Porn Sex Kahani पापी परिवार
09-28-2018, 03:28 PM,
#41
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
निकुंज ने जान कर उँची आवाज़ मे अपनी बात कही ताकि निक्की को अपनी हालत का अंदाज़ा हो सके ..हुआ भी यही भाई की आवाज़ कान मे पड़ते ही निक्की होश मे आ गयी ..तुरंत ही उसने सर ऊपर उठा कर निकुंज की तरफ देखा तो उसे दूसरी तरफ देखता पाया ..निक्की ने उसी तेज़ी से हाथ पीछे ले जा कर टॉप को भी ठीक कर लिया

" कितनी डिप्स लगाई भाई ? "

अपनी हालत पर कंट्रोल कर निक्की ने उसके भाई का ध्यान अपनी तरफ खीचा

" 50 के 3 सेट मारूँगा ..देख मेरे डोले शोले "

निकुंज ये कहता हुया हँसने लगा ..शायद ये हँसी बनावटी थी जिससे वो थोड़ी देर पहले हुई ग़लती को भूलना चाह रहा था

" हे हे हे हे ..मस्त हैं "

निक्की भी सेम इसी हालत मे मुस्कुराइ

" चल लेट हो रहा है ..तू लेट जा मैं पैर मोड़ता हूँ "

इतना कह कर निकुंज ज़मीन पर अपने घुटने के बल बैठ गया ..निक्की ने एक गहरी साँस ली और लॉन की नरम घास पर अपनी पीठ के बल लेट गयी ..वो बड़ी मुश्किल से घुटनो को पेट के ऊपर ला पाई थी ..रह - रह कर लगता कि लोवर फॅट जाएगा ..शरमाहट और घबराहट का मिला जुला संगम महसूस कर उसने अपनी आँखों को बुरी तरह भीच लिया

वहीं निकुंज को जब तक उसे कुछ समझाने का मौका मिल पाता निक्की अपनी पोज़िशन मे आ चुकी थी ..हालाकी ये पोज़िशन अगर किसी लड़के की होती तो निकुंज को स्ट्रेच हेल्प देने मे कोई दिक्कत नही थी पर यहाँ वो चाहता था निक्की अपनी पीठ के बल लेट ती तो अच्छा रहता ..निकुंज की नज़र वापस निक्की के जिस्म पर गयी ..मोटी जांघे ..बड़े - बड़े गोल चूतड़ और उसकी टाँगो की जड़ पर फूली चूत का उभार देख पहली बार निकुंज के लंड मे हरकत हुई ..ये चुदाई करने वाली उसकी सबसे फावोरिट पोज़ीशन थी ..लड़की अपने घुटने पेट पर जमाए नंगी लेटी हो और उसे चोदने वाला अपना लंड चूत के मूँह पर टिका कर लड़की के ऊपर लेट जाए ..निकुंज ने इसी पोज़िशन मे 50सो बार चुदाई की थी ..निक्की ने जिस बुरी तरह से अपनी आँखों को बंद किया हुआ था उसे देख कर निकुंज को लगा जैसे उसकी बहेन दर्द से वाकई तड़प रही हो ..उसने अपने पापी दिमाग़ को उसी पल झंझोर दिया ..कुछ भी हो निक्की उसकी बहेन थी और वो ऐसी नीच पने की हरकत उसके लिए कैसे सोच सकता है

" मैं प्रेशर देता हूँ जहाँ तुझसे सहेन ना हो बता देना "

पार्क मे बढ़ती हलचल देख कर निकुंज तुरंत हरकत मे आया जिससे ये सब जल्दी ख़त्म हो सके ..उसने अपने कप - कपाते हाथो से निक्की की सुडोल जाँघो को पकड़ा और इसके लिए उसे अपनी बहेन पर झुकना पड़ा ..साथ ही वो बड़ा केर्फुल था कि हाथो के अलावा उसकी बॉडी का कोई भी पार्ट निक्की के जिस्म को टच ना करे ..खास कर उसका लंड तो कतयि नही जो अब सेमी एरॉटिक कंडीशन पा चुका था

यहाँ निकुंज हाथो के ज़ोर से उसकी जाँघ को प्रेस करता और वहाँ निक्की के मूँह से दर्द की सिसकी निकल जाती ..निकुंज लगातार बोलता भी जा रहा था क्यों कि बोलने के ज़रिए उसने अपने लंड को खड़ा से रोक भी रखा था

अपनी भाई की बदलती आवाज़ जब निक्की के कानो मे जाती तो उसे खुद पर बड़ी शरम आती ..लगता है भाई ने भी वही देखा लिया होगा जो अभी थोड़ी देर पहले वो खुद देख रही थी ..चूत का फुलाव लोवर पर सॉफ दिखाई भी तो दे रहा था ..क्या हो जाता अगर वो आज रन्निंग के लिए घर से नही निकलती ..कम से कम इस ज़िल्लत से तो बचती ..लेकिन अब अफ़सोस क्या करना बस कैसे भी कर के इस हालात से बाहर निकलना था

इमॅजिनेशन से कोई कितना भी बचना चाहे नही बच सकता ..निकुंज भले ही अपने दिमाग़ को कितना भी समझा लेता लेकिन उसका लंड ये सोच कर खड़ा ही होता जा रहा था कि उसके सामने उसकी फावोरिट इंटरकोर्स पोज़िशन लिए एक कम्सीन लड़की लेती है और लड़की की चूत के क्या कहने ..एक दम ताज़ी फूली - फूली


आख़िर कार वो वक़्त आ गया जब लोवर ने अपनी सहन - शक्ति खो दी

" चर्र्र्र्र्र्र्र्र्र्र्ररर "

एक आवाज़ के साथ दोनो होश मे आ गये ..लेकिन तब तक लोवर की पूरी बॅक थ्रेड उधड चुकी थी ..यानी कि निम्मी का सोचा प्लान पूरी तरह से सक्सेस हो गया ....

क्रमशः...................................................
Reply
09-28-2018, 03:28 PM,
#42
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
पापी परिवार--10

लोवर की सिलाई उधड़ते ही निक्की का शरीर अपने आप ही बिल्कुल ढीला पड़ गया ..निकुंज ने जो प्रेशर अपनी बहेन पर डाल रखा था ..ढीले पन की वजह से उसका बॅलेन्स बिगड़ा और अगले ही पल निक्की की ज़ोरदार चीख निकल गयी

" भाईईईईईईईईईईईई............ "

निकुंज के खड़े लंड की चोट पूरी ताक़त के साथ सीधी निक्की की कुँवारी चूत पर पड़ी और जब तक निकुंज सम्हल पाता वो अपनी बहेन के ऊपर गिर चुका था ..नीचे चूत पर कड़क लंड का दबाव और ऊपर ब्रा लेस छातियों के कड़े निपल ..दोनो की हालत खराब हो गयी जिसमे निक्की तो बुरी तारह से काँप गयी थी ..कुँवारी चूत पर पहली चोट वो भी किसी गैर मर्द की नही अपने सगे भाई निकुंज की ये सोच कर तो उसकी आत्मा शरीर का साथ छोड़ने को तैयार लगी

" सॉरी सॉरी सॉरी "

