Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
09-20-2017, 12:13 PM,
#1
Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन

मेरा नाम राज है और मेरी उमर 20 साल है . मेरे माँ बाप की मृत्यु हो चुकी है । मैं अपनी मौसी के साथ रेहता हूँ । मौसा जी की भी मृत्यु हो चुकी है। मेरी मौसी की एक बेटी है जिसका नाम सिमरन है. वह अभी सिर्फ़ पन्द्रह साल है और स्कूल मे है. मौसी अब 35 की हैं. मौसी स्कूल मे टीचर हैं और मैं यूनिवर्सिटी मे हूँ. हमलोग लुधियाना में रहते हैं. मौसा का 2 साल पहले इंतक़ाल हो गया था. अब घर मे सिर्फ़ हम तीन लोग ही हैं.
यह अब से 6 महीने पहले हुआ था. एक रात मौसी बहुत उदास लग रही थी. मे समझ गया वह मौसा को याद कर रही हैं. मैंने उनको बहलाया और खुश करने की कोशिश की. मौसी मेरे गले लग रोने लगी. तब मैंने कहा, “मौसी हम दोनो आपको बहुत प्यार करते हैं, हमलोग मिलकर मौसा की कमी महसूस नही होने देंगे.”
सिमरन भी वहाँ आ गयी थी, वह भी मौसी से बोली, “हां मम्मी प्लीज़ आप दिल छोटा ना करिए. भैया हैं ना हम दोनो की देखभाल के लिए. भैया हम लोगो का कितना ख्याल रखते हैं.”
“हां बेटी पर कुछ ख्याल सिर्फ़ तेरे पापा ही रख सकते थे.”
“नही मम्मी आप भैया से कह कर तो देखिए.”
खैर फिर बात धीरे धीरे नॉर्मल हो गई. उसी रात सिमरन अपने रूम मे थी. मे रात को टॉइलेट के लिए उठा तो टॉइलेट जाते हुए मौसी के रूम से कुछ आवाज़ आई. 12 बज चुके थे और मौसी अभी तक जाग रही हैं, यह सोचकर उनके रूम की तरफ गया. मौसी के रूम का दरवाज़ा खुला था. मे खोलकर अंदर गया तो चौंक गया.
मौसी अपनी शलवार उतारे अपनी चूत मे एक मोमबत्ती डाल रही थी. दरवाज़े के खुलने की आवाज़ पर उन्होने मूड कर देखा. मुझे देख वह घबरा सी गयी. मे भी शरमा गया कि बिना नॉक किए आ गया. मे वापस मुड़ा तो मौसी ने कहा, “बेटा राज प्लीज़ किसी से कहना नही.”
“नही मौसी मे किसी से नही कहूँगा?”
“बेटा जब से तेरे मौसा इस दुनिया से गये हैं तब से आज तक मैं..”
“ओह्ह मौसी मैं भी अब समझता हूँ. यह आपकी ज़रूरत है पर क्या करूँ अब मौसा तो हैं नही.”
फिर मैं मौसी के पास गया और उनके हाथो को पकड़ बोला, “मौसी दरवाज़ा बंद कर लिया करिए.”
“बेटा आज भूल गयी.”
फिर मैं वापस आ गया.
अगले दिन सब नॉर्मल रहा. शाम को मैं वापस आया तो हमलोगो ने साथ ही चाय पी. 
चाय के बाद सिमरन बोली, “भैया बाज़ार से रात के लिए सब्ज़ी ले आओ जो खाना हो .”
मैं जाने लगा तो मौसी ने कहा, “बेटा किचन मे आओ तो कुछ और समान बता दूँगी लेते आना.”
मैं किचन मे जा बोला, “क्या लाना है मौसी?”
मौसी ने बाहर झाँका और सिमरन को देखते धीरे से बोली, “बेटा 5- 6 बैगन लेते आना लंबे वाले.”
मैं मौसी की बात सुन पता नही कैसे बोल पड़ा, “मौसी अंदर करने के लिए?”
मौसी शरमा गयी और मैं भी अपनी इस बात पर झेंप गया और सॉरी बोलता बाहर चला गया. सब्ज़ी लाकर सिमरन को दी और 4 बैगन लाया था जिनको अपने पास रख लिया. सिमरन ने खाना बनाया फिर रात को खा पीकर सब लोग सोने चले गये. तब करीब 11 बजे मौसी मेरे रूम मे आ बोली, “बेटा बैगन लाए थे?”
Reply
09-20-2017, 12:13 PM,
#2
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
“हां मौसी पर बहुत लंबे नही मिले और मोटे भी कम है.”
“कोई बात नही बेटे अब जो है सही हैं .”
“बहुत ढूँढा मौसी पर कोई भी मुझसे लंबे नही मिले.”
“क्या मतलब बेटा.”
मैं बोला, “मौसी मतलब यह कि इनसे लंबा और मोटा तो मेरा है.”
तब मौसी ने कुछ सोचा फिर कहा, “क्या करें बेटा अब तो जो किस्मत मे है वही सही.” फिर मेरी पॅंट के उभार को देखते बोली, “बेटा तेरा क्या बहुत बड़ा है?”
“हां मौसी 8 इंच है.”
“ओह्ह बेटा तेरे मौसा का भी इतना ही था. बेटा अपना दिखा दो तो तेरे मौसा की याद ताज़ी हो जाए.”
“लेकिन मौसी मैं तो आपका भाँजा हूँ.”
“हां बेटा तभी तो कह रही हूँ. तू मेरा भाँजा है और अपनी मौसी से क्या शरम. तू एकदम अपने मौसा पे गया है . देखूं तेरा वह भी तेरे मौसा के जैसा है या नही?”
तब मैंने अपनी पॅंट उतारी और अंडरवियर उतारा तो मेरे लंबे तगड़े लंड को देख मौसी एकदम से खुश हो गयी. वह मेरे लंड को देख नीचे बैठी और मेरा लंड पकड़ लिया और बोली, “हाये राज बेटा तेरे मौसा का भी एकदम ऐसा ही था. हाये बेटा यह तो मुझे तेरे मौसा का ही लग रहा है. बेटा क्या मैं इसे थोड़ा सा प्यार कर लूँ?”
“मौसी अगर आपको इससे मौसा की याद आती है और आपको अच्छा लगे तो कर लीजिए.”
“बेटा मुझे तो लग रहा है कि मैं तेरा नही बल्कि तेरे मौसा का पकड़े हूँ.”
