अपने चूतड़ इधर उधर करने लगी...पर शास ने उसके चूतड़ मजबूती से पकड़े हुए थे और इसी पल एक और ज़ोर का झटका दे दिया.....

उउउउउउउउईईईईईएम्म्म्म्म्म्म्म्माआआआआ.............कंचन की एक जोरदार चीख nikal गई.....और शास के लंड का एक चौथाई हिस्सा चूत में दाखिल हो चुका था....कंचन शास के लंड को बाहर nikalने की कोशिस करने लगी.....उसकी आँखों से आँसू निकलने लगे थे....दर्द से उसका चेहरा बिगड़ने लगा था....उसकी चीख सुनकर भाीभि और अन्य सभी जाग गई थी....

भाभी....शास.... क्या हुआ....

शास....कुछ नहीं भाभी...पहले तो ये कंचन मान नहीं रही थी अब चिल्ला रही है....पर कंचन कुछ भी बोल नहीं पाई..उसका गला मानो किसी ने बंद कर दिया हो...घुटि घुटि दर्द की अह्ह्ह और आँखो से पानी बह रहा था....शास का 1 चौथाई लंड कंचन की चूत को फाड़ कर उसमें दाखिल हो चुका था......

भाभी...शास ज़रा धीरे धीरे डालो ना....तुम्हें तो मालूम है कि कंचन की चूत अभी छोटी और वर्जिन है...क्या वो तुम्हारे इस गधे जैसे लंड को आराम से झेल पाएगी...इस लंड ने तो हमारी चुदि चुदाई चूत की भी हालत खराब कर दी है...फिर इस बेचारी.....की हिम्मत है क़ि इसने इस लंड को लेने की हिम्मत तो दिखाई.......

शास...भाभी मैं तो आराम से ही डाल रहा हूँ पर .......कंचन की चूत ही इतनी टाइट है कि इसमें लंड जा ही नहीं रहा है.......

भाभी...देवर जी...मौके की नज़ाकत को समझ कर चोदो....

शास...ठीक है भाभी........

अब शास ने कंचन की चुचियों को हाथों से मसलना शुरू कर दिया था....और लंड को शांत छोड़ दिया था....काफ़ी देर तक शास कंचन की नाज़ुक चुचियों से खेलता रहा...चुचियों के निप्पल चूस्ता रहा और उसके हाथ कंचन के सरीर के हर भाग को सहला रहे थे.....लगभग 10 मिनट तक ऐसे ही करता रहा और उसका लंड कंचन की चूत में झटके खाता रहा.....

धीरे धीरे कंचन की चूत का दर्द अब कुछ कम हुआ....मगर अभी भी उसकी साने तेज तेज चल रही थी........

शास....अब कैसा महसूस कर रही हो कंचन....

कंचन....अब दर्द कुछ कम है....पर तुमने तो मेरी चूत को फाड़ ही डाला है......अब बाहर nikal लो शास.....मुझसे अब और नहीं झेला जाएगा......मुझे नहीं पता था कि इतना भयानक दर्द होगा.....

शास....घबराओ नहीं कंचन....कुछ नहीं होगा.........अब जब इतना झेल लिया है तो अब तो थोड़ा ही बचा है......तभी कंचन ने हाथ बढ़ा कर देखा...और शास के लंड पर हाथ फेर कर देखा,....अरे अभी तो सारा ही बाहर ही है....फिर अंदर क्या है....

शास....हंस कर...अरे नहीं....बस थोड़ा ही बचा है...और फिर पहली बार बस गेट से अंदर जाने पर ही दर्द होता है और फिर ये गेटवे ऑफ इंडिया को पार कर चुका है....कंचन के चेहरे पर हल्की से मुस्कान फैल गई.....

शास के लंड पर कंचन के हाथ का स्पर्श होते ही उसने एक ज़ोर का ठुमका मारा...और अंदर जाने के लिए मचल उठा....कंचन भी अब कुछ नॉर्मल हो चुकी थी....और फिर कंचन की बेहद टाइट चूत में फँसा शास का लंड कुछ ज़्यादा ही बेचैन हो गया मानो कंचन की चूत उसके लिए चुनोती बन गई हो....शास..बार बार आगे की प्लानिंग के बारे में सोच रहा था....ऑर रिजल्ट एक ही आता था....चुदाई तो अब करनी ही है....जो भी होगा अब देखा जाएगा.........उधर कंचन भी अब कुछ ऐसा ही सोच रही थी शायद????....अब शास ने अपने लंड को थोड़ा अंदर बाहर करना शुरू कर दिया था,...मगर बहुत धीरे धीरे और लंड अब चूत में अपनी जगह बनाने में लगा था.....लगभत 10 मिनट ऐसा ही करने के बाद कंचन लगभग नॉर्मल हो चुकी थी...उसकी चूत फिर से पानी छोड़ने लगी थी....कुछ ही देर पहले का भयानक दर्द अब वो भूलने लगी थी,,,,