निकुंज अपनी बहेन से पहले होश मे आ गया क्यों कि वो उसके ऊपर लेटा था ..उनके आस पास होती चहल - पहेल को महसूस कर निकुंज तुरंत ही निक्की के ऊपर से हट गया ..अपने घुटनो पर बैठ उसने उतनी ही तेज़ी से निक्की की चौड़ी टाँगो को भी सीधा किया ताकि किसी और को उसके लोवर फटने का एहसाह ना हो सके ..लेकिन इस वक़्त निक्की बिल्कुल बेजान हो कर घास पर लेटी थी

एक सेक्स एक्सपीरियेन्स्ड मॅन होने से निकुंज को भली भाती पता था कि जिस तेज़ी से उसके लंड की ठोकर निक्की की चूत पर हुई है अगर बीच मे ये कपड़ो की दीवार ना होती तो पूरा 8" का लंड एक झटके मे चूत के अंदर चला जाता

" निक्की आर यू ऑलराइट ? "

लगभग 2 -3 मिनट के गॅप के बाद निकुंज ने उसके पैर की उंगलियों पर अपने हाथ का स्पर्श दिया ..लोवर की थ्रेड इतनी ज़्यादा उखड़ी थी कि अंदर पहनी नीली पैंटी की हल्की सी झलक लोवर के उधडे हिस्से के ऊपेर से दिख रही थी

" आँखें खोल निक्की "

निकुंज ने फिर से उसके पैर की उंगलियों को छुआ और इस बार निक्की ने होश मे आ कर अपनी आँखें खोल दी

" भाईईईईईई...... "

होश मे आते ही उसके भर्राये गले से निकली रुआसी आवाज़ सुन निकुंज का दिल बैठ गया ..हाथ का सहारा दे कर उसने निक्की को बैठाया और प्यार से उसके गाल पर आए आँसुओ को पोंछने लगा

" कुछ नही ..सब ठीक है "

झूठी मुस्कान से उसने निक्की को साहस देने की कोशिश की लेकिन इस बार निक्की फूट - फूट कर रोने लगी

" कुछ नही हुआ ..बी ब्रेव गुड़िया "

ना जाने क्यू इस घटना का दोषी खुद को मान कर निकुंज को भी रोना आ रहा था लेकिन अगर वो इस वक़्त रो देता तो निक्की को सम्हाल पाना उसके बस से बाहर हो जाता ..खड़ा लंड अब तक बैठ चुका था और निकुंज खुद की ग़लती के लिए बहुत शर्मिंदगी फील कर रहा था

निक्की की पीठ पर अपना हाथ फेर कर उसने काफ़ी हद तक उसे दिलासा दी और कुछ देर बाद निक्की के बहते आँसू तो थम गये लेकिन उसका सुबकना नही रुका ..हिचकी के ज़रिए उसकी सिसकियाँ अभी भी ज़ारी थी

" वैसे मेरी ये बिल्ली रोते हुए किन्नी सोहनी लगती है ..आए - हाए ये टमाटर से लाल गाल और अभी तो नाक भी रेड - रेड हो गयी है ..रो ले थोड़ी देर और ..बिल्लीइीईईईई "

इस मज़ाक की वजह से निक्की ने अपनी आँखें निकुंज के चेहरे पर डाली तो वो बड़े गौर अपनी बहेन के रोते चेहरे को देख रहा रहा था

" हाए मर जावां कूडीए "

इतना बोल कर निकुंज घास पर पीठ के बल लेट गया और अपने हाथ पूरी तरह से फैला दिए जैसे सच मे मरने वाला हो ..रोते चेहरे पर आती मुस्कान देख निकुंज को बड़ा संतोष हुआ ..शायद इस मज़ाक ने कुछ पल के लिए निक्की के जहेन से बीती बात भुला सी दी

" क्या देख रही है बिल्ली ..थोड़ा और मुस्कुरा देगी तो तो तेरा क्या बिगड़ जाएगा "

निकुंज खिल - खिला कर हँसने लगा और इस बार निक्की ने शरम से वशी - भूत हो अपना चेहरा हाथो से ढक लिया

" भाई चिढ़ाना बंद करो ..वरना मैं फिर से रो दूँगी "
Reply
09-28-2018, 03:28 PM,
#43
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
माना कुछ पल के लिए निकुंज उसे बहलाने मे कामयाब रहा था पर इतने जल्दी अपने दिल इस से बात को निकालना ना तो निक्की के बस मे था ना ही उसके भाई के बस मे

" ना ना रोना नही ..तुझे पता है ना मैं अपनी बहनो को कभी रोते नही देख सकता ..ख़ास कर तुझे ..निम्मी पर तो मैं हमेशा झूठा गुस्सा करता रहता हूँ लेकिन तुझ से तो मैने आज तक उँची आवाज़ मे बात तक नही की "

इस बार निकुंज की आवाज़ मे भी भारी पन आ गया

[ ये एक दम सच था ..निकुंज कभी निम्मी को डाटने से नही चूकता था ..उसकी हरकत ही ऐसी थी जो वो रोज़ घर के किसी ना किसी मेंबर से डाँट खाती ..लेकिन नाराज़गी मे भी हमेशा प्यार ही छुपा होता था ..वहीं निक्की के केस मे निकुंज हमेशा उस से मुस्कुरा कर बात करता ..दोनो के नेचर हेल्पिंग होने से आपस मे पटरी भी बहुत खाती ..यही एक कारण था कि दोनो के कमरे भी आजू - बाजू मे ग्राउंड फ्लोर पर ही थे ]

" देखो जनाब की सूरत ..ऐसा लगता है मुझे चुप करने मे खुद भी रो देंगे "

निक्की ने थोड़ा सोच कर जवाब दिया ..अब जो हो चुका उसे भूल जाना ही ठीक था

" अरे मैं बहुत स्ट्रॉंग हूँ ..आवें आँसू नही निकलते मेरे "

निकुंज जवाब देते हुए वापस बैठ गया ..थोड़ी देर तक सब शांत रहा और दोनो काफ़ी नॉर्मल हो गये

" घर कैसे जाउन्गि भाई ..ये तो...... "

निक्की ने अपनी बात अधूरी छोड़ दी ..बैठने के बाद उसने अपनी टाँगो को आपस मे बिल्कुल सटा रखा था ..लेकिन लोवर के बहुत ज़्यादा खुल जाने से कितनी भी कोशिशो के बाद भी वो अपनी पैंटी को छुपाने मे नाकामयाब थी ..रह - रह कर उसे ये भी डर लगता कि कहीं उसकी झांतो के बाल लोवर से बाहर ना निकले हों ..अगर वो अपना सर झुका कर चेक करती तो शायद निकुंज की नज़र भी उसकी टाँगो की जड़ मे जा सकती थी ..इस लिए उसने एक बार भी अपने नीचे का हाल नही देखा और जल्दी घर जाने का सोचने लगी ..घर जाने के लिए उसे चलना पड़ता और इस वक़्त पार्क मे इतनी भीड़ थी कि ये बात हर किसी को पता चल जाती

" नो टेन्षन ..मैं हूँ ना ..अपनी गुड़िया रानी को गोद मे उठा कर ले जाउन्गा "

