03-02-2021, 03:23 PM,
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RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
ऐसे ही दो महीने बीत गये कभी आंटी तो कभी बड़ी चाची को चोदता था,पर अपनी पढ़ाई का नुकसान ना हो इस तरह, अब मेरी एग्जाम भी ओवर हो चुकी थी, गर्मिया शुरू होने को थी और इस बार पता नहीं कहीं पे किसीने घुमने का प्लान नहीं बनाया, वैसे तो हर वेकेशन में हम कहीं न कहीं हिल स्टेशन पे जाने का प्लान बनाते थे. पर मेरे लिए अच्छा था की में कम से कम मोम के पास तो जा सकता था और में मोम से मिलने चला गया. चाची ने भी मुझे इस बार बेस्ट ऑफ़ लक कहा था वो भी शायद समझती थी की इस बार शायद फुल एंड फाइनल प्रोग्राम हो जायेगा.
मैं अपने घर पहुंचा, में बिना बताये आया था मोम को सरप्राइज देना चाहता था मैं घर पहुंचा तो मोम नहीं थी, में समझ गया की मोम अपने क्लिनिक पे होगी, तो में मोम के क्लिनिक पे चल दिया. पेशेंट्स सच में थोड़े से ज्यादा थे. मैं भी वहीँ पे बैठा और पेशेंट्स के ख़त्म होने का इंतज़ार करने लगा. फिर आधे घंटे में मोम के पेशेंट्स ख़त्म हुए और वो निकलने में रेडी हो रही थी. मैं चुपके से एंटर हुआ, मोम अपना एप्रन निकाल रही थी..एप्रन जो डॉक्टर्स पेशेंट्स को एक्सामिन करते टाइम पहनते हे. उनकी बैक मेरी और थी, में उनके पीछे गया और उनकी आँखें झट से बंद कर दी..पहले तो मोम चौंक गयी और छूटने की ट्राय करने लगी पर फिर उन्हें सरप्राइज का एहसास हुआ, तो वो चुप सी खड़ी रह गयी और मेरे हाथों को छू के महसूस करने लगी. मैं आगे आ गया और मोम को फुल टच कर के खड़ा हो गया और मोम को शायद पता चल गया होगा, की में हूँ तो मोम ने कहा
"सरप्राइज अच्छा लगा, सच में में सरप्राइज हो गयी...
मैने कुछ कहा नही..बस अपना नाम मोम के मुँह से निकलने का इंतज़ार करता रहा,
"अच्छा तो अपना नाम सुनना चाहते हो..तो.थैंक्स रेशु...
और मैंने मोम की आँखों पे से हाथ हटा दिये.
"मोम तुम्हे कैसे पता लगा, की में हूँ.. ?
"बस पता चल गया...
और फिर में मोम की हेल्प करने लगा, टेबल पे सब अरेंज किया और क्लिनिक अटेंडेंट के हवाले छोड़ के हम चलपडे.मोम ने और मैंने लंच बाहर करने का प्लान बनाया और पापा को भी साथ में ले के हमने एक होटल में डिनर किया. मैंने तब सोचा की अच्छा हुआ की में मोम के क्लिनिक चला गया, वर्ना शायद मोम से घर पे क्याजुअली मिलता तो मोम शायद पिछले इंसिडेंट के बारे में सोचती और इतना खूल के बात नहीं करती..पर अभी ऐसे मिलने के बाद मोम सच में खुश लग रही थी. फिर से हम ने पापा को हॉस्पिटल ड्राप किया और घर चलपडे घर को पहुंचते ही मैंने मोम से कहा
"मोम तुम्हे आखिर पता कैसे चला...?
"अरे पता चल जाता हे..ऐसे ही तुम भी मुझे पहचान लोगे, अगर सरप्राइज देणे का टाइम आया तो में भी तुम्हे सरप्राइज दूंग़ी...
फिर कुछ देर बाद, मैंने मोम से बात की
"मोम आर यु ऑलराइट.?
"अरे रेशु..अभी तुम्हारी मोम इतनी भी बुढी नहीं हुई की तुम्हे अपने मोम की तबियत का हाल चाल पूछना पडे....
