RE: Maa Sex Kahani हाए मम्मी मेरी लुल्ली
"तुम न बच्चे के बच्चे ही रहोगे" सलोनी राहुल की नदानी पर बुरी तरह भड़क उठि थी.
सलोनी की बात राहुल के दिल में शूल की तरह चुभ जाती है. वो शर्मिंदगी से अपना सर झुका लेता है. उसे खुद अपने पर गुस्सा आ रहा था के वो अपनी मम्मी को इस तरह परेशान कर रहा है. उसे खुद एहसास था की वो गलत कर रहा है मगर फिर भी वो आगे नहीं बढ़ सकता था चाहे उसका खुद का दिल कितना भी कर रहा था. बस अगर वो एक बार वो लफ़ज़ बोल दे तोह वो उसको दिखा देगा के वो उसे कितना प्यार करता है.
सलोनी जब राहुल को तस्स से मस्स न होते देखति है तोह अपना मुंह बेड पर अपने हाथों के बिच रख कर कुछ लम्हे यूँ ही उसी स्थिति में खड़ी रेहती है. राहुल का दिल डुबने लगता है. अंत-तह वो अपना चेहरा उठकर पीछे को देखति है. फिर वो थोड़ा पीछे को होती है. राहुल का लंड सीधा उसकी गांड के छेद पर टच करता है. वो अपना एक गाल उसी तरह बेड पर तिकाये अपने कंधे से पीछे राहुल को देख रही थी. अचानक उसके होंठो पर फिर से मुस्कान आ जाती है. राहुल फिर से अपनी नज़र निची कर लेता है. सलोनी अपनी टाँगे और भी चौड़ी कर देती है और फिर वो गाल बेड पर टिकाये अपने हाथ पीछे लेजाकर अपने नितम्बो को अपने हाथों में भर लेती है. दोनों नितम्बो को अपने हाथों में कस्स वो पूरी तरह फैला देती है. उसकी गांड का छेद जो टांगे चौड़ी होने के कारन पहले ही खुल गया था और भी खुल जाता है.
सलोनी धीरे धीरे अपने जिसम को पीछे की तरफ धकेलते अपनी गांड का दवाब राहुल के लंड पर डालती है. राहुल एक पल के लिए उस दवाब के कारन पीछे को होने लगता है मगर फिर वो अपने पांव पूरी मज़बूती से ज़मीन पर जमा देता है. अपनी मम्मी के लिए वो इतना तोह वो कर ही सकता था.
सलोनी दवाब बढ़ाने लगती है. गांड के छेद पर लंड का सुपडा अड्ने लगता है. ठोढ़ सा और दवाब देते ही सुपडा छेद को फैलाने लगता है. सलोनी बिलकुल बदन को हिलाये बिना आराम आराम से अपनी गांड को लंड पर दबा रही थी. अगर वो या राहुल ज़रा भी हिलते तोह तेल से चिकना लंड ऊपर या निचे को फ़िसल जाता. मगर सलोनी और बेटा दोनों इस बात को जानते थे और ऐसा होने से रोक्ने के लिए अपनी पूरी कोशिश कर रहे थे. राहुल का लंड सलोनी की टाइट गांड के लिए कुछ ज्यादा ही मोटा साबित हो रहा था. मगर तेल का कमाल था के वो धीरे धीरे गांड के टाइट छेद को फ़ैलाता अंदर घुस रहा था. सलोनी अपने होंठ भींचे उस मोठे लंड की चुभन को बर्दाशत करती अपनी गांड दबाती जाती है. टाँगे इस हद्द तक्क चौड़ी करने और हाथों से छेद को खोलने के कारन सुपडा अब छेद में आधे रस्ते तक्क पहुँच कर फंस गया था. अब लंड फ़िसल नहीं सकता था. सलोनी एक गहरी सांस लेती है और अपनी गांड पीछे की और से दबाती है. तेल की चिकनाई अपना कमाल दीखाती है. सुपडा पुक्क की आवाज़ के साथ गांड में घुस जाता है.
"ओहह सलोनी ओह्ह मा...........हाए.........हाए........." सलोनी अपने नितम्बो से हाथ हटा बेड की चादर को मुठियों में भींच लेती है.
"उन उन आह आह ...." राहुल भी होंठ भींचे अपनी सिसकियाँ रोकने का प्रयत्न करता है.
कुछ देर रुकने के बाद सलोनी देखती है कि राहुल कुछ नही कर रहा है तो वह ग़ुस्सा होती है और केहति है कि “अब कर ना चुप क्यों खड़ा है” पर राहुल अपना सर नीचे कर खड़ा रहता है सलोनी उसे केहति है “क्या हुआ”?
राहुल कहता है “चिट्टी में आपने कुछ करने को नही कहा था, “सिर्फ आप क्या करेगी वह लिखा था” न जाने किस शक्ति के वशीभूत राहुल इतना कह गया सलोनी हक्की बक्की रह गई वह सोच भी नही सकती थी कि उसका बेटा ऐसा भी कह सकता है वह भी ऐसे वक्त जब उसके लंड का टोपा उसकी माँ के गांड में था सलोनो शांति से पूछती है कि तुम मुझसे क्या चाहते हो राहुल कहता है “आपने जो मेरे साथ किया क्या आपको जरा भी पछतावा नही है” सलोनो सोच में पड़ जाती है राहुल सही तो कह रहा था वह खुद के बारे में सोच रही थी राहुल के बारे में तो उसने सोचा ही नही सलोनो कहती है “मुझे माफ़ कर दे बेटा मैं तो सिर्फ मजाक कर रही थी, “मुझे नही लगा कि तुम ऐसा रिएक्ट करोगे वार्ना मैं ऐसा कभी नही कहती”
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