Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
08-08-2019, 02:53 PM,
#31
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
खाला अपनी ज़ुबान मेरे लंड की तरफ ले जाने लगी जिसकी वजह से मेरे लंड ने एक बार फिर से झटका मारा मगर अभी भी मुकम्मल तोर पर खड़ा होने मे नाकाम रहा... मैं अपने लंड पर हैरान हो रहा था कि कभी कभी तो बिना किसी बात के ही सीधा खड़ा हो जाता है ऑर अब जब खाला मेरे लंड की साइड्स पर ज़ुबान फेर रही है ये नवाब साहिब अभी तक सो रहे हैं.... मैने अपने लंड को जगाने के लिए पेट से ज़ोर लगा कर बार बार झटके देने शुरू कर दिए.......

खाला मेरे लंड की साइड्स पे,,, मेरी जाँघ पर लंड के उपर वाले हिस्से पर जहाँ अभी तक बाल ठीक से नही निकले थे.. बस हल्के हल्के बाल थे मेरे लंड पर नरम से.. खाला वहाँ अपनी ज़ुबान मूव कर रही थी.. ऑर मेरे लंड को देख रही थी.. मैं अपने लंड को खुद से झटके मार रहा था मगर खाला ये समझ रही थी उनके चाटने की वजह से मेरा लंड झटके मार रहा है.... खाला ने मेरे लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर उपर नीचे करने लगी...... खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर बोला.. अभी कैसे खड़ा था ऑर अभी देखो कितना छोटा सा हो गया है...

मैने मुस्कुराते हुए खाला को कहा... अभी फिर से जाग जाएगा ...

खाला कुछ देर तक मेरे लंड को आगे पीछे करती रही ओर फिर अपनी ज़ुबान निकाल कर मेरे लंड की टॉप पर रखी.. ऑर उसको टेस्ट कर के फिर अपनी ज़ुबान अंदर कर ली.... खाला मेरी साइड से उठी, मेरी लेग्स ओपन की ऑर मेरी लेग्स के बीच मे आ कर बैठ गयी.... वो वहाँ से मेरा फेस देख रही थी ऑर मैं उनको अपनी लेग्स के बीच मे नंगा बैठे हुए देख रहा था...

खाला ने अपना सिर नीचे झुकाए ऑर मेरे लंड पर अपनी ज़ुबान मूव करने लगी..... वो मेरे लंड को चाटने के साथ साथ कभी कभी मेरे फेस पर भी नज़र डाल लेती थी... खाला की ज़ुबान लगने से मेरे लंड को भी जागने का ख़याल आ गया ऑर वो टाइट होने लग गया था... खाला ने मेरे लंड को अपने हाथ से पकड़ा हुआ था ऑर ज़ुबान फेर रही थी साथ साथ मेरे लंड को अपने हाथ से आगे पीछे भी कर रही थी.... कुछ देर ज़ुबान फेरने के बाद खाला ने मेरे लंड की कॅप पर अपने दोनो होन्ट रखे ऑर मेरी तरफ देखते हुए मेरे लंड की कॅप को अपने मुँह मे एंटर किया ऑर उसको चूसने लगी..... खाला के होंठो की गर्मी पा कर मेरे लंड ने एक भरपूर अंगड़ाई ली ऑर उठ कर टाइट हो गया... खाला मेरे लंड की कॅप को चूस्ते चूस्ते आहिस्ता आहिस्ता अपने मुँह के अंदर बाहर करने लगी.... ऑर ऐसे ही मेरे लंड को उपर से नीचे तक चूसना शुरू कर दिया... .. मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा था... मैने नीचे से अपनी गान्ड उठा उठा कर अपने लंड को मज़ीद अंदर की तरफ पुश कर रहा था... मेरे जिस्म मे एक बार फिर से खून की रवानी तेज हो गई थी ऑर मेरी साँस की रफ़्तार मे भी खातिर ख्वा इज़ाफ़ा हो चुका था...

कुछ देर वो इसी तरह मेरे लंड को चूस्ति रही, जब मेरी बर्दाश्त से बाहर हो गया तो मैं एक दम से उठ कर बैठा ऑर खाला को हाथ से खेंच कर बेड पर लिटा दया ऑर उछाल कर उनकी टाँगो के बीच मे आ गया ...

खाला ने कहा... अयान,, ये ना करो ना... दर्द होता है...

मैने हैरानगी से खाला की तरफ देखा .. मुझे यक़ीन नही आ रहा था कि खाला मुझे इतना हॉट करने के बाद भी सेक्स से इनकार कर रही है.. मैने एक नज़र खाला की तरफ देखा ऑर उनकी चूत के पास झुक कर उनकी चूत पर अपनी ज़ुबान रखी ऑर पागलो की तरह उनकी चूत को चाटने लगा... खाला की चूत बहुत पानी छोड़ रही थी .... मैने एक मिंट तक उनकी चूत चाटी ऑर फिर सीधा हो कर अपने टाइट खड़े हुए लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर उनकी चूत पर रगड़ने लगा.... मैं बस अब जल्दी से उनकी फुद्दि को मार कर फुद्दा बनाना चाहता था.....

मैं अपने लंड को उनकी चूत के लिप्स के बीच मे रख कर उपर से नीचे मूव करने लगा.... खाला बेड पर लेटी हुई थी मगर अपना सिर थोड़ा सा उपर कर के मेरी तरफ ही देख रही थी.. शायद उनको डर लग रहा था...

मैं खाला की चूत पर अपना लंड रगड़ कर उनकी चूत का सोराख तलाश कर रहा था.. मेरी तलाश ख़तम हुई ऑर मेरा लंड खाला की चूत के सोराख पर जा कर रुक गया... मैने अपना बैठ ने का स्टाइल ठीक किया... खाला की लेग्स को फुल ओपन किया..... खाला मेरी तरफ देखते हुए बोल रही थी कि अयान आराम, आराम से करना प्लीज़... तेज तेज नही करना... खाला को डर भी लग रहा था मगर वो मुझे रोक नही रही थी..... मैने अपना लंड उनके सोराख पर अच्छी तारह अड्जस्ट किया ऑर आहिस्ता आहिस्ता खाला की चूत मे एंटर करने लगा.... खाला मुँह खोल कर रोने वाली शकल बना कर मेरी तरफ़ ही देख रही थी.. मगर इस वक़्त मैं खाला की शकल नही देखना चाहता था क्योंकि उनकी रोने वाली शकल देख कर मुझे तरस आ जाता ऑर अभी इस वक़्त मैं उन पर तरस खाने के मूड मे नही था... मेरा लंड ऐसे झटके मार रहा था कि जैसे मेरा दिल मेरे सीने से उतर कर मेरे लंड मे आ गया हो...

मैने अपनी लंड की कॅप खाला की चूत मे एंटर की तो खाला ऊऊऊऊऊऊऊओिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अयान आरााम से ना.आआआआअ... मैने उनको देखा ऑर आराम आराम से अंदर करने लगा... उनकी चूत से पानी निकलने की वजह से मेरे लंड को अंदर जाने मे कोई मुश्किल नही हो रही थी.... मुझे जोश चढ़ने लगा.. मैं आहिस्ता आहिस्ता नही कर पा रहा था... मैने जोश मे आ कर एक ज़ोरदार झटका मारा ऑर मेरा लंड खाला की चूत की दीवारों को चीरता हुआ अंदर घुस्स गया.. खाला का मुँह खुला हुआ था ऑर उनके मुँह से आआआआआआआआआआआआआआआआआआआआआहह आय्ाआंणन्न् उूुुउउफफफफफफफ्फ़
ऊऊऊऊऊऊऊहह्ा आआआआआआआआअहह की आवाज़ें निकल रही थी... मैने खाला की आवाज़ों को सुन कर खाला की तरफ देखा ऑर फिर अपने लंड को उसी तरह अंदर ही रहने दिया.. खाला की आँखो से आँसू निकल रहे थे... ऑर वो आँखों से मुझे मना कर रही थी...

मैने बिना कोई हरकत किए हुए खाला की तरफ झुक गया ऑर उनके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए.. खाला ने रोते हुए अपना फेस मोड़ लिया.. मैने खाला के गाल पर किस करना शुरू कर दिया ऑर उनके कान मे कहा.. आइ लव यू....

खाला ने मेरी तरफ देखा ऑर कहा.. अगर तुम मुझसे प्यार करते तो इतना दर्द देते.. आराम आराम से करते ना... मैने मुस्कुरा कर उनसे कहा कि.. आप ने खुद ही तो कहा था कि प्यार मे बहुत दर्द होता है तो खाला ने मुझसे नज़रें चुरा ली ऑर अपना फेस दूसरी तरफ कर दिया...

इन बातों के दौरान मेरा लंड खाला की चूत के अंदर ही था.. मैने अपनी ज़ुबान निकाली ऑर खाला के कान (इयर्स) पे अपनी ज़ुबान मूव करने लगा... खाला की आँखे खुद ही बंद होने लगी ऑर इसके साथ साथ मैं अपने नीचे वाले हिस्से को आहिस्ता आहिस्ता मूव भी कर रहा था...... जब मैने देखा कि खाला की हालत कुछ नॉर्मल हो गई है तो मैं अपने लंड को आहिस्ता आहिस्ता आगे पीछे मूव करने लगा.... खाला की चूँके सील तो टूट चुकी थी तो मुझे अंदाज़ा था कि ये सिर्फ़ वक़्ती दर्द है जो थोड़े टाइम के लिए है फिर ठीक हो जाएगा ... मैं आहिस्ता आहिस्ता अपने लंड को आगे पीछे कर रहा था...

अब खाला मुँह से कुछ बोल तो नही रही थी मगर आँखें ज़ोर से बंद कर के दर्द को बर्दाश्त कर रही थी.. मुझे उनकी हालत का अंदाज़ा था मगर मैं अब अपना काम अधूरा नही छोड़ ना चाहता था.. इसलिए मैं अपने काम मे मसरूफ़ रहा ऑर खाला दर्द बर्दाश्त करती रही...

मैने अपना लंड बाहर की तरफ निकाला तो मेरा लंड बाहर आ गया सिर्फ़ उसकी कॅप चूत के सोराख के टॉप पर थी.. मैने एक हल्का सा धक्का लगा कर फिर से अपना पूरा लंड खाला की चूत मे उतार दिया ऑर खाला के मुँह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई की आवाज़ निकली मगर उन्होने अपनी आँखें नही खोली ऑर इसी तरह दर्द को बर्दाश्त करती रही... मैं इसी तरह अपने लंड को आगे पीछे करते हुए खाला की चूत का मज़ा ले रहा था.. आहिस्ता आहिस्ता मैने अपनी धक्के मारने की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा करना शुरू कर दिया...

अब मेरा अपने उपर से कंट्रोल ख़तम हो रहा था.. जिसकी वजह से मैं अपना पूरा लंड बाहर निकाल कर एक दम से खाला की चूत मे उतारने लगा.. खाला की चूत मुसलसल पानी छोड़ रही थी.. जिस से मेरा लंड आसानी से अंदर तो चला जाता था.. मगर खाला के जिस्म मे दर्द की एक लहर सी दौड़ जाती ओर वो सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईई की आवाज़ें निकल रही थी... मैने झटकों की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा करते हुए खाला के मम्मो पर अपने होन्ट रखे ओर उनको चूसने लगा... खाला के निपल्स आकड़े हुए थे... अब मैं मम्मे चूसने के साथ साथ अपनी रफ़्तार मे इज़ाफ़ा करता जा रहा था.. कुछ ही देर मे मेरी स्पीड इतनी हो गई कि मेरे अंदर झटका मारने की वजह से मेरे जाँघ खाला की जाँघ से टकराती ऑर थप्प की आवाज़ निकलती...

उन आवाज़ों की वजह से मेरा जोश बढ़ता जा रहा था.. ऑर मैं शहवात की पीक पर पहुँच चुका था... खाला मुसलसल आआआआआआआआहह ऊऊऊऊऊऊऊऊऊऊओफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआआआआआआहह की आवाज़ें निकाल रही थी ऑर मैं थप्प्प्प थाप्प्प्प्प्प्प्प्प ठप्प्प्प्प्प्प्प कर के उनकी चूत मे अपना लंड डाल रहा था... कुछ देर बाद मुझे महसूस हुआ कि खाला भी अपने निचले जिस्म को हरकत दे रही है तो मैने गौर किया ऑर खाला अपनी गान्ड को हल्का हल्का मेरे लंड की तरफ दबा रही थी.. खाला की इन हरकतों को देख कर मुझे अंदाज़ा हो गया कि अब खाला मेरे सेक्स को एंजाय कर रही है.. तो मैने ओर तेज़ी तेज़ी से झटके मारने शुरू कर दिए ऑर उनके निपल्स पर काटने लगा... खाला ऊऊऊऊऊऊफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईईईईईईई की आवाज़ें निकाल कर मेरा साथ भी दे रही थी ऑर मेरे बालों मे उंगली भी मूव कर रही थी.. अब खाला ने अपनी लेग्स उठा कर मेरी कमर के गिर्द बाँध ली.. ऑर मुझे कमर से अपनी चूत की तरफ पुश करने लगी... खाला की चूत से निकले हुए पानी की वजह से थाआप्प्प थाआप की आवाज़ों के साथ ही अजीब से आवाज़े आ रही थी.. अचानक खाला ने मेरे सिर को अपने मम्मो पर ज़ोर ज़ोर से दबाना शुरू कर दिया... ऑर अपनी लेग्स से मेरी कमर को भी अपनी चूत की तरफ पुश करना शुरू कर दिया ... ऑर आआआयययययययन्न्ननननननणणन् तेज तेज करो ऊओ र तेज करो.... मैं अपनी फुल स्पीड से झटके लगा रहा था... ऑर मेरी अपनी साँस फूल रही थी मगर मैं भी हार नही माना ऑर उसी तरह अपना काम जारी रखा... खाला ने कुछ देर तक अपने जिस्म को इसी तरह टाइट किए रखा ऑर अपनी चूत को मेरे लंड पे ऑर टाइट कर लिया... फिर अचानक से खाला के जिस्म को हल्के हल्के झटके लगने लगे.. ऑर खाला जोश मे आ कर मेरे बाल खेंचने लगी... मैं भी मुसलसल उनके निप्प्प्ल्स पर काट रहा था.... ऑर इसी तरह खाला ने अपने जिस्म को ढीला छोड़ दिया ऑर उनकी गिरिफ्त मेरे जिस्म पर ढीली पड़ती गई...

मैने अपना फेस उपर कर के खाला की तरफ देखा तो उनकी आँखे बंद थी.. मुझे अंदाज़ा हो गया था कि खाला अपना पानी निकाल चुकी है मगर मैं हैरान था कि अभी तक मेरा पानी क्यू नही निकला.. अभी मैं ये सब सोच ही रहा था कि मेरे जिस्म मे चूंटियां सी रेंगने लगी जो मेरे पूरे जिस्म से होती हुई तक मेरे लंड तक पहुँच रही थी...

फिर अचानक ही मैने ज़ोर ज़ोर से झटके मारते हुए खाला की चूत मे अपना पानी छोड़ ना शुरू कर दिया... मैं उसी तरह झटके मार रहा था जब तक मेरे लंड से पानी का आखरी क़तरा तक ना निकल गया......


अब चूँके मैं अपना पानी छोड़ चुका था तो मुझे थकान का अहसास हुआ ऑर मुझे ऐसा फील हुआ कि मेरी टांगे दर्द करने लगी है तो मैं खाला के उपर से उतरा ऑर उनकी साइड पर जा कर लेट गया... खाला की साँसे भी तेज थी जिनको वो कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी... ऑर मैं भी उनके साथ लेट कर अपने आप को रिलॅक्स करने लगा.......................... कुछ देर बाद जब हम दोनो रिलॅक्स हो गये तो खाला ने मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देखा ऑर कहा.... अयान,,, आइ लव यू मेरी जान.... मैने भी मुस्कुरा कर खाला को कहा आइ लव यू टू... ऑर उनको एक ज़ोरदार झप्पी डाल ली.



हम दोनो इसी तरह नंगे लेटे हुए थे ऑर खाला ने अपनी एक टाँग मेरी टाँग के उपर रख दी.. मेरी टाँग खाला की दोनो लेग्स के बीच मे थी जिसकी वजह से मेरी लेग खाला की लेग्स से टच हो रही थी.. मेरा फेस खाला के मम्मो पर टच हो रहा था.. मैने अपना फेस खाला के मम्मो की तरफ दबाया तो खाला के मम्मे फोम की तरह अंदर को दब गये... मैं फिर से खाला के मम्मो पर ज़ुबान फेरने लगा.. खाला ने अपने बाज़ू मेरी कमर के गिर्द टाइट कर लिए ऑर मुस्कुराते हुए मुझे बोली... चंदा ना करो ना... ऑर मेरा फेस उपर कर के मेरी आँखों मे देखा.. उन्होने मेरे लिप्स पर एक किस की ऑर फिर से मुझे हग कर के अपनी बाँहो मे छुपा लिया ऑर मेरी कमर पर अपने हाथ मूव करने लगी... मैं चूँके सेक्स करते करते बुरी तरह तक गया था ऑर इस छोटी सी उमर मे बार बार अपना पानी निकाल कर मुझे कमज़ोरी फील होने लगी थी... अब मुझे पता लग रहा था कि सेक्स करने से अगर मज़ा आता है तो थोड़ा बहुत नुक़सान भी होता है.. मैं खाला के ख़यालों मे ही खोया हुआ था कि पता नही कब मेरी आँख लग गई ऑर मैं उसी तरह नंगा खाला की बाँहो मे ही सो गया.....


नेक्स्ट मॉर्निंग मेरी आँख खुली तो खाला मेरी बगल मे ही सो रही थी ऑर हम दोनो का जिस्म एक चादर से ढका हुआ था.. जो शायद खाला ने मेरे सोने के बाद उपर डाली थी.. मैने चादर को थोड़ा सा उपर उठाया तो ये देख कर बहुत खुशी हुई कि मेरी तरह खाला के जिस्म पर भी कपड़े नही थे... मेरी खाला खूबसूरती मे अपनी मिसाल आप थी. उनका गोरा रंग, चेहरे पर छाई हुई मासूमियत उन पर बहुत सूट करती थी... मैं उठ कर बैठ गया ऑर खाला को टुकूर टुकूर देखने लगा... उस वक़्त मेरे दिमाग़ मे आया कि पता नही कौन खुश नसीब शख्स होगा जो खाला को हासिल करेगा..
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08-08-2019, 02:53 PM,
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RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मेरा दिमाग़ ऐसी ही बातें सोच रहा था कि मेरे दिल ने आवाज़ दी... “वो खुश नसीब तो जब होगा सो होगा" फिलहाल तुम तो ऐश करो ना... ये ख़याल आते ही मेरे फेस पर एक शैतानी मुस्कुराहट फेल गई क्यू कि ये सच भी था कि अभी जब कि वो मुझे अपना सब कुछ दे चुकी थी तो क्यू ना इस वक़्त को भरपूर एंजाय किया जाए... खाला सकून से सोई थी ऑर उनके फेस पर उनकी मासूमियत बार क़रार थी.. उनको देखते देखते मेरे दिल मे हलचल सी होने लगी ऑर मेरे लंड मे भी हल्की हल्की हरकत होने लगी... मेरा दिल चाहा कि मैं एक बार फिर से खाला को प्यार करूँ.. क्योंकि मुझे ऐसा मोक़ा दोबारा नही मिलने वाला था.....

मैने खाला के जिस्म से आहिस्ता आहिस्ता चादर हटानी स्टार्ट कर दी... मैं उस तरीक़े से चादर हटा रहा था कि उनको बिल्कुल भी महसूस ना हो ऑर वो जाग ना जाए.... जब चादर मुकम्मल तोर पर हट गई तो मैं एक बार फिर गहरी नज़रों से खाला के जिस्म का जायज़ा लेने लगा जैसे उनको नज़रो ही नज़रो मे चोद दूँगा ... मैं उनके फेस से शुरू हो कर उनकी फुल बॉडी को देखने लगा... खाला ने 34 नंबर के बूब्स मुझे बहुत अच्छे लग रहे थे ऑर मेरा दिल कर रहा था कि मैं उनके बूब्स को अपने मुँह मे ले कर खा जाऊ.. मुझे खाला पर बहुत प्यार आ रहा था. मैने आगे बढ़ कर उनके माथे पर एक किस की ऑर फिर आहिस्ता आहिस्ता उनके लिप्स पर एक किस की ऑर उठ कर बैठ गया.. मैने खाला के बूब्स को देखना स्टार्ट कर दिया. उनके बूब्स पर एक छोटा सा निपल बहुत खूबसूरत लग रहा था...

खाला के मम्मो के लाइट ब्राउन सर्कल के पास उपर एक तरफ 2 टिल थे... वैसे भी गोरी लड़कियों के जिस्म पर तिल बहुत अच्छा लगता है ऑर जब तिल ऐसी ख़ास जगह पर हो तो देखने वाला तो देखता ही रह जाता है. अब यही हालत मेरी भी ऐसी ही थी ऑर मैं भी उनके गोल गोल मम्मो के उपर कभी उस तिल को देखता ऑर कभी निपल को...

मुझसे रहा ना गया तो मैने खाला कि निपल पर अपनी ज़ुबान रखी दी ऑर निपल को किस करने के बाद उनके निपल को मुँह मे ले कर चूसने लगा... अभी मैने कुछ सेकेंड ही उनके मम्मो को चूसा तो खाला के जिस्म मे हरकत हुई. मैने अपना मुँह उनके मम्मो से हटा कर उनके फेस की तरफ देखा तो खाला अभी नींद से जागने के अमल से गुज़र रही थी.. फिर उन्होने आँखे खोल कर मुझे देखा ऑर फिर अपने नंगे जिस्म पर नज़र दौड़ाई तो उनके लेफ्ट बूब का निपल मेरे सक करने की वजह से गीला हो रहा था... खाला ने मेरी तरफ देख कर मुस्कुराते हुए बोलने मे कहा... चंदा क्या हुआ... मैने दाँत निकालते हुए खाला से कहा कि कुछ नही खाला..मैं तो सिर्फ़ आप को प्यार कर रहा था... खाला ने मेरे नंगे जिस्म की तरफ देखा ऑर अपने बाज़ू खोल कर मुझे अपनी बाँहो मे आने का इशारा किया. उनके इशारे को समझ कर मैं भी मुस्कुराता हुआ उनकी बाँहो मे समा गया...

मेरे हग करने की वजह से उनके मम्मे मेरे सीने के नीचे दब गये थे.. उनके मम्मो के अकडे हुए निपल मैं अपने सीने पर फील कर रहा था... वो मेरी कमर पर हाथ फेर रही थी.. मुझे बहुत अच्छा लग रहा था .. मेरे दिल मे एक बार फिर से सेक्स की ख्वाहिश जाग उठी थी ऑर अब मैं टाइम नही ज़ाया करना चाहता था तो मैने जल्दी से खाला की लेग्स ओपन की... उनकी लेग्स के बीच मे आ कर मैं खाला के उपर लेट गया ऑर उनके लिप्स पर अपने लिप्स रख कर उनको जल्दी जल्दी किस करने लगा... मैं खाला के लिप्स को बुरी तरह सक कर रहा था ऑर उनके मुँह मे अपनी ज़ुबान मूव करने लगा... मुझे पता नही किस बात की जल्दी थी मगर उसी जल्दी मे मुझे मज़ा भी बहुत आ रहा था... खाला की साँसे भी तेज हो गई थी ऑर किस्सिंग करने मे वो भी मेरा बराबर का साथ दे रही थी.. जिसकी वजह से मेरी जिस्म मे ब्लड सर्क्युलेशन तेज हो गई ऑर मैं पागलो की तरह उनके लिप्स को चूसने लगा. कभी कभी मैं उनके लिप्स पर काट देता था जिसकी वजह से वो मुझे कुछ कह ना चाहती मगर मेरा मुँह अपने मुँह के अंदर होने की वजह से वो कुछ बोल भी नही सकती थी. बस जिस्म हिला हिला कर मुझे कुछ कहते ना चाह रही थी.. पता नही शायद उनको दर्द हो रहा था या मज़ा आ रहा था मैं उनकी हालत से बे खबर अपनी शहवात मिटाने के चक्कर मे था....

नीचे मेरा लंड जो कि फुल खड़ा हुआ था ऑर साँप की तरह फूँकारता हुआ बार बार खाला की चूत से टकरा रहा था... खाला ने अपना हाथ नीचे ले जाते हुए मेरे लंड को ज़ोर से पकड़ा ऑर उसको दबाने लगी... ऑर मेरे लंड को अपनी चूत पर रगड़ने लगी... मुझे अपने लंड पर खाला की चूत गीली गीली महसूस हो रही थी शायद वो अपना पानी छोड़ चुकी थी... मैने किस्सिंग को छोड़ कर अपने लंड को उनकी चूत के होल पर अच्छी तरह अड्जस्ट किया ऑर एक ज़ोरदार झटके के साथ ही मेरे लंड खाला की चूत की गहराई मे उतर गया....

एक तो मेरा लंड बिल्कुल खुश्क था दूसरा खाला ने भी अभी अपना सारा पानी नही छोड़ा था.. जब मेरा खुश्क लंड खाला की चूत मे एक झटके से अंदर गया तो खाला की आँखें बाहर को निकल आई ऑर वो ज़ोर से चिल्लइइ... आय्ाआाआअन्णन्न् आआररर्राआंम्म सीईई आआहह आआआहह्ा . मैने अपने लंड को ज़ोर से बाहर खेंचा ऑर जल्दी से उस पर अपना बहुत सारा थूक लगाया ऑर खाला की तरफ देखे बिना ही एक बार फिर से अपना लंड खाला की चूत के अंदर पेल दिया... मैं पागल पन मे अपना लंड खाला के अंदर बाहर कर रहा था...ऑर खाला के मुँह से लगातार चीखें निकल रही थी... फिर आहिस्ता आहिस्ता खाला की चूत ने पानी छोड़ ना शुरू कर दिया.. जिसकी वजह से मेरा लंड अब आसानी से अंदर बाहर जाने लगा... ऑर ऐसे ही कुछ देर बाद मैने अपने झटकों की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा करते हुए अपना पानी खाला की चूत मे छोड़ दिया... ऑर मैं थक हार कर उसी तरह खाला के उपर गिर गया ऑर उनके सीने पर लेटे लेटे अपनी साँस ठीक करने लगा.... ऑर कुछ देर बाद उठ कर उनकी साइड पर लेट गया....

कुछ देर बाद खाला उठी ऑर वॉशरूम की तरफ जाने लगी.. मैने उनसे पूछा कि कहाँ जा रही हो तो उन्होने कहा कि नहाने जा रही हूँ तुम भी आ जाओ... मैं भी खुश हो गया ऑर उठ गया... मैं भी खाला के साथ वॉशरूम मे आ गया ऑर खाला ने शवर खोल दिया.. हम दीनो शवर के नीचे एक दूसरे से चिपक कर खड़े हुए था.. फिर खाला ने साबुन उठाया ऑर मेरे जिस्म पर साबुन मलने लगी.. वो मेरे पूरे जिस्म पर साबुन से मसाज करने लगी... ऑर फिर उन्होने मेरे लंड को अपने हाथ मे लिया ऑर उस पर साबुन लगाने लगी... ऑर अपना हाथ मेरे लंड पर आगे पीछे करने लगी.. साबुन की वजह से खाला का हाथ मेरे लंड पर आसानी से चल रहा था... मेरा लंड खाला के हाथों मे फिर से खड़ा हो गया... खाला ने मुझे दीवार के साथ लगाया ओर खुद मेरे सामने फर्श पर बैठ गई ऑर मेरी मूठ मारने लगी... मैं कोई 30 सेकेंड बाद खाला का हाथ अपने लंड से हटा कर शवर के नीचे आया ऑर अपने लंड को अच्छी तरह से धोया... खाला उसी तरह फर्श पर बैठी हुई मुझे देख रही थी..... मैने अपना लंड अच्छी तरह धोया उसी तरह खड़ा हुआ लंड ले कर खाला के सामने गया ऑर उनके फेस के सामने अपने लंड को झटके देने लगा.... खाला मेरे लंड को झट केलेते हुए देख रही थी.. मैने खाला के सिर पर हाथ रखा ऑर उनका मुँह अपने लंड के क़रीब लाना शुरू कर दिया..