और मोम हंस पडी और में भी..समझ में मेरी आ रहा था की मोम इन दो महीनो में मोम सोच सोच के ना ही अपने आप को कोस रही हे, और ना ही मुझे इसके बारे में जिम्मेदार ठहरा रही हे..मोम सच में अब मेरे साथ खूल के हंस रही थी, मज़ाक कर रही थी. ऐसे ही पूरा दिन गुजर गया और नेक्स्ट डे पापा के जाने के बाद में मोम के कमरे में गया.
"मोम...!!
"हा...!
मोम अपने रूम को ठीक से साफ़ कर रही थी, क्याजुअल कपड़ो में थी. वो उस वक़्त आईने को साफ़ कर रही थी.
"मोम एक बात करनी हे...
मोम के हाथ आइना साफ़ करते करते रूक गये, और उन्हें पता चल गया की में सेक्स के बारे में शायद डिस्कस करना चाहता हू. .
"मोम में है..नाआआ, में..आपको भूला नहीं.....
"रेशु..मुझे पता हे, बस अब आगे कहने की जरूरत नहीं हे.....
मोम मेरी और नहीं देख रही थी.
"मोम..सच कहूं, वो सब भूलना सच में नामुमकिन है, मेरे लिए सच में इम्पॉसिबल हे....
और मोम ने आईने पे से केमिकल हटाया और मोम आइना साफ़ करती जा रही थी और में उनके सामने साफ़ होता जा रहा था मोम ने आईने में मेरी और देखा और मैंने भी मोम को आईने में से देखा..मोम एक पल भी बिना कहीं देखे, मेरी और देखति रही और में भी मोम को. कुछ देर बाद में मोम की और पास आया और मोम के एकदम पास खड़ा रहा.
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RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
"मोम शायद आप भी पिछ्ली बार जो हुआ उसे भूल तो नहीं पायेगी..कभी भी....
बस ऐसा कहना ही था और मोम ने तुरंत मेरी और आईने में देखा..और में मोम के और पास आ गया. फिर मैंने मोम की बैक पे शोल्डर के पास एक मस्त किस किया.
"रेशु..तुम ये सब क्यों कर रहे हो..तुम्हे पता नहीं चल रहा की ये सब ठीक नही.... क्यों हर बार तुम मुझे मजबूर कर देते हो....?
मोम ने सारा जिम्मा मेरे सर पे ढो दिया..
"मोम..अगर ये सही या जायज़ न होता ना..तो आपने मुझे बहुत पहले ही रोक दिया होता.... और मजबूरी तो आप मेरी हो गयी हो..आपको देखता हू, तो बस पिघल जाता हू, दो महीनो में बडा ट्राई किया, पर कल तुम्हे देखा..और दो महीनो में जितना दिल को समझाया था.सब फना......
मोम ने कुछ कहा नही..बस नजरें झुकाए खड़ी रही थी.
"ओके मोम, तुम्हे आगे नहीं बढना..ना सही, पर जितना हो चुक्का हे, उसे तो प्लीज रहने दीजीये....
फिर इससे पहले की मोम ना कहे, या फिर कुछ बहाना बनाये..मैने मोम के चेहरे को पकड़ा और अपनी और घुमा के उनके लिप्स पे अपने होठ रख दिये....
और फ्रेंड्स आप बिलीव नहीं करेंगे..मोम ने हल्का सा भी विरोध..कुछ नहीं किया. फिर में वहा से चला गया..इतना डीप किस नहीं किया था मोम भी ना सच में ना ना करती हे, हाँ कहती नही, और में कुछ करता हु तो मना करती भी नही..
फिर मोम बिना बताये अपने क्लिनिक चलि गयी और फिर शाम को लेट लौटी. तकरीबन मोम २ बजे आ जाती थी पर आज ५ बजे आ गयी, तब में अपने दोस्तोँ के साथ बाहर घुमने गया था और लौटा तब मोम किचन में डिनर प्रेपर कर रही थी.
"मोम...!!