निकुंज ने जवाब दिया और बिना किसी देरी के उठ कर निक्की को अपने हाथो से पकड़ ने लगा ..एक हाथ उसके घुटनो के नीचे डाल और दूसरे से उसकी पीठ को सपोर्ट देते हुए निकुंज ने किसी फूल की तरह उसे अपनी गोद मे उठा लिया

" भाईईईईई ......ये क्या कर रहो हो उतारो मुझे "

निक्की अपने भाई के इस कदम से घबरा गयी और उसकी गोद से नीचे उतरने की कोशिश करने लगी

" अरे तू बिल्कुल भी भारी नही है ..आज जिम नही जा पाउन्गा तो ऐसे ही मेरी एक्सर्साइज़ हो जाएगी "

निकुंज ने उसकी बात को अनसुना किया और पार्क के मेन गेट की तरफ चलने लगा ..आते - जाते लोगो की नज़र और मुस्कुराते चेहरे देख निक्की शरम से पागल हुई जा रही थी ..लेकिन ना जाने क्यों आज उसे अपने भाई का इस तरह से प्यार करना बहुत अच्छा भी लग रहा था

" भाई सब देख रहे हैं "

निक्की ने खुद की शर्माहट दिखाते हुए निकुंज से कहा ..उसके गाल पर छाई लाली देखते ही बनती थी ..ना तो उसका कोई बॉय फ्रेंड रहा था ना ही वो इस प्यार भरे एहसास को पहले कभी महसूस कर पाई थी ..निकुंज की मज़बूत बाहों मे आने के बाद आज उसे दुनिया की हर खुशी ..दौलत फीकी जान पड़ी

" तो देखने दो ना ..मैने अपनी बहेन को गोद मे उठा रखा है ..दुनिया देखे तो देखती रहे "

निकुंज का जवाब सुन निक्की ने प्यार से उसके गले मे अपनी बाहें डाल दी ..निकुंज को उसकी बहेन के अंदर आए इस बदलाव से हैरानी भी हुई और खुशी भी ..कहाँ कभी सड़क चलते उसने एक बार भी निकुंज का हाथ नही थामा था और आज कैसे खुले -आम अपनी बाहें अपने सगे भाई के गले मे डाले उसकी गोद मे टन्गि थी ..दोनो मेन गेट के काफ़ी नज़दीक पहुच गये

" लेकिन भाई लोगो को क्या पता कि हम भाई - बहेन है "
Reply
09-28-2018, 03:29 PM,
#44
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
अचानक ही ज़्यादा खुश होने की वजह से निक्की के मूँह से ये बात निकल गयी ..बाद मे अपनी ही बात पर उसने गौर किया तो एक अजीब एहसाह से उसका रोम - रोम खिल उठा ..वहीं इस बात से निकुंज के कदम चलते - चलते रुक गये ..दोनो मेन गेट पार कर चुके थे लेकिन अभी भी कार तक पहुचने के लिए निकुंज को 20 कदम और चलना पड़ता

" बस अब उतर जा ..हम पार्क के बाहर आ गये हैं "

निकुंज ने उसे अपनी गोद से उतार कर ज़मीन पर खड़ा किया और बिना उसके चेहरे को देखे कार की तरफ बढ़ गया ..निक्की को इस बात पर एक झटका सा लगा ..शायद निकुंज को उसकी बात सुन अपनी करनी का दुख हुआ है ऐसा मंन मे सोच वो भी धीमे - धीमे कदमो से कार तक पहुचि और पहला गेट खोल अंदर बैठने लगी

" आइ'म सॉरी भाई ..वो सडन्ली मेरे मूँह से....... "

निक्की की बात बीच मे काट कर निकुंज ने कार का सेल्फ़ डाल दिया

" बैठ जा ..चलते मे बात करेंगे "

निक्की उदास मंन से ड्राइविंग सीट के बगल मे बैठी और गियर डाल निकुंज कार को रोड पर दौड़ाने लगा ..शांत अट्मॉस्फियर तोड़ते हुए निकुंज ने ही बात आगे स्टार्ट की

" ऐसी फिटिंग का लोवर कैसे ले लिया तूने ? "

निकुंज की निगाह इस वक़्त रोड पर जमी थी लेकिन मंन पूरा निक्की पर

" भाई ये लोवर मेरा नही है ..वो कल रात निम्मी की बच्ची दे गयी थी और शायद ये उसने जान कर किया है "

इतना बोल कर निक्की ने थोड़ी देर पहले का गुस्सा अपनी छोटी बहेन निम्मी पर निकाल दिया

" आज तुझे कॉलेज जाना है ? "

निकुंज ने उससे पूछा तो निक्की ने ना मे अपनी गर्दन हिला दी

" मैं तो 12 के बाद ही ऑफीस जाउन्गा ..थोड़ी देर वहाँ रुकते हैं "

निकुंज के हाथ की उंगली पर गौर किया तो उसका इशारा सी व्यू पर था

" हां ठीक है लेकिन मैं कार से नीचे नही उतरुँगी "

निक्की ने जवाब दिया और निकुंज ने रोड के लेफ्ट साइड मे कार को रोक दिया

" हां तो ये लोवर निम्मी का है ..और तुझे लगता है उसने जान कर तेरे साथ ऐसा मज़ाक किया "

निकुंज की बात और चेहरा दोनो काफ़ी सीरीयस हो गये

" मैं फुल्ली शुवर नही हूँ ..लेकिन उसकी हरकतें हमेशा दूसरो को परेशान करने मे लगी रहती हैं ..इसलिए मैने बोला "

निक्की के चेहरे पर आया गुस्सा और भी बढ़ गया जब निकुंज की ज़ुबान पर निम्मी का नाम आया

" अगर निम्मी ने जान कर तेरे साथ मज़ाक किया है तो मैं समझता हूँ उसने कोई ग़लती नही की "

निकुंज ने अपनी बात पूरी की तो निक्की भौचक्की हो कर उसके चेहरे को देखने लगी ..उसकी आँखें बड़ी हो गयी और इस वक़्त उसे अपनी बैठने की पोज़िशन का भी ध्यान नही रहा

" ये आप क्या कह रहे हो भाई ..क्या ये सही है कि कोई सरे बाज़ार अपनी बहेन को इस तरह से जॅलील करे "

निक्की ने तैश मे आ कर अपनी जुड़ी टाँगो को खोल दिया और उसका हाथ उसके फटे लोवर की तरफ इशारा करने लगा ..हलाकी ये सब उसने गुस्से मे आ कर किया था लेकिन जब तक वो वापस खुद को संभाल पाती निकुंज ने खुद ही उसे अपनी टांगे जोड़ने को बोल दिया

" निक्की ठीक से बैठ जा ..ये वक़्त नाराज़ होने का नही है "

निकुंज ने अपना चेहरा ओप्पोज़िट डाइरेक्षन मे घुमा कर कहा

" तो क्या प्यार करू ..एक तो मेरी इतनी बेज़्ज़ती करवा दी और आप भी उसी की साइड ले रहे हो "

निक्की की बातें अपनी छोटी बहेन के लिए आग उगल रही थी ..कल तो कितने प्यार से उसके रूम मे आई थी और अगले दिन ही उसे अपनी साज़िश का शिकार बना लिया