मगर अभी तक कंचन की चूत की झिल्ली नहीं टूटी थी....अभी असली दर्द तो शायद बाकी था इस बात का एहशास शास और कंचन दोनो को ही था....मगर कंचन अब पूरे मज़े का आनंद ले रही थी....आख़िर अब शास की शहन शक्ति जबाब दे चुकी थी....उसका लंड अब कंचन की चूत की गहराई नापने के लिए आतुर हो चुका था....आख़िर शास ने लंड को बाहर खिचा ऑर इससे पहले कि कंचन कुछ समझ पाती शास ने एक ज़ोर का धक्का मार ही दिया......जिससे शास का लंड कंचन की चूत की झिल्ली तो तोड़ते हुए लगभग आधा अंदर पहुँच गया....और कंचन....ज़ोर से चीख उठी.....उसके चेहरे पर भयानक दर्द था...उसका सिर इधर उधर घूम रहा था ऑर शास को पीछे धकेलने की कोशिस कर रही थी.....उसकी चूत से खून की धार बह निकली थी...मगर शास अब रुकने वाला नहीं था....उसने बिना कोई देर किए दूसरा जबरदस्त धक्का लगा ही दिया और शास का लंड कंचन की चूत को चीरता हुआ...3 चौथाई उसकी चूत में फँस गया...
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05-31-2019, 12:03 PM,
#28
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
दर्द से निढाल कंचन......शायद एक बार फिर मुस्कान की कहानी........कंचन को संभलने का मौका दिए बगैर ही शास का तीसरा जोरदार धक्का.....ऑर इस बार शास का पूरा लंड कंचन की चूत में था और कंचन की बच्चे दानी के अंदर दाखिल हो रहा था.....मगर ये क्या...कंचन तो चीख कर बेहोश बो चुकी थी और बेहोशी में भी दर्द के कारण... अपने सिर को इधर उधर कर रही थी....उसकी आँखों से बहता पानी उसके दर्द की पूरी दास्तान बया कर रहा था....

भाभी....क्या हुआ शास......

शास...वही जिसका डर था भाभी.....

आख़िर भाभी से नहीं रुका गया ऑर वो उठी....अरे ये तो बेहोश हो गयी शास...तुमने इस बेचारी के हालत पर बिल्कुल भी तरस नहीं खाया....भला ये गधे का लंड ये मासूम कंचन काया झेल पाती.....

खैर ठहर अभी कुछ नहीं करना.....में फ्रिज का ठंडा पानी लाती हूँ....तब तक...तू इसके बूब्स ही सहला सकता है....लंड को मत छेड़ना......

शास धीरे धीरे कंचन की चुचिया मसल रहा था....शास का लंड कंचन की चूत में पूरी तरह से फँसा था....ऑर बेहोशी की हालत में कंचन अपने सिर को इधर उधर हिला रही थी.....कंचन की नाज़ुक कुँवारी चूत ऑर शास का मुस्टंडा गधे जैसा लंड....क्या कंचन झेल पाती....आख़िर यही तो होना था......फिर भी शास अपने लंड को बिना हिलाए कंचन की चुचियाँ हल्के हल्के दबा-दबा कर सहला रहा था....ओर कभी कभी चुचियों के निप्पल होंठों में लेकर चूस रहा था....तभी भाभी पानी लेकर आ गयी....ऑर कंचन के मुँह पर ठंडा पानी डाला....एक बार फिर ठंडा पानी डालने पर कंचन कुछ होश में आई...पर चूत का दर्द अभी भी उससे सहन नही हो पा रहा था....उसकी आँखो से बहता हुआ पानी उसके दर्द की कहानी बयान कर रहा था.....कंचन कुछ होश में आते ही चीख पड़ी.....शास प्लीज़ इसे बाहर nikal लो....में तो मर जाउन्गी....आआआआआअहह उूुुुुउउईईईईआआाअहीईईईइससस्स्स्सिईईईईईईईईईई.......................

धीरज धर....अभी दर्द बंद हो आएगा......

कंचन....भाभी में मर रही हूँ

भाभी कंचन के सिर के पास बैठ गई...

भाभी....कंचन बस ज़रा सा हूँ....

कंचन - आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह
भाभी....बस अब जो होना था...वो तो हो चुका......बस थोड़ी देर ऑर सहन कर लो......

कंचन....भाभी....नहीं मुझसे सहेन नहीं हो पा रहा है.........

भाभी....कंचन बस थोड़ी सी देर ऑर....ऑर फिर ये तो एक दिन होना ही था...बस इसके बाद इस दर्द से हमेशा के लिए छुट्टी.....बस मज़ा ही मज़ा.... पहले तो सबसे आगे थी.....ऑर अब डर रही है.....लंड तो पूरा चूत में घुस चुका है....क्यों शास.....?????

शास...हां भाभी...कंचन की चूत तो मेरे लंड को पूरा पी गई....

कंचन...पी नहीं गई...फट गई.......