फिर मौसी ने मेरे लंड को मुँह मे लिया और चाटने लगी. यह मेरे साथ पहली बार हो रहा था इसलिए मेरे लिए संभालना मुश्किल था. 6-7 मिनेट मे ही मैं उनके मुँह मे झर गया. 1 मिनट बाद मौसी ने लंड मुँह से बाहर किया और मेरे पास बैठ गयी.
मैं बोला, “सॉरी मौसी आपका मुँह गंदा कर दिया.”
“आहह बेटा तेरे मौसा भी रोज़ रात मेरे मुँह को पहले ऐसे ही गंदा करते थे फिर मेरी च..” मौसी इतना कह चुप हो गयी.
मैं उनके चेहरे को देखते बोला, “फिर क्या क्या करते थे मौसा? मौसी जो मौसा इसके बाद करते थे वह मुझे बता दो तो मैं भी कर दूं. आपको मौसा की कमी नही महसूस होगी.”
मौसी मेरे चेहरे को पकड़ बोली, “बेटा यह जो हुआ है एक मौसी भांजे मे नही होता. लेकिन बेटा इस वक़्त तुम मेरे भांजे नही बल्कि मेरे पति हो. अब तुम मेरे पति की तरह ही करो. वह मेरे मुँह मे अपना झाड़कर अपने मुँह से मेरी झाड़ते थे फिर मुझे..”
“मौसी अब जब आप मुझे अपना पति कह रही है तो शरमा क्यों रही हैं. सब कुछ खुलकर कहिए ना.”
“बेटा तू सच कहता है, चल अब मेरी चूत चाट और फिर मुझे चोद जैसे तेरे मौसा चोदते थे.”
“ठीक है मौसी आओ बिस्तर पर चलो.”
फिर मौसी को अपने बेड पर लिटाया और उनको पूरा नंगा कर दिया. मौसी के मम्मे अभी भी सख़्त थी. 2-3 साल से किसी ने टच नही किया था. मैंने चूत को देखा तो मस्त हो गया. मौसी की चूत कसी लग रही थी. 35 की उमर मे मौसी 25 की ही लग रही थी. मौसी को बेड पर लिटा अपने कपड़े अलग किए फिर मौसी के मम्मे पकड़ उनकी चूत पर मुँह रख दिया. मम्मों को दबा दबा… चूत चाट… अपने झड़े लंड को कसने लगा.
Reply
09-20-2017, 12:13 PM,
#3
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
8-10 मिनट बाद मौसी मेरे मुँह पर ही झड़ गयी. वह अपनी गाँड तेज़ी से उचका झड़ रही थी. मैं मौसी की झड़ती चूत मे 1 मिनट तक जीभ पेले रहा फिर उठ कर ऊपर गया और मम्मों को मुँह से चूसने लगा.
“हाअ आहह बेटा चूस अपनी मौसी के मम्मों को. हाये पियो इनको हाये कितना मज़ा आ रहा है तेरे साथ.”
मेरा लंड अब फिर खड़ा था. 4-5 मिनट बाद मौसी ने मुझे अलग किया और फिर मेरे लंड को मुँह से चूस कर खड़ा करने के बाद बोली, “बेटा अब चढ़ जा अपनी मौसी पर और चोद डाल.”
मैंने मौसी को बेड पर लिटाया और लंड को मौसी के छेद पर लगा गॅप से अंदर कर दिया.
अब मैं तेज़ी से चुदाई कर रहा था और दोनो मम्मों को दबा दबा चूस भी रहा था. मौसी भी नीचे से गाँड उछाल रही थी.
मे धक्के लगाता बोला, “मौसी शाम को जब आपने बैगन लाने को कहा था तभी से दिल कर रहा था कि काश अपनी मौसी को मैं कुछ आराम दे सकूँ. मेरी आरज़ू पूरी हुई.”
“बेटा अगर तू मुझे चोदना चाहता था तो कोई गोली लेता आता. अब तू मेरे अंदर मत झड़ना. आज बाहर झड़ना फिर कल मैं गोली ले लूँगी तो ख़तरा नही होगा तब अंदर डालना पानी. चूत मे गरम पानी बहुत मज़ा देता है.”
करीब 10 मिनट बाद मेरा लंड झड़ने वाला हुआ तो मैंने उसे बाहर किया और मौसी से कहा, “आह मौसी अब मेरा निकलने वाला है.”
“हाये बेटा ला अपने पानी से अपनी मौसी के मम्मों को भिगो दे.”
फिर मैं मौसी के मम्मों पर पानी निकाला. झारकर अलग हुआ तो मौसी अपने मम्मों पर मेरे लंड का पानी लगाती बोली, “बेटा तू एकदम अपने मौसा की तरह चोद्ता है. वह भी ऐसा ही मज़ा देते थे. आहह बेटा अब तू सो जा.”
फिर मौसी अपने रूम मे चली गयी और मैं भी सो गया.
अगले दिन मौसी बहुत खुश लग रही थी. सिमरन भी मौसी को देख रही थी. नाश्ते पर उसने पूछ ही लिया, “मम्मी आप बहुत खुश लग रही हो?”
“हां बेटी अब मैं हमेशा खुश रहूंगी.”
“क्यों मम्मी क्या हो गया?” वह भी मुस्कराती बोली.
“कुछ नही बेटी तुम्हारा भैया मेरा खूब ख्याल रखता है ना इसलिए.”
“हां मम्मी भैया बहुत अच्छे हैं.”
फिर वह कॉलेज चली गयी और मैं यूनिवर्सिटी.
उस रात मौसी ने गोली ले ली थी और अपनी चूत मे ही मेरा पानी लिया था. हम दोनो 1 महीने इसी तरह मज़ा लेते रहे.
एक रात जब मैं मौसी को चोद रहा था तो मौसी ने मुझसे पूछा , “राज बेटा एक बात तो बता.”
“क्या मौसी” 
बेटा अब सिमरन बड़ी हो रही है उसकी शादी करनी है. इस उम्र में लड़कियों की शादी कर देनी चाहिये वरना अगर वो कुछ उल्टा सीधा कर ले तो बहुत बदनामी होती है. 
मौसी आप सही कह रही हो. अब उसके लिये कोई लड़का देखना होगा. 
हाँ बेटा, अच्छा एक बात तो बता तुमको सिमरन कैसी लगती है?
क्या मतलब मौसी? 
मतलब तुझे अच्छी लगती है तो इसका मतलब वो किसी और को भी अच्छी लगेगी और उसे कोई लड़का पसंद कर लेगा तो उसकी शादी कर देंगे. 