" मैं उसकी साइड नही ले रहा निक्की ..मेरे लिए तो तुम दोनो ही बराबर हो ..बस एक अंतर बता रहा हूँ जो तुम दोनो को एक दूसरे से बहुत जुदा करता है "

निकुंज बोलने लगा पर अभी भी उसका चेहरा सी व्यू की तरफ घूमा हुआ था

" कैसा अंतर भाई ? "

निक्की को उसके जवाब समझ नही आया तो उसने पूछा

" यही कि वो तुझसे 80% ज़्यादा अड्वान्स है ..आज की बदलती दुनिया के साथ अड्जस्ट कर सकती है ..वो भी बिना किसी दिक्कत के "

निकुंज उसे अंतर समझाने लगा

" भाई हम दोनो बहुत डिफरेंट हैं ...वो कुछ भी करे लेकिन मैं उसके जैसी नही बन सकती और बन ना भी नही चाहती ..बेशार्मो जैसे नंगा घूमना मेरे बस के बाहर है "

बात बढ़ कर इतने आगे पहुच गयी की टॉपिक ख़तम होने का नाम ही नही ले रहा था

" ये बात ग़लत है जो तू कह रही है ..माना वो काफ़ी फैशनेबल है लेकिन जो सबसे बड़ा अंतर है तुम दोनो मे ..तू जानती है वो क्या है ? "

आज हुई पार्क की घटना से दोनो बहेनॉ के आपसी संबंधो मे खटास आना कन्फर्म था इसी लिए निकुंज लगातार निक्की को समझा रहा था

" क्या अंतर है ..आप ही बता दो "

निक्की ने उसके चेहरे को अपनी तरफ घुमा कर कहा ..निकुंज ने पहली बार निक्की को इतने गुस्से मे देखा

निकुंज :- " कॉन्फिडेन्स ..जो शुरू से ही उसके खून मे है "

" कैसा कॉन्फिडेन्स भाई ज़रा मैं भी तो सुनू "

निक्की ने एक व्यंग छोड़ कर कहा ..कहीं ना कही उसके मन मे ये बात भी उठ रही थी कि शायद निम्मी उससे ज़्यादा क्लोज़ है अपने भाई से
Reply
09-28-2018, 03:29 PM,
#45
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
" आज अगर तेरी जगह पार्क मे निम्मी होती ..तो मुझे यकीन है वो ज़रा भी नही रोती ..बल्कि इस सिचुयेशन से बाहर कैसे निकला जाए सिर्फ़ इसी बात पर उसका ध्यान रहता ..माना वो चुलबुली है ..हम मे से किसी की बात पर ध्यान नही देती ..लेकिन अपना रास्ता कैसे बनाया जाता है ..ये उसे बखूबी पता है ..और तो और अगर सच मे ये निम्मी की शैतानी थी तो तू इस बात से सबक ले ..ना कि नाराज़ हो कर खुद का खून जला "

निकुंज इतना बोल कर चुप हो गया ..निक्की को उसकी बात से इतना तो समझ आ गया कि वो कुछ भी ग़लत नही कह रहा

निक्की :- " लेकिन भाई ..वो हमेशा झूट बोलती है ..दूसरो से लड़ती है ..काम के वक़्त किसी गधे को भी अपना बाप बनाने से नही चूकती ..क्या ये सही है "

निकुंज :- " तूने उसके माइनस पायंट्स तो नोट किए पर क्या कोई प्लस पॉइंट नोट किया ..क्या कभी ये सोचा कि वो ऐसा क्यों करती है ..क्यों कि उसे पता है कि इस दुनिया मे जीना कितना मुश्किल है ..यहाँ अपना हक़ छीन ना पड़ता है ..हर वक़्त ये बात काम नही आएगी कि तुम मशहूर गुंडे रघु की बहनें हो ..जमाना बदल रहा है ..तेरा ऐम तक तो तुझे याद नही ..क्या बन ना चाहती थी और क्या बनती जा रही है ..मैं तुम दोनो के बीच कॉंपिटेशन का अखाड़ा नही बनाना चाहता ..बस इतना बता रहा हूँ कि ग्रो अप माइ स्वीटी ..दुनिया को समझ ..उसके हिसाब से चलना सीख ..आज अगर तुझे किसी सड़क पर छोड़ दिया जाए तो तू उस सड़क को पार भी नही कर पाएगी ..सच को मान और हमेशा खुश रह ..आज जो कुछ भी पार्क मे हुआ उसमे मेरी भी ग़लती थी ..लेकिन मेरी जगह अगर वहाँ डॅड भी होते तो वही होता जो मेरे साथ हुआ ..इसकी वजह मैं तुझे फिर कभी समझाउन्गा ..अभी अपना गुस्सा थूक और घर चलते हैं ..होप मेरे लिए तो तेरे दिल मे कोई भडास नही होगी और अगर हो तो माफ़ कर देना "

इतना बोल कर निकुंज ने गियर डाला और दोनो घर जाने के लिए निकल पड़े ..आज हुई कॉन्वर्सेशन के ज़रिए निकुंज ने उसे बिना कहे ही बहुत कुछ सोचने पर मजबूर कर दिया था ..रास्ते मे फिर निक्की ने उससे कोई और बात नही की ..शायद अपने भाई के द्वारा बताई गयी कुछ बातों का उस पर काफ़ी गहरा असर हुआ था ..लेकिन डॅड कहाँ से बीच मे आ गये इस बात ने उसका ध्यान सबसे ज़्यादा खीचा

घर पहुच कर दोनो भाई - बहेन अपने - अपने कमरो मे चले गये ..लेकिन दोनो के मंन आज अशांत थे ..निक्की के दिल मे अपनी बहेन के लिए नफ़रत और भाई के लिए प्यार बढ़ा वहीं निकुंज के दिल मे इस बात का दुख कि आज उसने अपनी बहेन पर ही बुरी नज़र डाली ..माना ये सब सिर्फ़ एक हादसे की वजह से शुरू हुआ लेकिन इस हादसे की चपेट मे उन दोनो के अलावा और भी काई लोग आ गये .....
Reply
10-01-2018, 03:36 PM,
#46
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
पापी परिवार--11

जब दोनो भाई बहेन पार्क मे थे उसी बीच दीप भी घर लौट आया ..कम्मो जो रात भर ठीक से सो नही पाई थी ..दीप के घर आने पर उसने चैन की साँस ली और उसे हल्की सी डाँट भी लगाई

" कहाँ थे रात भर ..कल से मैं कितनी परेशान थी ..कम से कम एक कॉल ही कर दिया होता ..कल पहली बार मैने आप को इतना परेशान देखा था ..क्या निम्मी से कुछ बात हुई ? "

कम्मो ने उसके हॉल मे बैठते ही अपने सवालो की झड़ी लगा दी ..दीप वैसे ही कयि प्रॉब्लम्स मे फसा हुआ था ..अचानक से उसे कम्मो पर गुस्सा आ गया

" तुम क्या पागल हो गयी हो ..मैं कोई छोटा बच्चा नही हूँ जो तुम मेरे लिए इतनी परेशान हो रही हो ..एक कप चाइ बनाओ और मुझे अकेला छोड़ दो "

