02-05-2021, 02:52 PM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
दया :- वैसे बहुत दिन हो गये...हम लोगों ने शॉपिंग नही की है..
अंजलि :- हाँ बिल्कुल सही बोल रहे हो दया भाभी आप....मुझे तो बहुत सारा समान खरीद के लाना है...
माधवी :- हाँ मुझे भी कुछ ज़रूरी समान खरीदना है...
रोशन :- हाँ बावा...मुझे भी घर का कुछ समान लेना है...
अंजलि :- तो ठीक है फिर कल चलते हैं...सब ...एक साथ...
दया :- हाँ बिल्कुल...कल ठीक रहेगा..बापूजी भी घर पे नही है..तो जल्दी कम निपट जाएगा घर का...
माधवी :- तो ठीक है 12 बजे चलते हैं....कोमल भाभी क्या हुआ आप क्यूँ चुप...अरे भूल जाओ....हम लोगों से क्या शरमाना...
सभी बोलते हैं हाँ कोमल भाभी...अब आप ठीक हो जाइए...
अब कोमल कुछ नॉर्मल होती है..
कोमल :- थॅंक यू...में तो बहुत डर रही थी..
अंजलि :- उसमे क्या है...आप परेशान मत होइए...
अच्छा तो कल चल रहे हैं ना.
कोमल :- वो आक्च्युयली में कल नही चल सकती...
सभी एक साथ....क्यूँ???
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
02-05-2021, 02:52 PM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
इस बार जेठालाल की हालत पतली हो जाती है...और वो घबराता हुआ बोलता है..
जेठालाल :- नही...हहाः...वो मेरा मतलब ऐसा था कि...अब हमे अगर किसी पे शक़ हुआ तो आपको ज़रूर बता देंगे...
इनस्पेक्टर :- ठीक है...ध्यान रखिएगा..वो कोई भी हो सकता है.....एक आदमी या एक औरत..या फिर एक बच्चा...कोई भी..
जेठालाल :- ओके..बिल्कुल ध्यान रहेंगे...थॅंक यू
और वो इनस्पेक्टर चला जाता है..
जेठालाल :- हाशह....
बाघा उसकी तरफ देख रहा होता है..
जेठालाल :- क्या है भाई...जा जाके काम कर..
बाघा :- क्या काम करूँ..
जेठालाल :- गुस्से में...जा वहाँ जाके खड़ा हो जा...
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
रात के 9:30 बजे....
हाहहहहः....हाँ ये सही है...हाहः...अच्छा था मेहता साहब..
जी हाँ सभी जेंट्स अब्दुल की दुकान पे सोडा पी रहे थे....
तभी पीछे से जेठालाल आता है...
जेठालाल :- और मेहता साहब क्या हुआ..क्यूँ सब हंस रहे है...
तारक :- अरे जेठालाल आज तुम लेट हो गये काफ़ी...और यार बस ऐसे ही वो जोक सुनाया था...तो हंस रहे थे....
जेठालाल :- अरे वो क्या हुआ मेहता साहब आज दुकान में पोलीस आई थी...
बस इतना ही बोलता है..कि हर बार की तरह अईयर भाई चुप रहे बिना नही मानते..
अईयर :- क्यूँ जेठालाल ..... क्या गड़बड़ कर दी तुमने..
जेठालाल :- अईयर भाई आप साइंटिस्ट हैं ना..
अईयर :- हाँ तो..
जेठालाल :- तो एक काम करो..एक रॉकेट बनाओ..और उसमे बैठ के उड़ जाओ...
सभी जेठालाल की बात सुन के हँसने लगते हैं...
अईयर गुस्से में जेठालाल..
जेठालाल :- क्या जेठालाल :- कुछ पता है नही....फिर बीच में क्यूँ बोल रहे हैं आप...शांति रखिए..
तारक :- ओहू..अईयर तुम भी ना...शांत रहो...जेठालाल को बोलने तो दो..
अईयर :- सॉरी मेहता साहब..
जेठालाल :- ये अईयर भाई भी ना हुह...
हाँ तो हुआ क्या मेहता शाब....
और दुकान पे इनस्पेक्टर वाली सारी बात बता दी..
|
|
02-05-2021, 02:52 PM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
तारक :- ओह्ह्ह...ये तो बहुत गंभीर समस्या है...जेठालाल ध्यान रखना भाई..
पोपटलाल :- अच्छा....इसके बारे में एक आर्टिकल लिखूंगा...में इन टेररिस्ट के खिलाफ एक जबरदस्त आर्टिकल लिखूंगा.....में दुनिया हिला दूँगा...!!
सोढी :- अरे मुझे तो ये लोग मिल जायें..तो में इनको मार मार के...इनका कचूमर निकाल दूं..
भिड़े :- सही बात है....मगर जेठालाल ध्यान रखना भाई...ये लोग कहीं भी बॉम्ब रख देते हैं...
जेठालाल :- आई भाई क्या बोल रहा है तू....
तारक :- ओफूओ भिड़े .. कैसी बात कर रहे हो...देखो जेठालाल ऐसा कुछ नही होगा...तुम टेन्षन मत लो...अच्छा ये छोड़ो....
पार्टी की बात करते हैं..थोड़ा मूड भी ठीक हो जाएगा....
जेठालाल :- हाँ मेहता साहब ...आपने ठीक कहा....ट्टो बहियूं...सब तैयार है ना....पार्टी के लिए...
सभी एक साथ बोलते हैं...हाँ...बट एक इंसान ना बोल देता है.....!!!!!!!
देखते हैं कौन है जो पार्टी के लिए नही जाना चाहता .... नेक्स्ट अपडेट में..!!!!