खाला ने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा. वो मेरा इशारा समझ गई थी... उन्होने अपने लिप्स मेरे लंड के क़रीब किए ऑर मेरे लंड पर अपने लिप्स रख कर एक टाइट किस की ऑर स्लोली स्लोली अपने लिप्स को ओपन किया ऑर मेरे लंड को अपने मुँह के अंदर जाने की जगह दे दी... उन्होने मेरे लंड के गिर्द अपने मुँह को टाइट किया ऑर आज अपनी मर्ज़ी से मेरे लंड को बहुत प्यार से चूसने लगी... मैने मज़े ऑर जज़्बात शिद्दत से अपनी आँखें बंद कर ली.... ऑर दीवार के साथ अपना सिर लगा दिया... मैं खाला के मुँह की गर्मी ज़्यादा देर बर्दाश्त ना कर सका, मैने जल्दी से खाला के सिर को दोनो हाथों से पकड़ा ऑर उनके मुँह मे अपना पूरा लंड अंदर बाहर करने लगा... खाला मुझसे अपना सिर छुड़वाना चाह रही थी. शायद उनको अंदाज़ा हो गया था मैं छूटने वाला हूँ मगर मैने उनका फेस अपनी फुल ताक़त से अपने लंड पर दबाया हुआ था ऑर अपने लंड से जल्दी जल्दी उनके मुँह को चोदने लगा.... अभी मैने उनके मुँह मे 4,5 ज़ोरदार घस्से मारे ही थे कि मेरे मुँह से उफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ निकली, मेरी आँखे बंद हो गई ऑर मैने खाला के मुँह मे ही अपना पाना पानी छोड़ ना शुरू कर दिया... खाला के मुँह से घूऊऊऊऊऊन्न्ननणणन् घूऊऊऊऊवन्णन्न् की आवाज़ें निकल रही थी मगर उस वक़्त मुझे उनकी आवाज़ सुनाई नही दे रही थी.. जब मेरा सारा पानी उनके मुँह मे निकल गया तो मेरे हाथों की गिरिफ्त खाला के सिर पर ढीली हो गई... उन्होने जल्दी से अपने मुँह से मेरा लंड निकाला ऑर मेरे लंड का सारा पानी ज़मीन पर थूक दिया... मैं खाला की तरफ हुआ देख रहा था .... खाला ने मेरे लंड का पानी ज़मीन पर थूका ऑर मेरी तरफ गुस्से से देख कर तेज आवाज़ मे बोली..... आयाअंणन्न् तुम कितने गंदे हो... मेरा मुँह गंदा कर दिया... मैने गौर से खाला के लिप्स की तरफ देखा तो उनके लिप्स के उपर मेरे लंड का गाढ़ा पानी लगा हुआ था जो शायद मेरा लंड उनके मुँह से निकलते टाइम पर लगा था... मैने उनकी तरफ़ देख कर अपने लिप्स पर हाथ रख कर उनको इशारा किया कि उनके लिप्स पर पानी लगा है... उन्होने मेरे इशारे को नही समझा ऑर वैसे ही अपनी ज़ुबान अपने लिप्स पर फेरी ऑर मेरे लंड का पानी अपने लिप्स पर से चाट लिया. जब उनको पानी का नमकीन ज़ायक़ा फील हुआ तो उन्होने एक दम से मेरी तरफ देखा तो मेरी हँसी निकल गई क्योंकि अब तो पानी का वो क़तरा उनके हलक मे जा चुका था अब खाला चाह कर भी उसको थूक नही सकती थी... वो बस मुझे घूरती रह गई...

मुझे घूर कर खाला उठी ऑर शवर के नीचे जा कर खड़ी हो गई.. मेरी तरफ देख कर मुझे इशारे से बुलाया ऑर मैं भी उनके पास चला गया...

खाला ने मेरे हाथ मे साबुन पकड़ाया तो मैने सवालिया नज़रों से उनको देखा.. मेरा सवाल वो समझ गई ऑर उन्होने मेरा वो हाथ पकड़ा जिस मे साबुन था ऑर मेरे हाथ को अपने जिस्म पर फेरने लगी.. मैने उनकी बात समझ कर उनके जिस्म पर साबुन लगाना शुरू कर दिया.... मैने पहले उनको घुमाया जिसकी वजह से उनकी कमर मेरे सामने आ गई.. मैने पहले तो उनकी कमर पर हाथ फेरा ऑर फिर दूसरे हाथ से उनकी कमर पर साबुन लगाने लगा... कमर पर साबुन लगाने के बाद मैने खाला के हिप्स पर अपना एक हाथ फेरा ऑर उस दूसरे हाथ से उनकी गान्ड पर साबुन लगा दिया.. गंद पर साबुन लगाने के बाद मैने अपना राइट हॅंड खाला की गान्ड की दरमियानी लकीर पर फेरना शुरू कर दिया जिसकी वजह से मेरे हाथ पर लगा हुआ साबुन खाला की गान्ड की लकीर पर लगा ऑर वो लकीर साबुन की झाग से चिकनी हो गईं... मैं उनकी गान्ड की दरमियानी लकीर पर उपर से नीचे तक अपना हाथ मूव करने लगा. अचानक मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया ऑर मैने अपने उसी हाथ पर जो के खाला की गान्ड की दरमियानी लकीर पर फेर रहा था. मैने उस हाथ पे थोड़ा ज़्यादा साबुन लगाया ऑर फिर से अपना हाथ गान्ड की लकीर के बीच मे फेरना शुरू कर दिया... खाला की कमर मेरी तरफ ही थी. इसी पोज़िशन मे मैने खाला को दीवार के क़रीब किया ऑर पीछे से खाला को हग कर के अपने हाथों को आगे करते हुए उनके मम्मो पर मसाज करने लगा...

मेरे हाथ साबुन से भरे होने की वजह से खाला के मम्मे मेरे हाथों से स्लिप हो रहे थे... ऑर पीछे से मेरा लंड जो कि एक बार फिर से हरकत मे आ चुका था खाला की गान्ड के सोराख से टच होने लगा...

मैने अपना एक हाथ खाला के पेट पर रखा ऑर दूसरे हाथ से उनकी कमर पर थोड़ा दबाओ डाला... खाला समझ गई थी कि मैं उनको आगे की तरफ़ झुकाना चाहता हूँ.. वो जान बूझ कर आगे की तरफ नही झुक रही थी... क्योंकि उनको भी वोही लग रहा था “““जो अभी आप लोग सोच रहे हो कि मैं खाला की गान्डमारने की तैयारी करने लगा हूँ""".... खाला ने मेरे ख़तरनाक इरादो को भाँप लिया ऑर अपना जिस्म सीधा कर लिया... खाला ने मेरी तरफ पीछे मूड कर देखा ऑर बेबसी वाली सूरत बना कर इनकार मे सिर हिला कर कहा... अयान अब बस करो...???? मुझे दर्द हो रही है...

मैने खाला की आँखे की तरफ देखा तो उनकी आँखे लाल हो रही थी....


दोस्तो आप सब सोच रहे होगे खाला शायद फिर से गरम होने लगी है. मगर नही... वो गरम नही थी बल्कि अपनी गान्ड के सोराख को मुझसे बचाने के चक्कर मे थी...

मैने अभी तक उनको पीछे से हग किया हुआ था ऑर मेरे हाथ उनके गोल गोल मम्मो पर फिसल रहे थे... मैने अपने लिप्स उनके लिप्स पर रखी ऑर उनसे किस्सिंग करनी शुरू कर दी....


मैं खुद अपने आप पर हैरान था कि मैं कुछ ही दिनो मे सेक्स का इतना भूका हो चुका था.. या शायद ये भूक मुझ मे पहले से ही मोजूद थी जो झिझक की वजह से सामने नही आ रही थी ऑर अब जब के मेरे पास बेहतरीन मोका था ऑर शर्म ओ हया के सारे पर्दे गिर चुके थे... खाला ऑर मामी के जिस्म के सारे पोशीदा राज़ मेरे सामने खुल चुके थे तो इन्ही कुछ दिनो ने मुझे वो कुछ करना सिखा दिया था जो कि मैं सारी ज़िंदगी मे नही सीख सकता था......

मैने खाला को पीछे से हग किया हुआ था.. ऑर अपने हाथ आगे ले जा कर उनके मम्मे दबा रहा था.. उन्होने एक बार मुझे रोका भी मगर मैने बिना कोई बात किए अपने लिप्स उनके लिप्स पर रख दिए ऑर सॉफ्ट सॉफ्ट किस्सिंग करने लगा.. पहले तो खाला मुझे मना कर रही थी मगर फिर आहिस्ता आहिस्ता उन्होने अपने जिस्म को ढीला छोड़ दिया ऑर अपने लिप्स खोल कर किस्सिंग मे मेरे भरपूर साथ देने लगी...

मैने जो साबुन खाला की कमर ऑर गान्ड पर लगाया हुआ था, मेरे पीछे से हग करने की वजह से वो सारा साबुन मेरे जिस्म के आगे वाले हिस्से ऑर मेरे लंड पर लग चुका था.. जिस से हम दोनो का बदन ख़ास स्लिपरि हो गया था. मैं लगातार खाला को किस करने के साथ साथ उनके मम्मे भी दबा रहा था, कभी कभी उनके निपल्स जो कि अकडे हुए थे को अपनी उंगली मे मसल रहा था... ऑर मेरा लंड नीचे खाला की गान्ड के सोराख से लग रहा था...

मैने कुछ देर बाद उसी तरह एक हाथ खाला के पेट पर रखा ऑर दूसरा हाथ खाला की कमर पर रख कर अपने हाथ पर दबाव डाला.. अब की बार खाला ने कोई मुज़ाहीमत नही की ऑर अपने हाथ दीवार पर टिका कर आगे की तरफ झुक गई....

मैने फिर से खाला की कमर पर से हाथ फेरते हुए उनकी गान्ड की दरमियानी लकीर पर अपना हाथ फेरना शुरू कर दिया... उनका जिस्म चूँकि साबुन की वजह से स्लिपरि हो गया था. तो मेरा हाथ बहुत आसानी से उनके जिस्म पर स्लिप हो रहा था...

शवर के साथ एक बाल्टी (बकेट) पड़ी हुई थी जिस मे पानी भरा हुआ था.. मैने उस बकेट से पानी निकाला ऑर एक हाथ से खाला की कमर पर पानी डालते हुए दूसरे हाथ से उनकी कमर सॉफ करने लगा... इसी तरह मैने उनकी कमर से ले कर गान्ड भी सॉफ कर दी, अब उनके जिस्म से साबुन हॅट चुका था... खाला उसी तरह आगे को झुकी हुई थी ऑर उनके हाथ दीवार पर टिके हुए थे... झुकने की वजह से खाला की गान्ड के उभार खुल गये थे...

मैं खाला के पीछे फर्श पर बैठ गया.. मेरे फर्श पर बैठ ने से खाला की गान्ड का सोराख मुझे सॉफ नज़र आ रहा था.. मैने उनकी गान्ड की दरमियानी लकीर पर नज़र दौड़ाई.. मेरी नज़र उनकी गान्ड के सोराख से होती हुए थोड़ा सा नीचे उनकी चूत पर जा कर ठहर गई... पानी की वजह से उनकी चूत भी सॉफ हो चुकी थी.. ऑर झुकने की वजह से उनकी चूत के लिप्स ओपन थे जो कि मेरे छोड़ने के बाद हल्के से सूजे हुए थे ऑर उनका कलर लाल हो चुका था... मुझसे रहा ना गया क्योंकि मेरी फॅवुरेट चीज़ (चूत) मेरे सामने थी...मैने अपनी ज़ुबान बाहर निकाली ऑर कॉल्क की चूत के लिप्स पर रख दी... इस हाल मे खाला की चूत को जब मेरी ज़ुबान लगी तो वो मज़े की शिद्दत से चिल्ला उठी.... आय्ाआाआअन्न्नसणणन् न्न्न् नाआहहिईिइ ककककककाआरर्र्रूऊओ... मगर अब चूँकि मैने ज़ुबान रख दी थी तो मैं छोड़ ने वाला तो था नही. मैने खाला की दोनो लेग्स को पकड़ कर थोड़ा सा ऑर ओपन किया ऑर अपना सिर नीचे कर के अपनी ज़ुबान खाला की चूत पर फेरने लगा... खाला की चूत पानी छोड़ ने लगी थी जिसकी वजह से उनकी चूत का नमकीन ज़ायक़ा मेरे मुँह मे रस घोल रहा था...

खाला के मुँह से सस्स्साईईईईईईईईईईईई उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ ऊऊऊऊऊऊओह जेसी आवाज़ें निकल रही थी जिन को सुन कर मैं ऑर भी हॉट होने लगा था... मैं उनकी चूत के नीचे बैठ कर मुँह भर भर कर उनकी चूत को चाटने ऑर चूत के लिप्स को अपने होंठो मे पकड़ कर चूसने लग जाता...

मैं खाला की लेग्स के बीच मे बैठा हुआ था ऑर मैने अपने दोनो हाथ खाला की गान्ड के उभारो पर रखे हुए थे.... मैं उनकी चूत चाटने के साथ साथ उमके हिप्स को भी दबा रहा था ऑर खाला की सिसकियाँ पूरे वॉशरूम मे गूँज रही थी... हिप्पस को दबा दबा मैं अपनी उंगली खाला की गान्ड के सोराख से टच करने लगा...

खाला की चूत चूँके मेरे मुँह मे रस घोल रही थी ऑर खाला मज़े की शिद्दत से हवाओं मे उड़ रही थी... उनका जिस्म बिल्कुल ढीला पड़ा हुआ था ऑर उन्होने मुझे खुली छुट्टी दे दी थी कि उनके साथ जो चाहूं करूँ.... मैं उनकी गान्ड के सोराख मे अपनी उंगली अंदर करने लगा लेकिन अब चूँकि उनकी गान्ड के सोराख से साबुन हट चुका था तो मेरी उंगली उनकी गान्ड के सोराख को हल्का सा भी ओपन नही कर पा रही थी..

खाला की चूत को छोड़ कर मैं उनकी गान्ड के सोराख पर अपनी ज़ुबान ले आया जो कि बिल्कुल टाइट था... मैने अपने मुँह मे बहुत सारा थूक जमा किया ऑर अपनी ज़ुबान की पीक पर वो सारा थूक लगा कर उनकी गान्ड के सोराख पर ज़ुबान मारने लगा....

खाला ने मुझे बहुत मना किया.. ऑर उन्होने अपना हाथ पीछे ला कर मेरा सिर हटाने की भी कोशिश की.. मगर मैने उनके हाथ को झटक दिया ऑर तेज़ी से उनकी गान्ड के सोराख को अपनी ज़ुबान से चाटने लगा...

खाला के मुँह से सिसकियों पर सिसकियाँ निकल रही थी.. उन्होने अपना हाथ पीछे कर के मुझे रोकना चाहा मगर जब उन्होने देखा कि मैं अपने काम से बाज़ नही आ रहा तो उन्होने मेरे बाल पकड़ लिए..

मेरे दिमाग़ मे एक मिंट के लिए ख़याल आया कि खाला मेरे बाल खेंच कर मुझे हटाना चाहती है मगर मेरा ख़याल दूसरे ही लम्हे ग़लत साबित हुआ जब खाला मुझे बालों से पकड़ कर अपनी गान्ड के सोराख पर मेरा सिर दबाने लगी .........

खाला मुझे बालों से पकड़ कर मेरा सिर अपनी गान्ड की तरफ दबाने लगी.. जिस से मेरा पूरा फेस उसकी गान्ड के उभारों के बीच मे हो गया.. खाला की गान्ड का सोराख मेरे थूक से बहुत गीला हो चुका था.. मैने अपना फेस सोराख से हटाया ऑर एक बार फिर अपने लिप्स खाला की चूत पर रख दिए.. अब की बार मैं अपनी ज़ुबान खाला की चूत के सोराख मे अंदर बाहर करने की कोशिश करने लगा ऑर अपनी उंगली से खाला की गान्ड के सोराख को छेड़ने लगा... मैने अपनी उंगली को गान्ड के अंदर डालने की कोशिश की जो कि मेरे थूक से बहुत गीली हो चुकी थी, मेरी उंगली थोड़ी सी गान्ड के सोराख मे दाखिल हुई तो खाला ने अपनी टांगे बंद करनी चाही मगर मेरे बैठे होने की वजह से वो अपनी टांगे बंद नही कर पा रही थी.

मुझे लगा कि खाला मुझे अपनी गान्ड पर से हटाने की कोशिश करने लगी है तो मैं उनकी चूत के होल मे अपनी ज़ुबान अंदर बाहर करने लगा... जिसकी वजह से वो ऊऊऊऊऊओफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआआआआअहह की आवाज़ें निकाल रही थी. खाला की चूत बहुत ज़्यादा पानी छोड़ रही थी जो चूत के रास्ते मेरे मुँह से होता हुआ मेरे हलक मे उतर रहा था. उनकी चूत का रस चख कर तो मैं पागल ही हो गया था.. मेरा लंड बार बार झटके मार कर मुझे इशारा कर रहा था कि मेरा भी कोई बंदोबस्त करो.. मैं खाला की लेग्स के बीच मे से उठा तो खाला एक दम से सीधी हो गई ऑर मेरी तरफ पलट कर बोली.. चंदा.. बुसस्स्स कार्रर्र्रूऊओ नाआअ.......

मैने जवाब दिया.. खाला ऐसा मोक़ा फिर नही मिले गा.

खाला: एम्म मगर यहाँ वॉशरूम मे??

मैने उनकी बात काटते हुए कहा.. खाला आप को मेरी क़सम है... आप आज मुझे नही रोको गी प्लीज़.. ऑर प्यार भरे अंदाज़ मे उन्हे देखने लगा..

खाला ने कुछ कहते ना चाहा मगर मैने अपने लिप्स उनके लिप्स पर रख दिए ऑर उनको गरम करने लगा.. खाला शायद लिप्स किस्सिंग से हॉट हो जाती थी, मैने उनको किस्सिंग स्टार्ट की तो उन्होने अपनी आँखे क्लोज़ कर ली ऑर किस्सिंग मे मेरा साथ देने लगी.. मेरे हाथ मे जो साबुन लगा हुआ था..मैने अपना हाथ खाला की बॅक पर ले जा कर खाला की गान्ड के सोराख पर वो साबुन लगाने लगा... खाला ने आँखे खोल कर मुझे देखा मगर कुछ ना कहा... मैने खाला को फिर से दीवार की तरफ घुमा दिया ऑर उनको झुकने कहा. खाला ने बेबुसी से मेरी तरफ देखा ओर पीछे घूम कर झुक गई..

अब मैने अपनी उंगली खाला की गान्ड के सोराख मे अंदर करने की कोशिश की तो खाला ने कहा सस्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईई आयाअंन्न यहहाआँ सस्स्स्सीई न्न्न् नाआी प्लीज़... मगर मैने उनकी एक ना सुनी.
चूँकि मेरी उंगली ऑर उनकी गान्ड के सोराख साबुन से भरे हुए थे. मैने अपनी उंगली को एक ज़ोरदार झटका दिया ऑर अपनी आधी उंगली उनकी सोराख मे पुश कर दी जिस पर खाला चिल्ला उठी आआआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई म्म्म्म म मैं मर गई....

मैं आहिस्ता आहिस्ता उनकी गान्ड मे अपनी उंगली आगे पीछे मूव करने ल्गा.. साबुन की वजह से मेरी हाफ उंगली अंदर तो जा रही थी मगर वो भी फँस फँस... खाला के मुँह से ऊऊऊऊऊीीईईई आआआअहह जैसे अल्फ़ाज़ निकल रहे थे. मैने अपनी उंगली को बाहर निकाला. उस पर थोड़ा सा साबुन ऑर लगाया ऑर फिर से खाला की गंद मे एंटर करने लगा... उनको अभी भी दर्द हो रहा था जिसकी वजह से वो कराह रही थी मगर उस टाइम तो मुझ पर चूत का भूत सवार हुआ वा था तो मैं उनकी सिसकियों की तरफ कुछ खास तवज्जो नही दी ऑर अपनी उंगली को मज़ीद अंदर करने लगा..

मेरी उंगली खाला की गान्ड मे अंदर बाहर होने लगी जब जब मैं देखता कि मेरी उंगली टाइट हो रही है तो मैं उस पर साबुन लगा देता.. मगर खाला की तकलीफ़ कम नही हो रही थी.. खाला को तकलीफ़ मे देख कर मैं भी थोड़ा परेशान हो गया था.. मैने परेशानी मे इधर उधर नज़र दौड़ाई तो मेरी खुशी की कोई इंतेहा नही रही.. वॉशरूम के डोर की साइड मे एक रॅक बना हुआ था. जहाँ पर साबुन, शॅमपू, टूथ ब्रश वाघेरा पड़े हुए थे, उसकी साइड मे सरसो के तैल की एक बॉटल पड़ी हुई थी. तैल देख कर मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया, मैने जल्दी वो बॉटल उठाई ऑर अपने हाथ मे लगा कर उनकी गान्ड के सोराख मे तैल लगाना शुरू कर दिया.. मैने बॉटल को खाला की गान्ड की तरफ थोड़ा सा नीचे किया तो उस मे से तैल निकाल कर खाला की गान्ड के सोराख मे गिराने लगा.... आयिल लगा कर मैने अपनी उंगली को अंदर पुश किया तो अब मुझे कुछ आसानी हुई ऑर खाला को भी दर्द ना महसूस हुआ.. मैं आहिस्ता आहिस्ता अपनी उंगली अंदर बाहर मूव करने लगा.. मेरी उंगली अब फुल अंदर जा रही थी. मैं अपनी उंगली फुल अंदर करता ऑर फुल ही बार निकाल देता.. आयिल मे उंगली डीप करने के बाद मैं फिर से उंगली को अंदर की तरफ पुश कर देता.. खाला की तकलीफ़ मे कमी आ गई थी मगर वो फिर भी सिसकियाँ ले रही थी...

अब मेरे बर्दाश्त की हद भी ख़तम हो गई थी.. मैं खाला की गान्ड के पीछे खड़ा हो गया... खाला की कमर पर हाथ रख कर थोड़ा सा झुकाया तो उनकी गान्ड का सोराख मेरे लंड के बिल्कुल सामने आ गया. उंगली अंदर बाहर करने की वजह से उनका सोराख मुझे कुछ ओपन फील हुआ.. मैने जल्दी से आयिल की बॉटल से अपने लंड पर अच्छी तरह आयिल लगाया .. मैने इतना आयिल लगा दिया था कि मेरे लंड से आयिल के क़तर टपकने लगे थे..

मैने अपने लंड को खाला की सोराख पर अड्जस्ट किया तो खाला ने हाथ पीछे कर के मेरे पेट पर रख कर मुझे रोकना चाहा. मगर अब मैं नही रुक सकता था... मैने लंड को ठीक आंगल से अड्जस्ट किया ऑर अपनी बॅक को थोड़ा सा आगे की तरफ धक्का देते हुए अपना लंड खाला की गान्ड मे अंदर करना चाहा.. मेरे लंड की कॅप अंदर गई मगर खाला चिल्ला उठी.. न्ण न्न् आआयाअंन्न न्णरन्न् न्न्न नही ककककक कककक कार्र्र्रूऊ प्प्प्ल्ल्ल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.. उनके मुँह से आवाज़ ही नही निकल रही थी.. उन्होने बहुत मुश्किल से मुझे ये वर्ड्स कहे ऑर सिसकियाँ ले कर रोने लगी... मैने उनके रोने को नज़र अंदाज़ किया,, मेरे लंड की कॅप अभी भी उनकी गान्ड के अंदर ही थी.. मैने उसी पोज़िशन मे तैल की बॉटल मे से थोड़ा सा आयिल उनकी गान्ड के होल पर डाला ऑर अपने लंड को थोड़ा ऑर अंदर करने की कोशिश करने लगा.. खाला ने अपनी गान्ड को इस क़दर टाइट किया हुआ था कि मेरा लंड हरकत ही नही कर रहा था.. मुझे मेरे अपने लंड मे दर्द होना शुरू हो गया था.. मेरा लंड खाला की गान्ड मे फँस चुका था.. अब मैं ना अपने लंड को अंदर पुश कर सकता था ऑर ना बाहर निकाल सकता था.. जब मैं अपने दर्द को बर्दाश्त ना कर सका तो मैने एक हाथ के ज़ोर से खाला को नीचे की तरफ झुकाया.. वो खुद भी तकलीफ़ मे थी इसलिए नीचे की तरफ झुक गई.. गान्ड का होल मे जब तनाव थोडा सा कम हो गया तो मैने एक झटका मारा ऑर खाला की चीख निकल गई.. वो नीचे झुकी हुई मुझे गालियाँ दे रही थी.. अयान क्क्क कुउउत्तययययी,, काअमम्म्मीईएन्न्ननेयययी न्णनन्न् न्न्न नाआअ काअरररर मगर उस टाइम मुझे तो ना खाला के रोने की परवाह थी ऑर ना उनके गुस्सा होने की.. मैने एक झटका मारा तो मेरा आधा लंड खाला की गान्ड मे चला गया.. मैने अपने लंड को थोड़ा सा बाहर निकाला ऑर आयिल की बॉटल से कुछ ड्रॉप्स अपने लंड पर डाले ऑर फिर हल्का सा झटका दे कर अपना लंड अंदर कर दिया.. खाला रोए जा रही थी, चिल्ला रही थी मगर मुझे उनकी परवाह नही थी.. मेरे सिर पर उस टाइम वासना सवार थी जिसने मुझे एक जानवर बना दिया था.. मैं जब भी अपना लंड थोड़ा सा बाहर निकालता तो उस पर कुछ ड्रॉप्स आयिल डाल देता ऑर फिर एक झटके से अपना लंड अंदर पुश कर देता..... इसी तरह जब मेरा फुल लंड खाला की गान्ड मे चला गया तो मैने आहिस्ता आहिस्ता उनकी गान्ड मे घस्से मारने शुरू कर दिए..

Reply
08-08-2019, 02:54 PM,
#33
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
खाला कुछ देर तो लगातार सिसकियाँ लेती रही. मुझे रोकती रही.. मुझे अपनी क़स्मे देती रही मगर मैने उनकी कोई बात जैसे सुनी ही ना हो.. मेरी समझ उस टाइम ख़तम हो चुकी थी.. मुझे तो उस टाइम बस अपना काम निकालना था सो मैं मसरूफ़ रहा.. कुछ देर के बाद खाला की सिसकियों मे कुछ कमी हुई ऑर अब मेरे घस्से मारने पर वो रो भी नही रही थी... शायद अब खाला को मज़ा आने लग गया था या जो भी था.. उनके ना रोने से मेरे अंदर ऑर हिम्मत बढ़ गई ऑर मैने अपने घस्सो की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा कर दिया..

मैं घस्से मारता मारता तक़रीबन खाला की कमर पर झुक गया जिसकी वजह से मेरा लंड ठीक तरह से बाहर नही निकल रहा था, मैने अपने हाथ आगे किए ऑर दोनो हाथों से खाला के मम्मे दबाने लगा.... मम्मे दबवाने से खाला थोड़ा रिलॅक्स हो गई.. अब वो बड़ी आसानी से मेरा लंड अपनी गान्ड मे बर्दाश्त कर रही थी ऑर मैं भी लगातार उनकी गान्ड मे घस्से मारता रहा मगर कब तक,, आख़िर कार घस्से मारते मारते मुझे अहसास हुआ कि मैं डिसचार्ज होने वाला हूँ तो मैने खाला के मम्मो को छोड़ कर अपने दोनो हाथ उनकी कमर पर रखे.. उनको ऑर नीचे झुकाने की कोशिश करने लगा मगर वो जितना झुक सकती थी उतना तो पहले ही झुकी हुई थी.. मैने एक दो तीन चार प्ाआंकचह कककचहाायययी घस्से मारे ऑर ओफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ के साथ ही खाला की गान्ड मे अपना पानी छोड़ ने लगा.. मैने स्लो स्लो हरकत करते हुए खाला की गान्ड मे अपना सारा पानी निकाला ऑर उसी तरह खाला के उपर झुक कर लंबे लंबे साँस लेने लगा...

खाला की गान्ड मारते मारते मेरी अपनी गान्ड फॅट गई थी, मेरा शरीर काँपने लग गया था ऑर मुझे ऐसे लग रहा था कि जैसे मेरे जिस्म से जान निकल गई हो... मैने खाला की गान्ड से अपना लंड निकाला ऑर पीछे वाली दीवार से बॅक लगा कर खड़ा हो गया...

मैं जैसे ही अपनी बॅक दीवार से लगा कर खड़ा हुआ तो खाला एक दम से उठी उनकी आँखे खून की तरह लाल हो रही.. उन्होने मुझे गुस्से से देखा... मैने सिर्फ़ ऑर सिर्फ़ खाला के हाथ को हरकत करते हुए देखा.. ऑर वॉशरूम एक """चातत्त्त्ताआअक्कककखह""" की आवाज़ से गूँज उठा.... ऑर मुझे अपना लेफ्ट गाल एक दम से ऐसा गरम लगा कि मेरे तो टटटे हलक मे आ गये.. मेरी पहले ही गान्ड फटी हुई थी.. अब जब के खाला ने मुझे अपनी फुल पवर से थप्पड़ मारा तो मेरे कानो मे सीटियाँ बजने लगी.