इस पर भाभी....ऑर शास एक साथ हंस पड़े और दर्द होते हुए भी कंचन मुस्कुरा दी.......

भाभी.....आज काश में कंचन की जगह होती...तो बड़ा मज़ा आता...में भी अपनी चूत को फटते हुए देखती....पर मुझे पहले ऐसा लंड ही नहीं मिला....शास मेरी चूत में फिर खुजली मचने लगी है....कुछ तो इस का भी कर दो.......

शास....तो क्या कंचन की चूत से लंड को बाहर nikal कर आपकी चूत में पेल दूं भाभी.......

भाभी...नहीं शास...ऐसा गजब नहीं करना...क्या कंचन की चूत को प्यासी ही छोड़ देगा......देखा नहीं रहे हो....इतना दर्द झेल कर और चूत को फूडवा कर अब कितने आराम से लेटी है.....इस पर कंचन एक बार फिर मुस्कुरा दी.....

शास -- फिर में क्या करूँ भाभी....

भाभी....कुछ नहीं....में तो अपने हाथ से ही काम चला लूँगी.....तुम अब बस कंचन को सम्भालो....ऑर शार एक बार फिर कंचन की चुचियों को मस्त होकर चूसने लगा था....

शास के हाथ कंचन के पूरे सरीर पर तैरने लगे थे....ओर कंचन भी....अब भयंकर दर्द को भूलकर....मीठे मीठे दर्द में भी एक अजीब आनंद का अनुभव कर रही थी......

शास अब कंचन के बदन के साथ पूरी मस्ती के साथ खेल रह था...काफ़ी देर हो चुकी थी....ऑर कंचन की चूत का दर्द अब लगभग गायब था...भाभी का इशारा पाकर शास ने अपने लंड को अंदर ही अंदर हल्के हल्के हिलाना भी शुरू कर दिया था...ऑर कंचन मीठे मीथे दर्द के साथ उउउउउउउउउउआआआआआआउउउउउउउईईईएइससस्स्स्स्सिईईईई
के साथ...धीरे धीरे अपने सरीर को हिला रही थी....ऐसे ही काफ़ी देर गुजर गई....ऑर अब कंचन की चूत ने खून के साथ पानी भी छोड़ना शुरू कर दिया था....मगर शास अभी अपने लंड को अंदर बाहर नहीं कर रहा था...फिर भी उसका लंड झटके मार कर कंचन की चूत को चुनोती दे रहा था...कंचन की बच्चेदानि लगभग 3 एंच अंदर पहुँच चुकी थी...लंड के हर झटके के साथ कंचन क्र्राह उठती थी.....उधर भाभी अपने चूत में चारो उंगली डाल कर घुमा रही थी

कंचन की नज़र भाभी पर जैसे ही पड़ी वो मुस्कुराए बिना नहीं रह सकी....

अब उसकी चूत भी भरपूर पानी छोड़ रही थी...और शास के लंड को और
झटके मारने को मजबूर कर रही थी.....आख़िर जब शास से नहीं रुका गया तो उसने भी लंड को थोड़ा थोड़ा अंदर बाहर करना शुरू कर दिया......ओर कंचन एक बार फिर कराहने लगी पर अब दर्द कम ही हो रहा था

भयानक दर्द सहन करने के बाद ये दर्द कंचन के लिए कुछ भी नहीं था....शास के लंड के धीरे धीरे अंदर बाहर होने के साथ साथ कंचन की आ........आआआआहहुउऊुुुुुउउम्म्म्ममममममाआआआआईईईु
उूुउउम्म्म्मममममममम का साज़ मधुर संगीत बन कर और मादक होता जा रहा था...ऑर शास के लंड की अंदर बाहर होने की स्पीड धीरे धीरे बढ़ती जा रही थी.....

कंचन अब चुदाई का भरपूर आनंद लेने की स्थिति में आने लगी थी....उधर भाभी अपने काम में मस्त थी....बीच बीच में कंचन भाभी को देख कर ऑर कामातुर हो अपने चूतड़ हल्के से उपर उठाती तो बच्चेदानि ऑर अंदर खिसक जाती जिससे उसकी आआह nikal जाती थी......इस पर शास के लंड की अकड़ाहट ऑर बढ़कर ख़ूँख़ार होती जा रही थी.....ऑर कंचन के आहे अब सिसकारियों में बदलने लगी थी.........