हाँ मौसी सिमरन बहुत खूबसूरत है. 
तू उसे कभी कभी अजीब सी नज़रो से देखता है? 
मैं अपनी चोरी पकड़े जाने पर घबरा कर बोला, नही नही मौसी ऐसी बात नही है?” 
कल तो तू उसके मम्मों को घूर रहा था. 
नही मौसी. 
पगले मुझसे झूठ बोलता है. सच बता. 
मैं शरमाते हुये बोला, मौसी कल वो बहुत अच्छी लग रही थी. कल वो छोटा सा कसा कुर्ता पहने थी. जिसमें उसके मम्मे बहुत अच्छे लग रहे थे. 
तुझे पसंद है सिमरन के मम्मे ? 
Reply
09-20-2017, 12:13 PM,
#4
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
मैं चुप रहा तो मौसी ने मेरे लंड को अपनी चूत से जकड़ कर कहा, “बताओ ना वो थोड़े ना सुन रही है?”
हाँ मौसी. उसके मम्मों को कभी देखा है? 
नही मौसी.
”देखेगा?”
कैसे?” 
पगले कोशिश किया कर उसे देखने की जब वो कपड़े बदले तब या जब वो नहाने जाये तब.”
”ठीक है मौसी पर वो दरवाज़ा बंद करके सब करती है. 
हाँ पर तू जब भी घर पर रहे तब पजामा पहना करो और नीचे अंडरवेयर मत पहना कर. अपने लंड को पजामे मैं खड़ा कर उसे दिखाया करो. सोते समय मैं लंड को पजामे से बाहर निकाल कर रखना मैं उसको तुम्हारे रूम मैं झाड़ू लगाने भेजू तो उसे अपना लंड दिखाया करो और तुम अब उसके मम्मों को घूरा करो और उसे छुने की कोशिश किया करो. 
मैं मौसी की बात सुन कर मस्त हो गया उसे तेज़ी से चोदने लगा. वो तेज़ी से चुदती हुई हाए हाए करते हुये बोली, हाँ बहन को देखने की बात सुन कर इतना मस्त हो गया की मौसी की चूत की धज्जीयां उड़ा रहा है. फिर मेरी कमर को अपने पैरो से कस कर बोली, चोद अपनी मौसी को हाअआआआ आज मुझे चोद कल से अपनी बहन पर लाइन मारो और उसे पटा कर चोदो. 
फिर 4-5 धक्के लगा कर मैं झड़ने लगा. झड़ने के बाद मैं मौसी से चिपक कर बोला, मौसी सिमरन तो मेरी छोटी बहन है, भला मैं उसके साथ ऐसा कैसे….? 
जब तू अपनी मौसी के साथ चुदाई कर सकता है तो अपनी बहन के साथ क्यों नही? 
मौसी आपकी बात और है.
”क्यों?” 
मौसी आप मौसा के साथ सब कर चुकी हैं और अब उनके ना रहने पर मैं तो उनकी कमी पूरी कर रहा हूँ. लेकिन सिमरन तो अभी नासमझ और अनजान है, यही कहना चाह रहा हूँ? 
मौसी- बेटा अब तेरी बहन 15 की हो गई है. इस उम्र मैं लड़कियों को बहुत मस्ती आती है. आजकल वो कॉलेज भी जा रही है. मुझे लगता है की उसके कॉलेज के कुछ लड़के उसको फँसाने की कोशिश कर रहे हैं. पड़ोस के भी कुछ लड़के तेरी बहन पर नज़रे जमाये हैं. अगर तू उसे घर पर ही उसकी जवानी का मज़ा उसे दे देगा तो वो बाहर के लड़कों के चक्कर मैं नही पड़ेगी और अपनी बदनामी भी नही होगी. 
मौसी आप सही कह रही हो मैं अपनी बहन को बाहर नही चुदने दूँगा. सच मौसी सिमरन के मम्मे बहुत मस्त दिखते हैं. मौसी अब तो उसे तैयार करो. 
करूँगी बेटा, मैं उसे भी यह सब धीरे धीरे समझा दूँगी. 
फिर अगले दिन जब मैं सुबह सुबह उठा तो देखा की वो मेरे रूम मैं झाड़ू लगा रही थी. मैं उसे देखने लगा. वो कसी हुई कमीज़ पहने थी और झुककर झाड़ू लगाने से उसकी लटक रहे मम्मे हिलने से बहुत प्यारे लग रहे थे. तभी उसकी नज़र मुझ पर पड़ी. मुझे अपने मम्मों को घूरता पा वो मूड गई और जल्दी से झाड़ू लगा कर चली गई. 
मैं उठा और फ्रेश होकर नाश्ता कर टी.वी देखने लगा. उस दिन छुटी थी इसलिये किसी को कही नही जाना था. मौसी भी टी.वी देख रही थी. सिमरन भी आ गई और मैने उसे अपने पास बिठा लिया. मैं उसकी कसी कमीज़ से झाँक रहे मम्मों को ही देख रहा था. मौसी ने मुझे देखा तो चुपके से मुस्कुराते हुये इशारा करते कहा की ठीक जा रहे हो. सिमरन कभी कभी मुझे देखती तो अपने मम्मों को घूरता पा वो सिमट जाती. आख़िर वो उठकर मौसी के पास चली गई. 
मौसी ने उसे अपने गले से लगाते हुये पूछा, क्या हुआ बेटी? 
कुछ नही मम्मी. वो बोली. 
तू यहाँ क्यों आ गई बेटी जा भाई के पास बेठ. 
मम्मी ववववाह भैया. वो फुसफुसाते हुये बोली. 
मौसी भी उसी की तरह फुसफुसाई, क्या भैया. 
मम्मी भैया आज कुछ अजीब हरकत कर रहे हैं. वो धीरे से बोली 
तो मौसी ने कहा, “क्या कर रहा तेरा भाई? 
मम्मी यहाँ से चलो तो बताऊ. 
मौसी उसे ले कर अपने रूम की तरफ गई और मुझे पीछे आने का इशारा किया. मैं उन दोनो के रूम के अंदर जाते ही जल्दी से मौसी के रूम के पास गया. मौसी ने दरवाज़ा पूरा बंद नही किया था और पर्दे के पीछे छुपकर मैं दोनो को देखने लगा. 
Reply
09-20-2017, 12:13 PM,
#5
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
मौसी ने सिमरन को अपनी गोद मैं बिठाया और बोली, क्या बात है बेटी जो तू मुझे यहाँ लाई है? 
