Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
11-11-2020, 01:17 PM,
#71
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश की जीभ चुत पर घुमति हुई चुत के अंदर जा कर सानिया को मदहोश करने लगी.
सानिया के चुत का दाना तन गया जिसपर सतीश के जीभ ने अपना कमाल कर दिखाया था.
सानिया की साँसें और तेज हो गयी, उसके मुह से आनंद भरी चीत्कार निकल रही थी.
सानिया की उँगलियाँ अपने बेटे के हाथ पर कस गई और उसे लगा की चुदाई के पहले ही झड जायेगी.
अब सतीश ने टीशर्ट को ऊपर करके सानिया की चूचियों को ब्रा की कैद से आज़ाद करदिया. सानिया की दोनों गुलाबी निप्पल्स तन कर खड़ी हो गई और उसने एक निप्पल अपने मुह में ले ली और उसको चुसना शुरू करदिया.
सतीश ने अपना हाथ नीचे किया और अपनी पैंट की ज़िप खोल दि. जैसे की अपेक्षित था, उसका चुदाई का औज़ार, उसका लंड तन कर खड़ा हुआ था और चुत चुदाई को तैयार था उसकी जीभ सेक्सी तरीके से सानिया के स्तन, निप्पल पर घुमति गई और सानिया ने उसके लंड को खुली ज़िप के अंदर, उसकी चड्डी के उपरसे ही जोर से पकड़ लिया.
अब सतीश अदल बदल कर निप्पल चूस रहा था उत्तेजना के मारे सतीश ने करीब करीब निप्पल पर काट ही लिया था.
सतीश का हाथ नीचे हुआ और उसने चुत के दाने को अपने अँगूठे से दबाया तो सानिया की गांड काउंटर से ऊपर उठ गयी.
सतीश ने अपना खड़ा हुआ लम्बा और मोटा लंड चड्डी से बाहर निकालने मे सानिया की मदत की और सानिया ने उसके लंड को पकड़ कर अपनी गीली गरम चुत पर रगड़ने लगी.
उसके लंड को अपने चुत के मुह पर पा कर जैसे सानिया की चुत बहुत खुश हो गई और हमेशा की तरह ढेर सारा वीर्य उसकी चुत से बाहर आया.
सानिया अपने घुटनोँ के बल बैठ कर अपने बेटे के मोटे लंड को अपने हाथ में पक़डकर.
लंड चुसने को तैयार थी और वह ज्यादा इंतज़ार नहीं कर सकी.
सानिया ने तुरंत ही लंड के मुह पर, सुपाडे पर अपनी जीभ फिरायी.
दोनों ही अपनी चुदाई जल्द से जल्द पूरी करना चाहते थे, इस से पहले की कोई उनको वहां देखले.
सानिया को पता है की उसका बेटा चुदाई में बहुत मज़बूत हैं और हमेशा ही उसके लंड से पानी निकलने में बहुत समय लगता है. इसलिए ये जरूरी था की चुदाई के पहले उसके लंड को इतना गरम करदिया जाये ताकि उसका लंड उसकी चुत में अपना पानी निकालने में ज्यादा वक़्त न लगाए.
ओर इसका एक ही रास्ता था की उसके लंड को चुस चुस कर पानी निकलने के आधे रस्ते तक ले जाया जाय.
सतीश हमेशा कहता हैं की मम्मी बहुत अच्छा लंड चुस्ती है और आज एक बार फिर सानिया अपनी लंड चुस्ने की काबलियत उसके लंड पर दिखा रही थी.
उसका आधा लंड सानिया के मुह में था और सानिया उसको चुसते हुए मुह के अंदर बाहर कर रही थि, जैसे उसका लंड मुह को चोद रहा हो.
ये सानिया को अनुभव से पता चला की अब वह सतिश को काफी गरम कर चुकी है और अब चुत और लंड की चुदाई में वो साथ साथ ही झडेंगे, तो उसने उसका खड़ा लंड अपने मुह की पकड़ से आज़ाद किया.
सानिया के पैर बेटे की कमर से लिपट गये, सतीश के हाथ सानिया की गांड के नीचे थे और उसका लम्बा और मोटा लंड सानिया की चुत में घूसा हुआ उसे चोद रहा था.
शुरूवात से ही उसके धक्के काफी तेज थे क्योंकि वो पहले से ही गरम था. सानिया ने अपना हाथ नीचे करके खुद ही अपनी चुत के दाने को मसला जिस से वह जल्दी ही झड गयी, पर सतीश अपनि मम्मी की चुत को लगतार चोद रहा था.
दो चुदाई के दीवाने चुदक्कड़ अपना चोदने और चुदवाने का काम बहुत मन लगा कर कर रहे थे. जल्दी ही सानिया दूसरी बार झड़ने को तैयार थी.
दोनो की साँसे तेज हो गयी, बदन अकडने लगा और मज़ा बढ़ता गया.
एक जोरदार धक्के के साथ सतीश का लंड सानिया की चुत की गहराइयो में अपने वीर्य की बरसात करता हुआ सानिया की चुदाई की प्यास को बुझाने लगा.
सानिया खुद भी बहुत जोर से झड चुकी थी.
दोनों की आँखों में परम सन्तुष्टि के भाव थे.
सतीश के लंड ने सानिया की चुत के अंदर अपने वीर्य का अन्तिम फ़व्वारा छोड़ा और वो बेटे से लिपट गयी.
उससे लीपटे हुये, सानिया ने उसके कान में कहा........................
" मुझे पेशाब करना है."
सतीश मुस्कराते हुए बोला – “चुदाई के बाद हमेशा ही तुम्हारा पेशाब निकलता है......

सतीश ने अपना लंड सानिया की चुत से निकाला तो सानिया ने अपने पैर जमीन पर रखे.
सानिया के पैर कांप रहे थे. सानिया ठीक से खड़ी नहीं हो पा रही थी.
सतीश ने मम्मी की कमर को पकड़ा और उसकी तरफ देख कर मुस्कुराया.
ऐसा जोरदार, दमदार और तेज चुदाई की वजह से हुआ था.
सानिया की ताकत वापस आई तो उसने काउंटर पकड़ कर अपना सन्तुलन बनाया.
सानिया ने अपने पर्स से टिश्यू पेपर निकाला और टॉयलेट सीट पर बैठि.
सानिया ने देखा की सतीश भी वहां चेंजिंग रूम के वाश बेसिन से टिश्यू पेपर ले कर अपना गीला लंड साफ़ करने लगा पर सानिया ने उसे मना किया और अपनी जुबान से चाट चाट साफ़ किया.
फिर सतीश ने अपना लंड वापस अपनी चड्ढी मे अपनी पैंट के अंदर ड़ाला और ज़िप बंद की.
सतीश ने सानिया की नीचे जमीन पर पड़ी पेन्टी को उठायी और सानिया तरफ देखा.
सानिया ने चुत को टिश्यू पेपर से साफ़ किया और जब सानिया खड़ी हुई तो सतीश ने पेन्टी सानिया को पकडाई
सानिया ने पेन्टी पहनी और अपने हाथ धो कर साफ़ किये. अपने कपडे ठीक किये, सतीश ने दरवाजा खोला और सानिया अपना पर्स उठाकर बेटे के हाथ में हाथ डाले बाहर आयी.
बाहर कोई नहीं था और किसी को भी पता नहीं चला की वह वहां एक गरमा गरम चुदाई कर के निकले है.
ये एक बहुत रोमांच से भरी चुदाई थी.