वाह रे चुदाई के खेल...पिछले एक घंटे से दर्द से तड़पती कंचन.......बेहोश होती कंचन ....अब चुदाई के खेल को खुलकर खेलने के लिए तय्यार हो रही थी....उूुुुुउउम्म्म्मममममममाआआआआअहूऊऊऊऊहह की आवाजो के साथ मस्त नाज़ुक सी कंचन.....वासना के समुंदर में तैर रही थी......
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05-31-2019, 12:04 PM,
#29
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
अब कंचन को चूत के फटने या बच्चेदानि के फटने की कोई चिंता नहीं थी...बस चुदाई.....ऑर चुदाई का आनंद.....ऑर इसी समुंदर में तैरते हुए कंचन अब चुदाई के किनारे की तलाश मे अपने दोनो हाथ शास की कमर पर फिरा रही थी....कभी कभी उसके हाथ शास के चुतड़ों पर आकर शास के लंड को ऑर चूत के अंदर तक लेने की कोशिस कर रहे...थे...उसके अंदर एक तूफान आने जा रहा था.....उधर शास के धक्को की स्पीड के साथ कंचन चुदाई के अंतिम उस छोर की ओर जा रही थी.....जिसका कोई किनारा नहीं...एक अद्भुत आनंद....आनंद....ऑर पूर्णआनंद.......अर्थात....उसकी चूत अब पानी छोड़ने के करीब.....ऑर उसके हाथों का खिचाव शास की कमर पर बढ़ता ही जा रहा था.......

कंचन के हाथों का दबाव शास ने अपनी कमर पर अनुभव किया.....ऑर उसने ऑर जोरदार धक्को की बरसात कंचन की चूत में कर दी.....कंचन की सिसकारी अब पूरे कमरे में गूँज रही थी.....उसी रफ़्तार से भाभी की उंगलियाँ भी अपनी चूत के अंदर बाहर हो रही थी.....भाभी शास के लंड को ही अपनी चूत में जाता अनुभव कर के अपने हाथ की स्पीड बढ़ा रही थी....भाभी की चूत भी अब पानी छोड़ने ही वाली थी...उधर कंचन की चूत और शास के लंड की जंग.....कंचन की चूत फट चुकी थी...उससे खून अब चूत के पानी के साथ मिलकर रिश रहा था...पर चुदाई के आनंद में अब वो सब भूलकर पूर मज़ा ले रही थी...उसकी चूत पानी छोड़ने ही वाली थी ऑर वो शास से ऑर ज़ोर से चिपक कर चूतड़ उछाल रही थी.....कमरे में सिसकारियों की गूँज...उूुुआाअहहुउऊउउम्म्म्ममाआअसस्स्स्स्स्स्सीईईआ आाआआईयईईई सस्स्स्स्स्स्स्शहाआआआअसस्स्स्स्सस्स म्म्मईएरररीए बब्भाई.......फ़ाआड़ दे...आआआहह ईईए लो म्म्म्ममाआऐं तूओ ज्जाअ रही हूऊऊऊवन्न्ननणणन् गूँज रही थीईई
ऑर इसी के साथ कंचन ने पानी छोड़ दिया.......


कंचन की आँखे बंद हो गयी ओर उसकी उंगलियों के नाख़ून शास की कमर में घुस गये...उूुुुुुुुुुुुुआााआआआआअहह की लंबी ध्वनि के साथ.......बस शास के धक्को की आवाज़....कंचन पूर्ण शांत....एक लंबी शांति.......एक लंबा पहला आनंद.....चरम आनंद.....

उधर भाभी की चूत ने भी पानी छोड़ दिया....ऑर एक आआअहह्के साथ वो भी शांत हो गयी.....

मगर शास का लंड अभी भी पूरी गति से अंदर बाहर हो रहरा था.....ऑर फूच फूच फूच की मधुर कामुक आवाज़ ही कमरे में गूँज रही थी....कंचन की चूत अब काफ़ी गीली हो चुकी थी.....ऑर शास का लंड पूरी गति से अंदर बाहर हो रहा था.......अब शास भी अपने उत्कर्ष की ओर बढ़ने लगा था....उसका लंड भी अब पानी छोड़ने के करीब ही था....शांत कंचन में कुछ हलचल सी हुई....शायद अब वो उस पारमानंद से लूटने लगी थी....ठीक इसी बीच शास के लंड ने एक तेज पिचकारी के साथ पानी छोड़ दिया ऑर कंचन की चूत को पूरी तरह से अपने लंड के पानी से भर दिया......शास पूरी तरह से कंचंन से चिपक गया....कंचन अपनी चूत में शास के लंड का गरम-गरम पानी महसूस कर परम आनंद से सराबोर हो चुकी थी....ऑर कमरे में अब पूर्ण शांति..........

कुछ देर के बाद शास ने लंड को कंचन की चूत से बाहर खींचा....इसके साथ ही, खून....चूत का पानी ऑर ढेर सारा वीर्य का मिला हुआ वयंजन कंचन की चूत से बाहर निकलने लगा.....कंचन ने उठने की कोशिस की पर वो ठीक रूप से खड़ी नहीं हो पाई....भाभी ऑर शास ने उसे संभाला....कंचन को अब चलने में बहुत परेशानी हो रही थी....उसकी फटी हुई चूत से अभी भी...खून का रिश्वत हो रहा था....

भाभी....शास ये तो बुरा हुआ...कंचन की चूत तो काफ़ी फट गई ही.....

शास.....अब क्या होगा भाभी...वो घबराकर बोला.....कंचन भी घबरा गई.......