मैं दीवार के साथ लग कर खड़ा हुआ ऑर अपनी साँसे नॉर्मल करने लगा ऑर इतने मे खाला घूमी ऑर मेरी तरफ गुस्से से देखते हुए मुझे एक ज़ोरदार थप्पड़ मार दिया.. वो ऐसी नज़रो से मुझे देख रही थी कि मुझे आँखों ही आँखों मे खा जाए गी..

मेरे तो टटटे हलक़ मे आ गये थे, ऑर मेरी आँखों से ना चाहते हुए भी आँसू निकल कर मेरे गाल पर गिरने लगे.. मैने परेशन नज़रो से खाला को देखते हुए पूछा..

मैं: ककककक कककक क्या हुआ खाला...

खाला बस मुझे घूर रही थी ऑर ज़ोर ज़ोर से साँस ले रही थी. उनकी आँखें खून की तरह लाल हो रही थी ऑर उनकी आँखों मे भी आँसू थे.. जब खाला ने मुझे कुछ जवाब ना दिया तो मैं वॉशरूम से एक दम बाहर निकला ऑर भागते हुए अपने रूम मे आया ऑर जल्दी जल्दी कपड़े पहन'ने लगा.. मुझे अब खाला पर बहुत गुस्सा आ रहा था. मैने दिल मे सोचा कि चुदवाने का शोक़् भी खुद को (खाला) है ऑर गुस्सा भी करती है फिर ऑर दिल ही दिल मे खाला को गालियाँ देने लगा... मैं सोच रहा था कि खाला ने मुझे थप्पड़ मारा है अब मैं उनसे बात नही करूँगा ऑर आज ही अपने घर चला जाऊ गा..

मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि तक़रीबन 5 मिंट बाद कमरे के दरवाज़े से बाहर मुझे खाला कमरे की तरफ आते हुए नज़र आई. उन्होने अपने जिस्म पर टवल लपेटा हुआ था क्योंकि उनके कपड़े तो रूम मे ही थे. ऑर उन्होने मुझे थप्पड़ मार दिया था. वो मेरी आदत से वाक़िफ़ थी इसलिए उन्होने मुझे आवाज़ ना दी ऑर खुद ही टवल लपेट कर बाहर आ गई थी.. मैं डोर से बाहर उनको आते हुए देख रहा था, उनकी चाल ठीक नही थी जैसे वो बहुत मुश्किल से चल रही हों. खाला रूम मे एंटर हुई तो मैने देखा कि उन्होने अपने लिप्स को टाइट किया हुआ था जैसे दर्द को बर्दाश्त करने की कोशिश कर रही हों. खाला रूम मे एंटर हुई तो मैं अपने कपड़े पहन चुका था.. खाला उसी तरह दर्द को बर्दाश्त करते हुए मेरे पास आ कर बेड पर बैठ गई तो मैं गुस्से से उनके पास से उठ कर उनके सामने सोफे पर बैठ गया..

खाला मेरे सामने ही बेड पर बैठी थी. ऑर मुझे गुस्से मे देख रही थी, मैने अपना सिर नीचे झुकाए हुआ था, एक दो दफ़ा खाला ऑर मेरी नज़रें मिली तो मैने उनसे फॉरन मुँह मोड़ लिया.. मेरे फेस पर बहुत गुस्सा था जो खाला महसूस कर रही थी..

मेरे फेस पर गुस्सा था मगर सच तो है कि अंदर से मेरी गान्ड भी फटी हुई थी कि अगर खाला को फिर गुस्सा आ गया तो क्या होगा.. आख़िर वो मेरी खाला थी मैं उनके थप्पड़ के बदले मे उसको मार तो नही सकता था.. क्योंकि एक मिसाल तो आप सब ने सुनी हो गी कि """टटटे जितने मर्ज़ी बड़े हो जाएँ, रहते लंड के नीचे ही हैं""" तो वोही मेरा हिसाब था. ये सच था कि मेरी खाला ने मुझसे चुदवा लिया था,, मुझसे अपनी चूत की सील ऑर गान्ड भी फटवा ली थी मगर वो थी तो मेरी खाला ही ना.. अब मुझे डर था कि अगर खाला ने गुस्से मे आ कर किसी को बता दिया तो..........

मैं सिर झुकाए इन्ही सोचो मे गुम था कि मेरे कानो मे खाला की गुस्से से चीखती हुई आवाज़ आई,,,, आयाआआआन्न्न्न्न...

मैने फॉरन से सिर उठा कर देखा, मैं उनकी आवाज़ से डर तो गया था मगर उन पर ज़ाहिर नही होने दिया कि मैं डर गया हूँ.. मैने उनकी तरफ एक नज़र देख कर फिर से अपना सिर झुका लिया..

खाला ने एक ऑर आवाज़ दी.. आयाआआआन्न्न्न मैं तुम से कुछ कह रही हूँ. तुम्हे समझ नही आती मेरी बात...

मैने अब भी कुछ ना बोला ऑर सिर नीचे झुका कर बैठा हुआ था.. अब मेरे दिल से डर निकल गया था कि क्योंकि ये तो एक मर्द की नेचर के खिलाफ है ना कि कोई लड़की उस से चुदवा भी ले ऑर उस को गुस्सा भी दिखाए.... मुझे खाला पर बहुत गुस्सा आया ऑर मैने जलती हुई निगाहों से खाला को देखा...

खाला अपने जिस्म पर जो टवल लपेट कर वॉशरूम से कमरे तक आई थी अब वो खाला के मम्मो के उपर से हॅट कर खाला की जाँघ पर पड़ा था.. ऑर बैठने की वजह से आधा टवल उनकी गान्ड के नीचे दबा हुआ था..

मैने खाला के मम्मो की तरफ देखा तो उनके गोरे चिट्टे मम्मे भी लाल हो रहे थे.. उन पर मेरी उंगली के निशान थे जो मैने उनकी गान्ड मारते वक़्त आगे हाथ कर के पकड़े हुए थे.. जब खाला ने देखा कि मैं उनकी बात नही सुन रहा तो वो बेड पर से उठी ऑर टोलिया अपनी गान्ड पर लपेट कर मेरे पास सोफे पर आ कर बैठ गई.. मैने जब देखा कि खाला के फेस से अब गुस्सा कम हो गया है तो मुझे दिल ही दिल मे खुशी हुई मगर मेरे फेस पर स्टिल गुस्सा ही था.. खाला मेरे पास बैठी मुझे देख रही थी. उन्होने एक हाथ से मेरा फेस पकड़ कर अपनी तरफ करना चाहा मगर मैने अपने हाथ से उनका हाथ झटक दिया ऑर अपना फेस दूसरी साइड पर कर लिया... खाला ने मुझे देखते हुए कहा..

खाला: चंदा... इधर देखो मेरी तरफ...

मैने नही देखा..

खाला; अयान मैं तुम्हे कुछ बोल रही हूँ.

मैने ऐसा ज़ाहिर किया जैसे कि मैने कुछ सुना ही नही..

खाला ने अब की बार मुझे गुस्से से कहा... तुम्हे मेरी बात समझ नही आ रही है.. मैं तुम्हारे आगे कुछ भोंक रही हूँ..

इस बार खाला की आवाज़ मे गुस्सा था.. मैने ज़ख़्मी नज़रो से खाला की तरफ देखा ऑर उठ कर वहाँ से जाने लगा... खाला ने फॉरन मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे रोक लिया.. उनको अपनी ग़लती का अहसास हो गया था कि उन्होने मुझे थप्पड़ मार कर ग़लती की है. ऑर हक़ीक़त मे ग़लती थी भी उनकी.. या तो वो मुझे सेक्स की तरफ लाती ही ना.. ऑर अगर जब कि वो मुझे इस रास्ते पर चला चुकी थी तो अब उनको मेरे साथ ऐसा बिहेव नही करना चाहिए था..

खाला: अयान, आइ आम सॉरी चंदा..

मैं: खामोश खड़ा रहा ऑर दूसरी तरफ देखने लगा.. मेरा हाथ अभी तक खाला के हाथ मे थी था मगर मेरी नज़र दूसरी साइड पर थी..

खाला: अयान प्लीज़ चंदा आइ आम सॉरी. मुझे माफ़ कर दो.

मैने अभी भी कोई जवाब नही दिया.. खाला उसी तरफ सोफे पर बैठी हुई थी.. खाला ने मेरे हाथ को झटका दिया ऑर मुझे अपनी तरफ खेंचने लगी.... ऑर मुझे कहा कि अयान प्लीज़ मेरी बात तो सुन लो ना जान.. फिर उसके बाद तुम जो कहो गे मैं मानु गी. मैं अपना फेस खाला की तरफ कर के खड़ा हो गया मगर अपने मुँह से कुछ ना बोला.

उन्होने देखा कि मैं कोई बात नही कर रहा तो उन्होने कहा.. अयान, तुम्हे पता है ना मैं तुमसे कितना प्यार करती हूँ.

उनके इस जुमले पर मैने तड़प कर कहा.. हाँ वो तो आप ने साबित कर दिया है कि आप मुझसे कितना प्यार करती हो.. ऑर मेरी आँखों से आँसू गिरने लगे...

खाला: अयान मुझे बहुत दर्द हो रहा था.. अगर तुम थोड़ी देर ऑर करते तो मैं मर जाती जान.

मैने अभी भी कुछ जवाब ना दिया बस मेरी आँखों से आँसू बहने लगे...

खाला कुछ देर खामोश रही. ऑर फिर एक दम से उठ कर खड़ी हो गई.. ऑर मुझे अपनी तरफ खेंच कर कहा.. अयान मैं तुमसे बहुत प्यार करती हूँ. मुझे उस टाइम बहुत दर्द हो रहा था ऑर मुझे समझ नही आ रही थी कि मैं क्या करूँ. बस तुम्हे ग़लती से थप्पड़ मार दिया.. क्योंकि दर्द के मारे मेरी जान निकल रही थी ऑर अगर तुम्हे अभी भी यक़ीन नही आ रहा तो ये देखो..

खाला ने अपना हाथ सोफे की तरफ किया जहाँ पर वो टवल पड़ा हुआ था.. जब मैने उस टवल की तरफ देखा तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गई.. मेरी हालत ऐसी थी जैसे काटो तो लहू नही.. मेरा हलक़ खुश्क हो गया था.... सोफे पर जो टवल पड़ा हुआ था उस पर खून लगा था...

जी हाँ वो खून खाला की गान्ड से निकला.. मैं उसी तरह खून देख रहा था उस खून को देख कर मुझे पता लग रहा था कि यार सच मे खाला को दर्द हो रहा होगा... मैने खाला की तरफ देखा तो उनकी आँखों से आँसू निकल रहे थे.. उस वक़्त मेरे मुँह मे अल्फ़ाज़ ही नही थे कि मैं खाला से क्या कहूँ...

जब मुझे कुछ समझ ना आया तो मैने एक दम से आगे बढ़ कर खाला को गले से लगा लिया......

मैने खाला आगे बढ़ कर खाला को गले से लगा लिया ऑर उनके गाल पर एक किस करते हुए बोला.. खाला आइ आम सॉरी, मुझे नही पता था..

खाला ने मुँह से कुछ ना कहा ओर मेरे गाल पर एक किस कर दी.. कुछ देर बाद मैने खाला को छोड़ के उनकी आँखो मे देखा ऑर उन से पूछा.. अभी भी दर्द हो रहा है??? खाला ने अपने फेस पर ज़बरदस्ती स्माइल लाते हुए हाँ मे सिर हिला दिया.. मैं अब थोड़ा पछता रहा था कि अपने मज़े की वजह से मैने खाला को इतनी तकलीफ़ दी...

मैने खाला से कहा आप लेट जाओ. मैं कुछ लगा देता हूँ, उन्होने पहले तो इनकार किया मगर मेरी ज़िद के सामने उनकी एक ना चली.. वो बेड पर उल्टी हो कर लेट गई ऑर मैने ड्रेसिंग टेबल की दराज़ से एक क्रीम निकाली ऑर खाला के पास आ गया.. खाला उल्टी लेटी हुई मेरी तरफ ही देख रही थी.. मैं उन की गान्ड के पास बैठ गया. अब मैं सोच रहा था कि उनकी गान्ड के सुराख पर क्रीम कैसे लगाऊ. मैने खाला की लेग के नीचे हाथ रखा ऑर उनसे थोड़ा उपर होने को कहा तो उन्होने कहा: अयान दर्द होगा.. मैं ने कहा कि आप आराम से उपर हो जाओ.. मैं आहिस्ता आहिस्ता क्रीम लगाउन्गा... खाला आहिस्ता आहिस्ता उपर हो गई जब वो थोड़ी सी उपर हो गई तो मैं उनकी लेग्स के बीच मे आ गया . उनके गोल गोल हिप्स थोड़ा खुल चुके थे ऑर उनकी गान्ड का सोराख मेरी आँखों के सामने था. मगर मुझे ठीक से नज़र नही आ रहा था.. मैने खाला को अपनी गान्ड थोड़ा सा ऑर उठाने को कहा...

खाला ने अपना सिर बेड पर रखा ऑर अपनी गान्ड ऑर उपर उठा दी जितना वो उठा सकती थी.. अब मुझे खाला की गान्ड का सोराख बिल्कुल सॉफ नज़र आने लगा, मैने गौर से उनकी गान्ड के सोराख को देखा तो वो मुझे ज़ख़्मी लग रहा था ऑर उनके सोराख की साइड्स पर खून लगा हुआ था.. खाला की गान्ड का सोराख पहले की निसबत अब थोड़ा सा ओपन नज़र आ रहा था.. मैने अपनी उंगली पर क्रीम लगाई ऑर आहिस्ता आहिस्ता खाला की गान्ड के सोराख मे क्रीम लगाना शुरू कर दी.... थोड़ी सी क्रीम लगा कर मैने खाला की तरफ देखा तो उन्होने अपना दुपट्टा मुँह मे लिया हुआ था ऑर अपने हाथ से बेड शीट को टाइट पकड़ा हुआ था.. उन्हे दर्द हो रहा था वो दर्द को बर्दाश्त नही कर पा रही थी ऑर उनकी आँखो से आँसू निकल रहे थे.. मैने बहुत सी क्रीम उनकी गान्ड के सोराख से पर लगा दी ऑर अपनी उंगली क्रीम मे डिप कर के उनकी गान्ड के सोराख के थोड़ा सा अंदर एंटर कर के क्रीम लगाने ल्गा.. मेरी उंगली जब थोड़ी सी एंटर हुई तो खाला के जिस्म को एक ज़ोरदार झटका लगा ऑर उन्होने फॉरन मेरी तरफ देखा कि मैं फिर से उनको चोदने लगा हूँ क्या... मैने क्रीम लगी हुई उंगली उनको दिखाई तो वो रिलॅक्स हो गई..

जब मैने अच्छी तरह उनकी गान्ड के सोराख पर क्रीम लगा दी ऑर उनकी गान्ड पर हल्की सी थपकी दी जिसे समझ कर वो उल्टी हो कर बेड पर लेट गई.. मैं भी बेड पर खाला की साइड पर लेट गया ऑर उनके गाल पर हाथ फेरने लगा.. मुझे उस वक़्त उन पर बहुत प्यार आ रहा था.. मैने अपना फेस आगे कर के उनके गाल पर एक किस की ऑर बोला.. खाला.. आइ आम सॉरी.. मुझे नही पता था के ये सब हो जाएगा ... खाला ने मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर बोली.. तुम खुश हो ना??? मैने अपना सिर हल्का सा हां मे हिलाया तो खाला ने अपना हाथ उठा कर मुझे अपने क़रीब कर लिया ऑर मुझे हग कर लिया..

हम लोग कुछ देर उसी तरह लेटे रहे तो खाला का मोबाइल बज उठा.. अचानक मोबाइल की बेल बजने से हम दोनो चोंक गये ऑर जब मैने मोबाइल उठा कर देखा तो मामू का नाम डिसप्ले हो रहा था.. मैने मोबाइल खाला को पकड़ा दिया.. खाला ने कॉल रिसीव की ऑर मामू से बात करने लगी.. उनकी आवाज़ से बिल्कुल ऐसा नही लग रहा था कि उनकी सील टूट चुकी है ऑर उनको दर्द हो रहा हो.. खाला कुछ देर मोबाइल पर बात करती रही ऑर फिर कॉल बंद कर दी.....

मैने खाला की तरफ सवालिया नज़रो से देख कर पूछा कि मामू क्या कहते रहे थे तो उन्होने कहा कि मामू बोल रहे थे कि अयान को बोलना खाला का बहुत ख़याल रखे हम लोग कल आ जाएँगे ... मैं खुश हो गया कि चलो हमारे पास अभी एक पूरा दिन ऑर रात पड़ी हुई है.. ऑर मैं ने खाला की तरफ देख कर शरारती अंदाज़ मे कहा.. मामू कल आएँगे तो इसका मतलब है कि हमारे पास एक ऑर रात अभी है.. खाला ने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा, मुझे अपनी तरफ खेंच लिया ऑर मुस्कुराते हुए बोली "बदमाश".

खाला ने मुझे हग कर लिया मगर मैने कुछ देर बाद खाला को कहा कि भूक लगी है.. खाला उठी ऑर होन्ट दबा कर अपना दर्द बर्दाश्त करने लगी. उनकी गान्ड मे अभी भी दर्द हो रहा था.. मैने उठ कर खाला को सहारा दिया ऑर मगर खाला ने कहा कि चंदा मैं ठीक हूँ. फिर उन्होने बेड के कॉर्नर से अपने कपड़े उठाए ऑर कपड़े पहन'ने लगी.. खाला ने अपने कपड़े उठा कर चेक किए तो उसके साथ ब्रा नही था... रात को अंधेरे ऑर जोश मे मैने ब्रा उतार कर फेंका था, मैं बेड से उठा ऑर इधर उधर ब्रा ढूँढने लगा... मैने बेड की नीचे की तरफ देखा तो बेड शीट के नीचे मुझे ब्रा नज़र आ गया.. मैने ब्रा निकाला ऑर खाला से कहा कि मैं आप को पहना दूं....??? खाला ने मुस्कुरा कर मुझे कहा.. पहना दो. अब शरम किस बात की.. मैं खाला की बॅक पर आया ऑर पहले तो आराम से खाला की कमर पर हाथ फेरना शुरू कर दिया..

खाला ने मुझे कहा.. अयान भूक लगी है ना..?

मैं: हाँ जी लगी है.

खाला: तो फिर मस्ती ना करो ओर जल्दी से पहनाओ.

अब खाला के बोलने से मुझे दर्द फील नही हो रहा था.. मैं ने उनको ब्रा पहनाया ऑर फिर बाक़ी कपड़े उठा कर उनको दिए.. खाला ने कपड़े पहने ऑर किचन की तरफ चली गई.. मैने भी जल्दी से कपड़े पहने ऑर किचन मे उनके पीछे पीछे चला गया.. मगर अब की बार मैं बस उनके साथ खड़ा हो गया ऑर इधर उधर की बातें करने लगा... जब नाश्ता तैयार हो गया तो हम ने किचन मे ही नाश्ता किया ऑर टी.वी लाउंज मे आ गये.. मैने टी.वी ऑन किया ओर सॉंग्स सुन'ने लगा..

मैने खाला से पूछा कि अब दर्द तो नही हो रहा तो खाला ने कहा कि नही दर्द नही हो रहा ऑर इस तरह तो होता है इस तरह के कामो मे ऑर हँसने लगी.. मुझे भी हँसी आ गई ऑर खाला ने मुझे अपनी तरफ खेंच कर अपने सीने से लगा लिया.. मैं ने उन से कहा कि ना करो,,, वरना फिर मेरा दिल प्यार करना चाहेगा तो खाला ने कहा.. कर लो.. मैने तुम्हे रोका है क्या... मैने अपना फेस उठा कर खाला की तरफ देखा ऑर कहा... कर लूँ.. खाला मुस्कुरा पड़ी.. अरे मैं तो मज़ाक कर रही थी.. अभी भी दर्द हो रहा है.. बस अब कुछ दिन बाद प्यार कर लेना...

अभी हम सॉंग्स सुन रहे थे तो मैं डोर पर दस्तक हुई.. खाला ने घबरा कर मुझे एक दम से छोड़ा ऑर मुझे कहा.. अयान जा कर देखो कौन आया है.. मैं ज़रा रूम की हालत ठीक कर लूँ. हम दोनो उठे,, खाला रूम की तरफ चली गई... ऑर मैं दरवाज़ा ओपन करने चला गया.. जब दरवाज़ा खोला तो सामने जो शख्सियत खड़ी थी उसको देख कर मेरे फेस पर खुद ही एक पूर जोश से स्माइल आ गई.. जी जी वो शक्सियत ऑर कोई नही.. खाला की फ्रेंड सोबिया थी.. सोबिया ने भी मुझे मुस्कुरा कर सलाम किया ऑर मेरी खेरियत पूछी.. मैने दरवाज़े से साइड पर हो कर उसको अंदर आने की जगह दी.. ऑर खुद डोर लॉक कर दिया...

सोबिया ने मुझसे पूछा कि अंबर कहाँ है.. मैने कहा रूम मे.. तो वो रूम की तरफ चलने लगी.... मैं भी उसके पीछे पीछे रूम मे आ गया .. हम रूम मे आए तो खाला रूम मे से गैर ज़रूरी चीज़े समेट चुकी थी.. सोबिया ने आते ही खाला को हग कर लिया ऑर एक दोनो ने एक दूसरे की खेर खेरियत पूछी.. सोबिया ने अपनी चादर उतार कर दुपट्टा लिया ऑर सामने बेड पर ही बैठ गई.. ऑर खाला से बातें करने लगी... मैं डोर के पास खड़ा था.. तो सोबिया ने मुझे आवाज़ दी.. अयान तुम खड़े क्यू हो.. तुम भी बैठ जाओ ना तो मैं भी चलता हुआ बेड के कॉर्नर पर बैठ गया.. खाला ऑर सोबिया एक दूसरे से बातों मे मसरूफ़ थी.. वो नॉर्मल अंदाज़ मे बाते कर रही थी.. मैं भी गौर से उनकी बातें सुन रहा था कि खाला उसको मेरे साथ सेक्स का बताती है या नही. मगर उन दोनो के बीच मे ऐसी कोई बात ना हुई शायद वो मेरी वजह से अवाय्ड कर रही थी..

मैने वैसे ही नज़रें इधर उधर घुमा कर देखा..... रूम मे इधर उधर देखने के बाद जैसे ही मेरी नज़र सोफे पर गई तो मैं हैरान हो गया.. क्योंकि खाला ने सारा रूम तो सॉफ कर लिया था मगर सोफे पर से वो टवल जिस पर खाला की गान्ड का खून लगा हुआ था.. वो सोफे पर ही मोजूद था.......

मैं बेड के कॉर्नर पर बैठा हुआ. सोबिया की बॅक मेरी तरफ थी ऑर खाला उसके सामने बैठी हुई थी इस तरह खाला एक ही वक़्त मे सोबिया ऑर मुझे देख सकती थी.

वो दोनो आपस मे बाते कर रही थी जब मैं उन दोनो की बाते सुन सुन जब बोर हो गया तो मैं गैर इरादन तोर पर कमरे मे नज़रें घुमाने लगा. मगर जैसे ही मेरी नज़रें सोफे पर गई जहाँ कुछ देर पहले खाला ऑर मैं बैठे थे, मेरी आँखें पत्थर की हो गई, ऑर शरम के मारे मेरे माथे पर पसीना आने लगा. (यहाँ मैं आप को बताता चलूं कि डरता तो मैं किसी के बाप से भी नही) बस शरम की वजह से मुझे पसीना आने लगा था.

मैं नही चाहता था कि सोबिया उस टवल पर लगा हुआ खून देख ले. इस से खाला ऑर मेरे राज़ के लीक आउट होने का भी ख़तरा था.

मैने खाला की तरफ देखा मगर वो तो सोबिया से गॅप शॅप मे मसरूफ़ थी ऑर उनकी नज़रें सोबिया के बेड पर पड़े हुए शोप्पर की तरफ थी जो सोबिया अपने साथ लाई थी. मैने आँखों ही आँखों मे खाला को इशारे भी किए मगर वो मेरी तरफ मुतवज्जा होती तो मेरे इशारे समझती ना....

जब मैं ने देखा कि खाला मेरी तरफ नही देख रही तो मैने हल्की सी खाँसी की उूउउन्न्नहुउऊ उूुुउउन्न्ञनहुउऊउउ.
खाला शायद मेरा इशारा समझ गई थी ऑर उन्होने आहिस्ता से मेरी तरफ सवालिया नज़रो से देख जैसे पूछ रही थी कि क्या हुआ. सोबिया शोप्पर मे से कुछ निकाल रही थी उसकी नज़र हमारी तरफ नही थी.

मैने खाला की तरफ देख कर आँखों ही आँखो मे उन्हे सोफे की तरफ इशारा किया. खाला की नज़रो ने मेरी नज़रो का ताक़ुब किया तो उन्हे भी सोफे पर टोवल नज़र आ गया. खाला ने मुझे आँखों ही आँखो मे इशारा किया कि मैं टवल उठा लूँ.
अभी हम दोनो एक दूसरे को इशारे ही कर रहे थे कि सोबिया ने भी सिर उठा कर पहले खाला को देखा ऑर फिर जल्दी से घूम कर मुझे देखा. उस ने खाला ऑर मुझे इशारा करते हुए देख लिया था जब सोबिया ने मेरी तरफ देखा तो मैं उस वक़्त सोफे पर देख रहा था. सोबिया ने मुझे टवल की तरफ मुतवज्जा पाया तो मेरी नज़रो का पीछा करते हुए उसकी नज़रें भी सोफे पर जा कर रुक गई....

सोबिया सोफे पर खून से भरे हुए टवल को देख कर हैरान हुई ऑर खाला की तरफ देखा ऑर बोली..

अरे अंबर ये क्या है.... हाए माँ इतना ज़्यादा खून कहाँ से आया...????

जब सोबिया ने सोफे पर खून से भरे हुए टवल को देखा तो बहुत हैरान हुई. ऑर फॉरन से खाला को देख कर बोली कि ये इतना ज़्यादा खून किस का है..

खाला इस अचानक सवाल पर बोखला गई ओर मेरी तरफ देखते हुए बोली. वो वूऊ ओूऊऊ खून अयान की नाक से निकला था सुबह. खाला घबराई हुई आवाज़ मे बोल रही थी उनकी आवाज़ लडखडा रही थी जिसकी वजह से उनके मुँह से शब्द भी ठीक तरह नही निकल रहे थे.. खाला के माथे पर पसीना चमकने लगा था ऑर वो ऐसे बिहेव कर रही थी कि जैसे उनकी कोई चोरी पकड़ी गई हो..

उधर सोबिया के फेस पर भी थोड़ी बहुत परेशानी ही थी. वो कभी मुझे, कभी खाला को ऑर कभी सोफे पर पड़े हुए टवल को देख रही थी.. वो अंदाज़ा लगाना चाह रही थी कि हम दोनो सच बोल रहे हैं या झूट... कुछ देर इसी तरह देखने के बाद पता नही क्यू सोबिया के फेस पर एक हल्की सी स्माइल आ गई ऑर उसने मुझसे पूछा... अयान... ये खून कैसे निकला.. मुझे सोबिया से ये तव्क़्क़ो नही थी कि वो डाइरेक्ट मुझसे सवाल कर ले गी... मैने एक मिनट के लिए खामोश रहा ऑर फिर बोला.......................
Reply
08-08-2019, 02:58 PM,
#34
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मैने कहा खाला ने थप्पड़ मारा था तो खून निकल आया.. सोबिया ने खाला की तरफ देखा ऑर अंबर खाला से बोली... अरे अंबर तुम ने इसको क्यू मारा है. ये तो इतना प्यारा लड़का है ऑर सोबिया ने मेरे गाल को अपनी 2 उंगली से पकड़ कर प्यार का इज़हार किया.. मगर जब सोबिया मेरे गाल से हाथ हाथ हटाने लगी तो उस ने अपनी एक उंगली को मेरे होंठो पर प्रेस कर दिया ऑर फिर मुझे देख कर मुस्कुराने लगी...

खाला भी मेरे जवाब से कुछ हद तक रिलॅक्स हो गई ऑर उनके फेस पर भी हल्की सी स्माइल आ गई....
सोबिया ने फिर खाला की तरफ देख कर कहा.... अरे अंबर तू तमीज़ भूल गई है क्या. जब कोई घर मे आता है तो कम आज़ कम पानी का तो पूछा करो.