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11-11-2020, 01:17 PM,
#72
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश सानिया को लेकर मॉल मे लेकर जाता है. वहा वह सानिया को एक खूबसूरत साड़ी और गहने लेकर देता है और खुद को नई शेरवानी लेता है
सानिया: “सतीश यह किसलिये?
सतीश: “मम्मी मैं तुम्हे दुल्हन के रूप में देखना चाहता हु मेरी बहुत ख्वाहिश थी आपको दुल्हन के रूप में देखु, तो जल्दी से तैयार होकर आओ”
सानिया साड़ी और सब गहने लेकर चैंजिंग रूम में चली जाती है.
जब वह तैयार होकर बाहर निकलती है तो सतीश उसको आंखे फाडे देखता रहता है. इतनी खूबसूरती बेपनाह हुस्न उसने पहले कही नही देखा था.
फिर टैक्सी पकड़कर निकलते है.
सानिया: “ये तो बताओ की हम कहाँ जा रहे है”?
सतीश: “शादी मे............!
सानिया: “किसकी शादी में?
सतीश: “किसी अपने की शादी है”.
सानिया: “अपने की शादि, पर जहाँ तक मुझे पता है, हमारे किसी अपने की शादी तो है नहीं अभी”.
सतीश: “हाँ ये बात सच भी है, और झूठ भी”.
सानिया: “मतलब ?
सतीश: “तुम्हे क्या लगता है, किसकी शादी हो सकती है ?
सानिया: “पता नही, तुम ही बता दो ना किसकी शादी है”?
सतीश: “जान मेरी, हमारी शादी है.
सानिया: “क्या..................?
सतीश: “हा”
सानिया: “पर अचानक !
सतीश: “क्यूँ तुम्हे मेरा सरप्राइज पसंद नहीं आया क्या”?.
सानिया: “ऐसी बात नहीं है, पर? ................
सतीश: पर क्या, तुम्हे मुझसे शादी नहीं करनी है क्या?
सानिया: “मैं तो मरी जा रही हूँ तुमसे शादी करने के लिये”.
सतीश: “तो फिर ?
सानिया: “मैं तो बस ऐसे ही चोंक गई थी अचानक शादी की बात सुन के”.
सतीश: “क्या तुम खुश नहीं हो?
सानिया: “मैं तो बहुत खुश हूँ हमारी शादी की बात से, मुझसे ज्यादा खुश तो मेरी चुत है जिसे हमेशा के लिये तुम्हारा लंड मिल जायेगा,
काश मैं अभी यहाँ तुम्हे बता सकती की मेरी चुत ख़ुशी से इतना रस छोड रही है की मेरी पूरी पेन्टी उस वीर्य से भिग चुकी है”.

सतीश और सानिया बाते कर ही रहे होते हैं की अचानक ही उनकी गाडी रुक जाती है और सानिया कार से बाहर उतर के देखति है वो लोग मंदिर के बाहर है.
सतीश सानिया को पंडित के पास ले जाता है.
पंडित को बोलते है कि हमे शादी करनी है और पंडित उनकी शादी करवा देता है फिर पंडित बोलता है आज से तुम दोनों पति पत्नी हो दोनो को आशीर्वाद देता है फिर दोनों गले मिल जाते है तब पंडित: “अरे भाई यह मंदिर है, सुहागरात आप घर जा कर ही मनाओ यहाँ नही”.
ये सुन कर सतीश हंसने लगता हैं और सानिया शर्मा जाती है
सानिया और सतीश अपनी नयी शादीशुदा ज़िन्दगी की शुरुवात और सुहागरात मनाने निकल जाते है.

सतीश सानिया को एक ५ स्टार होटल मे ले आता है.
सानिया सतीश से पूछती है के “अब और क्या नया सरप्राइज है”?
“देखति जाओ ये तो बस शुरुवात है. आगे आगे होता है क्या” ?
तूम्हे अपना दीवाना ना बना दिया तो कहना.
तूम्हे हर जगह मेरा ही चेहरा नज़र आयेगा.
तुम्हेँ मैं इतना प्यार दूँगा के तुम मुझे, सिर्फ मुझे ही अपना पति मानोगी.
सानिया ख़ुशी से सतीश को चूम लेती है.............
सतीश उसे छेडते हुये कहता है “सबर करो मेरी जान, हमे सुहागरात यहाँ नहीं कमरे में मनानी है”.
सानिया शरमाते हुए सतीश के सीने में हलके से मुक्का मारती है.
“धत...............
तूम भी ना.................!
सतीश सानिया की कमर में हाथ डाले रिसेप्शन की तरफ बढ़ता है.
सानिया: “सतीश इतने बड़े होटल में आने की क्या ज़रूरत थी?
हम घर पे भी तो.............?
सतीश: “मैं अपनी सुहागरात को यादगार बनना चाहता हूँ इसलिये मैंने यहाँ हनीमून सुइट बुक किया है”.
सतीश रिसेप्शन से सुइट की चाबी ले के सानिया के साथ लिफ्ट में जाता है.
सानिया जब सुइट के दरवाज़े पर पहुंचती है तो अपने बेटे के साथ सुहागरात मनाने का सोच के उसका दिल ज़ोरों से धडकने लगता है.
जैसे ही सुइट का दरवाज़ा खोल के सानिया अन्दर जाती है उसके कदम अचानक ही रुक जाते है.