मम्मी आज भैया मुझे अजीब सी नज़रों से देख रहे जैसे कॉलेज के..
क्या कॉलेज के… पूरी बात बता सिमरन बेटी. 
मम्मी आज भैया मेरे इनको बहुत घूर रहे है, जैसे कॉलेज मैं लड़के घूरते हैं.” इनको. 
मौसी ने उसके मम्मों को पकड़ा तो वो शरमाते हुये बोली, “सच मम्मी. 
अरे बेटी अब तू जवान हो गई है और तेरी यह मम्मे बहुत प्यारे हो गए हैं इसीलिये कॉलेज मैं लड़के इनको घूरते हैं. तेरा भाई भी इसीलिये देख रहा होगा की उसकी बहन कितनी खूबसूरत है और उसके मम्मे कितने जवान हैं. 
मम्मी आप भी..वो शरमाई. 
अरे बेटी मुझसे क्या शर्म. बेटी कॉलेज के लड़कों के चक्कर मैं मत आना वरना बदनामी होगी. अगर तू अपनी जवानी का मज़ा लेना चाहती है तो मुझको बताना. 
मम्मी आप तो जाइये हटिये. 
अच्छा बेटी एक बात तो बता, जब भैया तेरी मस्त जवानीयों को घूरते हैं तो तुझे कैसा लगता है? 
मम्मी हटिये मैं जा रही हूँ. 
अरे पगली फिर शरमाई, चल बता कैसा लगता है जब तुम्हारे भैया इनको देखते हैं? 
अच्छा तो लगता है पर..
पर वर कुछ नही बेटी, जानती है बाहर के लड़के तेरे यह देखकर क्या सोचते हैं? 
क्या मम्मी? 
यही की हाये तेरे दोनो अनार कितने कड़क और रसीले हैं. वो सब तेरे इन अनारो का रस पीना चाहते हैं.
मम्मी चुप रहिये मुझे शर्म आती है. 
अरे बेटी यही एक बात है इनको लड़के के मुँह मैं देकर चूसने मैं बहुत मज़ा आता है. जानती हो लड़के इनको चूस कर बहुत मज़ा देते हैं. अगर एक बार कोई लड़का तेरे अनार चूस ले तो तेरा मन रोज़ रोज़ चूसाने को करेगा और अगर कोई तेरी नीचे वाली चूत को चाट कर तुझे चोद दे तब तू बिना लड़के के रह ही नही पायेगी.
अब मैं जा रही हूँ मम्मी मुझे नही करवाना यह सब. 
हाँ बेटा कभी किसी बाहर के लड़के से कुछ भी नही करवाना वरना बहुत दर्द और बदनामी होती है. हाँ अगर तेरा मन हो तो मुझे बताना.” 
मम्मी..
अच्छा बेटी चल अब कुछ खाना खा लिया जाये तेरा भाई भूखा होगा. जा तू उससे पूछ क्या खायेगा, जो खाने को कहे बना देना. 
फिर मैं भाग कर टी.वी देखने आ गया. 
थोड़ी देर बाद सिमरन आई और मुझसे बोली, भैया. जो खाना हो बता दीजिये मैं बना देती हूँ. मम्मी आराम कर रही हैं.
मैं उसके मम्मों को घूरते हुये अपने होठों पर जुबान फेरते हुये बोला, क्या क्या खिलाओगी? 
वो मेरी इस हरक़त से शरमाई और नज़रे झुका कर बोली, जो भी आप कहें. 
मैने उसका हाथ पकड़ कर अपने पास बिठाया और मम्मों को घूरता हुआ बोला, खाऊगा तो बहुत कुछ पर पहले इनका रस पीला दो. 
Reply
09-20-2017, 12:14 PM,
#6
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
क्या भैया किसका रस? वो घबराते हुये बोली. 
मैं बात बदलता हुआ बोला, मेरा मतलब है पहले एक चाय ला दे फिर जो चाहे बना लो. 
वो चली गई. मैं उसको जाते देखता रहा. 5 मिनिट बाद वो चाय लेकर आई तो मैने उससे कहा अपने लिये नही लाई. 
मैं नही पीऊगी. 
पीओं ना लो इसी मैं पी लो. एक साथ पीने से आपस मैं प्यार बढ़ता है. 
वो मेरी बात सुन कर शरमाई फिर कुछ सोच कर मेरे पास बैठ गई तो मैने कप उसके होठों से लगाया तो उसने एक सिप लिया फिर मैंने एक सिप लिया. इस तरह से पूरी चाय ख़त्म हुई तो वो बोली, अब खाने का इंतज़ाम करती हूँ. 
मैने उसका हाथ पकड़ कर खींचते हुये कहा, अभी क्या जल्दी है थोड़ी देर रूको बहुत अच्छा प्रोग्राम आ रहा है देखो. 
मेरे खींचने पर वो मेरे उपर आ गिरी थी. वो हटने की कोशिश कर रही थी पर मैने उसे हटने नही दिया तो वो बोली, हाय भैया हटिये क्या कर रहे हैं? 
कुछ भी तो नही टी.वी देखो मैं भी देखता हूँ. 
ठीक है पर छोड़िये तो ठीक से बैठकर देखूं. 
ठीक से बैठी हो, सिमरन मेरी छोटी बहन अपने बड़े भाई की गोद मैं बैठकर देखो ना टी.वी. वो चुप रही और हम टी.वी देखने लगे. 
थोड़ी देर बाद मैने उसके हाथो को अपने हाथो से इस तरह दबाया की उसकी कमीज़ सिकुड कर आगे को हुई और उसकी दोनो मम्मे दिखने लगे. उसकी नज़र अपने मम्मों पर पड़ी तो वो जल्दी से मेरी गोद से ऊतर गई और तभी मौसी ने उसे आवाज़ दी तो वो उठकर चली गयी. 
मैं भी पहले की तरह पर्दे के पीछे छुप कर देखने लगा. वो अंदर गई तो मौसी ने पूछा, क्या हुआ बेटी राज ने बताया नही क्या खायेगा? 
वो मम्मी भैया ने.. क्या भैया ने, बताओ ना बेटी क्या किया तेरे भाई ने? 
वो भैया ने मुझे अपनी गोद मैं बिठा लिया था और फिर ओर फिर.. 
और फिर क्या? 