भाभी .....कुछ नहीं...घबराओ मत....सब ठीक हो जाएगा....पहली बार ऐसा होता है....ऑर फिर कंचन की चूत तो अभी नाज़ुक ऑर कुँवारी थी....इस पर गधे का लंड उस में घुसा दिया....तो ये तो होना ही था....पर घबराओ नहीं में संभाल लूँगी.......

भाभी ऑर शास कंचन को पकड़ कर बाथरूम तक ले गये...पर कंचन दर्द के कारण चल नहीं पा रही थी...उसकी टाँगें काप रही थी....ऑर सारे कपड़े भी खून से खराब हो चुके थे.....टाय्लेट करते हुए कंचन को भयंकर दर्द हुआ....

भाभी ऑर शास कंचन को वापस रूम में ले आए....भाभी ने गरम पानी करके उसमें ब्रांडी मिलाकर कंचन की चूत की सिकाई की....जिससे कंचन को काफ़ी दर्द के बाद कुछ राहत मिली.....अभी तक सुबह के 5 बज चुके थे....

भाभी...तुम दोनो कुछ देर आराम कर लो...मेरे पति...हॉस्पिटल से आते ही होंगे....बाकी में सवेरे सब संभाल लूँगी...घबराओ मत...थोड़ी देर सो लो.....

शास ....ठीक है भाभी...पर मुझे तो डर लग रहा है...कंचन की चूत तो बिल्कुल फट गई....घरवालों को क्या कहेंगे.....

भाभी....कहा ना...में सब संभाल लूँगी...अब सो जाओ.....

अब भाभी घर के अन्य कामो में वयस्त हो गई...ऑर शास ऑर कंचन सोने की कोशिस करने लगे....ऑर कुछ ही देर बाद उनके सोने की भी आवाज़ कमरे से आ रही थी....ऑर भाभी काम करते हुए आगे की प्लान बना रही थी..

सुबह जब भाभी के पति जब हॉस्पिटल से आए तो भाभी ने उन्हे बताया कि कंचन रात टाय्लेट जाते हुए बाथरूम में गिर गयी थी....काफ़ी चोट लग गयी है....में जब हॉस्पिटल जाउन्गी तो उसे भी डॉक्टर को दिखा दूँगी....ऑर भाभी जल्दी ही कंचन को अपने पति की सहायता से हॉस्पिटल ले गई...ऑर चुपचाप लड़े डॉक्टर को दिखाया...डॉक्टर ने कुछ क्रींस व मेडिसिन्स दी थी..कुछ दिन सेक्स से दूर रहने की सलाह भी...दी...इसके बाद वे घर लौट आए ...वहाँ पर भी कंचन की बाथरूम में गिरने की ही बात बताई....ऑर किसी को भी शक नहीं हुआ....बात इसी तरह से निपट गई....ऑर शास अपनी मोम के साथ अपने गाँव लौट गया ...कुछ दिनो बाद उसे पता चला कि भाभी प्रेगनेंट है...आख़िर उसने भाभी को चोद चोद कर माँ बना ही दिया था...ऑर भाभी की बरसों की इच्छा भी पूरी हो गई थी


मामा के घर से आने के बाद शास अपनी एग्ज़ॅम्स की तय्यारी पर लग गया ऑर पूरी मेहनत से साथ उसने एग्ज़ॅम दिया....उसके बाद उसकी समर वाकेशन्स शुरू हो गयी.....शास ने मम्मी से मामा के गाँव जाने के लिए कहा तो मम्मी ने कुछ दिन बाद जाने के लिए कह कर बात ख़तम कर दी.....मगर शास के लंड को अब चूत की ज़रूरत महसूस हो रही थी...काफ़ी दिनो से उसे कोई चूत नहीं मिली थी....उसका लंड अब पहले से बड़ा ऑर मोटा हो चुका था...उसे खुद आश्चर्य था...कि उसका लंड इतना भारी कैसे हो जा रहा है....ऑर साथियों से बातों बातों में उसे जानकारी मिल चुकी थी..कि लंड औसत मे 5 या फिर 6-7 इंच का ही होता है...पर उसका लंड तो अभी से 10 इंच लंबा था.. ऑर मोटा भी बहुत था....उसका लंड किसी भी चूत को फाड़ने के लिए काफ़ी था.....मगर अभी किसी भी चूत के मिलने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही थी.....मगर खुदा जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है.....यही कुछ बात शास पर भी लागू हुई........

शास को पहला चुदाई का अनुभव संतोष बुआ ने ही कराया था..ऑर आज कल शन्तोश बुआ की लड़की कुछ दिनो के लिए उनके घर पर आई...जो कि एम्स न्यू देल्ही से एमबीबीएस कर रही थी....