वो सुइट की खुबसुरती में खो जाती है.
उसने ऐसा नज़ारा सपने में भी नहीं देखा था.
कमरे में चारो तरफ हार्ट शेप के कैंडल जले हुए थे.................
कमरा लाल रंग के गुलाब के फूलों से सजा हुआ था..
बेड पे हर तरफ गुलाब के फूल बिखरे हुए थे...
कमरा पूरा जन्नत की तरहा सजा हुआ था.
सानिया की आँखों में आँसु छलक आये जिसे देख कर सतीश को हैरत हुई ....?
सतीश सानिया की आँखों में आँसु देख कर हैरत से.............
“मम्मी आखिर ऐसी क्या बात हुई की तुम्हारी आँखों में आँसु आ गये, क्या तुम्हे ये सब इंतज़ाम पसंद नहीं आया”?
“नही बेटा ऐसी कोई बात नही,
मैं तो बहुत खुश हूं,
ये तो ख़ुशी के आँसु है,
मैं तो आज बहुत खुश हु,
तूम्हे ये नहीं पता की मेरा ये सपना था की मेरी सुहागरात एक ५ स्टार होटल में हो”.
मेरी सुहाग की सेज लाल रंग के गुलाब के फूलों से सजी हो,
मेरा हर सपना तुम बिलकुल उसी तरहा पूरा कर रहे हो.
जैसे मैंने सोचा था.
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11-11-2020, 01:17 PM,
#73
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
तूम्हे अपने पति के रूप में पा कर मुझे अपनी किस्मत पे फ़क्र हो रहा है.
अब मेरे मन में और एक इच्छा है, क्या तुम उसे पूरा करोगे” ?
सतीश: “तुम कह के तो देखो मेरी जान...........
सानिया: “मुझे शर्म आती है..............
सतीश: “कहो ना................
सानिया: “नहीं ................
सतीश: “तुम्हे मेरी कसम अब कह भी दो ना प्लीज.............
सानिया: “मुझे.......
सतीश: “हा.......
सानिया: “मुझे ना ...........
सतीश: “हा, मुझे ना क्या” ?
सानिया: (शर्माते हुए) “मुझे ना तुमसे एक बच्चा चहिये”.
सतीश: “मतलब ?
सानिया: “पागल मुझे तुम्हारे बच्चे की सानिया बनना है,
मैं चाहती हूँ की जहाँ से यानी जिस चुत से तुम निकले हो, उसी चुत में अपना लंड दाल के उसे चोदो और मुझे माँ बनाओ फिर उसी चुत से मैं हमारे बच्चे को जनम दूंगी,
इस तरहा से मे माँ और दादी एक साथ बन जाउंगी,
तो बोलो बनाओ गे मुझे अपने बच्चे की माँ,
करोगे मेरी इच्छा को पुरा”.
सतीश: “जरूर..........
माय प्लेजर...............
हा मैं बनाऊंगा आपको अपने बच्चे की माँ,
ये तो क्या मैं आपकी हर इच्छा पूरी करूँगा”.
मैं तो बेताब हूँ आपको अपने बच्चे की माँ बनाने के लिये,
तो शुरू करे..........
सानिया: “क्या ?
सतीश: “अपनी सुहागरात..............
सानिया शर्म से लाल हो जाती है.
सतीश सानिया को बेड पे ले जा के बिठा देता है.
ओर बड़े प्यार से सानिया को दुल्हन के लिबास में निहारते हुये इस पल को अपनी आँखों में क़ैद करने लगता है.
सतीश सानिया के घुंगट को उठाता है और बड़े गौर से अपनी शर्मिली बीवी के चेहरे को देखता है.
सानिया एक नई दुल्हन की तरह शर्मा रही है.

सतीश के चेहरे पे एक जीत की ख़ुशी है, आज उसने दुनिया की सबसे खूबसूरत औरत को अपनी बीवी बना लिया और वह आज इस पारी के साथ सुहागरात मनाने जा रहा है.
सानिया शर्म के मारे वहा से उठ कर दूर भाग जाती है.
सतीश सानिया के पास जाता है और उसे पीछे से गले लगाता है.
सानिया के बदन में सनसनी दौड़ने लगती है.
उसके खून की रफ़्तार और तेज़ हो जाती है.
ओ जोश और मस्ती में काँपने लगती है. और अपनी आँखे बंद कर लेती है.
“मैं आज खुद को दुनिया का सबसे ख़ुशक़िस्मत इंसान समझता हु, के मेरी शादी तुमसे हो गयी,
आज मैं अपनी सुहागरात के दिन तुम्हे चोद कर माँ बना दूँगा,
आज हम दोनों की इच्छा पूरी होगी,
आज वो दिन है जिसका मुझे बेसब्री से इंतज़ार था,
"आई लव यु सानिया जान"
फिर सतीश उसके गाल को चूमता है.
सानिया को मस्ती चढ़ने लगती है.
सतीश सानिया को अपनी तरफ घुमाता है और धक्का दे कर मिरर लगे दीवार के पास ले जाता है.
सानिया को सतीश की गरम साँसे अपने चेहरे पर महसूस होती है और सानिया अपनी आँखें बंद कर लेती है.
सतीश सानिया के लिप्स पे किस करता है.
सानिया ने तो सतीश को पहले भी किस किया है पर आज के किस की तो बात ही कुछ और है.
सतीश सानिया के लिप्स को अपने मुह मे लेके एक कैंडी की तरहा ज़ोर ज़ोर से चूसने लगता है.
सानिया भी उसी तरहा सतीश का साथ देते हुए किस करने लगती है.
सतीश सानिया के मुह में अपनी ज़ुबाँन डालने की कोशिश करता है. और सानिया उसका स्वागत करते हुये हलके से अपने लिप्स को खोल कर उसकी जुबान को अपने मुह में ले लेती है.
सतीश उसके मुह में अपनी ज़ुबाँन घुमाने लगता है.
सानिया मस्ती में आहे भरने लगती है.
सतीश सानिया की पीठ और कमर पे अपनी ऊँगली घुमाने लगता है.
सानिया ये भूल जाती है के सतीश उसका बेटा है, उसे सिर्फ ये याद रहता है की आज से सतीश उसका पति है, और उसे सतीश से बेइन्तेहाँ प्यार है.
दोनो एक दूसरे में खो जाते है. उनकी किस १५ मिनट्स तक चलति है और फिर वो सांस लेने के लिए अलग होते है.
सानिया सतीश को कुछ देर इंतज़ार करने को कहती है ताकि वो अपने भारी गहने और कपडे उतार सके जिन्हे पहने पहने वो थक गई है.
ओ जैसे ही बाथरूम की तरफ चेंज करने के लिए जाने लगती है सतीश उसे रोक देता है.
“मैं तुम्हारी मदत करुन्गा, ये हमारी शादीशुदा ज़िन्दगी कि पहली रात है, मैं इसे एक यादगार और मस्ती भरी रात बनाना चाहता हु.”
इससे पहले सानिया उसे कुछ जवाब देती सतीश उसकी चुनरी की पीन्स निकालने लगता है और बिना देर कीये वो निकल जाती है.
सानिया शरमाने लगती है. के उसका नया पति उसे नंगी कर रहा है.
सतीश उसकी चुनरी निकाल कर सोफ़े के कोने पर फेक देता है.