दीप ने चिल्ला कर कहा और अपना सर सोफे के बॅक पर लिटा कर रिलॅक्स हो गया ..कम्मो 2 मिनट. तक उसके पास ही खड़ी रही ..आख़िरी बार उसने दीप को इतना परेशान तब देखा था जब वो शादी कर के घर से भागे थे ..लेकिन आज तो उनके पास किसी चीज़ की कोई कमी नही ..फिर क्यों दीप इतना परेशान है ..कम्मो पर भी चिल्ला दिया ..आख़िर - कार खुद से ऐसे अनगिनत सवाल करते हुए वो किचन मे चल दी

निम्मी अपनी आदत अनुसार अभी गहरी नींद मे थी ..कल रात जो कुछ भी उसने सोचा था ..शायद उसी का सपना उसकी नींद मे चल रहा था ..रह - रह कर कुछ ना कुछ बड़बड़ाती भी जा रही थी

3 कप चाइ बना कर पहला कम्मो ने दीप के सामने लगी टेबल पर रख दिया और दूसरा 2 कप ले कर वो सीढ़ियाँ चढ़ती हुई निम्मी के रूम की तरफ बढ़ गयी ..जानती थी गेट अनलॉक होगा ..हलका ज़ोर लगाते ही दरवाज़ा पूरा खुल गया और कम्मो उसके बेड के सिराहने पहुच गयी

" शायद ये निम्मी की वजह से इतने परेशान हैं ..इसी से पूछना पड़ेगा कि कल जब दोनो बाप - बेटी कमरे मे बंद थे तब ऐसी क्या बात हुई जो दीप कल रात भर गायब रहा और अभी भी उसका मूड ठीक नही है "

इतना सोच कर उसने दोनो कप बेड के स्टॅंड पर रख दिए और निम्मी को नींद से जगाने लगी

" उठ निम्मी ..देख कितनी सुबह हो गयी है "

कम्मो ने प्यार से उसके सर पर हाथ फेर कर कहा ..निम्मी ने उसे कोई जवाब नही दिया और कुछ बड़बड़ाती हुई करवट से सीधे पीठ के बल लेट गयी

" उठ जा राक्षस ..इस लड़की ने तो नाक मे दम कर रखा है "

कम्मो ने उसके बड़बड़ाने पर तो कोई गौर नही किया ..लेकिन उसके रूम की हालत देख उसे बहुत गुस्सा आया ..जगह - जगह फैले कपड़े ..कपड़े भी ऐसे जिसे देख कर तो दीप और निकुंज कतई उसके रूम मे नही घुसते ..बेड के बगल की स्टडी टेबल पर रखा लॅपटॉप चालू हालत मे था और स्क्रीन पर फ़ेसबुक का लोगिन पेज दिखाई दे रहा था

अचानक से निम्मी की बॉडी मे हलचल हुई और उसकी एक टाँग जाँघ तक चादर से बाहर निकल आई ..काम्मो की नज़रें उसकी नंगी टाँग पर गयी तो उसे कल की अपेक्षा आज कुछ बदलाव नज़र आया

कल जब निम्मी ने क्रॉच लेस पैंटी के ज़रिए कम्मो को परेशान किया था तब उसकी टाँगो पर हल्के - हल्के बाल थे ..लेकिन आज पूरी जाँघ एक दम चिकनी दिख रही थी और स्वतः ही कम्मो का हाथ उसकी जाँघ पर घूमने लगा ..आज पहली बार वो उसकी जाँघ को इतने गौर से देख रही थी

" कितना माँस भरा हुआ है इस लड़की मे ..उमर मे निक्की से छोटी है लेकिन इस भराव के चलते उससे बड़ी ही दिखाई देती है "

इतना कह कर कम्मो के हाथ उसकी सुडोल जाँघ को सहलाने लगे ..ये कम्मो का अपनी बेटी के लिए प्यार था या जलन ..या शायद आज कयि सालो बाद कम्मो को इस नज़ारे से बड़ी बेचेनी हो रही थी

" हां हां चूसो ..ऐसे ही अंदर तक चाटो ..प्लीज़ "

सपने मे अपनी जाँघ पर रेंगते हाथ महसूस कर निम्मी के मूँह से काँपते हुए शब्द निकले ..कम्मो ने उन शब्दो को सुनते ही अपना हाथ जाँघ से हटा लिया और उसके सोते चेहरे को देखने लगी

निम्मी कल रात को पूरा मेक - अप कर के सोई थी ..मास्कारा से उसकी पॅल्को पर नीले रंग के शेड्स ..गालो पर लस्टर जो बड़ा ही शाइन कर रहा था और होंठो पर इतनी लालामी जिसे देख कम्मो की आँखें उसके चेहरे की खूबसूरती मे लगभग खो सी गयी

" उउउम्म्म्ममम ..खा जाओ इसे "

निम्मी के मूँह से एक हिचकी निकली और उसने अपनी टाँगो को काफ़ी स्प्रेड कर लिया ..शायद सपने मे भाई और बहेन की जगह अब दीप ने ले ली थी

जब कोई ताज़ी घटना वो भी ऐसी जिसे आपने पहली बार महसूस किया हो ..शुवर है कि वो कयि दिन तक आपके जेहेन मे घूमती रहती है ..यही इस वक़्त निम्मी के साथ हो रहा था ..कल जो पल उसने अपने डॅड के साथ बिताए थे वो पल निम्मी शायद लाइफ टाइम नही भूल पाती ..एक बाप के सामने उसकी बेटी का बे परदा होना और उत्तेजना मे बाप द्वारा उसके कोमल अंतरंग अंगो को चूमना ..उनसे छेड़ छाड़ करना ..यहाँ तक की दीप ने निम्मी की चूत और आस होल को अपनी जीभ से चाटा भी था ..ख़ास कर कल जो बात उनके दरमिया अधूरी रही इस वक़्त निम्मी उसे अपने ख्वाब मे पूरा करने को मचल रही थी

कम्मो उसके मूँह से निकली हिचकी सुन घबरा गयी और जब तक वो कुछ और सोच पाती निम्मी ने हाथ के ज़ोर से अपने शरीर पर पड़ी चादर को अलग कर दिया

कम्मो के नज़रिए से ये तो तय था कि चादर के नीचे उसकी बेटी ने कुछ नही पहना होगा लेकिन जिस बात ने उसके दिमाग़ मे घर किया वो थी उसकी बेटी का बुरी तरह से मचलना और ऐसे उत्तेजक शब्दो से बड़बड़ाना

निम्मी की चूचियाँ इस वक़्त ब्रा मे क़ैद थी लेकिन उस ब्रा के अलावा उसने कुछ और नही पहना था ..जाने क्यों कम्मो की नज़र उसके चेहरे से होती हुई उसकी चूत पर आ कर ठहर गयी ..वैसे तो उसकी बेटी ने कयि बार अपनी चूत का दीदार बड़ी बेशर्मी से उसे करवाया था लेकिन आज निम्मी ने नींद मे जो व्यू अपनी चूत का दिया वो देख कर कम्मो सकपका गयी ..कल रात हेर रिमूवर का यूज़ निम्मी ने अपनी पूरी निच्छली बॉडी पर किया ..तभी आज वो नीचे से एक दम चिकनी नज़र आ रही थी