खाला शर्मिंदगी सी हंस पड़ी ऑर सोबिया को कहा के सॉरी यार. गॅप शॅप मे भूल ही गई... मैं चाई बना कर लाती हूँ..

ये कहते कर खाला बेड से उतरने लगी तो जैसे ही वो अपने पैरों पर खड़ी हुई तो बे इकतियार उनके मुँह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईई की आवाज़ निकल गई... शायद खाला को अभी तक गान्ड मे दर्द हो रहा था.. सोबिया ने खाला की आवाज़ सुनी तो एक दम से खाला को बोली...

अंबर क्या हुआ.. तेरी तबीयत तो ठीक है...

खाला ने उसको देखते हुए कहा... हां यार मैं ठीक हूँ. बस पाओं मे अचानक दर्द उठा है.
ये कहते कर खाला सोफे के क़रीब जाने लगी... अब यहाँ पर एक ऑर नज़ारा हमारा मुंतज़ीर था.. ऑर वो ये कि जब खाला बेड से उठी तो उनकी कमीज़ उनकी गान्ड से उठी हुई थी ऑर शायद शलवार के नेफे मे फँसी हुई थी.... खाला की बॅक हमारी तरफ ही थी, मैं ऑर सोबिया उनको ही देख रहे थे... खाला की गान्ड के उपर शलवार पर खून के हल्के से धब्बे लगे हुए थे... सोबिया की नज़र मुझ से पहले ही खाला की गान्ड पर पड़ी ऑर उसका मुँह खुल्ला का खुल्ला रह गया....

उसने खाला को देख कर एक दम से मुझे देखा तो मेरी नज़र भी उसी टाइम खाला की गान्ड पर पड़ी... ऑर मैं जल्दी से उठ कर खाला के पीछे खड़ा हो गया ता कि उनकी गान्ड कवर हो जाए मगर मुझे नही पता था कि मैं जिस चीज़ को छुपाने की कोशिश कर रहा हूँ वो सोबिया पहले ही देख चुकी है... ऑर आहिस्ता से मैने उनकी कमीज़ ठीक कर दी. खाला ने मुझे उनकी कमीज़ ठीक करते हुए देख लिया था ऑर वो समझ गई थी कि उनकी गान्ड पर भी खून लगा हुआ है... खाला ने परेशान नज़र से सोबिया को देखा ऑर फिर मुझे... मगर वो जान बूझ कर इस बात को इग्नोर कर गई ऑर सिर्फ़ इतना बोली कि मैं चाई बना कर आती हूँ. ये कह कर वो कमरे से बाहर जाने लगी... खाला की चाल देख कर अंदाज़ा हो रहा था कि वो अभी भी तकलीफ़ मे है क्योंकि वो अपनी लेग्स को थोड़ा सा ओपन कर के चल रही थी. रूम से बाहर जा कर खाला किचन मे चली गई...

अब रूम मे सोबिया ऑर मेरे अलावा कोई ऑर नही था... सोबिया मेरी तरफ शक भरी नज़रो से देखने लगी.. उस वक़्त पता नही क्यू मैं सोबिया से नज़रें नही मिला सका ऑर मेरा सिर खुद ही शरम से झुक गया...

सोबिया कुछ देर तक इसी तरह मुझे देखती रही ऑर फिर बहुत प्यार से बोली.... अरे अयान तुम खड़े क्यू हो... यहाँ आ कर बैठ जाओ ना. खड़े खड़े तक जाओगे.. मैं ने भी कुछ ना कहा ऑर आराम से जा कर बेड पर बैठ गया.. अब सोबिया के फेस पर एक स्माइल थी जैसे वो सब कुछ समझ गई हो...

सोबिया ने मुझसे कहा... अयान सच बताओ. अंबर की तबीयत ठीक है..???

मैं ने सोबिया की तरफ़ देखा जिसके फेस पर अभी भी स्माइल थी.. उसकी स्माइल देख कर मुझे ऐसा लग रहा था कि मैं कोई बहुत बड़ा मुजरिम हूँ.. मैने आराम से कहा कि... हां हां खाला बिल्कुल ठीक है..

सोबिया कुछ देर खामोश रहने के बाद फिर बोली... अच्छा वो टवल पर खून कैसे लगा.. उस वक़्त सोबिया जिस अंदाज़ मे सवाल पूछ रही थी मेरा दिल कर रहा था कि उठ कर उस का गला दबा दूं मगर अपने दिल पर कंट्रोल करने के बाद बोला.. वो आपको बताया था ना कि मेरा खून था..... मेरे बोलने मे कुछ सख्ती थी जिसे सोबिया ने सॉफ महसूस कर लिया था.... मगर वो भी बाज़ आने वाली नही थी... वो मुझे बोली.... अयान तुम्हे पता है कि तुम्हारी खाला मुझसे कोई बात नही छुपाती.... तुम भी ना छुपाओ ऑर सच बता दो... मैने उसकी तरफ देख कर गुस्से से कहा... मैं आप से झूट क्यू बोलूं गा... अगर मुझ पर यक़ीन नही तो खाला से पूछ लो..... सोबिया ने भी कंधे उचकाते हुए कहा... ठीक है उसी से पूछ लेती हूँ ऑर उठ खड़ी हुई... ऑर मेरी तरफ देखे बिना ही बाहर जाने लगी.... ऑर मैं पीछे से उसको गुस्से मे घूरता रहा... मेरे मुँह से उसके लिए आहिस्ता से गाली निकल गई... तेरी गान्ड मारु....

गान्ड का ख़याल आते ही मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई ऑर सोबिया की गान्ड पर नज़र डाली मगर वो इतनी देर मे रूम से बाहर जा चुकी थी...

सोबिया के रूम से जाने के बाद मैं कुछ देर तक तो इसी तरह बैठा रहा.. मैं अपने ऑर खाला के बारे मे ही सोच रहा था के पास पड़े हुए मोबाइल की रिंग बज पड़ी....

मैने चोंक कर मोबाइल की तरफ देखा तो खाला के मोबाइल पर कॉल आ रही थी ऑर उस पर भाबी नेम डिसप्ले हो रहा था.. मेरे फेस पर स्माइल आ गई ऑर मैने कॉल अटेंड कर ली...

मैं: हेलो

मामी: हेलो, अयान कैसे हो..

मैं: मैं ठीक हूँ मामी, आप कैसी हो..

मामी: मैं भी ठीक हूँ. क्या हो रहा है?

मैं: कुछ नही, मैं रूम मे लेटा हुआ हूँ ऑर खाला किचन मे हैं, उनकी फ्रेंड आई हुई है. वो सोबिया...

मामी: ऊऊहहूऊ तो 2, 2 लड़कियों के साथ मज़े कर रहे हो...

मैं: मामी आप की बात नही समझ आई.

मामी: मेरी जान.. घर मे 2,2 जवान लड़कियाँ हैं ऑर तुम एक अकेले लड़के हो.... मज़े कर लो ...

मेरे फेस पर एक रंग आ कर गुज़र गया.. मुझे ऐसा लगा कि जैसे मामी को मेरे ऑर खाला के रीलेशन के बारे मे सब कुछ पता है.. मैं खामोश हो गया..

मामी: हेलो अयान, कहाँ गये..

मैं: जी मामी मैं सुन रहा हूँ.

मामी: बात करो ना क्या हुआ...

मैं: जी जी बोलो. मैं सुन रहा हूँ..

मामी: तुम्हारी नींद पूरी हो गई? थकान उतर गई तुम्हारी..

मैं: हाँ ना मामी. जब कल घर से आए थे तो बहुत थके हुए थे... बस आते ही सो गये ऑर फिर रात को उठ कर खाना खा के फिर सो गये.. अब जा कर फ्रेश हुए हैं..

मामी: अब थकान उतर गई है या मैं आ कर उतार दूं...

मामी के बोलने मे शरारत छुपी हुई थी. उनकी बात सुन कर मैं भी मुस्कुरा दिया ऑर बोला....

मैं: मामी वो वाली थकान तो अभी नही उतरी ना.... वो तो आप ही उतार सकती हो. ऑर मैं हंस पड़ा.

मामी ने भी हंसते हुए कहा... बड़े तेज हो गये हो तुम..

मैं: मामी मुझे तो तेज भी आप ने ही किया है ना... अब आप बताओ कि आप कब मेरी थकान उतारोगी...

मामी: यार हमे तो अभी 2 , 3 दिन ऑर लग जाएँगे ... यहाँ पर मेहमान भी बहुत हैं ऑर काम भी बहुत है...

मैने अफसोस से कहा: यार जल्दी से आ जाओ ना..

मामी: क्यू...???? क्या पानी फिर से भर गया है...

मैने मामी का ख़ुशगवार मूड देखते हुए जवाब दिया के... हाँ ना जब आप आओ गी तो फिर ही निकले गा ना...

मामी: अरे तुम्हारे पास 2,2 लड़कियाँ हैं ना... उनको पकड़ लो ना....

मैं: कौन लड़कियाँ...

मैं ऑर मामी अब पूरी तरह खुल के गॅप शॅप लगा रहे थे.... ना मैं शरमा रहा था ऑर ना मामी शरमा रही थी...

मामी: अरे वो सोबिया ऑर अंबर (खाला) हैं ना...

जब मामी ने खाला का नाम लिया तो मैं हैरान रह गया कि मामी मुझे खाला के बारे मे बोल रही है..

मैं: म्म्म्मल म्म्म्म मामी वो खाला...

मामी ने मेरी परेशानी को महसूस कर लिया ऑर मुझे कन्फ्यूज़ करते हुए बोली.... हाँ ना... क्यू अंबर लड़की नही है क्या...

मैं: वो लड़की तो हैं मगर खाला हैं ना... उनके साथ कैसे...

मामी: अरे जब तुम अपनी मामी की मार सकते हो तो खाला वाली को क्या सुरखाब के पर लगे हैं... क्यू खाला मे जाता नही है क्या...

मामी की बातें सुन कर मैं हैरत के समंदर मे गोते खा रहा था... मैं खामोश था क्योंकि मेरे पास कोई जवाब ही नही था.. मैं हिम्मत कर के बोला...

मैं: मामी ये आप कैसी बातें कर रही हो..???

मामी: हाँ ना, मैं ठीक ही तो बोल रही हूँ.. तुम्हारी खाला लड़की नही है क्या...??? तुम तो बड़ा उसके साथ चिपके रहते हो.. बड़ा प्यार करते हो ना अपनी खाला से.. अरे बुद्धू... इस मोक़े से फ़ायदा उठाओ.... ऑर मज़े कर लो .. वरना बाद मे मोक़ा नही मिले गा....

मैं खामोश रहा.. मेरे पास कोई जवाब नही था.. मामी को पता था कि मैं उनकी बातें किसी को बताउन्गा नही तो इसीलिए उन्होने इस बारे मे मुझे कोई ताक़ीद नही की ऑर खाला से बात करवाने का कहा....

मैं मोबाइल ले कर किचन मे गया तो खाला ऑर उनकी फ्रेंड शायद मेरे बारे मे ही बात कर रही थी क्योंकि मैने किचन मे एंटर होते वक़्त खाला के मुँह से अपना नाम सुना... मुझे देख कर वो एक दम से खामोश हो गई... मैने खाला को मोबाइल दे दिया ओर वहाँ खड़ा हो कर उनकी ऑर मामी की बातें सुन'ने लगा...

खाला दूसरी तरफ से कुछ बातें सुनती रही ऑर फिर मामी से बोली... भाबी, अयान से पूछ लो वो आता भी है या नही...

खाला ने मोबाइल मुझे दिया तो मामी ने मुझे कुछ कपड़े वाघेरा ले कर अपने पेरेंट्स के घर आने को कहा... मैने बहुत बहाने बनाए मगर मामी ने मेरी ना सुनी ऑर मुझे जल्दी आने का बोल कर कॉल बंद कर दी....

मैने बेबुसी से खाला की तरफ देखा... क्योंकि मैं अभी इस टाइम खाला को छोड़ कर नही जाना चाहता था मगर खाला ने मेरी रोती सूरत देख कर मुझे कहा... चंदा मैं क्या कर सकती हूँ. भाबी को चीज़े भी ज़रूरी पहुँचानी हैं...

मैं खामोश ही रहा तो सोबिया बोली... अरे अयान. कुछ नही होता.. मैं यहाँ ही तुम्हारी खाला जाआअंन्न के साथ हूँ... सोबिया ने जान के लफ्ज़ पर ज़ोर देते हुए कहा...

खाला ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे कहा कि चलो मैं तुम्हे भाबी की चीज़े दे देती हूँ... ऑर हम मामी के रूम की तरफ जाने लगे.. सोबिया भी हमारे साथ ही जाने लगी...

हम मामी के रूम मे एंटर हुए तो सोबिया मामी ऑर मामू के बेड पर चढ़ कर बैठ लेट गई ऑर खाला को मुखातिब हुई...
अंबार इसी बेड पर..................

अभी सोबिया ने इतनी सी ही बात कही थी कि खाला ने आँखें निकाल कर उसको देखा तो वो मुँह पर हाथ रख कर हंस पड़ी..

खाला ने उसको कहा... कमीनी कुत्ति कम अज कम बच्चे के सामने तो चुप हो जाया कर...

सोबिया ने मेरी तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर बोली... बच्चा... कौन बच्चा.... अरे अयान अब बच्चा नही है यार... ऑर मेरी तरफ देख कर... क्यू अयान क्या तुम अभी भी बच्चे हो.. मैने उसकी बात का कोई जवाब नही दिया ऑर खाला की तरफ देखने लगा ...

सोबिया ने फिर मुझसे कहा कि अच्छा अयान ये बताओ कि शादी कैसी रही.. मैने उसको देखा ऑर फिर कहा कि शादी बहुत अच्छी रही.. बीच मे खाला ने भी टोका दिया... सोबिया... अयान ने डॅन्स भी किया था एक लड़की के साथ.. सोबिया ने मेरी तरफ देखा ऑर मुस्कुराते हुए बोली... वाह जी वाह लड़कियों के साथ डॅन्स हो रहे हैं ऑर अभी भी बच्चे हो....

मैने कुछ ना कहा... मगर जब खाला ने डॅन्स ऑर लड़की का ज़िक्र किया तो मेरे दिल मे सितार बज उठा ऑर मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई थी. मेरी आँखों के सामने वोही चेहरा, वो लंबे लंबे बाल ऑर शरारती आँखें घूमने लगी ऑर मेरा दिल किया कि मैं अभी उड़ कर जाऊ ऑर उस हसीन चेहरे को अपनी आँखों मे बसा लूँ ऑर उस लड़की को देखूं ऑर अपनी आँखों को उसके हुश्न से ठंडा कर दूं... मेरा दिल ज़ोर ज़ोर से धड़कने लगा ऑर मुझे ऐसा लगा कि वो मुझे बुला रही हो... मेरे कानो मे सिर्फ़ एक ही आवाज़ गूंजने लगी... सबीन... सबीन.. ऑर मेरे दिमाग़ मे वोही लम्हात आने लगे कि जब मैं मामी के घर से वापस आ रहा था तो उसका वो उदास चेहरा, भीगी हुई आँखें ऑर हाथों मे मेरा एक लाइन का लव लेटर...

मैं अब जल्दी से उस से मिलना चाहता था... ऑर मैने खाला को कहा कि खाला जल्दी करो... मैने वापस भी तो आना है... लेकिन अगर मेरे बस मे होता तो मैं उसके पास से वापस ही ना आता ऑर उसकी बाँहों मे रहता...

कुछ देर बाद खाला ने सब चीज़े एक शोप्पर मे रखी ऑर मेरे हवाले कर दी... मैने वो शोप्पर बाइक पर रख कर अच्छी तरह बाँधा ऑर बिके स्टार्ट कर दी... खाला मुझे आराम से जाने का कहा ऑर कहा कि बाइक आराम से चलाना ऑर मेन डोर ओपन कर दिया... मैं बाइक ले कर निकला ऑर मेरी बाइक रोड पर दौड़ने लगी..

मैं बाइक तो रोड पर चला रहा था मगर मेरा दिल ऑर दिमाग़ तो कहीं ऑर खोया हुआ था... पता नही कैसे ऑर कितनी देर मे मैं मामी के पेरेंट्स के घर पहुँचा. बाइक स्टॅंड की ओर घर के अंदर चला गया..

वहाँ सहन मे ही मामी की अम्मी ऑर उनकी रिलेटिव्स कुछ फीमेल लॅडीस थी. मैने सब को सलाम किया.. मामी की आमी ने मेरे सिर पर हाथ फेर कर मुझे प्यार दिया ऑर मुझे कहा कि... जाओ तुम्हारी मामी अंदर हैं...

मैं अंदर चला गया ऑर मामी को ढूँढने लगा.. एक रूम मे देखा फिर दूसरे रूम मे देख मगर मामी नही मिली.. किसी लॅडीस से पूछने पर पता लगा कि मामी लास्ट वाले रूम मे हैं....

मैं लास्ट रूम की तरफ चल दिया तो डोर बंद था मगर लॉक नही था... मैं ने डोर के हॅंडल पर हाथ रखा ऑर दरवाज़ा बिना कोई आवाज़ किए ही खुलता चला गया. मैने दरवाज़ा पूरी तरह ओपन नही किया था. हाफ डोर ओपन था.

मैने जैसे ही अपना पहला क़दम रूम के अंदर रखना चाहा तो अंदर की तरफ से दरवाज़ा बंद करने की कोशिश की गई.... कोई दरवाज़े के पीछे खड़ा हुआ दरवाज़े को बंद करने की कोशिश कर रहा था..


मुझे बस इतनी आवाज़ आई...

ओये............... अंदर नही आना... मैं कपड़े बदल रही हूँ

मैने जब ये आवाज़ सुनी तो मैं एक दम से पीछे हो गया ऑर अंदर से डोर क्लोज़ हो गया...
मैं एक दम हैरान परेशान सा खड़ा बंद दरवाज़े को देख रहा था ऑर अपने आप को दिल ही दिल मे गालियाँ भी दे रहा था कि कम अज कम पहले डोर नॉक करना चाहिए था... मैं पत्थर की तरह साकित खड़ा था कि एक दम से डोर ओपन हुआ ऑर एक चेहरा डोर से बाहर आया.. उस चेहरे पर पहले तो गुस्सा भरा हुआ था जिसकी वजह से वो फेस लाल हो रहा था...

फ्रेंड्स... वो चेहरा किसी ऑर का नही था बल्कि उसी लड़की का था जिसकी वजह से मैं यहाँ आया था मतलब वो चेहरा किसी ऑर का नही सबीन का था.. जिस से मुझे मुहब्बत हो गई थी... जब वो कमरे से निकली तो उसके फेस पे गुस्सा था लेकिन जैसे ही उनकी नज़र मुझ पर पड़ी उसका फेस पर शर्म ओ हया की लाली छा गई... वो मुझे देख कर खुश भी थी ऑर हैरान भी.. खुशी ऑर हैरानी के मिले जुले तासुरात उसके फेस से महसूस हो रहे थे.. उस ने वाइट कलर का सूट पहना हुआ था जिस मे बिल्कुल वो एक परी लग रही रही थी...
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08-08-2019, 02:59 PM,
#35
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
कुछ देर तक हम दोनो एक दूसरे को इसी तरह देखते रहे फिर मैने हिम्मत कर बोला..... सॉरी मुझे नही पता था कि तुम यहाँ हो.. मैं तो मामी को ढूँढ रहा था.. उसने शरम से लाल होते फेस के साथ मुझे देखा ऑर आहिस्ता से बोली.... वो वो वो मामी तो यहाँ नही हैं..

मैं परेशानी से इधर उधर नज़रें घुमाने लगा और उस से पूछा फिर मामी कहाँ हैं... उसने इधर उधर देखा ऑर मुझे कहा.... यहाँ ही हों गी...

मैं चुन्कि रूम के डोर के बिल्कुल सामने खड़ा था ऑर डोर ओपन कर के रूम की दहलीज़ पर खड़ी हुई.. तक़रीबन एक मिंट तक हमारे दरमियाँ कोई बात ना हुई.. मैं उस से बात करना चाहता था उस को दिल भर के देखना चाहता था उस से मुहब्बत का इज़हार करना चाहता था मगर उस टाइम मेरे हलक़ से आवाज़ ही नही निकल रही थी... मेरी ज़ुबान जैसे बंद हो गई थी...

वो भी बार बार मेरी तरफ देख रही थी जैसे मेरी तरफ से किसी बात की मुंतज़ीर हो मगर मुझे समझ नही आ रहा था कि उस से क्या कहूँ.. हम दोनो नीचे ज़मीन पर देख रहे थे जिस वजह से उसके खुल्ले हुए बाल थोड़े से उसके फेस पर भी आ गये थे... उसने अपने राइट हंड की उंगली से अपने बाल अपने इयर्स के पीछे किए ऑर मेरी साइड से होती हुई डोर से बाहर निकल गई... जाते जाते वो अपना हाथ मेरे हाथ से टच कर गई.....

उस ने अभी एक 2 क़दम ही लिए होंगे कि मैने उसको आवाज़ दी... सबीन..... उसके क़दम रुक गये ऑर उस ने पीछे मूड कर मुझे देखा मगर ज़ुबान से कुछ ना बोली...

मैने अपने अंदर हिम्मत पैदा कर के पूछ ही लिया..... वुवू वू तुम ने मुझे जवाब नही दिया था...

वो अंजान बनते हुए बोली... किस बात का जवाब..

अब मैं उसको क्या बोलता... पता नही क्यू... मैं अपनी मामी ऑर खाला के साथ हर क़िसम की बात कर सकता था लेकिन इस कल की लड़की के सामने मुझसे बात नही हो रही थी.... मेरा हलक खुश्क था... मैने बहुत मुश्किल से अपने मुँह मे थूक जमा कर के निगला ऑर उस से फिर बोला...वो जो मैने एक बात की थी आप को...

उस ने सिर को हल्का सा हिलाया जैसे मुझसे पूछ रही हो कि.... कौनसी बात...

हम दोनो ऐसी जगह पर खड़े थे कि उस साइड पर बहुत कम ही आता था.. मगर फिर भी डर के मारे मेरी गान्ड फटी हुई थी कि कोई आ ना जाए.. मैने इधर उधर देखा ऑर एक क़दम आगे बढ़ा कर उसके सामने गया ऑर उसको बोला कि कल मैने तुम्हे एक पेपर दिया था...

उस का फेस शरम से सुर्ख हो गया.. वो कुछ बोल नही रही थी ऑर मैं परेशान नज़रो से उसको देख रहा था.. जब कुछ बात नही कर रही थी तो मुझे उस पर बहुत गुस्सा आया ऑर मैं वहाँ से जाने लगा.... उस ने मेरे फेस पर गुस्सा देख लिया था. वो भागती हुई मेरे पास आई ऑर जल्दी से मुझे कहा.... मेरी तरफ से हाँ है...

मेरे क़दम रुक्क गये ऑर वो भागती हुई वहाँ से चली गई..... मैने उसे आवाज़ भी दी मगर वो नही रुकी.... मैं बहुत खुश हुआ.. मेरा बस नही चल रहा था कि मैं जाऊ ऑर सब के सामने जा कर उसको अपने सीने से लगा लूँ.. लेकिन अभी मुझ मे इतनी हिम्मत नही आई थी....

मैं भी वहाँ से ड्रॉयिंग रूम मे आया तो सबीन वहाँ बैठ कर अपनी एज की एक लड़की से कान मे कुछ बोल रही थी... मैने एक नज़र पूरे ड्रॉयिंग रूम मे दौड़ाई ऑर एक सोफे पर मुझे मामी बैठी हुई नज़र आई..
मामी ने मुझे आवाज़ दे कर अपने पास बुलाया ऑर मैं वहाँ जा कर उनके पास बैठ गया....

सबीन ऑर उसकी फ्रेंड बार बार मुझे देख रही थी ऑर मैं भी मामी से नज़र बचा कर उसकी तरफ देखता ऑर स्माइल कर देता...

मैं मामी के पास बैठा तो मामी मुझसे अंबर खाला के बारे मे पूछने लगी कि अंबर क्या कर रही थी ऑर सोबिया कब आई थी.. मैने मामी को सब कुछ बताया (सिवाए सेक्स के) ऑर फिर से आँख बचा कर सबीन को देखने लगा.. वो भी कभी कभी मेरी तरफ देख लेती.. वो जिस अंदाज़ मे मेरी तरफ देख रही थी, मुझे उस पर बहुत प्यार आ रहा था.....

मैं यहाँ पर जब से आया था किसी ने मुझे पानी तक का नही पूछा था.. आख़िर कार मैने खुद ही मामी से कहा.... मामी, पानी मिले गा... मामी ने मेरी बात सुन कर इधर उधर नज़रें घुमाई ऑर उनकी नज़र सबीन पर जा कर टिक गई.. उन्होने सबीन को आवाज़ दी ऑर कहा.... सबीन जाओ जा कर अयान के लिए पानी ले कर आओ ज़रा... कम आज़ कम बंदा किसी को पानी का ही पूछ लेता है...... सबीन उठ खड़ी हुई ऑर मामी की तरफ देख कर बस इतना बोली.... अच्छा खाला......(वो मामी की भांजी थी)......... सबीन रूम से बाहर निकल गई मगर बाहर जाते जाते उस ने जिस अंदाज़ से मेरी तरफ देखा था.. मेरा दिल धड़कना बंद हो गया था.... ऑर मुझे उसकी नज़रो से ऐसा लगा जैसे वो मुझे बुला रही हो..... या शायद मैं ग़लत था.... उस वक़्त मुझे कुछ नही पता था.. ये सच था कि मैं 2, 2 लॅडीस के साथ सेक्स कर चुका था मगर ज़िंदगी के उतार चढ़ाव से अभी भी ना वाक़िफ़ था..... मैं उसके पीछे जाना चाहता था मगर समझ नही आ रहा था कि कैसे जाऊ.... मेरे शैतानी दिमाग़ मे एक आइडिया आया ऑर मैने मामी के कान मे कहा.... मामी मैं वॉशरूम से हो कर आता हूँ... मामी ने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा ऑर कहा कि .... अच्छा जाओ.... ऑर फिर से बातों मे लग गई......

दोपहर का टाइम था ऑर गर्मी की वजह से सब लोग रूम्स मे थे... कोई भी बाहर नही था तो मैने सोचा कि क्यू ना उस से थोड़ी सी बात कर ली जाए.... मैं ड्रॉयिंग रूम से बाहर निकला ऑर सीधा किचन की तरफ गया, जब मैं किचन मे गया तो सबीन फ्रिड्ज से बरफ निकाल कर शरबत बना रही थी.. उसकी बॅक मेरी तरफ थी ऑर उस ने अभी तक मुझे नही देखा था... मैं किचन के दरवाज़े पर खड़ा हो कर उस को देखने लगा.. कुछ सेकेंड इसी तरह खड़े रहने के बाद मैने हल्की सी खाँसी की तो उस ने घबरा कर एक दम से पीछे देखा... वो मुझे किचन मे देख कर बहुत हैरान हुई ऑर जल्दी से दरवाज़े की तरफ आई ऑर दरवाज़े से सिर निकाल कर बाहर देखने लगी.. पता नही उस ने बाहर क्यू देखा था... शायद उससे किसी के आने का डर था........

मुझे इतना अंदाज़ा था कि हम दोनो को अगर कोई किचन मे देख भी लेता तो कोई ऐतराज़ नही करता... क्योंकि अभी हमारी आगे इतनी थी ही नही कि किसी को हम पर शक होता..... सब लोग हमे बच्चों की नज़र से ही देखते मगर हम लोग बचपन से टी.वी ऑर मूवीस देखते आ रहे थे इसलिए हम लोगो मे भी मूवीस के कीटाणु पाए जाते थे ऑर हमे इस एज मे इतना भी पता था कि ये प्यार मुहब्बत ओर सेक्स क्या होता है..... मगर हमारे बड़े अभी हमे इस नज़र से नही देखते थे.....

सबीन ने बाहर देख कर मेरी तरफ देखा तो परेशान से बोलने मे बोली.... मैं पानी ला रही थी ना वहाँ पर.... तुम यहाँ क्यू आ गये... मैने कुछ ना बोला ऑर उसी तरह उसको देखता रहा (असल बात ये थी कि मैं जब भी उसके सामने जाता था मेरी आवाज़ ही नही निकलती थी).... मेरी खामोशी शायद उसको बुरी लग रही थी.. उस ने नाक मुँह चढ़ा कर मुझे देखा ऑर बोली... अयान तुम वहाँ जाओ, मैं पानी ले कर आती हूँ.... कोई आ जाएगा ना यहाँ....

वो बहुत घबरा रही थी.. ऑर मैने उसको परेशान करना मुनासिब ना समझा.... मैने उसको सिर्फ़ इतना कहा कि तुम ने कोई जवाब नही दिया... वो कभी मेरी तरफ देख रही ऑर कभी दरवाज़े से बाहर.... मैने फिर से उसका नाम लिया... सबीन...... उसने फिर मुझे देखा ओर कहा... मैने जवाब दे तो दिया है....