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11-11-2020, 01:18 PM, (This post was last modified: 11-11-2020, 01:18 PM by desiaks.)
#74
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सानिया अब सतीश के सामने सिर्फ लहंगा और मैचिंग चोली में होती है.
सानिया निचे देखने लगती है क्यों की उसे बहुत शर्म आ रही थी वो अब सतीश के सामने बिना चुनरी के टाइट ब्लाउज में है.
सतीश को इन सब में बड़ा मज़ा आ रहा है.
सानिया सतीश को तिरछी निगाह से घुरता हुआ पाती है.
सानिया की लाल चोली में छुपे स्तन को देख कर सतीश की आँखें बड़ी हो कर बाहर निकलने को होती हैं उसका लंड फुल स्पीड में उछलने लगता है.
चोली इतनी टाइट है की ऐसा लग रहा है की उसके दोनों स्तन झगड़ रहे हैं बाहर निकलने को.
सतीश सानिया का हाथ पकड़ के ड्रेसिंग टेबल के सामने
स्टूल पे बैठाता है.
सानिया को कुछ होश ही नहीं है. वो तो बस जैसा जैसा सतीश कह रहा है वैसा वो करती जा रही है.
सतीश सानिया के पिछे खड़े हो कर उसे मिरर में निहारे जा रहा है.
सतीश भूखी नज़रों से सानिया के डीप क्लीवेज को घुरता है.
उसकी ब्रा ने बड़ी मुश्किल से उसके स्तन को थामा हुआ था.
सतीश ने एक एक करके उसकी ज्वेलरी उतारनी शुरू कर दि.
जीसे जैसे वो ज्वेलरी उतारता उस जगह पे किस भी करता जाता.
सतीश ने सानिया के कान के झुम्के उतारे और दोनों कान पे किस किया फिर गले का हार निकाला और पूरे गले पे किस किया, किसिंग की वजह से सानिया की चुत जोश के कारण गंगा जमुना बहाने लगी.
सतीश का सानिया को इस तरहा प्यार करना सानिया के लिए एक बहुत ही अलग अनोखा एहसास था उसने आज तक ऐसा प्यार और ऐसी उत्तेजना कभी मेहसुस नहीं की थी.
सतीश उसकी तारीफ़ किये जा रहा था “मुझे आपके इस सेक्सी जिस्म पे लगे ये परफ्यूम की खुसबू पागल किये जा रही है”.
सतीश ने सानिया के नाज़ुक कलाई से सोने की चूड़ी निकाली और दोनों कलाई पे किस किया.
फिर हर ऊँगली को पहले अपने मुंह में लेके चूसा फिर उसमे से अंगूठी निकाली ऐसा उसने सब उंगलियों के साथ किया.
फिर बारी आई कमर बंद की सतीश ने पहले कमर बंद निकाला फिर पूरी कमर पे किस किया और सानिया की नाभि में अपनी जुबान डालकर चूमने लगा सानिया मस्ती और गुदगुदी की वजह से जोर जोर से सिसकारी लेने लगी.

फिर सतीश ने सानिया के पैर की पायल निकाली और फिर टीका और आखरी में बारी आई नथ की जिसे निकालने के बाद सतीश ने सानिया को किस करना शुरू कर दिया. १५ मिनट्स की किस के बाद सतीश सानिया के पास ज़मीन पे बैठ गया और पहले उसकी लेफ्ट लेग अपनी गोद में लेके सैण्डल निकालि फिर राईट की और फिर बड़े प्यार से लेग्स को चुसने लगा
सानिया सतीश की इस हरकत से खुद को स्पेशल मेहसुस कर रही है.
सतीश सानिया को खड़ा करके उसके पीछे चला जाता है और जैसे सानिया के लहंगे के नाडे को खोलता है लहंगा खुल के ज़मीन पे गिर जाता है.
सानिया लहंगे को पैरों से अलग कर के पेटीकोट और चोली में सतीश के पास खड़ी रहती है.
सानिया को बहुत शर्म आरही है वो खुद को आगे के लिये तैयार करने लगती है. सानिया के दिमाग में हलचल मची हुई थी की अब आगे क्या होने वाला है, अब किसका नंबर है, अब सतीश क्या उतारेगा ? पेटीकोट या मेरी चोली,
सानिया ने सोचा के शायद वो मेरी चोली निकलेगा उसके स्तन दबाने और दूध पीने के लिये. या फिर वो उसका पेटीकोट निकलेगा उसकी चुत चाटने के लिये.
सतीश चाहे जो भी करे चाहे मेरे स्तन दबाये और दूध पिये या फिर मेरी चुत चाटे मज़ा तो मुझे दोनों में ही आयेगा.
सानिया का मन कह रहा था की वो पहले मेरी चोली निकलेगा और वह सही थी.
सतीश सानिया का हाथ पकड़ के बेड के पास ले आया और लाल गुलाब से साजे बेड के कोने पे बैठ गया और सानिया को अपने सामने खड़ा किया.
सानिया ने उसे लाइट बंद करने को कहा, पर सतीश लाइट्स जलि रखना चाहता है,
कयों के वो सानिया के जिस्म के हर इंच को देखना चाहता है.
सतीश ने सानिया को बाँहों में ले लिया और मुह सानिया की नाभि में दाल दिया.
ओ सानिया के पेट् और नाभि को लीक करने लगा और सानिया के पेटीकोट के ऊपर से चुत्तड़ दबाने लगा.
सानिया भी जोश में आके अपने दोनों हाथों से उसके सर के बालों में उंगलियां घुमाने लगती है. और सतीश के मुह पे अपना पेट् कस के रगड़ने लगती है.
सतीश फिर सानिया के पेट् से अपना मुह हटा के कामुकता से उसे देखने लगता है और कहता है मेरा दिल कर रहा है के मैं तुम्हे खा जाऊं”.
फिर सतीश सानिया की चोली के हूक्स को एक एक कर के खोलता है और जैसे जैसे हुक ख़ुलते हैं और सानिया की स्किन दिखने लगती है सतीश वहां पेर किस करने लगता है.
ऐसी हालत में सानिया का खड़े रहना मुश्किल हो जाता है क्यूँकि अब उसका जिस्म जोश में काँपने लगता है और उसकी चुत में लाखों चीटी रेंगने लगती है.
सानिया अपना वज़न एक पैर से दूसरे पैर पे डालने लगती है.
सतीश अपने हाथ से सानिया के हूक्स खोलते हुए उसके स्तन को किस करने लगता है.