और और कुछ नही. अरे अगर तेरे भाई ने तुझे अपनी गोद मै बिठा लिया तो क्या हुआ, आख़िर वो तेरा बड़ा भाई है. अच्छा यह बता उसने गोद मैं ही बिठाया था या कुछ और भी किया था? 
और तो कुछ नही मम्मी भैया ने फिर मेरे इन दोनो को देख लिया था. 
मुझे लग रहा है मेरे भांजे को अपनी बहन के दोनो रसीले मम्मे पसंद आ गए हैं तभी वो बार बार इनको देख रहा है. बेचारा मेरा भांजा, अपनी ही बहन की मम्मों को पसंद करता है. अगर बाहर की कोई लड़की होती तो देख लेता जी भर कर पर साथ में वो डरता होगा. अच्छा बेटी यह बता जब तुम्हारे भैया तेरे मम्मों को घूरता है तो तुमको कैसा लगता है? 
ज्जज्ज जी मम्मी वो लगता तो अच्छा है पर… 
पर क्या बेटी. अरे तुझे तो खुश होना चाहिये की तुम्हारा अपना भाई ही तुम्हारे मम्मों का दीवाना हो गया है. 
अगर मैं तेरी जगह होती तो मैं तो बहाने बहाने से अपने भाई को दिखाती. 
“मम्मी.”
हाँ बेटी सच कह रही हूँ. क्या तुझे अच्छा नही लगता की कोई तेरा दीवाना हो और हर वक़्त बस तेरे बारे मैं सोचे और तुझे देखना चाहे. तुझे चोदना चाहे. 
मम्मी आप भी. 
अरे बेटी कोई बात नही जा अपने भाई को बेचारे को दो चार बार अपनी दोनो मस्त जवानीयों की झलक दिखा दिया कर. वैसे उस बेचारे की ग़लती नही, तू है ही इतनी कड़क जवान की वो क्या करे. देख ना अपनी दोनो मम्मों को लग रहा है अभी कमीज़ फाड़कर बाहर आ जाएंगे. जा तू भाई के पास जाकर टी.वी देख और बेचारे को अपनी झलक दे मैं खाने का इंतज़ांम करती हूँ. खाना तैयार होने पर में तुम दोनो को बुला लूँगी.”
मैं मौसी की बात सुन वापस आ टीवी देखने लगा. थोड़ी देर बाद सिमरन आई तो मैंने कहा, “क्या हुआ सिमरन खाना रेडी है?” 
“जी भैया खाना मम्मी बना रही हैं.” 
“अच्छा तो आ तू टीवी देख.” 
Reply
09-20-2017, 12:14 PM,
#7
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
वह मेरे पास आ गयी तो मैंने उसे अपनी बगल मे बिठा लिया. इस बार मैं चुप बैठा टीवी देखता रहा. 5 मिनट बाद वह बार बार पहलू बदलती और मुझे देखती. मैं समझ गया कि अब सही मौका है. तब मैंने उसके गले मे हाथ डाला और बोला, “बहुत अच्छी मूवी है.” 
“जी भैया.” 
फिर उसे अपनी गोद मे धीरे से झुकाया तो वह मेरी गोद की तरफ झुक गयी. तब मैंने उसे अपनी गोद पर ठीक से झुकाते कहा, “सिमरन आराम से देखो टीवी मौसी तो किचन मे होगी?” 
“जी भैया ठीक से बैठी हूँ.” सिमरन यह कहते हुए मेरी गोद मे सर रख लेट गयी. 
वह टीवी देख रही थी और मैं उसके मम्मे. तभी उसने मुझे देखा तो मैं ललचाई नज़रों से उसके मम्मों को देखता रहा. वह मुस्काई और फिर टीवी की तरफ देखने लगी. अब वह शरमा नही रही थी. तब मैंने उसकी कमीज़ को नीचे से पकड़ा और नीचे की तरफ खींचा. वह कुछ ना बोली. मैं थोड़ा सा और खींचा तो उसके मम्मे ऊपर से झाँकने लगी. अब मैं उसकी गदराए कसे मम्मों को देखता एक हाथ को उसके पेट पर रख चुका था. हमलोग 3-4 मिनट तक इसी तरह रहे. 
फिर वह मेरा हाथ अपने पेट से हटाती उठी तो मैंने कहा, “क्या हुआ सिमरन?” 
“कुछ नही भैया अभी आती हूँ.” 
“कहाँ जा रही हो?’ 
"भैया पेशाब लग आई है अभी आती हूँ करके.” 
वह चली गयी और मैं उसकी पेशाब करती चूत के बारे मे सोचने लगा. 
तबी वह वापस आई तो उसे देख मैं खुश हो गया. उसने अपनी कमीज़ का ऊपर का बटन खोल दिया था. मैं समझ गया कि अब वह मेरी किसी हरकत का बुरा नही मानेगी. वह आई और पहले की तरह मेरी गोद मे सर रख टीवी देखने लगी. मैंने फिर चुपके से हाथ से उसकी कमीज़ नीचे करी और फिर धीरे से उसके खुले बटन के पास हाथ लगा कमीज़ को दोनो ओर फैला दिया. मैं जानता था कि वह सब समझ रही है पर वह अंजान बनी लेटी रही. जब कमीज़ को इधर उधर किया तो उसकी आधे मम्मे दिखने लगे. वह अंदर बहुत छोटी सी ब्रा पहने थी जिससे उसके निपल ढके थे. 
मैं समझ गया कि मैं अब कुछ भी कर सकता हूँ वह बुरा नही मानेगी. फिर भी मैंने पहली बार की वजह से एकदम से कुछ भी करने के बजाए धीरे धीरे ही शुरुआत करना ठीक समझा. फिर एक हाथ को उसकी रान पर रखा और 4-5 बार सहलाया. वह चुप रही तब मैंने उसकी कमीज़ के दो बटन और खोल दिए और अब उसकी ब्रा मे कसे पूरे मम्मे मेरी आँखों के सामने थी. अब मेरी गोद मे मेरी 15 साल की बहन सिमरन लेटी थी और मैं उसके मम्मों को ब्रा मे देख रहा था. ब्रा का हुक नीचे था जिसे अब मैं खोलना चाह रहा था. 
मैंने दो तीन बार उसकी पीठ पर हाथ ले जाकर टटोला तो मेरे मंन की बात समझ गयी और उसने करवट ले ली. तब मैंने उसकी ब्रा का हुक अलग किया. फिर उसका कंधा पकड़ हल्का सा दबाया तो वह फिर सीधी हो गयी और टीवी की तरफ देखती रही. मैं कुछ देर उसे देखता रहा फिर ब्रा को उसके मम्मों से हटाया तो उसने शरमा कर अपनी आँखे बंद कर ली. 