मैंने क्याजुअली पूछा, जनरली में घर में आते ही मोम को पूछ्ता हूँ और मोम जहाँ होती हे रिप्लाई करती हे. इसिलिये मैंने आज भी मोम को क्याजुअली पुछा और मोम का रिप्लाई का इंतज़ार करता रहा,
"किचन में हूँ,रेशु..... मोम ने रिप्लाई किया और में समझ गया की मोम नार्मल हे..और में टीवी देखने लगा और मोम का इंतज़ार करने लगा..पर मोम आज कुछ ज्यादा ही देर लगा रही थी. जब तक पापा आ नहीं गये, मोम का खाना नहीं बना. फिर पापा आ गये और मोम ने खाना लगा लिया. खाते खाते और बातें करते करते ९ बज गये..फिर पापा का कॉल स्टार्ट हो गया..अपने फ्रेंड्स के साथ पेशेंट्स के डिस्कस के लिये.....
अब में मोम के साथ ठीक से बात कर सकता था.
"मोम आपके बारे में समझ में नहीं आ रहा... एकदम से ऐसे बात सुन के मोम सरप्राइज हो गयी..
मोम ने अब भी कुछ कहा नही..बस मेरी और ग़ुस्से से देखा और किचन में चलि गयी. मेरी भी समझ में नहीं आया की में क्यों इतना डेस्परेट हो रहा हू. मोम से ऐसे बात नहीं करनी चाहिए थी मुझे..पर सच में में डेस्परेट हो गया था समझ में नहीं आ रहा था की में क्या करू? जब ऐसे माइंड डिस्टर्ब हो जाये तो सोचना बंद कर देना चाहिए और में अपने रूम में चला गया और मोम को आगे मनाने के बारे में सोचने लगा. कुछ देर ऐसे वैसे घुमने के बाद में बेड पे बैठा..और अचानक मेरे पीछे से मोम ने दोनों हाथों से मेरी आँखें बंद कर ली. नो नीड टू गेस्स..इट वाज मोम. गेस की तो नहीं पर सरप्राइज की बात तो थी. फिर मैंने मोम के हाथों को पकड़ के अपनी आँखों से हटाया और मोम की और देखा. मोम खड़ी हो गयी और में भी..
"सरप्राइज..? मोम ने पूछ
"टोटली...
फिर में मोम की और बढा और मोम को अपने बाँहों में भर लिया और मोम मेरे पास आ के सिमट ही रही थी की पापा ने मोम को बुलाया और पूरा सीन बिगड गया.. मैंने शिट कह्के अपनी फस्टस्ट्रेशन दिखाई और मोम हँसते हुए बाहर चलि गयी और फिर एक दम से दौड़ती हुई आई और मेरे लिप्स पे एक स्वीट सी किस दी और कहा
"वन मोर सरप्राइज डिअर.. और सच में में दूसरी बार सरप्राइज हो गया था बिलीव में गाइज..इट वाज जस्ट मोम, जिसको में दो बार प्रेडिक्ट नहीं कर पाया. मोम सच में अनपरेडिक्टेबल थी. फिर पापा ने मुझे भी बुलाया और कहा की उन्हें एक बड़ी कांफ्रेंस को अटेंड करने का चांस मिला हे..तो उन्हें जाना पडेगा..और दो दिन में वो यूएस. चले गये..मेडीकल की एक बड़ी सी कांफ्रेंस होने वाली थी. तो पापा ४ दिन के लिए जानेवाले थे. एक्चुअली जाना तो अज कपल था पर मोम ने पापा को समझा दिया की वो नहीं आ सकेंगी. फिर दो दिन बड़ी मुश्क़िल से गुजरे..मोम पापा के साथ बिजी थी, उनके जाने की प्रिपरेशन में और आखिर कर पापा गये और में और मोम अब ४ दिन के लिए फ्री थे. मैं जानता था की मोम को अगर इन ४ दिनों में नहीं पटाया तो फिर शायद और लम्बा इंतज़ार करना पडेगा.
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RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
छुट्टियों में मैं अपने घर गया था वहां मोम को वापस मैंने सिड्यूस करने लगा और इसबार मोम भी मेरा साथ देने लगी थी,
रात को जब मोम ने मुझे किस करके सरप्राइज किया उसी वक्त पापा के मोम को बुलाने से बात अधूरी रही पापा ने मुझे भी बुलाया और कहा की उन्हें एक बड़ी कांफ्रेंस को अटेंड करने का चांस मिला हे..तो उन्हें जाना पडेगा..और दो दिन में वो यूएस. चले गये..मेडीकल की एक बड़ी सी कांफ्रेंस होने वाली थी. तो पापा ४ दिन के लिए जानेवाले थे. एक्चुअली जाना तो अज कपल था पर मोम ने पापा को समझा दिया की वो नहीं आ सकेंगी. फिर दो दिन बड़ी मुश्क़िल से गुजरे..मोम पापा के साथ बिजी थी, उनके जाने की प्रिपरेशन में और आखिर कर पापा गये और में और मोम अब ४ दिन के लिए फ्री थे. मैं जानता था की मोम को अगर इन ४ दिनों में नहीं पटाया तो फिर शायद और लम्बा इंतज़ार करना पडेगा.