मैने कहा.... नही ऐसे नही... जेसा मैने बोला था वैसे बोलो....
वो परेशान होते हुए... अयान प्लीज़ यहाँ से जाओ... अगर मेरी अम्मी आ गईं तो मेरी शामत आ जाए गी...
मुझे भी हालात की नज़ाकत का अंदाज़ा हो गया ऑर मैने उसकी मिन्नत करते हुए कहा... सबीन प्लीज़ सिर्फ़ एक बार........ प्लीज़...... उसने मेरी तरफ देखा ऑर बोली.... आइ लव यू..............

दोस्तो मैं आप लोगो को लफ़्ज़ों मे बयान नही कर सकता कि उस वक़्त मेरी फीलिंग क्या थी.. मुझे ऐसा लग रहा था, जैसे मैं कोई मूवी देख रहा हूँ.... अभी सॉंग स्टार्ट हो जाए ऑर मैं सबीन का हाथ पकड़ कर डॅन्स करना शुरू कर दूं. कभी उसको बाँहो मे लूँ ऑर कभी उस को गोद मे उठा लूँ.... मैं हवा मे उड़ रहा था क्योंकि ये मेरी ज़िंदगी का वो लम्हा था, जो लफ़ज़ो मे बयान हो ही नही सकता.... बस मैं सिर्फ़ इतना कह सकता हूँ कि जो खुशी मुझे उस टाइम हो रही थी.. वो आज से पहले कभी मुझे महसूस नही हुई थी.....

सबीन ने मेरा बाज़ू पकड़ा ऑर मुझे किचन से बाहर धक्का देते हुए कहा... प्लीज़ अब तो जाओ ना...

मैने सबीन की तरफ प्यार भरी नज़रो से देखा ऑर वहाँ से निकल कर वॉशरूम चला गया..... जब वॉशरूम से फ्री हो कर मैं ड्रॉयिंग रूम मे आया तो सबीन मामी के पास बैठी हुई थी. ऑर टेबल पर शरबत का जग पड़ा हुआ था... मामी ने मुझे देखा ऑर कहा... अयान आ जाओ..यहाँ बैठ जाओ.... मैं वहाँ बैठ गया तो सबीन ने एक ग्लास मे शरबत डाला ऑर मुझे देने लगी... मैने उसके हाथ से शरबत लिया ऑर आहिस्ता से उसके हाथ को अपने हाथ से टच कर लिया.... मेरी इस हरकत को किसी ने नोट नही किया मगर सबीन के फेस पर एक स्माइल आ गई.. ऑर मैं शरबत पीने लगा...

मैने मामी से पूछा कि मामू कहाँ है... मामी ने कहा.. तुम्हारे मामू फ़ैसलाबाद गये हुए हैं वो कल आएँ गे.... मामी की बात सुन कर मैं खामोश हो गया... सब आपस मे बातें कर रहे थे ऑर मैं चोरी चोरी, चुपके चुपके सबीन को देख कर मुस्कुरा रहा था.. वो भी कभी कभी ज़ालिम नज़रो से मुझे देख ही लेती थी......

कुछ देर इसी तरह बातें चलती रही ऑर फिर मामी ने कहा..... मैं थोड़ा रेस्ट करती हूँ.. नींद पूरी ही नही हुई अभी तक..... ये कहते कर मामी उठ खड़ी हुई ऑर मुझे भी कहा... अयान चलो तुम भी थोड़ी देर आराम कर लो.. जब धूप थोड़ी कम हो जाए तो फिर चले जाना.....

हम लोग ड्रॉयिंग रूम से निकले ऑर मामी मुझे एक रूम मे ले आई.....

मामी मुझे उसी लास्ट वाले रूम मे ले आई थी जहाँ कुछ देर पहले मैं खड़ा था... रूम मे आते ही मामी ने अपना दुपट्टा उतार कर बेड पर फेंक दिया ऑर मुझे कहा के अयान रूम लॉक कर दो.. अब यहाँ कोई नही आएगा... मैने मामी की तरफ देखा तो उनके चेहरे पर शेतानी मुस्कुराहट नाच रही थी....

मैने भी रूम लॉक किया ऑर बेड के पास आ कर खड़ा हो गया. मामी ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे अपने उपर गिरा लिया.... उन्होने मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रखे ऑर मुझसे किस्सिंग करने लगी.. आहिस्ता आहिस्ता मैं भी किस्सिंग मे मामी का साथ देने लगा... ऑर अपना हाथ नीचे ले जा कर उनकी चूत को शलवार के उपर से रगड़ने लगा... मामी भी हॉट होती जा रही थी ऑर मेरा लंड लंड भी खड़ा होता जा रहा था...

मामी मुझे जल्दी जल्दी किस्सिंग कर रही थी. मुझे लग रहा था कि आज मामी ज़्यादा देर नही लगाना चाहती ऑर जल्दी से मुझसे चुद जाना चाहती हैं....

मैने भी तेज़ी दिखाई ऑर मामी की शलवार के अंदर हाथ डालने की कोशिश की..... उन्होने आज लास्टिक वाली शलवार पहनी हुई थी.. मैने अपना हाथ अंदर के उनकी चूत पर अपनी उंगली मूव करने लगा.. कभी कभी मैं उनकी चूत के दाने को भी मसल देता..... जिस से वो सस्सास्स्स्स्सिईइ को आवाज़ निकाल देती... मैने अपनी उंगली उनको चूत के होल मे एंटर की तो मेरी उंगली उनकी चूत की चिकनाई से ईज़िली अंदर बाहर होने लगी...

अभी मैं उनकी उंगलियाँ कर ही रहा था कि मामी ने मेरा हाथ रोक लिया ऑर मुझे अपने उपर से उठा कर कहा....अयान जल्दी से कपड़े उतारो... मैने अपनी कमीज़ उतारी ऑर मामी मेरे सामने बैठ कर अपने कपड़े उतारने लगी... मामी ने पहले शलवार उतारी ऑर फिर कमीज़... उन्होने आज ब्रा नही पहना था जिसकी वजह से कमीज़ उतारते ही उनके मम्मे उछल कर मेरे सामने आ आ गये .... मैं भी अपने कपड़े उतार चुका था... मैने मामी के मम्मो को हाथ मे पकड़ा ऑर उनको दबाते हुए निपल को अपनी उंगली से मसल रहा था... मामी हॉट होने लगी थी उनको साँसे तेज होने लगी थी.. उन्होने मेरे सिर को पकड़ा ऑर अपने मम्मो की तरफ खेंचने लगी... मैं ने भी अपना मुँह खोला ऑर उनके मम्मो को मुँह भर भर के चूसने लगा.....

कुछ देर तक मामी ने मम्मे चुसवाने के बाद मुझे बेड पर सीधा लेटने को कहा ऑर खुद मेरे लंड पर अपना मुँह रखा ऑर मेरे लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करने लगी.... मामी के मुँह की तपिश ना क़ाबिल ए बर्दाश्त थी ऑर मेरे मुँह से उफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ जेसी आवाज़ निकली.... मामी को लगा कि शायद मैं डिसचार्ज हो जाऊगा तो उन्होने मेरे लंड को छोड़ा ऑर अपनी लेग्स मेरी जाँघ के इर्द गिर्द बेड पर रखी. मेरे लंड को अपनी चूत के होल पर अड्जस्ट करने के बाद वो पूरा वज़न डाल कर मेरे उपर बैठ गई.... मेरा लंड मामी की चिकनी चूत के अंदर तक चला गया ऑर मामी के मुँह से आआआआआआआअहह. ओफफफफफफफफफफफफफफफफ़फ्र की आवाज़ निकली...

मामी ने अपने हाथ मेरे सीने पर रखे ऑर मेरे लंड पर उपर नीचे होने लगी...... मामी की आँखे बंद थी ऑर वो उपर नीचे हो रही थी... मेरे लिए रियल लाइफ मे ये स्टाइल न्यू था तो मैं मामी को अपने लंड पर उपर नीचे होती हुए देखने लगा..... मामी के मम्मे ज़ोर ज़ोर से उछल रहे थे... उनके मम्मो का डॅन्स देख कर मैने उनके मम्मो पर हाथ रखा ऑर उनको दबाने लगा.... जब मैने मम्मो को दबाना शुरू किया तो मामी के उपर मीचे होने की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा हो गया.... उन्होने अपने हाथ मेरे सीने पर से हटा कर अपने मम्मो पर हाथों पर रखे ऑर मेरे हाथ की मदद से अपने मम्मो को ज़ोर ज़ोर से दबाने लगी... अब मामी के उपर नीचे होने के साथ साथ मैं भी अपनी गान्ड को उठा उठा कर मामी की चूत के लंड डाल रहा था....

कुछ देर बाद मामी मेरे लंड पर बैठी बैठी ही अपने आप को आगे की तरफ झुकाए ऑर मेरे लिप्स पर किस्सिंग करने लगी.... किस्सिंग करने से मेरे अंदर आग लग गई ऑर मैं मामी के नीचे लेटे लेटे उनको घस्से मारने लगा.... अचानक मुझे महसूस हुआ कि मामी की चूत मेरे लंड पे टाइट हो गई है ऑर उनकी चूत की दीवारो ने मेरे लंड को जकड लिया है... मामी की किस्सिंग ऑर घस्सो की रफ़्तार मे इज़ाफ़ा हुआ.... उनके जिस्म ने एक दो झटके खाए ऑर अपने आप को ढीला छोड़ के सारा वज़न मुझ पर डाल दिया... मैने मामी की कमर के गिर्द हाथ घुमा कर उनको अपने साथ टाइट हग किया ऑर झटके मारते मारते मेरे लंड से खोलता हुआ पानी निकला जो क़तरे क़तरे की सूरत मे मामी की चूत को सेराब करने लगा..

मेरे लंड ने जब तक अपना आखरी क़तरा नही निकाल लिया. मैं इसी तरह उनको हल्के हल्के झटके मारता रहा, जब मेरे लंड ने अपना सारा पानी मामी की चूत मे निकाल लिया तो मेरी भी हवा निकल गई ऑर मैने भी अपने आप को ढीला छोड़ दिया. मैं लंबे लंबे साँस ले कर अपने आप को नॉर्मल करने लगा.....

कुछ देर तक इसी तरह रहने के बाद मामी ने मेरे शोल्डर्स से अपना सिर उठाया,, मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देखते हुए मुझे एक ज़ोरदार किस की ऑर मेरे उपर से उतर कर साइड पर लेट गई.

मैने मामी तरफ़ करवट ली ऑर उनके बाज़ू पर सिर रखा ऑर उनके मम्मो के निपल से खेलने लगा.... मामी मेरे बालों मे अपनी उंगली मूव कर रही थी. इस एज मे एक ही दिन मे इतनी बार चुदाई कर के मैं थक गया था... मुझे नींद आने लगी, मैने अपने कपड़े पहने ऑर मामी के बाज़ू पर लेटे लेटे मेरी आँख लग गई...

मैं सोया हुआ था.. मुझे ऐसा लगा कि शायद कोई मुझे हिला कर जगाने की कोशिश कर रहा हो... आहिस्ता आहिस्ता जब मेरा ज़हन बेदार हुआ तो हिलाए जाने की वजह से मेरी आँख खुल गई...

कुछ लम्हो तक नींद की हालत मे रहने के बाद जब मैं मुकम्मल तोर पर जाग गया तो मैने देखा कि सबीन मेरे पास खड़ी थी ऑर मुझे मुस्कुरा कर देख रही थी ..... मैने इधर उधर नज़रें दौड़ाई तो रूम मे हम दोनो के अलावा कोई ऑर मोजूद नही था....... मामी जा चुकी थी..


सबीन ने मेरी तरफ देखते हुए कहा.... तोबा है यार कितनी गहरी नींद सोते हो आप. मैं कब से आप को जगा रही हूँ मगर आप तो जागने का नाम ही नही ले रहे थे ...... मैने उस से मामी का पूछा तो उस ने कहा वो बाहर सहन मे हैं. उन्होने ही मुझे आप को जगाने को कहा था....
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08-08-2019, 02:59 PM,
#36
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
मैं मुस्कुरा कर उसको देखने लगा तो शरम की वजह से उस ने अपना फेस दूसरी तरफ कर लिया ऑर मुझे कहा कि अयान तुम फ्रेश हो कर बाहर आ जाओ.... वो बाहर जाने लगी तो मैने उसका हाथ पकड़ लिया... उस ने मेरी तरफ देखा ऑर मुझसे हाथ छुड़ाने की कोशिश की..... मैने उसका हाथ नही छोड़ा तो वो मासूम सूरत बना कर बोली....अयान प्लीज़ मेरा हाथ छोड़ दो... कोई आ जाएगा ... मैने कहा.... सबीन मैं तुम्हे एक बार हग करना चाहता हूँ तो उस ने एक अदा से मेरी तरफ देखा लेकिन कुछ नही कहा.. मुझे उसकी इन अदाओं पर बहुत प्यार आ रहा था. वो मुसलसल मुझसे हाथ छुड़ा रही थी....उसने रॉनी सूरत बना कर कहा कि अयान प्लीज़ मुझे छोड़ दो ना प्लीज़.. कोई आ जाएगा .. उसके चेहरे से परेशानी झलक रही थी ऑर वो बार बार दरवाज़े की तरफ देख रही थी....मेरा बहुत दिल कर रहा था उसको हग करने को मगर जब वो नही मान रही थी तो मैने नाराज़गी से उसका हाथ छोड़ दिया ऑर अपने फेस से नाराज़गी ज़ाहिर करने लगा...

उस ने मेरे फेस पर नाराज़गी देखी तो मुझसे बोली. अयान तुम नाराज़ हो गये हो...???? मैने कोई जवाब नही दिया.. उस ने मेरी तरफ बहुत मीठी नज़रो से देखा, उसके इसी अंदाज़ पर तो मैं पागल हो जाता था, मेरे दिल मे तो बहुत प्यार था मगर मैं जान बूझ कर शोखा हो रहा था या शायद चेक कर रहा था कि वो भी सच मे मुझसे प्यार करती है या नही.... मेरी नाराज़ सूरत देख कर वो डोर की तरफ गई, डोर ओपन किया,,,,, बाहर देखा ऑर फिर डोर बंद कर के मुस्कुराते हुए मेरे सामने आ कर खड़ी हो गई... उस ने डोर लॉक नही किया... वो मुस्कुराते हुए मेरे क़रीब आई ऑर मेरी गर्दन के गिर्द अपने बाज़ू डाल कर मुझे हग कर लिया...... मैने भी खुश होते हुए उसकी कमर के गिर्द अपने बाज़ुओं से हिसार बनाया ऑर उसको अपनी बाँहो मे ले लिया.....

वो मेरी लाइफ का फर्स्ट लव हग था... उस टाइम मेरे अंदर अजीब सी फीलिंग थी. मेरा दिल चाह रहा था कि हम दोनो इसी तरह एक दूसरे की बाँहो मे रहें ऑर वक़्त रुक्क जाए.... मैने सबीन के गाल पर हल्की सी किस की तो उस का जिस्म हल्का सा हिला, उस ने मुझे ऑर टाइट हग कर लिया...

हम इसी हग मे खोए हुए थे कि अचानक कमरे का दरवाज़ा एक झटके से खुला ऑर मामी अंदर आई... मामी तेज़ी से कमरे मे दाखिल हुई मगर हम दोनो को देखते ही उनके क़दम रुक गये ऑर वो आँखें फाड़ फाड़ कर हैरान नज़रो से हमे देखने लगी.... हम दोनो एक दूसरे से अलग हुए.... सबीन का तो रंग उड़ गया. उसका लाल चेहरा डर की वजह से पीला जर्द हो गया मगर मामी को देख कर मैं बिल्कुल नॉर्मल रहा... मुझे तो इस बात की खुशी थी कि चलो कोई बात नही. अगर हमे देखा है तो मामी ने ही देखा है ना... अगर मामी के अलावा कोई ऑर देख लेता तो अभी मेरी भी वेसी ही हालत होनी थी. जेसी कि सबीन की थी...

मामी जब हैरानी के झटके से बाहर निकली तो रुक रुक कर बोली.... ये, ये क्या हो रहा था... सबीन के मुँह से वू उूओ के अल्फ़ाज़ निकले मगर उस से कोई बात ना बनी ऑर वो खामोश हो गई.....

मामी कभी मेरी तरफ देख रही थी ऑर कभी सबीन की तरफ जैसे पूछ रही हों इस बारे मे... जब हम दोनो खामोश रहे तो मामी गुस्से से चिल्ला कर बोली.... मैं तुम दोनो से पूछ रही हूँ.. अभी तक तो मैं मामी को देख कर नॉर्मल था मगर मामी को गुस्से मे देख कर मेरी भी पॅंट गीली होने लगी. मुझे अपना डर नही था डर था तो सिर्फ़ इस बात का कि मामी सबीन को कुछ कहते ना दें........

मामी मुझसे कुछ नही पूछ रही थी वो सिर्फ़ सबीन को देख रही थी ऑर सबीन मासूम सी लड़की मामी के गुस्से की वजह से बिना आवाज़ के रोने लगी... उस वक़्त पता नही क्यू,,, उसके आँसू देख कर मुझे मामी पर बहुत गुस्सा आ रहा था.... मैं दिल मे सोच रहा था कि खुद तो मामी जो मर्ज़ी चाहे करे मगर सबीन की इतनी छोटी सी हरकत पर उसको इतना गुस्सा कर रही है.... हाँ जी उस वक़्त मुझे ये बहुत छोटा सा काम लग रहा था सिर्फ़ एक हग ही तो किया था...... मगर मामी के लिए शायद ये बड़ी बात थी ऑर मामी के इतने गुस्से की वजह मुझे बात मे पता लगी.... जो बाद मे आप लोगो के सामने आ जाए गी.....

जब सबीन का रोना देख कर मुझसे बर्दाश्त नही हुआ तो मैने मामी का हाथ पकड़ कर कहा कि मामी मैं बताता हूँ आपको.... मामी ने मेरी तरफ गुस्से से देखा तो मेरी बात मेरे हलक मे ही अटक गई... मैने बहुत मुश्किल से थूक निगला.... मामी ने मेरी तरफ देख कर कहा..... हाँ तुम बताओ... तुम यहाँ इस लिए आए थे कि सबीन के साथ भी..... उन्होने अपनी बात कंप्लीट नही की मगर मैं उनकी पूरी बात समझ गया था...

अब मुझे पता लग गया कि मामी मेरे ऑर सबीन के बारे मे क्या सोच रही थी... मेरे दिमाग़ मे सबीन के लिए कोई गंदा ख़याल नही आया था.. मुझे तो उस मासूम लड़की से मुहब्बत हो गई थी... मैने मामी की आँखों मे देखा ऑर थोड़ी हिम्मत पैदा कर के बोला.... मामी मैं ऑर सबीन एक दूसरे को पसंद करते हैं... मामी ने कहा... अभी तुम दोनो को शलवार ठीक से पहन'नी नही आती ऑर चले हो मुहब्बत करने....

सबीन के आँसू देख कर मुझे मामी पर बहुत गुस्सा आ रहा था... मैने भी उसी तरह मामी को जवाब दिया कि मुझे सब कुछ करना आता है... मामी ने मेरी तरफ एक झटके से देखा ऑर सख्ती से अपने होन्ट बंद कर लिए जैसे वो मुझसे कुछ कहते ना चाहती हो मगर कह ना सकती हो....सबीन मिन्नत भरी नज़रो से मामी को देख रही थी... उस ने मामी को कहा.... प्लीज़ खाला आइ आम सॉरी.. मुझे माफ़ कर दो प्लीज़... मैं आइन्दा ऐसा नही करूँ गी. प्लीज़ आप अमि को नही बताना प्लीज़.... मामी कुछ देर तो इसी तरह खड़ी रही ऑर फिर बेड पर बैठ कर कुछ सोचने लगी... मामी ने सबीन को आराम से बाहर जाने का बोला... उनके बोलने से गुस्सा ख़तम हो चुका था....

जब सबीन रूम से निकल गई तो मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर मुझे कहा.... अयान तुम सबीन को भी खराब करना चाहते हो...
मैं भी मामी के पास जा कर बैठ गया ऑर मैने मामी से कहा कि... मामी मैं सबीन के बारे मे कुछ ग़लत नही सोचता... मैं उस से मुहब्बत करता हूँ और उस से शादी करूँगा ....

मामी ने एक गहरी नज़र मुझ पर डाली ऑर एक लंबी साँस लेते हुए... अयान अभी तुम दोनो की इतनी उमर नही है कि तुम लोग इस बारे मे सोचो... मैने अपना सिर नीचे झुका कर कहा... जब मैं इस उमर मे सेक्स कर सकता हूँ तो मुहब्बत क्यू नही कर सकता......

मामी ने कुछ कह ना चाहा मगर कुछ नही बोला.... मामी ने मुझे सबीन की फमिली के बारे मे बताया कि वो कितनी स्ट्रिक्ट फमिली से बिलॉंग करती है.... उन्होने बहुत समझाया... मगर मैं ना माना.... मैने मामी से प्रॉमिस लिया कि वो किसी को नही बताए गी ऑर मुझे यक़ीन भी था कि मामी किसी को नही बताए गी....

मैने अपनी तसल्ली करने के बाद मामी से घर जाने की इजाज़त ली.... मामी मेरे साथ मैन डोर तक आई ऑर मैं बाइक पर घर के लिए रवाना हो गया.....

घर पहुँचा तो खाला मेरी मुंतज़ीर थी... सोबिया अभी तक घर मे ही थी. शाम का अंधेरा छाने लगा था शायद आज सोबिया ने अपने घर नही जाना था.... खाला ने मुझसे लेट आने के बारे मे भी पूछा तो मैने कहा कि मामी ने गर्मी की वजह से आने नही दिया... हम लोग टी.वी लाउंज मे बैठ कर टी.वी देखने लगे... खाला ऑर सोबिया टी.वी के सामने वाले सोफे पर बैठे हुए थे जब कि मुझे टी.वी देखने के लिए अपना सिर घुमाना पड़ रहा था...... कुछ देर तक टी.वी देखने के बाद खाला बोली कि मैं किचन जा रही हूँ ऑर खाला किचन मे चली गई... अब रूम मे मैं ऑर सोबिया थे... सोबिया ने मुझे आवाज़ दी.... अयान ऐसे ही टी.वी देखते रहो गे तो तुम्हारी गर्दन मे दर्द हो जाएगा ... यहाँ आ कर बैठ जाओ... मैं भी उठा ऑर उस सोफे पर जा कर बैठ गया...... मेरे बैठ ने के बाद सोबिया मेरे क़रीब हो गई ऑर टी.वी देखते देखते मुझसे बातें भी करने लगी.... सोबिया ने बातो बातो मे मुझसे पूछा कि अयान तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है...????

मैने एक नज़र सोबिया को देखा ऑर मुस्कुरा कर टी.वी देखने लगा.... सोबिया मेरी तरफ से जवाब की मुंतज़ीर थी जब मेरी तरफ से कोई जवाब ना मिला तो वो मेरे ऑर क़रीब हो गई... अब उसकी जाँघ मेरी जाँघ से टच होने लगी.... वो मुझसे बोली... अयान तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है तो तुम मुझे बताओ.. मैं किसी को नही बताउन्गी.. मैने अब की बार भी उसको कोई जवाब नही दिया..... उसने मेरी गर्दन के पीछे से हाथ घुमा कर मेरे कंधे पर रख लिया... जिसकी वजह से उसके बूब की साइड मेरे बाज़ू से टच होने लगी.. वो गैर महसूस अंदाज़ मे अपना बूब मेरे शोल्डर से रगड़ने लगी.... उसके नरम नरम बूब्स का लांस पा कर मेरी शलवार मे हल्की हल्की हलचल सी होने लगी.

मुझसे ज़्यादा ज़हीन तो मेरा लंड था जो किसी का हल्का सा इशारा पा कर भी जाग जाता था... सोबिया ने मेरे कंधे पर हाथ रखा ऑर मेरे शोल्डर पर हल्का हल्का हाथ मूव करने लगी....... मैं भी जान बूझ कर सोबिया के ऑर क़रीब हो गया जिसकी वजह से उसके बूब्स मेरे बाज़ू से प्रेस हो गये... सोबिया मुझसे इधर उधर की बे मतलब बातें कर रही थी.. उन बातो का कोई सिर पैर नही था बस वो मुझ पर ये साबित करना चाहती थी कि वो तो मुझसे बातें कर रही है उसे तो किसी चीज़ का पता नही मगर मैं 2 फीमेल्स को चोद कर इतना अंदाज़ा तो लगा ही चुका था कि एक लड़की जब ऐसी हरकतें करती है तो वो क्या चाहती है.... सोबिया अपने बूब को आहिस्ता आहिस्ता मेरे बाज़ू पर रगड़ रही थी... मैने एक हल्की सी नज़र उस पर डाली तो उस ने शरमा कर अपना चेहरा दूसरी तरफ कर लिया... इस से आगे बढ़ने की मुझ मे हिम्मत नही थी ऑर वो आगे बढ़ नही रही थी...
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08-08-2019, 03:00 PM,
#37
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
सोबिया के मम्मे रगड़ने की वजह से मेरे लंड मे हरकत होने लगी तो मैने अपनी टाँग उठा कर दूसरी टाँग पर रख ली.... सोबिया को भी शायद अहसास हो गया था कि मेरा लंड खड़ा हो गया है... उसके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल आई ऑर उसने अपनी एक साइड का वज़न मुझ पर डाल दिया... वो मुझसे कुछ पूछ रही थी मगर मैं तो उसके मम्मो का लांस अपने बाज़ू पर फील कर रहा था मुझे कुछ अहसास नही हुआ कि वो क्या पूछ रही है.... मेरे जवाब ना देने पर उस ने एक हाथ से मेरे फेस को अपनी तरफ किया ऑर मुझे बोली.... अयान क्या सोच रहे हो....


मैने उसकी तरफ देखा ऑर होश आने पर मैं गड़बड़ा गया ऑर पूछा.... जी, जी क्या बोल रही थी आप....

उसने मुझसे कहा कि कहाँ गुम हो....

मैने कहा कहीं भी नही ऑर उसके साथ बातो मे लग गया... उसका बूब मेरे बाज़ू पर लगा हुआ था.. मुझे उसी बाज़ू पर खुजली होने लगी... मैने अपना बाज़ू खुजाने के लिए अपना दूसरा हाथ आगे किया तो मेरी उंगली उसके बूब को टच हो गई.... ऑर मैं खारिश करने लगा... वो पहले तो मेरा हाथ लगने पर थोड़ा पीछे हुई मगर फिर से वेसी ही पोज़िशन मे आ गई... मैं अपना बाज़ू खुजा रहा था जिसकी वजह से मेरे हाथ की बॅक साइड उसके बूब्स से रगड़ खाने लगी.... उसको भी शायद मज़ा आ रहा था.... इतने मे किचन से खाला की आवाज़ आई.... वो सोबिया को बुला रही थी.... सोबिया खाला की आवाज़ सुनते ही सीधी हो कर बैठ गई ऑर मेरी तरफ स्माइल कर के किचन मे जाने लगी.... ऑर मैं उसकी मटकती हुई गान्ड को देखने लगा...

यहाँ मैं आप को सोबिया का फिगर बताता चलूं कि वो एक यंग लड़की थी उसकी हाइट तक़रीबन 5.6 फीट थी. बूब्स 36 साइज़ के थे जो कि फिट कपड़े ऑर टाइट ब्रा पहन'ने की वजह से बिल्कुल सीधे ऑर तने हुए रहते थे.... लगता था कि सोबिया घर मे ज़्यादा काम नही करती थी ऑर हर वक़्त बैठी रहती थी जिसकी वजह से उसकी गान्ड उसके जिस्म के लिहाज़ से कुछ ज़्यादा ही मोटी थी... जब वो खड़ी होती थी तो फिट कपड़े जो कि उसकी गान्ड के साथ चिपक जाते थे ऑर उसकी गान्ड के दोनो उभार कुछ ज़्यादा ही वाज़िब तोर पर नज़र आने लग जाते थे... कपड़ों के अंदर से ही उसकी गान्ड की लकीर सॉफ नज़र आती थी ऑर जब वो चलती थी तो उसकी मोटी गान्ड कभी एक साइड से उपर होती ऑर कभी दूसरी साइड से उपर होती.. ऑर देखने वाले सिर्फ़ अपने लंड को दबाते रह जाते....