संतोष ऑर उसकी बुआ की लड़की शास के घर मिलने के लिए आई....शास तो उस लड़की को देखता ही रह गया....वो इतनी सुन्दर थी....कि शास का तो हाल ही खराब हो गया....ऑर एक तरफ़ा उसी लड़की को घूरता रहा...जब उस लड़की ने शास को अपनी ऑर इस कदर घूरता हुए देखा तो उसे कुछ अच्छा नहीं लगा...वैसे तो उसके लिए ये कोई नई बात नहीं थी...कॉलेज ऑर बाज़ार में भी लड़के उसे घूरते रहते थे...पर गाँव में उसे काफ़ी छोटा लड़का उसे इस कदर घूर रहा था....ये कुछ अटपटा सा लगा...पर वो कुछ नहीं बोली ओर शन्तोश के साथ अपने घर लौट गई.....

कुसुम..संतोष दीदी ये लड़का कौन था...

संतोष...कॉन्सा लड़का कुसुम..

कुसुम...अरे वही लड़का जिनके घर से हम अभी आए है...बहुत घूर घूर कर देख रहा था..

संतोष.. तुम हो ही इतनी सुंदर कि कोई भी तुम्हे घूर घूर कर ही तो देखेगा....ये कह कर संतोष हंस पड़ी.....

कुसुम-क्यूँ मज़ाक कर रही हो दीदी...ज़रा उसकी उम्र तो देखो....ऑर ऐसे घूर रहा था.. कि मानो..मुझे.........

संतोष...वो देखने में ही छोटा है...पर उसका वो बहुत बड़ा है....

कुसुम...उसका वो से आपका क्या मतलब है दीदी...

संतोष...हँसते हुए डॉक्टरनी जी इतनी भी भोली ना बनो...

कुसुम...इसमें भोली बनने की क्या बात है...ज़रा खुलकर बताओ ना दीदी...

संतोष...अरे वही...जिसके लिए आदमी औरत को देखता है....



कुसुम…आदमी किसके लिए औरत को घूरता है दीदी….

संतोष…तुम कॉलेज में क्या पढ़ती हो…जो तुम्हें ये भी नहीं पता है…ऑर फिर तुम्हें कॉलेज के लड़के क्यूँ घूरते हैं…????

कुसुम…उनका तो दिमाग़ खराब होता है जहाँ कोई लड़की देखी बस हो गए शुरू…कुछ वो बोलते रहते है…उन्हें तो कोई ऑर काम होता नहीं है…पर ये लड़का तो अभी उम्र में भी काफ़ी कम है….

संतोष…मेने बताया ना…उसका वो काफ़ी बड़ा ऑर मस्त है….

कुसुम…में भी तो वही पूछ रही हूँ कि वो क्या…..

संतोष….अगर तुम कॉलेज के लड़को को लिफ्ट दो तो वो तुम्हारे साथ क्या करना चाहेंगे…

कुसुम….अरे दीदी छोड़ो..वो तो गंदी सन्दी पिक्चर देखते है…बस उन्हे तो एक ही चीज़ चाहिए….

संतोष…एक ही क्या चीज़ चाहिए…ये तो बताया नहीं तुमने….

कुसुम…तुम तो बात को टाल रही हो…में तो उसके बारे में पूछ रही हूँ….

संतोष..ऑर में भी तो उसी के बारे में बता रही हूँ…वे लड़के तुमसे क्या चाहते है….

कुसुम….सेक्स करना ऑर क्या….

संतोष…पर ये सेक्स होगा किस चीज़ से…में उसी के बारे में बता रही हूँ….

कुसुम…क्या मतलब….

संतोष….बस यही मतलब है कि उसका वो बहुत बड़ा है…..

कुसुम…इसका मतलब ये हुआ कि आपने देखा है दीदी…

संतोष…यही समझ लो…

कुसुम…उत्सुकता से …पर कैसे दीदी…क्या आपने उसके साथ…

संतोष…यही समझ लो…पर वो है बड़ा ही प्यारा…

कुसुम…दीदी बताओ ना…क्या, कब ऑर कैसे हुआ था…..

संतोष…अर्रे..अरे एक साथ इतने सवाल…बस बता दिया कि वो बहुत ही प्यारा है….बस एक ही बार मोका मिला था…बस वो मज़ा आया कि आज तक याद है….अगर एक बार देख लिया तो अपने शहर के लड़को को भूल ही जाओगी…

कुसुम…में अभी कहाँ लड़को को याद रखती हूँ…मेरा कोई बाय्फ्रेंड नहीं है दीदी ऑर मैने आज तक किसी भी लड़के से बात तक नहीं की ऑर बाते तो एक तरफ रही….

संतोष…तो क्या वास्तव में तुमने कभी किसी आदमी का वो नहीं देखा…ऑर सेक्स का आनंद नहीं लिया…
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05-31-2019, 12:04 PM,
#30
RE: Kamukta Story चुदाई का सिलसिला
कुसुम…नहीं दीदी..सेक्स का आनंद तो नहीं लिया..हां एक दो बार नेट पर रिसर्च करते हुए आदमी का वो तो देखा है…वो भी नेट पर और एक बार मम्मी-पापा को सेक्स करते हुए भी देखा था….बस….