अब आगे...
नेक्स्ट डे, में उठा और फ्रेश हो के बाहर आया और मोम को घुमाने ले गया, हमने साथ में मूवी देखि, फिर सूरत में बीच हे तो वहा घूमें और फिर डिनर करके घर लौटे. बीच बीच में मैंने कभी कभी मोम का हाथ पकड़ लिया, जैसे कपल हाथ में हाथ डाल के बीच पे घूमते हे, पर मोम मेरा हाथ बार बार छोड़ देती थी. मैंने भी पब्लिक में मोम को इमबेरेन्स न करना ठीक समझा और ज्यादा परेशान नहीं किया. घर पहुंचाते ही मोम ने कार में से उतारते ही कहा
मोम- "रेशु..आज ये ट्रीट क्यूं...?
रेशु- "बस ऐसे ही मोम...!
मोम- "ऐसे तो नहीं लगता...!!
रेशु- "अरे मोम लास्ट वीक आप का बर्थ डे था और में नहीं आ पाया था तो मैंने सोचा की विश कर लु... !!
मोम- "ओह ग्रेट.थैंक्स बेटा... और कह के वो घर में चलि गयी..में कार को ठीक से पार्क कर रहा था की मुझे आईडिया आया की ये एक चांस हो सकता हे.
मैने फ़टाफ़ट कार पार्क की और घर में पहुंचाा..मोम ड्राइंग रूम में नहीं थी, में समझ गया की वो कपडे चेंज कर रही होगी, लेकिन ये भी लगा की शायद अब तक मोम ने चेंज भी कर लिया होगा. मैंने में डोर लॉक किया और मोम के बेड रूम में चला गया. मोम ने दरवाजा ओपन ही रक्खा था..और मैंने देखा की मोम बेड पे बैठी थी और चेंज नहीं किया था मोम का प्लान सही था मेरे सामने कपडे चेंज करने का..जैसे ही मोम ने मुझे देखा तो कहा
मोम- "अरे रेशु..पीछली बार की तरह आज मेरे साथ ही सो जा..तुम्हारे पापा भी ना, महीने में ७-८ दिन तो बाहर ही रहते हे.. !
और वो अपने कंधे से साड़ी की पिन निकालने में लग गयी और मुझे जाने को कहा..मोम ने कहा तो फिर ना चाहते हुए भी में निकाला और फ़टाफ़ट चेंज कर के लौटा..बस एक शार्ट और बनियन ही पहनी और फिर से मोम के रूम में आ गया. दो ही मिनट में लौट आया की कहीं मोम अपना ब्लाउज चेंज न कर दे..और में कुछ मिस न कर दुं..में फ़टाफ़ट मोम के रूम में पहुंचा.
मोम ऐसे ही बैठी थी. पहले तो वो नार्मल बैठी थी, पर फिर मोम ने मुझे देखा और फिर से अपने पल्लू को निकालने में लग गयी. मैं झट से बेड पे मोम के पीछे बैठ गया. ऑफ़ कौर्स, मोम बेड के किनारे पे बैठी थी..में मोम के पीछे गया और मोम के क्लोज बैठने के लिये, मैंने अपने दोनों पाँव को मोम की दोनों और कर लिये. मतलब की मोम अब मेरे दोनों पाँव के बीच में थी. मैं जानबूझ के मोम के पास आते हुए मोम से कहा
रेशु- "मोम.लाओ में कुछ कर देता हू...!
और मैंने मोम के कंधे पे अपना हाथ रक्खा और मोम के हाथ को मेरा हाथ छूते ही मोम ने अपना हाथ पीछे ले लिया..मतलब की उन्हें अब भी शर्म तो आ रही थी, पर जैसे की वो अन्जान बन रही हो ऐसे कहा,
मोम- "देखना..कब से ट्राय कर रही हू, पर लगता हे ये साड़ी फ़स गयी हे..!