बहुत जल्द मिलेंगे...सतीश
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11-11-2020, 01:18 PM,
#75
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश अपने हाथ से सानिया के हूक्स खोलते हुए उसके स्तन को किस करने लगता है.
फिर सतीश सानिया की चोली के हूक्स को एक एक कर के खोलता है और जैसे जैसे हुक ख़ुलते हैं और सानिया की स्किन दिखने लगती है सतीश वहां पर किस करने लगता है.
ऐसी हालत में सानिया का खड़े रहना मुश्किल हो जाता है क्यूँकि अब उसका जिस्म जोश में कापने लगता है और उसकी चुत में लाखों चीटी रेंगने लगती है.
सानिया अपना वज़न एक पैर से दूसरे पैर पे डालने लगती है.
सतीश अपने हाथ से सानिया के हूक्स खोलते हुये उसके स्तन को किस करने लगता है.
कुछ ही देर में सतीश सामने से उसका ब्लाउज खोल देता है.
सानिया की सिल्की सेक्सी रेड लेस ब्रा सिर्फ आधे ही स्तन को क़ैद कर पा रही है.
ओर........................... सतीश उन्हें घूरे जा रहा है.
“मेरा बस चले तो मैं तुम्हारे स्तन निचोड कर इनका पूरा दूध अभी पी लू”.
ये कह कर सतीश फ़ौरन सानिया के ब्रा के ऊपर से उसके स्तन को दबाने लगता है. और एक हाथ से सानिया की ब्लाउज निकालता है.
सतीश अपने दोनों लेग्स फैला के बैठा है और सानिया उसके लेग्स के बीच में शरमाते हुए खड़ी है.
सतीश ने अभी तक सानिया की चुत को छुआ भी नहीं फिर भी वो बहुत गिली हो रही है, उस में से मीठा रस टपक रहा है.
सानिया ने सामने खुलने वाली ब्रा पहनी हुई थी जिसे सतीश ने बिना देरी किये बड़े ही आराम से निकाल दिया..........
ब्रा की क़ैद से आज़ाद हो कर सानिया के टाइट गोल गोल मिल्की वाइट ३६" डी कप गुलाबी निप्पल्स सुडोल नरम नाज़ुक स्तन सतीश के मुह के सामने आ जाते हैं जिन्हे देख कर सतीश की आँखें और मुह और खुल जाता है.
सानिया के स्तन एक कॉलेज जाने वाली लड़की के स्तन की तरहा टाइट है.
सतीश की हरकतों की वजह से उसके निप्पल्स और भी ज्यादा कड़क हो गये है.
ऐसा लग रहा है के कह रहे हो के चूसो मुझे निचोड लो पि लो हमारा दूध.
सानिया के मन मोहक स्तन देख कर सतीश के मुह में पानी आने लगता है, उसने ऐसे स्तन अपनी पूरी ज़िन्दगी में कभी नहीं देखे थे. और फिर सतीश ने अपना मुँह, लिप्स, टंग एंड हैंड्स से सानिया के स्तन पे हमला बोल दिया, ऐसे की जैसे आज की रात आखरी है और कल कभी आयेगी ही नही, दुनिया आज ही ख़तम हो जायेगी.
उसने कई प्यार भरे निशान स्तन पे दे दिये.
ओ उन्हें दिल खोल के चुसने लगा उनका रस निचोड कर पी ने लगता है.
फिर सतीश अपना राईट हैंड सानिया के गोल गोल मख़मली नरम नाज़ुक और दिल कश गांड पे घुमाने लगा और उन्हें दबाने लगा.
सानिया को अपनी हार्ड और सिल्की गांड पे नाज़ है. उसके कुछ दोस्तोँ को सानिया के सेक्सी चुत्तड़ से जलन होती है. वो हमेशा ये कहती हैं के मर्द सानिया के चुत्तड़ पे मरते है. जैसे सतीश उसके चुत्तड़ को दबा रहा है. उसे यक़ीम हो गया है के वो उसके चुत्तड़ के बारे में सच कहती है.
फिर सतीश खड़े हो कर अपना कुरता निकलता है उसने अन्दर बनियन नहीं पहना है और उसका मस्कुलर चेस्ट देख कर सानिया खुश हो जाती है.
सतीश उसे जोर से गले लगाता है, सानिया के स्तन सतीश के मज़बूत चेस्ट में दबने लगते है.
सानिया अपने दोनों हाथ सतीश की गर्दन में लपेट लेती है और सतीश उसके चुत्तड़ दबाने लगता है.
सानिया सतीश के लंड का कड़क पण अपनी जांग पे मेहसुस कर के मस्ती में आ जाती है और उसकी चुत फिर वीर्य छोड़ने लगती है.
सतीश सानिया की गांड़ को अपनी तरफ दबा कर अपने लंड का दबाव उसके चुत पर देणे लगता है.
सतीश के लोहे जैसे लंड की गर्मी सानिया को अपनी चुत पे मेहसुस होने लगती है.
सानिया का बदन कापने लगता है आज पहली बार ऐसा हुआ है के सिर्फ लंड के अपनी चुत के पास छू जाने से ही सानिया झडने के करीब आगयी है.
सतीश सानिया को बेड पे गुलाब की पंखुडियों पर लिटा देता है और खुद उस के ऊपर लेट जाता है.
सतीश सानिया के पूरे जिस्म पे अपनी ज़बान फिराने लगता है.
ओ सानिया के नरम नाज़ुक और मुलायम बदन के हर एक इंच पे किस और लीक करता है.
सानिया अपने जिस्म पे सतीश की ज़बान मेहसुस करके मस्ती में सिसकने लगती है...........

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11-11-2020, 01:18 PM,
#76
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
“यस यस यस और चाटो सतीश और सतीश हा..........हाँ ऐसे ही,
बहुत मज़ा आरहा है,
तुम्हरी ज़बाआअनंनंण
मैं तो जाआआदूऊऊऊ है”.
सतीश बहुत देर तक सानिया के स्तन को चूसता और दबाता रहा फिर लीक करते हुए निचे पेट् की तरफ आने लगा सानिया को गुदगुदी और मस्ती दोनों चढ़ने लगी.
ओ मस्ती में इतनी ज़ोर ज़ोर सिसकारने लगी की नेक्स्ट रूम तक भी उसकी आवाज़ पहुँच गयी.
उन्हें क्या फरक पडता है. अगर कोई सुनता है तो सुने.
सतीश लीक करते हुए निचे की तरफ बढ्ने लगता है और चुत के थोड़ी ही ऊपर रुक जाता है.
ओ सानिया को छेड़ने लगता है. सानिया चाहती है के सतीश उसकी चुत को छुये उसपे हाथ फेरे उसे चाटे पर सतीश उतना ही उसकी चुत को नज़र अंदाज़ कर रहा है और उसे तड़पाये जा रहा है.
फिर सतीश सानिया के लेग्स को किस और लीक करते हुए निचे से ऊपर आने लगता है,
ओ चुमते हुए सानिया के पेटीकोट को ऊपर खिसकाते हुये बढ्ने लगता है.
मेरी चुत अब पूरी तरह से गीली है. और सतीश से बरदास्त करना मुश्किल होता जा रहा है.
सानिया बेड पे जल बिन मछलि की तरहा मचलने लगती है और अपनी गांड को बेक़ाबू हो कर हवा में उछालने लगती है.
सतीश ऊपर की तरफ बढ़ते हुए सानिया के घुटने और थाइस पे आता है और उसकी इनर थाइस पे हाथ फेरते हुए किस करने लगता है.
सतीश को ज़रूर सानिया के चुत से निकलती मीठे रस की सेक्सी खुशबू आरही है. और उसे वो ख़ुशबू पसंद भी आ गई क्यों की जैसे जैसे सतीश सानिया के चुत के नज़दीक पहुँचने लगता है उसका लंड ज़ोर ज़ोर से उछलने लगता है और उसकी साँसे सानिया की साँसों की तरहा भारी होने लगती है.
आखिरकर सतीश सानिया के पेटीकोट का नाडा खोल देता है और उसे निचे खींचता है. सानिया अपनी गांड उठा के सतीश की मदत करती है पेटीकोट निकालने मे.
पेटिकोट निकलने के बाद जैसे ही सतीश की नज़र सानिया पे पड़ती है, सतीश के मुह से वॉव निकल जाता है. सानिया की सेक्सी चुत सेक्सी रेड सिल्क पेन्टी में बहुत खूबसूरत लगती है.
सतीश फ़ौरन झुक के पेन्टी के ऊपर से चुत को चूम लेता है.
सतीश ने अपनी जुबान निकालि और पूरी पेन्टी पे फिरने लगा, सानिया की चुत से जूस बहते हुये पेन्टी से बाहर निकल ने लगा और सतीश को भी उसका टेस्ट अपने मुह में आने लगा.
सतीश ने अपनी उंगलियाँ पेन्टी के इलास्टिक बंद में डाली और एक ही झटके में उसे निचे खिसका दिया.
सानिया को सतीश का इस तरहा उसकी पेन्टी निकलना बहुत पसंद आया.
सतीश सानिया की गुलाबी चुत को देख के सरप्राइज भी हुआ और बहुत खुश भी हुआ.
क्यों की ???? सानिया ने अपनी चुत पे टैटू बनाया हुआ था और उसे देख कर सतीश को और मस्ती चढने लगी.
सानिया की क्लीन शेव चुत जैसे सतीश को दावत दे रही हो आओ मुझे किस करो मुझे चाटो खा जाओ मुझे. और सतीश को जैसे सुनाई दि सानिया की चुत की आवाज़,
सतीश ने चुत पे हमला बोल दिया उसने चुत को चुमना और चाटना शुरू कर दिया.
सतीश ने चुत के अन्दर अपनी ज़बान घूसा के चाटना शुरू कर दिया.
सानिया तो जैसे जन्नत में पहुँच गई और ज़ोर ज़ोर से सिसकारी लेने लगी.
उसे इस बात से कुछ भी फरक नहीं पडता है की रूम के बाहर कोई उसकी सिसकारी सुन लेगा, वो तो ये चाहति है के चाहे कोई सुने या न सुने पर सतीश को उसकी सिसकारी सुनाई दे वो चाहती है की सतीश को ये ज़रूर पता चले के वो कितनी मस्ती में है. और उसे सतीश का चुत चाटना कितना सुख दे रहा है. और वो पूरी जोश में है. सतीश से चुद के उसके बच्चे की माँ बनने के लिये.
सानिया अपनी गांड को और ऊपर की तरफ उठाती है. ताकि सतीश की जीभ उसकी चुत में और अन्दर तक जाये.

