dthaker's latest activity

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    शहनाज़ गाड़ी से उतरी और घर के अंदर की तरफ चल पड़ी। शादाब भी उसके साथ ही था। दोनो जैसे ही दरवाजे के अंदर दाखिल हुए तो शादाब के उपर छत पर...
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    खुले कपडे पहने के बाद ही उसके जिस्म का हर उभार साफ नजर आता था। कपड़ों के ऊपर से ही उसकी भरी हुई भारी भरकम गांड़, एक दम उभरी हुई, बिल्कुल...
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    माँ का आशिक आज सुबह से शहनाज़ बहुत खुश थी क्योंकि इकलौता बेटा शादाब दस साल के बाद घर वापिस लौट रहा था। इन सालों के दौरान दोनो के बीच...
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    अपने बेटे की बात सुनकर शहनाज़ शर्म से पानी पानी हो गई तो शादाब थोड़ा सा आगे को हुआ जिससे उसका लंड पूरी तरह से शहनाज़ की कमर से सट गया और...
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    शादाब " अम्मी मैं जानता हूं कि मुझसे गलती हुई है इसलिए एक दोस्त होने के नाते माफी मांगना मेरे फ़र्ज़ हैं। शहनाज़ ने आगे बढ़कर अपने बेटे...
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    शहनाज़:" बेटा मुझे कभी छोड़ कर मत जाना, मैं तेरे बिना नहीं जी पाऊंगी मेरे लाल क्योंकि अब तेरे सिवा मेरा कोई नहीं है। शहनाज़ ने ये सब...
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    रेशमा शहनाज की बात मान गई और उसके साथ ही सो गई, शहनाज़ जान बूझकर उससे देर रात तक बाते करती रही ताकि वो जब सोए तो गहरी नींद में सोए। आखिर...
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    शादाब:" जी आंटी, कोशिश करूंगा मैं टाइम निकालकर आने की आपके यहां। फिर काफी देर तक दोनो में बाते होती रही और फिर रेशमा बोली:" " अच्छा...
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    तभी उसे उपर किसी के आने की आहट हुई तो दोनो की हालत खराब हो गई। शादाब के गाल पर उसकी लिपस्टिक से लाल लाल निशान पड़ गए थे इसलिए उसने...
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    शहनाज ने ये सब सुनकर राहत की सांस ली और उपर की तरफ चल पड़ी। शादाब भी अपनी अम्मी के पीछे पीछे ही चल दिया। सीढ़ियों पर चढ़ती शहनाज़ सोच...
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    दूसरी:" हान सच कहा बहन तूने, किसी तरह से तू इस लड़के का नंबर निकाल, फिर तू बाकी सब मुझ पर छोड़ दें। पहली:" ठीक हैं, मैं अपने बेटे की...
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    शहनाज उपर छत से सब देख और सुन रही थी। जैसे ही रेशमा ने उसके बेटे का गाल चूमा था तो उसका मन किया था कि उसका मुंह तोड़ दे। कमीनी कहीं की...
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    शादाब अपनी अम्मी के गाल चूम कर बोला:" " अम्मी आप सच में बहुत खूबसूरत है, आपके गाल एक दम मीठे हैं बिल्कुल शहद की तरह। अपने बेटे की बात...
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    अपने बेटे की बात सुनते ही शहनाज़ की आंखों के आगे एक बार फिर से वो नजारा घूम गया और वो शर्म से गड़ गई। हिम्मत करके वो बोली:" " नहीं बेटा...
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    शहनाज़ को अपने बेटे की बात बिल्कुल सही लगी लेकिन समाज का डर उसके ऊपर पूरी तरह से हावी था, उसके बचपन से लेकर अब तक के संस्कार उसे इसकी...
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