मैं ने अपने हाथ ले लिए और मैंने मोम के ब्लाउज के अंदर अपने हाथ की दो ऊँगलियाँ डाल के ब्लाउज को हल्का सा ऊपर किया और दुसरे हाथ से पिन को पकड़ के मोम की साड़ी को पिन से बाहर निकाला. एक बात कहूँ तो उस टाइम पे जो मोम की ब्लैक ब्रा को देखने का मौका मिला..सच में बड़ा अच्छा लगा. ऐसे तो आप जानते हे की में औरतों को नुड देख चुक्का हूँ पर बस मोम की ब्रा की एक झलक मीली..मेरे हाथ वहीँ पे रुक गये, और फिर मैंने आराम से मोम की साड़ी से पिन निकाला और मोम की साड़ी को वापस कंधे की जगह रखने की बजाय उसे निचे की और गिरा दिया..पर वो गिरी नही..मोम ने एक पिन को स्तन के पास भी लगाया था मैं मोम के स्तन को ही देख रहा था मैंने फिर मोम के बिना कहे ही अपने दोनों हाथ मोम के स्तन पे फँसी पिन पे रख दिये..और पिन को कुछ करने की बजाय मैंने मोम के स्तन को दबाया. हलके से दबाया पर मोम के स्तन को दबाते ही मोम की आँखें बंद हो गयी और उनके मुँह से मस्त सिसकारी निकाली. और मैंने भी मोम के स्तन से हाथ नहीं हटाया..और मोम के स्तन को दबा के रखा..मोम ने अपना सर पीछे मेरे कंधे पे रख दिया और मैंने हलके से मोम के दुसरे स्तन पे भी अपना हाथ रख दिया..और दोनों को दबा दिया..मोम को भी इसी बात का इंतज़ार था और वो टेक्निकाली अपना होश गवा चुकी थी..पर मैंने जैसे ही मोम के बॉब्स को तीन चार बार दबाया, और मैंने उनके नैक पे मस्त किस्सेस करने लगा तो मोम को होश आया और वो एक दम से उठने गयी पर जैसे ही मोम उठने गयी तो मैंने अपने पाँव को एक दूसरे से भिडा दिया और मोम को बांध दिया और मोम फिर से सेम पोजीशन में आ गयी. अब मोम ने मेरी और देखा
मोम- "रेशु..प्लीज छोडो मुझे, हम ठीक नहीं कर रहे...!
मोम ने कहा की हम ठीक नहीं कर रहे..इसका एक मतलब तो साफ़ था की वो भी अपने आप को इसमें इन्वोल्व मान रही हे. और दूसरी बात की उन्हें भी अच्छा लग रहा हे. फिर मैंने आराम से मोम की फ्लैट बेल्ली पे अपने दोनों हाथ रक्खे और हलके से बेल्ली को दबा के अपनी और मोम को खिंचा और कहा,
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03-02-2021, 03:24 PM,
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RE: XXX Sex Stories डॉक्टर का फूल पारीवारिक धमाका
रेशु- "मोम..प्लीज, तुम्हे भी मज़ा आयेगा और किसीको पता नहीं चलेगा...!
मैंने पीछे से मोम के कान को चूमा और धीरे से कहा.. मोम ने इस पर कुछ कहा नही..बस अपना फेस मेरी और पलटा के देखा और बस मेरी और देखति रही..उन्हे ये समझ में नहीं आ रहा था की वो करे क्या..इस पर मैंने मौके को पकड़ते हुए मोम के होठो को अपने होठो से पकड़ लिया और उन्हें सक करने लगा..मोम ने मुझे रोका तो नही..पर साथ में कोई रिस्पांस भी नहीं दिया. फिर मैंने हलके से मोम के बेल्ली से अपने राईट हैंड को ऊपर लिया और बॉब्स के बीच गुजरते हुए मोम के गाल तक लाया और गाल को मस्त ऊंगलियों के अगले पार्ट को गाल पे गोल गोल घुमा के सहलाने लगा और फिर मोम के पीछे हाथ ले जा के मोम के बाल को खोल दिए और मोम के सर के पीछे से पकड़ के हलकी सी रोमांटिक किस को मैंने पैशनेट बना दिया. और अब मोम भी मस्ती में मेरे होठो को चूसने लगी..आखीर कब तक वो अपने आप को रोक सकती थी. मोम की आँखें बंद थी और उनकी साँसे तेज़ हो रही थी, में फील कर सकता था.फिर मैंने अपना हाथ मोम की कमर तक ले गया और बीच में मोम के स्तन पे से हाथ गुजरा..एक पल के लिए ख्याल आ गया की जोर से दबादू पर शायद मज़ा किरकिरा न हो जाए, ये कर के मैंने छोड़ दिया और मोम की कमर पे हाथ ले के कमर को पकड़ के भी मैंने मोम को अपनी और खिंचा और मोम को और भी सिड्यूस करने के लिए मैंने मोम की कमर पे एक दो बार चुटकी काटी और दोनों बार मोम दर्द की वजह से
"आउच्च...ओहह... !!