यही हालत मेरी भी थी, सोबिया के रूम से बाहर जाते ही मैने भी अपने लंड को जो कि बहुत टाइट खड़ा हो गया था अपने हाथ मे पकड़ कर ज़ोर से दबाया ऑर वॉशरूम की तरफ चल पड़ा. वॉशरूम जा कर अपने लंड पर पानी डाला तब जा कर उसको सकून मिला ओर वो मुरझाए हुए फूल की तरह सिकुड कर छोटा सा हो गया... वॉशरूम से निकल कर मैं भी सीधा किचन मे चला गया जहाँ खाला हांड़ी के लिए प्याज़ टमाटर काट रही थी ऑर सोबिया आटा गूंधने की तय्यारी कर रही थी...

उस वक़्त उन दोनो ने दुपट्टा नही लिया हुआ था.. खाला ऑर सोबिया के फिट कपड़ों मे तने हुए मम्मे देख कर मेरा दिल कर रहा था कि बस मैं दोनो को नंगा कर दूं ऑर चोद चोद कर उनकी फुद्दि का फुद्दा बना दूं...

उन दोनो ने मेरी तरफ देखा ऑर फिर एक दूसरे को देख कर मुस्कुराने लगी.... मैं बेचारा छोटा सा बच्चा अपने जज़्बात पर क़ाबू नही रख पा रहा था.. ऑर उन दोनो को देखता जा रहा था... सोबिया किचन मे बने हुए कपबोर्ड जो कि दीवार के साथ बना हुआ था उस मे से कुछ निकालने के लिए नीचे झुकी तो उसकी गान्ड के दोनो उभार खुल कर मेरी आँखों के सामने आ गये.... मैं उसकी गान्ड की तरफ देखने लगा, मुझे नही पता था कि खाला मेरी तरफ देख रही है, मैं तो सोबिया की गान्ड को आँखें फाड़ फाड़ कर घूर रहा था... खाला आहिस्ता से मेरे पास आई ऑर मेरे शोल्डर पर हाथ रख कर मुझसे आँखों ही आँखों मे पूछने लगी... क्या देख रहे हो... मैं शरमा कर नीचे देखने लगा कि खाला ने सोबिया की गान्ड को ललचाई हुई नज़रो से देखते हुए मुझे रंगे हाथो पकड़ लिया है.... खाला के फेस पर स्माइल आ गई.


उन्होने मुझे कन्फ्यूज़ देखा तो अपने एक हाथ की तीन उंगली उपर की ऑर एक उंगली ऑर तुम को राउंड मिला कर सोबिया की गान्ड की तरफ देखते हुए मुझे इशारा किया, क्या मस्त गान्ड है ना सोबिया की.........

मैने खाला के हाथ के इशारे को देख कर सोबिया की गान्ड की तरफ देखा ऑर मुस्कुरा कर सिर नीचे झुका लिया... अब मैं खाला को शो नही करवाना चाहता था कि अब मैं सोबिया को भी चोदना चाहता हूँ.. क्योंकि खाला मुझसे ऑर मैं खाला से अपने प्यार का इज़हार कर चुके थे कि उसी प्यार की खातिर खाला ने अपनी चूत ऑर गान्ड की सील मुझसे तुड़वा ली थी.... इतनी देर मे सोबिया भी आटा गूंधने वाला बर्तन उठा कर सीधी हो गई थी...... उस ने मुझे ऑर खाला को ऐसे खड़े हुए देख कर खाला को कुछ इशारा किया ऑर मुस्कुराने लगी..... खाला फिर से सब्ज़ी काटने लगी ऑर सोबिया ज़मीन पर बैठ कर आटा गूंधने की तैयारी करने लगी. खाला मुझसे मामी के घर के बारे मे पूछने लगी कि वहाँ क्या हो रहा था, कौन कौन लोग थे वहाँ पर ऑर मामी मामू कब आएँगे वाघेरा वाघेरा...

मैने खाला को सबीन ऑर मामी के साथ सेक्स वाली बात के अलावा सब कुछ बता दिया... हमारी बातों के बीच मे ही सोबिया बोल पड़ी....अयान वहाँ पर वो लड़की थी, जिस ने तुम्हारे साथ डॅन्स किया था, उसके ज़िक्र पर मैं थोड़ा हैरान हो गया कि सोबिया ने इस बारे मे मुझसे क्यू पूछा... मैने एक नज़र खाला पर डाली जो सोबिया की इस बात पर उसको घूर रही थी.... मैं सोचने लगा कि पता नही मेरी गैर मोजूदगी मे खाला ऑर सोबिया के दरमियाँ सबीन के बारे मे कोई बात हुई थी या नही ऑर अगर हुई भी थी तो क्या बात हुई थी....


मैं खामोश रहा था तो सोबिया जो कि फर्श पर बैठ चुकी थी उस ने दोबारा पूछा... अयान बताओ ना.... मेरे बोलने से पहले खाला बोल पड़ी.... ओये सोबी... मेरे अयान को तंग ना कर अच्छा... वो ऐसा नही है कि कहीं जा कर लड़कियों को देखे... खाला के बोलने से लग रहा था कि वो सिर्फ़ मेरा दिल रखने के लिए बोल रही है... मैने कोई जवाब नही दिया ऑर खाला से इधर उधर की बाते करने लगा शादी के बारे मे.... सोबिया मेरी तरफ देख कर मुस्कुराए जा रही थी ऑर उसकी ये मुस्कुराहट मुझे बहुत कन्फ्यूज़ कर रही थी.....

खाला अपने काम मे लग गई ऑर मैं दोबारा सोबिया को देखने लगा जो अब फर्श पर बैठ गई थी... मेरी नज़र सोबिया की कमीज़ के गले पर रुक गई जहाँ उसके बैठने की वजह से उसका क्लीवेज नज़र आने लगा... मैं खाला से नज़र बचा कर उसके क्लीवेज को देखने लगा.... मुझे कुछ दिन पहली वाली बाते याद आ गई जब खाला भी इसी तरह आटा गूँध रही थी ऑर मैने पहली बार उनके मम्मों को टच किया.... खाला ने सब्ज़ी काट कर साइड पर रखी तो मैने भी एक दम से अपनी नज़र बाहर की तरफ कर ली जिस से खाला को पता नही लगा कि मैं सोबिया को तरफ देख रहा हूँ.....

मैं बाहर की तरफ ही देख रहा था कि खाला ने आहिस्ता आहिस्ता से मेरे शोल्डर पर थपकी दे कर मुझे अपनी तरफ मुतवज्जा किया ऑर आँखों से मुझे सोबिया के बूब्स की तरफ इशारा किया... जब मैने सोबिया के बूब्स की तरफ देखा तो सोबिया के हाफ बूब्स उसकी कमीज़ के गले से बाहर नज़र आ रहे थे ऑर आटा गूंधने के साथ साथ उसके बूब्स भी हिल रहे थे.... खाला ने फिर मुझे हाथ से इशारा कर के पूछा कि सोबिया के बूब्स कैसे हैं... मैने मुस्कुरा कर सिर झुका लिया... अब मैं ऑर खाला दोनो सोबिया के बूब्स को ही देख रहे थे... अब मैं सोबिया के बूब्स से नज़र नही हटा रहा था. खाला को भी पता था कि गर्ल्स के बूब्स मेरी कमज़ोरी है... मैं उसके बूब्स को देख रहा था कि कोई चीज़ मेरी जाँघ पर मूव करती हुई महसूस हुई.. मैने देखा तो मेरी जाँघ पर कुछ ऑर नही खाला का हाथ मूव कर रहा था...... सोबिया के मम्मो का नज़ारा ऑर खाला के हाथ की हरकत मुझसे बर्दाश्त ना हो सकी ऑर मेरा लंड खड़ा होना शुरू हो गया.... मैने खाला का हाथ पकड़ कर हटाया ऑर सोबिया की तरफ इशारा किया कि वो देख ले गी..... खाला ने भी सोबिया की तरफ देखा ऑर मुझे आँख मारी.......

खाला मेरे ऑर क़रीब आ कर खड़ी हो गई. ऑर सोबिया के हिलते हुए मम्मे देखने लगी... सोबिया अपनी धुन मे मगन आटा गूँध रही थी... खाला सोबिया के मम्मो को देख कर मुस्कुराती ऑर फिर मेरी तरफ देखती..... मैं फिर से सोबिया की तरफ देखने मे मगन हो गया... खाला भी आहिस्ता आहिस्ता अपना काम करने लगी ऑर एक बार फिर से खाला ने मेरी जाँघ पर से हाथ रखते हुए अचानक मेरा लंड पकड़ लिया.... मैने खाला को मना करना चाहा मगर खाला ने मुझे लिप्स पर उंगली रख कर खामोश रहने का कहा.......

मैं खामोश हो गया... ऑर खाला आहिस्ता आहिस्ता कपड़ों के उपर से ही मेरे लंड को सहलाने लगी जिसकी वजह से मेरा लंड टाइट खड़ा हो गया... सोबिया ने वैसे ही सिर उठा कर मेरी तरफ देखा तो खाला ने एक दम अपना हाथ मेरे लंड मेरे हाथ से हटा दिया... मगर सोबिया ने जो देखना था वो तो उस ने देख लिया था... उसके फेस पर एक बहुत ही ज़बरदस्त स्माइल आई वो अपनी स्माइल से मुझे शो करना चाहती थी कि उस ने सब कुछ देख लिया है.... मैं शर्मिदगी भरे अंदाज़ मे अपना खड़ा हुआ लंड हाथ मे मसलते हुए वहाँ से निकल गया ऑर सीधा रूम मे जा कर लेट गया... अब मेरी सोच का मरकज़ सिर्फ़ खाला थी कि वो सोबिया को मेरे सामने क्यू एक्सपोज़ कर रही है. सोबिया के मम्मे ऑर गान्ड मुझे क्यू दिखा रही है.........

मैं इन्ही सोचो मे गुम था कि रूम का दरवाज़ा ओपन हुआ ऑर खाला रूम मे एंटर हो गई.... उन्होने मेरी तरफ मुस्कुरा कर देखा ऑर मेरे पास बेड पर आ कर बैठ गई.... खाला ने मेरी आँखो मे देखते हुए बहुत प्यार से पूछा.... चंदा क्या हुआ, वहाँ से आ क्यू गये... मैने खाला की आँखों मे देख कर उन से कहा कि खाला आप सोबिया के सामने ऐसी हरकतें कर रही थी.. आप को पता है,, उसने देख लिया था आप का हाथ....


खाला ने कहा... अरे मेरी जान, उस ने नही देखा ऑर अगर उस ने देख भी लिया है तो तुम क्यू परेशान हो रहे हो. वो किसी को नही बताए गी.... तुम टेन्षन ना लो....

मैने खाला से कहा कि मुझे कोई टेन्षन नही है मगर उसके सामने.... मैने अपनी बात अधूरी छोड़ दी ऑर खाला ने आगे बढ़ कर अपने लिप्स पर मेरे लिप्स रख दिए.

मैने भी खुश होते हुए खाला के सिर की बॅक साइड को अपने लिप्स पर दबाया ऑर किस्सिंग करने मे उनका साथ देने लगा... खाला बहुत प्यार से ऑर आराम आराम से मुझे किस कर रही थी... हम दोनो किस्सिंग मे इतने मदहोश थे, हमे याद ही रहा कि घर मे हमारे अलावा भी कोई तीसरा इंसान भी मोजूद है.... किस्सिंग करते करते मैने खाला की कमर से उनकी कमीज़ उपर की ऑर उनकी नंगी कमर पर हाथ फेरने लगा... मेरा लंड शलवार पूरे जोबन से खड़ा हो गया ऑर मैने खाला का हाथ पकड़ कर अपने लंड पर रख दिया....

खाला ने मेरे लंड को अपने हाथों मे मज़बूती से थामा ऑर उस पर हाथ चलाने लगी,, मुझसे बर्दाश्त नही हो रहा था ऑर मेरा लंड बार बार झटके मार रहा था... मैने खाला के लिप्स अपने लिप्स से हटाए ऑर उनका सिर अपने लंड की तरफ करने लगा.. खाला ने पहले तो इनकार मे सिर हिला कर मना किया मगर मेरे फोर्स करने पर उन्होने मेरी शलवार का नाडा खोला ऑर मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर उपर नीचे करने लगी... मैने खाला का सिर अपने लंड की तरफ दबाया तो खाला बेड से नीचे उतर कर घुटनो के बल बैठ गई ऑर मेरी लेग्स खेंच कर बेड से नीचे लटकाई... मेरी शलवार मेरी गान्ड के नीचे थी जिसे खाला ने खुद खेंच कर मेरे पैरों मे गिरा दिया... उन्होने नीचे बैठे बैठे ही मेरी लेग्स थोड़ी ओपन की ऑर मेरे लंड को देखने लगी... मेरे लंड की टॉप पर पानी का एक क़तरा चमक रहा था.. उसको देख कर खाला मुस्कुरा दी ऑर अपने लिप्स रख कर पानी के उस एक क़तर को निगल लिया.............


उन्होने आहिस्ता आहिस्ता मुँह खोला ऑर अपने लिप्स मेरे लंड की टॉप से जड़ एंड तक लाई जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड उनके मुँह मे घुसता चला गया..... अब आहिस्ता आहिस्ता उन्होने मेरे लंड को अपने मुँह मे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया...... मेरी साँसे तेज हो रही थी ऑर मैं अपनी आँखें बंद कर के सेक्स के मज़े को फील कर रहा था.... मैं कमर के बल बेड पर लेटा हुआ था, मेरी टांगे बेड से नीचे लटक रही थी ऑर खाला मेरी लेग्स के बीच मे बैठी मेरे लंड को मुँह भर भर कर चूस रही थी...... जब मामला मेरी बर्दाश्त से बाहर हो गया तो मैने अपनी दोनो लेग्स उपर कर के खाला के सिर की बॅक साइड पर रखी, ऑर अपनी लेग्स से खाला के सिर को अपने लंड की तरफ पुश करने लगा............ जिसकी वजह से मेरा पूरा लंड खाला के हलक तक जाता, जब खाला बाहर निकालती तो मैं फिर से ऐसा ही करता... खाला का मुँह इतना गरम हो रहा था, मेरा लंड उनके मुँह की गर्मी की ताब ना लाते हुए उनके मुँह ही अपना पानी छोड़ ने लगा.... जब मेरे लंड से पानी की पहली पिचकारी निकली तो खाला ने अपना मुँह हटाना चाहा मगर मैने उनके सिर को ज़ोर से अपने लंड पर दबाया हुआ था.... जब मेरे लंड ने अपने पानी का आखरी क़तरा तक निकाल दिया तो मेरे हाथ पाओं ढीले हो गये.... काफ़ी सारा पानी खाला के हलक मे उतर गया था,,,खाला ने गुस्से से मेरी तरफ देखा ऑर जितना पानी उनके मुँह मे बचा था उन्होने वो थूक दिया.......
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08-08-2019, 03:00 PM,
#38
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
अभी हम दोनो इसी पोज़ीशन मे बैठे हुए थे कि अचानक से दरवाज़ा ओपन हुआ........... खाला ऑर मैने एक साथ दरवाज़े मे देखा तो वहाँ पर सोबिया हैरान ओ परेशन नज़रो से हमे देख रही थी......... सोबिया को देख कर मेरी तो गान्ड फट गई....... क्योंकि हमारा राज़ अब फ़ाश हो गया था...... मैने जल्दी से अपने लंड पर हाथ रख कर उसको छुपाया ऑर उठ कर बैठ गया.. मेरी शलवार अभी तक मेरे पैरों मे पड़ी हुई थी जिसको मैं उठा कर पहन'ने लगा...... सोबिया कुछ देर तो इसी तरह हमे देखती रही ऑर फिर उसके मुँह से आवाज़ निकली...........

अंबर...... ये तू क्या कर रही है... तुझे कुछ अक़ल है कि ये तू क्या करने लगी है.... मैं जो पहले से ही परेशान था सोबिया की बात सुन कर पसीना पसीना होने लगा जब कि इस के बार अक्स खाला का अंदाज़ बिल्कुल नॉर्मल था... मैने जब खाला को देखा तो उनका नॉर्मल अंदाज़ देख कर मैं हैरान रह गया क्योंकि खाला तो इतनी कमज़ोर दिल लड़की थी कि किसी के थोड़ा सा डाँटने पर भी रो पड़ती थी मगर अब............. जब के उनका इतना बड़ा राज़ फ़ाश हो गया है तो वो कैसे नॉर्मल अंदाज़ मे बैठी हुई है.......... सोबिया कुछ आगे बढ़ी ऑर खाला को देखते हुए कहा....... अंबर तू कहीं पागल तो नही हो गई है कि तू अपने सगे भानजे के साथ ये सब कर रही है...... तेरा दिमाग़ ठिकाने पर है.... ऑर पता नही क्या क्या कहा... मेरी तो क़ुवत ए समा'त ख़तम हो चुकी थी उस टाइम... मुझे बस फिकर थी तो बस इस बात कि कि अगर सोबिया ने किसी को बता दिया तो क्या होगा.......... मैं ऑर खाला दोनो खड़े हो गये..... सोबिया ने एक नज़र मुझ पर डाली ऑर खाला के क़रीब होते हुए उनको गौर से देख कर कहा.... अंबर,,,, ये ये तेरे लिप्स पर क्या लगा हुआ है..... मैने भी गौर से खाला कि लिप्स की तरफ देखा तो वहाँ मेरे लंड का पानी लगा हुआ था..... अंबर ने खाला के लिप्स पर अपनी उंगली फेरी ऑर मेरे लंड के पानी को अपनी उंगलीपर लगा लिया... उसको अपनी नाक के क़रीब लाई ऑर उसको सूंघने के बाद फिर से खाला से कहा.... ये क्या है........ ऑर जिस तरह कोई इंसान किसी चीज़ का ज़ायक़ा टेस्ट करता है सोबिया ने उसी तरह वोही उंगली जिस पर मेरे लंड के पानी का एक क़तरा लगा हुआ था,,, अपने मुँह मे डाली ऑर उंगली को चूसने के बाद उसने बुरा सा मुँह बनाया ऑर ज़मीन पर थूक दिया............ उस ने मुँह बुरा कर के खाला से पूछा...... अंबर ये क्या था.... खाला ने एक बार मेरी तरफ देखा, फिर सोबिया का हाथ पकड़ कर बाहर ले जाने लगी ऑर उसको कहा... तू मेरे साथ चल मैं तुझे बता दूँगी ........

खाला अंबर को तक़रीबन धकैलते हुए बाहर ले गई...... ऑर मैं एक दम से बे जान हो कर बेड पर गिर गया.... मैं गुज़रने वाले वाक़ियात के बारे मे सोच रहा था कि आज एक ही दिन मे पहले मामी ने मुझे सबीन के साथ पकड़ा ऑर अब यहाँ घर मे सोबिया ने मुझे खाला के साथ पकड़ा...... जब मैने इन वक़ियात के एंड पर नज़र डाली तो मैं तड़प कर उठा...... मेरे मुँह से खुद कलामी के अंदाज़ मे सिर्फ़ यही बात निकली.... अयान,,,, अगर किसी को पता लग गया तो सब तुझे जान से मार देंगे..... मैं बोझल बोझल क़दमो से किचन की तरफ जाने लगा......

अभी मैं किचन के दरवाज़े के क़रीब पहुँचा ही था तो मुझे किचन मे खाला ऑर सोबिया की कुछ बातें सुनाई दी जो मेरे बारे मे हो रही थी...

खाला: कमीनी कुत्ति तू ने मेरे भानजे को डरा ही दिया तो दूसरी तरफ से सोबिया की हँसी की आवाज़ सुनाई दी ऑर फिर

सोबिया ने हंस कर कहा...... अरे भांजा.........??? अंबर गश्ती,, तेरे मुँह से भांजा लफ्ज़ अच्छा नही लगता, तू बोल कि मेरा यार अयान,,,,,,

खाला ने भी हंस कर जवाब दिया अच्छा ठीक है चल वो मेरा यार है,,, अब बोल क्या कर ले गी तू.... ऑर जब तुझे पता था कि मैं उसके पास रूम मे गई हूँ तो तू ऐसे ही मुँह उठा कर रूम मे क्यू आई.......

सोबिया ने भी कहा...... क्यू तुम लोग जो चाहे करो ऑर मैं यहाँ बैठ कर सिर्फ़ नज़ारा देखूं... मेरा भी दिल कर रहा था लाइव मूवी देखने को तो मैं चली गई रूम मे.......... ऑर अंबर तू ने अपने यार की शकल देखी थी पकड़े जाने पर.....

खाला प्यार से उसको बोली... सोबिया वो तो मासूम सा लड़का है, अभी उसकी इतनी उमर ही कहाँ है यार.... डर गया था ना वो..........

सोबिया.... ओये होये मेरी लाडो रानी.... वो मासूम सा लड़का है... अरे 6,7 इंच का लंड ले कर घूम रहा है इतनी सी उमर मे ऑर अभी भी मासूम है....? अपनी खाला की चूत ओर गान्ड फाड़ चुका है इस उमर मे ऑर अभी भी मासूम है.........? अगर अपनी खाला को चोद कर वो छोटा सा बच्चा अभी तक मासूम है तो पता नही फिर बड़ा हो कर क्या करे गा... पता नही कितनी फुद्दियाँ फाड़ेगा.....

खाला ने फिर चहक कर कहा.... तो अच्छी बात है ना.... फुद्दियाँ फाड़ने के लिए उसको इतना एक्सपरशियेन्स तो होगा ही कि कोई सील पॅक टॅना टन फुद्दि कैसे फाडी जाती है..... ऑर इस बात पर वो दोनो खिल खिला कर हंस पड़ी..... ऑर हंसते हंसते खाला ने कहा........ ऑर मेरे बाद तो वो सब से पहले तेरी फुद्दि फाड़ेगा...... अगर तुझे मैने अपने भानजे से कुत्ति की तरह ना चुदवाया तो मेरा नाम भी अंबर नही ऑर खाला हँसने लगी....

सोबिया ने भी जवाबन बड़ा करारा जवाब दिया....... हां हां देख लूँ गी तेरे भानजे को भी कि वो अभी तक क्या क्या सीखा है अपनी खाला से ऑर अगर अभी कुछ नही सीखा तो मैं सिखा दूँगी ना उसको..... मैं भी तो देखूं कि वो कैसा लंड है,,, जिस पर मेरी इतनी प्यारी सी खूबसूरत सी दोस्त फिदा हो गई है.....

फिर दोनो एक दम से हंस पड़ी ऑर मैं किचन से बाहर हैरान ओर परेशान खड़ा उन दोनो की बातें सुन रहा था... मैं कभी सोच भी नही सकता था कि मेरी खाला के मुँह से भी ऐसे वर्ड्स निकल सकते हैं... खाला के मुँह से ये सब वर्ड्स सुन कर मुझे बहुत अजीब सा भी लग रहा था ऑर यहाँ मैं हॉट भी हो रहा था......... कुछ सेकेंड तो मैं यही सोचता रहा फिर मुझे गुस्सा आने लगा कि यहाँ मेरी डर के मारे मेरी गान्ड फटी हुई है ऑर अंदर वो दोनो मुझे डरा कर खुद क़हकहे लगा लगा कर हंस रही है... दिल तो कर रहा था कि अंदर जाऊ ऑर दोनो को नंगा कर के दोनो को चोद दूं मगर उन दोनो की बातें सुन'ने के बाद भी मुझ मे अभी इतनी हिम्मत नही आई थी....... वो लोग कुछ देर तो इसी तरह बातें करती रही मगर उसके बाद जैसे खाला को अचानक ख़याल आ गया.... अरे मैं तो भूल ही गई थी.... मैं ज़रा जा कर अयान को तो देखूं कि वो क्या कर रहा है...

खाला की ये बात सुन कर मैं रूम की तरफ भागा ऑर रॉनी सूरत बना कर बेड पर बैठ गया... कुछ देर बाद खाला भी रूम मे एंटर हुई ओर मेरे पास बैठ कर मेरा सिर उपर उठाया.... उन्होने बहुत प्यार से मेरी तरफ देखा ऑर मुझसे बोली............... अयान, मेरी जान तुम फिकर ना करो.... सोबिया किसी को नही बताएगी ऑर खाला ने मुझे अपने सीने से लगा लिया........... मैने भी खाला पर ज़ाहिर नही होने दिया कि मैं उनकी बातें सुन चुका हूँ ऑर खाला को हग कर लिया............. उसी वक़्त सोबिया रूम मे एंटर हुई तो खाला ने बिना मुझे छोड़े उसकी तरफ देखा.... मैने भी सोबिया की तरफ देखा तो उसके हाथ मे मिल्क का एक ग्लास था.... उसने मुझसे कोई बात किए बिना,,, मुस्कुराते हुए मिल्क का ग्लास मेरी तरफ कर दिया.... मैने उस से वो ग्लास नही लिया ऑर खाला की तरफ देखने लगा....... खाला ने उसके हाथ से ग्लास लिया ऑर मुझे देने लगी.... सोबिया ने मज़े लेते हुए कहा.... पी लो.... पी लो अयान..... अगर ऑर चाहिए हो तो अपनी खाला या मुझे बता देना..... तुम्हे दिल भर कर दूध पिला देंगी..... तो खाला ने मसनूई गुस्से से सोबिया को कहा.... सोबिया गश्ती कंजरी तू किचन मे जा कर हांड़ी देख .... मैं आती हूँ अभी.... सोबिया ने एक क़हक़हा लगाया ऑर वहाँ से चली गई.... मैने मिल्क पिया ऑर बेड पर लेट गया......

कुछ देर बाद खाला रूम मे आई ऑर मुझे खाना खाने को कहा.... मैं उनके साथ ड्रॉयिंग रूम मे आया तो सोबिया ने वहाँ खाना लगाया .... खाना खा कर फिर खाला किचन मे गई ऑर जूस बनाने लगी.... सोबिया मुझे बहुत मीठी मीठी नज़रो से देख रही थी मगर मुझसे कोई बात नही कर रही थी.... शायद उसको खाला ने मना किया हो... मगर उसकी मीठी नज़रो से मैं समझ गया कि वो मुझसे चुदवाने के लिए बेताब है...... कुछ देर बाद खाला केला का मिल्क शेक बना कर ले आई.... तो सोबिया ने फिर मज़ाक़ मे कहा........ हाआँ अयान को ज़्यादा दो क्योंकि उसका पहले ही जूस निकला है बहुत सारा...... खाला ने सोबिया को इस बार गुस्से से कहा कि सोबिया तू खामोश नही रह सकती क्या........ तो सोबिया ने मुस्कुराते हुए मुँह दूसरी तरफ कर लिया............ उसकी इस हँसी से मैं बहुत कन्फ्यूज़ हो रहा था........

हर काम से फ्री होने के बाद कुछ देर हम वहाँ ही बैठे रहे तो फिर खाला ने कहा.... यार अब सोना चाहये रात हो गई है.... हम सब रूम मे आए.... अब जब लेटने की बारी आई तो हम सोच मे पड़ गये कि कैसे लेटा जाए... रूम मे सिर्फ़ एक बेड था जो खाला ऑर मेरा कंबाइन था.... उसके इलावा दूसरा रूम मामी का था..... खाला मुझे अकेला नही सुलाना चाहती थी... आख़िर कार फ़ैसला हुआ कि मैं बेड के एक कॉर्नर पर..... खाला दरमियाँ मे ऑर सोबिया दूसरे कॉर्नर पर लेटे गी..... सोबिया ने बहुत कहा कि ..... यार मैं दरमियाँ मे लेट जाती हूँ मगर खाला नही मानी.... ऑर हम तीनो अपनी अपनी डिसाइड की हुई जगह पर लेट गया....
सोबिया उठी ऑर रूम की लाइट ऑफ कर दी.

रूम की लाइट ऑफ थी... खाला ने अपना बाज़ू खोल कर मुझे हाथ से हिला कर उस पर लेटने का इशारा किया.... कुछ दिनो से आदत हो गई थी खाला के बाज़ू पर लेटने की तो मैने भी आराम से खाला की तरफ करवट ली ऑर उनके बाज़ू पर सिर रख कर लेट गया... खाला बिल्कुल सीधी लेटी हुई थी क्योंकि सोबिया उनकी लेफ्ट साइड पर थी ऑर वो दोनो आपस मे बातें कर रहे थे... सोबिया अपने घर की बातें खाला से डीस्कस्स कर रही थी...... मैने खाला की लेग पर अपनी लेग रखी ऑर उनके पेट पर हाथ रख कर दिन भर की गुज़री हुई बातों के बारे मे सोचने लगा.... कुछ मेरे ज़हन पर टेन्षन सवार थी, कुछ मैं दिन भर का थका हुआ था................. यही सब बातें सोचते हुए पता नही कब मेरी आँख लग गई......