उसके दोनो मम्मों को देखा तो देखता ही रह गया. गुलाबी रंग के बहुत टाइट थे दोनो मम्मे और निपल एकदम लाल लाल बहुत प्यारा लग रहा था. मैं उसके मम्मों को देख सोच रहा था कि सच इतने प्यारे और खूबसूरत मम्मे शायद कभी और नही देख पाउन्गा. वह आँखें बंद किए तेज़ी से साँसे ले रही थी. मैंने अभी उसके मम्मों को छुआ नही था केवल उनका ऊपर नीचे होना देख रहा था. मम्मों का साइज़ बहुत अच्छा था, आराम से पूरे हाथ मे आ सकते थे. मौसी की मम्मों के लिए तो दोनो हाथो को लगाना पड़ता था. 
मैंने उससे कहा, “सिमरन.” 
वह चुप रही तो फिर बोला, “सिमरन ए सिमरन क्या हुआ? तू टीवी नही देख रही. देखो ना कितना प्यारा सीन है.” 
वह फिर भी चुप आँखें बंद किए रही तो मैं फिर बोला, “सिमरन देखो ना.” 
“ज्ज्ज्ज्ज ज्ज जी भैया देख तो रही हूँ.” 
“कहाँ देख रही हो. देखो कितनी अच्छी फिल्म है.” 
तब उसने धीरे से ज़रा सी आँखे खोली और टीवी की तरफ देखने लगी. कुछ देर मे उसने फिर आँखे बंद कर ली तो मैंने उसके गालों को पकड़ उसके चेहरे को अपनी ओर करते कहा, “क्या हुआ सिमरन तुम टीवी नही देखोगी क्या?” 
वह चुप रही तो उसके गालों को दो तीन बार सहला कर बोला, “कोई बात नही अगर तुम नही देखना चाहती तो जाओ किचन मे मौसी की हेल्प करो जाकर.” 
उसने मेरी बात सुन अपनी आँखे खोल मुझे देखा फिर टीवी की ओर देखते बोली, “देख तो रही हूँ भैया.” 
Reply
09-20-2017, 12:14 PM,
#8
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
इस बार उसने आँखें बंद नही की और टीवी देखती रही. थोड़ी देर बाद मैंने एक हाथ को धीरे से उसके एक मम्मे पर रखा तो वह सिमट सी गयी पर टीवी की ओर ही देखती रही. हाथ को उसके मम्मे पर रखे थोड़ी देर उसके चेहरे को देखता रहा फिर दूसरे हाथ को दूसरे मम्मे पर रख हल्का सा दबाया तो उसने फिर आँखे बंद कर ली. 
मैंने दो तीन बार दोनो मम्मों को धीरे से दबाया और फिर उसके निपल को पकड़ मसला तो वह मज़े से सिसक गयी. दोनो निपल को चुटकी से मसल बोला, “सिमरन, लगता है तुमको फिल्म अच्छी नही लग रही, जाओ तुम किचन मे मैं अकेला देखता हूँ.” 
इतना कह उसके मम्मों को छोड़ दिया और उसे अपनी गोद से हटाने की कोशिश की तो वह जल्दी आँखे खोल मुझे देखती घबराती सी बोली, “हाये न्न्न नही तो भैया बहुत अच्छी फिल्म है, हाये भैया देख तो रही हूँ. आप भी देखिए ना मैं भी देखूँगी.” 
वह फिर लेट गयी और सर मोड़ कर टीवी देखने लगी. मैंने उसका चेहरा अपनी ओर करते कहा, “सिमरन.” 
“जी भैया देखूँगी फिल्म मुझे भी अच्छी लग रही है.” 
“हाये सिमरन तू कितनी खूबसूरत है. हाये तेरे यह कितने प्यारे हैं.” 
“क्या भैया?” 
“तेरे मम्मे ?” 
वह अपने मम्मों को देखती बोली, “हाये भैया आपने इनको नंगा कर दिया हाये मुझे शरम आ रही है.” 
“कोई नही आएगा. तुझे बहुत मज़ा आएगा.” और दोनो मम्मों को पकड़ लिया और दबा दबा उसे मस्त करने लगा. 
वह मेरे हाथो पर अपने हाथ रख बोली, “भैया मम्मी हैं.” 
“वह तो किचन मे है. तू डर मत उनको अभी बहुत देर लगेगी खाना बनाने मे.” 
फिर उसके दोनो मम्मों को मसलता रहा और वह टीवी की ओर देखती रही. वह बहुत खुश लग रही थी. 10 मिनट तक उसके मम्मों को मसल्ने के बाद झुककर दोनो मम्मों को बारी बारी से चूमा तो उसके मुँह से एक सिसकारी निकल गयी. 
“क्या हुआ सिमरन?’ 
"कुछ नही भैया हाआहह भैया.” 
“क्या है सिमरन?” 
“भैया.” 
“क्या है बता ना?” 
“भैया मम्मी तो नही आएँगी?” 
“अभी नही आएँगी, अभी उनको आधा घंटा और लगेगा खाना बनाने मे.” 
“भैया इनको..” 
“क्या बताओ ना तुम तो शरमा रही हो.” 
और मैने झुककर उसके होंठो को चूमा. होंठो को चूमने पर वह और मस्त हुई तो मैंने उसके होंठो को अपने मुँह मे लेकर खूब कसकर चूसा. 3-4 मिनट होंठ चूसने के बाद अलग हुआ तो वह हाँफती हुई बोली, “ऊऊहह आआहह स भैया आहह बहुत अच्छा लगा हाये भैया इनको मुँह से करो.” 
“क्या करें?” 
“भैया मेरे मम्मों को मुँह से चूस चूस कर पियो.” 
मे खुश होता बोला, “लाओ पिलाओ अपने मम्मों को.” 
फिर मैं उसको अलग कर लेट गया तो वह उठी और मेरे ऊपर झुक अपना एक चुची अपने हाथ से पकड़ मेरे मुँह मे लगा बोली, “लो भैया पियो इनका रस्स.” 
मैं उसके मम्मे को होंठो से दबा दबा कसकर चूस रहा था. वह अपने हाथ से दबा पूरा चुची को मेरे मुँह मे घुसाने की कोशिश कर रही थी. 3-4 मिनट बाद उसने इसी तरह दूसरा चुची भी मेरे मुँह मे दे दिया. दोनो को करीब दस मिनट तक चुसाती रही और मैं उसकी गाँड पर हाथ लगा उसके चूतड़ सहलाता रहा और चुची पीता रहा. 