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
02-05-2021, 02:53 PM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
जेठालाल दया के जाने का इंतेज़ार करता है...और जैसे ही दया चली जाती है...वो मेहता साहब को फोन करता है...
जेठालाल :- मेहता साहब एक गुड न्यूज़ है...
तारक :- क्या जेठालाल...
जेठालाल :- मेहता साहब....बापूजी 2 या 3 दिनो के लिए बाहर गाओं गये....अब कोई टेन्षन नही है...
तारक :- अरे वाहह जेठालाल तुमने तो बहुत बड़ी खुशख़बरी दे दी...में अभी सबको बता देता हूँ ओके....
जेठालाल :- ओके मेहता साहब...बाइ...
और फोन कट कर देता है..
और फिर बोलता है..
अब तो पार्टी का मज़ा आएगा...बस अब दया को कोई कहानी बनानी है...पहले आज उससे इतना खुश कर देता हूँ...कि कल वो कोई सवाल ही ना पूछे...!!!!
जेठालाल कल की पार्टी में जाने के लिए दया से झूठ बोलने वाला था...शायद इसलिए....वो आज दया को अच्छी तरह से खुश करना चाहता था.....जिससे कल वो उससे आना कानी ना करे.....
लेकिन जैसे ही जेठालाल कमरे में पहुँचा देखा तो दया सोने की तैयारी कर रही थी...
जेठालाल :- थोड़ा परेशान होते हुए...दया तू सो क्यूँ रही है..
दया :- भोली बनती हुई...क्यूँ क्या हुआ..कुछ काम है आपको..
जेठालाल :- लुच्ची ऐसे बोल रही है..जैसे तुझे पता नही हो कि में क्या चाहता हूँ..
दया :- शरमाते हुई...टप्पू के पापा आज नही कर सकते क्यूँ कि मुझे कल शॉपिंग पे जाना है...तो जल्दी सोना है..
जेठालाल :- ओफू दया ...कितना मन था मेरा आज..
जेठालाल के मन में ये चल रहा था कि कहीं ..कल किसी को पता ना चल जाए..कि हम पार्टी में जा रहे हैं..
दया :- सॉरी टप्पू के पापा....
और फिर दया लेट जाती है..
जेठालाल कुछ सोचने लगता है...और तभी पूछता है..
जेठालाल :- अच्छा दया वैसे तू कितने बजे जाएगी....और कितने बजे तक वापिस आएगी..
दया :- क्यूँ आप ऐसा क्यूँ पूछ रहे हैं...
जेठालाल चलते चलते ..पलंग के पास आके बोलता है...तू बता ना भाई..
दया :- अच्छा...हम सब सारी लॅडीस कल 12 बजे कॉंपाउंड में मिलेंगे...और शाम को 5 बजे तक आ जाएँगे..
जेठालाल :- इससे ज़्यादा तो लेट नही होगा ना...
दया :- नही इससे ज़्यादा नही होगा..वैसे आप क्यूँ पूछ रहे हैं..
जेठालाल :- तेरे लिए सर्प्राइज़ है इसलिए...
दया :- सर्प्राइज़...अच्छा..टप्पू के पापा बताइए ना...
जेठालाल :- अरे डोबी अगर अभी बता दूँगा तो सर्प्राइज़ कैसा..
दया :- ओफू..टप्पू के पापा...मुझे तो नींद ही नही आएगी अब..
जेठालाल उसके माथे को सहलाता हुआ बोलता है...सो जा दया...सो जा...
और थोड़ी देर में दया खर्राटे मारने लगती है..
जेठालाल :- बोलो ज़रा...अभी बोल रही थी...कि नींद नही आ रही है..और सो भी गई.....
चलो कल का सर्प्राइज़ ...में कल सुबह मेहता साहब को बता दूँगा....ह्म....मज़ा आएगा....!!!!
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
02-05-2021, 02:53 PM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
अगली सुबह.....गुड मॉर्निंग...गोकुलधाम...!!!!
अईयर के घर पे...
अईयर सोफे पे बैठ के सोच रहा था कि आज पार्टी के लिए क्या झूठ बोला जाए बबीता से..जिससे उसको कुछ शक़ ना हो....
लेकिन उसको कुछ सूझ नही रहा होता है..
तभी वहाँ से बबीता कॉफी लेके आती है..और अईयर को देती है...लेकिन अईयर तो ख्यालों की दुनिया में था...
बबीता :- अईयर...अईयर...अईयर...
3 बार बुलाने के बाद वो होश में आता है...
अईयर :- हाँ ..क्या हुआ..
बबीता :- अईयर कहाँ खो गये थी...क्या हुआ..
अईयर :- घबराता हुआ...कुछ नही बस वो लॅब के कुछ काम के बारे में सोच रहा था...
.........................................
वही हाल उधर भिड़े भाई साहब का भी था...
वो भी सोच में डूबे पड़े थे कि क्या करूँ...क्या आइडिया सोचूँ...एक शिक्षक के लिए कितना मुश्किल है झूठ बोलना...क्या करूँ.....कुछ समझ नही आ रहा..
उधर से माधवी चाइ लेके आती है..
माधवी :- आहू...चाइ...
भिड़े नही सुनता...
माधवी :- अहूओ..कहाँ खो गये..
भिड़े :- होश में आता हुआ...हाँ कुछ नही माधवी बॅस...ऐसे ही इस साल के बजेट के बारे में सोच रहा था...
माधवी :- ओहू..आप भी ना..चलिए जल्दी से चाइ पी लीजिए...फिर आचार की डिलेवेरी भी करने जानी है....
भिड़े :- हाँ ठीक है माधवी...और चाइ पीते पीते फिर सोच में चला जाता है...
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
|