कुछ ही देर में सानिया झड़ने लगी और सतीश उसकी चुत से मुह लगाए चुत से निकलते अमृत को बड़े मज़े से पीने लगा.
फिर........ अब सतीश से और बरदाश्त करना मुश्किल हो रहा था उसने झट से अपना पाजामा निकाल दिया.
ओर अब वो सिर्फ अंदरवियर में था, उसका लंड खड़ा हो के अंदरवियर को फाड़ कर निकलने को तैयार है.
सानिया को आज सतीश का लंड कुछ ज्यादा ही बड़ा और मोटा नज़र आरहा है.
ये तो उसकी कलाई से भी मोटा लग रहा है.
सानिया डर गई कहीं आज उसकी चुत फट ना जाये.
सानिया को लगने लगा के आज सतीश का लंड उसकी चुत के दो टुकड़े कर देगा. सानिया ने उसे कहा “आज मुझे धीरे से चोदना”.
जवाब में सतीश सिर्फ मुस्कुरा दिया और सानिया को रिलैक्स रहके लंड चूसने को कहा. फिर सतीश सानिया के होंठो को चूम कर उसकी आँखों मे देखता है. और सानिया अपनी आँखे बंद किये हुये पड़ी रह्ती है,
सतीश उसको अपने सीने से लगा कर कहता है,
“क्या बात है आज मेरी जान को बड़ी शर्म आरही है”?
सानिया अपनी आँखे खोल कर सतीश को देखति है उसका चेहरा पूरा लाल रहता है. और वो सतीश को एक बार देखति है और फिर
उसके सीने में अपने मुह को छुपा लेती है,
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11-11-2020, 01:18 PM,
#77
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
अब सतीश से और बरदाश्त करना मुश्किल हो रहा था उसने झट से अपना पाजामा निकाल दिया.
ओर अब वो सिर्फ अंदरवियर में था, उसका लंड खड़ा हो के अंदरवियर को फाड़ कर निकलने को तैयार है.
सानिया को आज सतीश का लंड कुछ ज्यादा ही बड़ा और मोटा नज़र आरहा है.
ये तो उसकी कलाई से भी मोटा लग रहा है.
सानिया डर गई कहीं आज उसकी चुत फट ना जाये.
सानिया को लगने लगा के आज सतीश का लंड उसकी चुत के दो टुकड़े कर देगा. सानिया ने उसे कहा “आज मुझे धीरे से चोदना”.
जवाब में सतीश सिर्फ मुस्कुरा दिया और सानिया को रिलैक्स रहके लंड चूसने को कहा. फिर सतीश सानिया के होंठो को चूम कर उसकी आँखों मे देखता है. और सानिया अपनी आँखे बंद किये हुये पड़ी रह्ती है,
सतीश उसको अपने सीने से लगा कर कहता है,
“क्या बात है आज मेरी जान को बड़ी शर्म आरही है”?
सानिया अपनी आँखे खोल कर सतीश को देखति है उसका चेहरा पूरा लाल रहता है. और वो सतीश को एक बार देखति है और फिर
उसके सीने में अपने मुह को छुपा लेती है,
सतीश धीरे से अपने मोठे लंड को अंडर वियर से बाहर निकल कर सानिया का हाथ पकड़ कर उसके
हाथ को अपने लंड पर रख देता है और सानिया जब सतीश के लंड की लम्बाई और मोटाई को अपने हाथो से मेहसुस करती है. तो उसका कलेजा धक् करके रह जाता है और उसकी प्यासी चुत फडफडाने लगती है,
सतीश उसके स्तन को खूब जोर-जोर से मसलने लगता है और सानिया सतीश से पूरी तरह से चिपकी सीसियति हुई उसके लंड को दबाने लगती है,
सतीश अपने दूसरे हाथ से सानिया के सर को ऊपर उठा कर देखता है वह अपनी आँखे बंद किये रह्ती है.
सतीश सानिया को आँखे खोलने को कहता है.
सानिया अपनी आँखे खोल कर सतीश को देखति है सतीश उसके रसीले होंठो को चूम कर कहता है
"अच्छा लग रहा है ना”?
सानिया थोड़ा सा मुस्कुराकर सतीश से फिर से कस कर चिपक जाती है और उसके लंड को अपने हाथ मे दबा लेती है,
सतीश सानिया के बोब्स को दबाते हुये अपने हाथ को उसकी गोरी-गोरी गदराई गांड पर लेजाता है. और सानिया के बड़े चुतडो
को खूब कस-कस कर दबाने लगता है,
सानिया अपने दोनों हांथो से सतीश के लंड को कस कर पकड़ लेती है और उसके बड़े फुले हुए सुपडे पर अपने हाथ की उंगलिया फेरती हुई कभी उसे सहलाती है कभी उसे अपनी मुट्ठि मे भर लेती है.
सतीश अपने हाथ को सानिया की मोटी गांड की गहरी दरार पर फेरते हुए उसकी गुदा को उंगलियो से सहलाने लगता है और सानिया उसके लंड को जोर-जोर से भिचने लगती है,
फिर सतीश जैसे ही सानिया की फुली हुई चुत को अपने पंजो मे भर कर दबोचता है.. सानिया के मुह से एक सिसकि निकल जाती है और वो अपनी दोनों लेग्स को फैला देती है. और फिर सतीश सानिया की फुली हुई चुत की फैंको को हटा कर उसकी चुत के गुलाबी कटाव पर उंगलिया रगडते हुए उसकी चुत के छेद मे एक ऊँगली हलके से दाल देता है और सानिया सीईईईइ.................
उऊउउ.............
करती हुई अपनी जांघो को कस लेती है,
सतीश सानिया के पास से उठ कर अपने मुह को उसकी फुली हुई चुत की तरफ कर लेता है और जब उसका मोटा लंड सानिया की आँखों के सामने आता है
कितना मोटा और कितना प्यारा है,
ओर फिर सानिया सतीश के लंड को देख-देख कर अपने हाथो मे भर कर सहलाने लगती है,
उधर सतीश जैसे ही सानिया की दोनों थाई के बीच अपने सर को घूसा कर उसकी फुली हुई चुत और उसकी गांड को देखता है तो पागल हो जाता है और फिर सतीश अपने दोनों हांथो से सानिया की मस्तानी चुत को फैला कर उसमे अपने होंठ को डाल कर उसकी चुत का रस चूसने लगता है. सानिया बड़े प्यार से अपने बेटे का लंड सहला रही थी लेकिन जैसे ही सतीश ने उसकी चुत को चाटना शुरू किया वो एक दम से पागल हो गई और उसने भी सतीश के लंड को अपने मुह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया,