" आआईयईईईईईईईईई ..मर गयी "
Reply
10-01-2018, 03:37 PM,
#47
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
निम्मी फिर बड़बड़ाई और इस बार उसने अपने हाथ से चूत को मसल कर रख दिया ..हाथ मे आए उसके चूत रस को देख कर कम्मो को चक्कर आने लगे

" हे भगवान ..ये तो सपने मे ..छ्ह्हीईईई "

कम्मो ने तेज़ी दिखा कर उसका हाथ चूत से हटाया लेकिन निम्मी ने अगले ही पल वापस उसे वहीं रख लिया ..इसी तरह 2 - 3 बार और हुआ तो कम्मो के दिमाग़ की बत्ती जली

" कहीं ये मेरे साथ नाटक तो नही कर रही "

अक्सर निम्मी के नेचर से घर के दूसरे मेंबर्ज़ को यही शक़ होता कि वो नाटक कर रही होगी और तभी हर बंदा उससे जल्दी पीछा छुड़ाने के लिए उसकी बात को मान जाता था

" हाथ हटा निम्मी ..नही तो एक जड़ दूँगी "

कम्मो ने सोचा कि उसकी बात सुन कर निम्मी अपनी आँखें खोल देगी और ये नाटक भी ख़तम हो जाएगा ..लेकिन उसे क्या पता था कि उसकी बेटी ने तो अपने सपने मे चुदना भी शुरू कर दिया ..वो भी अपने डॅड से

" नही मानेगी तू "

जब कयि बार उसका हाथ हटाने पर भी निम्मी ने वही क्रिया दोहराई तो कम्मो ने सख्ती से उसका एक हाथ चूत से हटा कर अपने पैर के नीचे दबा लिया लेकिन इसका ये नतीज़ा हुया कि निम्मी ने अपने दूसरे हाथ से कम्मो का हाथ पकड़ कर अपनी रस छोड़ती गरम चूत रख दिया

" उफफफफफ्फ़........ "

दोनो मा बेटी के मूँह से एक साथ सिसकी निकल गयी ..वाकई चूत इस वक़्त लावा उगल रही थी ..कम्मो ने तुरंत ही अपना हाथ चूत से हाटना चाहा लेकिन अब उसका ध्यान किसी और बात पर लग चुका था

" ये सपने मे ही है ..तभी इतनी गीली हो ....... "

कम्मो ने पूरी बात सोच भी नही पाई कि निम्मी का बदन अकड़ गया ..उसने अपने दूसरे हाथ को ब्रा के अंदर डाला और बेतहासा अपना बूब भीचने लगी ..साथ ही पूरी ताक़त से कम्मो के पैर के नीचे दबा हाथ खीचना शुरू कर दिया

" हाए मेरी बच्ची "

कम्मो जान गयी कि निम्मी का ऑर्गॅज़म नज़दीक है ..पैर के नीचे दबा निम्मी का हाथ आज़ादी चाहने लगा ..लेकिन कम्मो ने अभी भी उसे अपनी गिरफ़्त मे रखा हुआ था ..जब निम्मी झड़ने के बिल्कुल नज़दीक पहुचि और मन मुताबिक अपना हाथ कम्मो से नही छुड़ा पाई तो सहसा उसके मूँह से एक शब्द फूटा

" मोममम्ममममम....... "

ये जग वीदित है कि जब कोई बच्चा किसी मुसीबत मे फँसता है तो उसकी ज़ुबान पर मदद के लिए सिर्फ़ एक ही नाम आता है " मा "

यहाँ निम्मी ने जिस तरह से अपनी मा को मदद की गुहार लगाई ..कम्मो का दिल उसकी तकलीफ़ से पासीजने लगा और उसके दिल ने सच का साथ दिया

" वैसे तो ये सरासर ग़लत है ..एक मा हो कर मुझे ऐसा नही करना चाहिए ..लेकिन अगर इस वक़्त इसका झड़ना ज़बरदस्ती रोका गया तो शायद बाद मे अंजाम बहुत ही घातक हो सकता है "

अपने मन मे ऐसा विचार कर उसने तुरंत ही अपने हाथ की पकड़ चूत पर कस दी ..निम्मी को तो जैसे जन्नत का नज़ारा दिखाई देने लगा ..उसने अपने चूतडो को हवा मे उछाला और अगले ही पल एक चीख के साथ उसका ऑर्गॅज़म होने लगा

" आहह......... "

निम्मी के चीखने पर कम्मो तेज़ी से अपने हाथ को चूत के दाने पर रगड़ने लगी ..ना जाने उसका दिल इतना क्यों बैठ गया कि उसकी आँखों से आँसुओ की बरसात शुरू हो गयी

" आजा आराम से ..तेरी मा है तेरे पास "

अपने आँसुओ की परवाह ना करते हुए कम्मो अपनी बेटी को झड्वाये जा रही थी ..एक के बाद एक ..7 - 8 बार निम्मी के जिस्म ने लावा बाहर फेका ..कम्मो का हाथ उस लावे की गर्मी को महसूस कर जल रहा था लेकिन एक पल को भी उसने अपना हाथ चूत से हटाने की कोशिश नही की ना ही हाथ को ढीला छोड़ा

कुछ वक़्त बीतने पर निम्मी का बदन शांत पड़ गया ..कम्मो ने अपना हाथ चूत से हटाया जो उसकी बेटी की जवानी से भिड़ा हुआ था ..वो हैरान थी कि निम्मी ने इतना हेवी फॉल क्यों किया ..जाने कब से उसकी बेटी अपने सैलाब को अपने जिस्म मे समेटे हुए थी ..चूत रस से फैली खुश्बू पूरे कमरे को महकाने लगी ..कम्मो ने देखा रस निक्की की चूत से बहता हुआ उसकी गांद के छेद को पार कर ..बेड शीट को भी भिगो रहा था

" सुधर जा निम्मी ..वरना एक दिन तुझे खुद पर बहुत पछ्तावा होगा "

कम्मो ने उसके सोते चेहरे को देख कर एक डाँट लगाई और अपनी साड़ी के आँचल से चूत को सॉफ करने लगी ..उसकी टाँगे फैला कर कम्मो ने आस होल और जाँघो पर से भी सारा पानी पोंछ दिया

" जब तू उठेगी तब मैं तुझसे बात करूँगी "

इतना कह कर कम्मो ने उसके माथे को चूमा और बेड से नीचे उतरने लगी ..अपने कदम ज़मीन पर रखते ही उसे एक और झटका लगा ..कमरे का पूरा गेट खुला हुआ था ..वो तेज़ी से दौड़ कर बाहर आई और हॉल मे झाक कर दीप को देखने लगी ..लेकिन दीप वहाँ नही दिखाई दिया

पलट कर कम्मो ने निम्मी के रूम का गेट बाहर से लॉक कर दिया और शंकित मन से अपने कमरे की तरफ जाने लगी

दरवाज़े से अंदर झाका तो दीप अपने सर पर हाथ रखे कुछ सोचने की मुद्रा मे बेड पर बैठा था ..कम्मो की साँसे रुक गयी

