RE: vasna story मेरी बहु की मस्त जवानी
मैं और बहु एक बिस्तर पे क़रीब ६ इंच के दूरी पे थे, मैं सीधा लेटा ऊपर फैन को देख रहा था। तभी बहु मेरी ओर करवट ली और उसके बड़े बूब्स मेरे एल्बो से टकराने लगे। मैं अपना हाथ सीधा किया और अब बहु के बूब्स मेरी हथेली को दबा रहे थे।। मैंने हलके हाथ से बहु के बूब्स दबाने लगा।। इतनी सॉफ्ट बूब्स वो भी बिना ब्रा के।। मक्खन से मुलायम उसके बूब्स को थोड़ी देर दबाने के बाद मैंने अपना लेफ्ट हैंड उसकी गरम चूत पे रख दिया।
मै बहु के ओर क़रीब गया, बहु के दोनों हाथ ऊपर थे, मैं धीरे से उसके ऊपर गया और अपना चेहरा उसके बूब्स पे रख दिया। मेरे लेफ्ट हैंड अभी भी उसकी चूत को सहला रहे थे तभी शायद बहु की नींद खुली और उसने मेरा हाथ अपनी चूत से हटा दिया और फिर मेरा चेहरा भी अपने बूब्स से दूर कर दिया। मैं थोड़ा डर गया, कहीं बहु बुरा न मान जाए। इसलिए दूबारा कोशिश नहीं किया।
मैने एक हाथ से अपना लंड बाहर निकाला और बहु के चुचि देख कर रब करने लगा। एक बार फिर मेरे लंड का पानी बिस्तर पे बहु के पेट के पास गिर गया।
सूबह होने में अब ज्यादा देर नहीं थी, और मुझे नींद आ गई। सुबह बहु मेरा हाथ जोर जोर से हिला के उठाने लगी।।
सरोज - बाबूजी।।। बाबूजी।।
मैन - क्या हुआ बहु।। ?
सरोज - यहाँ देखिये न बाबू जी कुछ गिला सा लग रहा है।। और चिपचिपा सा भी।। क्या है ये?
मैन - अरे बहु लगता है कल रात डिनर करते वक़्त फिर से कुछ गिर गया बिस्तर पे।।
सरोज - (अपने हाथ से मेरे मूठ को छूते हुए बहु बोली।। ) ये देखिये ये कुछ सफ़ेद रंग का चिपचिपा सा है।।
मै - (मैं मन में सोच रहा था। बहु इतना नादान तो नहीं हो सकती।। कहीं ये जानबूझ के अनजान तो नहीं बन रही। ? लेकिन बहु ऐसा क्यों करेगी? )
सरोज - (सरोज ने मेरे मूठ को स्मेल किया और फिर अपनी ऊँगली पे लगी मेरे मुट्ठ को चाट्ने लगी।। ) पप।। ये कुछ नमकीन सा टेस्ट है।। मुझे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा की ये क्या गिर गया कल रात?
मैन - नहीं बहु कुछ घी या मक्खन गिर गया होगा।। थोड़ा सा और चाट के देखो पता चल जाएगा।
सरोज - (सेक्सी तरीके से स्मेल करते हुवे और अपना मुह खोल मेरा मूठ चाट्ने लगी।।)।। उम्मम्मम बाबूजी।।जो भी है ये तो अच्छा टेस्ट लग रहा है।।
मै - (बहु के इस हरकत पे मैं सोचने लगा की शायद बहु को सब पता है और वो बेवजह अन्जान बनने की कोशिश कर रही है।। बहु को ऐसे मेरा मूठ चाटते देख मेरा लंड खड़ा हो गया। दिल में तो ख़याल आया के अपना लंड खोल के बहु के मुह में दे दूँ, और उसकी मुह में अपना पानी छोड़ दूँ )
बहु मेरे मूठ को बहुत ही बेशरमी से चाट रही थी। थोड़ी देर बाद बहु बाथरूम जा के फ्रेश हो आयी और मैं भी बिस्तर से बाहर आ गया।
डायनिंग हॉल में बहु चाय लायी।। हमेशा की तरह आज भी बहु ने साड़ी काफी नीचे पहनी थी और मुझे अपना नवेल दिखा रही थी।
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