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11-11-2020, 01:19 PM,
#78
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
सतीश जितनी तेजी से सानिया की चुत को चूसता सानिया भी उतनी ही ताकत से सतीश के लंड को अपने हांथो मे दबोच कर उसके सुपडे को अपने मुह मे भर कर चुसने लगती, सतीश सानिया की चुत को खूब कस-कस कर चाटने लगता है, सानिया भी सतीश के लंड को खूब जोर-जोर से चुसने लगती है, लगभग १० मिनट तक दोनों एक दूसरे का लंड और चुत चुसते रह्ते है, तभी
सानिया सतीश के लंड को अपने मुह से निकल कर जोर-जोर से सिसकती हुई अपनी गांड को मटकाने लगती है और सतीश उसकी चुत को पूरा अपने मुह मे भर कर पिने लगता है,
सानिया- “ओह................

आह..............., आह.................,
सतीश प्लीज सतीश आह............, आह सी................., ओह करने लगती है और फिर जब सतीश उसकी चुत के छेद को अपने दोनों होंठो से लगा कर उसका रस अपने मुह मे खीचने लगता है तो सानिया आह.............,
आंह................ करती हुई एक दम से अकड जाती है और उसकी चुत ढेर सारा पाणी छोड़ देती है. और वो उठ कर एक दम से सतीश को पकड़ कर अपने बड़े स्तन से उसके मुह को लगा कर दबोच लेती है, सतीश सानिया के होंठो को चूमता हुआ उसे अपनी बांहो मे भर लेता है और उसे उठा कर अपनी गोद मे बैठा लेता है और फिर जैसे सानिया को होश आता है उसके बड़े बड़े कसे हुए स्तन सतीश के सामने पुरे नंगे है और सतीश उसको देखता है और वह सतीश को देख कर एक दम से उसकी छाती से चिपकते हुये,
"ओह सतीश तुम बहुत बदमाश हो”
सतीश सानिया के नंगे स्तन को अपने हांथो मे भर भर
कर दबाता हुआ उसके एक बूब्स को पकड़ कर अपने मुह मे भर कर चुस्ने लगता है और सानिया अपने दाँतो को पिसते हुए उसके लंड को पकड़ कर दबाने लगती है, सतीश उसके गुलाबी तने हुये निप्पल को कस कस कर चुसने लगता है और सानिया उसके लंड को खूब कस-कस कर दबाने लगती है,
सतीश सानिया के स्तन को दबा दबा कर चुस चुस कर लाल कर देता है और सानिया एक बेल की तरह उसके सीने से चिपकी रह्ती है,
सतीश सानिया को अपनी गोद से उठा कर उसे लिटा देता है और फिर सानिया की आँखों में मुस्कुरा कर देखता है. और सानिया मुस्कुराकर अपने मुह को अपने हांथो से छुपा लेती है,
फिर शर्माते हुए अपने हाथ को थोड़ा सा हटा कर सतीश को देखने लगती है,
सतीश जब सानिया की तरफ देखता है तो वो फिर से अपने
चेहरे को अपने हाथो से छुपा लेती है और सतीश एक बार
सानिया के नंगे बदन को ऊपर से निचे तक देखता है.
फिर जब सानिया अपने चेहरे से अपना हाथ नहीं हटाती है. तो सतीश उसके हाथ को अपने हाथ से हटाता है. और सानिया दूसरी और मुह करके धीरे धीरे मुस्कुराती रह्ती है, तभी सतीश अपने नंगे बदन को सानिया के नंगे बदन से चिपका कर उसे अपने सीने से लगा लेता है,
सानिया उसकी इस हरकत पर उसके नंगे बदन से कस कर चिपक जाती है और सतीश को पागलो की तरह चूमने लगती है,
सतीश सानिया से कहता है
“आप बहुत खूबसूरत और सेक्सी हो”
और सानिया के होंठो को चूसता हुआ अपने हाथो से उसकी गांड को सहलाने लगता है.
सतीश का लंड सानिया की फुली हुई चुत के ऊपर रगड खाता रहता है. सतीश सानिया को खीच कर अपने ऊपर चढा लेता है और सानिया उसके ऊपर चढ़ कर उससे चिपक जाती है और सतीश का लंड उसकी चुत के निचे उसकी दोनों जांघो के बीच फंसा रहता है,
दोनो नंगे एक दूसरे से चिपके हुये एक दूसरे को चुमते रह्ते है,
तभी सतीश उठ कर सानिया को पेट् के बल लिटा देता है और उसकी खूबसूरत गांड को फैला कर उसकी गांड मे अपनी जीभ डाल कर उसकी सिल्की गांड की दरार को चाटने लगता है. और उसकी इस हरकत से सानिया पागल हो जाती है. और जोर जोर से आह आह करने लगती है.
सतीश उसकी गांड को दोनों हांथो से फैला फैला कर खूब जोर जोर से चाटने लगता है, साथ ही उसकी की चुत को भी खोल कर अपनी जीभ से उसकी चुत का रस पिने लगता है,

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11-11-2020, 01:19 PM,
#79
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
करीब ५ मिनट तक सानिया की गांड और चुत को चाट चाट कर लाल कर देता है फिर वो सानिया को सीधा लिटा कर उसकी जांघो को ऊपर तक उठा के उसके घुटनो को मोड़ उसकी जांघो को खूब फैला के अपने लंड को पकड़ कर अपने पैर के पंजो पर बैठ जाता है. और फिर सानिया की चुत के छेद मे अपने लंड का सुपडा लगा कर चुत को फाडने की पोजीशन मे आ जाता है. और फिर जैसे ही सानिया उसकी और घबराकर देखति है सतीश एक करारा झटका उसकी चुत के छेद मे मारता है. और सानिया का पूरा बदन अकड जाता है. और उसके मुह से एक चीख़ निकल जाती है. और लंड उसकी चुत में घूसने लगता है.
सतीश का आधा लंड सानिया की चुत को चिर कर उसमे घुसता जाता है.
सानिया अपनी आँखे बंद किये हुए मज़े लेती रहती है, सतीश उसकी थाई को सहलाता हुआ एक हाथ से उसके स्तन को दबाने लगता है और सानिया को और ज्यादा मस्ती मेहसुस होती है. सतीश कस कर दूसरा धक्का इतना तेज मारता है. की उसका लंड सानिया की पूरी चुत को चीरता हुआ सीधे उसकी चुत की जड़ में जाकर लगता है. और सानिया जोर से मस्त हो के चिल्लाती हुई
“आह सतीश मज़ा आ गया और जोर से चोद मुझे फाड़ दे मेरी चुत को”.
सतीश उसके होंठो को चूमता रहता है. और अपने लंड को बहुत ज़ोर ज़ोर से उसकी चुत मे आगे पीछे करने लगता है.

