RE: XXX Hindi Kahani बिना झान्टो वाली बुर
मैं मेज पर पैर फैला कर लेट गयी और जीजाजी खरे-खरे मेरी बुर में लंड
डालकर चुदाई करने लगे. वे जबारजस्ट शॉट लगा रहे थे मैं चिल्लाई " हाँ
राजा हाँ फार दो इस साली बुर को.... राजा तुम्हारा लौरा बरा दमदार है.. क्या
चुदाई करता है... राजा आज रात भर चुदाना है.. ओह मेरे चुदक्कर सनम
शादी तो मेरी बहन से की है लेकिन अब मैं भी तुम्हारे लौरे की दासी बन कर
रहूंगी.... जब भी मौका मिलेगा ये साली चूत तुम्हारे लौरे से चुदवाति
रहेगी.... मारो राजा कश-कश कर धक्का .... फार दो बुर को .. मसल दो इन
चूंचियो को..... ओह माइ डियर फक मी हार्ड ...फक मी..." जीजाजी सटा-सॅट लॉरा
मेरे बुर में पेल रहे थे, तभी उनकी निगाह कामिनी की बुर गयी जो उसी मेज
पर अढ़लेटी चमेली को अपनी बुर चटवा चटवा कर शराब पिला रही थी.
जीजाजी अचानक मेरी बुर से लॉरा निकाल कर बगल में मेज के सहारे आढालेटी
कामिनी के बुर में ठूंस दिया और चमेली को भी बगल में लिटा लिया. अचानक
मेरी बुर से लंड निकाले जाने से मुझे बहुत बुरा लगा लेकिन स्क्रीन पर चल रहे
द्रिश्य को देख कर जीजाजी की मंशा का पता चला जिसमे तीनो लड़कियो मेज पर
झुकी थी और पहला आदमी बारी बारी से उन तीनो को चोद रहा था और दूसरा
आदमी मेज पर लेटा अपना लॉरा चुसवा रहा था. सारा गिला-शिकवा समाप्त हो
गया और मैं भी कामिनी के बगल मे लेट अपनी पारी का इंतजार करने लगी, कामिनी
कि दूसरी तरफ चमेली थी. कामिनी की बुर में दस बारह बार धक्का लगाने के
बाद चमेली की बुर में लॉरा पेल कर कयि बार धक्के लगाए फिर मेरी बारी
आई. मैं अब तक बहुत गरम हो गयी थी मैं जीजू से बोली " जीजाजी अब मैं
रुक नही सकती.. पहले मेरा गिरा दो फिर इन दोनो के साथ मूह काला करते
रहना... राजा निकालना नही मैं बहुत जल्दी आ रही हूँ.... प्लीज़ जीजू ज़रा
और ....ओह मा मैं गइईईईईईईईई आह राजा बहुत सुख मिलाआआअ. और मैं
भालभाला कर झार गई.
जीजाजी अभी नही झारे थे. मेरी बुर से अपने खरे लंड को निकाल कर उन्होने
कामिनी के बुर में डाल दिया और फिर कामिनी और चमेली को बराबर चोदना शुरू
किया.
मैं थक गयी थी. मैने अपने लिए एक पेग बनाया और एक सिगरेट सुलगा कर
ब्लू फिल्म देखने सोफा पेर बैठ गयी. स्क्रीन पर घमासान चुदाई का द्रिश्य
चल रहा था. मुझे पेशाब लग रही थी पर मैं सिगरेट और विस्की
ख़तम कर बाथरूम जाना चाह रही थी. इसी समय स्क्रीन पर दूसरा द्रिस्य
उभरा. अब पहला युवक लेटा था और एक लड़कीने उसके उपर चढ़ कर उसके लंड
को अपने बुर में ले लिया. उसकी गंद की छेद दिखाई पड़ रही थी, दूसरा युवक
पास आया और अपने खरे लंड पर थूक लगा कर उसकी गंद में पेल दिया.
तीसरे आदमी ने अपना लंड उसके मूह में लगा दिया और दूसरी लड़की उसकी
चून्चिया एक-एक कर चूस रही थी. मैने एक दो ब्लू फिल्म देखी थी पर दुहरे
चुदाई वाले इस द्रिश्य को देख कर मैं नशे से स्रोबोर हो गयी, वहाँ से
हटने का मन नही हो रहा था पर पेशाब ज़ोर मार रहा था मैने पास ही रखे
ग्लास को बुर के नीचे लगा कर उसमे पेशाब कर लिया और उसे उठा कर सोफा के
बगल स्टूल पर रख दिया, यह सोंच कर कि जब फिल्म ख़तम होगी तो उठ कर
बाथरूम में फेक आउन्गि. जब ग्लास को रखा तो पेसाब की बू आई, तब उस बू को
दबाने के लिए मैने उस ग्लास में बॉटल से विस्की डाल दी और फिल्म देखने के
साथ विस्की और सिगरेट पीती रही. इस दुहरी चुदाई को देखने के लिए मैने
सब से कहा.
क्रमशः.........
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