RE: Rishto Mai Chudai खून का असर
राजू और बिरजू ने अपनी बहन के गालो को चूमते
हुए हमारी रानी बहना कितनी सयानी हो गई है, अब तो शायद तुझे हम याद ही नही आते
होंगे जीजा जी जो मिल गये है, शीला नही भैया जीजा जी तो बाद मे है पहले तो आप दोनो ही है
जिसे मैं प्यार करती हू और फिर आप की गोद मे तो दिन रात खेली हू फिर आप दोनो को कैसे भूल
जाउन्गि, बिरजू अरे शीला वो तो पहले की बात थी जब तेरी शादी नही हुई थी अब तो तू जीजा जी को पा गई है
अब तू क्या हमारी गोदी मे बैठेगी, और अपने मोटे लंड को हल्के से मसल्ने लगा, रश्मि
दोनो भाइयो की लूँगी मे उठे उनके लंड को देख कर सिहर गई और फिर अपनी चूत का पानी
अपने घाघरे से पोंछती हुई, नही भैया आज भी आप दोनो जब मुझे अपनी गोद मे आने को
कहोगे मैं अपने प्यारे भैया की गोद मे चढ़ कर बैठ जाउन्गि, फिर आप जितना चाहे अपनी
बहन से प्यार कर लेना , और मैं ये भी जानती हू कि आप अब मुझसे पहले से भी ज़्यादा प्यार
करने लगे है, और बिरजू के सीने से चिपक जाती है जिससे बिरजू का लूँगी के अंदर खड़ा लंड
शीला के घाघरे से धकि चूत पर सीधे टकराता है और शीला का उठा हुआ लहसुन का दाना
उसके लंड के टोपे से रगड़ खा जाता है, तभी राजू से सहन नही होता और वह शीला के
पीछे से उसकी गंद से सॅट जाता है जिससे उसका मोटा लंड सीधे अपनी बहन की गुदा से
टकरा जाता है और शीला अपनी चूत और गंद से सटे दो दो मोटे लंड की चुभन से सनसना
जाती है और जब दोनो भाई आगे पीछे से उसकी गंद और चूत पर ज़ोर लगा कर उसके शरीर को
अपने शरीर से चिपका लेते है ओह मेरी प्यारी बहना तू आज भी अपने भाइयो को कितना चाहती
है, और दोनो भाई अपनी बहन को भींच लेते है और शीला की चूत से पानी बहता हुआ उसकी
जाँघो पर रिसने लगता है, तभी कोई बाहर का दरवाजा खटखटाता है और तीनो अलग हो जाते
है और बाहर आ जाते है फिर शीला जाकर दरवाजा खोलती है तो उसका पति आ चुका था, दोनो
भाई अपने जीजा जी से मिलते है फिर तीनो लोग बैठ कर बाते करने लगते है और फिर बिरजू शीला
को कुछ दिनो के लिए अपने साथ गाँव ले जाने की बात कहता है तब शीला का पति रमेश कहता
है साले साहेब आज रात आप हमारे साथ ही रुकिये दारू सारू पीते है फिर सुबह सुबह हम
आप तीनो को गाँव की बस मे बैठा देंगे, तब राजू बिल्कुल ठीक जीजा जी वैसे भी आज हमारा
पहला मोका होगा आपके साथ बैठने का मज़ा आ जाएगा, और फिर रमेश शराब की बोतल
लेने चला जाता है, फिर तीनो जीजा सालो की बैठक जमती है और शराब का दोर शुरू हो जाता है
बीच बीच मे शीला नमकीन और चिप्स आदि लेकर उन्हे लाकर देती है, करीब रात को 12 बजे
तक तीनो दारू पीते है, फिर रमेश खूब नशे मे आ जाता है और वह अपनी लड़खड़ाती
आवाज़ मे अक्च्छा साले साहेब अब मैं तो सोने जा रहा हू आप लोग चलने दो, और रमेश अपने
रूम मे घुस जाता है,
क्रमशः....................
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