किया पर मैंने किस नहीं टूटने दिया और ऊपर से मोम के मुँह में अपनी जीभ दे दी..इस वजह से मोम फिर से किस में बिजी हो गयी और मोम ने भी अपनी जीभ से मेरी जीभ को अपने मुँह में लपेट लिया..आह है फ्रेंड्स प्लीज अगर किसी ने ये अनुभव न किया हो तो प्लीज करें.क्यूंकि इससे औरत सच में अपने आप को भूल के खो जाती हे. पर फिर मैंने अपना हाथ फिर से कमर से हटा के मोम के स्तन पे रक्खा और उसे हलके से दबाया की मोम को होश आया और इससे पहले की में कुछ समझू मोम ने किस ब्रेक किया और अपने स्तन की और मोम ने देखा और मेरा हाथ वहा से हट गया..फिर मोम उठ खड़ी हुई और शर्मा के सामने खड़ी हो गयी..सामने आइना था में भी उठा और मोम के पास फिर से गया..और मोम की बैक से बाल को हलके से हटाया और मोम की बैक पे किस करने लगा और किस करते करते मोम की नैक तक आया..मोम कोई झिझक नहीं दिखा रही थी, पर शायद उन्हें मेरे कहने का इंतज़ार था तो मैंने हलके से मोम के कान के पास से भी बाल हटाये और मोम के कान को बार बार चूमा और मोम अंगड़िया लेने लगी..और फिर मोम के कान के पास धीरे से कहा
रेशु- "मोम प्लीज लेट मि डु धीस आई लव यु...!
अब मोम का रिएक्शन मुझे देखना था पर मोम ने कुछ नहीं कहा..उन्होने बस सामने आईने में से मेरी और देखा और कुछ कहा नही..तो मैंने भी मोम की चुप्पी को हा समझते हुए, मोम को फिर से किस करने लगा और इस बार किस करते करते में मोम के नैक से होते हुए में मोम के बैक तक निचे गया और फिर और भी निचे बढ्ने लगा और फिर मोम की कमर के पास किस करते टाइम मैंने मोम की गांड पे अपना हाथ रक्खा और फिर बिना मोम की परमिशन का इंतज़ार किये मैंने मोम की गांड पे किस कर दिया और मोम के मुँह से फिर से सिसकी निकाल गयी और में बार बार मोम की गांड को किस करने लगा और फिर मैंने हलके से मोम की साड़ी को ऊपर उठना स्टार्ट किया..और आगे की और मोम के बेल्ली से मोम की साड़ी को खिंच के निकाल दिया और मोम की साड़ी अलग गयी. मोम साड़ी निकालते ही थोड़ी सी परेशान हो गयी और एक दम से पलट के अपने दोनों हाथों से अपने बॉब्स को ढकने लगी, तो मैंने भी मोम को छोड़ा और जा के बेड पे बैठ गया..
रेशु- "मोम क्या हुआ..?
मोम- "पता नहीं रेशु..अच्छा भी लग रहा हे..पर सही नहीं लगता... मोम अब जा के सच सच बयां कर रही थी. मैंने अपनी बनियन निकाल दी और फिर से उठ के मोम के पास गया और मोम को पकड़ के बेड के पास लया और कह्
रेशु-"मोम मुझे तो अच्छा भी लग रहा हे..और सही भी. पर अगर तुम्हे अच्छा नहीं लग रहा तो में कुछ नहीं करूंगा...