संतोष…पगली…डॉक्टरनी…अरे इतनी बड़ी हो गई…डॉक्टरी पढ़ रही है…ऑर आज तक ना सेक्स किया ऑर ना आदमी का वो ही देखा…अच्छा ये बता तुमने मम्मी-पापा को क्या केरते हुए देखा था…

कुसुम…सेक्स ऑर क्या….

संतोष…अरे पूरी तरह से बता…वो कैसे कैसे कर रहे थे….

कुसुम…ज़्यादा तो कुछ दिखाई नहीं दिया था..बस रात में मैं जब टाय्लेट जा रही थी..तो पापा मम्मी के उपर थे ऑर ज़ोर-ज़ोर से आगे पीछे हो रहे थे…मम्मी कुछ बड़बड़ा रही थी…मुझे शरम आई ऑर में टाय्लेट करके अपने कमरे में भाग गयी…बस…

संतोष…तुम भी कुछ नहीं … कुसुम…अरे जब देखा था..तो पूरा मज़ा लेकर तो देखती….अगर इस जवानी में भी मज़े नहीं लिए तो क्या फिर बुढ़िया होकर लेगी…मेने तो कई आदमियों के साथ मज़े लिए है…पर शास के साथ अनुभव उन सब से प्यारा रहा है…कुसुम जानती हो मेरे साथ शास ने पहली बार किया था…बल्कि कैसे क्या करना है सब मुझे ही सिखाना पड़ा था..पर उसके बाद उसने जो चुदाई की…बस मज़ा आ गया ऑर आज तक याद है…उसके बाद समय या मोका ही नहीं मिला…आख़िर संतोष की ज़ुबान पर चुदाई जैसा शब्द आ ही गया था...

कुसुम…क्या दीदी…आपने ही उसे सिखाया..पर कैसे…अब कुसुम को भी मज़ा आ रहा था….वो भी बड़ी उत्सुकता से सुन रही थी…

संतोष…एक बार खेत में ले गयी थी…वही पर…बड़ा मज़ा आया था…

कुसुम…पर आपको डर नहीं लगा दीदी…कहीं कुछ हो जाता या फिर कोई देखा लेता तो क्या होता..

संतोष…पगली कहीं की…जब एक बार मज़ा ले लेगी तो फिर इन सब बातो का डर अपने आप दूर हो जाएगा…फिर आजकल तो ना जाने कितनी ही टॅबलेट है…दूसरा भी डर नहीं रहता…जवानी आई है तो बस मज़े लो…ऑर जियो…..

कुसुम…दीदी सच बताओ शास का कितना बड़ा है वो…

संतोष…6-7 एंच का तो होगा ही…पर सबसे बड़ी बात तो ये थी…कि में तीन-चार बार झड चुकी थी तब वो एक बार ही झडा था…वर्ना आदमी तो लगाते लगाते ही झड जाते है…ऑर सारा मज़ा किरकिरा कर देते है….

कुसुम…अरे दीदी आप तो बड़ी चालू निकली सारे मज़े ले लिए…ऑर सेक्स के सारे अनुभव भी कर लिए….

संतोष…तुम भी अनुभव कर लो….बाद में काम आएँगे…

कुसुम…मुझे तो डर लगता है दीदी…

संतोष...अरे किस चीज़ का डर.....ये तो सभी करते है...तुमने मम्मी-पापा को तो देखा ही है....

कुसुम…दीदी कहीं कुछ हो गया तो फिर क्या होगा…फिर मुझे तो इस बारे में कोई अनुभव भी नहीं है…

संतोष…अरे कुछ नहीं होगा…ऑर फिर में हूँ ना…में सब संभाल लूँगी…अब गाओं में आई हो तो यहाँ की ऐसी याद लेकर जाओ कि उम्र भर याद रहे…ऑर डॉक्टरनी…तुम्हारी डॉक्टरी में भी तो ये सब की जानकारी ज़रूरी होती होगी….

कुसुम…प्रॅक्टिकल नहीं…बस थियरेटिकल नालेज ही होती है…बुक्स में तो सभी कुछ है…फिर नेट पर सब है…जब चाहे देखा लो…

संतोष…तुम्हारी इच्छा..फिर ये ने कहना कि गाँव गयी थी दीदी ने ख़याल नहीं रखा…तुम चाहो तो में शास से मुलाकात करवाने की कोशिस करूँगी…

कुसुम…दीदी मन तो मेरा भी होता है पर डर लगता है…

संतोष…डर किस बात का में भी तो तुम्हारे साथ ही रहूंगी…फिर ये भी तो देखना होगा कि शास अब तय्यार भी होगा कि नहीं…वो तो अचानक ही हो गया था…

बाते करते करते दोनो बेड पर आ गयी ओर संतोष ने धीरे से कुसुम की चुचियाँ दबा दी…कुसुम के मुँह से आआआअहह निकल गई…..