मैं सोया हुआ था.. नींद मे मुझे ऐसा फील हुआ कि जैसे मेरा लंड खड़ा है ऑर कोई मेरे अपने हाथ मे मेरे लंड को टच कर रहा है......... मेरी आँख खुल गई मगर मैं मुँह से कुछ नही बोला..... मैं समझा कि शायद खाला का चुदाई का दिल कर रहा है तो वो मेरे लंड से खेल रही हैं.... अभी कुछ सेकेंड ही गुज़रे होंगे कि एक दूसरा हाथ भी आया ऑर मेरे लंड पर लगा............. अंधेरे मे मुझे कुछ नज़र तो नही आ रहा था मगर मुझे फिर भी ऐसा फील हो रहा था जैसे मेरी जाँघ के साथ कोई बैठा हुआ है ऑर उस ने मेरे लंड को हाथ मे पकड़ा हुआ है.......... मैं गौर गौर से उस साए को पहचान'ने की कोशिश मे लगा हुआ था कि मेरे कानो मे एक आवाज़ पड़ी............ सोबिया उस को तंग नही कर... वो जाग जाएगा .... आवाज़ बहुत ही धीमी थी मगर अंधेरे ऑर मुकम्मल खामोशी की वजह से मुझे ये आवाज़ सॉफ सुनाई दी......

अब मैं समझ गया कि मेरे लंड से खेलने वाला हाथ खाला का नही सोबिया का था...... अब जब कि मैं जाग गया था ऑर सेक्स फील करने लगा था तो मेरे लंड मे हल्की हल्की जान आने लगी.........

सोबिया ने आहिस्ता से खाला को कहा.... अंबर यार,, अयान का लंड तो इस उमर मे भी बड़ा मस्त है.....

खाला ने उसको जवाब दिया... यार तू अयान को उठा दे गी... अगर वो उठ गया तो क्या सोचे गा......

सोबिया हल्का सा हंसते हुए बोली... यार अगर जाग भी गया तो उसको अंधेरे मे कौनसा पता लगना है कि किस ने उसका लंड पकड़ा हुआ है... वो तो यही समझे गा ना कि मेरी खाला गश्ती ने मेरा लंड पकड़ा हुआ है.... ऑर फिर क्या है.. अंधेरे मे मैं अयान का लंड अपने अंदर ले लूँ गी ऑर वो समझे गा कि शायद वो अपनी खाला की फुद्दि मे अपना लंड डाल रहा है...

सोबिया को भी मेरा लंड का खड़ा होना फील हो गया था ऑर शायद वो जानती होगी के लड़का जब सेक्स फील करता है तब ही उसका लंड खड़ा होता है ऑर सेक्स तभी फील करे गा जब लड़का जाग रहा हो..... शायद उसको शक हो गया था कि मैं जाग रहा हूँ... मगर उस ने अपनी बातों से ज़ाहिर नही होने दिया.... मैने भी नीचे लेटे लेटे अपने लंड को 2,3 झटके दिए तो सोबिया ने भी जवाब मे मेरा लंड ज़ोर से पकड़ कर दबाया.... वो जब भी लंड को दबाती मैं जवाब मे लंड को झटका दे देता...... अब सोबिया को अच्छी तरह अंदाज़ा हो गया था कि मैं जाग रहा हूँ... इसी लिए उस ने कुछ ऊँची आवाज़ मे बातें करना शुरू कर दी.....


सोबिया ने खाला से कहा... यार अंबर कितना अच्छा हो अगर अभी अयान जाग जाए ऑर हम दोनो को एक साथ नंगा कर के चोदे....... सोबिया के मुँह से ये बात सुन कर मेरे लंड को एक ज़ोरदार झटका लगा तो सोबिया ने जवाब मे मेरे लंड को ज़ोर से दबा दिया....

खाला: नही यार.. वो कभी मेरे सामने तेरे साथ नही करे गा.....

मुझे यक़ीन था कि सोबिया जानती है, मैं जाग रहा हूँ मगर वो खाला के सामने ये ज़ाहिर नही करना चाहती थी कि मैं जाग रहा हूँ.... सोबिया ने मेरा लंड छोड़ा ऑर खाला से कहा... अंबर ज़रा अयान को आवाज़ दे कर देख ये जाग रहा है या नही..... सोबिया की बात सुन कर मुझे उस कंजरी पर बहुत गुस्सा आया कि जब उसको पता था कि मैं जाग रहा हूँ तो उस ने खाला के सामने ये बात क्यू की...... खाला ने अपना मुँह मेरे कान के क़रीब किया ऑर आहिस्ता आहिस्ता मुझे 2,4 आवाज़ें दी.... मैने उनकी आवाज़ों का कोई जवाब नही दिया ऑर सोता बना रहा......

खाला ने सोबिया से कहा.. सो रहा है यार.. वो सारा दिन का थका हुआ है... सोने दे उसको...

सोबिया ने मसनूई गुस्से से खाला को कहा... वाह जी वाह कितना ख़याल है अपने यार का.... अगर आज रात मैं ना होती तो तू अभी तक इस से अपनी फुद्दि ऑर गान्ड को चुदवा रही होती...

उन दोनो की बातें सुन कर मैं बहुत बेचैन हो रहा था ऑर मेरा लंड बार बार झटके मार रहा था.... सोबिया ने जब मेरे लंड को तड़प्ते हुए देखा तो उसको छोड़ दिया कि मैं डिसचार्ज ही ना हो जाऊ..... सोबिया ने खाला को कॉर्नर पर होने का कहा... ऑर खुद मेरे साथ लेट गई.... खाला ने सोबिया को मना भी किया मगर सोबिया ने सॉफ सॉफ लफ़ज़ो मे बोल दिया कि वो आज यहाँ आई ही मुझसे चुदवाने के लिए थी... खाला भी लेट गई ऑर अब सोबिया ने मस्ती करनी शुरू कर दी... उस ने मेरे कान मे बिल्कुल हल्की सी आवाज़ मे कहा.... अयान,,,,,,, उस ने इतनी हल्की आवाज़ मे कहा था कि खाला को भी आवाज़ नही गई....... सोबिया ने एक हाथ से मेरा लंड पकड़ते हुए मेरे कान मे सरगोशी की.... अयान....... अगर तुम जाग रहे हो तो मुझे बताओ..... मैने अपने लंड को झटका दे दिया जिस से वो समझ गई........ उस ने फिर मेरे कान मे कहा.... इसी तरह सोते बने रहो......................

सोबिया ने मुझे छोड़ कर खाला की तरफ करवट ली............ ओर खाला से बोली..... अंबर तुम चाहती हो ना कि मैं अयान को तंग ना करूँ.....

खाला ने कहा... हाँ यार उसको तंग ना कर... वो थका हुआ है....

सोबिया तो यार फिर मेरे यहाँ आने का क्या फ़ायदा हुआ.... मेरे अंदर जो आग लगी हुई है वो कैसे बुझाऊ... मेरे अंदर भी बहुत पानी भरा हुआ है जो मुझे बहुत बेचैन करता है...

सोबिया जान बूझ कर ऐसी बातें कर रही थी हालाँकि उसको पता भी था कि मैं जाग रहा हूँ ऑर अगर वो मुझसे चुदवाना चाहती तो चुदवा सकती थी मगर वो तो खाला से लगी हुई थी....

खाला ने सोबिया को कहा.... यार अयान अभी छोटा है वो पहले ही मेरे साथ इतनी बार कर चुका है कि अभी उस मे हिम्मत नही होगी करने की..... देख वो कैसे बेख़बर सोया हुआ है.....

सोबिया कुछ देर खामोश रहने के बाद बोली.... अंबर एक काम करे गी....????

खाला: क्या काम.....

सोबिया... तू मेरी हेल्प कर दे पानी निकालने मे......

खाला: क्य्ाआआआआआआआआअ........................ कैसे................?????

सोबिया: बस तू कुछ ना कर तू अपनी उंगली से मेरा पानी निकाल दे.......

खाला: यार मैं ऐसा कैसे कर सकती हूँ... मुझे नही आता.........

सोबिया: अच्छा उस साइड पर मेरा मोबाइल पड़ा है मुझे वो पकड़ा......

खाला: सोबिया इस टाइम मोबाइल मे क्या करे गी तू 1 बज रहा है.....

सोबिया: यार तू मुझे मोबाइल तो दे मैं तुझे एक चीज़ दिखाती हूँ....

खाला ने हाथ से टटोल कर सोबिया का मोबाइल ढूँढा ऑर उसको पकड़ा दिया... सोबिया ने मोबाइल की स्क्रीन ऑन की तो मैने जल्दी से अपनी आँखे बंद कर ली कि कहीं खाला मेरी खुली आँखें देख कर समझ ना जाएँ कि मैं जाग रहा हूँ................ मगर मैने अपनी आँखे हल्की सी खोल दी कि मुझे वो दोनो नज़र आती रहें..... सोबिया की इस बात ने कि अंबर तू मेरा पानी निकाल दे मेरे कान खड़े कर दिए थे..... मेरे दिमाग़ मे फॉरन लेसबिअन सेक्स का ख़याल आया जो मैं बहुत सी मूवीस मे देख चुका था.....सोबिया ने मोबाइल का वॉल्यूम ऑफ किया... मेरा शक ठीक निकला क्योंकि सोबिया ने कुछ देर मोबाइल मे हाथ मारने के बाद एक पॉर्न मूवी लगा दी थी...... मैं उसके मोबाइल मे पॉर्न मूवी देख कर हैरान रह गया कि सोबिया अपने मोबाइल मे भी ये चीज़े रखती है..... खाला ने भी सोबिया से पूछा कि सोबिया तू मोबाइल मे भी ये मूवीस रखती है.... सोबिया ने जवाब दिया... अरे नही यार.. आज ही यहाँ आई हूँ तो घर के कंप्यूटर से डाली हैं मोबाइल मे...

सोबिया ने एक मूवी लगा दी.... ऑर मोबाइल खाला को पकड़ा दिया ऑर खाला के हाथ को थोड़ा अपनी तरफ मूव किया कि वो भी (सोबिया) भी मूवी ईज़िली देख ले.... मगर असल मे वो खुद नही मुझे भी वो मूवी दिखाना चाहती थी... मैं भी पीछे से सोबिया के क़रीब हो गया जिस की वजह से मेरा खड़ा हुआ लंड सोबिया की मोटी गान्ड पर टच हुआ तो सोबिया ने अपने आप को हल्का सा पीछे की तरफ पुश किया... ऑर अपना हाथ पीछे घुमा कर मेरी कमर के उपर रखा,,, अपनी टाँग पीछे कर के मेरी एक टाँग के उपर रखी ऑर मुझे कमर से पकड़ कर अपनी तरफ पुश कर दिया जिसकी वजह से मैं पीछे से सोबिया के साथ चिपक गया... सोबिया का फेस खाला की तरफ था इस लिए खाला को हमारी इस हरकत का अहसास ही नही हुआ............. मेरा लंड सोबिया की मोटी गान्ड से टकरा रहा था... ऑर मैं अपने लंड को सोबिया की मोटी गान्ड मे ज़ोर से पुश कर रहा था.. मगर वो जितना पुश हो सकता था हो चुका था.... खाला फुल तवज्जा से मूवी देखने मे मगन थी...

जिस मे (मूवी) 2 लड़कियाँ समंदर मे नहा रही होती हैं ऑर मस्ती करते करते वो दोनो लड़कियाँ एक दूसरे को पानी मे गिरा कर एक दूसरे का ब्रा उतार देती हैं.... ब्रा उतारने के बाद एक लड़की भागते भागते बीच मे बने हुए एक रूम मे चली जाती है ऑर दूसरी लड़की भी पानी से निकल कर उसके पीछे पीछे भाग कर चली जाती है.. दूसरी लड़की पहली लड़की को पकड़ने की कोशिश करती है... ऑर पकड़ कर बेड पर गिरा देती है ऑर उसके उपर चढ़ कर बैठ जाती है.. वो दोनो आपस मे मस्तियाँ कर रही होती हैं तो नीचे वाली लड़की उपर वाली लड़की को बालों से पकड़ कर अपने क़रीब लाती है ऑर उसके लिप्स अपने लिप्स पर रख कर किस्सिंग करनी स्टार्ट कर देती है......... ऑर एक दूसरे को ब्रा अंडरवेर से बिल्कुल बे नियाज़ करते हुए एक दूसरे के मम्मे चूसने लग जाती है... फिर जो लड़की उपर बैठी होती है वो उठ कर नीचे वाली लड़की की लेग्स के बीच मे जाती है.. ऑर उसकी चूत को दोनो उंगली से ओपन कर के उस पर ज़ुबान मारने लग जाती है..... वॉल्यूम स्लो होने की वजह से मूवी की आवाज़ तो नही आ रही थी... मगर मैं देख रहा था ऑर इस कंडीशन मे मूवी को एंजाय कर रहा था.... मेरा लंड जो सोबिया की गान्ड की दरमियाँ लकीर मे बुरी तरह फँसा हुआ था.. ऑर सोबिया ने अपनी गान्ड को अंदर की तरफ टाइट कर के मेरे लंड को अपने अंदर इस तरह फँसा लिया था जैसे वो अब इस को निकालना ही ना चाहती हो................. सोबिया ने अपना हाथ पीछे कर के मेरे हाथ पर रखा ऑर मेरा हाथ पकड़ लिया... वो मेरा हाथ अपनी जाँघ पर फेरने लगी जिस से मुझे बहुत मज़ा आ रहा था.. क्योंकि खाला की निसबत सोबिया का जिस्म भरा भरा सा था..... ऑर मोटी लड़की से सेक्स करने का अपना मज़ा होता है... ये मज़ा वो लोग जानते होंगे जिन्हो ने किसी मोटी लड़की से सेक्स किया हो..........

सोबिया कुछ देर बाद मेरा हाथ अपनी जाँघ पर मूव करती रही ..... आहिस्ता आहिस्ता उसने मेरा हाथ आगे ले जाना शुरू कर दिया.... मैं समझा कि अब सोबिया मेरा हाथ अपनी चूत पर ले जाना चाहती है... मगर यहाँ मेरा अंदाज़ा ग़लत साबित हुआ.............................. क्योंकि सोबिया ने मेरा हाथ अपनी चूत पर नही,,,,,, मेरा हाथ आगे ले जा कर खाला की चूत पर रख दिया था.
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08-08-2019, 03:00 PM,
#39
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
सोबिया मेरा हाथ आहिस्ता आहिस्ता अपनी जाँघ पर मूव करते हुए आगे ले जाने लगी.... मैं समझा कि शायद वो मेरा हाथ अपनी चूत पर रखना चाहती है मगर यहाँ पर मेरा अंदाज़ा ग़लत साबित हुआ ऑर सोबिया ने मेरे हाथ को आगे बढ़ा कर खाला की चूत के उपर रख दिया..... खाला की लेग्स क्लोज़ थी मगर सोबिया अपने हाथ की मदद से खाला की लेग्स को ओपन करने लगी...

खाला ने (जो लेसबिअन सेक्स वाली मूवी देखने मे मगन थी) जब मेरा हाथ अपनी चूत पर महसूस किया तो तड़प कर मेरा हाथ हटा दिया .... अंधेरा होने की वजह से उनको नज़र नही आ रहा था कि ये किस का हाथ है. मैने भी अपना हाथ पीछे कर के सोबिया की जाँघ पर रख दिया... अब सोबिया खाला के साथ मस्ती करने के मूड मे थी.... मैं हैरान इस बात पर था कि सोबिया ने जगाया मुझे था ऑर मेरे साथ कुछ करने की बजाए खाला की तरफ मुतवज्जा थी..

सोबिया अपना हाथ खाला की जाँघ पर हल्का हल्का मूव करने लगी... रूम मे इस वक़्त कोई भी बात नही कर रहा था.. मैं सोबिया की गान्ड मे लंड फँसाए खामोसी से लेटा हुआ था, खाला मूवी देखने मे मगन थी ऑर इतने शोक़् से मूवी देख रही थी जैसे वो तो इस इंतिज़ार मे थी कि सोबिया कब मूवी लगाए गी, अब रह गई तीसरी सोबिया तो उसके हाथ की हरकत से मुझे ऐसा फील हो रहा था जैसे वो खाला की जाँघ पर अपना हाथ उपर से नीचे ओर नीचे से उपर की तरफ मूव कर रही हो......

खाला ने मूवी देखते देखते सोबिया को कहा.... सोबी, ना कर यार, देखने दे नाआआआआअ......

खाला के बोलने से ऐसा लग रहा था कि वो मूवी देखते देखते गरम हो गई हैं.. सोबिया भी शायद कोई एक्सपरशेन्स्ड लड़की थी ऑर उसकी इन हरकतों से मुझे महसूस हो रहा था कि वो पहले भी चुदवा चुकी है क्योंकि उसे सिड्यूस करने का पूरा पूरा तरीक़ा आता था.... यहाँ मेरा लंड कुछ हरकत ना होने की सूरत मे फिर से बे जान होने लगा..... मुझे मज़ा नही आ रहा था. मैने अपना लंड सोबिया की गान्ड से निकाला ऑर पीछे हो कर लेट गया.... सोबिया ने मेरी इस हरकत को फील किया मगर कुछ ना बोली......

मैने सोबिया की हरकतों को एंजाय करने का सोचा ऑर लेटे लेटे अपना सिर थोड़ा सा उठाया ऑर सोबिया के हाथ की तरफ देखने लगा..... सोबिया का हाथ खाला की लेग्स के बीच मे चूत के उपर पड़ा हुआ था.. मुझे इतना क्लियर्ली नज़र नही आया कि वो क्या कर रही है. मैने सिर्फ़ उसका हाथ वहाँ पड़े हुए देखा.....

सोबिया, खाला के ऑर क़रीब हो गई ऑर अपना हाथ खाला की लेग्स से उठा कर खाला के पेट पर मूव करने लगी....... खाला भी अब सोबिया के हाथ की हरकत को एंजाय करने लगी थी क्योंकि वो ना ही सोबिया को मना कर रही थी ऑर ना ही कोई बात कर रही थी......

सोबिया ने खाला की कमीज़ थोड़ी सी उपर उठाई ऑर उनके नंगे पेट पर हाथ रख दिया.... सोबिया ने जैसे ही खाला के पेट पर हाथ रखा तो खाला के मुँह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईई की आवाज़ निकली ऑर खाला ने नशे मे चूर आवाज़ मे सोबिया से कहा.... सोबी...... ना कर यार,, अयान देख ले गा..... ये एक खुलम खुला दावत थी, खाला को सोबिया की इन हरकतों का बुरा नही लग रहा था, वो अगर सोबिया को रोक रही थी तो सिर्फ़ इसलिए के कहीं मैं ना देख लूँ..... खाला को तो नही पता था कि मैं जाग रहा हूँ मगर सोबिया अच्छी तरह जानती थी.... सोबिया ने खाला से कहा... मेरी जान अगर अयान उठ भी गया तो कुछ नही होगा, वो भी हमारे साथ एंजाय कर ले गा..


.. अब उन दोनो की इतनी आवाज़ थी कि मुझे क्लियर सुनाई दे रही थी......
मैं ये लेसबिअन सीन देख कर हॉट होने लगा था ऑर एक बार फिर से मेरे लंड मे हरकत होने लगी थी.....
सोबिया ने खाला की कमीज़ उनके मम्मो तक उपर कर दी मगर अभी उनके मम्मे ओपन नही किए.... मोबाइल की लाइट मे खाला का पेट ऑर उस पर हरकत करता हुआ सोबिया का हाथ मुझे ऑर हॉट कर रहा था....
मैं अब थोड़ा सा आगे हुआ ऑर अपना हाथ सोबिया की गान्ड के उभारो पर रख दिया.... सोबिया एक लम्हे के लिए रुकी ऑर फिर से अपने काम मे शुरू हो गई....

सोबिया, खाला के पेट पर हाथ फेरते फेरते उन से पूछने लगी... अंबर,, जब अयान ने तेरे साथ किया था तो कैसा लगा था....

खाला ने नशे मे डूबी हुई आवाज़ मे कहा.... सोबी ना पूछ यार, पहले दर्द हुआ था ऑर फिर बाद मे बहुत मज़ा आया..

सोबिया.. अंबर मेरी जान, लंड का बहुत मज़ा होता है, तू देखना जब अयान बड़ा होता जाएगा तो फिर इस से भी ज़्यादा मज़ा दे गा...

खाला... हाआअंन्न मैं अयान से सारी ज़िंदगी चुदवाउन्गी...

सोबिया अपनी बातो से खाला को हॉट कर रही थी, यहाँ मेरा लंड भी पूरी तरह खड़ा हो गया था.. मैं अपना हाथ सोबिया की गान्ड पर मूव करने लगा.... सोबिया ने खाला का नाम लेते हुए कहा.... मूवी कैसी है अंबर.... खाला यार बहुत अच्छी मूवी है..


सोबिया.... अंबर तुझे पता है जब रियल मे गर्ल्स करती हैं तो बहुत मज़ा आता है.... खाला ने कोई जवाब नही दिया वो तो मूवी के साथ साथ सोबिया के हाथ की हरकत भी एंजाय कर रही थी..

सोबिया ने अपना जिस्म ऊपर किया ऑर अपना फेस खाला के पेट के क़रीब ले जाते हुए अपने लिप्स खाला के पेट पर रख दिए... उस के लिप्स का लांस महसूस कर के खाला के मुँह से उफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ निकली.

खाला हॉट हो चुकी थी तो सोबिया उनकी हॉटनेस्स को देखते हुए अपनी ज़ुबान खाला के पेट पर मूव करने लगी... खाला के हाथ मे मोबाइल हिल रहा था.. उनको समझ नही आ रही थी कि वो मूवी देखें या लेसबिअन सेक्स को एंजाय करें...

सोबिया अपनी ज़ुबान खाला के पेट पर मूव कर रही थी, उसने अपना लेफ्ट हॅंड खाला के मम्मो पर रखा ऑर राइट हॅंड खाला के पेट के एंड पर चूत से उपर रखा ऑर स्लोली स्लोली अपने दोनो हाथों को हरकत देने लगी.....

सोबिया डॉग्गी स्टाइल मे खाला के ऊपर झुकी हुई थी जिसकी वजह से उसकी मोटी गान्ड उपर को उठ कर मेरे सामने थी... मैं पहले तो इस सोच मे था कि कुछ करूँ या ना करूँ.... फिर आख़िर मैने भी हिम्मत से काम लेते हुए अपना हाथ सोबिया की गान्ड पर रख दिया.... उसकी गान्ड को हल्का सा झटका लगा मगर वो नॉर्मल हो कर खाला के बूब्स को दबाने लगी, दूसरे हाथ से खाला की शलवार के उपर से ही उनकी चूत को सहलाने लगी ऑर अपनी ज़ुबान खाला के पेट पर उपर से नीचे मूव कर रही थी...

मैं उस लड़की की हरकतों पर बहुत हैरान था कि वो खुद भी मेरे हाथों का मज़ा ले रही थी ऑर खाला को भी एंजाय करवा रही थी... ऑर मज़े की बात ये कि उस ने अभी तक खाला पर ज़ाहिर नही होने दिया था कि मैं जाग रहा हूँ..
सोबिया खाला के बूब्स को दबाती तो खाला के मुँह से हल्की हल्की सिसकियाँ बार आमद हो रही थी

उफफफफफफफफफफफफ्फ़ आआअहह सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईई. खाला की सिसकियाँ सुन कर मैं हॉट हो रहा था ऑर मैं उठ कर बैठ गया.... सोबिया ने महसूस कर लिया कि मैं उठ कर बैठ गया हूँ तो उस ने खाला के हाथ से मॉब ले कर उसकी स्क्रीन ऑफ की ऑर मोबाइल साइड पर रख दिया... वो भी खाला पर ज़ाहिर नही करना चाहती कि मैं जाग रहा हूँ.... मैं उठ कर बैठा ऑर सोबिया की गान्ड के बड़े बड़े उभारो को दबाने लगा.... उसकी गान्ड गोश्त से भरी हुई थी जिसकी वजह से उसकी नरम गान्ड मुझे बहुत अच्छी लग रही थी... अब रूम मे अंधेरा होने की वजह से मुझे नज़र नही आ रहा था कि सोबिया, खाला के साथ क्या कर रही है, मुझे बस इतना महसूस हो रहा था कि उसके दोनो हाथ ऑर सिर खाला के जिस्म पर हरकत कर रहे थे ऑर खाला दबी दबी आवाज़ मे ऊऊऊऊऊओह्ा आआआआहह उफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़े निकाल रही थी. खाला अपनी तरफ से बहुत कोशिश कर रही थी कि कहीं उनकी आवाज़ें मुझे जगह ना दें लेकिन उन्हे तो पता ही नही था कि मैं जाग कर उनके साथ थ्रीसम सेक्स एंजाय कर रहा हूँ.....

खाला के मुँह से सिसकियाँ निकल रही थी कि अचानक ही मुझे खाला के मुँह से आवाज़ आई.... सोबी ये ना कार्रर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर... मैने थोड़ा सा उपर हो कर देखने की कोशिश की मगर अंधेरे मे मुझे क्या लंड नज़र आना था ऑर मैं अपनी बेवक़ूफी पर अपने आप को दिल ही दिल मे गालियाँ देता हुआ फिर सोबिया की गान्ड की तरफ बैठ गया......

अब मामला मेरी बर्दाश्त से बाहर होता जा रहा था. अपने सामने लेसबिअन सीन देखने के बाद अब मेरा भी दिल कर रहा था कि मैं इस लेसबिअन सेक्स को थ्रीसम सेक्स मे चेंज कर दूं.... खाला ऑर मामी से सेक्स करने के बाद ऑर सोबिया की हरकतों से मुझ मे इतनी बोल्डनेस तो आ ही गई थी... मैने सोबिया की शलवार उसकी गान्ड से नीचे करने का सोचा.... मैने उसकी शलवार को एक हल्का सा झटका दिया तो मेरी खुशी की इंतहा ना रही... सोबिया ने लास्टिक वाली शलवार पहनी हुई थी.... अब मैने आहिस्ता आहिस्ता उसकी शलवार को थोड़ा सा नीचे किया ऑर रुक कर सोबिया का रियेक्शन देखने लगा.... सोबिया ने जब मेरी इस हरकत का कोई रेस्पॉन्स नही दिया तो मैं समझ गया ऑर मैने उंसकी शलवार थोड़ा सा ऑर नीचे कर दिया.... सोबिया अपने घुटनों के बल खाला पर झुकी हुई थी..... शलवार नीचे करने के बाद मैं अंधेरे मे हाथ लगा कर सोबिया की नंगी गान्ड को फील करने लगा.... सोबिया की गान्ड के उभार भरे होने की वजह से बहुत नरम था.... मैं आहिस्ता आहिस्ता अपनी गान्ड दबाने लगा....

रूम मे सिर्फ़ खाला की हल्की हल्की सिसकियाँ थी वो इतनी आवाज़ मे थी कि अगर मैं सो रहा होता तो मुझे आवाज़ ना आती... मैं भी खामोशी से अपने काम मे मगन रहा.. जब मैने सोबिया की गान्ड की दरमियाँ लकीर पर अपनी उंगली उपर से नीचे मूव की ऑर मेरी उंगली जैसे ही उसके गान्ड के सुराख से टकराई सोबिया के मुँह से एक लंबी सी आआआआआआआआआआआअहह निकल गई ऑर मैने अपना हाथ सोबिया की गान्ड से हटा लिया....

खाला जो सोबिया के नीचे थी ने सोबिया से पूछा... क्या हुआ सोबी..... सोबिया ने बहुत प्यार से खाला को कहा.... कुछ नही मेरी जान तुझे प्यार करते करते मेरे अपने जिस्म मे आग लग गई है... अंबर तेरा जिस्म कितना सॉफ्ट है. दिल करता है कि इसको खा जाऊं.. नीचे से खाला की आवाज़ आई... ये खा ही तो रही है तू......

सोबिया ने खाला से कहा.... अंबर सोच अगर अभी अयान जाग रहा होता ऑर हमारे साथ एंजाय करता तो कितना मज़ा आता.... खाला ने भी हसरत भरे बोलने मे कहा... हां ना यार, मगर अयान मेरे सामने तेरे साथ नही कर सकता ना.... मैं उसको जानती हूँ वो बहुत शर्मीला है....

सोबिया एक हल्की सी हँसी हसी ऑर खाला से कहा... मेरी जान जब 2,2 फुद्दियाँ सामने हों तो फिर कोई नही शरमाता..

खाला.... नही यार अयान ऐसा नही है.. तो सोबिया ने कहा.. अच्छा अगर तुझे यक़ीन नही आता तो अयान को जगा दूं फिर तू खुद भी देख लेना अपने भानजे को....

खाला कुछ सोचते हुए... नही यार रहने दे....