और में वहीँ पे बेड पे लेट गया. मोम कुछ देर सच में सोचती रही..और बार बार मेरी और मूड के देख रही थी, पर फिर वो भी मेरे पास में लेट गयी. मोम अब भी कुछ नहीं बोल रही थी,..पर बार बार लेटे लेटे भी मेरी और फेस पलट के देख रही थी और में भी. फिर अचानक उन्होंने मेरे राईट हैंड को पक़डा, जो की उनके पास में था..और फिर उन्होंने मेरे हाथ को अपने हाथ से पकड़ के अपने मुँह में ले लिया और उसे मस्त चूसने लगी..बारी बारी उन्होंने मेरी सारी उँगलियाँ चाटी और फिर धीरे से अपने मुँह से निकाल के अपने हाथ से मेरे हाथ को पकड़ के रक्खा था.हालका सा रेजिस्टेंस लग रहा था उनके हाथ की फीलिंग मे..पर उन्होंने फिर भी मेरी और देखते हुए..अपनी आँखें बंद की और हाथ को अपने गले से लेते हुए..अपने स्तन पे रक्खा और बस एक बार हलके से दबाया. मैं तो मोम की और देखता ही रहा और मोम ने फिर से एक बार मेरे हाथ से अपने स्तन को दबाया और अब मैंने मोम की और बढ़ते हुए मोम पे चढ़ गया और मोम ने अब आँखें खोली और मेरी और देख के मुस्कुरायी और मेरे दुसरे हाथ को भी अपने स्तन पे रक्ख. अब किसी बात का इंतज़ार नहीं था.मैने मोम की और देखते देखते ही दोनों स्तन को मसल दीया और मोम प्लेजर के मारे आँखें बंद कर के अंगडाई ले उठी. फिर मैंने मोम के बॉब्स को मस्त दबाया और जोर जोर से मसलने लगा.
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मोम- "रेशु..प्लीज अब मुझे आगे नहीं करना.. अब तक जो हुआ वो ठीक है, पर अब बस...!
मोम ने कहा और में बेड पे अपनी नीज के बल पे चढा और मोम कह ही रही थी की मैंने अपना शॉर्ट्स उतार दिया और साथ ही में अंडरवेअर भी उतार दिया और अपना लंड मोम के सामने खोल दिया और वो कहते कहते रुक गयी.
रेशु- "ओके मोम..बट प्लीज एक बार इसे.. प्लीज, सक करो ना...!
मोम का मन तो मेरे कहने से पहले ही हो गया था पर उसने कहा,
मोम- "नहीं रेशु.मुझे नहीं करना...!
मोम का जवाब तो एक्सपेक्टेड था पर उनकी आँखें मेरे लंड पे ही टीकी थी..तो में आराम से मोम की और बढा और मोम के पास जा के मोम जो की अपने पैर मोड़ के बैठी थी तो मैंने उनके दोनों घुटनो पे अपने हाथ रक्खे और उन्हें अलग कर दिया और अपने लंड को मोम के मुँह के पास धर दिया. पता था की मोम ऐसे तो नहीं चूसेगी तो मैंने अपने हाथ से लंड को पकड़ के मोम के होठो से लगा दिया और मोम ने मेरी और बार बार देखने के बाद उसे अपने मुँह में ले लिया और एक बार लेने के बाद तो वो सब गुस्सा वस्सा सब भूल गयी और चूसने में लग गयी..और अपने हाथ से स्ट्रोक्स लगा के मस्त चूसने लगी. वो भी अपनी कला कारीगरी दिखा रही थी..जीभ से मेरे पिंक टॉप को छूना और जीभ गोल गोल घूमा के उसे चूसना..मेरे दोनों बॉल्स को पकड़ के दबा दिया..और जोश में आ के जोर से दबा दिया तो मैंने झट से अपने लंड को बाहर निकाला और अपना लंड पकड़ के बैठ गया.
मोम- "ओह्ह..रेशु, क्या हुआ..आई एम सॉरी..सॉरी...!!
और में तो बेड पे लेट गया था और वो मेरे लंड को पकड़ के हिलाने लगी और अब आराम से मेरे हाथों को मेरे बॉल्स से हटाया और फिर उसे मस्त धीरे धीरे जीभ बाहर निकाल के चाटने लगी और ऐसे दो तीन बार करने के बाद उन्होंने मेरी और देखा,
मोम- "रेशु..आर यु ऑलराइट...?
