RE: Maa Chudai Story सौतेली माँ से बदला
उसकी चूत से, लगातार खून बह रहा था.. ..
इधर वसीम को कोई मतलब नहीं था, वो जिए या मरे..
नफ़रत, उसके सिर चढ़ कर बोल रही थी…
हर बार वो अपना लण्ड बाहर निकाल के एक ज़ोर का झटका देते हुए, उसकी गाण्ड में घुसा देता।
ऐसे ही करीब 10-15 मिनट चलने के बाद, आख़िर वसीम झड़ गया और सारा मूठ उसकी गाण्ड में डाल दिया।
झड़ते ही, वो 3-4 मिनट तक उसके ऊपर ही लेटा रहा..
फिर वो उठा और उसने दोनों बैंगन सलमा की चूत से बाहर निकाले और खड़ा हो गया..
इतनी “भीषण चुदाई” से सलमा, अब तक बेहोश हो गई थी..
वसीम को अब भी उस पर तरस नहीं आया और उसने उसके मुँह पर पानी मारा तो उसे थोड़ा होश आया..
मगर, वो हिल नहीं पा रही थी…
अब वसीम ने उसे बोला के – साली, कुतिया इसे कहते हैं, चुदाई… आज से, तू मेरी रखैल है और मैं तुझे हर रात को, इसी तरह चोदूंगा… अब तुझे दुनिया की कोई ताक़त, मुझसे नहीं बचा सकती.. समझी…
अधमरी सलमा को वसीम ने एक जोरदार तमाचा दिया और पूछा – समझी की नहीं…
और उसके चेहरे पर थूक कर, वो वहां से चला गया…
सलमा ऐसे ही पूरी रात, दर्द से तड़पति रही…
जब सुबह हुई, तो उसकी बहन नीलोफर कमरे में आई।
उसने सलमा को इस हालत में देखा, तो बहुत डर गई…
नीलोफर ने सलमा से पूछा – ये सब क्या हुआ… ?? कैसे हुआ… ?? तो सलमा ने उसे रात की सारी बात बताई..
नीलोफर के पैरों तले, ज़मीन खिसक गई।
नीलोफर ने उसे कपड़े पहनाते हुए कहा – हम लोग यहाँ से, आज ही कहीं चले जाएँगे..
मगर, सलमा को ये मंजूर नहीं था!!!
उसके सिर पर “वसीम की प्रॉपर्टी” का भूत, जो सवार था…
उसने, नीलोफर को जाने से मना कर दिया और समझाया..
फिर नीलोफर किचन में गई और गरम पानी करके लेकर आई।
नीलोफर ने उसकी चूत, गाण्ड, दोनों चुचियों और लगभग जिस्म के सारे हिस्से को गरम पानी से सेंका..
फिर उसने, उसकी गाण्ड और चूत से बहे खून को साफ किया..
|