" इसका मतलब इन्होने ...... "
Reply
10-01-2018, 03:37 PM,
#48
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
मूँह से निकले आधूरे वाक्य को उसने कयि बार अपने मन मे दोहराया ..बात ही कुछ ऐसी थी ..घर की बनावट के अनुसार अगर दीप अपने कमरे मे जाता तो उसे निम्मी के कमरे के सामने से गुज़रना पड़ता ..कम्मो का पूरा बदन इस बात से दरवाज़े की ओट लिए जम गया ..अब वो क्या जवाब देगी अपने पति को ..एक तो दीप पहले से ही परेशान था और तो और एक मा को अपनी बेटी के नंगे बदन से खेलते भी देख चुका था ..जाने वो क्या सोच रहा होगा कम्मो के बारे मे

" ज़रूर ये सोच रहे होंगे कि मैं अपनी सेक्स की भूख अपनी बेटियों के साथ मिटाती हूँ ..नही नही मैने ऐसा कुछ नही किया ..हे भगवान ये कहाँ फसा दिया मुझे ..क्या जवाब दूँगी "

कम्मो इसी कशमकश मे थी कि उसके दिमाग़ ने कुछ सोचा और अगले ही पल अपनी उखड़ी सांसो को संभालते हुए वो कमरे मे एंटर हो गयी

" आप हॉल से कमरे मे कब आए ? "

कम्मो ने रूम का गेट अनलॉक कर कहा ..साथ ही तेज़ी दिखाते हुए अपनी सारी का पल्लू ज़मीन पर गिरा दिया

" अभी थोड़ी देर पहले ही आया हूँ "

बात सच थी कि जब दीप सीढ़ियाँ चड़ते हुए अपने कमरे की तरफ आ रहा था तब उसने निम्मी के कमरे मे चल रही सारी घटना देखी और जब कम्मो अपने पल्लू से निम्मी के चूत रस को सॉफ कर रही थी तब दीप अपने कमरे मे आ गया

इस समय दोनो पति - पत्नी घबराए हुए थे लेकिन वक़्त की नज़ाकत के चलते चेहरे पर कोई भाव नही आने दिया

" आज गर्मी कितनी है "

ये बोल कर कम्मो ने अपनी साड़ी को उतार फेका ..साड़ी उतारते वक़्त उसने जो अदायें अपने पति को दिखाई उससे दीप तुरंत समझ गया कि या तो उसकी बीवी गरम हो गयी है या उसे पता चल गया है कि दीप ने कमरे मे चलता सारा घटना क्रम देखा था और शायद तभी वो अपनी अदाओ से इस बात पर परदा डालना चाहती है

" ए/सी तो ओं है ..फिर भी गर्मी लग रही है "

दीप ने कम्मो की बात का जवाब दिया और बेड पर लेट गया ..उसने जो कपड़े पहने थे वो अब तक उसके बदन पर थे

" हां ऑन है लेकिन आप नही समझोगे "

इतना बोल कर कम्मो अपनी गांद मतकाती हुई दीप के नज़दीक आई और बेड पर उसके बगल मे लेट गयी

" क्या बात है आज बड़ी खुश हो ? "

दीप ने उसके चेहरे को देख कर कहा जिसमे उसे उस वक़्त की कम्मो नज़र आने लगी जब उसने अपने घरवालो से बग़ावत कर दीप के प्यार को कुबूला था ..ये तो मजबूरी थी कि वो अपनी बीवी से बेवफ़ाई कर बैठा ..जब कि अपनी औलादो से भी ज़्यादा प्यार था उसे कम्मो से

" आप कितना ख्याल रखते हो घर का लेकिन..... "

लेकिन शब्द पर बात अधूरी छोड़ कम्मो ने अपना पेटिकोट धीरे - धीरे ऊपर उठाना शुरू कर दिया ..जब वो घुटनो से ऊपर पहुचि तब उसने अपने चेहरे को दीप की तरफ घुमाया ..जानती थी ये दीप के लिए किसी झटके से कम नही होगा ..आज पूरे 10 - 12 सालो बाद दोनो इस तरह से आमने सामने थे

वैसे तो कम्मो ने चुदाई मे दीप का साथ कभी नही दिया ..जब भी दोनो सेक्स करने के लिए तैयार होते ..कम्मो हमेशा अपनी चूत खोल कर लेट जाती और दीप झटके मार कर असन्तुस्त रह जाता ..ना तो बात कभी चूमने पर बढ़ी ना ही कम्मो ने कभी ओरल का साथ दिया ..यहाँ तक कि उसकी गान्ड भी अभी कुँवारी थी

एक बार जब दीप ने ज़बरदस्ती लंड को उसकी गान्ड के सुराख पर टीकाया तो कम्मो बुरी तरह रोने लगी थी ..बस तब का दिन है और आज का दिन दीप ने फिर कभी अपनी तरफ से कोई फर्माहिश नही की ..डेली सेक्स ..वीक्स मे बदला और बढ़ते - बढ़ते बात सालो पर पहुच गयी ..तभी बाहर की मलाई खाने का चस्का दीप को इतना चढ़ा था कि उसने तनवी तक को नही छोड़ा ..खेर ब्लोवजोब सीन तो दोनो की मर्ज़ी से हुआ था ..लेकिन अब दीप की परेशानी की असली वजह निम्मी ना हो कर तनवी बन गयी

जब जीत ने उससे उनकी दोस्ती को रिश्तेदारी मे बदलने की बात की तब दीप बहुत खुश हुआ लेकिन जब इस बात से परदा हटा कि तनवी ही जीत की बेटी है तब उसे झटका भी लगा और साथ ही एक बात उसके दिमाग़ मे ठहर गयी

" अगर तनवी दीप के घर की बहू बनी तो ज़्यादा वक़्त तक दोनो ससुर - बहू खुद को रोक नही पाएँगे ..एक बार यदि दोनो मे संबंध बन गया तो उसका एफेक्ट घर के बाकी सदस्यों पर पड़ना निश्चित था और तो और दीप को ये बात भी अंदर ही अंदर खाए जा रही थी कि निम्मी का नेचर बिल्कुल तनवी से मॅच करता है ..अगर दोनो मिल गयी फिर तो घर का कल्याण ही हुआ समझो "

" कहाँ खो गये ? "

कम्मो ने दीप को किसी सोच मे डूबा देख पूछा

" नही कुछ नही "

दीप ने उसे जवाब दिया और तभी उनके गेट पर किसी ने नॉक किया

" मोम बाथरूम मे पानी नही आ रहा ..मुझे ऑफीस जाना है "

आवाज़ निकुंज की थी जिसे सुन कर दोनो मिया बीवी चौंकते हुए बेड पर उठ कर बैठ गये ..कम्मो ने तुरंत दौड़ लगाई और अपनी साड़ी को वापस पहेन ने लगी

" खोल रही हूँ "

घबराने मे कम्मो ना तो ठीक से साड़ी लपेट पाई ना ही अपनी चढ़ती सांसो को कंट्रोल ..उसके चेहरे पर शरम के भाव थे

