02-15-2021, 11:48 AM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
तारक :- क्या हुआ..अंजलि..कुछ बात हुई..
अंजलि :- कहाँ तारक बबीता जी..तो गेट ही नही खोल रही हैं...
जेठालाल :- क्या बबीता जी..ने गेट बंद कर लिया है..
दया :- हाँ टप्पू के पापा...
अईयर :- बबीता प्लीज़ खोलो...मेहता साब...कुछ करिए..
तारक :- अईयर मेने तुम्हारे सामने कॉसिश की ना..बबीता जी मानने को तैयार नही है..
तो में क्या कर सकता हूँ..
दया :- टप्पू के पापा आप बात करके देखिए ना..
जेठालाल :- ठीक है दया....और फिर वो दरवाजा नॉक करने लगता है..
बबीता जी..में जेठा जी...दरवाजा खोलिए...
बबीता :- नही जेठा जी..में नही खोलूँगी डोर.
जेठालाल :- बबीता जी..आप मुझसे बात नही करेंगी..प्लीज़.....एक बार मुझे तो अंदर
आने दीजिए...
बबीता :- जेठा जी प्लीज़..
जेठालाल :- बबीता जी सिर्फ़ में आउन्गा..प्लीज़...मेरे अलावा कोई अंदर नही आएगा..
अईयर :- जेठालाल क्या बोल रहे हो तुम..
जेठालाल :- अरे आप शांति रखो ना..बबीता जी को मनाना है कि नही..मेहता साब..
समझाइये इस भाई को..
तारक :- अईयर....तुम शांति रखो जेठालाल को बात करने दो ना..
जेठालाल :- प्लीज़ बबीता जी....एक बार मुझसे तो बात कर लीजिए..
कुछ 2 मिनट के बाद..
बबीता :- ओके जेठा जी..लेकिन सिर्फ़ आप आ सकते हैं..और कोई आया..तो मुझसे बुरा
कोई नही होगा...
जेठालाल :- हस्स्शह....ओके बबीता जी..जैसा आप कहें...कोई नही आएगा..आप गेट तो
खोलिए....
और कुछ सेकेंड में अंदर से गेट का लॉक खुल जाता है...
अईयर :- चलो में भी अंदर चलता हूँ..
जेठालाल :- क्या अंदर चलता हूँ...अभी बबीता जी ने क्या बोला आपको समझ नही आया..
मेहता साब..समझाइये ..
तारक :- अईयर ट्राइ टू अंडरस्टॅंड दा सिचुयेशन....उसे जानने दो भाई..
दया :- टप्पू के पापा में चलूं..
जेठालाल :- तेरा दिमाग़ तो ठीक है दया...अभी में अईयर भाई को क्या समझा रहा
था...तू भी शुरू हो गई..
दया :- सॉरी....
तारक :- जेठालाल तुम अंदर जाओ..
जेठालाल :- आप सब देखना....में अंदर सब कुछ ठीक कर दूँगा..
बॅक ग्राउंड.म्यूज़िक.......शेर की दहाड़ने की आवाज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़.....
और जेठालाल अंदर घुस जाता है...और दरवाजा को थोड़ा पुश करता है..
और गेट लॉक.............
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
|
|
02-15-2021, 11:49 AM,
|
|
desiaks
Administrator
![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png) ![*](images/star.png)
|
Posts: 23,724
Threads: 1,147
Joined: Aug 2015
|
|
RE: XXX Kahani Fantasy तारक मेहता का नंगा चश्मा
बबीता जेठालाल का हाथ छोड़ते हुए...खड़ी होकर सामने की तरफ चल देती है....
बबीता :- जेठा जी...आप नही समझ रहे हैं...में एक औरत को दिए गये प्यार की बात कर
रही हूँ...जो अईयर नही करता...
जेठालाल का ध्यान तो बबीता की बातों पर था ही नही....उसका ध्यान तो इस वक़्त
बबीता की हिलती हुई..मस्त मस्त..बड़ी बड़ी..गोल गोल गान्ड पर था...
अचनक से बबीता मुड़ती है..और जेठालाल की तरफ देखती है....
जेठालाल सकपका जाता है....
जेठालाल :- अहहन्न.वू...हाँ...बबिता.आजी..ऐसा नही है..अईयर भाई भी तो आपको बहुत प्यार
करते हैं..हर जगह आपकी साथ जाते हैं..हमेशा आपके साथ ही रहते हैं..
बबीता :- ओफो जेठा जी..आप अभी भी नही समझी...में एक औरत की प्यास की बात कर रही
हूँ..जो अईयर ने अभी तक नही भुजाई है मेरी..
आज बबीता इतना बेवाक हो गई थी...कि उसे खुद नही पता कि वो क्या बोल रही है..आज उसके
सारे जज़्बात सामने आ रहे थे...जज़्बात ग़लत नही थी..लेकिन जिसके सामने वो बोल
रही थी..शायद वो उसे नही बोलना चाहिए था.....
जेठालाल को अभी भी कुछ समझ नही आया..वो अपने मन में..ये बबीता जी आज कैसी बात
कर रहे हैं...प्यास औरत...छी..ये अईयर भाई..क्या ढंग से पानी भी नही देते...किसी काम
के नही है....
बबीता जेठालाल को यूँ सोचता देख...क्या सोच रहे हैं जेठा जी..
जेठालाल :- ये अईयर भाई को कोई काम नही आता...मतलब जब आप प्यासे होते हो जब भी उन्हे
तरस नही आता..
बबीता :- तो..
जेठालाल :- इंते आलसी हो गये..कि कम से कम आपकी प्यास भुजाने के लिए पानी का ग्लास
नही दे सकती....
बबीता :- क्याअ....पानी.....ओफूऊ जेठा जी...
और अपने सर पे हाथ मारता है..
जेठालाल जो घुटनो के बल बैठा था..वो खड़ा हो जाता है....
जेठालाल :- क्या हुआ बबीता जी..
बबीता :- आपको अभी तक मेरी बात समझ नही आई..ओफो..जेठा जी....
जेठालाल :- सॉरी बबीता जी..लेकिन मुझे नही पता कि आप क्या बोल रहे हो..
बबीता :- अरे जेठा जी..एक औरत की प्यास....उसके शरीर की प्यास....
जेठालाल का दिमाग़ फिर घूम गया.....अपने आप से...
शरीर की प्यास...हैंन्न...लगता है आज बबीता जी..सच में कुछ ज़्यादा परेशान है..
क्या हो रही है...दया ने तो कभी ऐसा नही बोला...
जेठालाल :- शर..ई..र्र...क.ई...पप्यासस....बबीता जी...
बबीता को थोड़ा गुस्सा आ जाता है.....
और फिर बबीता वो करती है....जिसका जेठालाल को अंदाज़ा भी नही होता...
अचानक बबीता के इस हमले से जेठालाल को उपर से लेके नीचे तक करेंट सा
फील हो जाता है......आज उसको झटके पे झटके मिल रहे थे
,,,,
,,,,,
,,,,
|
|
|