Reply
09-20-2017, 12:14 PM,
#9
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
फिर वह मुझे उठा मेरी गोद मे पहले की तरह लेट गयी और फिर मेरे हाथ को अपनी एक मम्मे पर लगा दबाने का इशारा किया. मैं दबाने लगा तो उसने मेरे चेहरे को पकड़ अपनी दूसरा चुची झुकाया. मैं उसका मतलब समझ उसकी एक मम्मे को मसलने लगा और दूसरे को पीने लगा. वह अब मुझे ही देख रही थी. वह मेरे सर पर हाथ फेर रही थी. 
वह मेरे कान मे फुसफुसा भी रही थी, “हहाअ आहह हाये भैया बहुत अच्छा लग रहा है हाउ आप कितने अच्छे हैं.” 
“तू भी बहुत अच्छी है.” 
“भैया एक बात तो बताओ? अभी जब आपसे खाने को पूछा था तो आप किनका रस पीने को कह रहे थे?” 
“जिनका रस पी रहा हूँ, तेरे मम्मों का.” 
“हाये भैया आप कितने वो है.” 
तभी किचन से मौसी की आवाज़ आई वह सिमरन को बुला रही थी. 
सिमरन हड़बड़ाकर उठा बैठी और अपने कपड़े ठीक करती बोली, “जी मम्मी.” 
“बेटी क्या कर रही हो?” 
“कुछ नही मम्मी आ रही हूँ.” वह बहुत घबरा गयी थी और मुझसे बोली, “हाये भैया दरवाज़ा खुला था कहीं मम्मी ने देख तो नही लिया?” 
“नही यार वह तो किसी काम से बुला रही हैं?” 
“बेटी अगर फ्री हो तो यहाँ आओ.” 
“आई मम्मी.” और वह चली गयी तो मैं भी साँसे दुरुस्त करने लगा. 
अपनी बहन के मम्मों का रस पीकर तो मज़ा ही आ गया था. मैं फिर जल्दी से किचन के पास गया. मौसी रोटी सेक रही थी. सिमरन उनके पास खड़ी हुई. वह अभी भी तेज़ी से साँसे ले रही थी. 
मौसी उसे देखकर बोली, “क्या हुआ बेटी, तू थकी लग रही है?” 
“नही तो मम्मी मैं ठीक हूँ.” 
“क्या देख रहे थे तुम लोग?” 
“फिल्म मम्मी, मम्मी बहुत अच्छी फिल्म थी.” 
“अच्छा अच्छा बेटी तुम्हारे भैया कहाँ हैं?” 
“वह तो अभी टीवी ही देख रहे हैं. मम्मी कुछ काम है क्या?” 
“नही बेटी क्यों?” 
“मे जाऊँ टीवी देखने भैया अकेले बोर हो जाते हैं.” 
“बहुत ख्याल रखती है अपने भैया का. जा देख जाके भाई के साथ. मुझे अभी 10 मिनट और लगेगें.” 
वह खुश हो जल्दी से बाहर निकली तो मैंने उसे पकड़ अपनी गोद मे उठाया और टीवी रूम मे ले आया. वह मेरे गले मे बाँहें डाले मुझे ही देखे जा रही थी. अंदर आ मैं बैठा और उसे अपनी गोद मे बिठा उसके होंठो को चूम उसकी दोनो मम्मों को दबाने लगा. दो मिनट बाद उसके बटन खोलना चाहा तो वह बोली, “नही भैया बटन ना खोलो ऐसे ही कर . मम्मी आ सकती हैं.” 
मैं उसके मम्मों को मसल उसे मज़ा देते बोला, “यार नंगे पकड़ने मे ज़्यादा मज़ा आता है.” 
“ओह्ह भैया अभी नही खाने के बाद मम्मी तो 2 घंटे के लिए सो जाती हैं तब आपको जी भरके अपने नंगे मम्मे पिलाऊँगी. भैया ब्रा अलग कर दीजिए फिर कमीज़ के अंदर हाथ डालकर पकडिए.” 
“तू कितनी समझदार है.” 
फिर मैंने उसकी ब्रा खोलकर अलग कर दी तो उसने ब्रा को कुशन के नीचे छुपा दिया फिर अपनी कमीज़ को ऊपर उठाया और मेरे हाथों को अंदर किया. मैंने उसके दोनो मम्मों को पकड़ लिया और दबा कर उसके होंठ, गाल गले पर चूमने लगा.. वह अपने हाथ पिछे कर मेरे गले मे डाले अपने मम्मों को देख रही थी. 
तभी किचन मे कुछ आहट हुई तो वह मेरे हाथ हटाती बोली, “अब रहने दो भैया मम्मी आने वाली हैं.” 
मे जानता था मौसी कुछ नही कहेंगी लेकिन फिर भी मैंने उसे छोड़ दिया तो उसने अपने कपड़े ठीक किए और अलग होकर बैठ गयी. एक मिनट बाद मौसी आई और सिमरन के पास बैठ गयी. वह मुझे देख मुस्काराई तो मैं भी मुस्काराया और इशारा किया कि काम बन गया. 
Reply
09-20-2017, 12:14 PM,
#10
RE: Sex Stories hindi मेरी मौसी और उसकी बेटी सिमरन
तभी मौसी ने कहा, “बेटा तुम लोग खाना खाओगे?” 
“खा लेते है मम्मी आपको आराम भी करना होगा.” सिमरन बोली. 
“चलो फिर खाना खा लिया जाए.” 
तब सिमरन उठकर गयी तो मौसी मुझसे बोली, “क्या किया बेटा?” 
“मौसी बहुत मस्त है सिमरन के दोनो मम्मे, हाये मौसी दोनो का खूब रस पिया.” 
“ठीक है खाना खा लो फिर मैं सोने का बहाना कर अपने रूम मे चली जाऊँगी तब तुम यही फिर करना लेकिन बेटा नीचे हाथ लगाया या नही?” 
“अभी नही मौसी.” 
“ठीक किया, नीचे वाला माल रात मे ही छूना. आज रात तुम्हारी और सिमरन की है. अभी एक दो घंटे उसके मम्मों का मज़ा ही लो. रात मे नीचे का. अगर अभी नीचे वाली को कुछ किया तो वह बेचैन हो जाएगी और चुदाई का असली मज़ा रात मे ही है. उसे अपना दिखाया या नही?” 