गेट खोल कर देखा तो निकुंज टवल लिए बाहर खड़ा था ..अपनी मा का ये रूप देख वो एक पल मे समझ गया कि उसके आने से पहले कमरे मे क्या चल रहा होगा

" क्या हुआ ..बाथरूम मे पानी नही आ रहा क्या ? "
Reply
10-01-2018, 03:37 PM,
#49
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
कमरे के अंदर से आई दीप की आवाज़ सुन वो थोड़ा झिझका और पलट कर वहाँ से जाने लगा ..शायद बीच मे आ कर उसने दोनो का गेम बिगाड़ दिया था और फिर कम्मो को भी समझते देर नही लगी कि निकुंज क्यों वापस जा रहा है

" मैं छत का बाथरूम यूज़ कर लूँगा "

इतना बोल कर वो बिना पीछे मुड़े तेज़ी से छत की स्टेर्स चढ़ने लगा और कम्मो के चेहरे पर शरारत भरी मुस्कान उतर आई

" कितना भोला है मेरा बेटा "

मन मे ऐसा सोचते हुए कम्मो भी किचन की तरफ बढ़ गयी ....
Reply
10-01-2018, 03:38 PM,
#50
RE: Porn Sex Kahani पापी परिवार
''''' Tring Tring ''''''
Deep ko halki si jhapki lagi tabhi uska mobile baj utha ..Usne No. Check kiya to jeet ka call tha ..Uska naam padhte hi Deep ke jehen me uth rahi adheerta aur bhi jyada badh gayi ..Usne phone silent par kar ke wapas sona chaaha lekin isi tarah jab chauthi baar cell ring hua to use call pick karna hi pada
" Saale itna busy ho gaya hai ki apne dost ka phone uthana bhi gawara nahi tujhe "
Jeet ne use daat lagaayi
" Nahi yaar wo thoda jhapki lag gayi thi "
Deep ki awaaz waise bhi bata rahi thi ki wo neend me hai
" Kitna soyega ..Teri tabiyat to theek hai ..Kal raat bhi sote mila tha aur abhi bhi "
Jeet ne is baar narmi se poocha
" Haan yaar thoda sar me dard hai ..Bed se utha nahi jaa raha "
Deep ne jo sach tha bata diya
Jeet :- " Doctor ki dikha le "
Deep :- " Zaroor "
" Achha sun Tanvi ko Nikunj pasand hai ..Badhaayi ho ..Shayad is khabar se teri tabiyat sahi ho jaayegi "
Jeet ne Deep ke maze le kar kaha ..Wo do cheezo se achhi tarah waakif tha ..Apne dost se aur use nature se
" Tujhe bhi yaar ..Kher maine abhi Nikunj se koi baat nahi ki is baare me "
Deep ne dhukhi mann se apni baat kahi ..Jeet turant samajh gaya ki maazra kya hai
" Koi baat nahi ..Main aaj Tanvi ko hotel royal inn bhej doonga ..Tu Nikunj ko phone kar ke bata de is baare me ..Dono aapas me mil lenge to theek rahega "
Jeet ne rishta thopne jaisi baat kahi to Deep ke chehre par naraazgi ke bhav aa gaye
" Yaar hum koi jaldbaazi to nahi kar rahe ..Mera matlab hai jab dono bachhe apne pairo par khade ho jaaye tab shadi par vichaar karen to kaisa rahega ? "
Deep ko baat taalne ki wajah mil gayi ..Nikunj abhi struggle hi to kar raha tha
" Jaisi teri marzi lekin dono aaj mil lenge to aage ka rasta saaf ho jaayega ..Sach baat to ye hai ki mujhe isi mahine Tanvi ki shadi karni hai "
Jeet ne jawaab diya
" Chal main baat karta hoon Nikunj se "
Jeet ke zor dene par Deep ko uski baat maan ni hi padi
" Ok bhai 3 baje Hotel royal inn "
Itna keh kar Jeet ne call cut kar diya
" Ajeeb chutuyaai hai ye to ..Bhenchod us raand ko banaunga apne ghar ki bahu ..Poora satyanaash ho jaayega mere ghar ka lekin ab fas gaya hoon to baat kaise taalu "
Deep gusse se aag baboola ho raha tha ..Kahan kal tak wo khud Tanvi ke peeche buri tarah pagal tha aur aaj jab wo uske itne kareeb aa chuki hai tab Deep ko aisi baatein soojh rahi thi
" Nikunj ka mann dekhta hoon "
Deep tezi se utha aur neeche hall ki taraf badh gaya ..Nikunj office jaane ke liye bilkul ready nazar aaya
" Aap bhi nasta kar lijiye "
Kammo ne Deep ke sofe par baithe hi poocha
" Nahi ab to seedha lunch karoonga ..Nikunj beta tujhe deri na ho to kuch baat karni hai "
Deep ne use main gate ke paas rok diya ..Nikunj ke kadam jaise uski baat se wahin jam gaye aur uske dimaag ne sheedha subah ki baat par strike kar diya
" Kya ho gaya time nahi hai kya ? "
Deep ne doosri baar use awaaz di aur is baar Nikunj main gate se chalta hua uske kareeb aa gaya ..Bina chehra oopar utaaye wo Deep ke saamne khada tha ..Ek galti jo kahin se kahin tak uski nahi thi jaane kyon apraadhi bodh ke tale wo daba ja raha tha ..Paas khadi Kammo ne apne bete ki manodasha ko bhaapte huye uske kandhe par haath rakh kar use dhaadhas bandhaaya
" Baith ja beta khada kyon hai "
Kammo ki baat sun Nikunj ne ek pal ko uske chehre par nazar daali aur agle hi pal chehra jhuka kar sofe par baith gaya
" Haan to beta main jo kehna chaahta hoon wo shayad is waqt ki maang hai "
Deep ne uska mann bhaapne ke liye shuruwaat kar di
" Ji boliye Dad "
Nikunj ne jawaab diya par uski awaaz me pehle jaisa dum nahi tha
" Beta ab main aur teri maa boodhe ho chale hain ..To mujhe lagta hai is ghar ko samhaalne ke liye jawaan haatho ki zaroorat padegi "
Deep ne ye baat Kammo ke chehre ko dekh kar kahi aur samajhdaar aurat ko saari baat ek pal me samajh aa gayi ..Usne apni palken jod kar haan me ishara kiya ki wo bhi aisa hi chaahti hai
" Dad main apni taraf se poori khoshish karunga ..Lekin mujhe apna business khud khada karna hai ..Fir bhi aap boliye main kya kar sakta hoon "
Deep ko laga Dad fir se wahi purana topic le kar baith gaye hain ..Jisme wo katayi interested nahi tha
" Beta baat kuch aur hai ..Mere dost Jeet ke baare me to tujhe pata hi hoga "
Deep ek ek shabd ko tol - tol kar bol raha tha
" Ji jaanta hoon "
Nikunj ko puraane topic se mukti mili aur wo mann hi mann muskuraane laga
" Beta wo isi shehar me hai ..Kal uska call aaya tha ..Humaari dosti ko rishte me badalne ko keh raha tha "
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,452,890 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 538,951 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,212,712 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 916,755 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,625,250 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 2,057,994 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,912,363 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,928,998 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,982,268 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 280,344 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 6 Guest(s)