आअहह दीदी कुछ होता है….आआअहह धीरे से दीदी……..कसमसाती हुई कुसुम की आह एक बार फिर निकल गई……

संतोष…कैसा लगा मेरे जान..छोटी बहना……

कुसुम…बड़ा मीठा मीठा दर्द होता है दीदी, पर मज़ा भी बहुत आया….थोड़ा धीरे से करो ना दीदी…..

संतोष…अरे जब आदमी मस्त हो जाता है तो फिर तो वो मस्त होकर ही दबाता है….मज़ा भी बहुत ही आता है उस दर्द में…मन करता है…कि वो बस दबाता ही रहे ऑर मस्ती में ऑर मस्ती में….ऑर जब निप्पल्स को चूमता है तो सिसकारिया ही निकलती रहती है अह्ह्ह्ह्ह्ह ओह्ह्ह्ह्ह्ह …संतोष ने कुसुम की चुचि नंगी करके अपने होठों के बीच चुचि के निप्पल को दबा कर बोली….

कुसुम की आआआहहुउऊईइससस्शहिईिइ के साथ एक कामुक आह निकल गई….उउस्स्स्सिईई दीदी फिर से करो ना….अच्छा लगता है…आज पहली बार किसी ने किया है…..

संतोष ने कुसुम की दोनो चुचियों को नंगा कर दिया ऑर फिर धीरे धीरे सहला कर निप्पल को मुँह में भर लिया….संतोष उसकी चुचियों को सहला सहला कर चूमने ऑर चाटने लगी थी… उसे भी इन कसी हुई चुचियों को सहलाकर चूसने में मज़ा आ रहा था…ऑर कुसुम की हल्की हल्की सिसकारिया लगतार निकल रही थी…संतोष ने धीरे धीरे कुसुम को पूरा नंगा का दिया ऑर खुद भी सारे कपड़े उतार कर कुसुम के उपर लेट गई ऑर उसके पूरे बदन को सहलाने लगी थी….कुसुम के हाथ भी संतोष के शरीर पर लगातार घूम रहे थे….पूरा कमरा मदहोश होकर कामुक सिसकियो से गूज़्ने लगा था…दोनो की चूत गीली होने लगी थी…संतोष का हाथ घूमते घूमते उसकी चूत तक चला गया ऑर वो कुसुम की चूत को हल्के हल्के सहलाने लगी थी…फिर ने जाने उसे क्या सूझा…कि उसने अपना मुँह कुसुम की चूत पर रख दिया ऑर चूत के क्लिट को जीब से चाटने लगी……कुसुम मुमयाने लगी…और उसके चूतड़ अपने आप ही उपर नीचे होने लगे जैसे कि वो वासना के समुंदर में लहरे बन कर तैर रही हूँ….


संतोष की जीब कुसुम की पूरी चूत में घूमने लगी ऑर कुसुम लगातार सिसकियाँ भर रही थी…कि अचानक संतोष ने अपनी जीब को फोल्ड कर कुसुम की चूत के छेद में घुसा दिया….आआआआवउुुुउउईईईईइससस्स्स्स्शह के साथ कुसुम सिहरः उठती…..संतोष की जीब अब लगातार कुसुम की चूत को चोद रही थी…बीच बीच में वो कुसुम की चुचियों को भी मसल रही थी तभी एक तूफान कुसुम के सरीर में आया…उसका पूरा सरीर ऐंठने लगा….उसकी चूत सूनी होने लगी…मानो उसका पूरा सरीर उसकी चूत में नीचूड़ने जा रहा हो… उसके हाथ संतोष के सिर पर ज़ोर से कसने लगे…ऑर संतोष का पूरा मुँह कुसुम की चूत मे फँस गया….उूुुुुुुुुुुुुुुुुुउउम्म्म्मममममममममममाआआआऐईईएईईएईहहाआआआआआअहह का सुर रूम में गूंजने लगा….कुसुम उन्ही लहरो में पूरी तरह से अब डूबने के लिए तय्यार थी….ऑर संतोष कुसुम की चूत को चोद चोद कर पूरा मज़ा ले रही थी…एक प्यासी कुँवारी चूत का पानी भी कुछ अजीब स्वाद दे रहा था…कि अचानक ज्वरभाटा आया ऑर संतोष का पूरा मुँह पानी से भर गया…मस्त संतोष उस पानी को गटगत् पीने लगी ऑर उउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउउईईईईईईईईएम्म्म्म्म्म्म्म्म्म्म्स्स्स्स्स्स्स्सीइह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्हाआआआआअईईईईए के साथ कुसुम ने अपना पूरा पानी छोड़ दिया….चरम उत्कर्ष के साथ….वो आनंद जिसके बारे में सिर्फ़ सुना था….कुछ देर चूतड़ ज़ोर से उछालने के बाद कुसुम अब शांत होने लगी थी…शान्ती…एक प्रेम सुख…एक नया अनुभव…….वो…क्या सुख था….कुसुम का सरीर शांत होता गया ऑर संतोष उसकी चूत का पूरा पानी पीकर अब उसे जीब से सॉफ करने में लगी थी……
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