“अभी नही मौसी.” 
“अब उसे अपना दिखाना और मान जाए तो उसके मुँह मे भी देना. अगर ना माने तो कोई बात नही मे सिखा दूँगी मुँह मे लेना.” 
फिर हम सब खाना खाने लगे. खाने पर वह मुझे देख रही थी. खैर खाने के बाद वह बर्तन साफ करने लगी. मैं टीवी देखने जाता बोला, “सिमरन मैं टीवी देखने जा रहा हूँ अगर तुमको देखना हो तो आ जाना.” 
“ठीक है भैया आप चलिए मैं अभी आती हूँ. बर्तन धोकर कपड़े बदल लूँ फिर आती हूँ. इन कपड़ो मे परेशानी होती है.” 
“हां बेटी जाओ बर्तन साफ करके भैया के साथ टीवी देखना और मुझे डिस्टर्ब ना करना. मैं दो घंटे सोउंगी. और सिमरन बेटी घर मे इतने कसे कपड़े ना पहना करो. जाओ कोई ढीला सा स्कर्ट और टी-शर्ट पह्न लो.” मौसी तो सोने की बात कह चली गयी. 
मैं टीवी देखने लगा. 10 मिनट बाद सिमरन आई तो उसे देख मैं दंग रह गया. लाल रंग का स्कर्ट और वाइट टी-शर्ट मे उसने मेक-अप किया हुआ था. होंठो पर स्किन कलर की लिपस्टिक थी और पर्फ्यूम से उसका बदन महक रहा था. मैं उसे देखता रहा तो वह मुस्कराते हुए बोली, “भैया क्या देख रहे हो?” 
“देख रहा हूँ कि मेरी बहन कितनी खूबसूरत है.” 
“जाइए भैया आप भी, मुझे टीवी देखना है.” 
फिर वह आकर मेरे पास बैठी. उसके बैठने पर मैंने उसे देखा और मुस्कराते हुए उसके हाथो को पकड़ा तो वह अपना हाथ छुड़ा उठकर आगे सिंगल बेड पर लेट गयी. मैं सोफा पर बैठा उसे देखता रहा. उसके मम्मे ऊपर को ताने हुए थे. टी-शर्ट छोटी थी जिससे उसका पेट दिख रहा था. स्कर्ट भी घुटनो से ऊपर था. वह टीवी की तरफ देख रही थी. तभी उसने अपने पैर घुटनो से मोड़े तो उसका स्कर्ट उसकी कमर पर आ गया और उसकी चिकनी गोरी गोरी राने दिखने लगी. वह अपनी चिकनी राने दिखाती अपने हाथों को अपने मम्मों पर बाँधे थी. 8-10 मिनट तक वह ऐसे ही रही. 
फिर वह मेरी ओर देख बोली, “भैया यह अच्छी फिल्म नही है, मैं बोर हो रही हूँ.” 
मे उठकर उसके पास जाकर बैठा और उसकी कमर पर हाथ रख बोला, “सिमरन इस वक़्त कोई अच्छा प्रोग्राम नही आता.” और कमर पर हल्का सा दबाव डालता बोला, “एक घंटे बाद एक अच्छा प्रोग्राम आता है.” 
“ओह्ह भैया तो एक घंटे तक क्या करें?” 
“अरे यही प्रोग्राम देखते हैं ना, आओ सोफे पर चलो ना वही बैठकर देखते हैं दोनो लोग.” मैंने उसका हाथ पकड़ उसकी नशीली हो रही आँखों मे झाँकते कहा. 
वह मुझे रोकती बोली, “भैया मैं यही लेटकर देखूँगी, थक गयी हूँ ना आप भी यही बैठिए ना.” 
मैंने उसे मुस्करा कर देखा और कहा, “ठीक है सिमरन तुम सच मे थक गयी होगी बर्तन धोकर.” और उसकी कमर के पास ही बैठ गया. 
अभी मैं चुप बैठा था. वह टीवी देखते देखते एक दो बार मुझे भी देख लेती थी. 4-5 मिनट बाद उसने करवट ले ली तो उसकी पीठ और चूतड़ मेरी तरफ हो गये. अब मैं भी आगे कुछ करने की सोच धीरे से उसके साथ ही लेट गया और अपना हाथ उसके ऊपर रखा. हाथ उसके ऊपर रखा तो उसने चेहरा मोड़ मुझे देखा और मुझे अपनी बगल मे लेटा देख मुस्काराकार बोली, “क्या हुआ भैया आप भी थक गये हैं?” 
“हां सिमरन सोच रहा था थोडा लेटकर आराम कर लूँ.” 
“ठीक है भैया लेटीये ना, आज तो वैसे भी कोई काम नही है.” 
Reply


Possibly Related Threads…
Thread Author Replies Views Last Post
  Raj sharma stories चूतो का मेला sexstories 201 3,249,811 02-09-2024, 12:46 PM
Last Post: lovelylover
  Mera Nikah Meri Kajin Ke Saath desiaks 61 516,778 12-09-2023, 01:46 PM
Last Post: aamirhydkhan
Thumbs Up Desi Porn Stories नेहा और उसका शैतान दिमाग desiaks 94 1,130,798 11-29-2023, 07:42 AM
Last Post: Ranu
Star Antarvasna xi - झूठी शादी और सच्ची हवस desiaks 54 857,481 11-13-2023, 03:20 PM
Last Post: Harish68
Thumbs Up Hindi Antarvasna - एक कायर भाई desiaks 134 1,513,431 11-12-2023, 02:58 PM
Last Post: Harish68
Star Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास desiaks 133 1,963,005 10-16-2023, 02:05 AM
Last Post: Gandkadeewana
Thumbs Up Maa Sex Story आग्याकारी माँ desiaks 156 2,754,846 10-15-2023, 05:39 PM
Last Post: Gandkadeewana
Star Hindi Porn Stories हाय रे ज़ालिम sexstories 932 13,366,848 10-14-2023, 04:20 PM
Last Post: Gandkadeewana
Lightbulb Vasna Sex Kahani घरेलू चुते और मोटे लंड desiaks 112 3,772,938 10-14-2023, 04:03 PM
Last Post: Gandkadeewana
  पड़ोस वाले अंकल ने मेरे सामने मेरी कुवारी desiaks 7 261,333 10-14-2023, 03:59 PM
Last Post: Gandkadeewana



Users browsing this thread: 7 Guest(s)