मैं उन दोनो के रोमॅन्स के साथ साथ उनकी बातो को भी एंजाय कर रहा था... सोबिया ने अपना हाथ पीछे घुमा कर मेरा हाथ पकड़ा जो कि उसकी आआहह निकलने के बाद मैने उसकी गान्ड से हटा दिया. सोबिया ने मेरा हाथ पकड़ कर फिर से अपनी गान्ड पर रख दिया. जो इस बात का वजह इशारा था कि अयान अपना काम शुरू करो.... मैने भी उसकी बात को माना ऑर उसकी गान्ड की दरमियाब लकीर पर अपना उंगली मूव करने लगा....... सोबिया ने भी खाला के साथ अपना रोमॅन्स जारी रखते हुए शायद खाला के बूब्स को नंगा कर लिया ऑर उनको चूस रही थी क्योंकि मुझे म्‍म्म्ममम म्‍म्म्मम म्‍म्म्ममम म्‍म्म्मम की आवाज़ें आ रही थी ऑर साथ साथ मे खाला के मुँह से आआआआअहह उफफफफफफफ्फ़ ऊऊहह की आवाज़ें भी निकल रही थी.. मैं अच्छी तरह जानता था कि खाला मम्मे चूसने से हॉट हो जाती है ऑर अभी मेरे ख़याल मे सोबिया उनके मम्मे ही चूस रही थी... खाला की सिसकियाँ सुनते हुए मैने सिर उठा कर खाला की तरफ देखा मगर अंधेरे मे कुछ नज़र ना आने से मैं फिर से सोबिया की गान्ड की तरफ आ गया..... मेरे दिल मे आया कि खाला तो फुल एंजाय कर रही है क्यू ना सोबिया को भी तड़पाया जाए.... मैने सोबिया की गान्ड के नीचे हाथ रख कर उसको हल्का सा उपर की तरफ उठाया.. मेरा इशारा पा कर सोबिया मेरी खाला पर मज़ीद झुक गई...... जिसकी वजह से उसकी गान्ड के उभार मज़ीद ओपन हो कर मेरे सामने आ गये... मैं थोड़ा सा नीचे झुका ऑर सोबिया की गान्ड की दरमियानी लकीर पर अपना फेस झुकाए ऑर अपनी ज़ुबान बाहर निकाल कर उसकी गान्ड की दरमियाँ लकीर पर रखी जिसकी वजह से सोबिया के जिस्म ने ज़बरदस्त झटका खाया, उस ने अपना हाथ पीछे घुमा कर मेरे सिर पर रखा ऑर मेरे फेस अपनी गान्ड से हटाने के लिए ज़ोर लगाने लगी..... मगर मैं जो इतनी देर से उन दोनो के लाइव सेक्स सीन ऑर बातों की वजह से गरम हो गया था अब अपने आप पर बरदास्त खो बैठा था...... मैने सोबिया का हाथ अपने सिर से हटाया ऑर उसको गान्ड की दरमियानी लकीर को उपर से नीचे तक चाटने लगा.... अब की बार सोबिया की हालत बुरी हो रही थी.. कुछ देर पहले जो लड़की मुझे ऑर खाला को तंग कर रही थी अब वो खुद गरम हो कर बे क़ाबू होने लगी थी....

अब मसला ये था कि सोबिया, खाला पर साबित भी नही करना चाहती थी कि मैं जाग रहा हूँ ऑर वो खाला को भी एंजाय करवाना चाहती थी...मेरी वजह से अब वो तड़प रही थी.. वो खुद भी आउट ऑफ कंट्रोल होती जा रही थी ऑर शायद उस ने इस हॉट्टनेस की वजह से खाला के जिस्म पर अपनी भी हरकत तेज कर दी थी.... नीचे खाला जो इतनी देर से हॉट हो रही थी अपनी सिसकियों पर कंट्रोल ना कर सकी ऑर उनके मुँह से आआआआहह ऊऊऊऊऊऊऊऊहह उूुुुुुुुउउफफफफफफफफफ्फ़ की आवाज़ें निकाल रही थी. खाला की ये आवाज़ें मेरे अंदर की शहवात को मज़ीद हवा दे कर मेरे अंदर आग लगाने का काम कर रही थी.....

मैने अपनी ज़ुबान सोबिया की गान्ड के सोराख पर रखी जो शायद पसीने की वजह से गीला हो रहा था या जो भी था उस वक्त मैं ये सोचने के मूड मे नही था कि उसकी गान्ड का सोराख किस चीज़ से गीला हो रहा है.... मैने अपनी ज़ुबान की टॉप सोबिया की गान्ड के सोराख मे जैसे ही रखी सोबिया के मुँह से एक तेज आवाज़ मे आआआअहह आआआआआआआआआआआअहह आयाअंन्‍नननणणन् न्न्न नही करूऊओ नाआआआअ.................................. की आवाज़ निकली...

सोबिया ने सिसकी लेते हुए कहा... आय्ाआआन्णन्न् प्लेआसेज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ न्न्न नाआहहिी सीसी काआअर्र्रूऊऊ.

जब सोबिया ने मेरा नाम लिया तो मैं एक दम से पीछे हो गया... खाला की हैरत भरी आवाज़ मुझे सुनाई दी..... आय्ाआंं???? कहाँ है अयान ऑर इसके साथ ही खाला मुझे आवाज़ें देने लगी मगर मैने कोई जवाब नही दिया... खाला ने सोबिया से पूछा.. सोबी... कहाँ है अयान?? अयान तुम जाग रहे हो क्या??? जवाब दो मेरी बात का... खाला हैरत भरी आवाज़ मे कभी सोबिया से ऑर कभी मुझसे पूछ रही थी....


मैं सोता बना रहा... मैं हैरत के समंदर मे गोते खा रहा था कि एक तरफ सोबिया, खाला के सामने मुझे एक्सपोज़ भी नही करना चाहती थी ऑर दूसरी तरफ उस ने मेरा नाम भी ले लिया.... हमे पता ही नही था कि सोबिया किस टाइम बेड से उतर गई. अहसास तो तब हुआ जब रूम की लाइट अचानक ऑन हुई..... एक दम से लाइट पड़ने की वजह से मैने अपनी आँखे बंद कर ली, जब मैने अपनी आँख खोली तो सोबिया मेरे ऑर खाला के दरमियाँ मे बैठी मुस्कुरा रही थी.. खाला अपने कपड़े ठीक करने मे लगी हुई थी. उन्हे भी शायद अहसास नही था कि एक दम से लाइट ऑन हो जाए गी... मैने खाला की तरफ देखा तो वो भी उठा कर बैठ गई.


खाला ने मुझे देखते हुए कहा कि.. आअ अयान तुम जाग रहे हो तो मैने शरम से सिर झुका लिया... सोबिया हम दोनो के शरमाये हुए चेहरो को देख कर नुसकुरा रही थी.. खाला ने सोबिया की तरफ देख कर कहा... सोबिया.. अयान जाग रहा था...????

सोबिया ने आगे बढ़ कर मेरा हाथ पकड़ा ऑर मुझे बेड पर बिठा दिया... सोबिया ने मुस्कुराते हुए खाला से कहा... अंबर मेरी जान, अयान तो उसी वक़्त जाग गया था जब मैं उसके लंड से खेल रही थी... खाला ने सोबिया की बात सुन कर मेरी तरफ देखा जैसे मुझसे पूछ रही हों कि सोबिया ठीक बोल रही है... मुझसे खाला की नज़रों का जवाब ना बन सका तो मैने शरम के मारे सिर झुका लिया...
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08-08-2019, 03:03 PM,
#40
RE: Muslim Sex Stories खाला के संग चुदाई
सोबिया हँसते हुए मेरे क़रीब आई ऑर बोली.... अरे अंबर छोड़ो इतने सवालों जवाब को. बच्चे की जान ले गी क्या..... अब देख अयान को जाग गया है ऑर मुझे तुम दोनो के बारे मे भी सब पता है तो क्यू ना हम एंजाय करें???? यह बोल कर सोबिया ने सवालिया अंदाज़ मे खाला की तरफ देखा तो खाला ने कहा.... नही ऐसा नही होगा..

सोबिया ने कहा...अरे अंबर ऐसा क्यू नही हो सकता यार... यार आज मोका है जितना एंजाय कर सकती हो कर लो... कल तुम्हारे भाई भाबी ने आ जाना है तो इतना मोक़ा नही मिले गा....

खाला का दिल कर भी रहा था मगर वो सोबिया के सामने इनकार कर रही थी.... काफ़ी बहस के बाद जब खाला थ्रीसम सेक्स के लिए नही मानी तो सोबिया ने नाराज़गी से उठ कर लाइट ऑफ कर दी....

रूम मे अंधेरे के साथ साथ सन्नाटा छा गया... सिर्फ़ हम लोगो के साँस लेने की आवाज़ें आ रही थी....

सोबिया ने खाला की तरफ करवट ली ओर उनसे आहिस्ता से कहा.... अंबर तू मेरी बचपन की दोस्त है ऑर तुझे भी पता है के तेरे सिवा मेरी कोई ऑर दोस्त नही है... आज तक मैने तेरी हर बात मानी है तो क्या तू मेरी इतनी सी बात नही मान सकती... खाला ने सोबिया को कोई जवाब नही दिया...

सोबिया ने फिर से खाला को आवाज़ दी तो खाला ने नाराज़ बोलने मे उसको जवाब दिया... सोबी.. तुझे पता भी था कि अयान जाग रहा है उसके बावजूद भी तू मेरे साथ... खाला ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी.... सोबिया ने आहिस्ता मगर बहुत प्यार से उसको कहा.... अंबर इस मे ऐसी कौनसी बुरी बात है यार. मुझे पता है अयान से तेरा कुछ सीक्रेट नही है... बस मैं भी तुम दोनो के साथ एंजाय करना चाहती थी.... कुछ देर बाद सोबिया ने एमोशनल हो कर उदासी भरे बोलने मे खाला से कहा... ठीक है यार, मैं अपनी ग़लती आक्सेप्ट करती हूँ, मुझे ऐसा नही करना चाहये था... आइ आम सॉरी अंबर आंड सॉरी अयान..... सोबिया के बोलने मे नाराज़गी की झलक सॉफ तोर पर महसूस हो रही थी... अब फिर से हम तीनो खामोश हो गये थे.. रूम का माहॉल अचानक से ऐसा उदास हो गया था... वो दोनो तो जिसस बात पर भी उदास हों सो हों मैं तो इस बात पर उदास था कि मैं पूरे जोश मे था ऑर अपनी प्यास नही मिटा सका था... सोबिया की हाथ आती हुई चूत मुझे अब हाथों से निकलती हुई महसूस हुई.... कुछ देर बाद खाला ने सोबिया को आवाज़ दी.... सोबी................. अब वो दोनो इतनी आवाज़ मे बातें कर रहे थे जो मुझे भी आसानी सुनाई दे रही थी... खाला ने सोबिया को फिर से आवाज़ दी... सोबीईईई सो गई है क्या.... सोबिया ने उदासी भरे बोलने मे जवाब दिया.... नही जाग रही हूँ.....

खाला ने सोबिया से कहा.... अगर तू एंजाय करना चाहती है तो अयान के साथ एंजाय कर सकती है..... सोबिया ने उसी बोलने मे खाला से पूछा..... ऑर तू...????

खाला ने सिर्फ़ इतना कहा कि तुम दोनो एंजाय करो. मुझे नींद आ रही है...... ऑर खाला ने दूसरी तरफ करवट ले ली........ अब सोबिया मेरे साथ लेटी हुई थी ऑर खाला बेड के दूसरे कॉर्नर मे.... सोबिया ने मेरी तरफ अपना फेस किया ऑर मुझसे आहिस्ता से बोली....अयान.... मैने भी कोई जवाब नही दिया... सोबिया ने अपना फेस थोड़ा उपर उठाया ऑर मेरे कान मे आहिस्ता से सरगोशी की... अयान तुम दरमियाँ मे आ कर लेटो ओर अपनी खाला को मनाओ... वो तुमसे नाराज़ है.....

सोबिया उठ कर बैठ गई ऑर मुझे दरमियाँ मे धकेलने लगी...
मैं भी खाला की मर्ज़ी के बिना सोबिया के साथ नही करना चाहता था. कुछ देर पहले चूँकि खाला भी गरम थी तो मैं भी सोबिया के साथ एंजाय करने लगा था मगर अब जब के रूम का माहॉल इतना कशीदा हो गया था तो मैं खाला की मर्ज़ी के बिना कुछ नही करना चाहता था....

मैं भी दरमियाँ मे हो गया तो सोबिया ने मुझे आहिस्ता से खाला की तरफ करवट लेने का कहा.... मैने खाला की तरफ करवट ली तो सोबिया मेरे पीछे चिपक कर लेट गई.... जिसकी वजह से उसके मम्मे मेरी कमर पर टच हो रहे थे... सोबिया ने उसी तरह सरगोशी के अंदाज़ मे मुझे अपनी कमीज़ उतारने का कहा... मैं उठ कर बैठा ऑर अपनी कमीज़ उतार कर अपने सिरहाने रख ली.......

सोबिया ने मेरा हाथ खाला की जाँघ पर रखा ऑर उसको आगे पीछे करने लगी ऑर फिर मेरा हाथ छोड़ दिया.... मैं उसी तरह खाला की जाँघ पर उपर नीचे आहिस्ता आहिस्ता हाथ फेरने लगा.... खाला ने मेरा हाथ पकड़ कर अपनी जाँघ से हटा दिया.... मैं आगे हो कर खाला की कमर से चिपक गया. जिस की वजह से मेरा लंड जो कि अभी ठीक से खड़ा भी नही हुआ. खाला की गान्ड से टच होने लगा.... खाला को अपनी गान्ड पर मेरा लंड फील हुआ तो उन्होने अपना हाथ पीछे कर के मेरा लंड चेक किया ऑर बेड पर सीधी हो कर लेट गई... अंधेरे की वजह से वो मुझे देख तो नही सकती थी. खाला मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर बोली.... अयान,,,, ये तुम हो??? मैं अपना फेस खाला के फेस के क़रीब ले गया ऑर आहिस्ता आवाज़ मे उन्हे ह्म्‍म्म्म कर के हां का सिग्नल दिया.... खाला ने फिर मुझसे पूछा कि सोबिया कहाँ है तो मैने जवाब दिया वो मेरे पीछे है..... सोबिया अभी तक खामोश लेटी हुई थी... मैने खाला के लिप्स पर लिप्स रखना चाहे मगर खाला ने मेरा फेस अपने हाथ से रोक दिया ऑर सोबिया को आवाज़ देने लगी..... सोबी..... सो गई है क्या....

खाला की आवाज़ देने की देर थी कि सोबिया ने मुझे पीछे से हग किया ऑर खाला को बोली.... मेरी जान मैं यहाँ ही हूँ... मैने कहाँ जाना है तुझे छोड़ कर.....

दूसरी तरफ सोबिया ने जैसे ही मुझे हग किया, मेरे पाओं के नाख़ून से ले कर मेरे दिमाग़ तक सर्दी की एक लहर दौड़ गई... मेरे जिस्म को एक झटका लगा ऑर मेरे जिस्म मे चीटियाँ रीँगने लगी...... क्योंकि ......... क्योंकि सोबिया के जिस्म का जो हिस्सा मुझसे टच हुआ था वो कपड़ों से बिल्कुल ही बे नियाज़ था वो कुछ ऑर नही सोबिया के मम्मे थे जो कि मेरी नंगी कमर के साथ टच हुए थे....

सोबिया मेरी कमर पर अपने मम्मे रगड़ रही थी ऑर उसने एक हाथ आगे बढ़ा कर खाला के मम्मों पर रखा, मुझे पीछे से एक ज़ोरदार झप्पी डाली ऑर खाला के मम्मे दबाने लगी.........

खाला ने अपने मम्मो पर उसके हाथों का दबाब महसूस हुआ तो उनके मुँह से सस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सिईईईई की आवाज़ निकली....... यहाँ सोबिया के नंगे मम्मो का लांस पा कर मेरे लंड मे तो जैसे आग भर गई ऑर वो एक दम से खड़ा हो गया..... मैं उन दोनो के बीच मे था ऑर सोबिया ने पीछे से मुझे टाइट हग किया हुआ था... मेरे हाथ फ्री थे तो सोबिया ने मेरा हाथ पकड़ा ऑर पीछे ले जा कर अपनी जाँघ पर रख दिया.... जैसे ही मेरा हाथ उसकी जाँघ पर पड़ा मेरा दिल गार्डन गार्डन हो गया..... क्योंकि वो बिल्कुल नंगी थी ऑर उसके जिस्म पर कोई कपड़ा नही था... पता नही उसने अपने कपड़े किस टाइम उतारे थे.... मैं उसके नंगी जाँघ पर हाथ फेर रहा था कि वो एक दम उठ कर बैठ गई ऑर हमारी लेग्स की तरफ आ गई....... वो मेरे उपर से होती हुई खाला की तरफ बढ़ी ऑर एक दम से खाला की लेग्स खोल कर उनके बीच मे बैठ गई.... खाला ओये ओये करती रह गई मगर जो सोबिया ने करना था वो तो कर दिया था... सोबिया ने खाला की लेग्स के बीच म बैठे ही मेरा हाथ पकड़ कर खाला के मम्मो पर रखा ऑर उनको दबाने लगी.... खाला के एक बूब को मैं दबा रहा था ऑर दूसरे बूब को सोबिया दबा रही थी.... खाला फिर से गरम होने लगी थी ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी थी ....... मैने आहिस्ता आहिस्ता खाला की कमीज़ उपर की ऑर उनके मम्मे नंगे कर दिए.... मैं खाला के नंगे मम्मो को हाथों से पकड़ कर दबाने लगा, सोबिया भी एक हाथ से खाला के मम्मो को दबा रही थी ऑर दूसरा हाथ मेरी जाँघ पर मूव करते करते मेरे लंड की तरफ ले जा रही थी..........

जब सोबिया का हाथ मेरे लंड पर पहुँचा जो कि बिल्कुल सीधा खड़ा हुआ हिचकोले ले रहा था. उसने मेरा लंड पकड़ा ऑर फिर लंड छोड़ कर मेरी शलवार का नाडा टटोलने लगी.... जैसे ही मेरी शलवार का नाडा उसके हाथ मे आया तो उसने एक झटके नाडा खोला ऑर मेरी शलवार उतारने की कोशिश करने लगी.... मैने भी उसका साथ दिया.... ऑर अगले ही पल मेरी शलवार मेरे जिस्म से जुदा हो चुकी थी.... रूम मे सोबिया ऑर मैं बिल्कुल नंगे थे जब कि खाला ने अभी तक कपड़े पहने हुए थे.... सोबिया अब खाला को भी नंगा करना चाहती थी इसलिए उस ने खाला के बूब को जिसे वो अपने एक हाथ से दबा रही थी छोड़ा ऑर खाला की शलवार को नीचे की तरफ सरकाने की कोशिश करने लगी... उस ने खाला की शलवार को हल्का सा झटका दिया तो खाला ने फॉरन अपना हाथ आगे कर के शलवार पकड़ ली ऑर उनके मुँह से निकला..... सोबिया न्‍णन्न् नहियीई....

सोबिया ने खाला का हाथ पकड़ कर पीछे किया ऑर खाला की शलवार उतारने की कोशिश की.... खाला ने अपनी गान्ड बेड पर दबा कर शलवार नही उतारने दी तो मैने अपना हाथ खाला की चूत पर रख दिया ऑर अपने हाथ से खाला की चूत को मसल्ने लगा.... मैने अपना हाथ खाला के पेट पर रखा ऑर आहिस्ता आहिस्ता अपना हाथ नीचे की तरफ ले जाने लगा..... जैसे ही मैने अपना हाथ खाला की शलवार के अंदर गया... खाला ने अपनी ग्रिफ़्ट शलवार पर ढीली कर दी ऑर सोबिया तो जैसे मोके की तलाश मे थी.. जैसे ही खाला ने अपनी शलवार को छोड़ा , सोबिया ने दोनो हाथों से खाला की शलवार एक झटके से नीचे खेंची खाला बहुत मना करती रही मगर सोबिया ने नीचे करते करते खाला की शलवार भी उनके जिस्म से अलग कर के साइड पर उछाल दी.....

अब मैने अपने लिप्स खाला के लिप्स पर रखे ऑर उनके लिप्स को सक करने लगा..... खाला मदहोशी से आँखें बंद किए हुए मेरा साथ देने लगी........ खाला के उपर वाले जिस्म पर अभी भी कमीज़ मोजूद थी जो किस्सिंग करते दोरान मे उठा कर उनके गले तक ले आया था.... मैने खाला की कमीज़ को उपर की तरफ उठाया तो खाला ने खुद ही अपनी कमर बेड से उपर कर के अपनी कमीज़ उतार दी..... मैने खाला की कमर के गिर्द अपने हाथ राउंड किए ऑर अंधेरे मे खाला की ब्रा का हुक ढूँढने लगा तो खाला ने खुद ही हाथ पीछे कर के अपना ब्रा उतार दिया.. मैने खाला को शोल्डर्स से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया ऑर खुद उन पर झुक गया... इस सब के दौरान हमे ये होश ही नही था कि सोबिया भी हमारे साथ रूम मे मोजूद है.... ऑर वो खुद भी ना जाने क्या कर रही थी...

मैं खाला के लिप्स पर किस्सिंग कर रहा था ऑर एक हाथ से उनके मम्मे दबाते हुए निपल्स को मसल रहा था......... खाला जज़्बात की रो मे बहती जा रही थी ऑर मुझे ज़ोर ज़ोर से अपनी तरफ दबा रही थी कि अचानक ही रूम की लाइट ऑन हो गई, तेज रोशनी की वजह से हमारी आँखें चौंधिया गई ऑर हम ने अपनी आँखें बंद कर ली.... कुछ सेकेंड्स बाद जब हम ने आँखें खोली तो सोबिया बेड के पास फर्श पर खड़ी हमे देख कर मुस्कुरा रही थी...... उसके चेहरे पर प्यार भरी मुस्कुराहट थी... खाला ने चिल्ला कर सोबिया को कहा... सोबिया लाइट क्यू जला दी है तू ने... लाइट ऑफ कर दे..... मेरी नज़र जब सोबिया के जिस्म पर पड़ी, मैं तो जैसे सकते मे आ गया.....मैं आँखें फाड़ फाड़ कर सोबिया के हसीन जिस्म को देखे जा रहा था..... सोबिया का गुदाज बदन,,, लंबी सुराही दार गर्दन, चौड़ा सीना ऑर उसके नीचे उसके बूब्स देख कर मेरी तो आँखें खुली की खुली रह गई........ मैने आज से पहले सोबिया के जिस्म पर इतना गौर ही नही किया था.. सोबिया जिस्मत के लिहाज़ से थोड़ी भारी ज़रूर थी मगर उसके जिस्म का हर एक हिस्सा उसके भारी जिस्म पर बहुत सूट कर रहा था....... उसके बूब्स देख कर मुझे ऐसा लगा कि इस साइज़ के बूब्स सिर्फ़ बनाए ही ऐसे जिस्म के लिए गये होंगे ...... मेरी नज़र सोबिया के पूरे जिस्म पर फिसलती जा रही थी... बूब्स से नीचे उसका पेट जो उसके चौड़े सीने के लिहाज़ से बहुत फिट नज़र आ रहा था ऑर उस से भी नीचे उसकी जाँघ के पैच ओ खाम्म,,, मोटी मोटी थाइ जिस पर क़ुदरत ने गोश्त की काफ़ी मिक़दार भर दी थी बहुत खूबसूरत लग रही थी.. गर्ज ये कि सोबिया भी अपनी जिस्मत के लिहाज़ से क़ुदरत का एक शाहकार थी....

उस टाइम मैं खाला को छोड़ कर सोबिया की तरफ ही देखे जा रहा था,,,,, सोबिया के बूब्स साइज़ मे खाला के बूब्स से बड़े थे जो उसकी बॉडी पर बहुत खूबसूरत लग रहे थे... सोबिया ने खाला की बात को सुनी अन सुनी करते हुए मेरी तरफ प्यार से देखा ओर फिर जैसे ही उसकी नज़र मेरे खड़े हुए लंड पर पड़ी तो मैं शरम के मारे अपने दोनो हाथों से अपना लंड छुपाने की कोशिश करने लगा....... सोबिया मेरी इस हरकत को देख कर मुस्कुरा दी ऑर आहिस्ता आहिस्ता बेड पर आ कर हमारे पास बैठ गई. हम सब कपड़ों से बे नियाज़ ऐसे बैठे थे जैसे यहाँ पर न्यूड फेशन शो चल रहा हो......

खाला ने सोबिया के सामने अपना जिस्म छुपाने की कोई ज़रूरत महसूस नही की ऑर उसको शोल्डर से हिला कर एक बार फिर कहा.... सोबी तू ने लाइट क्यू ऑन की........ सोबिया ने खाला की तरफ प्यार भरी नज़र डाली ऑर खाला के क़रीब हो कर धीमी आवाज़ मे कहा.... अंबर मेरी जान,,,,, हम ने एंजाय ही करना है ना तो फिर क्यू ना खुल कर एंजाय करें ऐसे तो हम अंधेरे मे अंधों की तरह रहेंगे ,,, ना ठीक से एंजाय कर सकें गे ऑर ना ही प्यार...... मेरी जान हमारे पास एंजाय करने का गोलडेन चान्स है, ऑर ऐसा चान्स क़िस्मत बार बार नही देती... अगर अभी भी तू इस मोक़े से भरपूर फ़ायदा नही उठाए गी तो फिर पता नही तुझे ये चान्स मिलता भी है या नही....... सोच अयान की सम्मर वाकेशन्स भी ख़तम होने वाली हैं, ये अपने घर चला जाएगा ऑर फिर तू प्यार के लिए तरसती रह जाए गी......... सोबिया की बातें सुन कर खाला खामोश हो गई ओर प्यार भरी नज़रो से मेरी तरफ देखने लगी....

मैं जो अपना लंड अपने हाथो से छुपा कर बैठा हुआ था उन दोनो के दरमियाँ होने वाली बातें सुन कर बिल्कुल खामोश बैठा था...... सोबिया ने भी मुस्कुरा कर मेरी तरफ देखा ऑर मुझसे कह ने लगी......अयान, तुम्हे बुरा तो नही लग रहा..... मैने खाला की तरफ देखा ऑर शर्मीली सी स्माइल कर के अपना सिर नीचे झुका लिया..... सोबिया मेरी तरफ देख कर मसनूई गुस्से से बोली...... अरे इतनी मुश्किल से तो तुम्हारी खाला की शरम ख़तम की है ऑर अब तुम शर्मा रहे हो,,, तुम लड़के हो ऑर लड़के अपने सामने नंगी लड़कियों को देख कर शरमाते नही हैं बलके मोक़े से पूरा पूरा फ़ायदा उठाते हैं.... ये कहते ही सोबिया ने मेरे हाथ मेरे लंड पर से हटा दिए ऑर मेरा लंड जो कि इतनी देर मे मुरझा कर छोटा हो चुका था को देख कर हँसने लगी ऑर मुझसे कहा... अरे वाह अभी तक तो इतना शेर बना हुआ था ऑर अब देखो कैसे छोटा सा हो गया ऑर फिर हँसने लगी..... खाला ने सोबिया को कमर पर थप्पड़ रसीद किया ऑर उस से बोली....... सोबी कंजरी मेरे भानजे को तंग मत कर अच्छा.... अगर अभी उसको गुस्सा आ गया तो वो अपना शेर तेरे अंदर डाल दे गा........ सोबिया ने मेरे लंड को हाथ मे पकड़ कर कहा.... मैं भी तो देखूं कि ये कैसा शेर है ऑर कब तक जागे गा ऑर मेरे लंड पर हल्का हल्का हाथ चलाने लगी........ अब मेरी शरम तो बिल्कुल ख़तम हो गई थी मगर खाला के सामने कुछ करने मे झिझक रहा था..... मैने खाला की तरफ देखा तो खाला ने सोबिया हाथ मेरे लंड से हटाया ऑर कहा... उसको तंग मत कर अच्छा..... सोबिया ने मेरा लंड छोड़ा ओर खाला को बेड पर गिराते हुए बोली....... अच्छा उस को तंग नही करती पहले तेरी मस्ती उतार देती हूँ ऑर खाला के उपर चढ़ कर सोबिया ने अपने लिप्स खाला के लिप्स पर रखे ऑर खाला से किस्सिंग स्टार्ट कर दी..... सोबिया खाला के उपर उसी तरह झुकी हुई थी जिसकी वजह से उसकी गान्ड के उभार ओपन हो गये थे....... अब रोशनी मे मुझे सोबिया की गान्ड सॉफ सॉफ दिख रही थी.... मैने अपना हाथ आगे बढ़ा कर सोबिया की गान्ड पर रख दिया...... सोबिया ने गर्दन मोड़ कर एक नज़र मुझे देखा ऑर फिर खाला से किस्सिंग करने लगी.....
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