उसका लंड सानिया की चुत में इस कदर कसा रहता है जैसे किसी ने उसके लंड को अपने हांथो मे कस कर झकड़ रखा हो,
सतीश अपने लंड को सानिया की चुत मे आगे पीछे करने लगता है और सानिया “आह… आह..” करती हुई सिसकते हुये उसके जिस्म को सहलाती रह्ती है,
सतीश सानिया की गांड के नीचे अपना हाथ ले जाकर उसकी मखमली गांड को अपने हाथो में भर कर दबोचने लगता है और सानिया को चोदने लगता है.
सानिया- “आहहहह............. आहहहह..................ओहहह सतीश बहुत मज़ा आ रहा है. तुम्हने मेरी चुत फाड़ दी है, बहुत मज़ा आ रहा है, लगता है मस्ती में मेरी जान निकल जायेगी”
सतीश सानिया के एक स्तन को अपने मुह मे भर कर पीते हुए उसकी चुत मारने लगता है और सानिया सिसकते
हुये उसकी पीठ मे अपने हाथ को फेरते हुये, “आह ..................... बहुत अच्छा लग रहा है तुम बहुत अच्छा............ चोदते हो.......... आह................, आह...............
सी........................
सतीश सानिया की बात सुन कर उसके स्तन को कस-कस कर मसलते हुए उसकी चुत मे अपने लंड को अब सटा सट पेलने लगता है,
ओर सानिया अपनी दोनों पैरों को खूब अच्छे से फैलाये हुए सतीश का लंड अपनी चुत में ले रही थी,
सानिया- “हाँ सतीश ऐसे ही और थोड़ा जोर से चोदो ना,
आह…. आह… ओह तुम बहुत अच्छे हो और तेज करो और तेज आह आह”.
सतीश अब अपनी पूरी ताकत से सानिया की फुली हुई चुत को सटासट ठोकने लगता है, अब सानिया की मोटी गांड भी उसके लंड के धक्को के जवाब में उठने लगी थी और वो भी सीसकयते हुए अपनी चुत को सतीश के लंड पर मारने लगती है,
सतीश सानिया का मुह पकड़ कर उसके होंठो को खूब जोर जोर से चूसता हुआ उसकी चुत को खूब कस-कस कर चोदने लगता है. और सानिया की चुत में अब बहुत ज्यादा चिकनाहट हो जाती है. सतीश का लंड उसकी चिकनी चुत मे फिसल-फिसल कर जाने लगता है.
करीब २० मिनट तक सतीश उसकी चुत को खूब कस-कस कर चोदता है. और सानिया सतीश के लंड पर अपनी चुत को खूब
उठा-उठा कर मारने लगती है,
फिर जब सतीश उसके बूब्स को अपने मुह मे भर कर पीते हुए सानिया की चुत को
खुब कस-कस कर चोदने लगता है. तो सानिया खूब जोर-जोर से
“आह… आह.. ओह.. सतीश और जोर से और जोर से आह आह और फिर सानिया एक दम से सतीश से कस कर अपनी चुत को चिपका देती है और सतीश सानिया की गांड के निचे हाथ दाल कर उसकी गदराई गांड को अपने हाथ से दबोच कर उसकी चुत मे सटासट १०-१५ धक्के कस-कस कर मारता है. और सानिया की चुत पाणी छोड़ने लगती है. और सतीश अपने लंड को सानिया की चुत की पूरी गहराई में घुसकर उसकी चुत से अपने लंड को खूब कस कर चिपका देता है और उसका पाणी रुक-रुक कर सानिया की चुत की गहराई मे गिरने लगता है. और सानिया उसे कस कर अपने से दबा लेती है. और कहती है.
“हाँ बेटा भर दो मेरी चुत बना दो मुझे अपने बच्चे की माँ”
फिर दोनों एक दूसरे से कस कर चिपक कर हाफने लगते है.

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11-11-2020, 01:19 PM,
#80
RE: Maa Sex Kahani मम्मी मेरी जान
करीब ५ मिनट तक सतीश सानिया के ऊपर चढा रहता है. उसके बाद जब वो उठ कर सानिया को देखता है. तो वो अपनी ऑंखे बंद किये हुए साँसे लेती हुई पड़ी रह्ती है, सतीश उठ कर बाथरूम मे घुस जाता है, करीब ५ मिनट बाद बाथरूम से बाहर आता है और
सानिया को एक आवाज देता है.
लेकिन सानिया कोई रिप्लाई नहीं देती है. और सतीश उसके पास जा कर उस से चिपक कर लेट जाता है और फिर उसके गालो और होंठो को चूम कर उसके बालों को अपने हाथो की उंगलियो से सहलाता हुआ उसके खूबसूरत चेहरे को देखने लगता है.
करीब १० मिनट बाद सानिया अपनी आँखे खोल कर सतीश की और देखति है. और सतीश सानिया की खूबसूरत आँखों में देखता हुआ उसके रसीले होंट को चूम लेता है,
सानिया सतीश से नंगी चिपक जाती है,
सतीश:- “जान”?
सानिया:- “हा”
सतीश:- मुस्कुराते हुए “मेरी तरफ देखो ना? सानिया उसके सीने मे अपना चेहरा छुपाते हुये, “नहि”.
सतीश: “क्यों मुझ से शर्मा रही है?
सानिया मुस्कुराते हुए सतीश को देखति है. और उसके होंठ को चुमते हुए "आई लव यु जान".
सतीश: “आपको पता है के आप बहुत सेक्सी हो”.
सानिया: “हा”.
सतीश: “मेरे लंड को पकड़ो ना”.
सानिया उसके मोठे लंड को अपने हाथ मे कस कर पकड़ लेती है और सतीश उसकी फुली हुई चुत को दबोच लेता है और फिर सानिया के रसीले होंठो को चुसने लगता है
सतीश: “मज़ा आया ?
सानिया: “हाँ बहुत”
सतीश: “और करना है क्या ?
सानिया: “शरमाते हुए क्या ?
सतीश: “चुदाई............
सानिया मुस्कुराते हुए उससे चिपक जाती है और सतीश उसके स्तन को अपने हांथो में कस कर दबोच लेता है,
सतीश: “मोम मेरा लंड कैसा है ?
सानिया उसके होंठो को चूमती हुयी, “बहुत अच्छा है, पर बहुत मोटा है”.
सतीश: “डैड से बड़ा है क्या ?(मुझे पता है डैड का छोटा है पर माँ को पूछने में मजा आ रहा था)
सानिया: उनका 4 इंच" का है,
ओर तेरा तो नौ इंच" का उनसे बडा, मोटा और दमदार है”.
सतीश: “और लंड चूसोगी ?
सानिया: “अब सो जाओ कल करेंगे वैसे भी मैं बहुत थक गई हु”.
फिर सतीश सानिया को नंगे ही गले लगा कर सो जाता है.

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