रेशु- "यस मोम, पर एक पल के लिए तो जोरदार दर्द हुआ था...!
मोम- "आई एम सॉरी बेटा...!
रेशु- "डॉन'ट' वर्री मोम...!
मैंने बैठते हुए मोम से कहा और मोम ने मेरे होठो पे फिर से एक लवली किस दिया और फिर मैंने मोम के होठो पे अपनी ऊंगलिया घुमायी और फिर मोम के गाल पे जोर दे के मोम को लीटा दिया और मोम के पास बैठ के ही मोम के बॉब्स से होते हुए मोम की पेन्टी पे हाथ रख दिया..और जैसे ही मोम की पेन्टी पे हाथ रक्खा ही था तो मोम ने मेरे हाथ को पकड़ लिया और मैंने मोम की और देखा तो मोम ने इशारे से ना में सर हिला के मुझे मना कर दिया.
पर यहाँ एक बात थी..वो मोम हे, अगर उन्हें मना ही करना होता तो वो उठ जाती पर उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया बस ना में सर हिलाया..
रेशु- "मोम..प्लीज, मुझे बस इसे सहलाना है..में इसे नहीं निकालूँगा..बस हाथ फेरना हे...
अब तो मोम मना नहीं कर सकती थी और मैंने मोम के हाथ से अपने हाथ को निकाला और अपना हाथ लम्बा कर के मोम की चुत पे रख दिया और मोम की चुत पे हाथ रखते ही मोम ने एक ऊपर की और अंगडाई ली.शायद मुझे इस बात का अंदाज़ा था तो में इसीलिए मोम के सर के पास बैठा था और जैसे ही मॉमने ऊपर की तरफ अंगड़ाई ली की मैंने मोम को अपने मुँह से जकड लिया और किस करने लगा. मैं इधर किस करने लगा और उधर अपने हाथ से मोम की ब्लैक पेन्टी पे से चुत को सहला रहा था..सच में मोम की चुत गर्म लग रही थी. मैंने अपनी मिडिल फिंगर से मोम की चुत को सहलाने लगा और फिर मैंने मोम से किस ब्रेक किया और मोम को हलके आवाज़ में कहा,
"डॉन.ट' वर्री मोम..आई विल नोट ओपन पेंटी,उनटिल यु टेल्ल मि..
और में मोम की चुत को रगड़ने लगा. मोम भी मेरे रगड़ने से छटपटा रही थी. फिर में आईडिया से मोम से किस करते करते मोम के बॉब्स से होते हुए मोम के दोनों पाँव के बीच में आ गया. मोम ने पहले तो अपने दोनों पाँव बंद कर दिये..थे पर मैंने हलके से मोम के दोनों पाँव पे हाथ से चौड़ा किया और अपना लंड मोम के पास रख दिया..और फिर मैंने मोम के दोनों पाँव को फैला दिया और मोम की पेन्टी पे चुत पे मुँह रख के रगड़ने लगा. पहले तो में आराम से अपने मुँह से मोम की चुत को पेन्टी पे से आराम से सहला रहा था..मोम की चुत गीली हो गयी थी..और मोम के चुत के रस की खुशबू भी मुझे और भी दीवाना बना रही थी.. में ऐसे ही मोम की चुत को किस करता था.तो मोम की चुत को रगडता भी था मोम भी मेरे लंड को चूस रही थी..वो भी पूरी मदहोश हो के लंड चूसे जा रही थी. फिर मैंने मोम की पेन्टी को हलके से हाथ से पकड़ा और धीरे से पेन्टी की साइड से पकड़ा और साइड में कर दिया और मोम की चुत को खोल दिया..और इससे पहले की मोम कुछ कहें या कुछ रियेक्ट करे..में मोम की चुत पे अपना मुँह रख दिया.मोम की चुत का में क्या वर्णन करु.इतनी गरम..मूलायम..जीभ भी डालो तो अंदर तक धँस जाये..मुझे लग रहा था की मोम शायद बहुत मस्टरबैट भी नहीं करती थी..इतने देर के बाद वो भी गर्म हो गयी होगी..
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